भाई ये तो औरत की गलती है छोटी बच्ची तो नहीं है तीन बच्चों की माँ है उसको शर्म आनी चाहिए आपने बच्चों को खतरे में डाल रही है उस आदमी का क्या भरोसा बच्चों को कहीं बेच दे उत्तराखण्ड पुलिस से निवेदन है जल्दी से जल्दी बच्चों का पता लगाऐ सकुशल अपने घर आ जाय❤
कुछ ना कुछ गलती तो औरत की भी होगी वैसे बिना बात के कोई नही भगाता है गांव में हर समय लोग रहते हैं वह औरत चिल्ला चिल्ला कर भी बोल सकती थी कि मुझे बचाओ औरत भी पैसों के लालच में आ गई होगी
Kaise bhari log akar is pardesh me rehkar behad sarmnak ghatnaon ko anjam de rhe h . aur yaha ki soi hui janta sav kuch dekhte huye jante huye mon baithe rehte h .is pardesh me ekta ki kami h . Sab apni bari ka intjar kar rhe hote h sab yhi sochte h jab hamare sath kuchh hoga tb dekh lenge .aur isilye aise logon ki aisi himat hori h . Sasan parsashan kaha soya h ? Kadi karwahi honi chaiye aise vyakti par.
लौक डाउन के बाद से मेरे बच्चे भी गांव में हैं अब क्या कर सकते हैं लौक डाउन में जो स्थिति हुई उसके बाद तो यही लगा कि गांव में ही ठीक है लेकिन में नौकरी विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में कर रहा हूं
चरित्रहीनता पलायन का कारण है, व्यापक विमर्श की जरूरत और जागरूकता की जरूरत है।
jab tum log nepaliyo se shaadi kroge to wo bhi to tumhari ladkiyo aur aurto ko le jaayege
भाई जी इसको लालच नहीं कहेंगे यह खुद के चरित्र का सवाल उठाया है,
बाहरी लोगों को दोष क्यों दे रहे हो अपने घर को सम्भाला सीखो कोई ज़बर्दस्ती तो नहीं ले जा रहे हैं .
jab tum log nepaliyo se shaadi kroge to wo bhi to tumhari ladkiyo aur aurto ko le jaayege
jab tum log nepaliyo se shaadi kroge to wo bhi to tumhari ladkiyo aur aurto ko le jaayege
भाई ये तो औरत की गलती है छोटी बच्ची तो नहीं है तीन बच्चों की माँ है उसको शर्म आनी चाहिए आपने बच्चों को खतरे में डाल रही है उस आदमी का क्या भरोसा बच्चों को कहीं बेच दे उत्तराखण्ड पुलिस से निवेदन है जल्दी से जल्दी बच्चों का पता लगाऐ सकुशल अपने घर आ जाय❤
बाहरी लोगों को बिना वरिविकेशन के मकान किराए पर न दिया जाए सचेत रहें सावधान रहें जय श्री राम
बाहरी लोगों का थाने में वेरिफिकेशन होना चाहिए! नहीं तो हम लोग अपने ही घर में सुरक्षित नहीं है!
सही बात है। थाने बाहरी लोगों का वेरिफिकेशन होना।कमपलसेरी था। पुलिस ध्यान दें।
दोस्त चली गई है तो जाने दे, कहावत है कि दुर्घटना से अच्छा संभल कर रहो 🙏
Nepali bhi dheere dheere uttrakhand me kabza sa kar rhe h pahadiyon ko jagna hoga 🤬🤬
Kaha se jagenge bheji hamko ko bas nasa karna hai
जगाने वाले होते तो 2000 से ही जाग जाते सब हमारे ही कर्मों का फल है जो अब हमें मिल रहा है। ,, पलायन पलायन और पलायन
@PawanSingh-et1sk abhi to akal aa rhi h kux to kar sakte h kamsekam bahut der nhi hui abhi bhi
uttarkhand bachao , sab ek ho jao delhi se wapis bulao sabko 1990 waala daur start kr diya inhone .....
सोचनीय
कुछ ना कुछ गलती तो औरत की भी होगी वैसे बिना बात के कोई नही भगाता है गांव में हर समय लोग रहते हैं वह औरत चिल्ला चिल्ला कर भी बोल सकती थी कि मुझे बचाओ औरत भी पैसों के लालच में आ गई होगी
बेहद निंदनीय
😢
Bacho ko ghr lekr ao maa ko whi rhne do apne ap bechta nepali use
Nepali dhiry dhiry kabja kr rhy h uttarakhand m😢😢😢😢😢
इस उत्तराखंड का राम भरोसा है
Bhari logon ka verification hona chahie ab ham log surakshit nahin hai
Kaise bhari log akar is pardesh me rehkar behad sarmnak ghatnaon ko anjam de rhe h . aur yaha ki soi hui janta sav kuch dekhte huye jante huye mon baithe rehte h .is pardesh me ekta ki kami h . Sab apni bari ka intjar kar rhe hote h sab yhi sochte h jab hamare sath kuchh hoga tb dekh lenge .aur isilye aise logon ki aisi himat hori h . Sasan parsashan kaha soya h ? Kadi karwahi honi chaiye aise vyakti par.
Polic ky karygi aurat khud ja rahy hy
Dutyalo or desio m rok lagni chahiye
Jai badri jai kedar
Police prasan to khatam h uttrakhand guptkashi ki khas kr
अब तो जाग जाओ
सोचो विचार करो
Bacche ni h jo sambhalna pade ...apni akal se gayi isme gharwalo ka dos ni h
Isme to mahila ki hi galti hai nepali ki nhi itna to usko bhi pta hona cjHiye tha mere 3 bachche hain
Yeh bhi seema hedar ho gayi nepal bhag gayi hai
लौक डाउन के बाद से मेरे बच्चे भी गांव में हैं अब क्या कर सकते हैं लौक डाउन में जो स्थिति हुई उसके बाद तो यही लगा कि गांव में ही ठीक है लेकिन में नौकरी विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में कर रहा हूं
Prashashan lul hai.koi sunta he nahi.khas kr Gareeb ka to koi nahi hai na kanooon na koi log.
😢