Katha Suno re logo | कथा सुनो रे लोगो | NEW VIDEO

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  • เผยแพร่เมื่อ 5 ก.พ. 2025
  • Song by Shahir Vilas Ghogre
    Vilas Ghogre (1 June 1947 - 15 July 1997)[1] was a prominent Dalit activist, poet, and artist from Bombay who committed suicide in protest against the 1997 Ramabai killings in which 10 Dalits were killed by Maharashtra State Reserve Police Force and 26 were injured.
    Video making: Yogesh Barve
    Song:
    कथा सुनो रे लोगो
    एक कथा सुनो रे लोगो
    कथा सुनो रे लोगो
    एक कथा सुनो रे लोगो
    हम मजदुर की करूण कहानी
    हम मजदुर की करूण कहानी
    और करीब से जानो
    कथा सुनो रे लोगो
    एक कथा सुनो रे लोगो
    कथा सुनो रे लोगो
    एक कथा सुनो रे लोगो
    हम मजदुर की करूण कहानी
    हम मजदुर की करूण कहानी
    और करीब से जानो
    कथा सुनो रे लोगो
    एक कथा सुनो रे लोगो
    कथा सुनो रे लोगो
    एक कथा सुनो रे लोगो
    साथियों
    बेहेनो
    भाइयों
    अपनी मेहनत से भाई धरती की हुई खुदाई
    अपनी मेहनत से भाई धरती की हुई खुदाई
    माटी में बीज को बोया
    माटी में बीज को बोया
    धरती को दुल्हन बनाई
    पसीना हमने ही बहाया
    भूपति ने खूब कमाया
    पसीना हमने ही बहाया
    भूपति ने खूब कमाया
    साहूकार के कर्जे ने हमको
    साहूकार के बयाज ने हमको
    गांव से शहर में भगाया
    गांव से शहर में भगाया
    गांव से शहर में भगाया
    दाने दाने को मजदुर तरसे
    दाने दाने को मजदुर तरसे
    जीने की कठिनाई
    ऐसा क्यों है भाई ?
    क्योंकि, ये सामंती राज है
    है..
    सामंती राज है
    खाने को खाना नहीं
    पिने को पानी नहीं
    रहने को घर नहीं
    पेहनने को चिर नहीं
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    साथी रे
    बेहेनो
    भाइयों
    अपनी मेहनत से भाई धरती की हुई खुदाई
    अपनी मेहनत से भाई धरती की हुई खुदाई
    माटी का बनाया घड़ा
    माटी का बनाया घड़ा
    घड़े से इट बनाई
    ईटों से मेहेल बनाए
    लगे आसमान को छूने
    ईटों से मेहेल बनाए
    लगे आसमान को छूने
    धनवान को मिली सुविधा
    धनवान को मिली सुविधा
    सुख चैन दिलाया हमने
    सुख चैन दिलाया हमने
    सुख चैन दिलाया हमने
    हमको ही रहने को वांदा
    हमको ही रहने को वांदा
    बांस, टिन की महंगाई
    ऐसा क्यों है भाई ?
    क्योंकि, ये पैसेवाला राज है
    है..
    पैसेवाला राज है
    खाने को खाना नहीं
    पिने को पानी नहीं
    रहने को घर नहीं
    पेहनने को चिर नहीं
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    साथियों
    बेहेनो
    भाइयों
    अपनी मेहनत से भाई
    काटन का सूत बनाया
    अपनी मेहनत से भाई
    काटन का सूत बनाया
    सूत को चढ़ाया पर
    सूत को चढ़ाया पर
    कपडा हमने ही बनाया
    कपडे को रंगी बे रंगी
    झालर भी चढ़ाई हमने
    कपडे को रंगी बे रंगी
    झालर भी चढ़ाई हमने
    टी. वी. को भी अपनाया
    टी. वी. को भी अपनाया
    और माल कमाया धनि ने
    और माल कमाया धनि ने
    और माल कमाया धनि ने
    हम अध्-नंगे मुर्दा घाट पे
    हम अध्-नंगे मुर्दा घाट पे
    कफ़न की भी महंगाई
    ऐसा क्यों है भाई ?
