राधास्वामी का प्रवर्तक शिवदयाल सिंह भूत क्यों बना? | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM

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  • เผยแพร่เมื่อ 30 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 28

  • @NivAvya
    @NivAvya 3 ปีที่แล้ว +1

    💯💯गंगा नदी एक ऐसे अमरलोक (सतलोक) से आई है जहां की प्रत्येक वस्तु अमर है, कभी खराब नहीं होती। वहां की हंस आत्माएं भी अमर हैं। उनकी कभी जन्म-मृत्यु नहीं होती। वहां की एक वस्तु सैंपल रुप में यहां काल के लोक में कबीर परमेश्वर जी ने गंगा नदी के रूप में दे रखी है।

  • @सतगुरूकृपा-ह1ह
    @सतगुरूकृपा-ह1ह 2 ปีที่แล้ว +1

    पूर्ण परमात्मा परम अक्षर ब्रह्म सतगुरू श्री सत्य कबीरसा साहेब की जय जयकार हो।
    🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
    कबीर मैं रोवत हुँ सृष्टि को, सृष्टि रोवत मोहे।
    गरीबदास इस वियोग को, समझ नहीं सकता कोहे।।

  • @madansingh9819
    @madansingh9819 3 ปีที่แล้ว

    मोक्ष प्राप्ति के लिए पूर्ण गुरु होना जरूरी है संत रामपाल जी महाराज जी पूर्ण गुरु है उपदेश लेकर अपना कल्याण करें

  • @vaishnavirajak8736
    @vaishnavirajak8736 3 ปีที่แล้ว

    Nice satsang 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @poojavaishnav8709
    @poojavaishnav8709 3 ปีที่แล้ว +1

    True spiritual knowledge 🙏

  • @h.pkushwaha3321
    @h.pkushwaha3321 3 ปีที่แล้ว +1

    Best gyan 🙏

  • @realgod2m
    @realgod2m 3 ปีที่แล้ว

    Anmol gyan

  • @keertandassahu196
    @keertandassahu196 3 ปีที่แล้ว

    पूर्ण गुरु बिना नाम जाप करना व्यर्थ है राधास्वामी पंथ प्रवर्तक के कोई गुरु नहीं थे!

  • @surathnayak3358
    @surathnayak3358 ปีที่แล้ว

    Nice satsang

  • @Kolotya2020
    @Kolotya2020 3 ปีที่แล้ว

    🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @ramawatarlahare4378
    @ramawatarlahare4378 3 ปีที่แล้ว

    जो व्यक्ति परमात्मा के भक्त को सताते हैं, वह परमात्मा को दुखी करते हैं। जीव परमात्मा का अंश है तो अपने अंश के सुख-दुःख का परमात्मा को भी अहसास होता है।
    कबीर कह मेरे जीव को दुःख ना दिजो कोय, भक्त दुःखाऐ मैं दुःखी मेरा आपा भी दुःखी होय।

  • @tanuverma3154
    @tanuverma3154 3 ปีที่แล้ว

    Great Knowledge

  • @Kolotya2020
    @Kolotya2020 3 ปีที่แล้ว

    💯💯💯💯💯

  • @Kolotya2020
    @Kolotya2020 3 ปีที่แล้ว

    👍👍👍👍

  • @GkkTek
    @GkkTek 3 ปีที่แล้ว

    Real truth

  • @shivammalviy01
    @shivammalviy01 3 ปีที่แล้ว

    🙏

  • @GkkTek
    @GkkTek 3 ปีที่แล้ว

    Very nice

  • @rohtashdass1668
    @rohtashdass1668 3 ปีที่แล้ว +1

    गुरु बिन माला फेरते गुरु बिन देते दान दोनों ही निस्पल हैं चाहे पूछो वेद पुराण कबीर जी ने मोक्ष मार्ग के लिए गुरु का होना बहुत जरूरी बताया है राधा स्वामी पंथ के प्रवर्तक शिवदयाल जी का कोई गुरु नहीं था यह उनकी पुस्तक में लिखा है यही कारण है की मृत्यु के उपरांत शिवदयाल जी अपनी ही शिष्य के शरीर में भूत की तरह प्रवेश करके हुक्का पीते थे

  • @GkkTek
    @GkkTek 3 ปีที่แล้ว

    It's true

  • @ajayyadav_9198
    @ajayyadav_9198 3 ปีที่แล้ว

    Anamol gyan

  • @truesalvation9309
    @truesalvation9309 3 ปีที่แล้ว

    Kabir is god

  • @SukhdevSingh-be2rw
    @SukhdevSingh-be2rw 3 ปีที่แล้ว

    Galt sadhna se or guru n hone se

  • @techkishan5587
    @techkishan5587 3 ปีที่แล้ว

    Shivdayal ji ne koi guru nahi bnaya isliye vo bhoot ban gye pura radhaswami panth kaal ka panth hai radhaswami panth walo se hath jodkar vinti h ki aap aaj se hi parmatma ke Avatar sant rampal ji ke satsang sunna start kro 🙏🙏🙏

  • @SantmatParkash-Offical
    @SantmatParkash-Offical ปีที่แล้ว

    मैं यहां देख रहा हूँ कि क्या कोई भी आदमी यहां पढ़ा लिखा नहीं है,,, 😒😒😒 बड़े दुख की बात है,,,,
    य़ह आदमी कितना झूठ बोल रहा है,,, किताब में कहीं नहीं लिखा है,, की bukki ji,,, खुद खाना खाती, खुद हुक्का पीती,,,, भूत बन गए,,,,,,
    अनपढ़ लोग देख कर भी नहीं समझ रहे,,,,,
    य़ह book में कहीं नहीं लिखा,,,, as it नहीं पढ़ा raha
    जब निंदा ही करनी है तो satsang कैसा,,, जब झूठ ही बोलना है,,,,,

  • @mahendrasingh976
    @mahendrasingh976 3 ปีที่แล้ว

    Very nice

  • @GkkTek
    @GkkTek 3 ปีที่แล้ว

    🙏

  • @mahendrasingh9926
    @mahendrasingh9926 3 ปีที่แล้ว

    Very nice