मैं एडवोकेट महेश रावत आप का छोटा भाई आप के इस प्रयास के लिए आप को हार्दिक बधाई देता हूं बहुत अच्छा लगा आप आगे और भी अच्छी जानकारियां लोगो तक पहुंचते रहिए ढेरो शुभकामनाए आपको
उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता धारा 176 अब वर्तमान में 116 कर दी गयी है एक प्रतिवादी सन 2007 में मृतक को प्रतिवादी बनाकर बंटवारे के मुकदमे में क्या प्रारम्भिक डिग्री व आदेश पारित कर दिया गया तथा सन 2013 में मृतक प्रतिवादी को पक्षकार बनाकर अंतिम डिग्री पारित कर दी गयी क्या सर प्रारम्भिक डिग्री ही अंतिम डिग्री बनती है या प्रारम्भिक डिग्री को बदला जा सकता है क्या अंतिम डिग्री की अपील के माध्यम से निरस्त किया जा सकता है
एक वाद नायाब तहसीलदार ओमकार सिंह बनाम रामचंद्र धारा 34 नामांतरण वाद 1998 में निरस्त आदेश हो चुका था लेकिन ओमकार सिंह ने न्यायालय तहसीलदार को गुमराह करके 7 वर्ष बाद मृतक रामचंद्र सिंह को प्रतिवादी बनाकर दूसरा नामांतरण वाद सन 2003 में धारा 34 योजित कर दिया तथा ओमकार सिंह वादी ने अपने पक्ष में आदेश पारित करा लिया क्या दूसरा वाद चलने योग्य था या नही
सर हमारा पहला नामांतरण वाद धारा 34 नायाब तहसीलदार न्यायालय में निरस्त हो चुका था किसी ने आपत्ति लगा दी थी क्या न्यायालय तहसीलदार को गुमराह करके दूसरा नामांतरण वाद योजित कर सकते है अगर नायाब तहसीलदार महोदय के यहां के नामांतरण वाद को छुपाकर नया दूसरा नामांतरण वाद न्यायालय तहसीलदार के यहां योजित कर दें तो कोई कार्रवाई नहीं होगी
दूसरा नामांतरण प्रार्थना पत्र अमान्य होगा कभी भी अगर जानकारी इस बात की हो गई तो वह आदेश खारिज हो जाएगा । पहला नामांतर प्रार्थना पत्र जो खारिज हुआ है उसी को रेस्टोरेशन देकर चालू करवाएं।
@@VidhikGyanCharcha सर दूसरा नामांतरण वाद धारा 34 विपक्षी को पता चल गया और उसने हमारा 2003 का आदेश निरस्त करा दिया 18 साल बाद ओर विपक्षी को यह भी पता चल गया है कि हमने पहला नामांतरण वाद 1998 में नायाब तहसीलदार न्यायालय में योजित किया था और पहला वाद नायाब तहसीलदार धारा 34 पत्रावली जीवित है और दूसरा नामांतरण वाद 2003 न्यायालय तहसीलदार धारा 34 जीवित है क्या दूसरा नामांतरण वाद 2003 का बहाल हो जायेगा या नही
Sir dhara 35 ka mamla hai 1taraf benama kar diya hai tatha Dusari taraf bechane wali ke nathi kabja nahi de rahe hai mamla tehsildar court me hai hai kya result ho sakta hai
Sir ek khatedar ne apni jameeno ki vasiyat kr di thi apni betiyon k nam se, jinhe sirf betiyaan hi h Apni biwi se unhe ye ummeed thi ki unke na rehne pr unki biiwi betiyon ko kuch nhi degi sab bech kr khatm kr degi, isliye vasiyat betiyon k naam ki Lekin unki mrityu ke bad khatedar ki patni ne mukadma dayar krke vasigad ke naam chadne se rukva diya Hum ye janna chah rhe h kinis case m kiska chance jyada h case jitne ka?
मैं एडवोकेट महेश रावत आप का छोटा भाई आप के इस प्रयास के लिए आप को हार्दिक बधाई देता हूं बहुत अच्छा लगा आप आगे और भी अच्छी जानकारियां लोगो तक पहुंचते रहिए ढेरो शुभकामनाए आपको
Right
Thank You So Much Sir ❤
Very informative video. Thank you sir.
