अहिंसा परमो धर्म: धर्म हिंसा तथेव च: अहिंसा परम धर्म है, लेकिन धर्म रक्षा के लिए हिंसा करो। में जैन मुनियों की हृदय से सम्मान करता हूं, लेकिन आपके कॉमेंट से सहमत नहीं।
@SHRIKANT LITKE 100% आपसे सहमत। हम शास्त्र से विश्व गुरु बने, लेकिन शस्त्र रखना भूल गए तो हज़ार वर्ष के लिए बोने, सुवर कोम के गुलाम हो गए। नहीं चाहिए शांति और माफ कर देने वाले पाठ। ये अपनों के लिए होते हैं, बाहरी दुश्मनों के लिए नहीं।
नहीं आवश्यकता पड़ने पर हिंसा जरूरी है धर्म ऑर संस्कृति को बचाने के लिए झुटी कहानियों पर भरोसा मत करो सनातन संस्कृति में धर्म बचाने के लिए की गई हिंसा उचित है अगर आहिंसक बने रहोगे तो एक इस्लाम नाम का वायरस है इसकी बीमारी लग जाएगी भाई
@@Delhiislam Aurangzeb ne specially unn mandiro ko target kiya jahan par huge amount me shradhalu jate the like Mathura, kashi and various other region aur apki jankari ke liye bata dun ki mass conversation bhi aurangzeb aur Mughals empire k time me hi hua
The Principles of Jainism are eternal Truth. The world crisis could be stabilized only by following the discourses of Lord Mahavir Swami Ji. Jai Jinendra Dev ki.
@@Thappadmaarpahalwan5544 haa.. Rakam to Bhamashah Jain ne bhi shri Maharana Pratap (❤️) ko di thi, jab sena ki haalat aur shashtro ki kami dekhkar Akbar se sandhi ka mann bna liya tha... tbhi bachi thi sena, lashkar-lawazama aur Akbar k khilaaf janmbhoomi aandolan🇮🇳❤️
@@shubhamjain6338 aagya na WhatsApp University se knowledge lekr maharana Pratap kabhi koi letter nai lekha tha Akbar ko na soch raha tha ye bikaner ka raja ko galatfami hui thi yoh unhone maharana se pucha Kya aap Akbar se sandhi kr raha ho toh sunn WhatsApp University topper maharana Kya maharana Sher kabhi kutto ka samne jhukte aap chinta mat kro Mai koi sandhi nai kr raha hu or ye letter aaj b udaipur ka place Mai ha ja ka padh Lena or apne family ko b le Jana jisne terako ye gyan diya bhamasa mahan tha par woh Pratap ki mahanta ka samne 10percent b nai .yudh Pratap ladne jata tha apne hathale par rakh kr or bhamasa ko b pata tha ek bar mugal senak Jeet gya toh praja ki har Hindu ladki utha kr le jayenge esliye bhamasa ne Pratap ko dhan dekr help ki
This is no doubt amazing that the Jain temple built in 1656 right opposite the Red Fort survived, but then kindly let us know some evidence if the temple was indeed built in 1656 or that there were Jain soldiers ion the Mughal army. However, so far as I know, there were some very rich Jain merchants in Surat who had friendly relations with Aurangzeb.
Jain Religion is the oldest religion. Jain had lost many temples during mughals, and in South India region like Tirupati Balaji temple Is forcely converted into a Hindu temple even knowing the main Idol is of Neminath Bhagwan not the vyanktesh swami
Sanathan dharma se hi baudh n Jain ka janm hua......we lost nalandha takshashila jaise Universities...lost all our ancient knowledge with that.... Mughals came broke temple converted people, British came looted converted ...our education system itself changed according to there plan, law n order , judiciary all the system same till now since British era. Muslims read kuran, Christian s read Bible, do we even read any Vedas bhagawadgita.....
@@jayanttidke644 no you are wrong.. jain don't worship mithyadrashti Devi devta. Jainism is not a branch of Hinduism. Many Hindu, Rajput kings adopted Jain Diksha. If survey done properly than most of Hindu owned temple will be found as jain temples. Jainism is also an oldest religion. Fact - we have current set of 24 tirthankars of present times. Each tirthankars reign was of 500-800 years. So calculate the total years. Even Lord Mahavira who is last tirthankar of current times had 2700 approx year older. One more thing, in bhootkaal we had different set of 24 tirthankaras that existed around 2400 years... and in future jainism will be having new 24 tirthankars including Ravana, Rama, Krishna, Sita, hanuman etc.. that why most jain people don't go to watch burning of Ravana on dusshera. How insensitive you are to call all of these as imagination. Jainism can give you exact reason behind every act, Karma. Hinduism gives emphasis on puja path. But jainism teaches to understand the thought behind puja , Aarti, Grantha, kisi ke dharm ka woh bhi jo itna prachin, adbhut he uska majak na banaye. Jo Muslim Hindu mandir ke sath kar chuke he woh Sab Hindu ne Jain mandiro ke sath bhi kiya he. Pls leave if you know nothing ....else I will let u know thousands of jain scriptures.. which if u start reading will consume ur whole life reading. JAINAM JAYTU SHASHNAM. Vande VEERAM Dharamam. Kevalli pannatoh dhamo sharanam pavva jami
@@shubhamjain6338 na bhai koi problem nhi hai Jainsm to ham hinduo ki life ka part hai bina Jainism ke hinduism bhi survive nhi kr sakta dono ek dusre ke poorak hai
If the invaders had not demolished Jain Temples then who demolished 27Jain Temples and used columns and other parts of the temples to construct Kutub al Islam mosque in Qutub minar complex.
