धर्म बदला तो आरक्छान ख़त्म उन धार्मिको को पूछा जाय की आपका कौन सा धर्म है जो लोग कह रहे हैं की धर्म बदला तो आरछण ख़त्म होगा ब्रांश्मनो का धर्म मनुष्य धर्म से भी अलग है
यहां मुद्दा है विदेश के लोग अगर हिन्दू बनके इंडिया में आरक्षण का लाभ लेना चाह रहे थे तो उन्हें नहीं मिलेगा । सिर्फ भारत देश के मूलवासियों को ही sc st obc का फायदा मिलेगा जो जन्मजात से sc st obc के जाति में आते है। धर्म कोई भी हो मूलवासी होना चाहिए। sc st obc को मिलना चाहिए ,।
अंग्रजों ने सही कहा था कि ब्राह्मण के पास न्यायिक चरित्र नहीं होता है तभी अंग्रेजों ने ब्राह्मणों को जज नहीं बनाया था लेकिन आज 99% कोर्टो में ब्राह्मण जज भरे हुए हैं, जनता को कहां न्याय मिलेगा। जय मूलनिवासी।
जाति जन्म पर आधारित है और धर्म विश्वास पर आधारित है,आरक्षण पर धर्म नहीं आना चाहिए। जाति के आधार पर आरक्षण का लाभ क्या अयोग्य व्याक्ति को भी नौकरी मिलेगा?
इस देश की नींव ही जाति प्रथा पर आधारित हो,भले ही वो किसी भी धर्म का मानने वाला हो।आज अंग्रेजों की बात साक्षात सत्य हो गई कि "उनमें न्यायिक चरित्र होता ही नहीं है इसलिए उनको ऐसे पदों पर नहीं बिठाना चाहिए"
जब सभी धर्मों में छूआ छूत है तो धर्म परिवर्तन करने की जरूरत क्यों है,क्यों बौद्ध को भी लोग अब दलित दृष्टि से ही देखने लगें हैं 😅😂😅😂 भागने स😢 क्या फायदा 😂😢
जो अनुसूचित जनजाति का सदस्य हिंदू धर्म छोड़ कर क्रिश्चियन धर्म में संस्कारित हो जाता है तो उसे भी आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। आरक्षण लाभ के लिए अनुसूचित जाति,जनजाति और पिछड़ी जाति के लिए एक ही नियम होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट से कैल्शियम आरक्षण कब खत्म होगा भारतीय संविधान में नागरिक को किसी भी धर्म को अपनाने का मौलिक अधिकार है सुप्रीम कोर्ट को हमारे मौलिक अधिकार की रक्षा करनी चाहिए जनजाति एससी ओबीसी कभी हिंदू थे ही नहीं तो इसमें धर्म बदलने का क्या सवाल है ब्राह्मणवाद को कायम रखना है छुआछूत भेदभाव अत्याचार को कायम रखना है यही मतलब है जाति जनगणना करवानी चाहिए सब ठीक हो जाएगा कौन कितने पानी में है
ईसाई लोग को अंग्रेज जाती बना सकते हो क्या हिंदू को मुस्लिम का जाती बना सकते हो केवल राजनीतिक है और कुछ नहीं आरक्षण जाति के आधार पर मिला ना धर्म के आधार पर
@@AshMiz-x1etu q ro raha hai ye kewal sc ke liye hai or Christian and Buddhist me logo ko log uske Dharm ke naam se jante Hai na ki logon ki jati other caste me bhedbhav nahi Hai.....toh no caste reservation.......
