कही बडउआ वही बाघ का, जो असवार बेंदुला(उदल का घोडा) क्यार। जेंहि लगन मा उदल जन्मा एसो बीर भया कोउ नाएं। पहिले पूछा नारायण से तो पृथ्वी पा लिया अवतार पूँछ गोसइयाँ से पैदा भा। जिनका तीनो लोक डेराय। जेहि दिन जनम भवा उदल का कलिजड झोर दियो अरराय । गढ भै धरती दहला होइ गा। हाल्यौ धुरी कुबेरन क्यार तख्त हील गा पृथ्वीराज का दुश्मन कहीं लिया अवतार ।
कभी तों कपिलेंद्र देवा पुरूषोंत्तम देवा प्रतापरुद्रदेव राउतराय और विजयनगर साम्राज्य कें बारें में कहनें कों कहों राजस्थान हिस्ट्री सें बाहर भीं हिस्ट्री हैं जरा वों देखों पृथ्वीपतिशाह (गढ़वाल) उत्तराखंड मदुरै रियासत नायक ,केलाडी रियासत नायक, मैसूर रियासत नायक इनके बारें में भीं जानकारी लोगों कों दों ओनियार वंश कें Shiva Simha कों छोड़ दिया जाएं तों ज्यादा प्रभावशाली राजा नहीं हुएं हैं गणेश नारायण भादुरी के ऊपर भीं बोलनें कों बोलों यें सारें १४ सेंचुरी १५ सेंचुरी कें शासक रहें हैं गजपती वंश क्यूं खत्म हुआ १५४० में उसपर भीं बात करों उसकें बाद भोईं वंश कैसें स्ट्रगल करता रहाँ मुगलों सें उनकीं भीं बात होनी चाहिए रेड्डी किंगडम कि बात होनी चाहिए अहोम कि भीं बात होनी चाहिएं पर आपने यहीं ठेका लेकर रखा है भारद्धाज क्लासेस नें कि हम हिंदुओं को़ राजस्थान कें सिवा कोंईं इतिहास ना हीं जाननें की ज़रुरत हैं
भारत की माटी से जन्मे महान योद्धा थे आल्हा ऊदल । उनका इतिहास पढ़ने पर शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। रोंगटे खड़े हो जाते हैं, मानो धरती पर मानव अवतार लेकर आये हैं। ऐसे महान वीर योद्धाओं को नमन।।
आपने एक पक्ष को ज्यादा बढा चढा कर दिखा दिया है में भी एक रिसर्च पर हूँ एतहासिक दृष्टिकोण से आल्हा ऊदल के होते हुये महोबा पर किसी ने कब्जा कर ही नहीं पाया और आपने इसमें आल्हा ऊदल की वीरता कहीं पर नहीं दिखाई लेकिन हम दोनों वीरों को सलाम करते है जय आल्हा ऊदल जय पृथ्वीराज चौहान
@@vishvarajsinghdeora बात प्रमाणिकता की है तो अपने देश में अकबर को महान पढ़ाया गया है और वास्तविकता तो यह विदेशी आक्रांताओं से अपना धर्म बचाने के लिए वीर शिवाजी और महाराणा प्रताप महान जैसे महान योद्धाओं ने बलिदान दिया
@@dhansinghthakur8276 he's right they are yadav and they are Senapati's of mahoba Rajya under the leadership of Raja Parimal Chandel.. You can search it...
Are yar us time aisa Kisi ne nhi socha tha ki ane wale samay me neta honge aur ye neta sale desh ko kha jaenge Baki Rajputana Ka balidan hmesa sabse upar tha hai aur rhega ❤
इतिहास के पाठ्य पुस्तकों में आल्हा - ऊदल, बाप्पा रावल, ललितादित्य और राणा प्रताप के वन्शज राज सिंह की गाथाओं को शामिल करना चाहिए न कि मुगल या अन्य मुस्लिम आक्रान्ताओं का।
@@KaranSingh-ut6tt Tum salon har yoddha aur raja ko thakur bana diya karo , mihirbhoj ko gurjjar se thakur bana loge, alha aur udal ko bhi thakur , jao pehle apne yoddha paida karo
Treat to watch the way you narrate history ...the way you present history it always gives goosebumps...amaze to watch ...we want more and more from Rajasthan history ..
@@ArpitsinghSolanki-ru3qk बनाफर वंश उन्ही के वंश से शुरू हुआ नही तो वो भी चंदेल क्षत्रिय थे यादव लड़कियों से विवाह हुआ तो क्षत्रियों ने हेय दृष्टि से देखना शुरू किया
सोमेश्वर चौहान की मृत्यु बालुका राय जो जयचंद का भाई था उसने की थी यह मैं दिल्ली हूं मैं दिखयि गया है। मैंने लगभग 52 की 52 लड़ाइयां पड़ी है आखिरी लड़ाई जैतखंभ की थी जिसमें लाखन के मरने के बाद ऊदल ने पृथ्वीराज के सेनापति चामुंडा निहत्था करके छोड़ दिया था और लाखन के दुख में स्वयं अपने हाथों से अपनी गर्दन काट ली लिखते हैं। आल्हा ने पृथ्वीराज के कई सेनापतियों को मार दिया था पृथ्वीराज को बुरी तरह घायलकर दिया था। आल्हा और पृथ्वीराज के बीच पृथ्वीराज का कवि मित्र चंद्रवरदाई अल्लाह के सामने हाथ जोड़कर खड़ा हो गया पहले मुझे मारो। आल्हा ऊदल की मृत्यु से बहुत ही दुखी हो गया था उसने तलवार फेंक दी।आल्हा गुरु अमरा के कहने पर अल्लाह ने पृथ्वीराज को छोड़ दिया था और गुरु के साथ चले गए।सन्यासले लिया था
जय श्री वीर आल्हा ऊदल। जिनको भी मुगलपूतो को खुजली हुई को वो जाके गूगल कर ले तब जाके अपनी bho bho करें। द्वापर से लेकर कलयुग तक यादवों चंद्रवंशी क्षत्रियों ने धर्म एवम् राष्ट्र के लिए प्राण दिए और मुगलों की सहायता करने वाले गद्दारों की प्राण लिए भी हैं महाराज यदु से लेकर आज तक जब तक ये धरा रहेगी एक सच्चा मातृभूमिभक्त क्षत्रियों यदुवंशियों का सम्मान करता रहेगा । जय महाराज यदु जय सहत्रबाहु अर्जुन जय नंदबाबा जय दाऊ दादा जय दादा कृष्ण जय महाराज कृष्णदेवराय जय वीर आल्हा ऊदल जय वीर अहीर पोरस जय जीजा बाई जय छत्रपति शिवाजी महाराज आदि आदि... अन्नत तक जय यादव जय माधव
Ram bhakto par Goli chalane wala yadav tha jis ne ram bhakto ke liye cm ki kurshi chhod di vo kain tha 98%yadav Hindu dharm ke khilaph tha aur khilaph hai aur rahi Rajputo ki bat to 99%rajput hinduo ke sath tha aur sath hai aur akin nahi hai to kahi hinduo ki bat ho to sabse jada yadav hi hinduo ko gali dete hai
Thank you sir चौहान रियासत में अपने विस्तार से नहीं पढ़ाया था अब बता रहे हैं अच्छीबात है पूरा सुनने के लिए मैं आपके और वीडियो भी देखे हैं पर पूरा नहीं मिलाथा
बहादुर तो बहुत हुए परन्तु किसी ने यह समझने की कोशिश नहीं की कि आपस में लड़कर कमजोर हो जाएंगे और इसी वज़ह से बाहरी लोग आए इस देश को गुलाम बनाया और देश का इस्लामीकरण कर दिया 😂
अगर सोलंकी- चौहान- चंदेल- गाहड़वाल इत्यादि अपनी आपसी समस्या को युद्ध में ना सुलझा कर, संधि विधि से सुलझाई होती तो आज भारत ना केवल अखंड होता ब्लकि इसकी सीमा का और - छोर नहीं होता l
Raman ji I am your viewer since last 3.5 years when your subscriber was around 1.6L only ...your videos are really inspiring and meaningful... but first time I realise that you couldn't explain well about the battle between Prithviraj and Alha udal ...you took maximum time to create the prelude of that battle...
