परम श्रद्धेय आचार्य योगेश जी आपका एक एक शब्द अमूल्य है, आपकी अमृतवाणी को सुनकर कई बार में फूट फूट कर रोटी भी हूं। आपके शब्द रूपी हथौड़े हमें कुटकुट कर 24 कैरेट का सोना बनाते हैं और हमारी रगों में देश भक्ति का संचार करते हैं शत-शत नमन आचार्य जी 🙏👍🌹
आदरणीय आचार्य जी आप महर्षि दयानंद के विचारों को समाज में प्रभावित रूप से रख रहे हैं अब धन्यवाद के पत्र है आप में मुझे पूज्य श्री राजीव दीक्षित जी की छवि दिखती है ईश्वर आपको अच्छा स्वास्थ्य और अधिक ऊर्जा दे जिससे आप दयानंद के विचारों को जन जन तक पहुंच कर लाभान्वित करें
मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से हुं, मैं नि शुल्क गुरुकुल देखना चाहता हूं, ताकि गरीब अभिवाहकों जागरूक कर सकू। अधिक से अधिक बच्चे गुरुकुल में अध्ययन कर सके।
आचार्य जी !आपका उद्बोधन सदा मै सुनता हू, आपको मै बाबा रामदेव , प्रणव पांडया(शान्ति कुंज) एवं स्व राजीव दीक्षित के रूप में देखता हूं . भगवान करें आप भारत को जगाने वाले जागृयाम पुरोहिता बने
आचार्य भारद्वाज जी 🙏🙏 ये इसीलिये हो रहा है हिंदू अपने सनातन धर्म को नहीं समझते नहीं पहचानते नहीं जानते भूल चुके हैं 👈 ( इसिलिये हिंदूओ को अपने शत्रुओं का बोध ही नहीं हो पा रहा ) भगवान बाबा विश्वनाथ जी🙏🙏 हिंदुओ को संबुद्धि दे कि हिंदू अपने सनातन धर्म को समझे पहचाने साथ अपने देवी 🙏🙏देवताओ 🙏🙏 के सिखाये मार्ग पर हिंदू चले तभी हिंदू बचेगा सनातन धर्म बचेगा !! इन बेधर्मी अधर्मियो का समुहिक विनाश हो जो जो इस अध्रम में शामिल है !! हिंदुओ अपने बच्चों को अपना घर पर श्रीमद्भगवत गीता जी🙏🙏को पढ़ाये सिखाये भगवान श्री योगेश्वर जी🙏🙏 के सिखाये मार्ग पर चलना तभी हिंदू बचेगा सनातन बचेगा भारत देश महान बचेगा !! 👉 ये वी मार्ग हिंदू भूल चुके हैं 👈 तभी ये सब हो रहा है अगर हिंदू अपने सनातन धर्म को समझता भगवान श्री योगेश्वर जी🙏🙏के सिखाए मार्ग पर चल पड़ा तो दुनिया की ताकत हिंदू के साथ खड़ी हो जाएगी !!
सर नमस्ते इतने संस्कारित व विद्वान हमारे पूर्वज थे, लेकिन कोई आविष्कार यहां नहीं हुआ। आज भी नेतागण, कथाकारों, मंदिर के पुजारियों उद्योगपतियों,अघिकारियों के बच्चे विदेश या मिशनरियों व अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में रहे हैं। यहां चाहता है, भगत सिंह पडोसी के घर में पैदा हो। जय सियाराम, ।
ज्ञानी और विद्वान में भेद ।। ज्ञानी जब धार्मिक हो जाता तब वह विद्वान कहलाता है।। अतः यह सिद्ध हो जाता है कि विश्व का कोई अवैदिक मानव विद्वान की पदवी प्राप्त नहीं कर सकता है।
नमस्ते गुरुजी 🙏 अपने 7 वर्ष के बेटे के लिए लिए एक अच्छे गुरुकुल की तलाश में हूँ। मुझे नही पता किस गुरुकुल में पढ़ाना चाहिए। एक अच्छा अभिभावक बनना चाहता हूँ और बेटे को एक अच्छा सच्चा मनुष्य बनते देखना चाहता हूँ। पता नही आप ये कमेंट पढ़ेंगे या नही पर मैं आपके उत्तर की प्रतीक्षा करूँगा।
आचार्य जी शायद आप नचिकेता का नाम उदृत करना भुल गये, हो सकता दुसरे प्रमाण देते देते आप उस प्रमाण को आधा छोड दिये ....आपका प्रवचन बहुत ही अच्छा और शिक्षाप्रद है..
