आचार्य प्रशांत संग लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें, फ्री ईबुक पढ़ें: acharyaprashant.org/grace?cmId=m00041 'Acharya Prashant' app डाउनलोड करें: acharyaprashant.org/app?cmId=m00041 उपनिषद, गीता व सभी प्रमुख ग्रंथों पर ऑनलाइन वीडियो श्रृंखलाएँ: acharyaprashant.org/hi/courses?cmId=m00041 संस्था की वेबसाइट पर जाएँ: acharyaprashant.org/hi/home
Aacharya sir mujhe gyan mile me le leta huin ham chahe bhagawan mile na mile mukati mile na mile insaniyat ka jeevan ki sahi disha dhara to milati hai jeevan jeene ka tarika soch vichar sahi rakhane ka sdrad aadhar to milata hai
इस दुनिया में नया कुछ खोजना माने रेगिस्तान में पानी खोजने जैसा है। तो फिर अस्पष्ट है नया तो मिल नहीं सकता इस संसार में लेकिन कुछ नए मिलने का धोखा हो सकता है। ❤❤❤❤❤
सिर्फ सुने ही नही जीवन मे उतारे तभी फायदा होगा, संस्था से 3.5 करोड़ लोग जुड़ गए है ,आचार्य जी की अमृत वाणी और लोगो तक पहुंचे इसके लिए यथासम्भव सहयोग करे, धन्यवाद।।
तुम्हारे दो सत्य हैं एक व्यवहारिक सत्य और एक पारमार्थिक सत्य। तुमने आध्यात्मिक के साथ संतुलन बना दिया अब पानी कभी उबलेगा नही जब पानी उबलने को आएगा तो तुम फिर तुम संतुलन बना दोगे। तो फिर बात अन्त तक नहीं जायेगी फिर तुम्हे कुछ नया मिलेगा नही। ❤❤❤
1.पहली बात ये की नया की खोज है 2. दूसरी बात की निराश हो जाओ की इस दुनिया में कुछ भी तुम्हे मिलेगा जो नयापन देगा। वो तुम्हारी प्यास मिटा सकता है लेकिन नयेपन का प्यास नही मिटा सकता। ❤❤❤❤
Acharya ji Naman .. aapko itne dino se sunkar itna toh pata chal chuke the ki duniya marusthal hai .. fir bhi pata nehi chal chuka tha ki kaha fasa hua ho ..fir abhi Gita Samagam se jurne ke baad kuch kuch malum ho raha hai ki are me to Abidya se escape kar rahi hun isliye ek bachani hamesha bana rehti ..ab jaise halke halke se halka mehsus kar rahi hun ..Aage.aapse sidhe jurne ki himmat juta lungi .. Thankyou 🙏❤️🙏🌈
मेरे शब्द चॉकलेट के रैपर की तरह छिलका मात्र है। रस इसके भीतर है। मेरे शब्द आकर्षक हो सकते है लेकिन रस शब्द के भीतर है। मेरे शब्द भी चॉकलेट के रैपर की तरह आकर्षक है क्योंकि चॉकलेट तो रैपर में ही di जायेगी लेकिन रैपर खोलना है की नही खोलना है ये आप पर निर्भर करता है।
आदमी की ये तो हालत है । उसको चाहिए भी उसको नहीं भी चाहिए ।बार बार यह बोलकर चल आती हो कि मुझे चाहिए और कोई बोले कि छिलका हटा दो तो छिलका हटाते भी नहीं हो।
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Aacharya sir mujhe gyan mile me le leta huin ham chahe bhagawan mile na mile mukati mile na mile insaniyat ka jeevan ki sahi disha dhara to milati hai jeevan jeene ka tarika soch vichar sahi rakhane ka sdrad aadhar to milata hai
इस दुनिया में नया कुछ खोजना माने रेगिस्तान में पानी खोजने जैसा है।
तो फिर अस्पष्ट है नया तो मिल नहीं सकता इस संसार में लेकिन कुछ नए मिलने का धोखा हो सकता है।
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एक कदम मुक्ति ओर। धन्यवाद आचार्य जी ❤
नया वो हे जो दुनिया में नए की खोज से मुक्ति देदे 🙏❣️
❤
अध्यात्म चीज इसी है वो काम ही जब करती है जब हृदयश्त हो जाए। नही तो काम नही करती।
❤❤❤
सिर्फ सुने ही नही जीवन मे उतारे तभी फायदा होगा, संस्था से 3.5 करोड़ लोग जुड़ गए है ,आचार्य जी की अमृत वाणी और लोगो तक पहुंचे इसके लिए यथासम्भव सहयोग करे,
धन्यवाद।।
Abhi to shuruat hai Bhai 🙏
तुम्हारे दो सत्य हैं एक व्यवहारिक सत्य और एक पारमार्थिक सत्य। तुमने आध्यात्मिक के साथ संतुलन बना दिया अब पानी कभी उबलेगा नही जब पानी उबलने को आएगा तो तुम फिर तुम संतुलन बना दोगे। तो फिर बात अन्त तक नहीं जायेगी फिर तुम्हे कुछ नया मिलेगा नही।
❤❤❤
Dhanyawad dhanyawad dhanyawad dhanyawad dhanyawad dhanyawad ❤
jo chij is duniya me tumhe khuch naya dhundne se mukt kr de vo hi naya hai.