@@BHARDWAJCLASSESRAMANकभी तों कपिलेंद्र देवा पुरूषोंत्तम देवा प्रतापरुद्रदेव राउतराय और विजयनगर साम्राज्य कें बारें में कहनें कों कहों राजस्थान हिस्ट्री सें बाहर भीं हिस्ट्री हैं जरा वों देखों पृथ्वीपतिशाह (गढ़वाल) उत्तराखंड मदुरै रियासत नायक ,केलाडी रियासत नायक, मैसूर रियासत नायक इनके बारें में भीं जानकारी लोगों कों दों ओनियार वंश कें Shiva Simha कों छोड़ दिया जाएं तों ज्यादा प्रभावशाली राजा नहीं हुएं हैं गणेश नारायण भादुरी के ऊपर भीं बोलनें कों बोलों यें सारें १४ सेंचुरी १५ सेंचुरी कें शासक रहें हैं गजपती वंश क्यूं खत्म हुआ १५४० में उसपर भीं बात करों उसकें बाद भोईं वंश कैसें स्ट्रगल करता रहाँ मुगलों सें उनकीं भीं बात होनी चाहिए रेड्डी किंगडम कि बात होनी चाहिए अहोम कि भीं बात होनी चाहिएं पर आपने यहीं ठेका लेकर रखा है भारद्धाज क्लासेस नें कि हम हिंदुओं को़ राजस्थान कें सिवा कोंईं इतिहास ना हीं जाननें की ज़रुरत हैं
जो काव्य लोकगीत आल्हा है, उसने आल्हा-ऊदल को अजर अमर बना दिया है, ऐतिहासिक विवरण बड़ी मुश्किल से प्राप्त होते हैं, लेकिन दोनों बहादुर पक्ष किसी वजह से टकराये तथा निर्रथक विनाश हुआ यह तय है। तथा भारतीय विद्यार्थी/चिंतन, को इसका ज्ञान व भान जरूर होना चाहिए। 🙏
पृथ्वीराज चौहान जैसे व्यभिचारी,दामाद परिमाल के पुत्र ब्रह्मा नंद की अपनी पुत्री बेला के गौने के समय विदाई देने के बजाय हत्या करने वाले की इतनी महिमा आपकी अज्ञानता को प्रदर्शित करती है।
खाटू श्याम बाबा की कहानी सुनाओ खाटू श्याम बाबा ने धर्म की रक्षार्थ के लिए अपना शीश काट कर श्री कृष्ण को दे दिया था। आज कल खाटू श्याम जी ट्रेंडिंग पर है , 🌹🚩
रण की मोहर बाजन लागी रण का होन लगा व्यवहार सूड लपेटा हाथी भिड़गे अंकुश भिड़े महोतन क्यार हौदा हौदा एक मिल हुइगे क्षत्रिन खींच लीन तलवार चले जुन्नबी औ गुजराती ऊना चले बिलायत क्यार तेगा चटके बर्दवान के कट कट गिरे शूर सरदार पैदल के संग पैदल मिलगै और अश्वरान संग अश्वार हौदा के संग हौदा मिलगै हाथी से हाथी भिड़ जाय बारह कोस के चौगिरदा में टेगा बिजली सो चमकाय भुजा बहादुर भड़कन लागे नाचन लगे मूच्छ के बाल कटि कटि मोती गिरे खेत में उठ उठ रूंढ करे तकरार बड़े लडै़या गढ़ महोबा के जिनसे हार गई तलवार एक को मारे दूई मर जावे तीसर खौफ खाय मर जाय मरे के नीचे जिंदा लुक गो ऊपर लूथ लई लटकाए पहली गलती पे ना बोलूं ना दूजे पे देऊं जवाब तीजी गलती पे ना छोड़ऊ मुंह में ठूस देऊ तलवार खट खट खट खट तेगा बाजे रण में छपक छपक तलवार बड़े लडै़या गण महोबे के जिनसे हार गई तलवार कोत के दरिया काला कर देऊ विघ्नन मास देऊ फैलाय कौ नही जानत है जग में दो नाहर पाल रजा परमाल सेतु बंध से रामेश्वर तक बाजे टाप बेंदुला क्यार बारह बर्ष लो कुकूर जीवे और सोलह लो जिए सियार बर्ष अठारह क्षत्रिय जीवे ज्यादा जीवे तो धिक्कार
भाई जहां तक हमने सुना है ये सभी युद्ध कराने में माहिल की चाल थी और माहिल को राजा परमाल का साला बताया गया है और आप उन्हें परमाल का बहनोई बता रहे हैं और दूसरा इंदल को आल्हा का पुत्र बताया गया है जबकि आप उसे राजा परमाल का पुत्र बता रहे हैं इसका मतलब कहानी में झोल है
रमन सर आपकी रिसर्च में अशुद्धि है, परमर्दिदेव के बहनोई नहीं थे बल्कि उरई के सरदार माहिल के बहनोई थे परमार, मलखान को सिरसा किले की जिम्मेदारी दी गई थी न कि कालिंजर किले की, कालिंजर किला बांदा में है और बेतवा नदी यहां नहीं है
