Niyam par to bahut se video bane hai ..but still new writers face challenge in counting.....aap kuchh new shayaro aur kuchh purane shayaro ki gajlo ka example le kar video banaye to viewers aur subscriber aap ko bahut milege ...kyu ki vo sab vahi fasate hai.....ek video me ek gajal ka udaharan le ..is tarah video banaye achha rahega.....for example ..tahjeeb hafi ki ye gajal ...यूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ जो भी उस पेड़ की छाँव में गया बैठ गया । इतना मीठा था वो ग़ुस्से भरा लहजा मत पूछ उस ने जिस को भी जाने का कहा बैठ गया। उस की मर्ज़ी वो जिसे पास बिठा ले अपने इस पे क्या लड़ना फुलाँ मेरी जगह बैठ गया। Kis bahar me hai....matra bhar kya hai..etc....
सर क्या ना, की, वा, का मात्रा भार एक होता है क्या,ग़ज़ल में इनको कहीं भी एक ही गिना जायेगा क्या याँ नहीं, ज़ब मिसरे में किसी स्थान पर दीर्घ मात्रा की आवश्यकता हों तो वहाँ लघु मात्रिक शब्द रख कर उसे दीर्घ मात्रिक मान लेने से शेर बेबहर हों जाता है जैसे न, कि, व, आदि शब्द लघु मात्रिक है इनको ना, वा, की, लिख कर दीर्घ मात्रिक बनाना अनुचित है याँ नहीं
@@nitishbhorianitishbhoria5959 उच्चारण पे निर्भर करता है , एक ही शब्द के अनेक उच्चारण होने का फ़ायदा मात्र में बदलाव के लिए करते है. ना एक शब्द है जबकि न एक अक्षर. मात्रा मन में गिरायी जाती है लिखते वही है जो उचित है, ना को न , की को कि या वा को व. पर लिखेंगे वैसे ही
ગુડ
Very Very good
बहुत अच्छी जानकारी
Very decent Pandey ji
Osm❤
बहुत बढ़िया 👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Wah good👍👌👌👋
Thanks for your comment. Next video will come soon.
हमें समझ में आ रहा है।
Wow thanks 😊. Waiting for next videos eagerly!
Finally m seekh hi gya matra ginna thankyou sir for this amazing video plz agli video bahar pr bnaiye 😊
Nice
बेहतरीन ज्ञानवर्धक
bahut bahut dhanybad bhai g
Thanks for watching, stay with us.
Bhut chha sir lekin urdu hindi mix ho gaya aesa lagata hai ye sabhi niym use kar sakate hai kya
Niyam par to bahut se video bane hai ..but still new writers face challenge in counting.....aap kuchh new shayaro aur kuchh purane shayaro ki gajlo ka example le kar video banaye to viewers aur subscriber aap ko bahut milege ...kyu ki vo sab vahi fasate hai.....ek video me ek gajal ka udaharan le ..is tarah video banaye achha rahega.....for example ..tahjeeb hafi ki ye gajal ...यूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ
जो भी उस पेड़ की छाँव में गया बैठ गया ।
इतना मीठा था वो ग़ुस्से भरा लहजा मत पूछ
उस ने जिस को भी जाने का कहा बैठ गया।
उस की मर्ज़ी वो जिसे पास बिठा ले अपने
इस पे क्या लड़ना फुलाँ मेरी जगह बैठ गया।
Kis bahar me hai....matra bhar kya hai..etc....
Tnx sir🙏
छुपाता हूँ मैं हर पल को निगाहों में
सिवा उसके मेरे दिल में बचा है क्या?
Sir बेदर्दी में कितनी मात्रा होगी 222 या 212, रुसाई में 122 या 222
बहर कैसे लिखे शुरू से सीखना है
Sir ji क्या आरजू शब्द में छोटे उ की मात्रा का इस्तमाल किया जा सकता है क्या
@@ratanghodeswar5 beshak
Thanks
सर क्या ना, की, वा, का मात्रा भार एक होता है क्या,ग़ज़ल में इनको कहीं भी एक ही गिना जायेगा क्या याँ नहीं, ज़ब मिसरे में किसी स्थान पर दीर्घ मात्रा की आवश्यकता हों तो वहाँ लघु मात्रिक शब्द रख कर उसे दीर्घ मात्रिक मान लेने से शेर बेबहर हों जाता है जैसे न, कि, व, आदि शब्द लघु मात्रिक है इनको ना, वा, की, लिख कर दीर्घ मात्रिक बनाना अनुचित है याँ नहीं
@@nitishbhorianitishbhoria5959 उच्चारण पे निर्भर करता है , एक ही शब्द के अनेक उच्चारण होने का फ़ायदा मात्र में बदलाव के लिए करते है. ना एक शब्द है जबकि न एक अक्षर. मात्रा मन में गिरायी जाती है लिखते वही है जो उचित है, ना को न , की को कि या वा को व. पर लिखेंगे वैसे ही
बहुत अच्छी जानकारी
Nice