Thank you so much sir for your videos Your videos help me a lot Your explanation is too good Just now I am studying mental health nursing I request you to please live stream on different Psychotherapies along with mam
सर! नमस्ते! आप जो symptoms बता रहे हैं! ये symptoms, अर्जुन को हूए थे, श्री मद् भगवद गीता अध्याय ११ मै! अनेकवक्त्रनयनमनेकाद्भुतदर्शनम्। अनेकदिव्याभरणं दिव्यानेकोद्यतायुधम्॥ दिव्यमाल्याम्बरधरं दिव्यगन्धानुलेपनम्। सर्वाश्चर्यमयं देवमनन्तं विश्वतोमुखम्॥ अनेक मुख और नेत्रों से युक्त, अनेक अद्भुत दर्शनों वाले, बहुत से दिव्य भूषणों से युक्त और बहुत से दिव्य शस्त्रों को धारण किए हुए और दिव्य गंध का सारे शरीर में लेप किए हुए, सब प्रकार के आश्चर्यों से युक्त, सीमारहित और सब ओर मुख किए हुए विराट्स्वरूप परमदेव परमेश्वर को अर्जुन ने देखा ॥10-11॥ ~ श्लोक 10, 11 - अध्याय 11 - विराट रूप!
I have schizophrenia and I had all these symptoms but now I got rid of the positive and negative symptoms plus doing well in life running my father's buisness and soon getting married.
@@iamlegend111 like mein batein bna ke bolta hu mtlb expressions bhi nhi bn pate and Pura fake bnna pdta hain wgira bohut confused rhta hu decision lene mein aur negativity itni jyada hain ki ek pal mein bnde ko acha bna Dena aur ek pal mein bura insaan mtlb woh bnda kis trh ka hain mein pehchan nhi Pata like
Plese tell how to treat paisent.....doubt and how to talk them........with medician ......kya unko jo dar hai ya dought hai us par paisent se bat karkey clear karney ki kosis karni chahiye kya
I am psychology student Thanks sir knowledge improve ho rah hai.. sir Aap students se online intact karna ek Achha method hai mentally Kuchh ki help ho sakti hai request sir 🙏
Mein logo ko judge bhi nhi kar pata ki wo kavi logo ko pasand karne lagta hoon kabhi gussa ho jata hoon koi mazzak karta h to gussa aata h ,aur mann mein kafi story bana leta hoon , kisi bhi cheej mein jayda dhyan deta hoon to uske baare mein kavi kafi positive ho jata hoon kabhi kafi negetive , example - agar mein clerk ki govt job ki preparation kar rha hoon to kavi mein sochne lagta hoon meine job le liya h mein paise kama rha hoon enjoy kar rha hoon baad mein fir poora -ve ho jata hoon aur lagta h mera selection nhi hoga , isi tarah ke story mere mann mein chalta rehta , logo se jayda milne se lagta h ki agar unko kuch mazzak mein bol du to wo mujhe daant denge , aur kafi soch samjh ke bolta hoon , aur kavi kavi hasne wali bat pe bohot jor se hasne lagta hoon , like sab kam has rahe hote hain aur mein kafi jayda , mujhe mere ghar wale achhe nhi lagte , unse emotional attachment nhi h , aur gusse mein , mein abusive language use karta hoon , kabhi akele baithta hoon to poorani cheeji yaad ati h to muh se gali niklne lagta h akele mein , guilty feeling aati h poorani chijo ko le kar , koi vi kaam ko dil se karo to lagta h wo kaam humse nhi hoga hum uss kaam mein fail ho jayenge , kisi bhi pressure situation me wanha se bhagne lagte hain , kya mujhe schizophrenia h ya kuch aur ya fir mein thik hoon aur' natak kar rha hoon ' jaisa ki mere ghar wale bolte hain koi bata do PLZZ aur solution bhi agar ho sake to dr bhi suggest kar do mein west bengal mein rehta hoon , aur kya mujhe suicide kar lena chahiye inn sab problem se upar aane ke liye 🙏🙏
Sizodone 0.5 or SizodoneLR ...which is better sir? My son has same symptoms and psychiatrist had given these tablets.But my son denies to take medicine.He thinks he doesn't need medicine. What to do ? Pls tell if he doesn't take medicine will the disease increase?
