पूर्ण परमात्मा परम अक्षर ब्रह्म सतगुरू श्री सत्य कबीरसा साहेब की जय जयकार हो। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 कबीर मैं रोवत हुँ सृष्टि को, सृष्टि रोवत मोहे। गरीबदास इस वियोग को, समझ नहीं सकता कोहे।।
कबीर, मानुष जन्म पाय कर, नहीं रटैं हरि नाम। जैसे कुंआ जल बिना, बनवाया क्या काम।। भक्ति हीन प्राणि का जीवन ऐसा है जैसे सुंदर कुंआ बना है।और उसमें जल नहीं है उसका भी नाम भले ही कुंआ है, परंतु गुण कुंए वाले नहीं हैं।
🙏🏻🌹गरीब-अलल पंख अनुराग है सुन मंडल रहे थीर।दास गरीब उधारीओ मुझे सतगुरु मिले कबीर।।🦜🌹🙏🏻 🙏🏻🌹कबीर-गुरु गोविंद कर जानिये रहिये शब्द समाय..मिलै तौ दण्डवत् बन्दगी नहीं पलपल ध्यान लगाय..🦜🌹🙏🏻
परमात्मा कबीर साहेब जी के श्री चरण कमलों में कोटी कोटी दंडवत् प्रणाम🙏🙏 बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के श्री चरण कमलों में कोटी कोटी दंडवत् प्रणाम 🙏🙏🙏
जयगुरुदेव की भविष्यवाणी ( शाकाहारी पत्रिका पेज नं 50 व 59 पर लिखा है ) ( दिनांक 28/8/1971 व 7/09/1971 ) वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं वह 20 वर्ष का हो चुका है यदि उसका पता बता दें तो लोग उसके पीछे पड़ जाएंगे। 7 सितंबर 1971 को संत रामपाल जी 20 वर्ष के हो चुके थे।
मिथक - गंगा नदी भागीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर पृथ्वी पर आई। तथ्य - पूर्ण परमेश्वर के विधि विधान के अनुसार गंगा पृथ्वी पर आई उस समय भागीरथ भी तपस्या कर रहे थे जिसका श्रेय उनका मिल गया जबकि गंगा को आना ही था।
गीता वेद शास्त्रों में प्रमाण है कि तीन गुण अर्थात् रजोगुण ब्रह्मा जी, सतोगुण विष्णु जी, तमोगुण शिवजी तथा देवी-देवताओं और माता की पूजा करने वाले केवल अपने किए कर्म का प्रतिफल पाएंगे लेकिन मोक्ष प्राप्ति नहीं कर सकते। पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है।
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं। कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं।
🌼🌹✨👑💦🍎🌹🌼🙏अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन् ! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान कर रहे हैं। हे सहस्त्राबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान ! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं कर पा रहा हूँ। मासा घटे न तिल बढे, विधना लिखे जो लेख। साचा सतगुरु मेट कर, ऊपर मार दे मेख।। भक्त की किस्मत में लिखे पापकर्मों के लेख को काटकर नया विधान केवल सच्चे गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा ही लिखा जा सकता है। वही कबीर परमात्मा की सतभक्ति प्रदान करते हैं। मात पिता मिल जायेगें लख चौरासी माहीं। सतगुरू सेवा और बंदगी ये फेर मिलन की नाही। । सर्व रक्षक परमात्मा कबीर ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 में प्रमाण है कि परमात्मा अपने भक्तों के संकट निवारण करता है । यदि मृत्यु भी आ जाए तो भी उसको टालकर अपने भक्त को जीवित करके सौ वर्ष जीवन प्रदान कर देता है ।संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया कि, यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 में प्रमाण है कि "कविरंघारि: असि, बम्भारी: असि स्वज्योति ऋतधामा असि" अर्थात कबीर परमेश्वर ही पापों का शत्रु यानि सर्व पापों से मुक्त करवाकर, सर्व बंधनों से छुड़वाता है। वह स्वप्रकाशित, सशरीर है और सतलोक में रहता है। वही पाप विनाशक है। अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj TH-cam Channel पर Visit करें