महोबा युद्ध के समय पृथ्वीराज सोलह वर्ष का था । जन्म 1166।उसके संरक्षक कैमास और उसकी माता कर्पूरी देवी और उसके काका भुवनकमल्ल ने अपना प्रभाव बनाए रखने के लिये राय पिथौरा (पृथ्वीराज)को संभवतः किशोरावस्था से ही विलासता की घुट्टी पिलाना आरंभ कर दिया था। पृष्ठ २७९ दिल्ली के तोमर लेखक इतिहासकार हरिहरनिवास द्विवेदी । मतलब पृथ्वीराज की जवानी सदा पर्दे मे बीती। स्थानीय छोटे राजाओं के साथ युद्ध करके अपनी शक्ति का क्षय ही किया। इसी सब का दूरगामी परिणाम तराईन के युद्ध मे हुआ। महोबा के युद्ध मे पृथ्वीराज की सेना का बहुत बडा भाग युद्ध मे काम आया।--- वैसे भी इतिहास मे कहीं पर भी महौबा के युद्ध का वर्णन नही है। पृथ्वीराज वैसे भी केवल छब्बीस वर्ष की आयु मे ही महौम्मद गौरी द्वारा मार दिया गया था।
राजपूतों ने आपस में लड़कर अपने को काफी कमजोर कर लिये, जिसका फायदा मुसलमान आक्रान्ताओं ने उठाया, और देश पर मुसलमानों का राज हो गया, अतः राजपूतों को इससे शिक्षा लेकर और अतः ये भी कहें की देशवासियों को इससे शिक्षा लेना चाहिये, जय हिन्द
Bhai apne btaya ki Prithviraj ke senik Delhi se aa rahe the tab raste me unki hatya krdi mahoba me ...kese mumkin he yeh.delhi se Ajmer aane ke liye koi mahoba kyo jayga. .map ke hisaab se ye possible hi nhi he
पृथ्वीराज को आल्हा उदल ने अनेक बार हराया। पृथ्वीराज चौहान दुर्योधन का अवतार था । आल्हा धर्मराज युधिष्ठिर का अवतार था।मलखान और ऊदल क्रमशः भीम और बब्रावाहन का अवतार था। ब्रह्मानन्द अर्जुन का अवतार था जबकि चौड़ा द्रौणाचार्य का अवतार था।
यदि आल्हा,ऊदल को षडयंत्र से न मरवाया गया होता,तो तत्कालीन मोहम्मद गौरी,एवक, चंगेज खान भारत की तरफ आंख उठाकर कर नहीं देख पाते। क्योंकि इन दोनों योद्धाओं में बहुत वल था।।
Bhardwaj sir, Parmardi Dev was defeated by Qutubudin Aibak in 1203 and killed the Chandel king.Alha gave Jeevan dan to Pritviraj Chauhan on the advice of his Guru Gauraukhnath.Pritviraj Chauhan gave Jeevan dan to Mohmad Gori in 1192AD Battle of Tehrain.Mohmad Gori was killed in March 1206AD by khokhar tribe people,Therefore Qutubudin Aibak assumed Delhi Charge on 25June 1206.Dharambir From Gurgaon Haryana.
सर जी ऐ युद्ध राजा परमाल देव चंदेल जी ही जीतें थे और पृथ्वी राज को वीरगति देने वाले ही आल्हा उसी समय गुरू गोरखनाथ जी प्रकट हुए और पृथ्वी राज के प्राणों की रक्षा की पृथ्वीराज आल्हा से कभी नहीं जीत सके कई युद्ध हुऐ लेकिन एक बार भी नहीं जीतें पृथ्वी राज चौहान महोबा से केवल शिरसा के गढ के आलावा ।
Sir ji plss ek bar aap motivational vedio bnao na apne phle bhi ek motivational vedio banaya tha bhut acha tha apka har vedio sbse hatke or best hota h apka vo motivation bala vedio me phir se dundi youtube pr vo mila nhi sir islie
Sir Namaste main Uttar Pradesh ke Gonda se hun hamare yahan Alaha Udal, Indal, Bramha, Malkhan, Sulkhan ki Veer Gathayen gaayi jati hai Pustak ka naam bhi Alaha hai, ab yah prachlan bahut kam ho gaya nahi to inko gaane ka tareeka aur josh aisa ki Paani mein aag laga de.
आप 14 साल के बच्चे के विषय में बोल रहे हैं...जिसने अपने पिता को खो दिया था...परमाल ने धोखे से सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सैनिकों को मारा था...तो क्या करते सम्राट ??
बच्चा समझकर सभी उनके साम्राज्य के पीछे पड़े थे...सबको पेल दिया उन्होने 😂😂 गोरी के बाद भी उनके बेटो ने अपना साम्राज्य रणथंभौर में बना दिया था...आजादी तक उनके वंशजों की 21 रियासते रही....गोरी और मुगल सब खत्म होगाए... क्युकी सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने धर्म के लिए लड़ाई लड़ी... इसीलिए उनके वंशज शान से रह रहे हैं...उनके कर्म अच्छे ही थे.. चंदेल भी ख़त्म होगए और आल्हा ऊदल भी..