मानसिक बीमारी सिज़ोफ्रेनिया यह एक गंभीर मानसिक बीमारी है इस बात को हम सभी जानते है. इस बीमारी मे लंबे समय तक,बल्की जिंदगी भर दवाइयां लेनी पडती है.कुछ गंभीर किस्म के रोगियों को कभी कभी नर्सिंग होम मे एडमिट भी करना पडता है.जादातर लोग इस बीमारी के लिये psychiatric उपचार ही लेते है. हमारे भारत मे एक तरह से ऐसा चलन ही हो गया है.Alternative Medicine के तरफ कोई ध्यान ही देते नही है या लोगो को इसका पता ही नही होता.Alternative Medicine की कई पद्धतिया है.Alternative Medicine के तहत जो चिकित्सा पद्धतियाँ है उनमे से एक का schizophrenia के उपचार मे अहम रोल दिखाई दिया है.schizophrenia के management के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional disorders मे भी इसकी उपयोगिता साबित हुई है. सिर्फ एलोपैथी के द्वारा उपचार करने की स्थिति मे कुछ लक्षण कम जरूर होते है लेकिन कुछ पेशेंट अपना काम काज करने के काबिल नही रहते और परिवारवालों पर बोझ बनकर रह जाते है.इस स्थिति मे बदलाव तभी आ सकता है जब एलोपैथी के साथ एक alternative उपचार की पद्धति को भी अपनाये जिससे कि पेशेंट की क्रियाशीलता बनी रहे और वह अपनी देखभाल खुद कर सके, ना कि जिंदगी भर के लिये परिवारवालों पर बोझ बन कर रह जाये.Alternative Medicine का उपयोग करते हुये भी जरूरत पडने पर आप एलोपैथी के उपचार को जारी रख सकते है. पिछले कई सालो मे देखा गया है कि alternative medicine के उपचार करने के कारण बाद मे एलोपैथी के दवाओं की खुराक कम कम होते हुये कुछ केसेस मे खतम हो जाती है.Alternative therapy के एक pathy मे client का व्यक्तित्व इस बात को काफी अहमियत दी जाती है और उसके व्यक्तित्व के अनुसार दवा का चुनाव किया जाता है जबकि allopathy की पद्धति मे चिंता के रोगियों के लिये एक ही दवा उपयोग मे लायी जाती है जिससे की फिर client को सही फायदा नही हो पाता है और जो फायदा होता है वह सिर्फ तात्कालिक स्वरूप का होता है.ये allopathy की बहोत बडी कमी है ऐसा हम कह सकते है.Allopathy की जो खासियतें है ऊनको भी मानना ही पडेगा.कई सालो से जो रोगी सिर्फ allopathy की चिकित्सा प्रणाली से अपना इलाज करा रहे है और जिनकी जिंदगी रुक सी गयी है उन्होंने जरूर allopathy के साथ साथ Alternative therapy की चिकित्सा प्रणाली का उपयोग करके देखना चाहिये.कम से रोगी घर से बाहर निकलकर कुछ काम करने के काबिल हो जाये. Professional कारण के चलते यहा alternative therapy का नाम नही दे रहा हूँ लेकिन schizophrenia के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional problems का भी इलाज हो जाता है.psychotherapy और दवा का combination करके मानसिक रोगो मे बेहतरीन परिणाम हासिल होते है.एक बात सभी लोगो ने ध्यान मे रखनी चाहिये वह ये की उपयोगी,क्रियाशील व्यक्ति की इस दुनिया मे कदर होती है.मानसिक बीमारी के चलते इंसान की क्रियाशीलता लगभग समाप्त हो जाती है, इसके बावजूद शुरू शुरू मे घर परिवार के लोग मानसिक रोगी का इलाज करवाते है. इस उम्मीद मे की एक न एक दिन मानसिक रोगी ठीक हो जायेगा लेकिन जब उनके ध्यान मे ये बात आने लगती है कि रोगी ठीक नही हो रहा है तब मजबूर होकर वे मानसिक रोगी को उसके हाल पर छोड देते है. मानसिक रोगी से तकलीफ होने पर कई परिवार के लोग उसे पागलखाने मे भर्ती कर देते है और उसकी कोई सुध नही लेते है. कुछ ऐसे भी केसेस सामने आये है जहाँ रोगी के ठीक होने के बाद भी घरवाले रोगी को वापस घर नही ले जाते है.तो जरूरत इस बात की है कि आप होशियार रहे, अपने मानसिक सेहत का ख्याल रखे.तनाव,चिंता, निराशा, नींद की समस्या इन्हे हल्के मे न ले और सही वक्त पर अपना इलाज कराये. H G Parulkar(Counseling psychologist, Clinical Hypnotist)Cognitive behaviour therapy practitioner. Nagpur.Mob-9371929543/9860640892/Alternate cell number.psychotherapy and personality devlopment-center, Nagpur.(estb-1989) Satisfied clients all over vidarbha for more than 30 year's.
Mary bhi ko 25 yr m ist episode ae es cy phly wo stress full life job tntion Ghar Ki tntions m rha doc ny daigoise Kya madicn shro krwI 15month K bad bund kr di doc ny slowly then hlki C episode ae doc ny dobara madicn shro krwI h TU Kya ya long life madicn chly ge wo 27 ka h ub daily rotin K Kam krta h lkn whi mhjy email atai h Mary pchy log h ya wooo...
Each and everything the Doctor said, and much more, my son is facing it since 2016. He is under treatment. I have and am running from pillar to post treating him. I ask every doctor i have taken him to, the reason why my son got this because he was an average student and worked in the best offices. As doc says I have stopped going to all types of gatherings.
