दैनिक यज्ञ की पुस्तक ले सकते है, जिससे दैनिक यज्ञ किया जा सके, अपने निकट के आर्य समाज में साप्ताहिक यज्ञ में अवश्य जाये जिससे मंत्रो का सही उच्चारण सीख सके..
@@priyankaaprakashpawaar5352 Agnihotra must be performed in one peace of copper pot, shouldn't have any joints, holding rings and holes. And should have a specific size. Agnihotra should be performed at sharp Sunrise and Sunset Local Timings. Offering should be given in fire of dried Cow Dung. Offering must be of unbroken raw rice mixed with few drops of Cows Ghee and should offer with 2 mantras morning and 2 mantras "Sanskrith" evening that makes perfect. For more details contact Shivpuri / Guru Matth, Akkalkot, Sholapur, Maharashtra State. India.
सबका भला करो भगवान सबके कष्ट मिटे भगवान सबको सन्मति दे भगवान सब सुख सच हो सब दुख झूठ धन्यवाद परमात्मा को सब देवी देवता और आत्मा ओंका र को नमो नमः सब जीवो की ओर से जारी
Thanks for a good explanation. I too have been doing Agnihotra since 6 years. Its a brilliant homa and keeps one in a calm state of mind. Besides the cleanse around us of all viruses and pathogens.
आचार्य जी मैंने आपका वीडियो देखकर नित्य हवन शुरू कर दिया है आपको सादर नमस्ते मालूम होए जिला सवाई माधोपुर ग्राम मलारना चौड़ राजस्थान आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
क्रपया अग्नि होत्र में मंत्रो के पूर्व ॐ का उपयोग नहीं होता है ध्यान रखें अग्नि होत्र में पांच नियम का कठोरता से पालन करना होता है तभी इसका सम्पूर्ण फायदा होगा पहला नियम विशेष आकार का ताम्र अथवा मिट्टी का पात्र नम्बर दो क्रिस गौ वंश का घी और साबित चावल चौथा समय की पाबंदी याने ठीक सूर्य उदय और सूर्य अस्त और पांचवां नियम दो वेद मन्त्रों के साथ दो अहुती जो इस प्रकार है प्रातः काल के मंत्र है सूरयाय स्वाह सूरयये इदम नमम प्रजा पतयये स्वाह प्रजा पतयये इद नममं ध्यान रहे अग्नि होत्र की सही विधि में स्वाह के साथ आहुति दी जाती है याने मंत्र के बीच में अग्नि होत्र इतना सरल और सस्ता यज्ञ है उपरोक्त पांचों नियम के अतिरिक्त कोई भी नियम नहीं है समय प्रत्येक स्थान का गुगल के माध्यम से मिल जाता है मात्रआहुती दो चुटकी अक्षत चावल और एक बूंद गो वंश का धी आहुति देने के पर्याप्त है। अग्नि होत्र करने की तैयारी कैसे करें समय से पूर्व आप हवन पात्र में गो वंश के उपले इस तरह जमा लें ताकि हवा आर पार निकल सके जिससे धुआं रहित अग्नि तैयार हो अग्नि होत्र से पांच दस मिनट पुर्व अग्नि प्रज्वलित कर देना चाहिए और मानसिक रूप से तैयार हो जाना चाहिए तथा बाहें हाथ की हथेली पर दो चुटकी अक्षत चावल लेकर एक बूंद गो वंश के ली के मिलाकर आहुति के लिएं तैयार हो जाना चाहिए और जैसे ही समय हो तो मंत्र के साथ ही स्वाह बोलते हुए आहुति देते हुए जब तक जो आहूति दी गई है उसके भस्म होने तक खुली आंखों से ध्यान मुद्रा में बैठना चाहिए जिससे आपका मेटिटेशन का आनन्द मिल सके। नोट निवेदन है की आप कभी चाहे तो अग्नि होत्र के मूल जन्म स्थान माधव आश्रम सीहोर रोड बैरागढ़ भोपाल मध्य प्रदेश भारत जरूर आवे अथवा दूरभाष पर सम्पर्क कर सकते हैं।
पूरी दुनियां में एक ही सत्य धर्म है, सनातन धर्म . सभी देशों में खुदाई में सिर्फ मंदिर ही मिलते हैं, कोई चर्च या मस्जिद नहीं मिलती क्यूंकि सबसे पुराना और सत्य धर्म एक ही है सनातन धर्म. सनातन धर्म की जय 🙏
बहुत ही साधारण एवं सरल तरीके से हवन करने का तरीका बताया गया है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
Tabe ke patr se Ghee nhi use kiya jaata chanda
दैनिक यज्ञ की पुस्तक ले सकते है, जिससे दैनिक यज्ञ किया जा सके, अपने निकट के आर्य समाज में साप्ताहिक यज्ञ में अवश्य जाये जिससे मंत्रो का सही उच्चारण सीख सके..
