"महान संकट उपस्थित हो जाने दीजिये ,मृत्यु को सर्वनाश के उपकरण लेकर सामने आने दीजिये और फिर प्रतिरोध के लिए आप राजपूत समाज का आह्वान कीजिये। आप देखेंगे ,तब वहाँ न कायरता मिलेगी ,न स्वार्थ और न अहम भाव कि प्रवृति। आप को केवल मृत्यु से लोहा लेने को प्रस्तुत आज्ञापालन कि प्रतीक्षा में हंसते हुए हजारों चहरे मिलेंगे। ……। सामने का खतरा जितना भयंकर होगा ,राजपूत जाति कि प्रतिक्रिया भी उसी अनुपात में भयंकर होगी। परन्तु शांति के समय इस तरह के प्रतिक्रियात्मक अनुशासन में अपने को बांधना राजपूत जाति ने नही सीखा " कुंवर आयुवान सिंह जी हूडील
एक राजपूत को सिर्फ राजपूत ही हरा सकता है इसी के कारण अकबर ने फुट डालो ओर राज करो वाली नीति अपनाई ओर एक राजपूत भाई को दूसरे राजपूत भाई से लड़वा दिया..नही तो राजपूतो का तो इतिहास रहा है कि जो भी राजपुतो से टक्कर लेगा उसकी रूह श्मशान में ही भटकेगी..जय माँ भवानी..जय जय राजपूताना🙏🙏
Excellent Video !!! Very Informative.. there is NO doubt that the brutal & fanatic Islamic Mughal rule in India faced stiff resistance at different periods from the great RAJPUT warriors, fierce AHOMS warriors from Assam & from Punjab the brave SIKHS warriors... Rightly did the great Hindi Poet Bhushana, who forsook the royal favours of the Mughal court to come over to Shivaji to record his glories, he sang :-“काशी की कला जाती, मथुरा की मसजीद बनती, अगर शिवाजी ना होते तो सबकी सुन्नत होती.” meaning : (Had not there been Shivaji, Kashi would have lost its culture,Mathura would have been turned into a mosque and all would have been circumcised.) If not for Shivaji and the Marathas, there would have existed a continuous Islamic belt from Morocco to Indonesia. What addition of 1 billion more adherents to Islam would have done to the world power balance or what would have happened to Indian legacy like yoga, ayurveda, music, art and philosophy, is not difficult to guess…. It is worthwhile examining the 'what if' of Indias history, Aurengzeb, Akbars great great grandson, had embarked on the 'Islamisation' of India. The Marathas, inspired by Shivaji, fought Aurengzeb and saved India from following the fate of Persia. The proof of Maratha victory lies in the fact that Aurengzeb lies buried, not in Lahore /Delhi or Agra , but near Aurangabad in good old Maharashtra... Indian history before Shivaji's advent reads like a chronicle of military disasters. Shivaji changed all that. He used Guerilla Tactics very effectively. Shivaji, as a great warrior & visionary laid a strong and solid foundation that after his death in 1680, there was a series of battles fought between Marathas and Mughals from 1681 to 1707 known as 'War of 27 years' and ended with the death of Aurangzeb in 1707. The Marathas eventually emerged victorious and consolidated their lost territories. This was further expanded by the Peshwas. The Maratha empire reached its peak in summer of 1758 with the conquest of Attock, which is banks of Indus river in Pakistan today. Its eastern frontier was today’s Orissa, being ruled by Raghuji Bhosale of Nagpur. Maratha armies had also reached upto Murshidabad, but then retreated and settled for tribute from Bengal and control of Orissa. To the south, in 1758, territories upto the fort of Gurramkonda in Kadappah district were held. Also, Tanjore (Thanjavur) was under Marathas, but that was a different line. In 1761, the PANIPAT war was lost to the Afghans but Marathas RECOVERED quickly like phoenix bird within 10 years and brought the whole of North Indian again under their control during the 1770's under leadership of Madhavrao Peshwa.. Eventually, the Marathas grew stronger and fought the British in three Anglo-Maratha Wars (1775-82, 1803-05, 1817-18), In the First Anglo-Maratha War (1775-1782) The Marathas emerged Victorious. A Vijay Stambh (Victory Pillar) erected to commemorate Maratha victory over British is located at Vadgaon/Wadgaon Maval, close to the city of Pune. The 2nd and 3rd were subsequently lost and British established themselves. (By the way, just for your G.K, Chatrapati Shivaji Maharaj is also considered as the 'Father of the Indian Navy'.) Jai HIND !!! VANDE MATARAAM !! VANDE MATARAAM !! VANDE MATARAAM !!