मानसिक बीमारी सिज़ोफ्रेनिया यह एक गंभीर मानसिक बीमारी है इस बात को हम सभी जानते है. इस बीमारी मे लंबे समय तक,बल्की जिंदगी भर दवाइयां लेनी पडती है.कुछ गंभीर किस्म के रोगियों को कभी कभी नर्सिंग होम मे एडमिट भी करना पडता है.जादातर लोग इस बीमारी के लिये psychiatric उपचार ही लेते है. हमारे भारत मे एक तरह से ऐसा चलन ही हो गया है.Alternative Medicine के तरफ कोई ध्यान ही देते नही है या लोगो को इसका पता ही नही होता.Alternative Medicine की कई पद्धतिया है.Alternative Medicine के तहत जो चिकित्सा पद्धतियाँ है उनमे से एक का schizophrenia के उपचार मे अहम रोल दिखाई दिया है.schizophrenia के management के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional disorders मे भी इसकी उपयोगिता साबित हुई है. सिर्फ एलोपैथी के द्वारा उपचार करने की स्थिति मे कुछ लक्षण कम जरूर होते है लेकिन कुछ पेशेंट अपना काम काज करने के काबिल नही रहते और परिवारवालों पर बोझ बनकर रह जाते है.इस स्थिति मे बदलाव तभी आ सकता है जब एलोपैथी के साथ एक alternative उपचार की पद्धति को भी अपनाये जिससे कि पेशेंट की क्रियाशीलता बनी रहे और वह अपनी देखभाल खुद कर सके, ना कि जिंदगी भर के लिये परिवारवालों पर बोझ बन कर रह जाये.Alternative Medicine का उपयोग करते हुये भी जरूरत पडने पर आप एलोपैथी के उपचार को जारी रख सकते है. पिछले कई सालो मे देखा गया है कि alternative medicine के उपचार करने के कारण बाद मे एलोपैथी के दवाओं की खुराक कम कम होते हुये कुछ केसेस मे खतम हो जाती है.Alternative therapy के एक pathy मे client का व्यक्तित्व इस बात को काफी अहमियत दी जाती है और उसके व्यक्तित्व के अनुसार दवा का चुनाव किया जाता है जबकि allopathy की पद्धति मे चिंता के रोगियों के लिये एक ही दवा उपयोग मे लायी जाती है जिससे की फिर client को सही फायदा नही हो पाता है और जो फायदा होता है वह सिर्फ तात्कालिक स्वरूप का होता है.ये allopathy की बहोत बडी कमी है ऐसा हम कह सकते है.Allopathy की जो खासियतें है ऊनको भी मानना ही पडेगा.कई सालो से जो रोगी सिर्फ allopathy की चिकित्सा प्रणाली से अपना इलाज करा रहे है और जिनकी जिंदगी रुक सी गयी है उन्होंने जरूर allopathy के साथ साथ Alternative therapy की चिकित्सा प्रणाली का उपयोग करके देखना चाहिये.कम से रोगी घर से बाहर निकलकर कुछ काम करने के काबिल हो जाये. Professional कारण के चलते यहा alternative therapy का नाम नही दे रहा हूँ लेकिन schizophrenia के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional problems का भी इलाज हो जाता है.psychotherapy और दवा का combination करके मानसिक रोगो मे बेहतरीन परिणाम हासिल होते है.एक बात सभी लोगो ने ध्यान मे रखनी चाहिये वह ये की उपयोगी,क्रियाशील व्यक्ति की इस दुनिया मे कदर होती है.मानसिक बीमारी के चलते इंसान की क्रियाशीलता लगभग समाप्त हो जाती है, इसके बावजूद शुरू शुरू मे घर परिवार के लोग मानसिक रोगी का इलाज करवाते है. इस उम्मीद मे की एक न एक दिन मानसिक रोगी ठीक हो जायेगा लेकिन जब उनके ध्यान मे ये बात आने लगती है कि रोगी ठीक नही हो रहा है तब मजबूर होकर वे मानसिक रोगी को उसके हाल पर छोड देते है. मानसिक रोगी से तकलीफ होने पर कई परिवार के लोग उसे पागलखाने मे भर्ती कर देते है और उसकी कोई सुध नही लेते है. कुछ ऐसे भी केसेस सामने आये है जहाँ रोगी के ठीक होने के बाद भी घरवाले रोगी को वापस घर नही ले जाते है.तो जरूरत इस बात की है कि आप होशियार रहे, अपने मानसिक सेहत का ख्याल रखे.तनाव,चिंता, निराशा, नींद की समस्या इन्हे हल्के मे न ले और सही वक्त पर अपना इलाज कराये. H G Parulkar(Counseling psychologist, Clinical Hypnotist)Cognitive behaviour therapy practitioner. Nagpur.Mob-9371929543/9860640892/Alternate cell number.psychotherapy and personality devlopment-center, Nagpur.(estb-1989) Satisfied clients all over vidarbha for more than 30 year's.
Me bhi nikla hu depression se pure 1 years mene jeela hai lekin bus bagwan ki sharan me raho or me bus naam jaap kare jayada se jayada or tablet bhi time se lete rahe apki chinta bagwan dur kar dege 🙏🙏
Hello sir I am from Pakistan mujhy negative soch ati k Ander sans he nai lgta k hear beat feel nai ho rahi waisay baithay huay tou Kisi bnday ko heart beat feel nai hoti na agar hum run kray is liye feel hoti yeah depression Hai pls tell me
Namaste Dr. 🙏 very useful information diye. Thank you so much, mein Bangalore se.. Mera son 6 years se medicine me raha hai, aur kitne din medicine Lena padega?? Please batao na..
