HIMALAYAN HIGHWAYS| Torati, a remote village of Uttarakhand| सुदूर गाँव तोरती | CHAMOLI| DEWAL
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- เผยแพร่เมื่อ 11 เม.ย. 2022
- हिमालयन हाइवेज। HIMALAYAN HIGHWAYS
सुदूर पहाड़ों में घने जंगलों के बीच पौराणिक लोकसंस्कृति के साथ आगे बढ़ता गांव....
उपजाऊ जमीन जहां देवता भी अवतरित होकर दे जाते है आशीष.....
गढ़वाल कुमांऊ की साझी लोकसंस्कृति के भव्य दर्शन लोकनृत्यों के साथ...
परिस्थितियों को अपने हौसलों से मात देते ग्रामीण और बुनियादी सुविधाओं का लंबा इंतजार.....
पलायन की मजबूरी और अपनी जड़ों से जुड़ने की जिद के बीच गांव से शहर का सफर....
नमस्कार हिमालयन हाइवेज के एक ओर एपिसोड में आपका स्वागत है। लोकसंस्कृति ओर जीवनशैली से जुड़े हमारे इस विशेष कार्यक्रम में आज हम आपके लिए लेकर आये है चमोली जनपद के सुदूर गांव तोरती की मनमोहक तस्वीरें... उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल कुमांऊ सीमा पर स्थित तोरती एक ओर जहां अपनी पौराणिक पहचान के साथ मजबूती से जुड़ा नजर आता है वहीं आधुनिकता के इस दौर में भी यहां मुश्किलें कम नही हुई है। सड़क संचार जैसी मूलभूत समस्याओं के साथ वर्तमान का सफर तय करते इस गांव को खूबसूरती तोहफे में मिली नजर आती है। तो आइए शुरू करते है आज का सफर तोरती गांव के साथ...
चमोली जनपद के देवाल मुख्य बाजार से सड़क मार्ग के जरिये तोरती पहुंचना पिछले कुछ साल में सम्भव हुआ है लेकिन साल भर सड़क मार्ग की सुविधा अभी भी ग्रामीणों को मुहैया नही है। सड़क मार्ग में सबसे बड़ी बाधा पिंडर नदी पर मोटर पुल नही होना है जिसके चलते स्थानीय लोगों द्वारा लकड़ी का वैकल्पिक पुल तैयार किया गया है । बरसात के मौसम में इस पुल के बहने के बाद ग्रामीणों को पैदल सफर करना मजबूरी बन जाता है। पुल कब बनेगा और पैदल सफर से कब पीछा छूटेगा इसका जबाब स्थनीय लोगों के पास फिलहाल नही है।
खेता मानमती गांव के ठीक सामने बसे तोरती गांव में सामाजिक एकजुटता और एक दूसरे के सहयोग से जीवन जीते लोगों की खूबसूरत तस्वीरे नजर आती है। सार्वजनिक ओर पारिवारिक कार्यक्रमों में सभी स्थानीय लोगों की सहभागिता इस गांव की परम्पराओं का हिस्सा हमेशा से रही है। घने बांज बुरांस के जंगलों के बीच बसा तोरती गांव मुख्यत चार क्षेत्रों में आबादी के साथ बसा है। खूबसूरत मकान उपजाऊ जमीन भरपूर पेयजल ओर प्रकृति की खूबसूरत छटा यहां अपने पूरे रंग में नजर आती है। पहाड़ों की पौराणिक धार्मिक मान्यताओं को यहां आज भी पूरी शिद्दत के साथ निभाया जाता है और साल भर धार्मिक आयोजन लोगों की जीवनशैली का हिस्सा रहते आये है। गांव के ऊपरी हिस्से में मां भगवती का मंदिर पवित्र आस्था का प्रतीक है और स्थानीय मान्यताओं के मुताबिक अन्य देवी देवताओं से जुड़े धार्मिक अनुष्ठान भी रीति रिवाजों के साथ पूर्ण किये जाते है।
तोरती गांव में लोकसंस्कृति के रंग हमेशा से खास रहें है और आज भी यहां की संस्कृति अपने अलग होने का अहसास करा जाती है। कुमांऊ मंडल की सीमा से जुड़े होने के चलते यहां कुमांऊ की बोली भाषा का प्रभाव अधिक नजर आता है। लोकगीतों में भी कुमाउनी संस्कृति के दर्शन यहां होते है।
