Girnar Parvat Darshan LIVE सम्पूर्ण गिरनार दर्शन यात्रा Girnar Junagarh Parikrama गुरु दत्तात्रेय

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  • เผยแพร่เมื่อ 27 ส.ค. 2024
  • Sanjeev Kumar Gupta shot this video to shows people thronging with religious spirit.you will witness Shree datta sthan mahatmya darshan ( गुरु दत्तात्रेय स्थान ) from mountain View .In this video Jain Neminath temple is also shown. Mount Girnar is a nice place to visit in Gujarat With 1031 meter height , This is Girnar mountain documentary video showing Junagadh ni parikrama .You will be guided through the difficult route to Junagarh temple.
    The girnar ropeway is complete . ગીરનાર પર્વત રોપ-વે 🚠 જૂનાગઢ-ગિરનારનો રોપ-વે તૈયાર
    Watch , learn and enjoy !
    Disclaimer - This is vlog. This video is not the sale of advertising, sponsorship, or promotions . It does not contain paid promotion. We do not charge for the showing the product. The objective of this video is educational purposes for people. We are unaware and not responsible for prices ,This video is shot at their location. Take care while dealing with anyone and do wisely.
    ► Location - Girnar, Junagarh Video
    ► Event -Bhavnath Mela 2017 Maha shiv Ratri Mela
    ► Production - * Shot by Sanjeev Kumar Gupta ( the owner of channel )
    * Camera used in this video - Sony Handycam HDR PJ410
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    Being a teacher, it also become my duty to impart knowledge from my teaching experience . Hence I also post educational videos on English language , science models and stage activities.
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    #girnar #girnarparvat #Junagarh

ความคิดเห็น • 1.3K

  • @badarinarayana9570
    @badarinarayana9570 3 ปีที่แล้ว +42

    We visited 4years back. Its a wonderful experience

  • @nancyjain8705
    @nancyjain8705 3 ปีที่แล้ว +10

    भगवान नेमीनाथ ने यही से मोक्ष धाम प्राप्त किया है पंचम टोक पर प्रभू के चरण है जय हो प्रभूवर की

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*

    • @prerakjain1236
      @prerakjain1236 3 ปีที่แล้ว +2

      नेमीनाथजी गिरनार पर्वत 5 वी टोंक का अर्घ -
      नेमिनाथ जिन सिद्ध भये, सिद्ध क्षेत्र गिरनार |
      मन वच तन कर पूजहूँ, भव दधि पार उतार ||
      ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथ जिनेंद्रादि शम्बु प्रद्युम्न अनिरुद्ध इत्यादि 72 करोड़ 700 मुनि गिरनार पर्वत से मोक्ष गये, तिनके चरणारविन्द को मेरा मन, वच, काय से बारम्बार नमस्कार हो, जलादि अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा ||

  • @jainshauryagaming5105
    @jainshauryagaming5105 3 ปีที่แล้ว +6

    ने भगवान नेमिनाथ moksh कल्याणक भूमि के बार बारंबार नमन

  • @shreyansjain8762
    @shreyansjain8762 3 ปีที่แล้ว +6

    Jai ho neminath bhagwan ki

  • @rahuljainrahuljain9128
    @rahuljainrahuljain9128 3 ปีที่แล้ว +3

    Anadi nidhan Jain Dharm ki Jay Shri neminath

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว +2

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

  • @rakeshfiragannavar3875
    @rakeshfiragannavar3875 4 ปีที่แล้ว +6

    This is Jain Heritage Center...
    Jai bolo neminath bhagwan ki Jai

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว +3

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

    • @smbimpex7813
      @smbimpex7813 3 ปีที่แล้ว

      Jai bholenath

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว +1

      @@smbimpex7813 स्वयंभू प्रभु तीनलोकाधिपति श्री 1008 नेमिनाथ भगवान की जय
      मंगलं भगवानवीरो, मंगलं गौतमो गणी।
      मंगलं कुंदकुंदार्यो, जैन धर्मोस्तु मंगलं।।
      जैन धर्म अनादिनिधन है, तीर्थंकर मात्र धर्म तीर्थ का प्रवर्तन करते हैं, जैन धर्म का कोई संस्थापक नहीं,,
      विश्व की एक मात्र सनातन परंपरा जैन धर्म की जय जय जय,,,
      अभी आज से 81000 साल बाद हमारे उत्सर्पिणी काल के 1st तीर्थंकर भगवान अनंतवीर्य पूरे विश्व में अहिंसा धर्म का प्रसार कर देंगे,,,, जैन धर्म एक चक्र की भांति है, जो अनंता नंत काल से घूमरहा है और अनंतानंत काल तक घूमेगा,,,
      बाकी काल्पनिक भगवान और धर्म तो आते ही रहेंगे।
      जय जिनशासन

    • @smbimpex7813
      @smbimpex7813 3 ปีที่แล้ว

      @@arpitjain6879 Bhai Arpit Tu jise bhagvan manta hai uska aahvahan Kar ki vo tumhare liye koi Naya parvat bana de fir vaha apna mandir transfer karle , tum bhi Khush aur hame bhi tumhare ye juth se shanti.

    • @khushagrajoshi2200
      @khushagrajoshi2200 ปีที่แล้ว

      @@smbimpex7813 inko ye nahi malum ki dattatreya bhagwan shri ram ke bhi pehle ke hai , sirf kori baate karenge.