भारत यह एक ऋषियों, मुनियों,संतो और औलिया ए इकराम की भूमि है। यह एक आध्यात्मिक विषय है। इस भूमि पर अनैतिक दृष्य़ हत्याएं और अदृश्य हत्याएं ज़्यादा देर तक राज नहीं कर सकते।👆🙏
@SHRIKANT LITKE जो लोग भी जैनत्व में अहिंसा का विरोध कर रहे है, उन्होनें इसका अध्ययन कभी किया ही नहीं। जिन वाणी के अनुसार, 4 प्रकार की हिंसा - १) आरंभी हिंसा - दैनिक कार्य, व्यक्तिगत कार्य (शौच, नहाना आदि) आदि में निश्चित ही होने वाली हिंसा २) विरोधी हिंसा - परिवार, देश , धर्म , निर्बल या समाज पर आक्रमण होने की स्थिति में विरोध स्वरूप(DEFENCE) की जाने वाली हिंसा(म्लेच्छों से युद्ध) ३) व्यवसायिक हिंसा - व्यापार या व्यवसायिक क्रियाओं में ना टाली जा सकने वाली हिंसा(सामान उठाना, पटकना; Transportation, रंगाई, पुताई, दवाई/औषधी बनाने हेतु लैब में परीक्षण करना, आदि) ४) संकल्पी हिंसा - जब संकल्प करके किसी जीव को मारा जाए , या मारने का भाव किया जाए; तब इसे संकल्पी हिंसा कहा जाता है. जैसै- दवाई से खटमल मारना/बेचना, व्यर्थ ही जल/अग्नि का अपव्यय करना, मांस खाना, किसी पर आक्रमण/धावा करना(offensive) , हिंसा करने का विचार करना, धमकाना, आदि। संकल्पी हिंसा को निकृष्ट मानकर प्रथम तीन हिंसा गृहस्थों द्वारा न्यूनतम संभावना (At minimal level possible) पर की जा सकती है, (मुनियों के लिए चारों प्रकार का त्याग)❤️
@SHRIKANT LITKE किसी को मारकर ही युद्ध करने का साहस आए, यह तो सही नही है। ऐसा ही कुछ तर्क तो मांसाहारी भी देते है कि मांस भक्षण से साहस आता है। आज के समय में भी जो युद्धाभ्यास होते है, उनमें भी प्रतीक स्वरूप नकली सैनिक तथा artillery का प्रयोग किया जाता है। वैसे भी निर्दोष , मासूम पशुओं को मारना केवल क्रूरता है। इसीलिए महान महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाई, पर इतने सैनिक और हथियारों के बावजूद जानवर को मारकर नही खाया। और फिर भी तत्कालीन राजाओं में सबसे अधिक साहसी थे। क्षमा कीजिएगा, परंतु म्लेच्छों के आने के पूर्व भी कुछ वैदिक क्रियाओं में हिंसा हुआ करती ही थी (यज्ञ में पशु बलि आदि), कंदमूल/तामसिक सेवन, आदि। जय श्री राम, जय जिनेन्द्र❤️
Actual me hindu mandir's me itana divay power tha ki unme itana bhavay power tha ki uske power se muslimo ko bhsy lagta tha isliye mandiro ko toda murtiyo ko bhi tod zalan ke mare jain mandiro me ye divyata nHi hogi.tabhi mandir hi tode per jIn mandirs nahi...jaini kikne dust hote h n apane mandiro me mano cheejo ki boliya lGKet dan kRte h apne kiksrmo se bachane
इतिहास गवाह हैं. किधर भी जैन मंदिर हो. आजूबाजू का परिसर पवित्र हो जाता हैं. यही अहिंसा की ताकत हैं. शायद ही कोई जिनालय किसी भी मुस्लिम शासकोने तोडा हो. जय जिनेंद्र. 🙏
@SHRIKANT LITKE isi Vedic Dharm k aadi shankaracharya ne south india m sekdo jain nd Buddh mandir tudwaaye, jain idols ka form change krke unhe vishnu ji k roop m portray kiya, nd mass forced conversions kraaye..
@@shubhamjain6338 ओह जैन भाई कौनसे भ्रम में जी रहे हो तुम लोग ? ये तुम लोग जिस अहिंसा की बात करते हो मत भूलो वो अहिंसा भी सनातन वैदिक धर्म से ही निकली है 🙏🏻 बिना सर पैर की बाते मत करो यहां पर Fact के साथ बोला करो
@@Sam_Rajpurohit Visit Southern India first. Read about Journey of Aadi shankaracharya from ur own facts. Also search "impalement(killing) of 8000 jain saints in south india"
@SHRIKANT LITKE ... We like vedic dharma but Shankracharya killed thousands of innocent jains and saints in 6th Centurary . He forcely converted jain temples and thousands of jains
वैदीक धर्म ग्रंथों मे हिंदु शब्द नहीं और सनातन शब्द कीसी एक धर्म के संबधीत नहीं। धरती पर जितने धर्म है वे सब सनातन है इसलिए सनातन है की उनके भीतर जो आत्मा बैठी है वह सनातन है। इसलिए हर धर्म सनातन है। जैन हिंदु नहीं बल्कि सनातन भारतीय है और भारत के मुलनीवासी भी है। हिंदु धर्म ही नहीं तो जैन हिंदु कैसे होना संभव है। भारत के संवीधान हिंदु नाम के कोही धर्म को नहीं मानता। समण धर्म भारत का प्राचीन और सनातन धर्म है।
