पूरे देश के आदिवासियों के लिए आदिवासी सरना धरम कॉलम होना चाहिए जो कि 1 हिन्दू 2 मुस्लिम 3 सिख 4 ईसाई 5 बौद्ध 6 जैन 7 ( आदिवासी सरना धरम कॉलम) होना चाहिए आप के चैनल के माध्यम से जन जन तक पहुंचे के लिए बहुत बहुत धन्यवाद नितेश उरांव आदिवासी समाजिक कार्यकर्ता लापुंग रांची झारखंड से जोहार
आदिवासी धर्म सभी आदिवासी समुदाय के प्रतिक केंद्र है Isliye आदिवासी धर्म होना चाहिए है क्युंकी यह सभि जगह से आदिवासी नाम से पहचान थे है! पुरे दुनिया में आदिवासी का नाम गुंज रहा है Isliye आदिवासी धर्म आता सभी जनजाती के लिये महत्त्व पुर्ण होगा सभी भाग के अंग आदिवासी से जुडे ये आदिवासी नाम हो ना चाहिये! Jai Adivasi ❤️ Jai Johar 🌍🏞️🏹🚩🇵🇱✊🏻👑
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
एक दिन ऐसा आएगा कि ना तो आदिवासी कि पहचान बचेगी और ना तो उसकी संस्कृति सब ख़तम हो जायेगा सब धर्म परिवर्तन का शिकार हो जायेंगे इसीलिए आदिवासी के लिए सरना कोड मिलना बहुत जरूरी है
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
कुछ आदिवासी लोग हिंदू ,मुस्लिम और ईसाई धर्म को मानते हैं, इसलिए आदिवासी शब्द धर्म कोड के रूप में उचित नहीं होगा। सरना धर्म कोड का ही मांग करना उचित है।
@@ramchandkashyap9947 हमारे झारखंड के आदिवासी और झारखंड सरकार की ओर से सरना धर्म कोड बिल पारित कर केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। अगर आपके राज्य सरकार भी आदिवासी धर्म कोड बिल पारित कर केंद्र सरकार को भेजता है तो केंद्र सरकार के पास दो धर्म कोड बिल होगा - सरना धर्म कोड और आदिवासी धर्मकोड। दोनों में से कोई एक को बहुमत के आधार पर केंद्र सरकार पर दबाव डालना होगा। आप सबों को मेरा जोहार। जय झारखंड, जय आदिवासी।
जिस राज्य में जो भी जिस धर्म को मानते हैं वहीं लागू होना चाहिए बाकी राष्ट्रीय स्तर पर एक कॉलम होना चाहिए जैसे छत्तीसगढ़ में गोंडी धर्म, महाराष्ट्र में गोंडी धर्म, मध्यप्रदेश में गोंडी धर्म, झारखंड में सरना धर्म , राष्ट्रीय स्तर पर आदीवासी धर्म कोड होना चाहिए
आदिवासियों की जातीय जनगणना, जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। न कि धर्म के आधार पर। क्योंकि आदिवासी लोग झारखण्ड में सरना, बाकी जगह में गोंड, भील इत्यादि का मांग हो रही है। धार्मिक गणना धर्म के आधार पर होनी चाहिए।
जोहार महाशय,हम आपके बातों से सहमत हैं लेकिन एक बात है विधानसभा और लोकसभा के चुनावों में बहुत सारे उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं, ऐसे में चुनाव आयोग क्यों नहीं कहते हैं कि आपलोग बहुत सारे हो, तो आपस में तय कर लो विधायक या सांसद किस्से बनना है। इसलिए महाशय, 2011 के जनगणना के अनुसार जिस धर्म के लोगों ने अपने धर्म (सरना धर्म) ज्यादा लिखा है वहीं धर्म कोड मिले।