  • @sonalijain9630
    @sonalijain9630 2 ปีที่แล้ว +7

    गिरनार जी भगवान नेमीनाथ की मोक्षस्थली है🙏

  • @GIRNARIBHOMIYO
    @GIRNARIBHOMIYO 4 ปีที่แล้ว

    wah wah #girnaribhomiyo

  • @anilnene8672
    @anilnene8672 3 ปีที่แล้ว +1

    Thanks giranar parvati darshan jay gurudev datt

  • @puspendrsharma6837
    @puspendrsharma6837 3 ปีที่แล้ว +5

    Jai ho neminath bhagban ki

    • @musicwallah1723
      @musicwallah1723 2 ปีที่แล้ว +2

      Sharma ji bus aise hi Bhai chara kayam rakhe hum 1 maa me 2 Bhai he ❤️❤️❤️❤️

  • @parveenjain4363
    @parveenjain4363 ปีที่แล้ว +3

    Ambe maa bhagwaan Neminathji ki rakshak devi hai

  • @amritsondhiya8041
    @amritsondhiya8041 4 ปีที่แล้ว +1

    Jay Ho Baba

  • @omprakashverma2098
    @omprakashverma2098 2 ปีที่แล้ว +2

    जय गुरु दत्त जी नमः कोटि कोटि नमन प्रणाम 🌹🌹🌹🙏

  • @rajindersharma9345
    @rajindersharma9345 3 ปีที่แล้ว +15

    I went on this pilgrimage in the year 1969, 52 years back. Went straight up to Bhagwan Dattatrey Mandir. Very few people went that far those days. Looking at these pictures, everything seems changed. Jai Girnari.

  • @bharatwadkarjain8628
    @bharatwadkarjain8628 5 ปีที่แล้ว +17

    Jay ho neminath bhagwaan ki jay ho 🙏🙏🙏

    • @parameshwarankrrip1511
      @parameshwarankrrip1511 4 ปีที่แล้ว +1

      Jay ho neminath bhagwan ki jay ho🙏🙏🙏

    • @prerakjain1236
      @prerakjain1236 3 ปีที่แล้ว +1

      नेमीनाथजी गिरनार पर्वत 5 वी टोंक का अर्घ -
      नेमिनाथ जिन सिद्ध भये, सिद्ध क्षेत्र गिरनार |
      मन वच तन कर पूजहूँ, भव दधि पार उतार ||
      ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथ जिनेंद्रादि शम्बु प्रद्युम्न अनिरुद्ध इत्यादि 72 करोड़ 700 मुनि गिरनार पर्वत से मोक्ष गये, तिनके चरणारविन्द को मेरा मन, वच, काय से बारम्बार नमस्कार हो, जलादि अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा ||

    • @paridhijain8029
      @paridhijain8029 2 ปีที่แล้ว

      @@prerakjain1236 kya aap girnar gye h

  • @shubhangikeskar7501
    @shubhangikeskar7501 2 ปีที่แล้ว +2

    छान मस्तच सुंदर अप्रतिम आहे निसर्ग सौंदर्य 🙏🌹

  • @rajechhatrapati593
    @rajechhatrapati593 4 ปีที่แล้ว

    जय श्री सद्गुरू देवदत्त
    जय गिरणारी 🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*....

  • @madhurisud8311
    @madhurisud8311 3 ปีที่แล้ว +6

    Shripad vallab digambara🙏🏽🌹 dattaguru bhavtaap haru.
    Feel so blessed today. Bohot aabhar.🙏🏽

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*

  • @nareshajmera5591
    @nareshajmera5591 6 ปีที่แล้ว +3

    Jai ho neminath bhagwan ki jai ho

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html
      दिलवाड़ा जैन मंदिर के रहस्य Dilwara Jain Temples : Incredible Secrets Of Temple In India. th-cam.com/video/T_Tqir3sccY/w-d-xo.html
      जैन मंदिरों के दर्शन करें वीडियोज़ Videos of Jain Temples In India goo.gl/b77C1J
      भारत के और मंदिरों के दर्शन goo.gl/sFBNHD

    • @superstar1972
      @superstar1972 4 ปีที่แล้ว

      Jay girnari
      Jay shree ram ki jay

  • @pavantivari8291
    @pavantivari8291 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai satya sanatan dharam ki. Jai Hind. Jai Hindutv.

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

  • @bharatijain1478
    @bharatijain1478 2 ปีที่แล้ว +2

    Jai Neminath ,jai vardatt muni,girnarji jain tirth hai jain hi रहेगा

  • @jaydugad9440
    @jaydugad9440 3 ปีที่แล้ว +4

    Jai jai neminath

  • @anil01kumar2000
    @anil01kumar2000 2 ปีที่แล้ว +2

    Jai Jinendra, Jai Girnar

  • @rajnikantrawat6168
    @rajnikantrawat6168 7 ปีที่แล้ว

    om shiv om shiv sabko jay girnath

  • @Dayashinde4474
    @Dayashinde4474 3 ปีที่แล้ว +3

    Jay guru datt🙏🙏🙏🌷🌼🌹🌺

  • @eshanjain3609
    @eshanjain3609 3 ปีที่แล้ว +40

    Girnar ji belongs to Jain community as said by the court of law

    • @mpbarmerraj
      @mpbarmerraj ปีที่แล้ว +2

      जैन एक मत है धर्म नहि

    • @khushagrajoshi2200
      @khushagrajoshi2200 ปีที่แล้ว +1

      Where and when , these lies will further alienate you from the temple itself.

  • @shahayush0312
    @shahayush0312 2 ปีที่แล้ว +2

    Jai jinendra
    Jai Neminath

  • @remariteshvlog5148
    @remariteshvlog5148 2 ปีที่แล้ว +2

    Kdk bhai

  • @ushajadhav2729
    @ushajadhav2729 5 ปีที่แล้ว +6

    अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त.