हिंदु धर्म अर्थात वैदीक धर्म की जो ब्राम्हन परंपरा से चला आया है। वैदीक धर्म में अहिंसा और शाकाहार महत्वपूर्ण नहीं है। लेकीन जैन धर्म मे अहिंसा और शाकाहार महत्वपूर्ण है। आज भी कुछ वैदीक देवीदेवताओ के मंदीरो मे पशुबली चढ़ाया जाता है। और भैरवजी को शराब भी पीलाई जाती है। वैदीक धर्म के 36 करोड़ देवी देवता है जैन धर्म मे 24 तिर्थकर को देवता मानते है। जैन धर्म के साधु नग्न विहार करते है वैदीक धर्म में साधु नग्न नहीं रहते इस प्रकार वैदीक धर्म और जैन धर्म मे बहोत भीन्नता दिखाई देती है। इसलिए जैन और वैदीक धर्म का तत्वज्ञान मे भीन्नता दिखाई देती है।
@SHRIKANT LITKE पुरे विश्व मे संस्कृत भाषा का शीलालेख कही भी उपलब्ध नहीं है दुसरी बात धरती के किसी देश तथा देश के राज्यों मे संस्कृत भाषा बोली भाषा नही रही है। तिसरी बात भारत के किसी राजाओं ने संस्कृत भाषा मे राज्य शासन चलाया नही है। और इतीहास कहता है आर्य विदेशी है। इसलिए और जादा कहने की कोही अवशकता नहीं है की वैदीक धर्म कीतना पुराना है। वेदो मे मुर्ती पुजा का कोही उल्लेख नहीं है मुर्ती पुजा समण धर्म से प्रारंभ हुयी है। भारत का इतिहास कहता है भारत का प्राचीन तथा सनातन धर्म समण धर्म है। आप भारत का इतीहास पड़ेंगे तो ठिक रहेगा। भारत सर्वोच्च धर्म क्षत्रीय धर्म है। 🚩जय क्षत्रीय धर्म की जय 🚩
अहिंसा परमो धर्म यह बात भगवान कृष्ण ने सही कही क्यो की कृष्ण अर्जुन को कहते है मै शस्त्र नही उठाऊंगा। मेरी नारायनी सेना तुम्हे दुंगा। अर्थात कृष्ण पूर्ण अहिंसा की बात कहते है। धर्म हिंसा तथैवचः यह शब्द कृष्ण के नही पुरोहीतो के है। इसलिए इस बात पर ध्यान देना महत्वपूर्ण नही। कृष्ण पुर्ण रुपसे शाकारी है कृष्ण त्रीकालग्य है ऐसे भगवान हिंसा की बात नही करते।भारत मे ब्राम्हण और क्षत्रीयो का युद्ध का इतिहास प्रमानीत है। परशुराम ने 21 बार धरती से क्षत्रीय को नष्ट कीया इसका कोही प्रमाण उपलब्ध नही। आज तक धरती से क्षत्रीय को कोही मीटा नही सका। हमारे भारती की धरती का सर्वोच्च धर्म क्षत्रीय धर्म है। सर्वोच्च धर्म इसलिए कह रहा हु की आज तक जितने भगवान बने और जितने चक्रवर्ती सम्राट बने वे सब क्षत्रीय कुल मे ही पैदा हुये कोही राजा अथवा भगवान ब्राम्हण कुल मे पैदा नही हुये इसलिए हमारा सनातन क्षत्रीय धर्म सर्वोच्च है। जय क्षत्रीय जय भारत
बिल्कुल सही कहा भाई अगर हिसा से मुंह मोड़ लिया तो दूसरे धर्म वाले इसका नाजायज फायदा लेंगे में जैन समाज का सम्मान करता हूं लेकिन कोई इनसे पूछे तुम्हारी बहन बेटी को घर से उठा ले जाए तो क्या तुम आहिंसाक बने रहोगे
@@dwaitastroguru5187 ahinsha parmo dharm bhagwaan mahavir ka bhi siddhant tha islye aaj koi bhi jain chinti bhi nhi marta par kai sare hindu maans khate hai aur ahinsa mtlb kisi ki hinsa na karna kisi ko kast mat dena...
In Chandani Chowk we can see Jain Mandir - Jain community, Gurudwara - Sikh community Shiv Mandir- Hindus and Lal kila - muslim community in one line, which are 1600 years made.
Bahut hi lajwab kahani sunai hi aap ne medam ji Jab nagade baj rahe the to aap us yug me vajir ki aatma aap hi thi kahani esi banao ki uspe 1 parsent ka viswas ho
Lal mandir mugal ke aane se pahle se tha ( alauddin khilji) ke samay me dakshin se aakash marg se chatai par Baith kar( digambar muniraj ) sahi samay par darbaar me aay aur fakir ke kala jaadu ka samathan kar aakash marg se lout gaye the , mugal agra me rahte the aur unke Jamane me jo sabhi jain mandir the voh aaj bhi 25,12,2021 me hai ,khaas bat ye hai sabhi shahi lmarat ke 100 metere ke andar hai
भाई जी, जैन मंदिर ही क्यूं बच्चे, हिन्दू मंदिर क्यूं नहीं। सब पैसे का खेल है। प्रोटेक्शन मनी दो और बचाओ। आज हैं समाज के लोगों को गुजरात में धमकाकर, डरा कर उनके फ्लैट खरीद रहे हैं। बचा लो। अरे भाई, अगर पैसा है तो gun खरीदो, एक दो को काटकर सड़क पर डाल दो। उसके बाद दस वर्ष तक सामने भी नहीं आयेगा, बचेगा। इनको इनकी सुकास्ट दिखाओ।
एक शांति देव, शांति दूतों से मिलने आया था, शाबाश!! अपने को धोखा मत दो। यही धोखा सोमनाथ मंदिर के पंडों ने राजा को दिया था कि भगवान अपने आप बचा लेगा। बड़े लोग मार्ग दर्शन करते हैं, बाकी इंसान अपने कर्म, शौर्य, साहस पर जीता है।