कही बडउआ वही बाघ का,
जो असवार बेंदुला(उदल का घोडा) क्यार।
जेंहि लगन मा उदल जन्मा
एसो बीर भया कोउ नाएं।
पहिले पूछा नारायण से
तो पृथ्वी पा लिया अवतार
पूँछ गोसइयाँ से पैदा भा।
जिनका तीनो लोक डेराय।
जेहि दिन जनम भवा उदल का
कलिजड झोर दियो अरराय ।
गढ भै धरती दहला होइ गा।
हाल्यौ धुरी कुबेरन क्यार
तख्त हील गा पृथ्वीराज का
दुश्मन कहीं लिया अवतार ।
जगनिक भट्ट के आल्ह खण्ड तक की ही जानकारी है,कई इतिहासकारों की पुस्तकें पढ़िये, आंखों की पट्टी खुल जाएगी।
आल्हा ऊदल मलखान सुलखान इंदल ढेवा लाखन और रूपन बारी जैसे वीर आज तक दोबारा पैदा नहीं हुए और ना ही हो सकते अब तो 🥰🙏 कोटि कोटि नमन है इन सब वीरो को 🥰🙏🙏
Aur mard malkhan Singh
Sahi bat he bhai
सर बहुत दिन से मुझे आल्हा ऊदल ये वीडियो देखने का बहुत मन था और आज आपने मेरे मन का सबसे प्रिय था आज आपने पूरी कर दी
आल्हा ऊदल की भूमि से ही हु में प्लीज देखिएगा सर जी इतिहास को महत्व देकर वीडियो बनाते हैं श्रुति के आधार पर जरूर आयेगा 🙏
अपना चैनल का लिंक भेजो
कभी तों कपिलेंद्र देवा पुरूषोंत्तम देवा प्रतापरुद्रदेव राउतराय
और विजयनगर साम्राज्य कें बारें में कहनें कों कहों राजस्थान हिस्ट्री सें बाहर भीं हिस्ट्री हैं जरा वों देखों
पृथ्वीपतिशाह (गढ़वाल) उत्तराखंड
मदुरै रियासत नायक ,केलाडी रियासत नायक, मैसूर रियासत नायक
इनके बारें में भीं जानकारी लोगों कों दों
ओनियार वंश कें Shiva Simha कों छोड़ दिया जाएं तों ज्यादा प्रभावशाली राजा नहीं हुएं हैं गणेश नारायण भादुरी के ऊपर भीं बोलनें कों बोलों यें सारें १४ सेंचुरी १५ सेंचुरी कें शासक रहें हैं
गजपती वंश क्यूं खत्म हुआ १५४० में उसपर भीं बात करों उसकें बाद भोईं वंश कैसें स्ट्रगल करता रहाँ मुगलों सें उनकीं भीं बात होनी चाहिए
रेड्डी किंगडम कि बात होनी चाहिए
अहोम कि भीं बात होनी चाहिएं पर आपने यहीं ठेका लेकर रखा है भारद्धाज क्लासेस नें कि हम हिंदुओं को़ राजस्थान कें सिवा कोंईं इतिहास ना हीं जाननें की ज़रुरत हैं
भारत की माटी से जन्मे महान योद्धा थे आल्हा ऊदल । उनका इतिहास पढ़ने पर शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। रोंगटे खड़े हो जाते हैं, मानो धरती पर मानव अवतार लेकर आये हैं। ऐसे महान वीर योद्धाओं को नमन।।
मेरा बचपन आल्हा ऊदल की लड़ाई आलखंड सुनते सुनते व्यतीत हुआ इन जैसा वीर कोई नही ।
yaduvansh ki shaan alha udal ki jai😊
Kisi Kam nhi they dono ....sirf aaps mai lade
@@shyammishra3591 😂😂😂 isiliye bolta joon sasta nasha nhi karna chahiye..
@@aditya4120 lagat hai kiya hai sasta Nasha tabhi aise bol rhe ho
🎉@@aditya4120
पृथ्वीराज की शुरवीरता घर घर बनी देश की आन धूप में दमके राय निगोड़ा वो वीरों का वीर महान जय जय पृथ्वीराज चौहान जय जय पृथ्वीराज चौहान 💪💪💪
आपने एक पक्ष को ज्यादा बढा चढा कर दिखा दिया है में भी एक रिसर्च पर हूँ एतहासिक दृष्टिकोण से आल्हा ऊदल के होते हुये महोबा पर किसी ने कब्जा कर ही नहीं पाया और आपने इसमें आल्हा ऊदल की वीरता कहीं पर नहीं दिखाई लेकिन हम दोनों वीरों को सलाम करते है जय आल्हा ऊदल जय पृथ्वीराज चौहान
आपने बिल्कुल सत्य कहा
झूठे लोगों को वीर पुरुषों की कहानी योगदान झूठे ही लगते है कभी वीर भूमि वुन्देलखण्ड का अध्ययन और अध्यापन व भ्रमण करके देखो मेरे भाई
@@vishvarajsinghdeoraआपकी जानकारी के लिए बता दूँ में जिस पद के काबिल था वो पद मैने प्राप्त कर लिया UPSC की आवश्यकता आपको
@@vishvarajsinghdeora आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की समय समय पर अपने देश के इतिहास से छेड़छाड़ होती रही है
@@vishvarajsinghdeora बात प्रमाणिकता की है तो अपने देश में अकबर को महान पढ़ाया गया है और वास्तविकता तो यह विदेशी आक्रांताओं से अपना धर्म बचाने के लिए वीर शिवाजी और महाराणा प्रताप महान जैसे महान योद्धाओं ने बलिदान दिया
जय यदुनंदन आल्हा ऊदल जय जय वीर शिरोमणि पृथ्वी राज चौहान जय भारत वंदेमातरम 🎉🎉🎉
जय हो पूर्वज बनाफर क्षत्रिय वंश शिरोमणी महाबली आल्हा ऊदल ।।
जय हो माई शारदा ❤❤
1q qq 1q nh र qbqb भ, qqqqq क्1qqqq1 we can 11aweqqwaqw@qa ra e-a;àãhhaeaaa nh ahaa@aaaaaaaaaa 2:53
😂😂 papa bol mujhe
वीर अहीर आल्हा उदय अमर रहे
अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान जी की जय हो 🙇♂️🙇♂️🚩🚩🚩
जय राजपुताना 🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Samrat prathvi raj chauhan was just 16 year old when he fought witn Alha and Udal . Imagine how passionate he was and which type of Man he was
alha n udal yaduvanshi ki jai
@@aditya4120 firstly educate yourself and then comment
@@dhansinghthakur8276 he's right they are yadav and they are Senapati's of mahoba Rajya under the leadership of Raja Parimal Chandel..
You can search it...