  • @suyashjain5015
    @suyashjain5015 2 ปีที่แล้ว +3

    Girnar ji is and was the place of jains

  • @ThunderFire03
    @ThunderFire03 ปีที่แล้ว +2

    Girnaar jaino ka hai jaino ka tha or jaino ka hi rhega
    Jai neminath

  • @rajeshpargirajesh3004
    @rajeshpargirajesh3004 3 ปีที่แล้ว +1

    jay girnar har har mahadev

  • @arpitchhajed2653
    @arpitchhajed2653 5 ปีที่แล้ว +9

    जय जय नेमिनाथ

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

    • @prerakjain1236
      @prerakjain1236 3 ปีที่แล้ว

      नेमीनाथजी गिरनार पर्वत 5 वी टोंक का अर्घ -
      नेमिनाथ जिन सिद्ध भये, सिद्ध क्षेत्र गिरनार |
      मन वच तन कर पूजहूँ, भव दधि पार उतार ||
      ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथ जिनेंद्रादि शम्बु प्रद्युम्न अनिरुद्ध इत्यादि 72 करोड़ 700 मुनि गिरनार पर्वत से मोक्ष गये, तिनके चरणारविन्द को मेरा मन, वच, काय से बारम्बार नमस्कार हो, जलादि अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा ||

  • @ajaysinghgirnar9256
    @ajaysinghgirnar9256 3 ปีที่แล้ว +3

    दर्शन कर धन्य हो गया मैं तो

  • @kanakzala4814
    @kanakzala4814 3 ปีที่แล้ว +1

    HII SUPER

  • @shashikantkulkarni4307
    @shashikantkulkarni4307 3 ปีที่แล้ว

    Om Shri Datta Gurunche Smaran Kara Jagi Parmeshwar Tochi Kharach.Om Shanti.

  • @shubhangisahasrabudhe5050
    @shubhangisahasrabudhe5050 3 ปีที่แล้ว +4

    अवधुत चिंतन श्रीगुरुदेव दत्त 🙏🙏

  • @SachinJain-od4ce
    @SachinJain-od4ce 3 ปีที่แล้ว +4

    Naminath bagvn. ki jai ho

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว +1

      अनादिनिधन शाश्वत अर्थात जिसका न कोई आदि है न अंत तथा जिसका निर्माण किसी ने न किया हो । जैन धर्म के अनुसार यह सृष्टि अनादिकाल से है अनंतकाल तक रहेगी। इसमें दो रूपों में काल परिवर्तन होता है
      1 अवसर्पणीकाल
      2 उत्सर्पणी काल
      ये दो कालों को क्रमशः 6-6 कालों में वांटा गया है।
      हर उत्सर्पणीकाल के बाद अवसर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल के बाद उत्सर्पणीकाल आता है तथा यह काल परिवर्तन अनादिकाल से जारी है और अनंतानंत काल तक चलेगा, तथा हर उत्सर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल में धर्म तीर्थं का प्रवर्तन करने 24 -24 तीर्थंकर अनवरत लगातार अनंतानंत आए हैं व आते रहेंगे।
      जैन आगम सनातन शास्वत अखण्ड है।
      तीर्थंकर भगवान मात्र धर्म का प्रवर्तन करते हैं, जैन धर्म का कोई संस्थापक नहीं है।
      इस लोक को न किसी ने बनाया,
      न कोई इसे चलता है और न कोई इसे नष्ट कर सकता है।
      अभी अवसर्पणी काल चल रहा है इस काल के "प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ" तथा "अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर।"
      इसके पहले उत्सर्पणी काल के 24 तीर्थंकर "प्रथम श्री केवलज्ञानी जी" तथा "अंतिम श्री संप्रतिस्वामि जी।"
      भविष्य के उत्सर्पणीकाल के तीर्थंकर में "प्रथम पद्मनाभ स्वामी" अंतिम "श्री भद्रंकरस्वामी जी।"
      इस प्रकार जैनागम अनंतानंत काल तक रहेगा।

  • @mukundpanse4438
    @mukundpanse4438 4 ปีที่แล้ว

    Excellant very happy Gurudeo Datta

  • @kailashnarayanmalviya1520
    @kailashnarayanmalviya1520 3 ปีที่แล้ว +2

    Jai Sri krisna Jai Dwarikadheesjiki

  • @raghavavithala6643
    @raghavavithala6643 4 ปีที่แล้ว +5

    JAI GURU DATTATREYA
    SIVAYA GURAVENAMAH
    🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

  • @kusumkarania8669
    @kusumkarania8669 4 ปีที่แล้ว +7

    Jai neminath bhagvan ki jai

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

  • @NaveenJain-gc7xn
    @NaveenJain-gc7xn 9 หลายเดือนก่อน +2

    Jai yadu kul gorv तीर्थंकर महा रिसी नेमिनाथ भगवा न की जय

  • @omkarnarule7488
    @omkarnarule7488 4 ปีที่แล้ว +2

    Jay gurudev datta jay jinendra jay shree krishna

  • @SNSHILU
    @SNSHILU 6 ปีที่แล้ว +4

    बहेतरीन सेवा है गूरु दत्त का दर्शन

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html
      दिलवाड़ा जैन मंदिर के रहस्य Dilwara Jain Temples : Incredible Secrets Of Temple In India. th-cam.com/video/T_Tqir3sccY/w-d-xo.html
      जैन मंदिरों के दर्शन करें वीडियोज़ Videos of Jain Temples In India goo.gl/b77C1J
      भारत के और मंदिरों के दर्शन goo.gl/sFBNHD

    • @AbhishekJain-mp1iu
      @AbhishekJain-mp1iu 5 ปีที่แล้ว

      यह दत्ता का नही जैनो का मंदिर है यह पर तो तुम लोग कब्ज़ा कर रहे हो

    • @smbimpex7813
      @smbimpex7813 3 ปีที่แล้ว

      @@AbhishekJain-mp1iu tum logo ne chorichpi mandir banaya tu pura parvat tumhara ho gya. Ise chori pe sinajori bolte hai.

