करोड़ों में भी बिक गए, तो कौड़ी के नहीं रहोगे || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2024)
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- เผยแพร่เมื่อ 2 ต.ค. 2024
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वीडियो जानकारी: 23.06.24, संत सरिता, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ खरा जीवन जीने की पूरी प्रक्रिया नकार की है क्योंकि हम वृत्तियां विकार लेकर ही पैदा होते हैं, अब चूंकि वृत्तियां पहले ही है इसलिए रास्ते में धूल हम और सोखते जाते हैं।
~ हम भ्रम और दोष को लेकर न सिर्फ जन्मे हैं बल्कि हमारा एक-एक अनुभव अपना दोष और कुप्रभाव भी छोड़ता चलता है।
~ जैसे हमें जन्मगत दोष मेले हैं वैसे ही हमें जन्मगत बल भी मिला है “चुनाव करने का अधिकार”। और इसी चेतना का चुनाव करके : नेति-नेति करके हम सही दिशा की ओर जा सकते हैं।
~ हंसा पाये मान सरोवर, ताल तलैया क्यों डोले ⇒ माने गंदगी अब धीरे धीरे छूटने लगी है, जैसे जैसे अध्यात्म जीवन में आ रहा है।
~ बैलगाड़ी पर बैठ कर फ्लाइट की कल्पना करोगे तो वो बात बहुत डरावनी लगेगी।
~ ताल तलैया को छोड़ने में ही मानसरोवर मिल जाता है। आपको जो आपके तल पर सुविधाएं मिल रही हैं वो महज कंपेंसेशंस (मुआवजा) हैं जो असली चीज के ना मिलने पर आपने इकठ्ठी कर रखी हैं। That is compensation for not having the real thing!
~ अगर सबकुछ गवा कर भी एक खरा जीवन मिल जाए तो ऐसा सौदा बहुत शुभ है। और अगर खरे जीवन को गवा कर अथाह दौलत भी मिल जाए तो भी नुकसान ही है।
संगीत: मिलिंद दाते
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Bsr 🌨️🌳🙏
Thank you
50 million subscribers 🎉🎉 pranam Acharya ji❤❤
सादर प्रणाम आचार्य जी 🙏❤️
वो सुख सुविधा नहीं थी, बल्कि बैसाखी थी, वाह क्या उपनिषद का वचन है
ताल तलैय्या तो बोहोत सुंदर शब्द है, हम नाले गटर छोड़ने को भी तयार नही होते
दुःख में सुमिरन सब करे, सुख में करै न कोय।
जो सुख में सुमिरन करे, दुःख काहे को होय॥ 🙏
No one in the world at present time like you acharya ji 🌹🙅🏻♂️@Raje0397🧎🏻♂️🧎🏻♂️🧎🏻♂️
आचार्य जी इस युग के संत हैं।🙏सभी लोग केवल सुने नहीं,जीवन में भी उतारें,तभी फ़ायदा होगा।
यथा संभव दान💸 करें।🫵कौन-कौन चाहता है आचार्य जी का चैनल 100✓Milion का हो।🥰
सत्य से दूर होकर करोड़ो भी कमाये ,वो करोड़ो भी दो कौड़ी के समान हैं और सत्य के पास रहकर सब गवा दिया वो अनमोल (हीरा) के समान है 🙏🙏
गुरु जी आप की चरणो में कोटि कोटि नमन 🙏❤️🕉️🚩
जो कुछ भी आपको अपने जीवन में आवश्यक लगता है एक बार अपने दिल पर हाथ रखकर अपने आप से पूछिए कि क्या वह सचमुच में ही आवश्यक है या फिर किसी खालीपन की भरपाई की झूठी कोशिश !!- आचार्य श्री
असली की भरपाई मुवावजे का बहुत कुछ कभी नही कर सकता.
