महासु महाराज से जुड़े सारे सवालों के जवाब , हनोल का इतिहास , चार बीर , महाराज की यात्रा और छतर
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- เผยแพร่เมื่อ 10 พ.ค. 2024
- भारती संस्कृति अपनी विशाल भौगोलिक स्थिति के समान अलग-अलग है। यहाँ के लोग अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं, अलग-अलग तरह के कपडे़ पहनते हैं, भिन्न-भिन्न धर्मों का पालन करते हैं, अलग-अलग भोजन करते हैं किंतु उनका स्वभाव एक जैसा होता है। चाहे कोई खुशी का अवसर हो या कोई दुख का क्षण, लोग पूरे दिल से इसमें भाग लेते हैं, एक साथ खुशी या दर्द का अनुभव करते हैं। एक त्यौहार या एक आयोजन किसी घर या परिवार के लिये समिति नहीं है। पूरा समुदाय या आस-पड़ोस एक अवसर पर खुशियाँ मनाने में शामिल होता है, इसी प्रकार एक भारतीय विवाह मेल-जोल का आयोजन है, जिसमें न केवल वर और वधु बल्कि दो परिवारों का भी संगम होता है। चाहे उनकी संस्कृति या फिर धर्म का मामला क्यों न हो। इसी प्रकार दुख में भी पड़ोसी और मित्र उस दर्द को कम करने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
संस्कृति किसी भी देश, जाति और समुदाय की आत्मा होती है। संस्कृति से ही देश, जाति या समुदाय के उन समस्त संस्कारों का बोध होता है जिनके सहारे वह अपने आदर्शों, जीवन मूल्यों आदि का निर्धारण करता है। अत: संस्कृति का साधारण अर्थ होता है- संस्कार, सुधार, परिवार, शुद्धि, सजावट आदि। वर्तमान समय में सभ्यता और संस्कृति को एक-दूसरे का पयार्य माना जाने लगा है लेकिन वास्तव में संस्कृति और सभ्यता अलग-अलग होती है। सभ्यता में मनुष्य के राजनीतिक, प्रशासनिक, आर्थिक, प्रौद्योगिकीय व दृश्य कला रूपों का प्रदर्शन होता है जो जीवन को सुखमय बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जबकि संस्कृति में कला, विज्ञान, संगीत, नृत्य और मानव जीवन की उच्चतम उपलब्धियाँ सम्मिलित है।
"कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जहाँ हमारा।’’
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जय चार mahansu जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Hmm mahraj ke bajir he ji ....khalad ke 🙏
Bhoot achi lag video uncle Ji ne bilkul acche se bataya sab kuchh maja a Gaya
Bahut bahut shukriya yr
जय हो चार महासू देवता कि सुंदर सटीक विश्लेषण।
Bahut bahut shukriya aap ka
जाति आधारित हमारे जौनसार बावर में बहुत उत्पीड़न है और इसकी वजह महाराज जी को बताया गया है यह बात सत्य है या असत्य
ये एक अच्छा सवाल है , इसका जवाब आप को इसके dusre part मे मिलेगा , वहा हम इन सभी चीजों के बारे मे बात करेंगे, अगर आप के और भी सवाल है तो आप मुझे मैसेज kr sakte h , facebook 🆔 akshay joshi
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Bht bht shukriya....hm tak jaankari pahunchane k liye🎉🎉👍👍
जय हो चार महासू महाराज की 🙏🚩
Jai Ho 🙏🙇🙏
जय चार महासू देवा🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🔥🔥🔥🔥
Awesome 👍👍👍
Nic ❤
❤❤
जय हो चार महासू देवता की❤❤❤
Jai ho mahasu Maharaj ki 🙏🏻🙏🏻
जय महासु महाराज 🙏🙏🙏
Jay Maha shiva char Mashu daiv ka🎉
Jai char bhai mahasu ❤❤
जय चार भाई महासू की जय 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
जय चलदा महाराज महासु महाराज♥️♥️♥️♥️♥️♥️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🥰😍
🙏🙏
bahut bahut shukriya apka jankari dene ke leye 🕉️🙏
Shukriya , ye to abhi shurwat h , humari generation ki abhi bahut kuch pta ni h , Koshish krenge dheere dheere step by step sb cheeje aaplogo ke samne layi jaye
Bajeer saab ❤❤❤
चार भाई म्हासू के वजीर कोन है ! शेडकीलिया महाराज या कोलू महराज किसी को पता है तो बताए!