Nah bro u aren't tight 😂
@@Anime_Freaks_ 😂i can feel your pain
ये हमारे ईतने वीर सब मिल कर बाहर वालो से लडते तो देश कभी गुलाम नहीं होता
yhi to durbhagya hai hamara
Are yar us time aisa Kisi ne nhi socha tha ki ane wale samay me neta honge aur ye neta sale desh ko kha jaenge
Baki Rajputana Ka balidan hmesa sabse upar tha hai aur rhega ❤
Rajpoot ne Desh ka nam dubaya hai
Sach kaha
@@devil3471 राजनेता लाख गुना बेहतर हैं इन राजाओं से।
इतिहास के पाठ्य पुस्तकों में आल्हा - ऊदल, बाप्पा रावल, ललितादित्य और राणा प्रताप के वन्शज राज सिंह की गाथाओं को शामिल करना चाहिए न कि मुगल या अन्य मुस्लिम आक्रान्ताओं का।
जय यदुवंश शिरोमणि दादा आल्हा व दादा उदल 🙏🏻
Abe banafar rajput the mai khud bundelkhand ka hu yaha pe kisi ko bhi pucha ake kisi bhi museum ja har jagah unko rajput hi ka gya hai
@@KaranSingh-ut6tt bhai ve yaduvanshi hi the
@@KaranSingh-ut6tt महात्मा गांधी भी राजपूत थे सरदार पटेल भी राजपूत थे
@@KaranSingh-ut6tt Tum salon har yoddha aur raja ko thakur bana diya karo , mihirbhoj ko gurjjar se thakur bana loge, alha aur udal ko bhi thakur , jao pehle apne yoddha paida karo
@@parthyadav7993Abe chutiye pehle tu alha khand padh
घोड़ा बढ़ाया बग ऊदल ने और वचन कहे ललकार
हमरी माता नाहर जाईं और हम रजपूत लिए औतार
आल्हा आज भी अमर है लोग आज भी उनको महसूस कर सकते है मेहर माता मंदिर शारदा में उनका आज अखाड़ा आज भी वैसा ही है
Banafar Ahir Alha Udal Ki Jay 👹🚩
Treat to watch the way you narrate history ...the way you present history it always gives goosebumps...amaze to watch ...we want more and more from Rajasthan history ..
हम भी महोबा के ही है हमने परमाल रासो के आधार पर फेमस आल्हा ऊदल की कहानियां डाली ही सभी से निवेदन है एक बार जरूर आइए
Alha udal to banafar thakur the kya
@@ArpitsinghSolanki-ru3qk बनाफर वंश उन्ही के वंश से शुरू हुआ नही तो वो भी चंदेल क्षत्रिय थे यादव लड़कियों से विवाह हुआ तो क्षत्रियों ने हेय दृष्टि से देखना शुरू किया
JAY SHREE RAM
@@AnuragMahobavlogBeta Ramayan, Mahabharat aur Puran pahle pado tab pata chalega Yadav kaun hai. 😃
आपकी बातों से ही ज्ञात होता है आप पुराण पढ़े है
Jai Veer Ahir Alha Udal 🚩🚩
😅😅😅
अहिर नहीं थे आल्हा-ऊदल 😂😮😅😊
@@RakeshSingh-ib7lh Chal nikal mugal ki aulad
@@RakeshSingh-ib7lhji .... Pure Ahir te....aap history recheck kre. Hm Mahoba s hi h
Bro he was banafar rajput
आल्हा ऊदल और यदुवंश कि वीरता बुन्देलखण्ड और महोबा मे मन से गाया जाता है
बहुत दिनों बाद आए गुरुजी ।
🙏
Ha ji
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN 🙏
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN कुछ स्रोतों में काका कान्हड़देव को काल्पनिक बताया गया है और कुछ में ऐतिहासिक पुरुष। सच क्या है गुरुजी?
ये चंदेल वंश का इतिहास काफी रोचक है ,दतिया और ओरछा के महल ईन के हि द्वारा बनाये गये है क्या,मै नागपूर से हू और ईस विषय मैं और जानकारी चाहता हू
Nagpur mai kaha rehte bhai
Datia or orcha k kile mehal bundela rajputo n bnbaye h chandelo n nhi bhai g
चंदेल ब्रांड है
Bilkul @@ShubhanshuBundela
@@ShubhanshuBundelabundelo se pehle chandelo ne raj kiya tha yaha uske baad bundela rajputo ne raj kiya
अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान जी को कोटि-कोटि प्रणाम
बनाफर राजपूत आल्हा ऊदल जी की जय हो 🚩🚩🙇♂️🙇♂️
जय राजपुताना 🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Chal nikal mugalput😂
Veer ahir alaha udal😌
Rajput hahahaha kuch bhi 😂😂
@@ujjwalyadav3783 #अहिरंडी #शुद्र #दासीपुत्र मत बोलो इनको plzz इनकी बेज्जती होती है।
इनको क्षत्रिय ही रहने दो
@@chauhan2355 hm khastriye hi bolte h tum randiput bna rhe ho banjare shudra dasipit😂
Jai yaduvansh❤❤❤
सोमेश्वर चौहान की मृत्यु बालुका राय जो जयचंद का भाई था उसने की थी यह मैं दिल्ली हूं मैं दिखयि गया है। मैंने लगभग 52 की 52 लड़ाइयां पड़ी है आखिरी लड़ाई जैतखंभ की थी जिसमें लाखन के मरने के बाद ऊदल ने पृथ्वीराज के सेनापति चामुंडा निहत्था करके छोड़ दिया था और लाखन के दुख में स्वयं अपने हाथों से अपनी गर्दन काट ली लिखते हैं। आल्हा ने पृथ्वीराज के कई सेनापतियों को मार दिया था पृथ्वीराज को बुरी तरह घायलकर दिया था। आल्हा और पृथ्वीराज के बीच पृथ्वीराज का कवि मित्र चंद्रवरदाई अल्लाह के सामने हाथ जोड़कर खड़ा हो गया पहले मुझे मारो। आल्हा ऊदल की मृत्यु से बहुत ही दुखी हो गया था उसने तलवार फेंक दी।आल्हा गुरु अमरा के कहने पर अल्लाह ने पृथ्वीराज को छोड़ दिया था और गुरु के साथ चले गए।सन्यासले लिया था
आपने रिसर्च की और अल्हखंड में भी यही है और यही सच है
हम महोबा वाले भी यही सुने और पढ़े हैं
वीर अहीर आल्हा ऊदल ❤️🙏💪⚔️💪🚩🚩🚩🚩
जय श्री वीर आल्हा ऊदल।
जिनको भी मुगलपूतो को खुजली हुई को वो जाके गूगल कर ले तब जाके अपनी bho bho करें।
द्वापर से लेकर कलयुग तक यादवों चंद्रवंशी क्षत्रियों ने धर्म एवम् राष्ट्र के लिए प्राण दिए और मुगलों की सहायता करने वाले गद्दारों की प्राण लिए भी हैं
महाराज यदु से लेकर आज तक जब तक ये धरा रहेगी एक सच्चा मातृभूमिभक्त क्षत्रियों यदुवंशियों का सम्मान करता रहेगा ।
जय महाराज यदु
जय सहत्रबाहु अर्जुन
जय नंदबाबा
जय दाऊ दादा
जय दादा कृष्ण
जय महाराज कृष्णदेवराय
जय वीर आल्हा ऊदल
जय वीर अहीर पोरस
जय जीजा बाई जय छत्रपति शिवाजी महाराज
आदि आदि... अन्नत तक
जय यादव जय माधव
Lorik yadav rao tularam yadav our veer hai
Ram bhakto par Goli chalane wala yadav tha jis ne ram bhakto ke liye cm ki kurshi chhod di vo kain tha 98%yadav Hindu dharm ke khilaph tha aur khilaph hai aur rahi Rajputo ki bat to 99%rajput hinduo ke sath tha aur sath hai aur akin nahi hai to kahi hinduo ki bat ho to sabse jada yadav hi hinduo ko gali dete hai
😂😂😂😂
Thank you sir चौहान रियासत में अपने विस्तार से नहीं पढ़ाया था अब बता रहे हैं अच्छीबात है पूरा सुनने के लिए मैं आपके और वीडियो भी देखे हैं पर पूरा नहीं मिलाथा
Guruji sabse pahle mere pranam swikar kijiye jo aaj aapke dwara history ka video paya guruji aapko koti koti parnam aap mahan vyaktitva ke dhani hai..