*अगर सब कुछ गँवा कर भी एक खरा जीवन मिल जाए, तो सौदा सिर्फ लाभ का नहीं, अनंत मुनाफे का हो गया।*
❤❤
Pranam gurudev 🙏💐🙏🕊️😔😔🙏
मनुष्य बहुत अद्भुत प्राणी है हमारी कल्पना का कोई अंत नहीं है।
-आचार्य प्रशांत
नमन गुरुवर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*सारी हमारी सुख सुविधा, "मुआवजा" है,*
*“असली” हमसे छीन जाने का।*
🙏🙏🙏
Dhanyawad Acharyaji...aap duniya mein jo galat h usse galat keh rahe hai...warna to log bas yahi keh dete hai ki Aisa hi hota hai...duniya aise hi chalti hai...or galat krte rehte hai....
🙏Pranam Acharya ji🙏हर रोज आपको सुनती हूँ क्योंकि बचपन से कंडीशनिंग की गई हर गलत बात को सही बताया गया... पर आपको सुनकर सत्य को समझ रही हूँ🙏👌❤️
Pranam acharya ji
Sukhiya sab sansar khaye uar shoye dukhiya sant kabir hai jage uar roye ❤
सत्य ही है जो आपको आपके वास्तविक स्वास्थ्य में ला सकता है- आचार्य प्रशांत 🙏😘
अगर सब कुछ गवा कर भी एक खरा जीवन मिल जाए,तो सौदा सिर्फ लाभ का नहीं,अनंत मुनाफे का हो गया।👍👍👍
As long as man is limited to his physical body he can neither know the spiritual nor the truth.
Yesssss ❤❤❤
👍👍👍👍👍❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks acharya ji 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Dhanyawad
❤❤❤❤❤❤
जिवन,मे,उतरना,है
🙏🙏🙏🙏
Pronam acharya
"COMPENSATION for not having the REAL thing."
सच को गवाकर कुछ भी मिले, ओ बहुत दो कौड़ी की चीज़ होती है , जो ऊंचा है ओ चाहीए , नहीं तो कुछ भी नहीं चाहीए , तब हमे असली चीज मिलेगी
पिछले दो दशकों के मेरे अनुभव में जो सबसे बड़ा चैलेंज मैंने फेस किया है वह यह है कि लोग बैलगाड़ी की मानसिक स्थिति में रहते हुए ही फ्लाइट की स्वनिर्मित डरावनी, व्यर्थ कल्पनाएं करते रहे हैं जो उनके विकास में बाधा बनी है !!- आचार्य श्री
रात गंवाई सोय के, दिवस गंवाया खाय।हीरा जन्म अमोल था, कौड़ी बदले जाय। -संत कबीर
रात नींद में नष्ट कर दी, दिन में भोजन से फुर्सत नहीं मिली यह मनुष्य जन्म हीरे के सामान बहुमूल्य था कौड़ी के भाव गंवा दिया!
एक बार जान लिया कि सही क्या है
अब किसी और दिशा में मत चल देना।
न डर के मारे, न लोभ-लालच-स्वार्थ के मारे।
आचार्य जी ❤❤❤
कबीर कुत्ता राम का, मोतिया मेरा नाम।
गले राम की जेबरी, जित खिंचे तित जाऊं।। ❤❤ संत कबीर जी
Koti koti pranam guruji ke charno me 🙏🙏🙏
अगर सब कुछ गंवा कर भी एक खरा जीवन मिल जाए तो सौदा सिर्फ लाभ का नहीं, अनंत मुनाफे का हो गया- आचार्य श्री
जब पुराना कुछ छूटने लगता है तो हमारी तरफ से दो तरह की प्रतिक्रिया सम्भव है-
पुराना जैसा भी था सड़ा-गला, दूषित वो था तो अपना था, मेरा था, हाथ में था।
-आचार्य प्रशांत
सभी दर्शक को विनंती है आचार्य प्रशांत जी के विङीयो मे जो सिध्दांतीक वाक्य और सुञ गुढ बाते कमेंट मे लिखा करे धन्यवाद
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
खरा जीवन जीने की पूरी प्रक्रिया नकार की है।
कारण साफ है हम वृत्तियां विकार साथ लेकर ही पैदा होते हैं।
और चूंकि वृत्ति है इसलिए धूल हम और सोखते जाते हैं।