Thanks Sir
बिना पंजीकृत वसीयत अब मान्य है
❤❤❤❤
आदेश का वीडियो जल्दी पोस्ट करिएगा
Bhandhak wali zameen ki registery valid hai . Sir maine total zameen se 1/4 hissa purchase kiya hai . Kaya dhakil kharij ho sakata hai
Thank you sir 🙏
Very Good information
उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता धारा 176 अब वर्तमान में 116 कर दी गयी है एक प्रतिवादी सन 2007 में मृतक को प्रतिवादी बनाकर बंटवारे के मुकदमे में क्या प्रारम्भिक डिग्री व आदेश पारित कर दिया गया तथा सन 2013 में मृतक प्रतिवादी को पक्षकार बनाकर अंतिम डिग्री पारित कर दी गयी क्या सर प्रारम्भिक डिग्री ही अंतिम डिग्री बनती है या प्रारम्भिक डिग्री को बदला जा सकता है क्या अंतिम डिग्री की अपील के माध्यम से निरस्त किया जा सकता है
Sir application kaise likha jata hai
हमारी प्रॉपर्टी की दाखिल खारिज हो गई है धारा 34 के तहत क्या यह प्रक्रिया कंप्लीट हो गया है
Aap ka nub do
👍👍👍👍👍👍
Sir Bainama me naam galat hai to kya karen
1985 ka hai
बहुत जानकारी मिली सर् इस विडियो से, आप कहा से है सर्
एक वाद नायाब तहसीलदार ओमकार सिंह बनाम रामचंद्र धारा 34 नामांतरण वाद 1998 में निरस्त आदेश हो चुका था लेकिन ओमकार सिंह ने न्यायालय तहसीलदार को गुमराह करके 7 वर्ष बाद मृतक रामचंद्र सिंह को प्रतिवादी बनाकर दूसरा नामांतरण वाद सन 2003 में धारा 34 योजित कर दिया तथा ओमकार सिंह वादी ने अपने पक्ष में आदेश पारित करा लिया क्या दूसरा वाद चलने योग्य था या नही
No
Thank you sir
श्रीमान कानून में बाद में जो सुधार हुए वह कब से लागू माने जायेंगे जब से कानून बना है या back date से
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
kya douran mukadma milne wali sampatti ki vaseehat kr sakte hai
Right Sir ji
0:17
सर हमारा पहला नामांतरण वाद धारा 34 नायाब तहसीलदार न्यायालय में निरस्त हो चुका था किसी ने आपत्ति लगा दी थी क्या न्यायालय तहसीलदार को गुमराह करके दूसरा नामांतरण वाद योजित कर सकते है अगर नायाब तहसीलदार महोदय के यहां के नामांतरण वाद को छुपाकर नया दूसरा नामांतरण वाद न्यायालय तहसीलदार के यहां योजित कर दें तो कोई कार्रवाई नहीं होगी
दूसरा नामांतरण प्रार्थना पत्र अमान्य होगा कभी भी अगर जानकारी इस बात की हो गई तो वह आदेश खारिज हो जाएगा । पहला नामांतर प्रार्थना पत्र जो खारिज हुआ है उसी को रेस्टोरेशन देकर चालू करवाएं।
@@VidhikGyanCharcha सर दूसरा नामांतरण वाद धारा 34 विपक्षी को पता चल गया और उसने हमारा 2003 का आदेश निरस्त करा दिया 18 साल बाद ओर विपक्षी को यह भी पता चल गया है कि हमने पहला नामांतरण वाद 1998 में नायाब तहसीलदार न्यायालय में योजित किया था और पहला वाद नायाब तहसीलदार धारा 34 पत्रावली जीवित है और दूसरा नामांतरण वाद 2003 न्यायालय तहसीलदार धारा 34 जीवित है क्या दूसरा नामांतरण वाद 2003 का बहाल हो जायेगा या नही
Nice
Sir kya रजिस्ट्री के बाद उसकी चौहद्दी मे पुनः परिवर्तन हो सकता है
Ha ho sakta hai
Tittamma kahte hai
सर जी हमने बैनामा लिया है उसपे उसके भाई ने अपील की है वे लोग कब्ज़ा किये हैं तो क्या हम स्टे ले सकते हैं
Sir kuch baat karni hai no.. send kr skte ho पुनर्स्थापना ke liye उसमे धारा 209 आने लगी है bartmaan me
थैंक यू
Sir dhara 35 ka mamla hai 1taraf benama kar diya hai tatha Dusari taraf bechane wali ke nathi kabja nahi de rahe hai mamla tehsildar court me hai hai kya result ho sakta hai
आपका दाखिल खारिज हो जाएगा।
Aap se contract mobile no pr koun se time pr kt skte h
आदेश मतलब क्या होता है ओके साहब और आदेश होने के बाद कितने दिन बाद ऑनलाइन चढ़ता है
2006 34 ka massage aya h tahseel se
Namaskar sir . Revenue code 2006 ke section 33(3) ko explain kar dijiye.
RI aadesh me waarison ke naam nahi show kar raha hai, iska kya matlab hai
Paisa kitna lagta h
Sir ek khatedar ne apni jameeno ki vasiyat kr di thi apni betiyon k nam se, jinhe sirf betiyaan hi h
Apni biwi se unhe ye ummeed thi ki unke na rehne pr unki biiwi betiyon ko kuch nhi degi sab bech kr khatm kr degi, isliye vasiyat betiyon k naam ki
Lekin unki mrityu ke bad khatedar ki patni ne mukadma dayar krke vasigad ke naam chadne se rukva diya
Hum ye janna chah rhe h kinis case m kiska chance jyada h case jitne ka?
Khtedar ki mritu ho gyi h
Ptni ki umr lgbhag 75 saal h
नामान्तरण वाद साक्ष्य एवंंअदम पैरवी के अभाव मेंखारिज पत्रावली दाखिल दफ्तर हो
Sir iska matlab kya hain?
Ho gya 🎉🎉🎉 dakhil kharij
सर बोर्ड पर लिखा स्पष्ट नहीं हो रहा है
Grisht ka matlab kya hai sir
143 ka kya dakhil kharij hoga ya nahi
नहीं होगा
38(1)bare me bataye sir g
Sir dirghokaleen kabja kaise hataye
Sar application drkhas likhna sikha dijiye
Application bta dijiye
मुझे जानना है
Sir act 34 hai
पुनर्विचार याचिका कैसे लिखें धारा 34 की इस पर वीडियो बनाइये सर।
🌹🌹🙏🌹🌹
Yadiusarbanjarzameenhaiaurvahjameenrajistridhihuihaiusparmakandanahaitouskamalikana
No. Digiye please🙏
9936644678
एक खाता धारक 275 में से162एअर और अपनी पत्नी के नाम से रजिस्ट्री कर देता दूसरी बार १६२ एअर राष्ट्रीय कर देता है तो इसमें क्या क्या होगा
Number dijiye sir ji please
9936644678
Aap apna number dijiye
Sar apana number de
Sir , please mobile number sand kr dee... Kuch puchna h
9936644678
Thank you sir
Thank you sir