आचार्यजी आपके कहने के अनुसार यहां की गुरुकुल की शिक्षा बहुत ही अच्छीथी अगर यह सब सही है तो अंग्रेजों के पहले हमारे यहां कितने वैज्ञानिक थे और कौन कौन सी महान उपलब्धियां हैं। जिससे यहां के लोगों का जीवन स्तर बहुत ही अच्छा रहा हो। मुसलमान ने 750 साल तक कैसे गुलामबनाकर रखा।
श्रद्धा=श्रेय+धारण ।। जब कोई कार्य कर्तव्य सिद्ध हो जाए तब उस कर्तव्य को शीघ्रतमता से कर डालना या आचरण में लाना ताकि समय रहते उस श्रेय की प्राप्ति हो सके श्रद्धा है।। पता नहीं कब पतन हावी हो जाय।। इसलिए हे पुरूष तू श्रद्धा को जीवन का लक्ष्य स्वीकार कर।। जो मानव जन्म से योगी होते हैं अर्थात् जिन मानवों ने पूर्व जन्म में योगी की पदवी प्राप्त कर ली थी किन्तु अपना सम्पूर्ण कर्माश्य छींण नहीं कर पाए थे, वे इस जन्म में जन्म से योगी होते हैं जैसे भगवान श्री राम भगवान जी, भगवान श्री कृष्ण जी, महर्षि दयानंद सरस्वती जी आदि ऐसे मानव जन्मना योगी कहलाते हैं।। वाकी मानवों में जो योगी होना चहांते हैं वे श्रद्धा, वीर्य, स्मृति,समाधि और प्रज्ञा के क्रम से गुजर कर योगी बनते हैं अर्थात् प्रथम श्रद्धा को प्राप्त होते हैं, श्रद्धा से वीर्यवान बनते हैं, बीर्यवान होने पर ही अचूक स्मृति की प्राप्ति होती है अर्थात् ना भूलने की क्षमता प्राप्त होती है,फिर अचूक स्मृति से समाधि की योग्यता आती है और समाधि से प्रज्ञा अर्थात् उपलब्ध ज्ञान से हि वाकी सभी प्रकार के ज्ञान को धारण करने की क्षमता प्राप्त होती है। तत्र प्रज्ञा ऋतम्भरा अर्थात् यही प्रज्ञा विशिष्टीकृत होकर ऋतम्भरा प्रज्ञा बनती है।। विश्व में कार्यरत सम्पूर्ण सिद्धांतों का बोध हि ऋतम्भरा प्रज्ञा है। इसी बोध में हि मानव के बन्धन और मुक्ती का हल होता है। इस बोध की स्थिति हि कर्माश्य के अत्यंत छींण होने की स्थिति है। क्षीण कर्माश्य हुआ मानव हि निर्वीज समाधि को प्राप्त कर 36 हजार कल्प अर्थात् ब्रह्मा के एक जीवन काल के लिए सारे दुःखों से मुक्त हो जाता है। सृजन करने से ओ३म् को ही ब्रह्म कहते हैं।। मुक्ति के काल का सृजन हि विश्व का सबसे बड़ा सृजन है। इससे बढ़कर कोई सृजन नहीं है। यह सबसे बड़ी कालाब्धि है इससे बड़ी कालाब्धि नहीं है।
गुरु जी प्रणाम मेरा बेटा 5साल का है मैं चाहता हु की मेरा बेटा गुरुकुल में पढ़े उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से हूँ क्या करना पड़ेगा मार्ग दर्शन देने की कृपा प्रदान करे
धर्म के वल पर मानव ज्ञानी से विद्वान होता है। हे पुरूष तू उस धर्म (सृष्टि कर्ता परम पिता परमेश्वर के उपदेश वेद) से विमुख हो क्यों कर नरक की ओर गमन कर रहा है?