Hamey yaha to Khair nahi milti bikaner rajasthan me
ji bilkul
🙏🙏
परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा जी द्वारा इस विधि का उल्लेख किया गया है।
सटीक और शानदार जानकारी हैं.. यह प्रयोग में लाया जा सकता हैं
स्वामी यज्ञ देव जी को मेरा कोटी कोटी प्रणाम
आपके कार्य को नमन
इसी तरह आप आगे बढते रहे
आभार आदरणीय 🙏
Thanks Acharya ji, Jai satay sanatan Dharm Hindu
Aapke dwara bahut si mahatvpurn baten Jo ki chhoti chhoti baten nahin batai gai hai
मैंने आपके इस वीडियो को देखकर नित्य हवन शुरू कर दिया है, आपको बहुत-बहुत धन्यवाद आचार्य जी 👏
बहुत सुन्दर... बहुत बहुत शुभकामनायें 🙏
गायत्री मंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र से भी आहुति देना...
Apko kaise effect aye hai life me??
@@priyankaaprakashpawaar5352 Agnihotra must be performed in one peace of copper pot, shouldn't have any joints, holding rings and holes. And should have a specific size. Agnihotra should be performed at sharp Sunrise and Sunset Local Timings. Offering should be given in fire of dried Cow Dung. Offering must be of unbroken raw rice mixed with few drops of Cows Ghee and should offer with 2 mantras morning and 2 mantras "Sanskrith" evening that makes perfect. For more details contact Shivpuri / Guru Matth, Akkalkot, Sholapur, Maharashtra State. India.
@@TMSanjaySingh Thank you Sir 🙏
@@priyankaaprakashpawaar5352 There are Agnihotra House (Fire Temple) or Centers in every city of India and it is being performed in many countries.
Bahot hi acchi tarah se aapne samjhaya hai is sucham vidhi ko jo har koi kar sakta hai.. Kuch na karne se behtar kuch karna hai.. Dhanyawad guruji 🙏
आभार आदरणीय 🙏
हवन कुंड का साईज?
सबका भला करो भगवान सबके कष्ट मिटे भगवान सबको सन्मति दे भगवान सब सुख सच हो सब दुख झूठ धन्यवाद परमात्मा को सब देवी देवता और आत्मा ओंका र को नमो नमः सब जीवो की ओर से जारी
बहुत सुंदर
Bahut hi important saral yagya vidhi.. Kal se hi stary krta hu.. Om shanti
🙏🙏🙏
Really so happy... After using this my family problems have also removed... Really thankful to you guru ji
Do you perform Hawan daily?