महोदय आप ने जो कहा वह बिपरीत कहा यदि कल्ल कल्ला रायमूँछ वाले वीर राजपूत थे तो मलेच्छ अकबर के दरबार क्यों जाते थे लगता है आप भी महाराणा प्रताप सिंह जी को दबा रहे हैँ अकबर डरता था महाराणा प्रताप सिंह के मूँछ से और बाकी किसी राजपूतों के मूँछ से नहीं यदि राजपुताना मे मूँछ वाले राजपूत होते तब सभी मूँछ वाले राजपूत महाराणा प्रताप सिंह का साथ डर देकर अकबर की माँ ------------चो ------दिए होते मेरी मन me मूँछ वाले राजपूत थे पृथ्वीराज जी चौहान और महाराणा प्रताप सिंह जी जय श्री राम
कला राईमलोत वीर तो थे,पर थे तो अकबर के दरबारी हीं मतलब अकबर के अधीन।महाराणा प्रताप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वीरों मे से एक थे जिनको अकबर की अधीनता तो दूर,उसके सामने सर झुकाना तक मंजूर नहीं था।घास की रोटी खायी पर आन को गिरवी नहीं होने दिया।अन्त में अकबर को भी उनकी प्रशंसा करनी पड़ी।
Q ki sab rajputo me fut daal diya tha mugal ne yehi history h muglo ki rajputo me fut daal ke aapas me lada do phir apne side kr ke khud ko majbut kro mugal apna samrajya rajputo ke dam pr tika rakha tha akabar khud kehta tha rajputo ko dhokha dekar to haraya jaa skta h lekin unse dharm se yudh kr ke nhi haraya jaa skta h q ki yudh bhumi me rajput ko harana matlb sher muh me haath daalna
यार ,अब जात पात बन्द कर दो ,हिन्दु धर्म कमजोर हो रहा है ,हर एक जाति का अपना गुण है ,अब लोकतंत्र है ,सिर्फ हिन्दुओ को मजबूत करो ,वरना देर नही बहुत हो चुका है
@@vikramchauhan1498 ,अरे यार मै भी राजपूत हु ,कोई और नही ! मै भी आरळण के बारे सोचता हू ,लॉजिक रे साथ ,तो पता चलता है अगर 60% लोगो को 50% आरळण है ,तो क्या गलत है ,अरे 40% लोगो के लिऐ 50% जगह तो है ना ,उसमे फाइट क्यो नही करते ! हॉ आरळण अगर टीना डॉबी को मिला तो गलत है ,क्येा कि वो गरीब नही थी ... आरळण गलत नही है ,हॉ पात्र चयन गलत हो रहा है ... गरीबेा आज भी आरळण मिलना चाहिऐ ,चाहे वो किसी जॉति के हो ,सबके विकास देश का विकास होगाााा.... फिलहाल हिन्दु धर्म का बहुत नुकसान हुआ है ,जातिवाद से ....