जो लोग भी जैनत्व में अहिंसा का विरोध कर रहे है, उन्होनें इसका अध्ययन कभी किया ही नहीं। जिन वाणी के अनुसार, 4 प्रकार की हिंसा - १) आरंभी हिंसा - दैनिक कार्य, व्यक्तिगत कार्य (शौच, नहाना आदि) आदि में निश्चित ही होने वाली हिंसा २) विरोधी हिंसा - परिवार, देश , धर्म , निर्बल या समाज पर आक्रमण होने की स्थिति में विरोध स्वरूप(DEFENCE) की जाने वाली हिंसा(म्लेच्छों से युद्ध) ३) व्यवसायिक हिंसा - व्यापार या व्यवसायिक क्रियाओं में ना टाली जा सकने वाली हिंसा(सामान उठाना, पटकना; Transportation, रंगाई, पुताई, दवाई/औषधी बनाने हेतु लैब में परीक्षण करना, आदि) ४) संकल्पी हिंसा - जब संकल्प करके किसी जीव को मारा जाए , या मारने का भाव किया जाए; तब इसे संकल्पी हिंसा कहा जाता है. जैसै- दवाई से खटमल मारना/बेचना, व्यर्थ ही जल/अग्नि का अपव्यय करना, मांस खाना, किसी पर आक्रमण/धावा करना(offensive) , हिंसा करने का विचार करना, धमकाना, आदि। संकल्पी हिंसा को निकृष्ट मानकर प्रथम तीन हिंसा गृहस्थों द्वारा न्यूनतम संभावना (At minimal level possible) पर की जा सकती है, (मुनियों के लिए चारों प्रकार का त्याग)❤️
आपको बहुत बहुत धन्यवाद वीडियो शेयर करने के लिए रमेश लाल मंदिर के बारे में पता नहीं था आपकी वीडियो से ही हमें यह पता चला जय जिन शासन
ओम् णमो अरिहन्ताणम् ओम् णमो सिद्धाणम् ओम् णमो अयरियाणम् ओम् णमो उवज्झाणम् ओम् णमो लोएसव्वसाहुणम्।चूका देवी जाट अजमेर राजस्थान।
❤️❤️
JAYAJINEDHSR
Jai jinshasan
India is entitled with full knowledge
And gyan Hinduism Jainism
Is way of lifestyle to avoid problems
अहिंसा मय सनातन संस्कृति की जय हो
Jay Jinendra.
अहिंसा परमो धर्म:
धर्म हिंसा तथेव च:
अहिंसा परम धर्म है, लेकिन धर्म रक्षा के लिए हिंसा करो।
में जैन मुनियों की हृदय से सम्मान करता हूं, लेकिन आपके कॉमेंट से सहमत नहीं।
@SHRIKANT LITKE 100% आपसे सहमत। हम शास्त्र से विश्व गुरु बने, लेकिन शस्त्र रखना भूल गए तो हज़ार वर्ष के लिए बोने, सुवर कोम के गुलाम हो गए। नहीं चाहिए शांति और माफ कर देने वाले पाठ। ये अपनों के लिए होते हैं, बाहरी दुश्मनों के लिए नहीं।
नहीं आवश्यकता पड़ने पर हिंसा जरूरी है धर्म ऑर संस्कृति को बचाने के लिए
झुटी कहानियों पर भरोसा मत करो
सनातन संस्कृति में धर्म बचाने के लिए की गई हिंसा उचित है
अगर आहिंसक बने रहोगे तो एक इस्लाम नाम का वायरस है इसकी बीमारी लग जाएगी भाई
Neminath ji was the cousin of Krishna ji
Highest tax payer in india being a minority. We feel proud being Jain.
why you calling your self minority?
जय जिनशासन। जय जिनशासन।
Proud of Being a Jain
I'm Rajput I ❤️ Jain Community
No kul ..only hindu
Proud being jain ahimsa parmo dharam Jio aur jeene do live and let live 🙏
अहिंसा परम धर्म , धर्म हिंसा तथैव च ।
नारायण 🙏
@@Vandematram-e6x 👍🚩🕉️🙏
@@Vandematram-e6x q¹q1y¹⁹
Bhai agar Arungzeb ko baki mandir tudne hote to....
Sabse pehle Apne ghar Lal Qile ke samne ka ho tudta...m naki dur jake 👈 kisi or mandir ko
@@Delhiislam Aurangzeb ne specially unn mandiro ko target kiya jahan par huge amount me shradhalu jate the like Mathura, kashi and various other region aur apki jankari ke liye bata dun ki mass conversation bhi aurangzeb aur Mughals empire k time me hi hua
The Principles of Jainism are eternal Truth. The world crisis could be stabilized only by following the discourses of Lord Mahavir Swami Ji. Jai Jinendra Dev ki.
बहोत ही अच्छी जानकारी प्रदान की। बहोत धन्यवाद।
श्री पार्श्वनाथाय नमः🙏🙏🇮🇳
जैन सनातन संस्कृति है जैन धर्म की जय हो
Please keep enlighten us by such knowledgeable videos
मुगल शासक सभी kurur रकाशस्क बेरहम जिहादी मजहब h ya marcat ka khel h bas yahi b jaha rahte h vahi narak bana dete h
Jay Bharat Jay jinendra Jay mahavir
Very nice video... Thanks for giving this information..
Jain dharam ki Jai ho. Jai Bhagwaan Mahavir Jai Bhagwaan PasharwaNath. Ahinsa parmo dharma.
भोत अपसोस है की #वर्धमान महावीर के #खुदाई पर निकलनेवाले *मुर्तीओंको बुद्ध का नाम* दिया जाता है.
Great Getting this to limelight.wonferful job.