भाई आप से पूछना चाहता हूँ कि आरक्षण धर्म के आधार पर मिला है कि जाति के आधार पर,,यदि ईसाई धर्म आपना लेने पर आरक्षण खत्म होते हैं,तो क्या हिन्दू धर्म आपनने पर आरक्षण मिलेगा या नहीं,,सिर्फ ये षड्यंत्र है आरक्षण खत्म करने का,है
आप पूरी जानकारी जानकारी दीजिए बहुजन भाइयों को की SC सिर्फ हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्म में अपना आरक्षण बरकरार रख सकता है क्योंकि ये जातीय भेद भाव के आधार पर मिलता है. जबकि ST कोई भी धर्म अपना सकता है उसका आरक्षण बरकरार रहता है क्योंकि वो जन्म, संस्कृति भौगिलिक स्थिति रीतिरिवाज के आधार पर मिलता है।
क्या कोई st वर्ग का व्यक्ति अपनी मुल संस्कृति कों पुरी से छोड़ देता हैं तों वों किस आधार पर आदिवासी अनुसूचित जन जाती माना जायेगा,, क्योंकि उसनें परम्परा, संस्कृति रीति रीवाज छोड़ दिया हैं
आज जितने भी हिन्दू है वे सभी बौद्ध धर्म के ही हैं। हिन्दू नाम का तो कोई धर्म हैं हीं नहीं। हिन्दू धर्म का उल्लेख कहीं भी नहीं मिलेगा। यहां तक की इनके धर्म ग्रंथों में भी नहीं मिलेगा। इसलिए जो भी बौद्ध धर्म के हैं वे सभी आरक्षण के हकदार हैं। जय भीम जय भारत जय कांसीराम जय संविधान नमो बुद्धाय
धर्म बदलने वाले का आरक्षण खत्म होना चाहिए आरक्षण जाती भेदभाव के कारण मिला जब दूसरे धर्म में जाती नहीं तो आरक्षण कयो जीसकी मरजी धर्म बदल ले लेकिन आरक्षण खत्म होना चाहिए
@@rajantirkey7769arachad की ldai Dr: भीम राव ने ladi thi only apne hindu dhram ke liye na ki dunia bhar ke dhram ke liye Jo ldega vo payega samjhe jay संविधान
indian christian mein bhi brahman christian hain, thakur christian bhi hain, OBC christian bhi hain, ST/SC christian bhi hain. Aur yahan bhi brahman christian jaatiwaad karta hai.. Brahman ne dharm badal liya par jaatiwaad nahi chhoda.
Sanvidhan ke bare meinacchi Jankari dene ke liyeaapko बहुत-बहुत dhanyvadaapse nivedan Hai KiAisi Jankari ki videoaap Janata ke samksh Hamesha prastut Karte Rahe
जाति और धर्म में बहुत अन्तर है । ईसाई एक धर्म है परन्तु जाति से कोई ताल्लुक नहीं है लेकिन कुछ लोग ईसाई शब्द को जाति के आधारित पर ईसाई शब्द उपयोग करते हैं। ईसाई एक धर्म है ये कोई जाति बोध नहीं दर्शाता है । जाति - जाति मनुष्य की पहचान दर्शाता है ताकि आदमी किस जाति के आधारित गिनती में सामिल हो रहा है या पहचानने की तारिकाएं है। आरक्षण को धर्म के साथ तुलना क्यों करते हैं सुप्रीम कोर्ट। आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए लोग अन्य धर्म को अपनाते हैं कोई भी धर्म आरक्षण से कोई ताल्लुक नहीं है। जाति - जाति अपनी जगह पर है और धर्म धर्म
सिर्फ क्रिश्चियन और मुस्लिम बनने से आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है, पर सुप्रीम कोर्ट ही कहती है कि के आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं मिलता है। अब आप समझते रहिए।
Bra man.. Madhrx... Hote hai..😎 ❤... Main Bahujan samaaj se hu... Aur main Budhist hu aur buddhist ke liye arakshan ❤.. hamesa rahega.. Aur ST SC OBC... BUDH ki or chalo ❤... Namo budhhay..