Aj kaha gya wo fir shaab .purani batoo ka dum.per kisko dara raha hai...sacha hindustani ho to castism ki bat naa kero....old is old is old hota hai ajj ....current time main jiyo ap kay ho or apna kuch kiya hai apni country ka.liya... Jai hind
Jamwal hum casteism ki baat nahi karte hum sanatan ki baat karte hai or rahi baat aj ki to indian army ke sahido ki list dekhlo jitni tumahri jansankhya hai utane humre sahid rajput hai
I am an exserviceman. We Indian live in imaginary worlds. Defeat in the war fields decided our history. Today's India is strongest one since our primitive history. Today no any foreign power threats our sovereignty. No any one can challenge our borders. So everybody should try to make this today's India more stronger. If our forefathers were so brave why lived under foreigners rule? Foreigner people treated them as their slaves. This is reality of our past people. Here ever casty/every relegion people, every part of this country lived under slavery. So we should not try to make our past great. My brother our reality is this that our present is great. This we can learn from surgical strike of 2016, wars of 1965,1971and Kargil etc. Jai hind
बन्धु वल्कार सिंह जी । आपके विचार अपने इतिहास और अपने पूर्वजो के प्रति जान कर बहुत धक्का लगा। जो व्यक्ति अपने पूर्वजों को गुलाम ब शौर्यहीन बता रहा है , वह अब तक अंग्रेजी ब अंग्रेजों का स्वयं ही गुलाम है। हमारे पूर्वज शौर्यहीन ब डरपोक नही थे। बस आपसी बैर ब अहंकार से कभी एक होकर मुस्लिमों से नही लड़े। दूसरे राजपूतों ने कभी युद्ध में छल कपट ब झूठी धार्मिक कसमे नही खाई। पीठ दिखाकर भागते दुश्मन और शस्त्रहीन, महिलाओं ब बच्चों का नरसंहार नही किया। जबकि आक्रमणकारियों ने हमेशा युद्ध छल कपट से जीते।
@@shailendrapratapsinghratho7293 भाई साहब सच्चाई को बदला नहीं जा सकता। जिन को हम लोग आताताई मानते है, उनके मुलक के लोग उनकों अपने हीरो मनाते है। अब्दाली ने हमारे देश पर 17 हमले किए। हमारे लिए वो एक जालम आताताई है, पर उनके मुलक में वह "बाबा ए कौम है"। इसी तरह से किसी को "बुत शिकन" की उपाधि मिली। मुझे तो आज के भारत पर नाज है। पुरातन भारत में हमारी स्थित दयनीय ही रही है।
जैसलमेर का राजवंश राजपूतों की चंद्रवंश की यदुवंशी/पौराणिक यादव / जादौन खांप की भाटी शाखा में है और अपने पूर्वज राजा भाटी के नाम से "भाटी "या भाटी यादव"कहलाता है। संक्षिप्त में भाटियों का वंश -चंद्र ,कुल -यदु ,कुलदेवता -लक्ष्मीनाथ ,कुलदेवी -सांगियाजी ,देवी -भाद्रयाजी ,इष्ट देव -श्री कृष्ण ,गोत्र -अत्रि , दुर्ग-जैसलमेर ,पूगल ,बीकमपुर ,बरसलपुर ,मारोठ ,केहरोड ,देरावर ,बींझनोत ,लुद्रवा ,भटनेर ,मुमनबाहन ,दुनियापुर ,भटिंडा । अधिकांश इतिहासकारों ने करौली के यादवों और जैसलमेर के भाटियों के लिए भी जादौन या जादव 'जदुवंशी ,शब्दों का प्रयोग किया है । इन दोनों को ही वज्रनाभ जी (श्रीकृष्ण के पौत्र) के वंशज माना है| लेखक --डा0 धीरेन्द्र सिंह जादौन ,गांव -लढोता ,सासनी ,जिला-हाथरस ,उत्तरप्रदेश
