गुरु के चरण पधार के शंखा दे सब छोड़ राम मिला दे पलक में यंम की फदी तोड़। सत्य गुरु ज्ञान को जपलै
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- เผยแพร่เมื่อ 1 พ.ค. 2024
- गुरु बिन जगत में कौन उपवन हर कहे कबीर धर्मदास को लिया मानुष जन्म अवतार। सत्संग है संसार में सबका दुख में तन्हाई सद्गुरु वचन पर बाल हर दे देज्ञान टेक सारी। , अविनाशी के धामका कैसा करूं बखान हंस हीरा चुग रहा वह है कंचन खान। , संत सागा सद्गुरु सांगा और सागा सतनाम कहे कबीर तेरे जीव को है तीन धाम विश्राम। , सतनाम बंदगी गुरुदेव को दंडवत बंद की साहब सत पुरुष कबीर को
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