ये, दोगलापन नीति है , यदि बौद्ध धर्म जाति प्रथा नहीं है तो इन्हे क्यों आरक्षण मिलेगा । और यदि कोई हिंदू धर्म में वापस आना चाहता है तो उसे आरक्षण क्यों नहीं मिलेगा । तब घरवापसी जैसे महान कार्य का क्या मतलब है। इस निर्णय से यही निष्कर्ष निकलता है की कोई भूल से दूसरे धर्म में चला गया है तो उसे अपने मूल धर्म में वापस लौटने का रास्ता को बंद कर देना।
आरक्षण जाती के निकष पर मिलता है धर्म के निकष पर नही जात अलग बात है धर्म अलग बात है धर्म का आरक्षण से कोई लेन देन नही आरक्षण देने के लिए सामाजिक बॅकग्राऊंड देखा जाता है जाती कभी बदलती नही धर्म बदला जा सकता है अनुसूचित जाती से है तो आरक्षण मिलना चाहिए जाती मे जाती देखे जाती है धर्म मे नही धर्मांतरण करने से आदमी अमीर नही बन जाता उसके जीवन जीने के तोरतरीके मे बदल हो जाता है विचाररोमे बदल हो जाता रिती रिवाजो मे बदल हो जाता है जीवन जीने की पद्धती में बदल हो जाता है
@@SushmaSoreng-zf4modharmantaran krne pr to paisa ,job ghar sb kuchh milta hai.wo to amir hi ho jata hai.reservation sirf hindu dharm me jati ki wajh se mila hai.
अब तो सब आदिवासी, दलित , सब यीशु को अपनाएंगे तो सवर्णों को लाभ मिलेगा । मसीही लोग तो आरक्षण का लाभ उठाते ही नहीं । सारा लाभ सवर्णों को मिलेगा । इसलिए स्वर्ण लैंग मसीहियों द्वारा चलाए जाने वाले धर्म परिवर्तन अभियान का स्वागत करना चाहिए । सारा S/C, ST लोग मसीही बन जाएंगे तो आरक्षण ही खत्म हो जाएगा ।
जो पहले से बौद्ध रहा हो और आरक्षण का अधिकारी रहा हो, उसको कितना reservation jobs बांटा है अब तक? और वो धर्म परिवर्तन अब भी न करे तो क्या आरक्षण से jobs मिल जायेंगे?!?
धर्म परिवर्तन के नाम पर st sc obc रिजर्वेशन का फायदा उठाया जाता रहा अब रोका अलगना जरूरी है । कोर्ट का सही फैसला है ❤❤❤ इस पर सिर्फ मूलनिवासियों का हक है ❤
Arakshan gya tel lene paisa hai to sb bn jaoge sbka alg alg rate hai aur nhi hai to mehnat itna kro ki Arakshan ki jrurt na pde ,Arakshan v unko hi milta hai jinke pas paise hai
जातिवादी मानसिकता के न्यायाधीश भी कोलजियम सिस्टम से बंद होना चाहिए
Jaatiwad collegium hatao desh bachao
अच्छी जानकारी के लिए साधुवाद
धर्म बदला तो आरक्छान ख़त्म उन धार्मिको को पूछा जाय की आपका कौन सा धर्म है जो लोग कह रहे हैं की धर्म बदला तो आरछण ख़त्म होगा ब्रांश्मनो का धर्म मनुष्य धर्म से भी अलग है
बहुत अच्छी जानकारी दी है भाई अब एक ही नारा है हिंदू धर्म को लातमार बुद्ध धम्म अपना कर बुद्धिस्ट बनो । नमो बुद्धाय जय भीम जय संविधान जय भारत।
Tu budhist nhi ho sakta kyu bodh dharam ka janma Sanatan Dharm se hua hai 😊😊😊
@silentkiller1915 जब तुम हिंदू सनातनी हो सकते हो तो क्या मैं बुद्ध सनातनी नहीं हो सकता, बुद्धिस्ट होने के लिए मुझे आपके परमिशन की जरूरत नहीं है।
@@trilokisingh14tab bhi tu dalit hi rhega 😅😅😅😅😅😅😅😅
@@gauravsharma4188 दलित में तो सबसे ज्यादा छूट दी गई है 🤪
Bangladesh me dekho Sc st obc baudh sikh isai sab kate ja rahe hai
सत्य,अहिंसा, प्रेम ही इंसान का धर्म है।
यहां मुद्दा है विदेश के लोग अगर हिन्दू बनके इंडिया में आरक्षण का लाभ लेना चाह रहे थे तो उन्हें नहीं मिलेगा । सिर्फ भारत देश के मूलवासियों को ही sc st obc का फायदा मिलेगा जो जन्मजात से sc st obc के जाति में आते है। धर्म कोई भी हो मूलवासी होना चाहिए। sc st obc को मिलना चाहिए ,।
Right 👍
नहीं चाहिए आरक्षण,पर धर्म जरूर बदलेंगे ,बोद्ध बनेंगे, और खुद का बिजनेस करेंगे जय भीम नमो बुद्धाय 😊❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bahut badhiya
कब से कर रहा है 😂😂😂😂😂
Reservation chhod de tab manenge. Baki sabhi budhdhu fraud hai😅😅
Kal bodh banaga parsu Miya banega
तेरा बुद्ध भीख मांगते मांगते यमराज के पास चला गया और तु business करेगा😂😂😂😂😂
Tribals ko christian aur muslim me convert jone k baad saare ST rights aur reservation khatam krr dena chahia.