  • @nemawatinavlakha9337
    @nemawatinavlakha9337 4 ปีที่แล้ว +8

    We, the full family had visited ,in 1974...we had counted 1,50,000 steps in all ....thanks brother to upload ..!

  • @harishpuri2806
    @harishpuri2806 4 ปีที่แล้ว

    जय दत्तात्रेय भगवान की जय

  • @kshemendrasingh1917
    @kshemendrasingh1917 2 ปีที่แล้ว +1

    जय गुरु दत्तात्रेय।

  • @poojapradhan6565
    @poojapradhan6565 7 ปีที่แล้ว +5

    Thanks sanjeev kumar gharpe bethakehi aapne girnar darshan karvaya

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  7 ปีที่แล้ว +1

      पूजा जी ,
      गिरनार दर्शन की याद , एक एक पल मुझे नहीं भूलता | वो माहौल ही कुछ ऐसा था जैसे कि स्वर्ग के रास्ते से गुजर रहा हूँ ..और भगवन से मिलूँगा |

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दत्तात्रेय दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Dattatreya Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html

  • @devidasbapu4253
    @devidasbapu4253 6 ปีที่แล้ว +4

    Jay ho happy good morning Jay Girnari

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html
      दिलवाड़ा जैन मंदिर के रहस्य Dilwara Jain Temples : Incredible Secrets Of Temple In India. th-cam.com/video/T_Tqir3sccY/w-d-xo.html
      जैन मंदिरों के दर्शन करें वीडियोज़ Videos of Jain Temples In India goo.gl/b77C1J
      भारत के और मंदिरों के दर्शन goo.gl/sFBNHD

  • @amrapalisapkale8439
    @amrapalisapkale8439 ปีที่แล้ว +1

    गिरनारी भरोसा भारी शिखर पर बेठकर खबर लो हमारी 🚩🕉️🙏🔱

  • @jayantibhaisenma150
    @jayantibhaisenma150 4 ปีที่แล้ว +1

    Jay

  • @arpitjain6879
    @arpitjain6879 4 ปีที่แล้ว +5

    अनादिनिधन शाश्वत अर्थात जिसका न कोई आदि है न अंत तथा जिसका निर्माण किसी ने न किया हो । जैन धर्म के अनुसार यह सृष्टि अनादिकाल से है अनंतकाल तक रहेगी। इसमें दो रूपों में काल परिवर्तन होता है
    1 अवसर्पणीकाल
    2 उत्सर्पणी काल
    ये दो कालों को क्रमशः 6-6 कालों में वांटा गया है।
    हर उत्सर्पणीकाल के बाद अवसर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल के बाद उत्सर्पणीकाल आता है तथा यह काल परिवर्तन अनादिकाल से जारी है और अनंतानंत काल तक चलेगा, तथा हर उत्सर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल में धर्म तीर्थं का प्रवर्तन करने 24 -24 तीर्थंकर अनवरत लगातार अनंतानंत आए हैं व आते रहेंगे।
    जैन आगम सनातन शास्वत अखण्ड है।
    तीर्थंकर भगवान मात्र धर्म का प्रवर्तन करते हैं, जैन धर्म का कोई संस्थापक नहीं है।
    इस लोक को न किसी ने बनाया,
    न कोई इसे चलता है और न कोई इसे नष्ट कर सकता है।
    अभी अवसर्पणी काल चल रहा है इस काल के "प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ" तथा "अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर।"
    इसके पहले उत्सर्पणी काल के 24 तीर्थंकर "प्रथम श्री केवलज्ञानी जी" तथा "अंतिम श्री संप्रतिस्वामि जी।"
    भविष्य के उत्सर्पणीकाल के तीर्थंकर में "प्रथम पद्मनाभ स्वामी" अंतिम "श्री भद्रंकरस्वामी जी।"
    इस प्रकार जैनागम अनंतानंत काल तक रहेगा।
    बाकी काल्पनिक देवी देवताओं को मानने बाले धर्म तो आते जाते रहते हैं।
    जैनागम की जय
    जिनेन्द्र भगवान की जय
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @sandhyaambre3019
    @sandhyaambre3019 3 ปีที่แล้ว +3

    Thanks for giving Girnar darshan and guidelines sir Jai Girnari

  • @shreyashpatil1438
    @shreyashpatil1438 2 ปีที่แล้ว +2

    Shree Gurudev Datta 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @lakshmiprasad8996
    @lakshmiprasad8996 ปีที่แล้ว +1

    🙏 Jai Guru Datta 🙏

  • @jinendrakothalipatil4557
    @jinendrakothalipatil4557 5 ปีที่แล้ว +15

    This mountain belongs to Jainism.Jain's forever..
    JAI JINENDRA

    • @iamjain5491
      @iamjain5491 4 ปีที่แล้ว +4

      @@neilraj8897 U can't change history
      Jain's are not coward u ppl are coward so u r capturing Jain heritage

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว +1

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

    • @abhaykhare5930
      @abhaykhare5930 3 ปีที่แล้ว +4

      भगवान दत्तात्रेय अनादी है अनंत है. वह तो नेमिनाथ आदी मुनीजनों के भी बुद्धीदाता है. तो सबसे पुराने ईश्वर को निर्बुध्द कहना अज्ञानी बालक कहना अपने अहंकार की परिसीमा है, जीनकी लीलाएँ समझ नही आती कम से कम अपनी बाल्यबुध्दी से उनको नापने की कोशीश तो ना करो.

