सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
ॐ तत् सत् सांकेतिक मंत्र हैं, जिसका भेद कोई अधिकारी संत बता सकता है। ॐ तत् सत् मंत्र नही जपना है यह तो सांकेतिक मंत्र हैं, असली मंत्र संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। उनके सत्संग सुन और समझकर, नाम दीक्षा लेने से लाभ होगा।
@@Yogatantra2010 ॐ तत् सत्, गीता में लिखा है की यह सांकेतिक मंत्र हैं जपना नहीं है इसे और ॐ ब्रह्म, तत्, परब्रह्म, और सत् परम अक्षर ब्रह्म का मंत्र हैं और यह तीन बार में दिया जाता है। और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत ही दे सकता है तभी लाभ होगा वरना, बताने वाले और सुनने वालों नुकसान होगा लाभ नहीं, और पाप के भागी बनेंगे दोनो। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही अधिकारी संत हैं, उनका सत्संग सुनो ज्ञान समझो और उसके बाद नाम उपदेश लेकर अपना और अपने पूरे परिवार का कल्याण करवाओ। किसी को अधूरा ज्ञान मत वरना पाप लगेगा और नरक मिलेगा
HUKAM , " AUTO APPEAR ( LIFE ) AUTO DISAPPEAR " . YOURSELF - ( MINUS ) YOUR = SELF . AUTO ADDITION - AUTO DEVOTION ( DEATH ( COVERINGS ) NEVER DEATH . FOLLOW , " HUKAM " . SELF.
भाई यह अधूरा गया है, और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत देगा तभी लाभ होगा। और यह तो एक मंत्र हैं सच्चे संत के पास इसका जोड़ा है यह मंत्र जोड़े के साथ जपना होता था। इस मंत्र का जोड़ा मंत्र सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी के ही पास ही ज्ञान समझकर नाम दीक्षा लेकर भक्ति करनी चाहिए उनसे, वरना यह तो अधूरा ज्ञान, जानलेवा है
Jay shree gurudev maharaj
@@vegadvaibhavmukeshbhai4229 thanks
❤
Prayas sarahniye hai.jai gurudev
@@sujitsingh3665 thank u
सोहंम जो वह हैं . वही मैं हुं.
@@nanaware2841 thank you
Jai ho Bala ji ki Jai ho
@@balaahujabhakti1814 thank you
Bahut acchi he.pranam 🎉🎉🎉🎉
@@Hydra--sg thank you
बहोत खूब विश्लेषण
Thank you
Pranam
🙏
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
@@vishambardutt2487 very good
Hme bhi btao
😍😍🕉️🕉️🚩🚩👏👏
@@Laxmansen1777 thanx
🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹
KEY , " HUKAM " ( ALIVE SATYA ) ( AUTO SATYA PROCESS ) . SELF 'S HUKAM ( ÀLIVE SATYA ) , " SELF ( PARAMATMA ) . NEVER MISGUIDE , " LIFE ( UNIVERSE ( BRAMAND ) . SELF.
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सत्य गुरु जी जैसे राम राम 24 घंटे जपते हैं क्या उसी प्रकार सोंहम शब्द को भी रात दिन जपते रहना चाहिए अवगत करो
Improve awareness in each breath
Jai gurudev pl first comment ka reaply dejiye
क्या comment था
ॐ हरि तत् सत् शिवोहम सोहम कृपया कर इसका मतलब बतलाइए ।
मैं वही हुं ।
ॐ तत् सत् सांकेतिक मंत्र हैं, जिसका भेद कोई अधिकारी संत बता सकता है।
ॐ तत् सत् मंत्र नही जपना है यह तो सांकेतिक मंत्र हैं, असली मंत्र संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
उनके सत्संग सुन और समझकर, नाम दीक्षा लेने से लाभ होगा।
@@Yogatantra2010 ॐ तत् सत्, गीता में लिखा है की यह सांकेतिक मंत्र हैं जपना नहीं है इसे और ॐ ब्रह्म, तत्, परब्रह्म, और सत् परम अक्षर ब्रह्म का मंत्र हैं और यह तीन बार में दिया जाता है।
और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत ही दे सकता है तभी लाभ होगा वरना, बताने वाले और सुनने वालों नुकसान होगा लाभ नहीं, और पाप के भागी बनेंगे दोनो।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही अधिकारी संत हैं, उनका सत्संग सुनो ज्ञान समझो और उसके बाद नाम उपदेश लेकर अपना और अपने पूरे परिवार का कल्याण करवाओ।
किसी को अधूरा ज्ञान मत वरना पाप लगेगा और नरक मिलेगा
HUKAM , " AUTO APPEAR ( LIFE ) AUTO DISAPPEAR " . YOURSELF - ( MINUS ) YOUR = SELF . AUTO ADDITION - AUTO DEVOTION ( DEATH ( COVERINGS ) NEVER DEATH . FOLLOW , " HUKAM " . SELF.
Every individual different
SO - - , " HUKAM ( ALIVE SOUND WORD ( SABAD ) " . NO SADHNA , " LIFE SADHNA " . SELF .
Good
श्रीमान जी क्या क्या आप पढ़ कर बोल रहे हैं
Yes
पुस्तक पढ़ के बता रहे हे
वही ज्ञान है।
Jssnd
@@bandananeupanae5518 thank you
भाई यह अधूरा गया है, और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत देगा तभी लाभ होगा।
और यह तो एक मंत्र हैं सच्चे संत के पास इसका जोड़ा है यह मंत्र जोड़े के साथ जपना होता था।
इस मंत्र का जोड़ा मंत्र सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी के ही पास ही ज्ञान समझकर नाम दीक्षा लेकर भक्ति करनी चाहिए उनसे, वरना यह तो अधूरा ज्ञान, जानलेवा है
@@PradeepKumar-jh1ir Yes, thank you
ਨਹੀਂ ਜੀ ਇਹ ਤਿੰਨ ਸ਼ਬਦ ਹਨ....
ਜੋ ਕਿ ਗੁਰੂ ਜੀ ਦੀ ਬਖਸ਼ਿਸ਼ ਦਵਾਰਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਐ....
ਜੋ ਕਿ ਸ਼ਖ਼ਸ਼ਤ ਬ੍ਰਹਮ ਐ...
ਮੋਖਸ਼ ਐ
Jai gurudev pl first comment ka reaply dejiye
फिर पूछिए