हम लोग झारखंड के आदिवासी 2011 की जनगणना में अपनी आदिवासियों की पहचान के लिए अन्य धर्म कोड में सरना दर्ज कराया जो पूरे भारत में अन्य राज्यों के आदिवासियों द्वारा नहीं कराया गया। जागोआदिवासी जागो अपनी धार्मिक सांस्कृतिक पहचान को बचाए रखने के लिए आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड- "आदिवासी धर्म (.........)कोड किया जाए और क्लोजर के स्थान पर यह भरने कीअनुमति दी जाए जो संबंधित राज्य मेंप्रचलित हो जैसे झारखंड में सरना, अन्य राज्यों में गोंडी धर्म जैसे जिस नाम से भी जाना जाता हो।.... जय आदिवासी जय सरना
आदिवासियों की गणना, जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। न कि धर्म के आधार पर। क्योंकि आदिवासी लोग झारखण्ड में सरना, बाकी जगह में गोंड, भील इत्यादि का मांग हो रही है।
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
कुछ आदिवासी लोग हिंदू ,मुस्लिम और ईसाई धर्म को मानते हैं, इसलिए आदिवासी शब्द धर्म कोड के रूप में उचित नहीं होगा। सरना धर्म कोड का ही मांग करना उचित है।
विभिन्न स्टेट में गोंड, भील अन्य आदिवासी रहते हैं उनका पूजा पद्धति अलग अलग होता है इसलिए इस सरना के बजाय आदिवासी कोड ही होना सबके लिए छतराछाया के बराबर होगा।
आदिवासी धर्म सभी आदिवासी समुदाय के प्रतिक केंद्र है Isliye आदिवासी धर्म होना चाहिए है क्युंकी यह सभि जगह से आदिवासी नाम से पहचान थे है! पुरे दुनिया में आदिवासी का नाम गुंज रहा है Isliye आदिवासी धर्म आता सभी जनजाती के लिये महत्त्व पुर्ण होगा सभी भाग के अंग आदिवासी से जुडे ये आदिवासी नाम हो ना चाहिये! Jai Adivasi ❤️ Jai Johar 🌍🏞️🏹🚩🇵🇱✊🏻👑
आदिवासियों का धर्म कोड आदि धर्म होना चाहिए क्योंकि जब धर्म का वर्गीकरण नहीं हुआ था अतः अनादिकाल से हम प्रकृति पूजक रहे जो सभी आदिवासियों में समानता है।
आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए , इसके अंतर्गत आने वाले जनजाति है 1- गौंड 2- परिधान 3- सरना 4- बैगा 5- कोल 6- यादव 7- लुहार 8- नगारची 9- पनिका 10- भील भील एवं और भी जनजाति है
आने वाली जन गणना में आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए इस कोड में सभी आदिम काल से रहने वाली सभी जनजातिया आ जाती हैं पोस्ट अच्छी लगे तो तो लाइक करें के समर्थन कर के अपनी संख्या दिखाए ❤❤❤
मेरे काहेना हे आदिवासी ही धर्म होनी चाहिए तब सभी आदिवासी ऐक जुट हो पाए गए नही तो बाद में भी आदिवासी में आदिवासी में भेद भाव होनी सुरु हो जाएगी जैसे की 4आज के दौर में हमर धर्म बाडा हे उनका ये हे ओ हे कर के तो पूरे भारत देश के आदिवासी को सिर्फ आदिवासी कोड की मग होनी चाहिए
पूरे देश के आदिवासियों के लिए आदिवासी सरना धरम कॉलम होना चाहिए जो कि 1 हिन्दू 2 मुस्लिम 3 सिख 4 ईसाई 5 बौद्ध 6 जैन 7 ( आदिवासी सरना धरम कॉलम) होना चाहिए आप के चैनल के माध्यम से जन जन तक पहुंचे के लिए बहुत बहुत धन्यवाद नितेश उरांव आदिवासी समाजिक कार्यकर्ता लापुंग रांची झारखंड से जोहार
आप सही कह रहे हो क्योंकि 7दिन हो 7फेरा हो तो 7 धर्म होना चाहिए
आदिवासी धर्म सभी आदिवासी समुदाय के प्रतिक केंद्र है Isliye आदिवासी धर्म होना चाहिए है क्युंकी यह सभि जगह से आदिवासी नाम से पहचान थे है!
पुरे दुनिया में आदिवासी का नाम गुंज रहा है
Isliye आदिवासी धर्म आता सभी जनजाती के लिये महत्त्व पुर्ण होगा
सभी भाग के अंग आदिवासी से जुडे ये आदिवासी नाम हो ना चाहिये!