भाइयों ने बहुत बड़ी रकम दी होगी, तभी बचे थे मंदिर।
@@Thappadmaarpahalwan5544 haa.. Rakam to Bhamashah Jain ne bhi shri Maharana Pratap (❤️) ko di thi, jab sena ki haalat aur shashtro ki kami dekhkar Akbar se sandhi ka mann bna liya tha... tbhi bachi thi sena, lashkar-lawazama aur Akbar k khilaaf janmbhoomi aandolan🇮🇳❤️
@@shubhamjain6338 aagya na WhatsApp University se knowledge lekr maharana Pratap kabhi koi letter nai lekha tha Akbar ko na soch raha tha ye bikaner ka raja ko galatfami hui thi yoh unhone maharana se pucha Kya aap Akbar se sandhi kr raha ho toh sunn WhatsApp University topper maharana Kya maharana Sher kabhi kutto ka samne jhukte aap chinta mat kro Mai koi sandhi nai kr raha hu or ye letter aaj b udaipur ka place Mai ha ja ka padh Lena or apne family ko b le Jana jisne terako ye gyan diya bhamasa mahan tha par woh Pratap ki mahanta ka samne 10percent b nai .yudh Pratap ladne jata tha apne hathale par rakh kr or bhamasa ko b pata tha ek bar mugal senak Jeet gya toh praja ki har Hindu ladki utha kr le jayenge esliye bhamasa ne Pratap ko dhan dekr help ki
@@dhruvgupta8878 go and study
@@shubhamjain6338 th-cam.com/video/EszpKAEAdFw/w-d-xo.html
This is no doubt amazing that the Jain temple built in 1656 right opposite the Red Fort survived, but then kindly let us know some evidence if the temple was indeed built in 1656 or that there were Jain soldiers ion the Mughal army. However, so far as I know, there were some very rich Jain merchants in Surat who had friendly relations with Aurangzeb.
If they paid Jazia, aurangzeb could be friendly.
Do some research hater
Jaiho
Jains are wonderful people
Proud 2 b jain...
जैन धर्म की जय हो जय हो
Jai mahaveer
Jai jinendra sabko 🙏😊🤗🥰
Jai jinendra 🙏
@@World___________636 thankyou namita ji ap bhot ache ho ☺️bas apne hi meko reply diya ☺️☺️💕
जय हो जिन मंदिर जी में विराजित समस्त जिनदेव जी को बारम्बार नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Bhai boddh ji ki nikalti hai
Jain Religion is the oldest religion. Jain had lost many temples during mughals, and in South India region like Tirupati Balaji temple Is forcely converted into a Hindu temple even knowing the main Idol is of Neminath Bhagwan not the vyanktesh swami
Sanathan dharma se hi baudh n Jain ka janm hua......we lost nalandha takshashila jaise Universities...lost all our ancient knowledge with that.... Mughals came broke temple converted people, British came looted converted ...our education system itself changed according to there plan, law n order , judiciary all the system same till now since British era. Muslims read kuran, Christian s read Bible, do we even read any Vedas bhagawadgita.....
Yes bro you are write...it's truth..
It's a big sadback for every jain what happened in tirupati balaji.
Jai jinendra 🙏
Neminath ji was the cousin of Krishna ji
@@jayanttidke644 no you are wrong.. jain don't worship mithyadrashti Devi devta. Jainism is not a branch of Hinduism. Many Hindu, Rajput kings adopted Jain Diksha. If survey done properly than most of Hindu owned temple will be found as jain temples. Jainism is also an oldest religion. Fact - we have current set of 24 tirthankars of present times. Each tirthankars reign was of 500-800 years. So calculate the total years. Even Lord Mahavira who is last tirthankar of current times had 2700 approx year older. One more thing, in bhootkaal we had different set of 24 tirthankaras that existed around 2400 years... and in future jainism will be having new 24 tirthankars including Ravana, Rama, Krishna, Sita, hanuman etc.. that why most jain people don't go to watch burning of Ravana on dusshera. How insensitive you are to call all of these as imagination. Jainism can give you exact reason behind every act, Karma. Hinduism gives emphasis on puja path. But jainism teaches to understand the thought behind puja , Aarti, Grantha, kisi ke dharm ka woh bhi jo itna prachin, adbhut he uska majak na banaye. Jo Muslim Hindu mandir ke sath kar chuke he woh Sab Hindu ne Jain mandiro ke sath bhi kiya he. Pls leave if you know nothing ....else I will let u know thousands of jain scriptures.. which if u start reading will consume ur whole life reading. JAINAM JAYTU SHASHNAM. Vande VEERAM Dharamam. Kevalli pannatoh dhamo sharanam pavva jami
Jai jinshashan jai mahaveer 🙏❤️
Jay shree Ram..🙏🙏🚩
Jay jinendra Jay adinath ye hai hamare devta ki shakti
Ye Hamare Devta Kab se Hogye ?
@@Sam_Rajpurohit problem kya h jainiyo se, sikho se, boddho se, ???
@@shubhamjain6338 na bhai koi problem nhi hai Jainsm to ham hinduo ki life ka part hai bina Jainism ke hinduism bhi survive nhi kr sakta dono ek dusre ke poorak hai
@@indicstudywithankit9991nahi ham tumse alag hai
जय दिगम्बर लाल मंदिर की🚩🚩🚩🚩
Muje garv hai ki me jain hu
Jai jinendra 🙏🙏🙏
Proud to be jain
🙏🙏Jai jinendra 🙏🙏
He guru dev pranaam aap ke charno me Jai ho Jai shree ram
जैनम् जयति शासनम्
Proud to be janism
If the invaders had not demolished Jain Temples then who demolished 27Jain Temples
and used columns and other parts of the temples to construct Kutub al Islam mosque in Qutub minar complex.
Aisa nahi h hazaro Jain Mandir tode gaye aur kai mandiro par shikhar ki jagah gumbad banakar unhe bachaya gaya.