@@jitubanna2965 Tumhari utpatti 1000 sal Pahle hui , Turk jiske Baad India me Turk Pathan Mughlo aaye tum Rajput Gole Apni Ladkiya aur Apni lugaiyo ko Turko Pathan Mughlon Angrejo ko Sex ke liye supply kartey the, jiske badle me Rajputo ko Rajwade Riyasat INAAM me mile the ye list' dekh :मुख्य राजपूत-मुग़ल वैवाहिक संबंधों की सूची जनवरी 1562, अकबर ने राजा भारमल की बेटी से शादी की (कछवाहा-अंबेर) नवंबर 1569, महारावल हरिराज सिंह ने अपनी पुत्री राजकुमारी नाथी बाई का विवाह अकबर से किया (भाटी-जैसलमेर)[13][14][15][16] 15 नवंबर 1570, राय कल्याण सिंह ने अपनी भतीजी का विवाह अकबर से किया (राठौर-बीकानेर) 1570, मालदेव ने अपनी पुत्री रुक्मावती का अकबर से विवाह किया (राठौर-जोधपुर) 1573, नगरकोट के राजा जयचंद की पुत्री से अकबर का विवाह (नगरकोट) मार्च 1577, डूंगरपुर के रावल की बेटी से अकबर का विवाह (गहलोत-डूंगरपुर) 1581, केशवदास ने अपनी पुत्री का विवाह अकबर से किया (राठौर-मोरता) 16 फरवरी, 1584, राजकुमार सलीम (जहांगीर) का भगवंत दास की बेटी से विवाह (कछवाहा-आंबेर) 1587, राजकुमार सलीम (जहांगीर) का जोधपुर के मोटा राजा की बेटी से विवाह (राठौर-जोधपुर) 2 अक्टूबर 1595, रायमल की बेटी से दानियाल का विवाह (राठौर-जोधपुर) 28 मई 1608, जहांगीर ने राजा जगत सिंह की बेटी से विवाह किया (कछवाहा-आंबेर) 1 फरवरी, 1609, जहांगीर ने राम चंद्र बुंदेला की बेटी से विवाह किया (बुंदेला, ओर्छा) अप्रैल 1624, राजकुमार परवेज का विवाह राजा गज सिंह की बहन से (राठौर-जोधपुर) 1654, राजकुमार सुलेमान शिकोह से राजा अमर सिंह की बेटी का विवाह (राठौर-नागौर) 17 नवंबर 1661, मोहम्मद मुअज्जम का विवाह किशनगढ़ के राजा रूप सिंह राठौर की बेटी से (राठौर-किशनगढ़) 5 जुलाई 1678, औरंगजेब के पुत्र मोहम्मद आजाम का विवाह कीरत सिंह की बेटी से हुआ. कीरत सिंह मशहूर राजा जय सिंह के पुत्र थे (कछवाहा-आंबेर) 30 जुलाई 1681, औरंगजेब के पुत्र काम बख्श की शादी अमरचंद की बेटी से हुए (शेखावत-मनोहरपुर)[17][18][19
Rajpooto to sab hi mahan they fir gair rajpoot ney hukumat kaise ki ye gaddar they kabhi desh k lie nahi lade na kabhi eikta deekhae ...sab chhetriye or gali mohalley k raja they or vo hi hokar reh gaye ye personal januni they vo aaj bhi kayam h aap Pakistan se mat harna chahe Bangladesh maar k Chala Jaye yahi mentality aaj bhi kut..kut Kar bhari hue h mein galat keh Raha hun to chhitar Maro faink faink Kar..vo bhi naye..naye..
खम्मा घणी सा मैं नाथू सिंह राजपूत चौहान राजसमंद जिले से आपका अभिनंदन करता हूं जय भवानी जय राजपूताना
Jai Rajputana
जय हो कल्लाजी राठौड़ जय श्री कल्याण कल्लाजी महाराज
Jai ho
"महान संकट उपस्थित हो जाने दीजिये ,मृत्यु को सर्वनाश के उपकरण लेकर सामने आने दीजिये और फिर प्रतिरोध के लिए आप राजपूत समाज का आह्वान कीजिये। आप देखेंगे ,तब वहाँ न कायरता मिलेगी ,न स्वार्थ और न अहम भाव कि प्रवृति। आप को केवल मृत्यु से लोहा लेने को प्रस्तुत आज्ञापालन कि प्रतीक्षा में हंसते हुए हजारों चहरे मिलेंगे। ……। सामने का खतरा जितना भयंकर होगा ,राजपूत जाति कि प्रतिक्रिया भी उसी अनुपात में भयंकर होगी। परन्तु शांति के समय इस तरह के प्रतिक्रियात्मक अनुशासन में अपने को बांधना राजपूत जाति ने नही सीखा "
कुंवर आयुवान सिंह जी हूडील
जय महाराणा प्रताप व कुम्भा जय रायमलोट राणा अन्याय के आगे नहीं झूके
Jai Rajputana
मैं भी राजावत राजपूत हूँ !!