after unprotected sexual intercourse itested at 22,40,80 days (rapid test), 96th day (eclia antibody test), 144,156,157th day (tridot), 160th day (combo test by eclia method), 168th day (tridot). 176,186 days (ict rapid). all are negative. doctor suggsted me to meet a psychiatrist. Do ineed any hiv tests? Or should i move on with life. Plz help me
Sir ,Mai maladaptive daydreaming se pareshan hu Mai apni study's pe focus nahi Kar para Aur Mai bahot depress hu isse Aap plz🙏🙏🙏 mujhe batao Mai Kya karu 😭😭😭😭 Aap ka appointment kaise milega
मेरी 27 साल की लड़की मैं बहुत सारा ग़ुस्सा जो उसे देखने वाली सिर्फ़ मैं ही हूँ मेरी ज़िन्दगी बहुत मुश्किल मै है ओनलाईन सोपिग करना मनमानी करना पूरा दिन बहुत मुश्किल से कटता है सिजोफिनिया के डाक्टर से इलाज का दूसरा हपता चल रहा है क्या करूँ प्लीज़
Hello sir mere bete ko ye schizophrenia bimari h 4 sal se uska treatment chal raha h RML hospital se lakin 20% hi thik hua h baisi hi condition h nahana bilkul band kar diya h kapde bhi change nahi karta h na hi poti ko dhota h. Kya karen sir plz btay hum bahut ji paresha h
We failed to provide proper treatment to a scizofernia patient at last he committed suicide.No doctor provide him good treatment.SO our medical treatment facilities is very poor
Sir mere dono kano se hava nikalti hai pahle mujhe schizophrenia tha aur uski davayi poori nahein ki thi isliye aap bataiye ki yah schizophrenia vimari ki vajay se to nahein hai
Sir meri ma ko 26 saal se yea bimari hai treatment 25 saal se chal raha hai fir vi tik nehi hui Kisi ko explain nehi kar sakta kitna bura lagta hai kitna dard hota hai aise Mera zindagi pura spoil ho gaya Mar jau toh hi accha hoga😭
Aisa math bolo.. Aap apne family ke saath fun karo aur unse baath karo ye theekh hojayega.. Nature sey aapna sambandh continue rake aapko patha hai nature heals.. 😊
Kya schizophrenia wala insaan comment wagairah likh sakta h, baat kar sakta h , jabki mental patient kaise sab kuch kar sakta , uska thinking to abnormal hota h , nd speech to disorganised hota , mujhe 4-5 saalo se visual hallucinations ho rha h , ajeebo garib chehre dikhte hain , kafi anger issue h , logo se door rehta hoon , social activity bohot kam h, study mein zero percent concentration h , suicide karne ki bhi ichha hoti h , agar mujhe schizophrenia h to mein TH-cam wagairah kaise chala rha hoon , mein apne kaam kaise kar rha hoon , like eating , brushing, watching tv nd all . Mujhe schizophrenia h ya nhi koi bata sakta h mere symptoms ke basis pe , aur meine comment bhi sahi sahi likha h koi disorganised chij nhi likha h koi batao mujhe mein takleef mein hoon kya karoo mein 🙏
Thank you so much sir for your videos
Your videos help me a lot
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Just now I am studying mental health nursing
I request you to please live stream on different Psychotherapies along with mam
Beautiful and Simplified Explanation
Very very intelligent, impressive ,sensible, convincing and above all encouraging for being very helpful to the patient.
सर!
नमस्ते!
आप जो symptoms बता रहे हैं! ये symptoms, अर्जुन को हूए थे, श्री मद् भगवद गीता अध्याय ११ मै! अनेकवक्त्रनयनमनेकाद्भुतदर्शनम्।
अनेकदिव्याभरणं दिव्यानेकोद्यतायुधम्॥
दिव्यमाल्याम्बरधरं दिव्यगन्धानुलेपनम्।
सर्वाश्चर्यमयं देवमनन्तं विश्वतोमुखम्॥
अनेक मुख और नेत्रों से युक्त, अनेक अद्भुत दर्शनों वाले, बहुत से दिव्य भूषणों से युक्त और बहुत से दिव्य शस्त्रों को धारण किए हुए और दिव्य गंध का सारे शरीर में लेप किए हुए, सब प्रकार के आश्चर्यों से युक्त, सीमारहित और सब ओर मुख किए हुए विराट्स्वरूप परमदेव परमेश्वर को अर्जुन ने देखा
॥10-11॥
~ श्लोक 10, 11 - अध्याय 11 - विराट रूप!
I have schizophrenia and I had all these symptoms but now I got rid of the positive and negative symptoms plus doing well in life running my father's buisness and soon getting married.
Bhai kaise hue theek hmari bhi help krdo
@@Vicky-b3y what problems are u having bro
@@iamlegend111 like mein batein bna ke bolta hu mtlb expressions bhi nhi bn pate and Pura fake bnna pdta hain wgira bohut confused rhta hu decision lene mein aur negativity itni jyada hain ki ek pal mein bnde ko acha bna Dena aur ek pal mein bura insaan mtlb woh bnda kis trh ka hain mein pehchan nhi Pata like
@@Vicky-b3y Take medicine properly and have a goodnight sleep
Kaha se treatment liya Bhai aap ne
I am happy speech sunkar
बहुत जानकारी सरल भाषा में मिली। धन्यवाद
Plese tell how to treat paisent.....doubt and how to talk them........with medician ......kya unko jo dar hai ya dought hai us par paisent se bat karkey clear karney ki kosis karni chahiye kya