परम श्रद्धेय आचार्य योगेश जी आपका एक एक शब्द अमूल्य है, आपकी अमृतवाणी को सुनकर कई बार में फूट फूट कर रोटी भी हूं। आपके शब्द रूपी हथौड़े हमें कुटकुट कर 24 कैरेट का सोना बनाते हैं और हमारी रगों में देश भक्ति का संचार करते हैं शत-शत नमन आचार्य जी 🙏👍🌹
सभी स्कूलो मे एसे आयोजन होना चाहिए
आचार्य जी को बहुत बहुत साधुबाद आर्य समाज अमर रहे ओम् का झंडा ऊंचा रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओम दयानंद सरस्वती जी की जय🙏
जय आर्यावर्त । आर्य समाज ही मेरी आत्मा है।
ओउम् नमो नारायण स्वामी जी भगवान कोटी कोटी नमन करते हैं 🎉🎉🎉🎉🎉 अति सुन्दर भाव है बारम्बार साष्टांग दंडवत प्रणाम है, जय श्री राम।
ओ३म्
जय आर्य जय आर्यावर्त
आदरणीय आचार्य जी आप महर्षि दयानंद के विचारों को समाज में प्रभावित रूप से रख रहे हैं अब धन्यवाद के पत्र है आप में मुझे पूज्य श्री राजीव दीक्षित जी की छवि दिखती है ईश्वर आपको अच्छा स्वास्थ्य और अधिक ऊर्जा दे जिससे आप दयानंद के विचारों को जन जन तक पहुंच कर लाभान्वित करें
हमें गर्व है ज्ञान के महासगर राजीव दीक्षित को सुना हु |
Gurudeb pranam
मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से हुं, मैं नि शुल्क गुरुकुल देखना चाहता हूं, ताकि गरीब अभिवाहकों जागरूक कर सकू। अधिक से अधिक बच्चे गुरुकुल में अध्ययन कर सके।
आचार्य जी !आपका उद्बोधन सदा मै सुनता हू, आपको मै बाबा रामदेव , प्रणव पांडया(शान्ति कुंज) एवं स्व राजीव दीक्षित के रूप में देखता हूं . भगवान करें आप भारत को जगाने वाले जागृयाम पुरोहिता बने
गुरुकुल की सुरुआत जो किऐ है आपने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है परन्तु इतना महंगा गरीब घरों के बच्चे केसे पढ़ सकेंगे गुरुकुल में
सादर नमस्ते जी 🙏🏼🌺☀️🔥🚩💥🙏🏻
School me aisi bastabik sikhya hona jaruri hai. Oum namaste Acharya ji🙏
आचार्य जी, आज का आपका उद्बबोधन लीक से हटकर लेकिन बहुत प्यारा , सरल और प्रभावोत्पादक है। बच्चों के लिए सरलता से समझने योग्य है। हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🌹🌹
आप कहा से है बंधु
नमः
ॐ नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त
Sadar paranam
सुपर
आचार्य जी, सादर नमस्ते 🌹🌹🌹☂️
आचार्य , जी ॐ नमस्ते
नमस्ते आचार्य जी 🙏
समझाने का अति उतम प्रयास
नमस्ते आचार्य जी।
❤ गुरू जी सादर अभिवादन प्रणाम ❤
Guruji maharaj Yogesh Ji ko koti koti Pranam
गुरू जो नमस्ते
PRanaam aacharya ji🙏🙏
सादर प्रणाम आचार्य जी ।
🙏🙏 ji odisa se...