ऐसा नहीं है कि हम बस कुछ भ्रम-दोष लेकर बस जन्मेभर हैं।
वृत्ति का मतलब होता है कि जितनी तुम्हारी उम्र बढ़ेगी और उस दरमियान जो एक-एक अनुभव होता चलेगा वो अनुभव अपना दोष, अपना कुप्रभाव भी छोड़ता चलेगा तो जितना मल आप लेकर पैदा हुए उसको बढ़ते ही जाना है।
इतना तो निश्चित है उसकी सफाई अपने आप उम्र के साथ नहीं हो जानी प्राकृतिक तरीके से।
यही कारण है अध्यात्म की प्रक्रिया,
सही, खरे, सच्चे, साफ-सुथरे, सरल जीवन की प्रक्रिया हुमेशा नकार की होगी ही।
-आचार्य प्रशांत
धन्यवाद आचार्य जी ।
अंधेरे में रहकर प्रकाश की कल्पना नाही की जा सकती।
और जगतपुर से अमरपुर का रास्ता नहीं दिखाई देता है।
पर मैं अमरपुर की कोई ऊंची मंजिल देखने की कोशिश में लगा हु।
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏❤️❤️
❤
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अपना तो कोई नहीं, देखा ठोक बजाय।
अपना अपना क्या करे, मोह भरम लपटाय।।
- संत कबीर
Book kha se milega
आप जो सुविधा भोग रहे हो वो सुविधा नही बल्कि मुजाफ़जा है, क्योकिं आप जिस तल पर जी रहे हो वहा आपके पास असली चीज नही है इसलिए आपने अपने आस पास १०० तरह ही सस्ती सुविधाएं खड़ी कर ली है, और ये सब मिलके भी उस असली चीज की कमी को पुरा नही कर सकती
🍁हंसा पायो मानसरोवर,
ताल तलैया क्यों डाले।
🍁 ज्यादातर हमारी ज़िंदगी में जो कुछ भी आता है मुआवजे जैसा आता है...
🍁सबसे ज्यादा कीमती चीज होती है आत्मा, अनंत,सत्य उसकी कोई कीमत नहीं होती वो आंखों से दिखाई नहीं देती...जिसकी कीमत नहीं मानोगे उसको तो सस्ता बेच दोगे न।
🍁अगर सब कुछ गंवा कर भी एक खरा जीवन मिल जाए, तो सौदा सिर्फ लाभ का नहीं, अनंत मुनाफे का हो गया।
आचार्य जी के वजह आज संत कबीर के दोहे आम जन मानस मे प्रचलित हो रहे है, बोहोत सुंदर और गहन तम अर्थ रखते है ये दोहे, और गीता श्लोक के काव्यात्मक अर्थ भी बोहोत सुंदर तरीके के बनाये ये आचार्य जी ने। आचार्य जी का गीता कोर्स जॉइन करे और जीवन मे परिवर्तन ना हो ऐसा संभव नही
जीवन की अस्थायित्व और इच्छाओं की अस्थिरता के बावजूद, व्यक्ति को अपने आंतरिक सत्य और शांति की खोज करनी हैं और नेति नेति का मार्ग अपनाना है।मूल्य और अर्थ व्यक्तिपरक होते हैं और व्यक्तिगत या सामाजिक दृष्टिकोण के आधार पर बदल या कम हो सकते हैं।☮️🛐
"सबकुछ बेच के भी यदि खरा जीवन मिल जाए तो बात ही क्या।"❤ प्रणाम आचार्य श्री।
Pranam acharya ji 🙏🙏🙏🇳🇱
Absolutely right Acharya ji 🙏🏻
आचार्य जी यदि इस संसार को वास्तव मे एक शक्ति ने बनाया है तो निश्चित ही उसे इस संसार का ज्ञान होगा
जब उन्हें पता था कि इस सांसारिक जीवन मे इतने दुख है तो उन्होंने इस सांसारिक जीवन को क्यू बनाया ।
🙏 कृपा मार्ग दर्शन कीजिए
ये मेरे साथ साथ ओर जन का भी प्रश्न है
वहाँ चाहे कितना भी सुख हो,
जहां सच्चाई नहीं ,
वहां रहना नहीं l
~आचार्य प्रशांत
❤❤❤
Acharya prashant ❤🔥🔥on top
🙏🏻🙏🏻धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
राम नाम कड़वा लगे, मीठा लागे दाम।
दुविधा में दोनों गए, माया मिली न राम।।
- संत कबीर
पूछिए अपने आप से वो सबकुक जो आपको अपने जीवन में आज बहुत आवश्यक लगता है, वो सचमुच आवश्यक है?