ठीक है इसी तरह लोगों का ग्यान बढ़ाते रहो, नमों बुद्धाye,
Supreme court ne bahut badhiya faisla Diya hai Johar marang buru
जय भीम
अंग्रजों ने सही कहा था कि ब्राह्मण के पास न्यायिक चरित्र नहीं होता है तभी अंग्रेजों ने ब्राह्मणों को जज नहीं बनाया था लेकिन आज 99% कोर्टो में ब्राह्मण जज भरे हुए हैं, जनता को कहां न्याय मिलेगा। जय मूलनिवासी।
💯 %Right
Padai likhai ke juj bna hai arkshan se nhi 😂😂
Tho kya dalit aarkshan muslman ko milega kya
जाति जन्म पर आधारित है और धर्म विश्वास पर आधारित है,आरक्षण पर धर्म नहीं आना चाहिए। जाति के आधार पर आरक्षण का लाभ क्या अयोग्य व्याक्ति को भी नौकरी मिलेगा?
अंग्रेजों ने दलितों को ही जज बनाया था लेकिन दलितों की गरीबी तो वैसे ही बनी रहे इस पर भी कोई टीका टिप्पणी करते जाओ
बहुत अच्छी जानकारी दी
जय भीम जय भारत नमो बुद्धाय
इस देश की नींव ही जाति प्रथा पर आधारित हो,भले ही वो किसी भी धर्म का मानने वाला हो।आज अंग्रेजों की बात साक्षात सत्य हो गई कि "उनमें न्यायिक चरित्र होता ही नहीं है इसलिए उनको ऐसे पदों पर नहीं बिठाना चाहिए"
जब सभी धर्मों में छूआ छूत है तो धर्म परिवर्तन करने की जरूरत क्यों है,क्यों बौद्ध को भी लोग अब दलित दृष्टि से ही देखने लगें हैं 😅😂😅😂 भागने स😢 क्या फायदा 😂😢
इंडिया गठबंधन जिंदाबाद
सुप्रीम कोर्ट से बोलो के सब कुछ बौद्ध धर्म का है उसको सबका सब बंद करके बौद्ध को मिलना ही चाहिए जरूरी है जय भीम जय संविधान जय इंडिया जय बौद्ध जय 85 %
नारा सें नही जमीन पर उतर एन केन 85% मान मूल संविधान बचाना.पहले सत्ता जो छिन कर रखा सामने आसान नही जो.