जैन धर्म की जय
Har Har Mahadev 🙏🙏🚩🚩
Jai Jinendra 🙏🙏🚩🚩
Jainam jayati shasnam 🙏
Jai Ho
Jai jinendra 😊
Jai Ho! ❤️🚩
लाल मंदिर लाल किला कुतुब मीनार सारे जैन मन्दिर के हिस्से है ये ऐतिहासिक तथ्य है
Jain dharam ki jai
भारत यह एक ऋषियों, मुनियों,संतो और औलिया ए इकराम की भूमि है। यह एक आध्यात्मिक विषय है।
इस भूमि पर अनैतिक दृष्य़ हत्याएं और अदृश्य हत्याएं ज़्यादा देर तक राज नहीं कर सकते।👆🙏
@SHRIKANT LITKE जो लोग भी जैनत्व में अहिंसा का विरोध कर रहे है, उन्होनें इसका अध्ययन कभी किया ही नहीं।
जिन वाणी के अनुसार, 4 प्रकार की हिंसा -
१) आरंभी हिंसा - दैनिक कार्य, व्यक्तिगत कार्य (शौच, नहाना आदि) आदि में निश्चित ही होने वाली हिंसा
२) विरोधी हिंसा - परिवार, देश , धर्म , निर्बल या समाज पर आक्रमण होने की स्थिति में विरोध स्वरूप(DEFENCE) की जाने वाली हिंसा(म्लेच्छों से युद्ध)
३) व्यवसायिक हिंसा - व्यापार या व्यवसायिक क्रियाओं में ना टाली जा सकने वाली हिंसा(सामान उठाना, पटकना; Transportation, रंगाई, पुताई, दवाई/औषधी बनाने हेतु लैब में परीक्षण करना, आदि)
४) संकल्पी हिंसा - जब संकल्प करके किसी जीव को मारा जाए , या मारने का भाव किया जाए; तब इसे संकल्पी हिंसा कहा जाता है. जैसै- दवाई से खटमल मारना/बेचना, व्यर्थ ही जल/अग्नि का अपव्यय करना, मांस खाना, किसी पर आक्रमण/धावा करना(offensive) , हिंसा करने का विचार करना, धमकाना, आदि।
संकल्पी हिंसा को निकृष्ट मानकर प्रथम तीन हिंसा गृहस्थों द्वारा न्यूनतम संभावना (At minimal level possible) पर की जा सकती है, (मुनियों के लिए चारों प्रकार का त्याग)❤️
@SHRIKANT LITKE किसी को मारकर ही युद्ध करने का साहस आए, यह तो सही नही है। ऐसा ही कुछ तर्क तो मांसाहारी भी देते है कि मांस भक्षण से साहस आता है। आज के समय में भी जो युद्धाभ्यास होते है, उनमें भी प्रतीक स्वरूप नकली सैनिक तथा artillery का प्रयोग किया जाता है। वैसे भी निर्दोष , मासूम पशुओं को मारना केवल क्रूरता है। इसीलिए महान महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाई, पर इतने सैनिक और हथियारों के बावजूद जानवर को मारकर नही खाया। और फिर भी तत्कालीन राजाओं में सबसे अधिक साहसी थे।
क्षमा कीजिएगा, परंतु म्लेच्छों के आने के पूर्व भी कुछ वैदिक क्रियाओं में हिंसा हुआ करती ही थी (यज्ञ में पशु बलि आदि), कंदमूल/तामसिक सेवन, आदि।
जय श्री राम, जय जिनेन्द्र❤️
Proud to be jain ahimsa parmo dharma🙏🙏
अहिंसा परमो धर्म की जय हो जय हो जय हो
Kindly provide the source of this information.
Just google it.
इस मंदिर में मूलनायक भगवान चन्द्रप्रभु है
JAI SHREE RAM 🚩🚩
Thanks....
🙏
Jay jinendra Jay mahavir Jay Bharat Jay Hind
Jai Jinendra 🙏
Jai jinendra jai aadinath bhagwan
Jai jinendra ji. 🙏🙏
🙏🙏🙏
Jay Jinendra
O...
Actual me hindu mandir's me itana divay power tha ki unme itana bhavay power tha ki uske power se muslimo ko bhsy lagta tha isliye mandiro ko toda murtiyo ko bhi tod zalan ke mare jain mandiro me ye divyata nHi hogi.tabhi mandir hi tode per jIn mandirs nahi...jaini kikne dust hote h n apane mandiro me mano cheejo ki boliya lGKet dan kRte h apne kiksrmo se bachane
Jai ho Jai. Mandir Delhi kee
Jay ho
i visited this temple and bird hospital at Chandni chowk Delhi
जय हो।
Jai Jinendra
Jai mahavir,jai jinendra
I m hindu 🕉️ but believe in santani
जय जिनेन्द्र
Jainam jayatu shashanam
Well Said True such miracles took place at several placesTherfore some are still intact.
Young generation of Jains are unaware of these things
om jai parshv parbu g ki jai hau chamtkar kau nanashkar hai 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
इतिहास गवाह हैं. किधर भी जैन मंदिर हो. आजूबाजू का परिसर पवित्र हो जाता हैं. यही अहिंसा की ताकत हैं. शायद ही कोई जिनालय किसी भी मुस्लिम शासकोने तोडा हो. जय जिनेंद्र. 🙏
@SHRIKANT LITKE isi Vedic Dharm k aadi shankaracharya ne south india m sekdo jain nd Buddh mandir tudwaaye, jain idols ka form change krke unhe vishnu ji k roop m portray kiya, nd mass forced conversions kraaye..
कुतुबमीनार क्या थी?
