नमो नमः 1) मण्डुकान् =द्वितीया विभक्ति बहु वचन रथेन=तृतीया विभक्ति एक वचन (रथ के द्वारा) सरोवरात् =पंचमी विभक्ति एक वचन (सरोवर से) ऋषिपुत्रस्य =षष्ठि विभक्ति एक वचन (ऋषि के पुत्र) 2) अवदत् =लङ् लकार प्रथम पुरुष एक वचन। अब्रवीत=लङ् लकार प्रथम पुरुष एक वचन। धावन्ति =लट् लकार प्रथम पुरुष बहु वचन। हरी ओम्।
Sorry Rahul. Lekin syllabus badlte hi rahte hn. Alag alag states ke syllabus bhi alag hote hn. Islie m general grammar padhata hun. Jo sabke hi kam ati h.
Thank you for this lesson. I am just wondering that the word "asti" used at the beginning of a sentence normally means "tha" but at 6:29 it is translated as "hai".....is it because it is a question? thank you Sir for a nice long lesson. मन्डूकान - द्वि वि; बहु व् रथेन - त्रि वि; एक् व सरोवरात् - पन्चमि वि; एक व ॠषिपुत्र्स्य - षष्टी वि; एक् व अवदत् ; अब्रवीत् - लङ लकार धावन्ति - लट लकार; प्र पु॰
धन्यवाद जी , एक जरूरी सूचना हम एक विशेष दर्शक/पाठक सूची बनाने जा रहे है जिनको भविष्य में WhatsApp Group, Email और एक निश्चित समय पर बातचीत की भी सुविधा रहेगी , उसके लिए आप हमे लिख सकते है 0210suresh@gmail.com पर , उसके लिए कुछ अर्हता है , पहले तो आप हमे अपना पूरा परिचय, नाम, काम , स्थान, मोबाइल etc और सबसे जरूरी कि आप संस्कृत के लिए क्या कर सकते है , आपकी क्या क्या रुचि है और हमसे क्या चाहते है । आप अभी #अमृतमाला और #संस्कृतम कोर्स देख सकते है , भविष्य में और भी बहुत शानदार कोर्स और विडियो आएंगी ।
नमः
नमस्कार आप उत्तम सीखे जी
मण्डूकान्=द्वितीय बहुवचन
रथेन = तृतीय एकवचन
सरोवरात्=पंचमी एकवचन
ऋषिपुत्रस्य=षष्ठी एकवचन
Guruji 🙏 namskar bahut achcha h pdne mai achcha lga
Ji. Swagat h
ष्षठी बहु
द्वितीय एक
चतुर्थी एक
ष्षठी एक
Nice Arvind jii
धन्यवाद अमित जी
बहुत आनंददायक और प्रेरक ।
धन्यवाद
अवदत, प्र पु० लड् लकार एक
प्र पु० एक वचन लड् लकार ,अब्रवीत
प्र पु० बहु० लृट लकार
Jay Siyaram
Bahavah dhanyavaadah mahodaya
♥️ Har Har MAHADEV ♥️
Uttam aaj pehla comment aapka sikhte rhiye auro ko bhi sikhaiye
@@Knowledgology प्रयास तो यही रहता है संस्कृत का प्रचार करू
मण्डुकान रथेन मे तृतीया विभक्ति सरोवरात् में पञ्चमी विभक्ति
ऋषिपुत्रस्य षष्ठी विभक्ति
अवदत अब्रवीत बोला धावन्ति दौड़ते हैं लकार लङ् लकार लट लकार
NamoNamaha mama Acharyaha !
नमो नमः
1) मण्डुकान् =द्वितीया विभक्ति बहु वचन
रथेन=तृतीया विभक्ति एक वचन (रथ के द्वारा)
सरोवरात् =पंचमी विभक्ति एक वचन (सरोवर से)
ऋषिपुत्रस्य =षष्ठि विभक्ति एक वचन (ऋषि के पुत्र)
2)
अवदत् =लङ् लकार प्रथम पुरुष एक वचन।
अब्रवीत=लङ् लकार प्रथम पुरुष एक वचन।
धावन्ति =लट् लकार प्रथम पुरुष बहु वचन।
हरी ओम्।
Bahut hi badhiya, Hemant ji. Bilkul sahi
Very important 👌
Glad you think so!
