धार्मिक भावनाएं तो संतुष्ट होंगी, पर शराबी की प्यास कहां जाएगी?

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  • เผยแพร่เมื่อ 29 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 7

  • @jitendrakumarsahu53
    @jitendrakumarsahu53 5 วันที่ผ่านมา +2

    जय जोहार सर, छत्तीसगढ़ी फिल्म के उभरते कलाकार जेन जमीन ले निकले हे आज ये बीजेपी के छत्तीसगढ़ी भाषा विरोधी के चलते आज छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री ले अलविदा कही दिस l अपले निवदेन हे ये मुद्दा ला अपन चैनल म ज़रूर जगा दूह छत्तीसगढ़ी भाषा प्रेमी मन सम्मान में l महोदय बीजेपी विधान सभा जैसे लोकतंत्र के मंदिर मा घोषणा करे रीहिस की छत्तीसगढ़ी भाषा डिग्री धारी मन ला रोजगार देबो कहिके फेर आज एक साल होगे मंदिर में घोषणा कर के भुला गए ये हरे असली चाल चरित्र l BJP छत्तीसगढ़ी भाषा विरोधी हरे ये प्रूफ होगे l

  • @hemubhai221988
    @hemubhai221988 4 วันที่ผ่านมา +1

    Sadar pranam sunil ji

  • @kaluramahirwar8860
    @kaluramahirwar8860 4 วันที่ผ่านมา +1

    आबकारी पुलिस जिला पुलिस वहीं पोस्टिंग करा लेना चाहिए जहां शराब बंदी घोषित हुई है।

  • @kaluramahirwar8860
    @kaluramahirwar8860 4 วันที่ผ่านมา

    कमाई का जरिया है।

  • @sudhirsinha9263
    @sudhirsinha9263 4 วันที่ผ่านมา

    शराबबंदी की नीति सरकार की अदूरदर्शिता का परिचायक है.. 😊
    संभवतः उज्जैन के महाकाल मंदिर में प्रसाद के रूप में शराब चढाया जाता है ऐसे में इस फैसले से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना स्वाभाविक है 😊😊😊
    यह 100% अव्यावहारिक है‌ एवं तदनुसार विफल सिद्ध होगी 😊😊

  • @hemubhai221988
    @hemubhai221988 4 วันที่ผ่านมา

    CG ke bahut saare gaon me bhi daaru nahi bikta licency but har gaon me lagbhag avaidh bik Raha hai

  • @shyamshardul591
    @shyamshardul591 4 วันที่ผ่านมา

    Bihar is also a dry state . many penal clauses are included to enforce the liquor ban. The prohibition of alcohol is not successful in Bihar because any ban can't be implemented unless people participate in such a move. The government on one hand wanted a liquor ban and on the other hand it wanted more revenue by opening more liquor shops..