जय श्रीराम
Meri mushkilo ko aapne bhut asan kar diya apne achchi vidhi bataie apka bhut bhut dhanyvad🌹🙏
स्वागत है आदरणीय 🙏
Great information about Havana people get right information about Havana,🙏🙏
Om shanti Guru ji very good vidhi 🙏🙏
Thankyou ji
ओम् तो शुरू मे लगाना ही चाहिए l ईश्वर का मुख्य नाम है गुरु जी.❤❤
सत्य 🙏
Agnihotri ke havan mein om nahin lagta hai
बहुत ही सुन्दर गुरु जी
Thanks for a good explanation. I too have been doing Agnihotra since 6 years. Its a brilliant homa and keeps one in a calm state of mind. Besides the cleanse around us of all viruses and pathogens.
Radhey Radhey pandit ji bahut bahut dhanyawad 🙏🙏apne hame bahut achi chiz sikhyi aapne☺️
Dhaniyavad 🙏
Bahut acha samajhne guru ji aap ko pradaan.
Bahut Bahut dhaniyavad
Dhanyvad guru ji
Welcome
Pranam ji 🙏
❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏 Best Video
Dhanyawad 🙏 .Aap ne bahut Asan vidi se bataya hai 🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी मैंने आपका वीडियो देखकर नित्य हवन शुरू कर दिया है आपको सादर नमस्ते मालूम होए जिला सवाई माधोपुर ग्राम मलारना चौड़ राजस्थान आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत खुब ... ओम
DHANIYAVAD JI
Bahut bahut bahut badhiya laga
Apratim mahiti 🙏🏿
बहुत ही उत्तम जानकारी
Thank you Guruji
Thank you sir
Bahut ache se samjhaya h aapne
बहुत ही सुन्दर एवं लाभकारी जानकारी देने के लिए हृदय से आभार।
🙏
विषय सरलता से समझाने के लिए आप का धन्यवाद भाई ।
Dhanywad 🙏🏻✌🏻
First video simple and perfect about havan
Great ! Prabhuji ! Thanks !
Jay mata parashakti
बहोत सुंदर
🙏
You are great.....,om
धन्यवाद जी.. सदैव यज्ञ करें 🙏
Thankyou so much sir🙏🙏
जैसे आपने चम्मच पकड़ा है उससे यजमान का नाश होता है स्रुवा हमेशा मध्य में ही पकड़ा जाता है देखें मंत्र महार्णव। धन्यवाद् ❤❤❤
अरे भैय्या यह अग्नीहोत्र दैनंदिन का हवन है|यह यज्ञ घरावाले ही करेंगे|आपने कहा वो सही है|आम जनो को इतना नहीं मालुम पडता|कर रहे है ये कुछ कम नही|
Very good , thank you
Thank you ji
Thanku
उत्तम जानकारी आदरणीय 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी
Abhar ji Adarniy
बहुत ही उत्तम जानकारी आपके द्वारा प्राप्त हुई आचार्य जी आपका बहुत-बहुत आभार
Very nice Sir ❤❤
So nice of you
प्रणाम आपको बहोत खूब जाणकारी
Ram Ram ji
So good🙏🙏
🙏🏽 ॐ 🙏🏽
Dhanywaad maharaj
🙏
Great sir
Most welcome
अति सुंदर🙏
Thankyou
Very good Guru ji
धन्यवाद जी 🙏
Bahut hi sundar saral vidhi... dhanyawad ..
Super thought sir....really simple
Shree Hari, Dhanyawad Pandit ji...Shir saastang pranam.
Nice video n nice information👍
Aruna Sharma from Kalka ji New Delhi
Thanks and welcome
Thnxs sir
Jai guru dew
धन्यवाद।
आपका विडीयो बहुत ही अच्छा है में आज शाम से अपने घर में हवन करुंगी गुरु जी आपको बहुत बहुत प्रणाम 🙏
बहुत बड़ीया जी
Really great
Jai shree ram
Thanks guru Dev.
Thankyou 🙏
❤. good.