@@shubhamjain6338 ओह जैन भाई कौनसे भ्रम में जी रहे हो तुम लोग ? ये तुम लोग जिस अहिंसा की बात करते हो मत भूलो वो अहिंसा भी सनातन वैदिक धर्म से ही निकली है 🙏🏻
बिना सर पैर की बाते मत करो यहां पर Fact के साथ बोला करो
@@Sam_Rajpurohit Visit Southern India first. Read about Journey of Aadi shankaracharya from ur own facts. Also search "impalement(killing) of 8000 jain saints in south india"
@SHRIKANT LITKE ... We like vedic dharma but Shankracharya killed thousands of innocent jains and saints in 6th Centurary . He forcely converted jain temples and thousands of jains
Thanks for the news.
24 सो भगवान की जय हो जय हो जय हो
Achi story hai
Jai ho parasnath bhagwan ki
सनातन हिंदू जैन 1 हे और राहेंगे जय शिवाजीराजे जय संभाजीराजे
वैदीक धर्म ग्रंथों मे हिंदु शब्द नहीं और सनातन शब्द कीसी एक धर्म के संबधीत नहीं। धरती पर जितने धर्म है वे सब सनातन है इसलिए सनातन है की उनके भीतर जो आत्मा बैठी है वह सनातन है। इसलिए हर धर्म सनातन है। जैन हिंदु नहीं बल्कि सनातन भारतीय है और भारत के मुलनीवासी भी है। हिंदु धर्म ही नहीं तो जैन हिंदु कैसे होना संभव है। भारत के संवीधान हिंदु नाम के कोही धर्म को नहीं मानता। समण धर्म भारत का प्राचीन और सनातन धर्म है।
हिंदु धर्म अर्थात वैदीक धर्म की जो ब्राम्हन परंपरा से चला आया है। वैदीक धर्म में अहिंसा और शाकाहार महत्वपूर्ण नहीं है। लेकीन जैन धर्म मे अहिंसा और शाकाहार महत्वपूर्ण है। आज भी कुछ वैदीक देवीदेवताओ के मंदीरो मे पशुबली चढ़ाया जाता है। और भैरवजी को शराब भी पीलाई जाती है। वैदीक धर्म के 36 करोड़ देवी देवता है जैन धर्म मे 24 तिर्थकर को देवता मानते है। जैन धर्म के साधु नग्न विहार करते है वैदीक धर्म में साधु नग्न नहीं रहते इस प्रकार वैदीक धर्म और जैन धर्म मे बहोत भीन्नता दिखाई देती है। इसलिए जैन और वैदीक धर्म का तत्वज्ञान मे भीन्नता दिखाई देती है।
@SHRIKANT LITKE पुरे विश्व मे संस्कृत भाषा का शीलालेख कही भी उपलब्ध नहीं है दुसरी बात धरती के किसी देश तथा देश के राज्यों मे संस्कृत भाषा बोली भाषा नही रही है। तिसरी बात भारत के किसी राजाओं ने संस्कृत भाषा मे राज्य शासन चलाया नही है। और इतीहास कहता है आर्य विदेशी है। इसलिए और जादा कहने की कोही अवशकता नहीं है की वैदीक धर्म कीतना पुराना है। वेदो मे मुर्ती पुजा का कोही उल्लेख नहीं है मुर्ती पुजा समण धर्म से प्रारंभ हुयी है। भारत का इतिहास कहता है भारत का प्राचीन तथा सनातन धर्म समण धर्म है। आप भारत का इतीहास पड़ेंगे तो ठिक रहेगा। भारत सर्वोच्च धर्म क्षत्रीय धर्म है।
🚩जय क्षत्रीय धर्म की जय 🚩
Jay Jinendra dev ki .
Jai jinendra.
Amazing story
अहिंसा परमो धर्म:💛
But
धर्म हिंसा तथेव च: ❤️
अहिंसा परमो धर्म यह बात भगवान कृष्ण ने सही कही क्यो की कृष्ण अर्जुन को कहते है मै शस्त्र नही उठाऊंगा। मेरी नारायनी सेना तुम्हे दुंगा। अर्थात कृष्ण पूर्ण अहिंसा की बात कहते है। धर्म हिंसा तथैवचः यह शब्द कृष्ण के नही पुरोहीतो के है। इसलिए इस बात पर ध्यान देना महत्वपूर्ण नही। कृष्ण पुर्ण रुपसे शाकारी है कृष्ण त्रीकालग्य है ऐसे भगवान हिंसा की बात नही करते।भारत मे ब्राम्हण और क्षत्रीयो का युद्ध का इतिहास प्रमानीत है। परशुराम ने 21 बार धरती से क्षत्रीय को नष्ट कीया इसका कोही प्रमाण उपलब्ध नही। आज तक धरती से क्षत्रीय को कोही मीटा नही सका। हमारे भारती की धरती का सर्वोच्च धर्म क्षत्रीय धर्म है। सर्वोच्च धर्म इसलिए कह रहा हु की आज तक जितने भगवान बने और जितने चक्रवर्ती सम्राट बने वे सब क्षत्रीय कुल मे ही पैदा हुये कोही राजा अथवा भगवान ब्राम्हण कुल मे पैदा नही हुये इसलिए हमारा सनातन क्षत्रीय धर्म सर्वोच्च है।
जय क्षत्रीय जय भारत
बिल्कुल सही कहा भाई
अगर हिसा से मुंह मोड़ लिया तो दूसरे धर्म वाले
इसका नाजायज फायदा लेंगे
में जैन समाज का सम्मान करता हूं
लेकिन कोई इनसे पूछे तुम्हारी बहन बेटी को घर से उठा ले जाए तो क्या तुम आहिंसाक बने रहोगे
@@dwaitastroguru5187 ahinsha parmo dharm bhagwaan mahavir ka bhi siddhant tha islye aaj koi bhi jain chinti bhi nhi marta par kai sare hindu maans khate hai
aur ahinsa mtlb kisi ki hinsa na karna kisi ko kast mat dena...