😜😜😜💐😜😜😜😜😜
जो अनुसूचित जनजाति का सदस्य हिंदू धर्म छोड़ कर क्रिश्चियन धर्म में संस्कारित हो जाता है तो उसे भी आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। आरक्षण लाभ के लिए अनुसूचित जाति,जनजाति और पिछड़ी जाति के लिए एक ही नियम होना चाहिए।
उसका नियम आपके द्वारा बिल्कुल नही बनाना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट से कैल्शियम आरक्षण कब खत्म होगा भारतीय संविधान में नागरिक को किसी भी धर्म को अपनाने का मौलिक अधिकार है सुप्रीम कोर्ट को हमारे मौलिक अधिकार की रक्षा करनी चाहिए जनजाति एससी ओबीसी कभी हिंदू थे ही नहीं तो इसमें धर्म बदलने का क्या सवाल है ब्राह्मणवाद को कायम रखना है छुआछूत भेदभाव अत्याचार को कायम रखना है यही मतलब है जाति जनगणना करवानी चाहिए सब ठीक हो जाएगा कौन कितने पानी में है
बाबा साहेब के संविधान में sc st aur obc ko hindu bataya gaya hai।
अनुच्छेद 25 का खण्ड (1) धर्म को छोड़ने और ग्रहण करने का अधिकार देता है l
नेता लोग भी एक पाटी से दूसरे पाटी में जाते है तो नेताओं को भी चुनाव का लाभ नहीं मिलना चाहिए।
सही बात कही
सबसे पहले ये कॉलेजियम सिस्टम बंद करो
संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं है जाति के नाम पर है।नव नवबौद्धों को आरक्षण मिलेगा
Aarashhadhh dhharm nahin deta aarashhato asamvidhhan deta hai
Right
Nahi milega
Right bro
Sahi baat
🎉 thanks for your information
Jay Bhim आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
ईसाई लोग को अंग्रेज जाती बना सकते हो क्या हिंदू को मुस्लिम का जाती बना सकते हो केवल राजनीतिक है और कुछ नहीं आरक्षण जाति के आधार पर मिला ना धर्म के आधार पर
Christan bhi bano Aur SC kotay mei nokri bhi do. Supreme Court ne Bahut achha kiya
Very good sanvidhan
धार्मिक स्वतंत्रता मौलिक अधिकार है।धार्मिक प्रतिबंध वैयक्तिक स्वतंत्रता व मौलिक अधिकारों के विरुद्ध निर्णय।
, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का इस फैसले का मैं समर्थन करता हूं और मुझे भी इस फैसले का सथ हू
जो धर्म परिवर्तन करता है उसका आरक्षण समाप्त कर देना चाहिए
बहुत अच्छा निर्णय दिया है धन्यवाद जय भिम जय संविधान बुध्दिष्ट बनो
बहुत अच्छा जानकारी।
NAMO BUDHAY 🙏 Jai Bheem jai bharat jai sanvidhan 🙏✍️💐 Well-done🎉🙏✍️💐
सुप्रीम कोर्ट ने बहुत ही सराहनीय फैसला लिया है जय भीम जय संविधान
Kya accha faisla liya hai bewakoof?.
Bilkul sahi nirnay
@@santhaltricks toh tu chahta hai ki dalit caste discrimination sehta rahe aur hindu rahe..
@@santhaltricks hindu pehle aya ya adivasi ye batao..
@@AshMiz-x1etu q ro raha hai ye kewal sc ke liye hai or Christian and Buddhist me logo ko log uske Dharm ke naam se jante Hai na ki logon ki jati other caste me bhedbhav nahi Hai.....toh no caste reservation.......
भाई आप से पूछना चाहता हूँ कि आरक्षण धर्म के आधार पर मिला है कि जाति के आधार पर,,यदि ईसाई धर्म आपना लेने पर आरक्षण खत्म होते हैं,तो क्या हिन्दू धर्म आपनने पर आरक्षण मिलेगा या नहीं,,सिर्फ ये षड्यंत्र है आरक्षण खत्म करने का,है
Nahin
आरक्षण खत्म करने का खेल शुरू हो चुका है आर्य और ब्राह्मणों का कब्जा । कितने मूलवासी आज तक वकील बने । कितने IAS, कितने मंदिर पुजारी, ये सब साजिश है
संविधान में कहा लिखा है जाति के आधार पर ST CATEGORY में आरक्षण मिलता है?
संविधान का कौन सा article में लिखा है जाति के आधार पर st CATEGORY में आरक्षण मिलता है?