या किसी और दूसरी चीज़ की कमी की भरपाई की कोशिश है?
अगर सचमुच जीवन में आनंद होता, पूर्णता होती तो वो सब बाहरी चीज़ें जो हमें बहुत आवश्यक लगने लगी हैं उन बाहरी चीजों से क्या हम इसी तरह चिपक कर रहते?
-आचार्य प्रशांत
याद रखिये कबीर जी का 'मानसरोवर' कोई ऐसा काल्पनिक स्थान नहीं है जहां जाकर आप तैरने की कोशिश कर रहे हैं या कूद फांद मचा रहे हैं - आचार्य श्री
इंसान की पैदाइशी त्रुटियों को ही चुनौती देनी होगी बाहर- बाहर की लीपापोती से काम नहीं चलेगा -आचार्य श्री
असली बात यह नहीं होती कि आप चेतना के जिस तल पर हैं उस तल पर आपके पास कितना ज्यादा है असली बात यह होती है कि आप चेतना के किस तल पर है !!- आचार्य श्री
हम वो है जिन्हे बैलगाड़ी छोड़े बिना flight पे चलना है
*राम नाम कड़वा लगे, मीठे लागे दाम।*
*दुविधा में दोनों गए, माया मिली ना राम।।*
~ *कबीर साहब*
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🙏
आचार्य जी की वजह से बोहोत परिवर्तन आया है जीवन मे। वेगन बन गयी, बात इतनी सरल थी के डेरी मे इतनी हिंसा है पर आचार्य जी से पता चला तभी क्लिक हुआ।और कोई धर्मगुरु जानवरो के लिए बात नही कर रहा
😮
प्रणाम अचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
मन मस्त हुआ तब क्यों बोले... ❤
He should be our prime minister 🙏✅
❤❤❤❤❤
❤❤❤
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आज आपको जीवन मे जो कुछ भी आवश्यक लग रहा है वो सच मे आवश्यक है या किसी और चीज की भरपाई की कोशिश है
🙏
सही जीवन, सच्चा जीवन।
God bless all
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Thanks
Sir ap kitne baar ❤ jeetenge
Day
Day by day
Hum logo ka saubhagya hai ki hum logo ka janam apke sath hua hai .
U r Unbeatable sir
❤❤❤❤❤
👍👍👍🙏🙏🙏🌹❤❤❤🌹🙏🙏🙏👍👍👍
🙏🙏🙏🙏🙏
ज़िन्दगी में कोई कितना भी मुआवजा दे सत्य को त्यागने के लिए हमें सत्य नहीं त्यागना चाहिए।❤
हम इतने बुरे पैदा नहीं होते जितने हम बन जाते हैं 🙏🙏
Grateful for your teachings sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चरण स्पर्श, आचार्य जी। 🙇🏻🪔
त्ताल तलैया नाले गटर को छोड़ना ही मान सरोवर है,
धार्मिकता आध्यात्मिकता द्वैत अद्वैत वेदांत साक्षी भाव मुक्त चेतना चैतन्य मनोभाव मानवता नैतिकता के सतत अभ्यास से खुद को मांजते रहना ही सत्यनिष्ठा है
❤❤❤❤
Pranam Acharya shri 🌻🕉️🌻🙏🙏
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤
45:06👍👍
Love you so much sir ❤❤❤ thanks sir 💕💕💕💕❤
🙏🙏🙏🙏🙏
Naman sir ❤❤❤
आप चेतना को नई दिशा दे रहे है
Good morning sir❤❤❤