  • @rahulraja2431
    @rahulraja2431 ปีที่แล้ว +2

    Jai hoo bhagwan neminath ki

  • @ashwinwankhede1982
    @ashwinwankhede1982 5 ปีที่แล้ว

    Guru Duttatrerya krupa...

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*....

  • @arpitjain6879
    @arpitjain6879 4 ปีที่แล้ว +9

    @Bharat Wadkar Jain अनादिनिधन शाश्वत अर्थात जिसका न कोई आदि है न अंत तथा जिसका निर्माण किसी ने न किया हो । जैन धर्म के अनुसार यह सृष्टि अनादिकाल से है अनंतकाल तक रहेगी। इसमें दो रूपों में काल परिवर्तन होता है
    1 अवसर्पणीकाल
    2 उत्सर्पणी काल
    ये दो कालों को क्रमशः 6-6 कालों में वांटा गया है।
    हर उत्सर्पणीकाल के बाद अवसर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल के बाद उत्सर्पणीकाल आता है तथा यह काल परिवर्तन अनादिकाल से जारी है और अनंतानंत काल तक चलेगा, तथा हर उत्सर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल में धर्म तीर्थं का प्रवर्तन करने 24 -24 तीर्थंकर अनवरत लगातार अनंतानंत आए हैं व आते रहेंगे।
    जैन आगम सनातन शास्वत अखण्ड है।
    तीर्थंकर भगवान मात्र धर्म का प्रवर्तन करते हैं, जैन धर्म का कोई संस्थापक नहीं है।
    इस लोक को न किसी ने बनाया,
    न कोई इसे चलता है और न कोई इसे नष्ट कर सकता है।
    अभी अवसर्पणी काल चल रहा है इस काल के "प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ" तथा "अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर।"
    इसके पहले उत्सर्पणी काल के 24 तीर्थंकर "प्रथम श्री केवलज्ञानी जी" तथा "अंतिम श्री संप्रतिस्वामि जी।"
    भविष्य के उत्सर्पणीकाल के तीर्थंकर में "प्रथम पद्मनाभ स्वामी" अंतिम "श्री भद्रंकरस्वामी जी।"
    इस प्रकार जैनागम अनंतानंत काल तक रहेगा।
    बाकी काल्पनिक देवी देवताओं को मानने बाले धर्म तो आते जाते रहते हैं।
    जैनागम की जय
    जिनेन्द्र भगवान की जय
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @shivajigaikwad2694
    @shivajigaikwad2694 3 ปีที่แล้ว +5

    जय गिरनार 🕉

  • @shekharsalunkhe106
    @shekharsalunkhe106 2 ปีที่แล้ว +2

    श्री स्वामी समर्थ 🙏🙏🙏

  • @dnyaneshwarbhade3850
    @dnyaneshwarbhade3850 2 ปีที่แล้ว +1

    Bahoot khub.Very good attempt. Thanks.

  • @neelkantkotar4901
    @neelkantkotar4901 3 ปีที่แล้ว +8

    Wonderful place one has to visit once at least in life

  • @nareshthakor7793
    @nareshthakor7793 4 ปีที่แล้ว +4

    જય ગીરનારની
    જય બાપા સીતારામ

  • @manijain6696
    @manijain6696 2 ปีที่แล้ว +2

    Jai Ho nemi rajul ki

  • @somkantmulay3999
    @somkantmulay3999 ปีที่แล้ว +1

    Jay Girnari Guru Dev Datt

  • @m.sindian867
    @m.sindian867 5 ปีที่แล้ว +3

    jay guru dattatrey
    ..

  • @jagadishchauhan37
    @jagadishchauhan37 4 ปีที่แล้ว +14

    जय मां भगवती मां अंम्बै माताजी
    जय गिरनारी
    ॐ जय श्री गुरु द्त भगवान

    • @madhukarthakare513
      @madhukarthakare513 4 ปีที่แล้ว +1

      Very nice videograhy

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว

      जय नेमिनाथ
      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र

  • @NaveenJain-gc7xn
    @NaveenJain-gc7xn 9 หลายเดือนก่อน +1

    Nemi nath ki खयाति se pando पुजारियों भि kariyo ka bharan 3:41 posan ho rha hai jai ho

  • @puligaddachenchaiahsharma5389
    @puligaddachenchaiahsharma5389 3 ปีที่แล้ว +2

    i visited before 5years alongwith my children verymuch wonderful GOD blessing adventure

  • @arpitjain6879
    @arpitjain6879 4 ปีที่แล้ว +62

    नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान नेमिनाथ भगवान

    • @lakshmis8537
      @lakshmis8537 4 ปีที่แล้ว

      Om nmhashivaya🙏🙏🙏🙏🙏

    • @superstar1972
      @superstar1972 4 ปีที่แล้ว

      Jay girnar
      Jay shree ram

    • @bharatwadkarjain8628
      @bharatwadkarjain8628 4 ปีที่แล้ว +3

      तीन लोक के नाथ ,सभी देवो के देव मोक्षगामी,सिद्ध भगवान,हे जिनेश्वर, श्री श्री श्री 1008 तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान कि जय... जय ... जय... जय... जय.... जय... जय... जय... जय.... हो.. हो... हो ... हो... हो...हो नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु भगवान.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