धन्यवाद।
जय वीर हिंदू क्षत्रिय सम्राट पृथ्वीराज चौहान 🏹🚩
बहादुर तो बहुत हुए परन्तु किसी ने यह समझने की कोशिश नहीं की कि आपस में लड़कर कमजोर हो जाएंगे और इसी वज़ह से बाहरी लोग आए इस देश को गुलाम बनाया और देश का इस्लामीकरण कर दिया 😂
Guruji aapko barambar parnaam..ji
क्षत्रिय सम्राठ पृथ्वीराज चौहान
बनाफर क्षत्रिय योद्धा वीर आल्हा ऊदल
🙏🚩🚩🚩🚩🚩
Bhnkelode vo yadav thaa
Abe wah banafer ahir the
@@Arjun.1559 Allah khand me to rajput likha he unko pado thoda
@@RAJVARDHANSINGH-k1q rajput mtlb Raja ka putra
@@Arjun.1559 kya yarrr budhi he 😁😁😁🥵
JAY YADAV JAY MADHAV JAY SHREE KRISHNA JAY AlHA UDAL ❤❤❤❤
वीर अहीर आल्हा की जय हो
Raman bhaiya ye kahani mujhe poori yaad hai lakin bus aapke bolne aur samjhane ke tareeke ki vajah se dekh Raha hu ❤❤❤❤
बेला के गौना में उदन कि मृत्यु हुई आल्हा के अनुसार। आल्हा अमर अभी भी है मैहर में आते हैं।
Veer ahir yaduvanshi alha udal 🚩
अगर सोलंकी- चौहान- चंदेल- गाहड़वाल इत्यादि अपनी आपसी समस्या को युद्ध में ना सुलझा कर, संधि विधि से सुलझाई होती तो आज भारत ना केवल अखंड होता ब्लकि इसकी सीमा का और - छोर नहीं होता l
सर जी आप अदुतीय है आप जेसी प्रतिभा कभी कभी ही देखने को मिलती ❤🙏🙏🙏
Raman ji
I am your viewer since last 3.5 years when your subscriber was around 1.6L only ...your videos are really inspiring and meaningful... but first time I realise that you couldn't explain well about the battle between Prithviraj and Alha udal ...you took maximum time to create the prelude of that battle...
Thanks Nishant ji.
@@BHARDWAJCLASSESRAMANकभी तों कपिलेंद्र देवा पुरूषोंत्तम देवा प्रतापरुद्रदेव राउतराय
और विजयनगर साम्राज्य कें बारें में कहनें कों कहों राजस्थान हिस्ट्री सें बाहर भीं हिस्ट्री हैं जरा वों देखों
पृथ्वीपतिशाह (गढ़वाल) उत्तराखंड
मदुरै रियासत नायक ,केलाडी रियासत नायक, मैसूर रियासत नायक
इनके बारें में भीं जानकारी लोगों कों दों
ओनियार वंश कें Shiva Simha कों छोड़ दिया जाएं तों ज्यादा प्रभावशाली राजा नहीं हुएं हैं गणेश नारायण भादुरी के ऊपर भीं बोलनें कों बोलों यें सारें १४ सेंचुरी १५ सेंचुरी कें शासक रहें हैं
गजपती वंश क्यूं खत्म हुआ १५४० में उसपर भीं बात करों उसकें बाद भोईं वंश कैसें स्ट्रगल करता रहाँ मुगलों सें उनकीं भीं बात होनी चाहिए
रेड्डी किंगडम कि बात होनी चाहिए
अहोम कि भीं बात होनी चाहिएं पर आपने यहीं ठेका लेकर रखा है भारद्धाज क्लासेस नें कि हम हिंदुओं को़ राजस्थान कें सिवा कोंईं इतिहास ना हीं जाननें की ज़रुरत हैं
जो काव्य लोकगीत आल्हा है, उसने आल्हा-ऊदल को अजर अमर बना दिया है, ऐतिहासिक विवरण बड़ी मुश्किल से प्राप्त होते हैं, लेकिन दोनों बहादुर पक्ष किसी वजह से टकराये तथा निर्रथक विनाश हुआ यह तय है।
तथा भारतीय विद्यार्थी/चिंतन, को इसका ज्ञान व भान जरूर होना चाहिए। 🙏
भाई साहब लगता हैं आपको आल्हा ऊदल के जगह पर पृथ्वी राज चौहान के बारे में बताना है
Sir gi aap ki classes q ni aa rhi hai please reply
Will continue
पृथ्वीराज चौहान जैसे व्यभिचारी,दामाद परिमाल के पुत्र ब्रह्मा नंद की अपनी पुत्री बेला के गौने के समय विदाई देने के बजाय हत्या करने वाले की इतनी महिमा आपकी अज्ञानता को प्रदर्शित करती है।
⚔️🚩जय माधव जय यदुवंश🚩⚔️
खाटू श्याम बाबा की कहानी सुनाओ
खाटू श्याम बाबा ने धर्म
की रक्षार्थ के लिए अपना
शीश काट कर श्री कृष्ण
को दे दिया था।
आज कल खाटू श्याम जी
ट्रेंडिंग पर है , 🌹🚩
टीवी चैनल भारत 24 के यूट्यूब चैनल पर खाटू श्याम जी वीडियो के नाम से सर्च कर लीजिए, मैंने t.v. channel का कार्यक्रम किया था
@@BHARDWAJCLASSESRAMANमैंने सर्च किया लेकिन नहीं मिला।🚩
सभी वीर क्षत्रिय राजाओं की सदा ही जय हो..❤
रण की मोहर बाजन लागी रण का होन लगा व्यवहार