Jai Adivasi ❤️ Jai Johar 🌍🏞️🏹🚩🇵🇱✊🏻👑
न गोंडी.. न भीली ...न सरना..
हम सभी आदिवासी समाज को ट्राइबल/ ट्राइब शब्द की मांग करना चाहिए
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
Ye huwa sahi baat
Oo
Bahut बढ़िया जोहर
बिल्कुल! सभी आदिवासी समुदाय के लिए "आदि धर्म/आदिवासी धर्म" हो
बिल्कुल सही बोला सर जय आदिवासी!✊🏻🇵🇱🚩🏹🏞️👑
आदिवासियों को सरना धर्म कोड चाहिए, तभी आदिवासी बिल्पुत होने से बचेगा । वैसे जानकारी के लिए आपको धन्यवाद।
सरना धर्म
जय सरना किसि से डरना नहीं
आदिवासी सत्य प्रकृती सरना धर्म
बिल्कुल ठीक बताए आप ने,ये हि एक समाधान की रस्ता होगा ।धन्यवाद❤
आदिवासी,कोड,मिलना, चाहिए ❤😂🎉❤
एक दिन ऐसा आएगा कि ना तो आदिवासी कि पहचान बचेगी और ना तो उसकी संस्कृति सब ख़तम हो जायेगा सब धर्म परिवर्तन का शिकार हो जायेंगे इसीलिए आदिवासी के लिए सरना कोड मिलना बहुत जरूरी है
आदि धर्म या सरना धर्म सभी जनजाति के लिए अच्छा है । परफेक्ट कॉलम है ।
Only आदिवासी ही सही कोड होना चाहिए ❤ अगर सब अलग अलग कोड की मांग करेंगे तो किसी का भी भला नहीं होगा।
बहुत सही अलग कालम हो आदिवासियों का आदीवासी प्रतिक पुजारी है जय जोहार जय संविधान
आदिवासी धर्म मिले ताकि सभी गोंडी सरना भील सभी आदिवासी समाज आपना धर्म कलाम लिख सकें जय सेवा जय जोहार
Bahut bahut achha jankari dene ke liye johar sir Jai jharkhand
Ha bilkul aalag Kalam Hona chahiye
हम सब आदिवासी एक है, हममे एकरूपता है .आदिवासियों को अलग कलम देना ही चाहिए
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
सभी आदिवासी समाज के (आदिवासीTribal) धर्म कोड होना चाहिए, क्योंकि हमें कोई एक जाति के नाम से धर्म Code नहीं होना चाहिए। सेवा जोहार ❤❤
सभी आदिवासी का कालम कोड एक होना चाहिए।गोंडवाना लैंड के रहने वाले लोग है।जय आदिवासी जय जोहार जय भीम.....jay.seva
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
आदिवासी कॉलम कोड होना चाहिए
आदिवासियों का अलग कोड होना चाहिए
हमारे पुर्वज आदिमानव के रूप में यहाँ तक पहुचे हैं तो आदिवासी धर्म ही उचित होगा
कुछ आदिवासी लोग हिंदू ,मुस्लिम और ईसाई धर्म को मानते हैं, इसलिए आदिवासी शब्द धर्म कोड के रूप में उचित नहीं होगा। सरना धर्म कोड का ही मांग करना उचित है।
@@ramchandkashyap9947 हमारे झारखंड के आदिवासी और झारखंड सरकार की ओर से सरना धर्म कोड बिल पारित कर केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। अगर आपके राज्य सरकार भी आदिवासी धर्म कोड बिल पारित कर केंद्र सरकार को भेजता है तो केंद्र सरकार के पास दो धर्म कोड बिल होगा - सरना धर्म कोड और आदिवासी धर्मकोड। दोनों में से कोई एक को बहुमत के आधार पर केंद्र सरकार पर दबाव डालना होगा। आप सबों को मेरा जोहार। जय झारखंड, जय आदिवासी।
जिस राज्य में जो भी जिस धर्म को मानते हैं वहीं लागू होना चाहिए बाकी राष्ट्रीय स्तर पर एक कॉलम होना चाहिए जैसे छत्तीसगढ़ में गोंडी धर्म, महाराष्ट्र में गोंडी धर्म, मध्यप्रदेश में गोंडी धर्म, झारखंड में सरना धर्म , राष्ट्रीय स्तर पर आदीवासी धर्म कोड होना चाहिए
Sahi kaha aapne
Your thought is absolute right
आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए और क्लोजर में अपने राज्य में जिस नाम से जाना जाता है वो भरने की अनुमति दी जाए
आदिवासियों की जातीय जनगणना, जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। न कि धर्म के आधार पर। क्योंकि आदिवासी लोग झारखण्ड में सरना, बाकी जगह में गोंड, भील इत्यादि का मांग हो रही है। धार्मिक गणना धर्म के आधार पर होनी चाहिए।
आदिवासी इस देश के मूल मालिक हैं
सरना गोंड भील मीणा और कई बहुत जातिया आदिवासी मे ही आती हे इसलिए धर्म का नाम सिफ ❤आदिवासी❤ ही होना चाहिए
आदिवासी धर्म कॉलम चाहिए
धर्म कोड मिलना चाहिए जय सेवा जय जोहार😊😊
जब हमने सबको नाम दिया हमें भी चाहिए हामरा बजूद जय आदिवासी धर्म जय सरना जय मूलनिवासी
Ha आदिवासियों को भी अलग से कोड मिलना चाहिए
आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए
जय जोहार आदीवासी जीन्दाबाद जीन्दाबाद
"Aadiwasi Dharm Code/Relligion urgently hona chahiye Or yeh bahut hi Jaruri hai"
जोहार बहुत अच्छा जानकारी देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद
पूरे देश के आदिवासियों के लिए आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए
Aadivasi Dharm ! Sab. Ke. Leay sahi &. Satike rahiga. 👏 Johar
जोहार महाशय,हम आपके बातों से सहमत हैं लेकिन एक बात है विधानसभा और लोकसभा के चुनावों में बहुत सारे उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं, ऐसे में चुनाव आयोग क्यों नहीं कहते हैं कि आपलोग बहुत सारे हो, तो आपस में तय कर लो विधायक या सांसद किस्से बनना है। इसलिए महाशय, 2011 के जनगणना के अनुसार जिस धर्म के लोगों ने अपने धर्म (सरना धर्म) ज्यादा लिखा है वहीं धर्म कोड मिले।
Good thoughts
आदिवासी धर्म की जय 🙏🏻💐
बिलकुल सही तरीके समझाएं है। सर😊
बिल्कुल आदिवासी के लिए अलग धर्म कोड होना ही चाहिए जिससे उनकी धर्म और संस्कृति आबादी सही से पता लगा सके
बहुत-बहुत अच्छा लगा
अब बहुत कुछ करना है
बहुत सही वीडियो बनाएं सर आपका सुझाव बिल्कुल सही है
सन 2011मे जब जनगणना हुई तो जनगणना करता सभी आदिवासियों का अपने मन से सभी के धर्म कालम हिंदू डाल दिए किसी से पूछा नही गया।
यह सही है हमारी पश्चिम बंगाल मे भी बहुत सारी अदिवासी यों को कालम हिन्दु मे डाला गया।दुखद है।
Right
It is very unfortunate to by forcely to adjust adivasi in Hindu or other religions
हम लोग झारखंड के आदिवासी 2011 की जनगणना में अपनी आदिवासियों की पहचान के लिए अन्य धर्म कोड में सरना दर्ज कराया जो पूरे भारत में अन्य राज्यों के आदिवासियों द्वारा नहीं कराया गया। जागोआदिवासी जागो अपनी धार्मिक सांस्कृतिक पहचान को बचाए रखने के लिए आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड- "आदिवासी धर्म (.........)कोड किया जाए और क्लोजर के स्थान पर यह भरने कीअनुमति दी जाए जो संबंधित राज्य मेंप्रचलित हो जैसे झारखंड में सरना, अन्य राज्यों में गोंडी धर्म जैसे जिस नाम से भी जाना जाता हो।.... जय आदिवासी जय सरना
Aadiwasi bhart का मूल निवासी है