जय भारत
ओम🙏 🚩
नमस्ते आचार्य जी ❤
Sataya bat.gurukul sikchha hona chahiye.
Jai Gurudev
जय हो विद्वज्जन आचार्य जी
Aati uttam acharya ji
Jay Shri Ram Jay Hindu Jay Bharat ❤❤❤❤🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
ओ३म् नमस्ते जी 🙏🙏
प्रभु का और आपका धन्यवाद, बहुत सरल भाषा, में बहुत गूढ़ ज्ञान की वर्षा की। आप ऐसे ही, लोगो को मनुष्य बनाते का प्रयास करते रहें, ऐसी शुभकामनाएं। 🙏💐❤️
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🙏🙏🙏🙏
आचार्य भारद्वाज जी 🙏🙏
ये इसीलिये हो रहा है हिंदू अपने सनातन धर्म को नहीं समझते नहीं पहचानते नहीं जानते
भूल चुके हैं 👈
( इसिलिये हिंदूओ को अपने शत्रुओं का बोध ही नहीं हो पा रहा )
भगवान बाबा विश्वनाथ जी🙏🙏 हिंदुओ को संबुद्धि दे कि हिंदू अपने सनातन धर्म को समझे पहचाने साथ अपने
देवी 🙏🙏देवताओ 🙏🙏 के सिखाये मार्ग पर हिंदू चले तभी हिंदू बचेगा सनातन धर्म बचेगा !!
इन बेधर्मी अधर्मियो का समुहिक विनाश हो जो जो इस अध्रम में शामिल है !!
हिंदुओ अपने बच्चों को अपना घर पर
श्रीमद्भगवत गीता जी🙏🙏को पढ़ाये सिखाये
भगवान श्री योगेश्वर जी🙏🙏 के सिखाये मार्ग पर चलना तभी हिंदू बचेगा सनातन बचेगा भारत देश महान बचेगा !!
👉 ये वी मार्ग हिंदू भूल चुके हैं 👈
तभी ये सब हो रहा है अगर हिंदू अपने सनातन धर्म को समझता भगवान श्री योगेश्वर जी🙏🙏के सिखाए मार्ग पर चल पड़ा तो
दुनिया की ताकत हिंदू के साथ खड़ी हो जाएगी !!
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Pranam aacharya ji ham Veda ko padha chahte hai kripya ved pe lecture wise video banane ki kripya kare
Acharya Shri k charno m pranam apki tejasvi ojacvi vaani ko sunkar atma trapt ho gayi om🙏🙏
Yogesh ji aap ko mera sat sat naman. Aap ham sabhi ke Prerana hain
Jai ho achariya gee. Aap Mahan karya kar rhe hain. parmatma apko dheerag aayi pardan krein.
Guru ji aapka sawagaht🎉🎉
Good
Ekdam rajeev bhai jaisi soch aur speech hai aapki, bahut badhiya....
सर नमस्ते इतने संस्कारित व विद्वान हमारे पूर्वज थे, लेकिन कोई आविष्कार यहां नहीं हुआ। आज भी नेतागण, कथाकारों, मंदिर के पुजारियों उद्योगपतियों,अघिकारियों के बच्चे विदेश या मिशनरियों व अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में रहे हैं। यहां चाहता है, भगत सिंह पडोसी के घर में पैदा हो। जय सियाराम, ।
❤❤❤❤❤
आचार्य जी सादर प्रणाम 🙏🚩👌👍
ज्ञानी और विद्वान में भेद ।। ज्ञानी जब धार्मिक हो जाता तब वह विद्वान कहलाता है।। अतः यह सिद्ध हो जाता है कि विश्व का कोई अवैदिक मानव विद्वान की पदवी प्राप्त नहीं कर सकता है।
Saare bank fraud hai , RBI gairkanooni hai .. lekin koi nhi bolta 😢
👌👌👌💐💐💐
Barambar naman aacharya ji.
