51. योग दर्शन 1/36 मन को रोकने के लिए रोचक उपाय।

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 17 ก.ย. 2024
  • विषयवती वा प्रवृत्तिरुत्पन्ना मनसः स्थितिनिबन्धनी ॥ ३५ ॥
    शब्दार्थ- (विषयवती) रूप-रस- गन्ध-स्पर्श-शब्द विषयों वाली (वा) अथवा ( प्रवृत्ति = प्रवृत्ति अनुभूति (उत्पन्ना) उत्पन्न हुई, (मनसः) मन की (स्थिति - निबन्धिनी) स्थिति व बाँधने वाली होती हैं।
    सूत्रार्थ - अथवा गन्ध आदि विषयों के सम्बन्ध से उत्पन्न अनुभूति मन की स्थि को बाँधने वाली होती हैं।
    सनातन धर्म के प्रचार में आप अपने सामर्थ्य के अनुसार हमें सहयोग कर सकते हैं।
    हमारा खाता विवरण इस प्रकार है-
    खाताधारक- अंकित कुमार
    बैंक- State Bank of India
    A/C no. 33118016323
    IFSC- SBIN0007002
    UPI- 7240584434@upi
    १. सत्यार्थ प्रकाश - रात्रि 8:30 बजे से (यू-ट्यूब पर)
    २. योग दर्शन - प्रातः 6 बजे से (ज़ूम पर)
    ३. ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका - गुरुवार प्रातः 5:30 बजे से (ज़ूम पर)
    हमारी कक्षाओं से जुड़ने के लिये अस लिंक पर जाकर समूह से जुड़ें
    chat.whatsapp....
    हमारे चैनल की सभी कक्षाओं को सिलसिलेवार देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें
    योग दर्शन
    • योग दर्शन
    ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका
    • Rigved-aadi Bhaashya B...
    अध्यात्म
    • अध्यात्म
    प्रथम समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (प्रथम...
    द्वितीय समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (दूसरा...
    तृतीय समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (तीसरा...
    चतुर्थ समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (चौथा ...
    पंचम समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (पाँचव...
    षष्ठ समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (छठा स...
    सप्तम समुल्लास
    • सत्यार्थ प्रकाश (सातवा...
    सत्यार्थ प्रकाश सार
    • सत्यार्थ प्रकाश सार

ความคิดเห็น • 9

  • @ashisharya7094
    @ashisharya7094 ปีที่แล้ว +1

    🙏🙏🙏

  • @nitinarya6701
    @nitinarya6701 ปีที่แล้ว

    ओउम् नमस्ते जी🙏🙏🙏

  • @ashokagrawal4513
    @ashokagrawal4513 ปีที่แล้ว +1

    सादर प्रणाम आचार्य जी

  • @PrabhakarSharma-qg4ov
    @PrabhakarSharma-qg4ov ปีที่แล้ว

    🕉️🌄🌅🔵🙏🙏🙏

  • @Premthakur533
    @Premthakur533 ปีที่แล้ว

    Great work guru dhanyvad life change kar did🙏🙏🙏🙏🙏

  • @vinita2004
    @vinita2004 ปีที่แล้ว

    Sader nameste aacharya ji

  • @binodkumardehury3525
    @binodkumardehury3525 ปีที่แล้ว

    Achary Ankit Pravakar Sadare Namasteji (Binod Kumar Dehury Odisha

  • @vinaykumar-oc9ef
    @vinaykumar-oc9ef ปีที่แล้ว

    श्रीमान जी आपने पुस्तकें बड़ी और अपनी कल्पना और दूसरे अध्ययन से या दूसरे जगह से सुन कर आशय समझकर एक मत का निर्माण करने में लगे हैं।
    मूर्ति पूजा और अमूर्त पूजा ध्यान विषय लक्ष्य क्रिया पूजा शब्द का अर्थ तरह तरह की मानसिक वाले लोग आपको किसी संस्थान से बाहर निकल कर तरह तरह की मानसिक गतिविधियों और क्षमताओं को समझने की क्षमता को विकसित कीजिए।
    आपने मूर्ति पूजा को जो समझा है उसमें आप की अनभिज्ञता और आपका बचपना दिखता है सुलक्कल और पढ़ाकू होने से वास्तु एक अध्यात्मिक शिक्षा उतरती नहीं ।
    आपकी इस अधूरे विश्लेषण से समाज का तथा स्वामी दयानंद के अभियान का बहुत नुकसान हो रहा है।
    इच्छा कीजिए और उसकी पूर्ति के लिए संघर्ष
    कीजिए तब मूर्ति पूजा और अमूर्त पूजा का रहस्य समझ में आयेगा।
    क्यों आपकी बात कोई मानेगा।
    सच्चाई यही है मूर्ति में भगवान कोई नहीं मानता।
    मानकर शुरू भी करे तो उससे छूट जाता।
    धारण शक्ति इतनी प्रबल जिसकी हो जाएगी।
    बाकी खूब दंगल कीजिए कोई दिक्कत नहीं।
    मूर्ति के लिए और अध्ययन विशेष कर साधना कीजिए सबको ध्याता ध्येय ध्यान का अंतर समझ में आने लगता है।

    • @yagyabhushansharma1008
      @yagyabhushansharma1008 ปีที่แล้ว

      प्रिय महोदय!आपके वक्तव्य में भाषा संबंधी त्रुटि के कारण आपका मंतव्य स्पष्ट नहीं हो रहा है,कृपया स्पष्ट करें।