I am psychology student
Thanks sir knowledge improve ho rah hai.. sir Aap students se online intact karna ek Achha method hai
mentally Kuchh ki help ho sakti hai request sir 🙏
Pesent doctor ke pass jane ko mna krta ho to kya kre
Use doctor ke pass kese leke jaye vo foctor ke pass
Koi davai ka name bta do to ghr pr hi de sakte h vo doctor ke pass jane ko tayar nahi h
Thank you sir for your information,🙏🙏
सहज रूप से बताया गया है धन्यवाद और क्या ऐसे कुछ परिवार जो आपस मे मिलकर कुछ डिडक्शन कर सकते है और यदि संभव हो तो लिक बताए
Mein logo ko judge bhi nhi kar pata ki wo kavi logo ko pasand karne lagta hoon kabhi gussa ho jata hoon koi mazzak karta h to gussa aata h ,aur mann mein kafi story bana leta hoon , kisi bhi cheej mein jayda dhyan deta hoon to uske baare mein kavi kafi positive ho jata hoon kabhi kafi negetive , example - agar mein clerk ki govt job ki preparation kar rha hoon to kavi mein sochne lagta hoon meine job le liya h mein paise kama rha hoon enjoy kar rha hoon baad mein fir poora -ve ho jata hoon aur lagta h mera selection nhi hoga , isi tarah ke story mere mann mein chalta rehta , logo se jayda milne se lagta h ki agar unko kuch mazzak mein bol du to wo mujhe daant denge , aur kafi soch samjh ke bolta hoon , aur kavi kavi hasne wali bat pe bohot jor se hasne lagta hoon , like sab kam has rahe hote hain aur mein kafi jayda , mujhe mere ghar wale achhe nhi lagte , unse emotional attachment nhi h , aur gusse mein , mein abusive language use karta hoon , kabhi akele baithta hoon to poorani cheeji yaad ati h to muh se gali niklne lagta h akele mein , guilty feeling aati h poorani chijo ko le kar , koi vi kaam ko dil se karo to lagta h wo kaam humse nhi hoga hum uss kaam mein fail ho jayenge , kisi bhi pressure situation me wanha se bhagne lagte hain , kya mujhe schizophrenia h ya kuch aur ya fir mein thik hoon aur' natak kar rha hoon ' jaisa ki mere ghar wale bolte hain koi bata do PLZZ aur solution bhi agar ho sake to dr bhi suggest kar do mein west bengal mein rehta hoon , aur kya mujhe suicide kar lena chahiye inn sab problem se upar aane ke liye 🙏🙏
Sir great explain n you also great
Very informative video. Very useful
Thankyu
Sizodone 0.5 or SizodoneLR ...which is better sir? My son has same symptoms and psychiatrist had given these tablets.But my son denies to take medicine.He thinks he doesn't need medicine. What to do ? Pls tell if he doesn't take medicine will the disease increase?
मानसिक बीमारी
सिज़ोफ्रेनिया यह एक गंभीर मानसिक बीमारी है इस बात को हम सभी जानते है. इस बीमारी मे लंबे समय तक,बल्की जिंदगी भर दवाइयां लेनी पडती है.कुछ गंभीर किस्म के रोगियों को कभी कभी नर्सिंग होम मे एडमिट भी करना पडता है.जादातर लोग इस बीमारी के लिये psychiatric उपचार ही लेते है. हमारे भारत मे एक तरह से ऐसा चलन ही हो गया है.Alternative Medicine के तरफ कोई ध्यान ही देते नही है या लोगो को इसका पता ही नही होता.Alternative Medicine की कई पद्धतिया है.Alternative Medicine के तहत जो चिकित्सा पद्धतियाँ है उनमे से एक का schizophrenia के उपचार मे अहम रोल दिखाई दिया है.schizophrenia के management के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional disorders मे भी इसकी उपयोगिता साबित हुई है.
सिर्फ एलोपैथी के द्वारा उपचार करने की स्थिति मे कुछ लक्षण कम जरूर होते है लेकिन कुछ पेशेंट अपना काम काज करने के काबिल नही रहते और परिवारवालों पर बोझ बनकर रह जाते है.इस स्थिति मे बदलाव तभी आ सकता है जब एलोपैथी के साथ एक alternative उपचार की पद्धति को भी अपनाये जिससे कि पेशेंट की क्रियाशीलता बनी रहे और वह अपनी देखभाल खुद कर सके, ना कि जिंदगी भर के लिये परिवारवालों पर बोझ बन कर रह जाये.Alternative Medicine का उपयोग करते हुये भी जरूरत पडने पर आप एलोपैथी के उपचार को जारी रख सकते है. पिछले कई सालो मे देखा गया है कि alternative medicine के उपचार करने के कारण बाद मे एलोपैथी के दवाओं की खुराक कम कम होते हुये कुछ केसेस मे खतम हो जाती है.Alternative therapy के एक pathy मे client का व्यक्तित्व इस बात को काफी अहमियत दी जाती है और उसके व्यक्तित्व के अनुसार दवा का चुनाव किया जाता है जबकि allopathy की पद्धति मे चिंता के रोगियों के लिये एक ही दवा उपयोग मे लायी जाती है जिससे की फिर client को सही फायदा नही हो पाता है और जो फायदा होता है वह सिर्फ तात्कालिक स्वरूप का होता है.ये allopathy की बहोत बडी कमी है ऐसा हम कह सकते है.Allopathy की जो खासियतें है ऊनको भी मानना ही पडेगा.कई सालो से जो रोगी सिर्फ allopathy की चिकित्सा प्रणाली से अपना इलाज करा रहे है और जिनकी जिंदगी रुक सी गयी है उन्होंने जरूर allopathy के साथ साथ Alternative therapy की चिकित्सा प्रणाली का उपयोग करके देखना चाहिये.कम से रोगी घर से बाहर निकलकर कुछ काम करने के काबिल हो जाये.