सूड लपेटा हाथी भिड़गे अंकुश भिड़े महोतन क्यार
हौदा हौदा एक मिल हुइगे क्षत्रिन खींच लीन तलवार
चले जुन्नबी औ गुजराती ऊना चले बिलायत क्यार
तेगा चटके बर्दवान के कट कट गिरे शूर सरदार
पैदल के संग पैदल मिलगै और अश्वरान संग अश्वार
हौदा के संग हौदा मिलगै हाथी से हाथी भिड़ जाय
बारह कोस के चौगिरदा में टेगा बिजली सो चमकाय
भुजा बहादुर भड़कन लागे नाचन लगे मूच्छ के बाल
कटि कटि मोती गिरे खेत में उठ उठ रूंढ करे तकरार
बड़े लडै़या गढ़ महोबा के जिनसे हार गई तलवार
एक को मारे दूई मर जावे तीसर खौफ खाय मर जाय
मरे के नीचे जिंदा लुक गो ऊपर लूथ लई लटकाए
पहली गलती पे ना बोलूं ना दूजे पे देऊं जवाब
तीजी गलती पे ना छोड़ऊ मुंह में ठूस देऊ तलवार
खट खट खट खट तेगा बाजे रण में छपक छपक तलवार
बड़े लडै़या गण महोबे के जिनसे हार गई तलवार
कोत के दरिया काला कर देऊ विघ्नन मास देऊ फैलाय
कौ नही जानत है जग में दो नाहर पाल रजा परमाल
सेतु बंध से रामेश्वर तक बाजे टाप बेंदुला क्यार
बारह बर्ष लो कुकूर जीवे और सोलह लो जिए सियार
बर्ष अठारह क्षत्रिय जीवे ज्यादा जीवे तो धिक्कार
भाई जहां तक हमने सुना है ये सभी युद्ध कराने में माहिल की चाल थी और माहिल को राजा परमाल का साला बताया गया है और आप उन्हें परमाल का बहनोई बता रहे हैं
और दूसरा इंदल को आल्हा का पुत्र बताया गया है जबकि आप उसे राजा परमाल का पुत्र बता रहे हैं
इसका मतलब कहानी में झोल है
बुंदेलखंड इलाके में आल्हा ऊदल की गाथाएं बहुत गाई जाती हैं कभी उसे पर वीडियो बना ओ धन्यवाद
Rajput aalha udal
@@Fittbull2.0यादव
@@nomadicsatishyadav5122maine bhi suna hai aalha usme ahiran ke sardar ke rup me barnan hai❤
रमन सर आपकी रिसर्च में अशुद्धि है, परमर्दिदेव के बहनोई नहीं थे बल्कि उरई के सरदार माहिल के बहनोई थे परमार, मलखान को सिरसा किले की जिम्मेदारी दी गई थी न कि कालिंजर किले की, कालिंजर किला बांदा में है और बेतवा नदी यहां नहीं है
प्रणाम सर, जैसलमेर रियासा की श्रृंखला वापिस कब चालू होगी ?
जल्दी ही संपूर्ण इतिहास की वीडियो उपलब्ध होंगे
मैं आप को तब तक याद दिलाता रहूंगा जब तक आप वीडियो नही ले आते।
Udal Ka Kila Mahoba mein kahan per sthit hai
हम महोबा के बगल के जिले बांदा का निवाशी हू बडे योद्धा थे ये क्षत्रिय राजपूत
Yaduvanshi alha dev ki jay 🙏🙏
महोबा युद्ध के समय पृथ्वीराज सोलह वर्ष का था । जन्म 1166।उसके संरक्षक कैमास और उसकी माता कर्पूरी देवी और उसके काका भुवनकमल्ल ने अपना प्रभाव बनाए रखने के लिये राय पिथौरा (पृथ्वीराज)को संभवतः किशोरावस्था से ही विलासता की घुट्टी पिलाना आरंभ कर दिया था। पृष्ठ २७९ दिल्ली के तोमर लेखक इतिहासकार हरिहरनिवास द्विवेदी ।
मतलब पृथ्वीराज की जवानी सदा पर्दे मे बीती। स्थानीय छोटे राजाओं के साथ युद्ध करके अपनी शक्ति का क्षय ही किया। इसी सब का दूरगामी परिणाम तराईन के युद्ध मे हुआ।
महोबा के युद्ध मे पृथ्वीराज की सेना का बहुत बडा भाग युद्ध मे काम आया।---
वैसे भी इतिहास मे कहीं पर भी महौबा के युद्ध का वर्णन नही है।
पृथ्वीराज वैसे भी केवल छब्बीस वर्ष की आयु मे ही महौम्मद गौरी द्वारा मार दिया गया था।
हम गुजरात से है और भीम 2 ने 64 साल तक राज किया था जो सभी चालुक्य राजाओं में सबसे ज्यादा था ।
Prithviraj Chauhan Desh Jay Jay 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩💪💪💪💪💪💪
राजपूतों ने आपस में लड़कर अपने को काफी कमजोर कर लिये, जिसका फायदा मुसलमान आक्रान्ताओं ने उठाया, और देश पर मुसलमानों का राज हो गया, अतः राजपूतों को इससे शिक्षा लेकर और अतः ये भी कहें की देशवासियों को इससे शिक्षा लेना चाहिये, जय हिन्द
Aaj v wahi hal h
Jai Raypithora Maharaaj.
Jai Aalha-Udal...
Meri age 41 hai aapki videos dekhta hu history mein bhut ruchi hai thanks a lot ❤🎉
भैया जी ।। संशोधन करे परमार राजा के साला माहिल था बहनोई नही ।।पं देवानंद तिवारी ।।
Bohot khub Sir ji!