    • @bharatwadkarjain8628
      @bharatwadkarjain8628 4 ปีที่แล้ว +3

      @@arpitjain6879 जय जिनेंद्र देव कि भय्याजी 🙏

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 4 ปีที่แล้ว +3

      @@bharatwadkarjain8628 🙏🙏जय जिनेन्द्र जी

  • @sanskarsingh9201
    @sanskarsingh9201 5 ปีที่แล้ว +4

    जय गिरनारी

  • @hiteshkumar6076
    @hiteshkumar6076 5 หลายเดือนก่อน +1

    Avadhoot chintan jai guru dutt

  • @vishalkotwal4498
    @vishalkotwal4498 3 ปีที่แล้ว +1

    Avdhut chintan shrre guru dev datt🙏

  • @gorakhpatil7774
    @gorakhpatil7774 3 ปีที่แล้ว +4

    बहुत अच्छा किया सरजी र्घोडे के साथ साथ गिरनार दर्शन घडा या

  • @free2flyoversea
    @free2flyoversea 4 ปีที่แล้ว +11

    1 Jan_ 2020 amhi jaun alo. chan darshan zale 🌹

    • @varshapachpend4900
      @varshapachpend4900 3 ปีที่แล้ว

      amhi jaun al0 mastach👍

    • @ashwiniparnjape205
      @ashwiniparnjape205 3 ปีที่แล้ว

      मस्त, सुंदर, जय श्री गुरुदत्त

    • @musicwallah1723
      @musicwallah1723 2 ปีที่แล้ว

      Where are you from ???

  • @nawarajdawdi1521
    @nawarajdawdi1521 3 ปีที่แล้ว +1

    Jya om nm sievhaya

  • @mukeshsrivastava6596
    @mukeshsrivastava6596 3 ปีที่แล้ว +3

    Om nmh shivayh

  • @yashzala8923
    @yashzala8923 7 ปีที่แล้ว +17

    girnar Jane ka Kabhi Moka Nagi Mila lekin aap ke is video mein hunne pura girne dekh liya thanks

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  7 ปีที่แล้ว +1

      jai girnari

    • @rusikabutani8490
      @rusikabutani8490 7 ปีที่แล้ว

      SANJEEV KUMAR GUPTA 👊👊👊👊👊👊

    • @gopalgadhvi9000
      @gopalgadhvi9000 7 ปีที่แล้ว

      😉

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html

  • @harshjain3473
    @harshjain3473 6 ปีที่แล้ว +5

    Jay Neminath dada

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html
      दिलवाड़ा जैन मंदिर के रहस्य Dilwara Jain Temples : Incredible Secrets Of Temple In India. th-cam.com/video/T_Tqir3sccY/w-d-xo.html
      जैन मंदिरों के दर्शन करें वीडियोज़ Videos of Jain Temples In India goo.gl/b77C1J
      भारत के और मंदिरों के दर्शन goo.gl/sFBNHD

    • @girija.b.s.5820
      @girija.b.s.5820 3 ปีที่แล้ว

      Om namah shivaya..🙏🙏🙏🙏🙏

  • @amarmestri7982
    @amarmestri7982 ปีที่แล้ว +1

    Shree Gurudev Datt. Jai Girnari ji.🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @NaveenJain-gc7xn
    @NaveenJain-gc7xn 9 หลายเดือนก่อน +2

    रिसवदेब से बाईस्बे नेमिनाथ किशन के भाई महरिसी यादव कुल भूषण तीर्थंकर नेमिनाथ की जय

  • @patelyash8600
    @patelyash8600 4 ปีที่แล้ว +3

    🙌JAY BHOLE🙌

  • @narasappasdindore
    @narasappasdindore 4 ปีที่แล้ว +6

    मैं सोलापूर महाराष्ट्र से हू 2019 मैं जून मे सफर किए थे. 10000 पायरी चढणे मैं पुरा एक दिन गया.

    • @shashishelar1690
      @shashishelar1690 4 ปีที่แล้ว

      मी हा ट्रेक साडे सहा तासात पूर्ण केला 2018 ला अती सुंदर आहे

  • @shreebhat
    @shreebhat 3 ปีที่แล้ว +1

    Little cosmic chaos, nothing in order, but everything falls in place. Messed up but mesmerising. Divine place. Sri Gurudeva Datta

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*.....

  • @darshanmakhecha8439
    @darshanmakhecha8439 4 ปีที่แล้ว +1

    Winter me every Sunday Jaya karte the jab Junagadh me college karte the
    Saalo beet Gaye
    Vapas darshan karvane k liye or purani yaade taaza karvane k liye
    Dill se thank you brother
    Hearty thanks

  • @panchaksharibksridevi6037
    @panchaksharibksridevi6037 5 ปีที่แล้ว +3

    you and your friends did a good job
    I really happy to your job
    your wonder job was memorable

  • @rohitkumarkashyap2439
    @rohitkumarkashyap2439 5 ปีที่แล้ว +3

    Very good quality video thank u sanjeev kumar ji

  • @ganeshkumaryogi7209
    @ganeshkumaryogi7209 4 ปีที่แล้ว +1

    हर हर महादेव जय शिवगोरक्ष
    नाथ जोगीजनों (योगीजनों ) ने दहाड लगाई
    पियों सिद्धों उन्मूनी प्याला
    सबसें ऊँचे शिखर विराजै शिवगोरख बाला
    ॐसत नमों आदेश, अलख आदेश ॐ आदेश
    नव नाथ चौरासी सिद्धों कों आदेश आदेश
    जय गिरनार

