वो हर बार छली गयी...जिससे भी आत्मीयता,मित्रता,अपनत्व चाहा मिला तो,पर अंत में शरीर की मांग पे आ जाते।
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- เผยแพร่เมื่อ 20 มิ.ย. 2024
- #प्रमिला वर्मा की कहानी
Story by Pramila Verma
Hindi Story
हिन्दी कहानी
साहित्यिक कहानी
स्वर सीमा सिंह
प्रमिला वर्मा
जबलपुर (म.प्र.) में जन्म. एम. ए, पी एच. डी. तक शिक्षा. हिंदी की वरिष्ठ प्रमुख लेखिका. लगभग दो दशक तक अखबार में फीचर संपादक के पद पर कार्य. छह कथा संग्रह, उपन्यास एवं संयुक्त उपन्यास प्रकाशित. कई संकलनो में कहानियां संकलित तथा विभिन्न भाषओं कहानियों का अनुवाद. कविता, कथा संग्रह का संपादन. महिला रचनाकार: अपने आइने में आत्मकथ्य पुस्तक रूप में प्रकाशित. बीसवी सदी की महिला कथाकारों की कहानियां- नौवे खंड में कहानी संकलित. दी संडे इंडियन पत्रिका में २१वि सदी की 111 हिंदी लेखिकाओं में एक नाम. सड़क पर कचरा बीनने वाले बच्चो पर आधारित टेली फिल्म. प्रख्यात साहित्यकार स्व. विजय वर्मा की स्मृति में हेमंत फाउंडेशन की स्थापना. जिसके तहत प्रत्येक वर्ष विजय वर्मा कथा सम्मान एवं हेमंत स्मृति कविता सम्मान प्रदान करना. ट्रस्ट की संस्थापक/सचिव . कई राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय पुरस्कार. सम्प्रति: लेखन, आदिवासियों पर शोधकार्य. जंगलों की तथा देश, विदेश की सैर. सोशल एक्टिविस्ट फॉर वुमन एम्पोवेर्मेंट. चिड़ियों पर विशेष शोध हेतु सुप्रसिद्ध ornithologist श्री सलीम अली के सुदूर सामूहिक यात्राएं.... - บันเทิง
Kahani or prastuti Dono hi ati sunder danyavad
👌👌👌👍 23:01
Achi khani 🎉🎉
बहुत ही अच्छी कहानी👌👌 आपकी प्रस्तुति सुंदर सरल सटीक 🙏🙏
Bhot achi thi khani Or apki koi khani asi nhi ki pasand na aye😊👍💯💕
Thank you reena ji ❣️❣️❣️
Waaah Di 🌹❤️🙏
सीमा जी,प्रमिला मैडम की पहली कहानी सुनी पसंद आई धन्यवाद 🎉🎉❤❤
इनकी बहुत कहानियाँ सुना रखी हैं आप Playlist में देखिए.