Professional कारण के चलते यहा alternative therapy का नाम नही दे रहा हूँ लेकिन schizophrenia के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional problems का भी इलाज हो जाता है.psychotherapy और दवा का combination करके मानसिक रोगो मे बेहतरीन परिणाम हासिल होते है.एक बात सभी लोगो ने ध्यान मे रखनी चाहिये वह ये की उपयोगी,क्रियाशील व्यक्ति की इस दुनिया मे कदर होती है.मानसिक बीमारी के चलते इंसान की क्रियाशीलता लगभग समाप्त हो जाती है, इसके बावजूद शुरू शुरू मे घर परिवार के लोग मानसिक रोगी का इलाज करवाते है. इस उम्मीद मे की एक न एक दिन मानसिक रोगी ठीक हो जायेगा लेकिन जब उनके ध्यान मे ये बात आने लगती है कि रोगी ठीक नही हो रहा है तब मजबूर होकर वे मानसिक रोगी को उसके हाल पर छोड देते है. मानसिक रोगी से तकलीफ होने पर कई परिवार के लोग उसे पागलखाने मे भर्ती कर देते है और उसकी कोई सुध नही लेते है. कुछ ऐसे भी केसेस सामने आये है जहाँ रोगी के ठीक होने के बाद भी घरवाले रोगी को वापस घर नही ले जाते है.तो जरूरत इस बात की है कि आप होशियार रहे, अपने मानसिक सेहत का ख्याल रखे.तनाव,चिंता, निराशा, नींद की समस्या इन्हे हल्के मे न ले और सही वक्त पर अपना इलाज कराये.
H G Parulkar(Counseling psychologist, Clinical Hypnotist)Cognitive behaviour therapy practitioner. Nagpur.Mob-9371929543/9860640892/Alternate cell number.psychotherapy and personality devlopment-center, Nagpur.(estb-1989) Satisfied clients all over vidarbha for more than 30 year's.
बिल्कुल यही मेरे बेटे के साथ समस्या है
Medicine is very important don't skip it
Mary bhi ko 25 yr m ist episode ae es cy phly wo stress full life job tntion Ghar Ki tntions m rha doc ny daigoise Kya madicn shro krwI 15month K bad bund kr di doc ny slowly then hlki C episode ae doc ny dobara madicn shro krwI h TU Kya ya long life madicn chly ge wo 27 ka h ub daily rotin K Kam krta h lkn whi mhjy email atai h Mary pchy log h ya wooo...
@@sarita5185same condition with my father's
Sir where are you from I want to do internship in counseling
वंशानुगत इस रोग को, गर्भ मे ही ठीक हो जाए क्या क्या करंट मे भी कुछ रिजल्ट मेडिकल मे आई है
Each and everything the Doctor said, and much more, my son is facing it since 2016. He is under treatment. I have and am running from pillar to post treating him. I ask every doctor i have taken him to, the reason why my son got this because he was an average student and worked in the best offices.
As doc says I have stopped going to all types of gatherings.
मानसिक बीमारी
सिज़ोफ्रेनिया यह एक गंभीर मानसिक बीमारी है इस बात को हम सभी जानते है. इस बीमारी मे लंबे समय तक,बल्की जिंदगी भर दवाइयां लेनी पडती है.कुछ गंभीर किस्म के रोगियों को कभी कभी नर्सिंग होम मे एडमिट भी करना पडता है.जादातर लोग इस बीमारी के लिये psychiatric उपचार ही लेते है. हमारे भारत मे एक तरह से ऐसा चलन ही हो गया है.Alternative Medicine के तरफ कोई ध्यान ही देते नही है या लोगो को इसका पता ही नही होता.Alternative Medicine की कई पद्धतिया है.Alternative Medicine के तहत जो चिकित्सा पद्धतियाँ है उनमे से एक का schizophrenia के उपचार मे अहम रोल दिखाई दिया है.schizophrenia के management के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional disorders मे भी इसकी उपयोगिता साबित हुई है.
सिर्फ एलोपैथी के द्वारा उपचार करने की स्थिति मे कुछ लक्षण कम जरूर होते है लेकिन कुछ पेशेंट अपना काम काज करने के काबिल नही रहते और परिवारवालों पर बोझ बनकर रह जाते है.इस स्थिति मे बदलाव तभी आ सकता है जब एलोपैथी के साथ एक alternative उपचार की पद्धति को भी अपनाये जिससे कि पेशेंट की क्रियाशीलता बनी रहे और वह अपनी देखभाल खुद कर सके, ना कि जिंदगी भर के लिये परिवारवालों पर बोझ बन कर रह जाये.Alternative Medicine का उपयोग करते हुये भी जरूरत पडने पर आप एलोपैथी के उपचार को जारी रख सकते है. पिछले कई सालो मे देखा गया है कि alternative medicine के उपचार करने के कारण बाद मे एलोपैथी के दवाओं की खुराक कम कम होते हुये कुछ केसेस मे खतम हो जाती है.Alternative therapy के एक pathy मे client का व्यक्तित्व इस बात को काफी अहमियत दी जाती है और उसके व्यक्तित्व के अनुसार दवा का चुनाव किया जाता है जबकि allopathy की पद्धति मे चिंता के रोगियों के लिये एक ही दवा उपयोग मे लायी जाती है जिससे की फिर client को सही फायदा नही हो पाता है और जो फायदा होता है वह सिर्फ तात्कालिक स्वरूप का होता है.ये allopathy की बहोत बडी कमी है ऐसा हम कह सकते है.Allopathy की जो खासियतें है ऊनको भी मानना ही पडेगा.कई सालो से जो रोगी सिर्फ allopathy की चिकित्सा प्रणाली से अपना इलाज करा रहे है और जिनकी जिंदगी रुक सी गयी है उन्होंने जरूर allopathy के साथ साथ Alternative therapy की चिकित्सा प्रणाली का उपयोग करके देखना चाहिये.कम से रोगी घर से बाहर निकलकर कुछ काम करने के काबिल हो जाये.