Sir, Outstanding your speech is.
Bihar ,hamare yahan chati kahte h ,pashu ko Sardi me odhate h
Ase hi long video adaraniya hota he omn... Odisa se...
♥️♥️♥️♥️🙏🙏🙏🙏🙏🚩🇮🇳
नमस्ते गुरुजी 🙏
अपने 7 वर्ष के बेटे के लिए लिए एक अच्छे गुरुकुल की तलाश में हूँ। मुझे नही पता किस गुरुकुल में पढ़ाना चाहिए। एक अच्छा अभिभावक बनना चाहता हूँ और बेटे को एक अच्छा सच्चा मनुष्य बनते देखना चाहता हूँ। पता नही आप ये कमेंट पढ़ेंगे या नही पर मैं आपके उत्तर की प्रतीक्षा करूँगा।
गुरुकुल बहेड़ी, पता कीजिए
Gurukul khagri ya VishnuGupt vidhyapeeth bhi achha hai
Love you lot arya samaj
आचार्य जी शायद आप नचिकेता का नाम उदृत करना भुल गये, हो सकता दुसरे प्रमाण देते देते आप उस प्रमाण को आधा छोड दिये ....आपका प्रवचन बहुत ही अच्छा और शिक्षाप्रद है..
फिर भी हमने उनसे बहुत कुछ सिखा और हम उनके आभारी हैं।
आचार्यजी आपके कहने के अनुसार यहां की गुरुकुल की शिक्षा बहुत ही अच्छीथी अगर यह सब सही है तो अंग्रेजों के पहले हमारे यहां कितने वैज्ञानिक थे और कौन कौन सी महान उपलब्धियां हैं। जिससे यहां के लोगों का जीवन स्तर बहुत ही अच्छा रहा हो। मुसलमान ने 750 साल तक कैसे गुलामबनाकर रखा।
गुरुकुल में बच्चों को भेजने की क्या प्रक्रिया है
Aachary namaste
श्रद्धा=श्रेय+धारण ।। जब कोई कार्य कर्तव्य सिद्ध हो जाए तब उस कर्तव्य को शीघ्रतमता से कर डालना या आचरण में लाना ताकि समय रहते उस श्रेय की प्राप्ति हो सके श्रद्धा है।। पता नहीं कब पतन हावी हो जाय।। इसलिए हे पुरूष तू श्रद्धा को जीवन का लक्ष्य स्वीकार कर।। जो मानव जन्म से योगी होते हैं अर्थात् जिन मानवों ने पूर्व जन्म में योगी की पदवी प्राप्त कर ली थी किन्तु अपना सम्पूर्ण कर्माश्य छींण नहीं कर पाए थे, वे इस जन्म में जन्म से योगी होते हैं जैसे भगवान श्री राम भगवान जी, भगवान श्री कृष्ण जी, महर्षि दयानंद सरस्वती जी आदि ऐसे मानव जन्मना योगी कहलाते हैं।। वाकी मानवों में जो योगी होना चहांते हैं वे श्रद्धा, वीर्य, स्मृति,समाधि और प्रज्ञा के क्रम से गुजर कर योगी बनते हैं अर्थात् प्रथम श्रद्धा को प्राप्त होते हैं, श्रद्धा से वीर्यवान बनते हैं, बीर्यवान होने पर ही अचूक स्मृति की प्राप्ति होती है अर्थात् ना भूलने की क्षमता प्राप्त होती है,फिर अचूक स्मृति से समाधि की योग्यता आती है और समाधि से प्रज्ञा अर्थात् उपलब्ध ज्ञान से हि वाकी सभी प्रकार के ज्ञान को धारण करने की क्षमता प्राप्त होती है। तत्र प्रज्ञा ऋतम्भरा अर्थात् यही प्रज्ञा विशिष्टीकृत होकर ऋतम्भरा प्रज्ञा बनती है।। विश्व में कार्यरत सम्पूर्ण सिद्धांतों का बोध