✍️गंगा नदी एक ऐसे अमरलोक (सतलोक) से आई है जहां की प्रत्येक वस्तु अमर है, कभी खराब नहीं होती। वहां की हंस आत्माएं भी अमर हैं। उनकी कभी जन्म-मृत्यु नहीं होती। वहां की एक वस्तु सैंपल रुप में यहां काल के लोक में कबीर परमेश्वर जी ने गंगा नदी के रूप में दे रखी है।
आखिर क्या कारण है कि गंगा का पानी कभी खराब नहीं होता जबकि यहां पृथ्वीलोक के सभी पदार्थ खराब हो जाते हैं इसके बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए विजिट करें
जयगुरुदेव की भविष्यवाणी (शाकाहारी पत्रिका 7/09/1971) वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं वह 20 वर्ष का हो चुका है यदि उसका पता बता दें तो लोग उसके पीछे पड़ जाएंगे। 7 सितंबर 1971 को संत रामपाल जी 20 वर्ष के हो चुके थे।
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं। कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं।
Anmol Gyan🙏
Purn Parmatma Rampalji Bhagwanji Tarnhar Hai
सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय 🙏🙏🙏
बहुत अच्छा सत्संग है
Great saint jagat guru sant rampal ji maharaj 🙏
Sat saheb ji
Beautiful gyan
World Guru Saint Rampal Ji Maharaj
Right
संत रामपाल जी महाराज जी ही वह महापुरुष है जो संपूर्ण विश्व शांति मे शांति स्थापित करेंगे
पूर्ण परमात्मा परम अक्षर ब्रह्म सतगुरू श्री सत्य कबीरसा साहेब की जय जयकार हो।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
कबीर मैं रोवत हुँ सृष्टि को, सृष्टि रोवत मोहे।
गरीबदास इस वियोग को, समझ नहीं सकता कोहे।।
Great spiritual leader
जय हो बंदी छोड़ सद्गुरु रामपाल जी भगवान की जय हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙇♂️🙇♂️🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇सत् साहेब जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙇♂️🙇♂️🙇🙇🙇🙇🙇🙇
जयगुरूदेव पंथ के बाबा तलसीदास की भविष्य. वाणी👈🙏🙏
Nice post 👍👍👍
कबीर, मानुष जन्म पाय कर, नहीं रटैं हरि नाम।
जैसे कुंआ जल बिना, बनवाया क्या काम।।
भक्ति हीन प्राणि का जीवन ऐसा है जैसे सुंदर कुंआ बना है।और उसमें जल नहीं है उसका भी नाम भले ही कुंआ है, परंतु गुण कुंए वाले नहीं हैं।
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय
Very nice
Amazing satsang
Saint Rampal Ji Maharaj The Great Messiah
❤❤❤🎉🎉🎉
Real spiritual knowledge
🙏🏻🌹गरीब-अलल पंख अनुराग है सुन मंडल रहे थीर।दास गरीब उधारीओ मुझे सतगुरु मिले कबीर।।🦜🌹🙏🏻
🙏🏻🌹कबीर-गुरु गोविंद कर जानिये रहिये शब्द समाय..मिलै तौ दण्डवत् बन्दगी नहीं पलपल ध्यान लगाय..🦜🌹🙏🏻
Nice satsang
गंगा नदी इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि पृथ्वी से अन्य ऊपर एक अविनाशी लोक है जिसे सतलोक कहते हैं , हम सभी सतलोक के ही वासी है
Treu knowledge
Great
सतभक्ति करने वाले की अकाल मृत्यु नहीं होती जो मर्यादा में
रहकर साधना करता है।
परमात्मा कबीर साहेब जी के श्री चरण कमलों में कोटी कोटी दंडवत् प्रणाम🙏🙏 बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के श्री चरण कमलों में कोटी कोटी दंडवत् प्रणाम 🙏🙏🙏
जो सद्गुरु की संगत करते सकल कर्म कट जाहीं अमर पुरी पर आसन होती जहां धूप ना छाहीं
जयगुरुदेव की भविष्यवाणी
( शाकाहारी पत्रिका पेज नं 50 व 59 पर लिखा है )
( दिनांक 28/8/1971 व 7/09/1971 )
वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं वह 20 वर्ष का हो चुका है यदि उसका पता बता दें तो लोग उसके पीछे पड़ जाएंगे।
7 सितंबर 1971 को संत रामपाल जी 20 वर्ष के हो चुके थे।
Original gyan
🙏🙏
Only this spiritual knowledge is based on holy books of every religion..