Professional कारण के चलते यहा alternative therapy का नाम नही दे रहा हूँ लेकिन schizophrenia के साथ साथ bipolar disorder और अन्य emotional problems का भी इलाज हो जाता है.psychotherapy और दवा का combination करके मानसिक रोगो मे बेहतरीन परिणाम हासिल होते है.एक बात सभी लोगो ने ध्यान मे रखनी चाहिये वह ये की उपयोगी,क्रियाशील व्यक्ति की इस दुनिया मे कदर होती है.मानसिक बीमारी के चलते इंसान की क्रियाशीलता लगभग समाप्त हो जाती है, इसके बावजूद शुरू शुरू मे घर परिवार के लोग मानसिक रोगी का इलाज करवाते है. इस उम्मीद मे की एक न एक दिन मानसिक रोगी ठीक हो जायेगा लेकिन जब उनके ध्यान मे ये बात आने लगती है कि रोगी ठीक नही हो रहा है तब मजबूर होकर वे मानसिक रोगी को उसके हाल पर छोड देते है. मानसिक रोगी से तकलीफ होने पर कई परिवार के लोग उसे पागलखाने मे भर्ती कर देते है और उसकी कोई सुध नही लेते है. कुछ ऐसे भी केसेस सामने आये है जहाँ रोगी के ठीक होने के बाद भी घरवाले रोगी को वापस घर नही ले जाते है.तो जरूरत इस बात की है कि आप होशियार रहे, अपने मानसिक सेहत का ख्याल रखे.तनाव,चिंता, निराशा, नींद की समस्या इन्हे हल्के मे न ले और सही वक्त पर अपना इलाज कराये.
H G Parulkar(Counseling psychologist, Clinical Hypnotist)Cognitive behaviour therapy practitioner. Nagpur.Mob-9371929543/9860640892/Alternate cell number.psychotherapy and personality devlopment-center, Nagpur.(estb-1989) Satisfied clients all over vidarbha for more than 30 year's.
Kya scziofirenia ke alag dr hote hai?If yes to lko mai hai kya?
Awesome and very useful content
Me bhi nikla hu depression se pure 1 years mene jeela hai lekin bus bagwan ki sharan me raho or me bus naam jaap kare jayada se jayada or tablet bhi time se lete rahe apki chinta bagwan dur kar dege 🙏🙏
Apne medicine b li thi?
Nhi li eek bhi medicine
Apka no mil skta hai?
Syzophernia naam jaap se sahi ho jayega kya?
Aare kya baat kar di apne naam jaap se cancer jesi bimari thik ho jati hai toh ye mental problem toh bahut choti chij hai
Very nice information sir thank you very much
Sir I diagnosed with schizophrenia... I m feeling wel now. I have stopped taking medicine.... I have taken medicine for one and half of year...
Kha elaz karye ho....medicine ka naam bhi bta do...
Plz
Can you plz tell how?
Treatment Kha se liya
How to treatment and tell me hospital
Hello sir I am from Pakistan mujhy negative soch ati k Ander sans he nai lgta k hear beat feel nai ho rahi waisay baithay huay tou Kisi bnday ko heart beat feel nai hoti na agar hum run kray is liye feel hoti yeah depression Hai pls tell me
Namaste Dr. 🙏 very useful information diye. Thank you so much, mein Bangalore se.. Mera son 6 years se medicine me raha hai, aur kitne din medicine Lena padega?? Please batao na..
@shailesh vaishnaw
Please help me I have
Sir mera language change ho jata hai jab mai gussa ya heart hota hu ye kuan si bimari h
after unprotected sexual intercourse itested at 22,40,80 days (rapid test), 96th day (eclia antibody test), 144,156,157th day (tridot), 160th day (combo test by eclia method), 168th day (tridot). 176,186 days (ict rapid). all are negative. doctor suggsted me to meet a psychiatrist. Do ineed any hiv tests? Or should i move on with life. Plz help me
Hi hru now,,,,what's ur age,,,,where do u stay plz reply me,,,,,
Aapla Hospital kuthe aahe
sir apka clinic kahan hai
Kya is bimari se kisi ki maut bhi ho sakti hai ya usey heart blockage, ulcer ya cancer bhi ho sakta hai?
Sir parnoid ke barein mein video banao
Thanks for your video.
Mere husband ko 20 saalo se hai medicine baraber le rahe hai . Wo bahut udas nd negetive hai . Please help me
Sir I am suffering from mental illness form 10year how get rid of it
Kya ye bimari positive thinking se thik ho shakti hai
Sir how can I contact you?
Thank you sir thank you mam
Sir ji lockdown me paise ki bahut killat hai ek bar free consultation kar dijiye sir ji 🙏
Common medicine for sciizopherania?
Sir mayre mother ko bhe ye bmare h Plz sir mujhay btaye ki yh bimare mujhay bhe lg skte h plz sir
Dawai nhi le rahe h to kya kre
Sir kolkata mein aapka koi clinic hain?