नमोस्तु भगवान जी
Jay jinshashan
Jay ho
क्योंकी मुग़ल नहीं तोड़ते थे , कोई भी धार्मिक स्थल। यह तो हमें ग़लत जानकारी दी है, हमारे इतिहासकारों ने।
Very Nice. Jai jinendra.
In Chandani Chowk we can see Jain Mandir - Jain community, Gurudwara - Sikh community Shiv Mandir- Hindus and Lal kila - muslim community in one line, which are 1600 years made.
Jai jinender
कुतुब मीनार के पास एक जैन मंदिर ही था. उसे तोड़ दिया गया था.
Bahut hi lajwab kahani sunai hi aap ne medam ji Jab nagade baj rahe the to aap us yug me vajir ki aatma aap hi thi kahani esi banao ki uspe 1 parsent ka viswas ho
Kitni Varsha purvichi gosht
Lal mandir mugal ke aane se pahle se tha ( alauddin khilji) ke samay me dakshin se aakash marg se chatai par Baith kar( digambar muniraj ) sahi samay par darbaar me aay aur fakir ke kala jaadu ka samathan kar aakash marg se lout gaye the , mugal agra me rahte the aur unke Jamane me jo sabhi jain mandir the voh aaj bhi 25,12,2021 me hai ,khaas bat ye hai sabhi shahi lmarat ke 100 metere ke andar hai
सही होगा जी 🙏
भाई जी, जैन मंदिर ही क्यूं बच्चे, हिन्दू मंदिर क्यूं नहीं। सब पैसे का खेल है। प्रोटेक्शन मनी दो और बचाओ। आज हैं समाज के लोगों को गुजरात में धमकाकर, डरा कर उनके फ्लैट खरीद रहे हैं। बचा लो। अरे भाई, अगर पैसा है तो gun खरीदो, एक दो को काटकर सड़क पर डाल दो। उसके बाद दस वर्ष तक सामने भी नहीं आयेगा, बचेगा। इनको इनकी सुकास्ट दिखाओ।
एक शांति देव, शांति दूतों से मिलने आया था, शाबाश!!
अपने को धोखा मत दो। यही धोखा सोमनाथ मंदिर के पंडों ने राजा को दिया था कि भगवान अपने आप बचा लेगा। बड़े लोग मार्ग दर्शन करते हैं, बाकी इंसान अपने कर्म, शौर्य, साहस पर जीता है।
जो लोग भी जैनत्व में अहिंसा का विरोध कर रहे है, उन्होनें इसका अध्ययन कभी किया ही नहीं।
जिन वाणी के अनुसार, 4 प्रकार की हिंसा -
१) आरंभी हिंसा - दैनिक कार्य, व्यक्तिगत कार्य (शौच, नहाना आदि) आदि में निश्चित ही होने वाली हिंसा
२) विरोधी हिंसा - परिवार, देश , धर्म , निर्बल या समाज पर आक्रमण होने की स्थिति में विरोध स्वरूप(DEFENCE) की जाने वाली हिंसा(म्लेच्छों से युद्ध)
३) व्यवसायिक हिंसा - व्यापार या व्यवसायिक क्रियाओं में ना टाली जा सकने वाली हिंसा(सामान उठाना, पटकना; Transportation, रंगाई, पुताई, दवाई/औषधी बनाने हेतु लैब में परीक्षण करना, आदि)
४) संकल्पी हिंसा - जब संकल्प करके किसी जीव को मारा जाए , या मारने का भाव किया जाए; तब इसे संकल्पी हिंसा कहा जाता है. जैसै- दवाई से खटमल मारना/बेचना, व्यर्थ ही जल/अग्नि का अपव्यय करना, मांस खाना, किसी पर आक्रमण/धावा करना(offensive) , हिंसा करने का विचार करना, धमकाना, आदि।
संकल्पी हिंसा को निकृष्ट मानकर प्रथम तीन हिंसा गृहस्थों द्वारा न्यूनतम संभावना (At minimal level possible) पर की जा सकती है, (मुनियों के लिए चारों प्रकार का त्याग)❤️
Yes agra ka chamatkari sheetalnath mandir bhi shahi jama masjid ke bilkul bagal mai hai, agra quile ke paas hi
Jin shashnam
पहली बात जैन धर्म अहिंसा को मानते हैं तो वो एक मुसलमान राजा के सैनिक केसे हो सकते ही है ?
During mughal times it was just a personal temple in his house...... it become public temple after mughal times
Wow
🇮🇳❤️❤️
Jainam. Jayatu. Shasnam. Jay Jay Jay Jinendra 🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💪💪💪💪💪
अहमदाबाद की जामा मस्जिद की सीढियों मे जैन मूर्तियां है।वहा जाकर देख।
कुतुबमीनार पहले जैन मंदिर ही था
Jainism is real truth,
No ism..just Dharma
Jay Jainam.
Wrong information.. Jain sainik muglon ki Sena main kyu aur kaise Gye wo bataao
कुतुबमीनार को 27 हिंदू और जैन मंदिरों को तोड़ कर बनाया गया
Khoob toda hai Jain mandirs ko Allowuddin Khilzi ney. Deogarh Lalitpur UP iska example hai
Sir delwara jain mandiro m bhi todfod ki
Abey woh sirf iss mandir ki baat kr rhi h kyoki yeh mahal k samne tha
आमेर के क्षत्रिय राजा मानसिंह के वजह से यह सब हुआ था , हजारों जैन राजा मान सिंह के काल में उत्तरप्रदेश,बंगाल, में जाकर बसे थे ,अभी भी रिकार्ड है।