जय आदिवासी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Sewa 🙏 Johar Dada Traival Kollam hona chahiye taki pura Desh ka Adiwasi samaj ak ho sake Jay Adiwasi
ट्राईबल काॅलम होना चाहिए ।
आदि धर्म होना चाहिए
आदिवासियों की गणना, जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। न कि धर्म के आधार पर। क्योंकि आदिवासी लोग झारखण्ड में सरना, बाकी जगह में गोंड, भील इत्यादि का मांग हो रही है।
आदिम जाति आदिवासी समाजवाद आदि मूल निवासी समाज अपनी परम्परा जल जंगल जमीन हवा आकाश आग जैसे प्रकृति तत्व विधि विधान को भुल गया है जिसके कारण आज भारत संविधान 1950 के दुसरा भाग राजनीति विभाग 1952 सामान्य प्रशासन सामान्य कार्ड धारक विदेशी नागरिक पहचान पत्र राजनीति खेल लोकतंत्र में आरक्षण प्राप्त जाति, जन जाति, ओबीसी बनाकर वोटर लिस्ट तैयार कर पारी पारी से मूल निवासी समाज को हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी धर्म में शामिल कर गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ भारत संविधान पहला भाग समाजवाद धर्म निरपेक्ष गणतंत्र गणराज्य समाज प्रतिनिधि रिज़र्व सीट राष्ट्र व्यवस्था 1951 समाप्त किया जा रहा है। 05/12/24 श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय पंचशील कार्यालय दुर्ग में शामिल हों। 2030 इमिग्रेशन एक्ट लागू करने वाले हैं।
कुछ आदिवासी लोग हिंदू ,मुस्लिम और ईसाई धर्म को मानते हैं, इसलिए आदिवासी शब्द धर्म कोड के रूप में उचित नहीं होगा। सरना धर्म कोड का ही मांग करना उचित है।
विभिन्न स्टेट में गोंड, भील अन्य आदिवासी रहते हैं उनका पूजा पद्धति अलग अलग होता है इसलिए इस सरना के बजाय आदिवासी कोड ही होना सबके लिए छतराछाया के बराबर होगा।
Jati aur dharm alag alag hai.
Super ❤
जय सरना
आदिवासी धर्म सभी आदिवासी समुदाय के प्रतिक केंद्र है Isliye आदिवासी धर्म होना चाहिए है क्युंकी यह सभि जगह से आदिवासी नाम से पहचान थे है!
पुरे दुनिया में आदिवासी का नाम गुंज रहा है
Isliye आदिवासी धर्म आता सभी जनजाती के लिये महत्त्व पुर्ण होगा
सभी भाग के अंग आदिवासी से जुडे ये आदिवासी नाम हो ना चाहिये!
Jai Adivasi ❤️ Jai Johar 🌍🏞️🏹🚩🇵🇱✊🏻👑
Jai Sarna kass ke dharna
आदिवासी सरना कोड मिलना चाहिए // उराँव आदिवासी का सरना माँ आदि धर्म है
Best.views.ke.liya.thanks.jai.johar.j.adivasi.
आदिवासी जनगणना कोड लागू किया जाए
आदिवासी हिंदू नही है ।
सभी आदिवासी प्रकृति पूजक है तो प्रकृति धर्म देने में केंद्र सरकार को क्या परेशानी है।
Thanks Sarkar Johar Jharkhand Vasi Johar Very Very Nice Hul Johar Jharkhand Vasi 🎉
Jay dharme ! Bahutt khushee ki bat hai dharm code milna chahiye
Thanks for nice information and encourage to community for unity so that goals can be achieved. 🙏
🙏Johar 🙏
Good
Very nice information
अलग से मिलना चाहिए धर्म कलाम
आदिवासियों का धर्म कोड आदि धर्म होना चाहिए क्योंकि जब धर्म का वर्गीकरण नहीं हुआ था अतः अनादिकाल से हम प्रकृति पूजक रहे जो सभी आदिवासियों में समानता है।
Thank you sir,aapko video banane kyi leyi our acha jankari dyini kye leyi. Adivasi sarna code chahiye.