संविधान में अब तक आवश्यकता अनुसार बहुत से संशोधन हो चुका है तो आरक्षण में भी संशोधन हो जाएगा
Sab kuchh Teri ichcha anusar hona chahie😅😅
Bàhut bahut thanks
Hame nahi chiye aarkshan lekin hume hindu dharm ki jarut nahi hum budh dham ko apnayege jald
आप पूरी जानकारी जानकारी दीजिए बहुजन भाइयों को की SC सिर्फ हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्म में अपना आरक्षण बरकरार रख सकता है क्योंकि ये जातीय भेद भाव के आधार पर मिलता है. जबकि ST कोई भी धर्म अपना सकता है उसका आरक्षण बरकरार रहता है क्योंकि वो जन्म, संस्कृति भौगिलिक स्थिति रीतिरिवाज के आधार पर मिलता है।
कोई भी धर्म में परिवर्तन होता है तो उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए
बौद्ध धर्म को भी आरक्षण नहीं मिलेगा
@@ompurbiya2094 तुम्हारे हिसाब से संविधान नहीं चलेगा बल्कि तुम्हे संविधान के हिसाब से चलना होगा।
क्या कोई st वर्ग का व्यक्ति अपनी मुल संस्कृति कों पुरी से छोड़ देता हैं तों वों किस आधार पर आदिवासी अनुसूचित जन जाती माना जायेगा,, क्योंकि उसनें परम्परा, संस्कृति रीति रीवाज छोड़ दिया हैं
@rajeshkumarbhaskar3574 जन्म और भौगोलिक स्थिति के आधार पर।
आज जितने भी हिन्दू है वे सभी बौद्ध धर्म के ही हैं। हिन्दू नाम का तो कोई धर्म हैं हीं नहीं। हिन्दू धर्म का उल्लेख कहीं भी नहीं मिलेगा।
यहां तक की इनके धर्म ग्रंथों में भी नहीं मिलेगा। इसलिए जो भी बौद्ध धर्म के हैं वे सभी आरक्षण के हकदार हैं। जय भीम जय भारत जय कांसीराम जय संविधान नमो बुद्धाय
लेकिन ये शब्द संविधान में लिखा है जिसे किसी का बाप भी नहीं मिटा सकता😮😮
Right
धर्म बदलने वाले का आरक्षण खत्म होना चाहिए आरक्षण जाती भेदभाव के कारण मिला जब दूसरे धर्म में जाती नहीं तो आरक्षण कयो जीसकी मरजी धर्म बदल ले लेकिन आरक्षण खत्म होना चाहिए
किसने कहा दूसरे धर्म में जाति नहीं है ????? किसी बेवकूf ने कहा और अपने मन लिया गजब्ब जी!
पहले जानकारी पुख्ता तो कर लो जाति, धर्म, संविधान में
@rajantirkey7769 आरक्षण सिर्फ हिन्दू धर्म को मिला हुआ है जाती भेदभाव के कारण पहले ढंग से पता कर लो
@@rajantirkey7769arachad की ldai Dr: भीम राव ने ladi thi only apne hindu dhram ke liye na ki dunia bhar ke dhram ke liye Jo ldega vo payega samjhe jay संविधान
@@JayPrakash-rb6jrgalat . Reservation SC Ko sirf north mein nahi hai, par SC muslim, SC christian ko reservation milta hai south mein..
indian christian mein bhi brahman christian hain, thakur christian bhi hain, OBC christian bhi hain, ST/SC christian bhi hain.
Aur yahan bhi brahman christian jaatiwaad karta hai..
Brahman ne dharm badal liya par jaatiwaad nahi chhoda.
Converted logo ko arokshan se hotaya jai.
Bahut achcha nirnay hai dhanyvad supreme court ko bahut bahut dhanyvad Jay Valmiki
जय भीम! आप ने अच्छा प्रजेंटेशन दिया ।बहु_बहुत धन्यवाद ।
जिनको जाना है जिस धर्म मे जाए
औकात समझ में आ जायेगी
बस आरक्षण मत लेना अगर स्वाभिमान है तो😂😂
Reservation should be given on caste system not change of religion.
Right decision
यह बहुत आवश्यक है कि धर्म बदलने पर आरक्षण खत्म होना चाहिए । 😢😢😢😢😢❤❤❤❤❤
Sanvidhan ke bare meinacchi Jankari dene ke liyeaapko बहुत-बहुत dhanyvadaapse nivedan Hai KiAisi Jankari ki videoaap Janata ke samksh Hamesha prastut Karte Rahe
आर एस एस की नई चाल😂😂😂😂😂
केसा चाल..,कोई चल में आरएसएस बीजेपी बन होगा
bahut Ascha hey.... supreme court ka faisla....