Everyone should listen the satsang of Saint Rampal Ji Maharaj on TH-cam....
👍👍
🙏
Beautiful
Nice satsang 🙏🙏🙏🙏
मिथक - गंगा नदी भागीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर पृथ्वी पर आई।
तथ्य - पूर्ण परमेश्वर के विधि विधान के अनुसार गंगा पृथ्वी पर आई उस समय भागीरथ भी तपस्या कर रहे थे जिसका श्रेय उनका मिल गया जबकि गंगा को आना ही था।
गीता वेद शास्त्रों में प्रमाण है कि तीन गुण अर्थात् रजोगुण ब्रह्मा जी, सतोगुण विष्णु जी, तमोगुण शिवजी तथा देवी-देवताओं और माता की पूजा करने वाले केवल अपने किए कर्म का प्रतिफल पाएंगे लेकिन मोक्ष प्राप्ति नहीं कर सकते। पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है।
It's true
जो जय गुरुदेव जी ने भविष्यवाणी करी है वह संत रामपाल जी महाराज जी पर खरी उतरती है
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं।
कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं।
🌼🌹✨👑💦🍎🌹🌼🙏अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन् ! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान कर रहे हैं। हे सहस्त्राबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान ! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं कर पा रहा हूँ।
मासा घटे न तिल बढे, विधना लिखे जो लेख।
साचा सतगुरु मेट कर, ऊपर मार दे मेख।।
भक्त की किस्मत में लिखे पापकर्मों के लेख को काटकर नया विधान केवल सच्चे गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा ही लिखा जा सकता है। वही कबीर परमात्मा की सतभक्ति प्रदान करते हैं।
मात पिता मिल जायेगें लख चौरासी माहीं।
सतगुरू सेवा और बंदगी ये फेर मिलन की नाही। ।
सर्व रक्षक परमात्मा कबीर
ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 में प्रमाण है कि परमात्मा अपने भक्तों के संकट निवारण करता है । यदि मृत्यु भी आ जाए तो भी उसको टालकर अपने भक्त को जीवित करके सौ वर्ष जीवन प्रदान कर देता है ।संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया कि,
यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 में प्रमाण है कि
"कविरंघारि: असि, बम्भारी: असि स्वज्योति ऋतधामा असि" अर्थात कबीर परमेश्वर ही पापों का शत्रु यानि सर्व पापों से मुक्त करवाकर, सर्व बंधनों से छुड़वाता है। वह स्वप्रकाशित, सशरीर है और सतलोक में रहता है। वही पाप विनाशक है।
अधिक जानकारी के लिए
Sant Rampal Ji Maharaj TH-cam Channel पर Visit करें
✍️गंगा नदी एक ऐसे अमरलोक (सतलोक) से आई है जहां की प्रत्येक वस्तु अमर है, कभी खराब नहीं होती। वहां की हंस आत्माएं भी अमर हैं। उनकी कभी जन्म-मृत्यु नहीं होती। वहां की एक वस्तु सैंपल रुप में यहां काल के लोक में कबीर परमेश्वर जी ने गंगा नदी के रूप में दे रखी है।
आखिर क्या कारण है कि गंगा का पानी कभी खराब नहीं होता जबकि यहां पृथ्वीलोक के सभी पदार्थ खराब हो जाते हैं इसके बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए विजिट करें
मथुरा वाले जय गुरूदेव पंथ के प्रबर्तक की भविष्यवाणी
जयगुरुदेव की भविष्यवाणी
(शाकाहारी पत्रिका 7/09/1971)
वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं वह 20 वर्ष का हो चुका है यदि उसका पता बता दें तो लोग उसके पीछे पड़ जाएंगे।
7 सितंबर 1971 को संत रामपाल जी 20 वर्ष के हो चुके थे।
Kabir is supreme God
Kahi ki int kahi ka roda rampal ne kunba joda jhoot ka pitara
बहुत अच्छा सत्संग
Anmol vachan
World Guru Saint Rampal Ji Maharaj
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं।
कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं।
Very nice satsang
True knwelage
True Knowledge 🙏
Very nice