Ala aur udal ko shat shat naman 🙏
Bhai apne btaya ki Prithviraj ke senik Delhi se aa rahe the tab raste me unki hatya krdi mahoba me ...kese mumkin he yeh.delhi se Ajmer aane ke liye koi mahoba kyo jayga. .map ke hisaab se ye possible hi nhi he
पृथ्वीराज को आल्हा उदल ने अनेक बार हराया। पृथ्वीराज चौहान दुर्योधन का अवतार था । आल्हा धर्मराज युधिष्ठिर का अवतार था।मलखान और ऊदल क्रमशः भीम और बब्रावाहन का अवतार था। ब्रह्मानन्द अर्जुन का अवतार था जबकि चौड़ा द्रौणाचार्य का अवतार था।
अवतार वाली बात थोड़ा ज्यादा नही हो गया भाई साहब
Sir ji 2grade ke liye aap se kha pd plzz batana jiii
आप को कोटी कोटी धन्यवाद करता हूँ सर आप का बिमोचन किये।
As always your history sessions are amazing, keep it up Sir
यदि आल्हा,ऊदल को षडयंत्र से न मरवाया गया होता,तो तत्कालीन मोहम्मद गौरी,एवक, चंगेज खान भारत की तरफ आंख उठाकर कर नहीं देख पाते। क्योंकि इन दोनों योद्धाओं में बहुत वल था।।
महान राजपूत वीर योद्धा❤
Sir please Rajasthan history par video banaya...aapka padhana ka tarika bahut achha ha....1857 ki kranti,kisan andolan,prajamandal andolan etc
Please contact me for rajsthan history
वनाफर क्षत्रिय राजपूत योद्धा आल्हा ऊदल
Jay Yaduvansh ❤
SAr bhut bhut thanks so much aapne जानकारी दी
Bhardwaj sir, Parmardi Dev was defeated by Qutubudin Aibak in 1203 and killed the Chandel king.Alha gave Jeevan dan to Pritviraj Chauhan on the advice of his Guru Gauraukhnath.Pritviraj Chauhan gave Jeevan dan to Mohmad Gori in 1192AD Battle of Tehrain.Mohmad Gori was killed in March 1206AD by khokhar tribe people,Therefore Qutubudin Aibak assumed Delhi Charge on 25June 1206.Dharambir From Gurgaon Haryana.
Veer Ahir Yaduvanshi the
Jai banafar ray veer ahir alha udal ji ki
Excellent video,thanks sir
Bahut hi sunder वर्णन किया h aapnr
Suryamall mishran charan tha sir????
सर आपकी हिन्दी बहुत अच्छी है। हिन्दी न्यूज एंकरों की हिंदी साधारण है।
सर जी ऐ युद्ध राजा परमाल देव चंदेल जी ही जीतें थे और पृथ्वी राज को वीरगति देने वाले ही आल्हा उसी समय गुरू गोरखनाथ जी प्रकट हुए और पृथ्वी राज के प्राणों की रक्षा की पृथ्वीराज आल्हा से कभी नहीं जीत सके कई युद्ध हुऐ लेकिन एक बार भी नहीं जीतें पृथ्वी राज चौहान महोबा से केवल शिरसा के गढ के आलावा ।
बहुत सारी कहानियों को जोड़कर आपने महोबा की कहानी सुनाई जबकि महोबा की कहानी अलग ही सुनानी चाहिए
जेजाकभुक्ति का उच्चारण जेजाकमुक्ति करना कहां तक उचित है?
सर् कृपया जल्दी वीडियो डाला कीजिए ❤❤
भाई जी माहिल
परमालदेव के साले थे न कि बहनोई।
आपने निष्पक्ष भाव से एकदम सही ऐतिहासिक जानकारी दी है, इसके लिए कोटिश धन्यवाद।
Guru ji..... Ab mcq ke video bhi banao
Veer ahir aalha udal jindabad
महोबा पर प्रथ्विराज चौहान का शासन कभी भी नहीं रहा
आल्हा ने जीवित छोड़ दिया था इतिहास भी मानता 1205तक परमाल का शासन रहा
Pl make video on gazni invasion hindu shahi jaypal
Sir ji plss ek bar aap motivational vedio bnao na apne phle bhi ek motivational vedio banaya tha bhut acha tha apka har vedio sbse hatke or best hota h apka vo motivation bala vedio me phir se dundi youtube pr vo mila nhi sir islie
आपकी समझ और उसके बाद से समझाने कि तरीका है, क्या बताएं सर हमारे पास शब्द नहीं है कि आपके बारे में दो शब्द लिख सकु। 🤔🫡🫡🙏🙏🌄
Sir Namaste main Uttar Pradesh ke Gonda se hun hamare yahan Alaha Udal, Indal, Bramha, Malkhan, Sulkhan ki Veer Gathayen gaayi jati hai Pustak ka naam bhi Alaha hai, ab yah prachlan bahut kam ho gaya nahi to inko gaane ka tareeka aur josh aisa ki Paani mein aag laga de.
पृथ्वीराज अपने इन्हीं कर्मों से गौरी से हारा। देशी राजा आपस में ही लड़ते मरते थे, शत्रुता रखते थे। व्यर्थ के अभिमान से एक दूसरे को देख नहीं सकते थे।
आप 14 साल के बच्चे के विषय में बोल रहे हैं...जिसने अपने पिता को खो दिया था...परमाल ने धोखे से सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सैनिकों को मारा था...तो क्या करते सम्राट ??
बच्चा समझकर सभी उनके साम्राज्य के पीछे पड़े थे...सबको पेल दिया उन्होने 😂😂
गोरी के बाद भी उनके बेटो ने अपना साम्राज्य रणथंभौर में बना दिया था...आजादी तक उनके वंशजों की 21 रियासते रही....गोरी और मुगल सब खत्म होगाए...
क्युकी सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने धर्म के लिए लड़ाई लड़ी... इसीलिए उनके वंशज शान से रह रहे हैं...उनके कर्म अच्छे ही थे..
चंदेल भी ख़त्म होगए और आल्हा ऊदल भी..
इस में गोरी कहां से आ गया ?
ap sahi jankari dete hai
Jai Rajput Samrat prithviraj chauhan 🙏🚩
Jai Banafar Rajput Alha udal 🙏🚩
😂😂😂😂khujli
Gujjar gwala😂😂
Rajput samrat mihir bhoj
Kshtriya keval rajput🚩🚩
@@SuryanshThakur2727 Ekdam bhai 🥰
@@SuryanshThakur2727lund lele aur kshtriya tu hi ban ja pr hmse door reh aur hmare yoddhao se bhi
Ray, rao shahab, Prashad, Ahir keval Yadav hai
Wow
Bahut इंतजार करवाते हो सर जी
समय लग जाता है क्षमा करना
New videos with new Playlist laiye sir
बड़े लडैया महोबा वारे इनकी मार सही न जाए
guruji 😊🙏