Traibal Religion Adivasi dharam Code Colum dena hoga Sapko Sanman milna chahiye & Jay Adivasi Jay Mulobasi Jay birsha Munda 👍👍💝💞🙏
Good speech
Sarna dharm jindabad
Vary good sir ji
आदिवासी सनातन धर्म के लिए जनगणना में कॉलम होना चाहिए , आदिवासी धर्म एक भारतीय
जीवन शैली प्राकृतिक सांस्कृतिक सामाजिक धर्म को मानने वाले हैं।
होना चाहिए।
Bilkul thik kaha sir
आदिवासींचा आदि धर्म पाहिजे किंवा सरना धर्म भारतभर लागू करण्यात यावे,ह्यातच आदिवासींची एकता व संस्कृतीचे रक्षण होईल.
आदिवासी सरना कोड लागू हो 🙏🏻
जो आदिवासी ईसाई धर्म मे परिवर्तन हो गए है ओ लोग भी अपने आप को आदिवासी कहलाते है इसीलिए आदिवासी कोड नहीं सरना कोड होना चाहिए 🙄
St certificate banta h aadivasi nhi.alag maang karoge koi prabhaw nhi padega sarkaar ko.
Jati aur dharm alag alag hai.
Aapka sujhaw bhut achha hai
बिल्कुल जरूरी है
आदिवासी सरना धर्म कोड चाहिए
Only SARNA Dharam ODISHA se
Sarna dharm code Dena chahiye johar 🇦🇹🇦🇹🇦🇹🙏🙏🙏
आदिवासी सरना धर्म होना चाहिए/
Achcha laga
Right sir hamara itihas ko dabaya Gaya he
आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए , इसके अंतर्गत आने वाले जनजाति है
1- गौंड
2- परिधान
3- सरना
4- बैगा
5- कोल
6- यादव
7- लुहार
8- नगारची
9- पनिका
10- भील
भील एवं और भी जनजाति है
यादव कब OBC से जनजाति बना! इसका मतलब अखिलेश यादव, लालू प्रसाद यादव सब जनजाति है!
😂 galti se bol Diya hoga yadav janjati hai .
❤❤
#. Jai Seva. Sadar Seva- jOhar.
आदिवासी धर्म कोड होनाचाहिए
Rightly said
आदिवासी धर्म प्रकृति/गोंडी धर्म होना चाहिए
आने वाली जन गणना में आदिवासी धर्म कोड होना चाहिए इस कोड में सभी आदिम काल से रहने वाली सभी जनजातिया आ जाती हैं पोस्ट अच्छी लगे तो तो लाइक करें के समर्थन कर के अपनी संख्या दिखाए ❤❤❤
Sarna 🇦🇹 🇦🇹🏹 code
आदिवासी सरना धर्म बेस्ट.
sewa,johar,adivasi
Aadivasi Sarna Dharm code Sabke Liye best hai
आदिवासींना सर्वात मेजोरिटी जास्त असेल तोच धर्माची मांग करावी,व आपला धर्म फिक्स करावा,नाहीतर आपण भांडत बसून आपले ध्येय साध्य होणार नाही.
सरना धर्म 🇦🇹
मेरे काहेना हे आदिवासी ही धर्म होनी चाहिए तब सभी आदिवासी ऐक जुट हो पाए गए नही तो बाद में भी आदिवासी में आदिवासी में भेद भाव होनी सुरु हो जाएगी जैसे की 4आज के दौर में हमर धर्म बाडा हे उनका ये हे ओ हे कर के तो पूरे भारत देश के आदिवासी को सिर्फ आदिवासी कोड की मग होनी चाहिए
जय आदिवासी जय जोहार 🏹🌈🍀
Sarna kod hona cahye, 🌟🌟⭐⭐⭐🌹🌹🌹🌹🌹🥀🥀🥀🥀
Good ab aadivasi sarna code mil hi gya ❤
सभी आदिवासी जनजाति समाज को एक कलम की मांग करना चाहिए वो कोलम (आदिवासी संस्कृति) इसके बाद /सरना /गोंडी,/भिली/,आदी लिख सकते हैं ऐसा होना चाहिए