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว

      इस दुनिया में प्रचलित कोई भी धर्म व उससे संबंधित लोग , जो अपने इष्ट को अपना और इस सृष्टि का करता,इस सृष्टि का संचालक और उसे स्वयं का विनाशक मानकर उनकी पूजा करते हैं ,
      भगवान को प्रसन्न करने के लिये ही उनकी हर क्रियाएं होती हैं किन्तु क्या सचमुच इस सृस्टि का किसी ने निर्माण किया, क्या कोई सचमुच इसका कोई संचालन करता है , क्या कोई सचमुच इस सृस्टि का विनाशक है, क्या सचमुच कोई ईश्वर अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसका इष्ट अनिष्ट करता है ,
      यदि हां तो इस सृष्टि के निर्माण करने वाले का निर्माण किसने किया , और उसे हम सबको बनाने का अधिकार किसने दिया और उसने हमें कहां बैठकर बनाया ,,,,,और सबसे महत्वपूर्ण क्यों बनाया, मात्र खेल खेलने के लिये। और इतनी असमानता क्यों सबको सुखी क्यों नहीं बनाया,,और भला हमें परेशान देखकर उसको मजा आ रहा,
      कारण के बिना कार्य की सिद्धि नहीं होती ,,,,,
      क्या सृष्टि का निर्माण करने वाले नें खिलौने के रूप में हमें बनाया है,,, फिर तो वह दूध पीता बच्चा है , उसके अस्तित्व को स्वीकार कोई बुद्धिमान पुरूष कैसे स्वीकार कर सकता है।
      यदि इस सृष्टि का कोई संचालित यदि कोई कर रहा है तो कैसे कर रहा है , कुबुद्धि लोग एसा मानते हैं कि इस सृष्टि का एक पत्ता भी उसके बिना नहीं हिल सकता , तो सृस्टि में होने बाली सभी प्राकृतिक घटना का जिम्मेदार वही हुआ , जैसे कोरोना,कैंसर, HIV aids ,
      विश्व में होने वाले सभी Raps आदि आदि सब बही कर रहा है, केवल अपनी प्रसन्नता के लिये , वो एसा क्यों करेगा शक्तिहीनों को परेशान करने वाला तो आततायी कहलाता है , और एक बात सुना है इस धरती पर पापियों का अंत करने जन्म भी लेते हैं किंतु जब वो सबका अन्त करने की जगह उसको सद्बुद्धि भी दे सकता है। फिर यदि उन विचारों को पैदा ही नही करता तो अंत करने का सवाल ही नहीं उठता ।
      फिर वो अपनी ही सन्तानों को दुखी करता है क्यों ,,,
      एसा इष्ट की संकल्पना करने वाले लोग क्या आपकी दृष्टि में बुद्धिमान हैं,,,,,,,
      क्या इस सृष्टि का कोई विनाशक भी है लेकिन कोई क्यो इस धरती का विनाश करेगा
      एसा देवता जिसने एक वेजुवान बाघ को मारकर उसकी खाल लपेटी ताकि उसके गुप्तांग न दिखें , क्यों ,, ,,,,
      एक छोटे से बच्चे की बातों में आकर उसे अपने त्रिशूल से उडा दिया फिर उसको जब पता चला कि ये उसकी पत्नी ने बनाया व उसपर जान फूक दी ,, फिर उन्हे प्रसन्न करने एक निर्दोष हाथी के बच्चे को मार दिया , और अपने बच्चे को जिन्दा कर लिया , यदि वो सर्वज्ञ थे तो उसे ये क्यों पता नही चला ये उनका बच्चा है,,,??? और वापिस उसी सिर को क्यों नहीं लगाया और
      कुबुद्धि लोग कहते हैं,, इन्ही के द्वारा सृष्टि का विनाश होगा और इनकी कृपा दृष्टि पाने लोग इनकी पूजा करते हैं ,,,आखिर इनको एसी शक्ति कैसे कहा और क्यो मिली , ,,,*और ये एक छोटे बच्चे के बाल हठ से क्रोधित होकर तांडव करने लगे थे,, ये बालकों के समान बुद्धि वाले देव कभी भी सृष्टि का विनाश कर देंगे,,,
      इनका अस्तित्व कैसे स्वीकारें
      और कुबुद्धि लोग इन्हे देवों के देव कहते हैं ; इनका अस्तित्व कैसै स्वीकारें।
      और इनके अनुसार उपरोक्त देवों से ही बाकी 33 कोटि देवता उत्पन्न हुए हैं,,,,, कैसे???
      वास्तव में धर्म का असली लक्ष्य हमे अपनी आत्मा को प्राप्त करना है।
      हमारे धर्म में किसी perticular देव की पूजा उसके नाम से नहीं होती ,,,
      "जिसने राग द्वेश कामादिक जीते सब जग जान लिया।
      सब जीवों को मोक्ष मार्ग का निष्पृह हो उपदेश दिया ,,,
      "बुद्ध ,वीर,शिव ,हरिहर,ब्रह्मा,या उसको स्वाधीन कहो "
      अर्थात हम भगवान उन्हे उनके गुणो की प्राप्ति के लिये कहते हैं
      उनके गुणो की प्राप्ति के लिये करते हैं ,, हमे किसी देव के नाम से नहीं , उनके स्वरूप से मतलब है।
      हमारे णमोकार मंत्र में किसी perticular देव की वंदना नहीं है
      अरिहंत
      सिद्ध
      आचार्य
      उपाध्याय
      साधु
      व्यक्ति नहीं पद हैं जो इन्हे प्राप्त कर ले वही हमारा भगवान,,
      जय जिनेन्द्र
      नेमिनाथ भगवान की जय🙏🙏🙏

