सौरभ भैया आप हम युवाओं को सही सोच और किताबों से हम सबको जोड़े रखने और हमारी सोच को विकसित एवं जीवन के मूल्यों से परिचित कराते है । में भी आपकी तरह बुंदेलखंड से हूँ ,जिले निवाड़ी में रहता हूँ । आप हम लोगों को प्रेरणा देते है । सच्ची खबरों को हम तक पहुँचाते है । आपकी आवाज में कविता सुनना और खबरों के बाद में आपके विचार मुझे खुद को और इस संसार रूपी समुद्र को जानने का मौका मिलता है । मे आशा करता हूँ आप तक मेरा संदेश जरूर पहुंचेगा । 🚩ओरछाधीश रामराजा आपको खूब खुश रखें । हमेशा स्वस्थ रखें । 🙏 में आपका भाई शिवम तिवारी ।
महारानी सिसोदिया का पत्र हमने कभी सातवी 1981-82 में पढ़ी थी आज वो कही पर नहीं मिल रही कहाँ गुम हो गई! सिसोदिया का पति संग्राम से भाग आता ह( उसकी लाइन बस यही याद ह की सिसोदिया के बन के जमाई ह कीर्ति ये तूने कसी पाई !
कवि ये क्यु चाहता है कि जब बारिश आये तोह वो धरती की प्यास बुझाने के बजाय, किसानो की फ़सल को सिंचने के बजाय पहले इस आशिक़ के प्रेमपत्र को बचाने का प्रयास करे!? ये कवि निहायत हि स्वार्थी ओर असवेदन्शील है, जिसे केवल अपने प्रेमपत्र की पडी है... जेसे इस्का प्रेम हि प्रेम है बाकी तो सब लल्लु पन्जु हैं!!!????
It's about saving love . We would choose everything else over love . Even though love is the only thing we are supposed to save . In every difficulty the love will be the first thing that will be sacrificed .
*क्या ये बेहतर न हो कि आप भूमिका, भावना भूत सब छोड़ कर सीधे कविता पाठ करें । 30 सेकंड पर्याप्त है प्रभु । अच्छी खासी कविता आपकी बकैती के ज्वार में निपट गयी ।*
बकवास कविता. जिस समाज में भुख है, नंगा पन है, गरिबी है. ओर हज़ार तरह के शोषण ओर आभाव हैं उस समाज में इस तरह की कविता समाज के किस काम की. इस कविता की समाज के लिये कोइ सारथक्ता नहीं. बेहतर होता आप दिनकर या दुश्यन्त कुमार जेसे कवियों की कविता को सुनाये. स्त्री-पुरुष के सम्बन्ध निजी होते हैं और इस तरह की भावनाओं से समाज का क्या लेना देना... ओर अगर फिर भी इतना ही ज़रूरी है प्रेमपत्र तोह कवि से कहो छुपाने की या बचाने की ज़रूरत ही ना पडेगी अगर कर दे वो सार्वजनिक अपना "प्रेमपत्र".
My aaj #Dahad dekh rha tha usme Vijay verma ke context me ye poem suna aur kya suna . Ultimate ❤
Yes mene b aaj suna series me... Goosebumps aa gye the
सम्मोहित कर देती है यह कविता। बार-बार सुनने और गुनगुनाने का मन करता है। साथ ही आपके द्वारा पढ़ा गया परिचय भी एक शानदार कविता ही है।
सौरभ भैया आप हम युवाओं को सही सोच और किताबों से हम सबको जोड़े रखने और हमारी सोच को विकसित एवं जीवन के मूल्यों से परिचित कराते है ।
में भी आपकी तरह बुंदेलखंड से हूँ ,जिले निवाड़ी में रहता हूँ । आप हम लोगों को प्रेरणा देते है । सच्ची खबरों को हम तक पहुँचाते है । आपकी आवाज में कविता सुनना और खबरों के बाद में आपके विचार मुझे खुद को और इस संसार रूपी समुद्र को जानने का मौका मिलता है । मे आशा करता हूँ आप तक मेरा संदेश जरूर पहुंचेगा । 🚩ओरछाधीश रामराजा आपको खूब खुश रखें । हमेशा स्वस्थ रखें । 🙏 में आपका भाई शिवम तिवारी ।
Dahaad dekhne k baad yaha aya hu......This poem is gem❤
Dahad mein bahut ache se paath kiya gaya hai. ATI Sundar.
बहुत अच्छे। जारी रहे ये क्रम🙏
बहुत ख़ूबसूरत ‘प्रेमपत्र’ 😊💐🙏
रामधारी जी कि "तुम रजनीके चाँद बनोगे या दिन के मार्तण्ड प्रखर......"।
Dahaad web series ye suni thi.. Awsm poetry 🎉❤
बेहद सुंदर। लगातार कोशिशें जारी रखिए। शुक्रिया।
Aapka hi intazar tha sir Ji... I like your reporting... Keep growing "The Lallantop"
मैं निपट अकेला कैसे bachaunga तुम्हारे प्रेमपत्र ❤❤
अद्भुत रचना
ये मेरी पसंदीदा कविता है।
मेरी सबसे प्रिय कविता रही है प्रेमपत्र ।
बेहद खूबसूरत ❤❤
Bahut sundar kavita
One of my favourite poem of Hindi ❤
sir main rojana is video ke liye prateeksha krata hun...dhanyawad aisi kavitaon ke liya...