Thank you sir 🙏
Welcome
जय हो 🙏
Jai shree Ram 💪🚩
Shukriya
Abhar ji
Mast.. informative
नमस्ते आचार्य जी सादर नमस्कार
Great sir,,,,, informative
Really informative
Great #arogyadev
Thanks 🙏
Jai sree ram gurudev
Dhanvad bhaya🙏
Very nice of Indian culture it continues each and every one of our lives
क्रपया अग्नि होत्र में मंत्रो के पूर्व ॐ का उपयोग नहीं होता है ध्यान रखें अग्नि होत्र में पांच नियम का कठोरता से पालन करना होता है तभी इसका सम्पूर्ण फायदा होगा पहला नियम विशेष आकार का ताम्र अथवा मिट्टी का पात्र नम्बर दो क्रिस गौ वंश का घी और साबित चावल चौथा समय की पाबंदी याने ठीक सूर्य उदय और सूर्य अस्त और पांचवां नियम दो वेद मन्त्रों के साथ दो अहुती जो इस प्रकार है प्रातः काल के मंत्र है
सूरयाय स्वाह सूरयये इदम नमम
प्रजा पतयये स्वाह प्रजा पतयये इद नममं ध्यान रहे अग्नि होत्र की सही विधि में स्वाह के साथ आहुति दी जाती है याने मंत्र के बीच में अग्नि होत्र इतना सरल और सस्ता यज्ञ है उपरोक्त पांचों नियम के अतिरिक्त कोई भी नियम नहीं है समय प्रत्येक स्थान का गुगल के माध्यम से मिल जाता है मात्रआहुती दो चुटकी अक्षत चावल और एक बूंद गो वंश का धी आहुति देने के पर्याप्त है। अग्नि होत्र करने की तैयारी कैसे करें
समय से पूर्व आप हवन पात्र में गो वंश के उपले इस तरह जमा लें ताकि हवा आर पार निकल सके जिससे धुआं रहित अग्नि तैयार हो
अग्नि होत्र से पांच दस मिनट पुर्व अग्नि प्रज्वलित कर देना चाहिए और मानसिक रूप से तैयार हो जाना चाहिए तथा बाहें हाथ की हथेली पर दो चुटकी अक्षत चावल लेकर एक बूंद गो वंश के ली के मिलाकर आहुति के लिएं तैयार हो जाना चाहिए और जैसे ही समय हो तो मंत्र के साथ ही स्वाह बोलते हुए आहुति देते हुए जब तक जो आहूति दी गई है उसके भस्म होने तक खुली आंखों से ध्यान मुद्रा में बैठना चाहिए जिससे आपका मेटिटेशन का आनन्द मिल सके। नोट निवेदन है की आप कभी चाहे तो अग्नि होत्र के मूल जन्म स्थान माधव आश्रम सीहोर रोड बैरागढ़ भोपाल मध्य प्रदेश भारत जरूर आवे अथवा दूरभाष पर सम्पर्क कर सकते हैं।
Thankyou
Amezing ,thank you so much
Namaste hari om
नमस्ते जी 🙏
पूरी दुनियां में एक ही सत्य धर्म है, सनातन धर्म . सभी देशों में खुदाई में सिर्फ मंदिर ही मिलते हैं, कोई चर्च या मस्जिद नहीं मिलती क्यूंकि सबसे पुराना और सत्य धर्म एक ही है सनातन धर्म. सनातन धर्म की जय 🙏
धनयवाद...,🙏🙏 🌹🌹
Om ji 🙏🏻
ओम् स्वामी जी
Wonderful video. Lots of love and support for Your channel and work.
Thank you very much!
धन्यवाद
You are great sir,,,
very lucid explanation
Sundar
Thankyou 🙏
Dhanywad pandit g, ager laxshmi mata g k lyea kerna ho to kon sea manter bolnea chiyea ,
बढ़िया
I agree Gurujii
Thank you ji
Very best shadi ke liye hawan kaise kare ye bhi bataye gurudev
Nice sir ji
Thankyou 🙏
Sita ram गुरुदेव थैंक्स
sita ram ji