आप की सभी बाते सही है, जो मैंने भी अनुभव कि हैं! आप को पुरा सुनुँगी!
🙏
ACHARYA JI PRANAM
Pranam Guruji
1.पहली बात ये की नया की खोज है
2. दूसरी बात की निराश हो जाओ की इस दुनिया में कुछ भी तुम्हे मिलेगा जो नयापन देगा। वो तुम्हारी प्यास मिटा सकता है लेकिन नयेपन का प्यास नही मिटा सकता।
❤❤❤❤
Pranam Acharya 🙏
🌹🙏प्रणाम आचार्य श्री🙏🙏 🇮🇳🌹🌺इस युग में श्री भगवतगीता रथ १४८४ के सारथी आप है🙏🙏 जय हो🙏🇮🇳
Pranaam Achary ji.... 🙏🏼
Pranam achrya ji pranam 🙏🙏❤
आचार्य जी को सादर प्रणाम 🙏🏼
Pranam acharya ji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Acharya ji Naman .. aapko itne dino se sunkar itna toh pata chal chuke the ki duniya marusthal hai .. fir bhi pata nehi chal chuka tha ki kaha fasa hua ho ..fir abhi Gita Samagam se jurne ke baad kuch kuch malum ho raha hai ki are me to Abidya se escape kar rahi hun isliye ek bachani hamesha bana rehti ..ab jaise halke halke se halka mehsus kar rahi hun ..Aage.aapse sidhe jurne ki himmat juta lungi ..
Thankyou 🙏❤️🙏🌈
Sat sat naman acharya ji
Sadhoo🙏
Thank you
Shi kha acharya ji
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏻🙏🏻
गुरुजी आपकी चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ❤❤❤🙏🙏🙏
Sar akhri line bahut badhiya
Nice ❤
Parnam acharya ji
मेरे शब्द चॉकलेट के रैपर की तरह छिलका मात्र है। रस इसके भीतर है। मेरे शब्द आकर्षक हो सकते है लेकिन रस शब्द के भीतर है।
मेरे शब्द भी चॉकलेट के रैपर की तरह आकर्षक है क्योंकि चॉकलेट तो रैपर में ही di जायेगी लेकिन रैपर खोलना है की नही खोलना है ये आप पर निर्भर करता है।
નમસ્કાર પ્રભુ ❤
Sir ur thoughts are superb ..really it helps a lot ..we can't express in word ..how much gratitude towards u ..thanku so much .
🕉️🙏
Aap hanhe jagruk kar r 17:56 he ho❤
❤❤❤❤❤
🙏
🙏🙏🙏🙏
आदमी की ये तो हालत है । उसको चाहिए भी उसको नहीं भी चाहिए ।बार बार यह बोलकर चल आती हो कि मुझे चाहिए और कोई बोले कि छिलका हटा दो तो छिलका हटाते भी नहीं हो।
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👌🌅🌕👍💞🙏🙏💞 Ji Guruji 🎉🦢🐚🐒🦚🐧
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Acharya ji pranam 🙏
Pranam acharya ji ❤❤❤
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