Verry good all the vest mere Bhai aap ko jay bhim
माननीय बाबासाहेब अम्बेडकर जी को नमन ्
जो लोग आदिवासी जाति से ईसाई धर्म में परिवर्तित हुए है उन्हें तो दोनों समुदायों से आरक्षण प्राप्त है ,ऐसा क्यों?
संविधान के तहत धर्म के आधार पर आरक्षण नही दिया जा सकता हैं
जाति और धर्म में बहुत अन्तर है । ईसाई एक धर्म है परन्तु जाति से कोई ताल्लुक नहीं है लेकिन कुछ लोग ईसाई शब्द को जाति के आधारित पर ईसाई शब्द उपयोग करते हैं। ईसाई एक धर्म है ये कोई जाति बोध नहीं दर्शाता है । जाति - जाति मनुष्य की पहचान दर्शाता है ताकि आदमी किस जाति के आधारित गिनती में सामिल हो रहा है या पहचानने की तारिकाएं है। आरक्षण को धर्म के साथ तुलना क्यों करते हैं सुप्रीम कोर्ट। आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए लोग अन्य धर्म को अपनाते हैं कोई भी धर्म आरक्षण से कोई ताल्लुक नहीं है। जाति - जाति अपनी जगह पर है और धर्म धर्म
Aur ek teesra Dharm Parivartan karne ka Karan Aastha Vishwas kyunki isa Masih Jinda khuda hai❤❤
उच्चतम न्यायालय ने बहुत अच्छा फैसला दिया है।
बहुत सही निर्णय, छत्तीसगढ़ झारखंड सहित ७% ईसाई ऐस टी श्रेणी का लाभ ले रहे
Apko sadar jai bhim
आप को बहुत बहुत आभार प्रकट करते हैं जय भीम जय संविधान
आदिवासी दलित obc यदि ईसाई धर्म का अनुसरण करना शुरू कर दे तो क्या उनका जमीन भी GENERAL कैटेगरी का बन जाएगा😂
सिर्फ क्रिश्चियन और मुस्लिम बनने से आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है, पर सुप्रीम कोर्ट ही कहती है कि के आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं मिलता है। अब आप समझते रहिए।
मुस्लिमों की जातियों को ओबीसी में आरक्षण मिलता है। मुस्लिमों को sc में भी आरक्षण देना चाहिए। संविधान में सभी को हक मिलना चाहिए।
संविधान के अनुसार फैसला देना चाहिये
हिंदुत्व तो बहाना है ताकि बामन की लड़ाई हम लड़े असली में ये जातिवाद हो रहा बामनवाद
NYAY LAY NE 100% THIK BOLA HAI.
जज का जज बना तो आरक्षण क्या होगा।
Jai bhim namo budhayah thanks sir 🙏👍🙏👍🙏👍👍👍👍👍
अब तो मनुवादी जज खुले आम संविधान आरक्षण पे हमला करना शुरू कर दिया
आप को धन्यवाद,जय भीम जय संविधान जय भारत
Very Nice
Jai bhim Namo buddhay
ये खेल अमीर पैसा वाला हि कर रहा है ग़रीब नहीं कर रहा
100/right decision.
Dharam badalne ki jarurat nahi sirf practice ki jarurat hai.
ब्रह्मण बिदेसी है माइनोरिटी है
Bra man.. Madhrx... Hote hai..😎 ❤... Main Bahujan samaaj se hu... Aur main Budhist hu aur buddhist ke liye arakshan ❤.. hamesa rahega.. Aur ST SC OBC... BUDH ki or chalo ❤... Namo budhhay..