Here after Dahaad ❤nice poem 🎉
Sir bus is episode ki liya he subcribe kiya h
सुंदर अति सुंदर कविता बोहत गगरी वविता है❤❤
बहुत सुंदर जी
एक कविता सुनाएगा ' तुमड़ी के शब्द '
Pusp ki abhilasa ❤
Asadhya veena... Agey
प्रेम कही भी उपज सकता है।
# जोरवा
अद्भुद ❤
Wah sir
bahuuutttt.......khooob
वीर रस मे या हास्य रस मे सुनना मुझे पसंद है
मेरे शब्द आपकी आवाज सौरभ सर
जे भई बात
I wish next poem hariwansh Raj Bachan ki madusala ho
Bohat achchhe saurabhji..
gjb sir ji.
कोशिश करने वालो की हार नही होती
Here After Amazon Prime Dahaad
1:47 Star
*start
Amazing poem
उदय प्रताप जी की "फ़ूल और कली"
महारानी सिसोदिया का पत्र हमने कभी सातवी 1981-82 में पढ़ी थी आज वो कही पर नहीं मिल रही कहाँ गुम हो गई! सिसोदिया का पति संग्राम से भाग आता ह( उसकी लाइन बस यही याद ह की सिसोदिया के बन के जमाई ह कीर्ति ये तूने कसी पाई !
Bahut dhanyawwad. Sambhav ho to liladhar jagudi ki kavita hatyara shamil kar sakte hain
मुझे बहुत पसंद हैं कविता
""jauhar" - Parshuram ki pratksha
Behtareen
Sir aap ka special play list kardo
Zabardast
Your news is so informatics
SRI Badri Narayan ji se phli mulakat hui thi Allahabad University me....dusri ke liye khud ko taiyar kr rha hu
Sach hum nahi sach tum nahi....Ya phir hai andheri raat par diya jalana kab mana
bahut khoobsurat kavita .
sir vinod kumar shukl ki ek kavita - jeene ki aadat , sunana chahenge aapse.
Background me Bihar ka map dekh kr aacha lgaa 🙂
Sir abi nai aaaa rahi hai aap ki " ik kavita rooj "
mujhse pahli si mohabbat mere mahbub na mang...by faiz
Wow.. 😯😯😯😯😯
Proud to ...student of Gbpssi
ek bar madhushala bhi sunae. mujhe lagta hai ki madhushala ke chahne vale bahut hai.
kya gajb thi yrr saurav mja aa gya
Sir please explain the Syrian war in upcoming videos
❤️❤️❤️❤️
Bhaiya Ramdhari Singh Dinkar ki ki
बाबा नागार्जुन। अकाल और उसके बाद।❤️
सर बैल आइकन काम नहीं कर रहा है
Manusyata by mathali Saran Gupt
Here after watching dahaad
What’s the meaning of this poem ..? Pls share that.
कवि ये क्यु चाहता है कि जब बारिश आये तोह वो धरती की प्यास बुझाने के बजाय, किसानो की फ़सल को सिंचने के बजाय पहले इस आशिक़ के प्रेमपत्र को बचाने का प्रयास करे!? ये कवि निहायत हि स्वार्थी ओर असवेदन्शील है, जिसे केवल अपने प्रेमपत्र की पडी है... जेसे इस्का प्रेम हि प्रेम है बाकी तो सब लल्लु पन्जु हैं!!!????
Anyone explain this poem to me ? What is the meaning of this ?
It's about saving love . We would choose everything else over love . Even though love is the only thing we are supposed to save .
In every difficulty the love will be the first thing that will be sacrificed .
@@atharvmishra9702 i get it now, thanks
नरेश सक्सेना की नदी का पार होना
1:50
Sms he theek hai.
Who is here after current duniyadari
🤩🤩🤩🤩
दुष्यंत कुमार की कोई भी सर
A miles to go before i sleep ka hindi version by bacchan sahab and rashmi rathi ka koi sarg
Mai geet naya gata hu
bai chal gyi
Tu kisi rel si Gujarati hai Mai kisi pul sa thartharata hu
प्रेमपत्र
th-cam.com/video/c2QA-gBgMf4/w-d-xo.html
असाध्य वीणा
*क्या ये बेहतर न हो कि आप भूमिका, भावना भूत सब छोड़ कर सीधे कविता पाठ करें । 30 सेकंड पर्याप्त है प्रभु । अच्छी खासी कविता आपकी बकैती के ज्वार में निपट गयी ।*
बकवास कविता. जिस समाज में भुख है, नंगा पन है, गरिबी है. ओर हज़ार तरह के शोषण ओर आभाव हैं उस समाज में इस तरह की कविता समाज के किस काम की. इस कविता की समाज के लिये कोइ सारथक्ता नहीं. बेहतर होता आप दिनकर या दुश्यन्त कुमार जेसे कवियों की कविता को सुनाये. स्त्री-पुरुष के सम्बन्ध निजी होते हैं और इस तरह की भावनाओं से समाज का क्या लेना देना... ओर अगर फिर भी इतना ही ज़रूरी है प्रेमपत्र तोह कवि से कहो छुपाने की या बचाने की ज़रूरत ही ना पडेगी अगर कर दे वो सार्वजनिक अपना "प्रेमपत्र".
Bahut acchi kavita
❤❤❤❤