इस विषय से संबंधित बहुत से तार्किक प्रश्न मेरे मन में भी है कभी मौका मिले तो मैं भी जरूर पूछूंगा
Iska dusra part bhi aayega , aap ke jo question ho aap mujhe bta sakte h
Aap mujhe Facebook 🆔 akshay joshi
Insta 🆔 akshayjoshi20 , pr sawal bhej sakte h
हमलोगो से पूछो क्या feel होता है
वंहा तो सिर्फ बावर व चातरा के पंडित जीमते है / खाना खाते है। मतलब इन्ही का बरचस्व है क्यों? बजीर साहब बतायें?
सारे पद उच्च वर्ग के पास ही दिये हैं महाराज ने निम्न वर्ग को तो वंचित रखा गया है
Iska dusra part aayega , usme ye sawal bhi aayega , aap ke mnn m jo bhi sawal ho aap hume send kr sakte h
@@Thegreathimalayanshow सर मेरा सिर्फ इन लोगो से एक ही सवाल है यदि महासू देवता न्याय के देवता हैं तो वो लोगो को सम्मान न्याय kiu नहीं दे पा रहे है मैं बस इतना जानना चाहता हूं की क्या जाति प्रथा को भगवान ने बनाया है ? या इंसानों ने ......बाकी एक सवाल ये भी है की मैं एक गरीब परिवार से आता हूं और जहां पर मेरा गांव है उसी के पड़ोस में एक और गांव है जहां अभी ...इनके भाई चालदा निवास कर रहे है कुछ अगले साल वो दुसरी जगह के लिए प्रस्थान करेंगे और वो जिस रास्ते से जाएंगे उसी रास्ते में हमारी भी थोड़ी बहुत जमीन है कहा जाता है की वो एक रात के लिए वहां पर भी रुकेंगे ....जो की सही है ...तो खत वालो ने कहा है की भई प्रत्येक परिवार को 50,000 रुपए महाराज को देने होंगे लेकिन मैं इस पर विश्वास करता हूं की देवता के लिए पैसों की जरूरत नही होती है ...ऐसा भी नही है की हम बिलकुल ही नही देंगे पर जो लोग अपने परिवार वालों को दो वक्त की रोटी नहीं खिला सकता वो आखिर 50,000 कहा से लायेगा ....