वीओ- वर्तमान समय में भी तोरती गांव में पहाड़ों के अतीत से जुड़े रीति रिवाज अपनी पहचान के साथ निभाये जाते है। स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमो में ग्रामीणों के साथ आस पास के गांवो को निमंत्रण देना आज भी सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहने की जिद को दिखाता है। संचार सेवा से विहीन इस क्षेत्र में आयोजन ही लोगों के मेलजोल ओर जान पहचान बढ़ाने का सबसे बड़ा माध्यम है। आजादी के सालों बाद भी संचार सेवा का न होना जहां हैरान कर जाता है वहीं सरकारों की कार्यशैली को भी कटघरे में खड़ा कर जाता है। सुदूर क्षेत्र में होने के बाद भी तोरती गांव के युवाओं ने समय समय पर खुद को हर मोर्चे पर साबित किया है। सैन्य बाहुल्य इस गांव में फौजी होना जहां गर्व का विषय है वहीं अन्य सेवाओं में भी युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुछ साल पहले तक कई किलोमीटर का पैदल सफर कर अपनी पढ़ाई और नौकरी करने वाले यहां के लोग पलायन के बाद भी अपनी जड़ों से जुड़े है। शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार की मजबूरी भले ही यहां लोगों को शहरों में बसा गयी लेकिन शहरों में बसे यहां के लोगों के दिल में अभी भिंतोरती ही धड़कता है। वर्तमान समय में तोरती गांव की स्थानीय पहचान यहां के युवाओं की राजनीति में सक्रियता से भी रही है । पिछली राज्य सरकार में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के कोर्डिनेटर के रूप में काम कर चुके स्थानीय क्षेत्र पंचायत सदस्य दलबीर दानु इसी गांव से ताल्लुक रखते है। एक तरफ बुनियादी सुविधाओं का लंबा इंतजार दूसरी तरफ मेहनत और समर्पण से जीवन का सफर। संचार सुविधा के अभाव में अपनों का हाल चाल जानने के लिए मोबाइल पर सिग्नलों की तलाश तो धार्मिक आयोजनों के जरिये एक दूसरे से हाथ मिलाने का इंतजार। नदी पर बने पुल पर कुछ महीनों के सफर तो पैदल सफर के लिए भी तैयार। जी हां कुछ ऐसा ही तोरती गांव।
हिमालयन हाइवेज के आज के एपिसोड में इतना ही। आपको हमारा यह एपिसोड कैसा लगा कृपया कमेंट कर जरूर बताएं साथ ही हमारे चैनल को अवश्य सब्सक्राइब करें। आपके क्षेत्र या गांव में भी लोकसंस्कृति ओर जीवनशैली से जुड़े कुछ खास रीति रिवाज है तो कृपया हमें नीचे दिए व्हाट्सएप्प नम्बर 9634544417 पर सम्पर्क कर अवश्य बताएं।
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बहुत सुन्दर |
जय हो देव भूमि उत्तराखंड 🙏🙏
Isht Devta pranam
Ati sundar
Me bhi pinder welli ka rahnewala hu lekin me waha tak nhi pahuch paya hu
Atti sunder village he
Ati sunder
Nice hmara gau torti
My village... ❤❤❤
💐💐💐💐 आभार
क्या बात है,,,, बहुत अच्छा,, मेरा ननिहाल,,,,, तोरती गांव,,गढ़वाल और कुमाउनी संस्कृति का मिला जुला गांव, 🙏🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर,आपने इस दूरस्थ गाँव की रीति रिवाज यहाँ की लोक संस्कृति को उजागर करने का जो अभियान चलाया है,बहुत ही सराहनीय कदम है!जहाँ आधी आवादी यहाँ से मूलभूत सुविधाएं न होने के कारण पलायन के लिए मजबूर हो गये थे,पर अब सड़क मार्ग से जुड़ने व आप जैसे समाजसेवी लोगों के प्रचार प्रसार से पुन: यहाँ का विकास होगा! आने वाले समय में पर्यटक यहाँ के प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द ले सकेंगे!