Sir ,Mai maladaptive daydreaming se pareshan hu Mai apni study's pe focus nahi Kar para
Aur Mai bahot depress hu isse
Aap plz🙏🙏🙏 mujhe batao Mai Kya karu 😭😭😭😭
Aap ka appointment kaise milega
Thank you madam Namst
modafolin tablet खाने से गुस्सा बढ़ता है क्या सर plz बताए
Mari bati riznia plus madicine late hai kya thek hai
Yes,,,,abhi ap kaise ho bolo
मेरी 27 साल की लड़की मैं बहुत सारा ग़ुस्सा जो उसे देखने वाली सिर्फ़ मैं ही हूँ मेरी ज़िन्दगी बहुत मुश्किल मै है ओनलाईन सोपिग करना मनमानी करना पूरा दिन बहुत मुश्किल से कटता है सिजोफिनिया के डाक्टर से इलाज का दूसरा हपता चल रहा है क्या करूँ प्लीज़
mere dost ko yahi problem he dava se thik nhi ho raha he ... kafi time se uski dava chal rahi he
Namst Sir Thank you Sir
Plz make video on loss of libido
Hello sir mere bete ko ye schizophrenia bimari h 4 sal se uska treatment chal raha h RML hospital se lakin 20% hi thik hua h baisi hi condition h nahana bilkul band kar diya h kapde bhi change nahi karta h na hi poti ko dhota h. Kya karen sir plz btay hum bahut ji paresha h
Assalamu alaikum …. Madam aap homepathic remedies shuru kariye
Sir ....mere husband ko ye problem hai.....plz 10 years ho gye ....mene last 5 month medition nhi di....but abhi bhir suru ho gyi ....kya kare plz 🙏
Madam aap homeopathy start kariye ab
@@mohdeisa6462 bhai koi naam bata do homeopathic medicine ka
Wel done g
Sir are there any injections that can replace daily 💊....
Ha hota hai shayad par mehnga hota hai
Yes 15 and 30 days ke ate he. Agr medicine ni lete to ye le skte he.. aur mahenge ni ate.
We failed to provide proper treatment to a scizofernia patient at last he committed suicide.No doctor provide him good treatment.SO our medical treatment facilities is very poor
Sir mere dono kano se hava nikalti hai pahle mujhe schizophrenia tha aur uski davayi poori nahein ki thi isliye aap bataiye ki yah schizophrenia vimari ki vajay se to nahein hai
Please consult to psychiatric
Where is your location
Sir ya Thik ho ta hai ke nhi
Nasha karne se schizophrenia hota hai kya
Perception kya h..!! Samjh nhi aata Mujhe
Sir meri ma ko 26 saal se yea bimari hai treatment 25 saal se chal raha hai fir vi tik nehi hui
Kisi ko explain nehi kar sakta kitna bura lagta hai kitna dard hota hai aise
Mera zindagi pura spoil ho gaya
Mar jau toh hi accha hoga😭
Aisa math bolo.. Aap apne family ke saath fun karo aur unse baath karo ye theekh hojayega.. Nature sey aapna sambandh continue rake aapko patha hai nature heals.. 😊
Sir apki fees bht jyada hai. I want treatment for tics
I like video
Thanks
मैडम नमस्ते. Same चीज मेरी wife को है. Plz बताये क्या करू मे
Aap unko multivitamis And achi diet dein . Or acha mahol dein
Divorce de do
Riyaz
I am suffering from schizophrenia
Aap abhi kese h m bhut pareshan hu
@@LakshitaKumpawatmsg Mee I will help u
Schizophrenia ha mara sir ma kya kar rahi
Kya schizophrenia wala insaan comment wagairah likh sakta h, baat kar sakta h , jabki mental patient kaise sab kuch kar sakta , uska thinking to abnormal hota h , nd speech to disorganised hota , mujhe 4-5 saalo se visual hallucinations ho rha h , ajeebo garib chehre dikhte hain , kafi anger issue h , logo se door rehta hoon , social activity bohot kam h, study mein zero percent concentration h , suicide karne ki bhi ichha hoti h , agar mujhe schizophrenia h to mein TH-cam wagairah kaise chala rha hoon , mein apne kaam kaise kar rha hoon , like eating , brushing, watching tv nd all . Mujhe schizophrenia h ya nhi koi bata sakta h mere symptoms ke basis pe , aur meine comment bhi sahi sahi likha h koi disorganised chij nhi likha h koi batao mujhe mein takleef mein hoon kya karoo mein 🙏
Consult a psychiatric doctor don't judge yourself........ consult a psychiatrist
Same problem mere husband ko h kya kru sir
😢meri beti ko hai ye problem ab kese hai aapke husband
लोम विलोम प्राणायाम से Schizophrenia 100% ठीक हो जाता है । स्वामी रामदेव से संपर्क करें
❤
But sir aap ka fee 1700 😔
सर मुझे पायल की आवाज आती है
इलाज बता दो कोई!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
Sir mai 5dino se soya nahhi hoon pls help
@shailesh Vaishnaw kaise sir
I think... Mujhe b koi disorder h....
Sir I have negative symptoms,I can't deal with my job.i am always stay at home,I lost my job.am I suffering from schizophrenia or not?
Please consult to your nearest Psychologist or Psychiatrist.
@@PsychologistShubham who are you?
@@surojitdas7139
Hey, Surojit Das!
I'm a Counselling Psychologist. My name is Shubham Vyas.
@@PsychologistShubham ok.so how to treat schizophrenia?
@@surojitdas7139 find a good Psychiatrist or Psychologist in nearby and or your City They will help you.
Aiims mai dikhaya h
Wou
sir I'm suffering fromParanoid schopherina I lost my home job wife
Kya aise log bahut jayada gaali bakte hn
Sir please can u tell me how can I contact you plz advice
I think... Mujhe b koi disorder h....
I like video