गांव वालों ने फरमान जारी कर दिया है की अगली साल तक 50,000₹/ तैयार रखना की ...तो मुझे लगता है की उन लोगो को गरीबों पर थोड़ा रहम करना चाहिए.....ये तो कर ही सकते है की भई जिसकी जो इच्छा ही वो अपनी इच्छानुसार (श्रद्धा )से दान देगा ......इस तरह गरीबों को भी थोड़ी राहत मिलेगी......और रही बात जाति प्रथा की तो इसका उनके पास कोई जवाब नही है ये मैं बता दे रहा हूं आपको .....आप पूछेंगे भी तो भी ये लोग पता नही कहा कहा से कहानियां बनाकर लाएंगे की ऐसा था वैसा था .........लेकिन मेरे हिसाब से तो इनको यही बोलना चाहिए की सनातन धर्म अलग है और जौनसार बावर के देवी देवता अलग है ...यही एक मात्र उपाय है इनके पास ......क्युकी मैंने तो श्री राम श्री कृष्ण जी को कभी भी भेदभाव करते नही देखा ....अब ये लोग महासू को विष्णु का अवतार मानते है पता नहीं किस आधार पर मानते है .....धन्यवाद🙏🙏🚩🚩
Bhai agr sabi ko ek saman rup se dekha jayega to maharaj ji ka kya astitw reh jayega .maharaj ji ne kabhi kisi bhi bhkt ko Kami nhi di hai wo sabki sunte ha
@@pahadigirl.jaanvibijalwan1665 हम तुम्हारे महाराज जी पर सवाल नही उठा रहे है .....हम लोग सवाल अन लोगो पर उठा रहे है जो मंदिरों में सरनेम के आधार पर प्रवेश देते है ...क्या आप इस बात से सहमत नहीं हो की जहां सनातन धर्म में वर्ण व्यवस्था थी जो की कर्म पर आधारित थी ( जिसका जैसा कर्म होता है उसकी वही जाति होती है ) लेकिन हमारे यहां पर तो ब्राह्मणों का दर्जा भी उनको दिया गया है जो शाम को खूब मांस खायेंगे और सुबह देवता के पुजारी बनेंगे ......और ..... हां समानता तो होनी ही चाहिए फिर किस बात का देवता है वो ....अगर इंसान इंसान में इस आधार पर भेदभाव कर रहे है की उसका सरनेम जोशी है और उसका भारती है ...कर्म चाहे दोनो के एक जैसे ही क्यू ना हो ...बस यही फर्क है श्री राम श्री कृष्ण और महासू और चालदा में ...🚩🚩 जय श्री राम 🚩🚩🚩🙏🙏
Mt mano kisne force kiya hai jo niyam kaide hai wo hai rhenge sbke apne apni duty hai sbko smman diya jata hai smje. M@@BikramJoshi-qi3qx
हनोल की जो प्रतिष्ठा हुई थी 2003 के आस पास उसकी विडियो है किसी के पास तो यूट्यूब पर करो अपलोड
Mushkil h , pr hum koshish krenge agr mil ske to , upload krne ki
@@Thegreathimalayanshow karna sir bhut achey views ayegay hanol ki partishta ki video youtube pr khin bhi nhi hai
Char veer ka name btaoga huma ap
Kapla, kailu, kailath, shedkudiya veer
agar vishnu ki puja hoti thi kabhi hanol me to fir ye contradict ho raha hai ki ab shiv ki ho rhi hai
veshnav or shev to alag alg panth the or hai
Ji iska dusra part bhi aayega , kuch sawal or bhi h aap ke bhi sawal ho to aap mujhe bta sakte h
Ye video hum sb logo ke liye h , m chahata hu ki humari sanskriti ke bare m humari aane wali generation ki bhi pta ho , isliye aap logo ke mnn m ho bhi questions ho aap ko send kr dakteho
@@Thegreathimalayanshow Kya pehele mahasu devta ki bajeeri khalad (khaladi) gaun purola ke pass thi, ye v puchna bhi jra?
Hanol ka jo esthan hai vo Vishnu bajwan se yudh mai jita tha
Jo ki bajir ji ne bhi btataya hai
विष्णु का अर्थ है , वहां कोई विष्णु नाम का राजा था, न कि भगवान विष्णु, क्योंकि भगवान विष्णु तो स्वयं विष्णु- पुराण के रूप में मंदिर मूर्ति में दर्ज है ,
जाति तो शायद नहीं बनाई होगी महासू महाराज ने वो थोड़ी बोलते होंगे की छोटी जाति के लोग से परहेज करें दुनिया कहा हे और ये छोटी सोच वाले लोग कब अकल आएगी
इन सभी सवालों के लिए एक वीडियो आएगी आप चिंता न करें , अगर आप के मन मे और भी सवाल है तो आप मुझे बता सकते है मैसेज करके, facebook ya Instagram pr facebook 🆔 akshay joshi , और insta
akshay joshi20
जय हो चार महासू देवता की🙏🙏
🙏🙏