Mandukan:- dwitiyaa bibhakti , bahu bachan . Sarobaraat:- panchami bibhakti , akbachan. Rishiputrashya:- shasthee bibhakti ,akbachan
Uttam ji 🙏
मण्डूकान- षष्ठी विभक्ति बहुवचन
रथेन- तृतीय विभक्ति एकवचन
सरोवरात- पंचमी विभक्ति एकवचन
ऋषिपुत्रस्य- षष्ठी विभक्ति एकवचन
Mandukan par fir vichar karen ji
@@Knowledgology
मण्डुकान द्वितीय विभक्ति बहुवचन
Ji bilkul shi uttam
Namaskar sar
गुरूजी अनुशव बिंदु को कहीं म् तो कहीं न् क्यों पड़ते है
Nice, thank you 👍😊👌
Welcome 😊 उत्तम सीखते रहिए औरों को भी प्रेरित करे जी , आप अपना परिचय पूरा विस्तार से लिख हमे ईमेल कर सकते है 0210suresh@gmail.com
@@Knowledgology but why? 🤔🤔🤔
@@rajibmalik2056 for future direct communication, we are making a list of learner. Ydi aap krna chahe to hi kre ji anytha koi compulsion to h nhi
@@Knowledgology OK 😊
video jald ana chahiye.😁
जी कोशिश करेंगे।
ANAND AA GYA❤️
आभार
यह पूरी कहानी है क्या
कहानी तो पूरी ही है जी अंत में आप क्या समझे जी ... आप वो ब्राह्मण वाला किस्सा भी ढूंढ सकते है जी
Hello Sir
Story ka yahi end hai?
Wah shaap ka Kya huva fir wo to bura tha
Is story se hame Kya sikhati hai?
मण्डूकान् = द्वितिया विभक्ती बहुवचन
रथेन = तृतीया विभक्ती एकवचन
सरोवरात् = पंचमी विभक्ती एकवचन
ऋषीपुत्रस्य = षष्ठी विभक्ती एकवचन
अवदत = लड् लकार
अब्रवित् = लड् लकार
धावन्ति = लट् लकार
Ati uttam ji
Guru ju Kya aap 10th class ka Sanskrit patha sakate hai
Sorry Rahul. Lekin syllabus badlte hi rahte hn. Alag alag states ke syllabus bhi alag hote hn. Islie m general grammar padhata hun. Jo sabke hi kam ati h.
SUR DO YOU ALSO TEACH OFLINE
Nahin, Kushal ji. Itna to time nahin hota mere pas. Bas videos banakar hi dalta hu
Thank you for this lesson. I am just wondering that the word "asti" used at the beginning of a sentence normally means "tha" but at 6:29 it is translated as "hai".....is it because it is a question? thank you Sir for a nice long lesson.
मन्डूकान - द्वि वि; बहु व्
रथेन - त्रि वि; एक् व
सरोवरात् - पन्चमि वि; एक व
ॠषिपुत्र्स्य - षष्टी वि; एक् व
अवदत् ; अब्रवीत् - लङ लकार
धावन्ति - लट लकार; प्र पु॰
Ati uttam. All your answers are correct. It's not because of question. But as a rule, when we begin a story, then ASTI means - was. Thanks a lot
@@Knowledgology yes I understand that part. But your translation in this lesson is written as "hain" not as "tha". Just checking.
@@Knowledgology i will check in the lesson again.
In the beginning of the story I have written THA, elsewhere it is HAI. Thanks
@@Knowledgology thank you Sir
Ahameva tava chatraha.
Tava svagatam mama priya chatra
Sir aapaka reply nahi mil raha
धन्यवाद जी , एक जरूरी सूचना हम एक विशेष दर्शक/पाठक सूची बनाने जा रहे है जिनको भविष्य में WhatsApp Group, Email और एक निश्चित समय पर बातचीत की भी सुविधा रहेगी , उसके लिए आप हमे लिख सकते है 0210suresh@gmail.com पर , उसके लिए कुछ अर्हता है , पहले तो आप हमे अपना पूरा परिचय, नाम, काम , स्थान, मोबाइल etc और सबसे जरूरी कि आप संस्कृत के लिए क्या कर सकते है , आपकी क्या क्या रुचि है और हमसे क्या चाहते है । आप अभी #अमृतमाला और #संस्कृतम कोर्स देख सकते है , भविष्य में और भी बहुत शानदार कोर्स और विडियो आएंगी ।
Jay Siyaram
Jay Siyaram