    क्योंकि, ये मालिकों का राज है
    है..
    मालिकों का राज है
    खाने को खाना नहीं
    पिने को पानी नहीं
    रहने को घर नहीं
    पेहनने को चिर नहीं
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    साथियों
    बेहेनो
    भाइयों
    चुनाव में इनकी वर्दी
    कपडा पहनके खादी
    चुनाव में इनकी वर्दी
    कपडा पहनके खादी
    हाथ जोड़के ये भिखमंगे
    हाथ जोड़के ये मतमंगे
    चला लेते है अक्लमंदी
    अस्वासन पानी नल का
    सस्ते गेहू चावल का
    अस्वासन पानी नल का
    सस्ते गेहू चावल का
    संडास इनकी भाषण में
    संडास इनकी भाषण में
    पीटते है नगारा दल का
    पीटते है नगारा दल का
    पीटते है नगारा दल का
    अरे चुनके आते ही हरामजादे
    अरे चुनके आते ही हरामजादे
    खुदकी करे भलाई
    ऐसा क्यों है भाई ?
    क्योंकि, ये झूँटो का राज है
    है..
    ये झूँटो का राज है
    खाने को खाना नहीं
    पिने को पानी नहीं
    रहने को घर नहीं
    पेहनने को चिर नहीं
    ये कैसा राज है भाई
    बस अत्याचार है भाई
    ये कैसा राज है भाई
    बस अत्याचार है भाई
    साथियों
    बेहेनो
    भाइयों
    अब खबर सुनो इक ताजी
    सरकार की सौदा बाजी
    अब खबर सुनो इक ताजी
    सरकार की सौदा बाजी
    धनवान को खुश रखने को
    धनवान को खुश रखने को
    हमसे ही गीता गवादी
    एक कानून पास कराया
    हमें गुन्हेगार ठहराया
    एक कानून पास कराया
    हमें गुन्हेगार ठहराया
    झोपड़े को पुलिस के हांथो
    झोपड़े को पुलिस के हांथो
    बेरेहेमि से तुड़वाया
    बेरेहेमि से तुड़वाया
    बेरेहेमि से तुड़वाया
    तीन साल की सजा भी होंगी
    तीन साल की सजा भी होंगी
    और से बुरी पिटाई
    ऐसा क्यों है भाई ?
    क्योंकि, ये पुलिसों का राज है
    है..
    ये बिल्डरों का राज है
    खाने को खाना नहीं
    पिने को पानी नहीं
    रहने को घर नहीं
    पेहनने को चिर नहीं
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    ये कैसा राज है भाई
    ये झूठा राज है भाई
    साथियों
    बेहेनो
    भाइयों
    तो इसपे कुछ इलाज है की नहीं भाई ?
    है है है...
    इलाज भी है
    अब ज़ात-धरम ही छोड़ो
    मजदुर का रिश्ता जोड़ो
    अब ज़ात-धरम ही छोड़ो
    मजदुर का रिश्ता जोड़ो
    ऐसी संघटना के बलपर
    ऐसी एकता के बलपर
    झूंटे संसद को तोड़ो
    जब अपना शासन होगा
    सबको घर राशन होगा
    जब अपना शासन होगा
    सबको घर राशन होगा
    दुनिया मजदुर के बल पर
    दुनिया मजदुर के बल पर
    मजदुर का कानून होगा
    मजदुर का कानून होगा
    मजदुर का कानून होगा
    अरे नारा लगाओ इंकलाब का
    नारा लगाओ इंकलाब का
    तब ही मिटेगी बुराई
    ये कब हो गा भाई ?
    कब होगा ?
    अरे
    जब
    जब मजदुर का राज होगा
    है..
    मजदुर का राज होगा
    खाने को खाना होगा
    पिने को पानी होगा
    रहने को घर होगा
    पेहनने को कपडा होगा
    ऐसे राज को लाना भाई
    सरताज को लाना भाई
    ऐसे राज को लाना भाई
    सरताज को लाना भाई
    साथी रे
    है..
    है ..
    है है है...
    है है है...
    है है है...

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