धन्यवाद महोदय। कृपया हमारे एपिसोड को शेयर कीजियेगा ताकि हमें कुछ बेहतर करने की प्रेरणा मिलती रहें
बहुत ही बढ़िया
धन्यवाद आपको ,
Pls show about mopata villege
जी राजेन्द्र जी। बहुत जल्द हम कोशिश करेंगे की मोपाटा गांव को भी कवर किया जाय। आपके पास कोई सम्पर्क नम्बर हो तो कृपया शेयर कीजिये ताकि हमें कवरेज में आसानी हो
Brother
Purav pardhan ji mere dadaji ko pranam🙏❤️love from bageshwar
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति।
When the video of Mopata will come???
जी बहुत जल्द.... जैसे ही गांव में किसी स्थानीय व्यक्ति से सम्पर्क हो जो गांव में कवरेज के दौरान साथ दे
बहुत सुन्दर सराहनीय कार्य( विदेशों में भी अपने गाँव की यादे ताज़ी होगी )
धन्यवाद नमन जी।
Jo b garhwal Torati jata h wo hmare waha jarur rukte h
Bahut sunder , aapne Deval se related gauo ka detail mai bataya..realy mujhe Kai gauo ka naam bhi pata nahi h ..kyuki mai 16 yrs age mai d,dun aa gya tha..ab aapka he appesod dekhta hu .. bahut sunder... dhanyawad...
धन्यवाद💐
So nyc village nd beautiful culture 👍🏻
हार्दिक आभार💐 . कृपया चैनल को सब्सक्राइब कर हमारे खास लोकसंस्कृति से जुड़े एपिसोड को अवश्य शेयर कीजियेगा। पुनः धन्यवाद
Its just Adorable...
A big thanks to Himalayan Highways for showing the culture and tradition of remote villages...its quite an appreciable step
Little emotional after watching the glimpse of my village...
My Village My Identity Torti
हार्दिक आभार बीरेंद्र जी। निकट भविष्य में भी हम लोकसंस्कृति और सुदूर गांवो की जीवनशैली से आपको रूबरू करवाते रहेंगे। कृपया चैनल को सब्सक्राइब कर शेयर अवश्य कीजियेगा। पुनः आभार
@@HimalayanHighways Welcm Sir and expect some great videos from you in near future. Best wishes to you and your channel
gopeswer से यहाँ पर केसे जाए
अब्ब यहाँ per बस या गाड़ीजाती ह kya
Me Rajendra Singh Chinwan
धन्यवाद राजेन्द्र जी💐💐💐
Huge thanks to you sir. We all are grateful to you sir
हार्दिक आभार सर💐 आपका अमूल्य सहयोग निकट भविष्य में भी अन्य लोकसंस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों को कवर करने में मिलेगा यही कामना है। पुनः आभार
Nice sir jee
क्या बात है sir
Great
Beautiful video
Kudos to the team
Love my village 🥰
हार्दिक आभार💐
Nice guru jitni tarif kru utni km hai ❤💓
धन्यवाद कृपाल जी।
Bahut sunder
धन्यवाद भाई
Nyc sir ji very nice god bless u
हार्दिक आभार💐
Mera gaon Baghar h torati k pass kumain me
Nice
Baht khub bhai ji
धन्यवाद पंकज💐
Rampur gaw ka to name nisaan nahi h
Torti .se 1 km k baad rampur chachai h .jiske base m video bnai h ..
Rampur Torti.🌛
Ek baar or bnaio hamera gaon ki video mall bajwar❤️❤️❤️
कमलेश जी । बिल्कुल बनाएंगे । इस वीडियो के आखिर में हमारा व्हाट्सएप्प नम्बर दिया गया है। एक मैसेज भेज दीजियेग। ताकि भविष्य में आपसे सम्पर्क बना रहे। धन्यवाद भाई
Tata ha
❤️💪
Awesome video
गांव की खूबसूरती के साथ साथ वहां की मुख्य समस्याओं को स्पष्ट रूप से नही दिखाया गया है विकास से कोसों दूर है अभी भी तोरती गांव
जी पूजा जी। कोशिश करेंगे कि निकट भविष्य में ओर बेहतर तरीके से हम समस्याओं को सामने लाये। आपके अमूल्य सुझाव हमें मिलते रहें
Ati sundar