It was a great step by supreme court.. salute to
Yeshu hi khuda hey
ये, दोगलापन नीति है , यदि बौद्ध धर्म जाति प्रथा नहीं है तो इन्हे क्यों आरक्षण मिलेगा । और यदि कोई हिंदू धर्म में वापस आना चाहता है तो उसे आरक्षण क्यों नहीं मिलेगा । तब घरवापसी जैसे महान कार्य का क्या मतलब है। इस निर्णय से यही निष्कर्ष निकलता है की कोई भूल से दूसरे धर्म में चला गया है तो उसे अपने मूल धर्म में वापस लौटने का रास्ता को बंद कर देना।
Thanks🙏😊
लेकिन आरक्षण की जरूरत क्यों पड़ी
सच्चाई के लिये सब कुछ सोड़ दूं आरक्षण क्या है
आरक्षण जाती के निकष पर मिलता है धर्म के निकष पर नही जात अलग बात है धर्म अलग बात है धर्म का आरक्षण से कोई लेन देन नही आरक्षण देने के लिए सामाजिक बॅकग्राऊंड देखा जाता है जाती कभी बदलती नही धर्म बदला जा सकता है अनुसूचित जाती से है तो आरक्षण मिलना चाहिए जाती मे जाती देखे जाती है धर्म मे नही धर्मांतरण करने से आदमी अमीर नही बन जाता उसके जीवन जीने के तोरतरीके मे बदल हो जाता है विचाररोमे बदल हो जाता रिती रिवाजो मे बदल हो जाता है जीवन जीने की पद्धती में बदल हो जाता है
Absolutely right
@@SushmaSoreng-zf4modharmantaran krne pr to paisa ,job ghar sb kuchh milta hai.wo to amir hi ho jata hai.reservation sirf hindu dharm me jati ki wajh se mila hai.
कोई बात नही आने बाला है भारत का ईष्ट्रई धर्म इशाई ही होगा
अब तो सब आदिवासी, दलित , सब यीशु को अपनाएंगे तो सवर्णों को लाभ मिलेगा । मसीही लोग तो आरक्षण का लाभ उठाते ही नहीं । सारा लाभ सवर्णों को मिलेगा । इसलिए स्वर्ण लैंग मसीहियों द्वारा चलाए जाने वाले धर्म परिवर्तन अभियान का स्वागत करना चाहिए ।
सारा S/C, ST लोग मसीही बन जाएंगे तो आरक्षण ही खत्म हो जाएगा ।
जो पहले से बौद्ध रहा हो और आरक्षण का अधिकारी रहा हो, उसको कितना reservation jobs बांटा है अब तक?
और वो धर्म परिवर्तन अब भी न करे तो क्या आरक्षण से jobs मिल जायेंगे?!?
Jai.bhim.namo.buddhay sir
Right
धर्म परिवर्तन के नाम पर st sc obc रिजर्वेशन का फायदा उठाया जाता रहा अब रोका अलगना जरूरी है । कोर्ट का सही फैसला है ❤❤❤ इस पर सिर्फ मूलनिवासियों का हक है ❤
Bahothi mahatvapurna jankari diye ho dhanyawad.
Desision is purlly right
Very best jajment in suprim court
Arakshan gya tel lene paisa hai to sb bn jaoge sbka alg alg rate hai aur nhi hai to mehnat itna kro ki Arakshan ki jrurt na pde ,Arakshan v unko hi milta hai jinke pas paise hai
Excellent information I appreciate you
जज को कौन (Colejium)सा आरक्षण मिला है आरक्षण जाति या धर्म आधारित है ?? कुल मिलाकर mashi अगेंस्ट
Jay bhim nmo buddhay sir ji
हिंदुओ का आरक्षण चाहे sc, obc या ews हो सिर्फ हिंदुओ को ही मिले,,
हिन्दू धर्म छोड़कर जाने वालों को आरक्षण देना बंद करो।
Dharam badalne walon ko arakchan nhi milna cahye.😊😊
Yah log Puri tarah se Aarakshan khatm karne Wale Hain
Arakshan kyon meelee ?? Agar dharm badla wah re do no hath mee ladoo nahi meelega ??
NO JAAT PATT
हा तो जो आदिवासी हिन्दू ईसाई धर्म में चलेगये उनका आरक्षण खत्म होना चाहिए जय जोहार
आरक्षण जाति आधार पर आरक्षणमिलता है।