हि ऋतम्भरा प्रज्ञा है। इसी बोध में हि मानव के बन्धन और मुक्ती का हल होता है। इस बोध की स्थिति हि कर्माश्य के अत्यंत छींण होने की स्थिति है। क्षीण कर्माश्य हुआ मानव हि निर्वीज समाधि को प्राप्त कर 36 हजार कल्प अर्थात् ब्रह्मा के एक जीवन काल के लिए सारे दुःखों से मुक्त हो जाता है। सृजन करने से ओ३म् को ही ब्रह्म कहते हैं।। मुक्ति के काल का सृजन हि विश्व का सबसे बड़ा सृजन है। इससे बढ़कर कोई सृजन नहीं है। यह सबसे बड़ी कालाब्धि है इससे बड़ी कालाब्धि नहीं है।
Yes sir
🙏🙏🙏💐💐🕉️🕉️🚩
Rajib Dixit ka punarjanma
श्रद्धा वीर्य स्मृति समाधि प्रज्ञा पूर्वकम् इतरेसाम्।। महर्षि पतंजलि कृत योग दर्शन प्रथम पाद।। जो जन्म से योगी नहीं वे उक्त क्रम से योगी बनते हैं।
Aacharya ji swapn Mein saamp ka Dikhai Dene Ka Kya Arth Hota Hai
Aap sir gya ko jya kyu kahte hai
जहां पर सिर्फ 100% शिक्षा में आरक्षण था हजारों सालों तक और किन-किनको पढ़ाया जाता था वो तो सबको पता है । कम से कम अब सभी को शिक्षा तो मिल रही है
भगवान राम व निषादराज एक गुरुकुल में ही पढ़े थे तो बताओ यह भेद किन हरामियो ने किया हिंदुओ में कि गुरुकुल में उच्च वर्ण का आरक्षण था
क्या आप को पता है
गुरु जी प्रणाम मेरा बेटा 5साल का है मैं चाहता हु की मेरा बेटा गुरुकुल में पढ़े उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से हूँ क्या करना पड़ेगा मार्ग दर्शन देने की कृपा प्रदान करे
धर्म के वल पर मानव ज्ञानी से विद्वान होता है। हे पुरूष तू उस धर्म (सृष्टि कर्ता परम पिता परमेश्वर के उपदेश वेद) से विमुख हो क्यों कर नरक की ओर गमन कर रहा है?
Om
❤
🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री कृष्ण 🙏🙏
Apse kesey contact kar saktey hai
Kon kehta hai aaj ki ved paath ka adhikar sabko nahi hai ?
गुरुजी आपसे मार्गदर्शन कैसे मिल सकते है।
आर्य गुरुकुलम से जुड़ के
@@sumedhagupta9434 कैसे जुड़े क्या आप जुड़े गए है
@@sumedhagupta9434 कैसे जुड़े क्या आप जुड़े गए है
We need our old Gurukul......
Kya gurukul Buddha math the?
Aatma saidwa rahata hai.
Mujhe haf peene ke baad bhi aap ka satsang pasand hai or pasand hi nahi aisa lagta hai ye sab ghatna meri hi hai
Main ved ke aage kisi bhi mahapurushon ko sanatan ka baap nahi maanta wo sab santan ke anuyai the. Hame bhi hona hai.
Main daru pee ke bhi bhagwan satay dekhna chahta hun
आप इस सदी के राम हैं
बाकी सब तो मरे हैं।
मैकाले ने गुरुकुल इसलिए बंद करवाया क्यो की शूद्रों को भी पढ़ने का अधिकार मिले
❤🚩🙇
Om
❤
❤❤❤❤
नमः
🙏🙏
🙏🙏