    • @arpitjain6879
      @arpitjain6879 3 ปีที่แล้ว

      अनादिनिधन शाश्वत अर्थात जिसका न कोई आदि है न अंत तथा जिसका निर्माण किसी ने न किया हो । जैन धर्म के अनुसार यह सृष्टि अनादिकाल से है अनंतकाल तक रहेगी। इसमें दो रूपों में काल परिवर्तन होता है
      1 अवसर्पणीकाल
      2 उत्सर्पणी काल
      ये दो कालों को क्रमशः 6-6 कालों में वांटा गया है।
      हर उत्सर्पणीकाल के बाद अवसर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल के बाद उत्सर्पणीकाल आता है तथा यह काल परिवर्तन अनादिकाल से जारी है और अनंतानंत काल तक चलेगा, तथा हर उत्सर्पणीकाल व अवसर्पणीकाल में धर्म तीर्थं का प्रवर्तन करने 24 -24 तीर्थंकर अनवरत लगातार अनंतानंत आए हैं व आते रहेंगे।
      जैन आगम सनातन शास्वत अखण्ड है।
      तीर्थंकर भगवान मात्र धर्म का प्रवर्तन करते हैं, जैन धर्म का कोई संस्थापक नहीं है।
      इस लोक को न किसी ने बनाया,
      न कोई इसे चलता है और न कोई इसे नष्ट कर सकता है।
      अभी अवसर्पणी काल चल रहा है इस काल के "प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ" तथा "अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर।"
      इसके पहले उत्सर्पणी काल के 24 तीर्थंकर "प्रथम श्री केवलज्ञानी जी" तथा "अंतिम श्री संप्रतिस्वामि जी।"
      भविष्य के उत्सर्पणीकाल के तीर्थंकर में "प्रथम पद्मनाभ स्वामी" अंतिम "श्री भद्रंकरस्वामी जी।"
      इस प्रकार जैनागम अनंतानंत काल तक रहेगा।

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*

  • @shekharvaishnav7387
    @shekharvaishnav7387 3 ปีที่แล้ว +1

    Har har Mahadev Om namh shivay

  • @jitendranathjohari8582
    @jitendranathjohari8582 4 ปีที่แล้ว +3

    Good video, which enabled mr to know about the trek.

  • @Budh...
    @Budh... 4 ปีที่แล้ว +3

    i hd visited Girnaar in 1990.
    me now indonesia.....really feel too much joy seeing the video......it changes a lot...Before no shops ,no supporting realing..baas kachcha pakka road,then some steps ,again road.....it was very difficult that time..aaj to uppar tak sab kuchh khane pine ka saman mil raha hai...👍👍👍

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  4 ปีที่แล้ว

      Glad to hear that

    • @happyhouse640
      @happyhouse640 ปีที่แล้ว

      पर्वत गंदा करो मूर्खो

  • @gopalvyas5634
    @gopalvyas5634 6 ปีที่แล้ว

    बहुत सुन्दर दश्रन ह

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html
      दिलवाड़ा जैन मंदिर के रहस्य Dilwara Jain Temples : Incredible Secrets Of Temple In India. th-cam.com/video/T_Tqir3sccY/w-d-xo.html
      जैन मंदिरों के दर्शन करें वीडियोज़ Videos of Jain Temples In India goo.gl/b77C1J
      भारत के और मंदिरों के दर्शन goo.gl/sFBNHD

    • @BabluPatel-zz7bg
      @BabluPatel-zz7bg 3 ปีที่แล้ว

      *Original Old TV Red marcary, Kali haldi, sulemani stone, antique material call me shadab pathan 7083154313*

  • @abhaykhare5930
    @abhaykhare5930 3 ปีที่แล้ว +1

    अवधूतचिंतन श्रीगुरुदेव दत्त

  • @ganeshkumaryogi7209
    @ganeshkumaryogi7209 6 ปีที่แล้ว +8

    गिरनार में शिवगोरखनाथ और दत्तात्रेय जी महाराज सतयुग सें विराजमान है

  • @tikaramsahu2801
    @tikaramsahu2801 7 ปีที่แล้ว

    जय भोले शंकर की समस्त प्राणीयों का भला हो।

    • @SANJEEVKUMARGUPTA
      @SANJEEVKUMARGUPTA  6 ปีที่แล้ว

      सम्पूर्ण गुरुशिखर दर्शन का आनंद लें : शानदार जगह यादगार यात्रा : Gurushikhar Darshan Yatra , Mt. Abu th-cam.com/video/r-YaIpSCBvY/w-d-xo.html
      भारत के और मंदिरों के दर्शन Beautiful temples In India Videos goo.gl/sFBNHD

  • @pratibhakulkarni8633
    @pratibhakulkarni8633 4 ปีที่แล้ว

    Khupch sundar video pratyaksha Kayla milate ka te mahit nahi khup chan Darshan zale dhanyawad

  • @user-yq1jo6ly5u
    @user-yq1jo6ly5u 5 ปีที่แล้ว +25

    ,चार वर्षापूर्वी भेट दिली
    खूप सुदंर आहे

    • @balu_korde
      @balu_korde 4 ปีที่แล้ว +1

      मी 9 वर्षापूर्वी

    • @sumitayawale2011
      @sumitayawale2011 4 ปีที่แล้ว

      Kiti payrya ahet... . .

    • @balu_korde
      @balu_korde 4 ปีที่แล้ว +1

      @@sumitayawale2011 1000 आहेत भाऊ
      मी चौथी च्या वर्गात होतो तेव्हा गेलो होतो आता मी 3rd year ला आहे

  • @sunilugale6378
    @sunilugale6378 5 ปีที่แล้ว +2

    ओम श्री गुरुदेव दत्त, दत्त, दत्त