मध्यप्रदेश से हूँ !!
जय राजपुताना जय राजावत ⚔️⚔️
भगवा , केसरीया सनातन की पहचान है क्या है केसरीया शौर्यता , वीरता का प्रतीक है केसरीया,भगवा ऐसे वीर योद्धा को मेरा प्रणाम है जय हिंद वन्दे मातरम्।
Jai Rajputana.proud to be Rajput.I am sikh Rajput Chauhan.
Thanks 👍
JAI RAJPUT... hum sb HINDUO ko ek hona chahiye abbb ...
वा वा कला राईमलोत आप की विरता को सलाम करता हू मे महान जोधा की विरता को
एक राजपूत को सिर्फ राजपूत ही हरा सकता है इसी के कारण अकबर ने फुट डालो ओर राज करो वाली नीति अपनाई ओर एक राजपूत भाई को दूसरे राजपूत भाई से लड़वा दिया..नही तो राजपूतो का तो इतिहास रहा है कि जो भी राजपुतो से टक्कर लेगा उसकी रूह श्मशान में ही भटकेगी..जय माँ भवानी..जय जय राजपूताना🙏🙏
हम हिनदु पहले भी एक नही थे और शायद आज भी एक नही ।बहुत ही दुख की बात है जब तक एक नही होगे तब तक मारे जाओगे वीर हिन्दुओं ।🙏🙏
Rajput Akela Sambhal Lenge Jaise abhi tak Sambhala Hai 1200 Salon se Ghulami Karke
धन्यवाद सर बहुत अच्छा बहुत गजब बहुत बढिया बहुत जबर्दस्त बहुत सुन्दर बहुत शानदार बहुत मनभावक बहुत प्यारा बहुत अजीब बहुत जानदार बहुत ज्ञानदार
Rana Pratap is great
तैयार हैं हम भारत माता की सेवा करने के लिए जय हिंद जय भारत
Excellent Video !!! Very Informative.. there is NO doubt that the brutal & fanatic Islamic Mughal rule in India faced stiff resistance at different periods from the great RAJPUT warriors, fierce AHOMS warriors from Assam & from Punjab the brave SIKHS warriors...
Rightly did the great Hindi Poet Bhushana, who forsook the royal favours of the Mughal court to come over to Shivaji to record his glories, he sang :-“काशी की कला जाती, मथुरा की मसजीद बनती, अगर शिवाजी ना होते तो सबकी सुन्नत होती.”
meaning : (Had not there been Shivaji, Kashi would have lost its culture,Mathura would have been turned into a mosque and all would have been circumcised.)
If not for Shivaji and the Marathas, there would have existed a continuous Islamic belt from Morocco to Indonesia. What addition of 1 billion more adherents to Islam would have done to the world power balance or what would have happened to Indian legacy like yoga, ayurveda, music, art and philosophy, is not difficult to guess….
It is worthwhile examining the 'what if' of Indias history, Aurengzeb, Akbars great great grandson, had embarked on the 'Islamisation' of India. The Marathas, inspired by Shivaji, fought Aurengzeb and saved India from following the fate of Persia. The proof of Maratha victory lies in the fact that Aurengzeb lies buried, not in Lahore /Delhi or Agra , but near Aurangabad in good old Maharashtra...
Indian history before Shivaji's advent reads like a chronicle of military disasters. Shivaji changed all that. He used Guerilla Tactics very effectively. Shivaji, as a great warrior & visionary laid a strong and solid foundation that after his death in 1680, there was a series of battles fought between Marathas and Mughals from 1681 to 1707 known as 'War of 27 years' and ended with the death of Aurangzeb in 1707. The Marathas eventually emerged victorious and consolidated their lost territories. This was further expanded by the Peshwas. The Maratha empire reached its peak in summer of 1758 with the conquest of Attock, which is banks of Indus river in Pakistan today. Its eastern frontier was today’s Orissa, being ruled by Raghuji Bhosale of Nagpur. Maratha armies had also reached upto Murshidabad, but then retreated and settled for tribute from Bengal and control of Orissa. To the south, in 1758, territories upto the fort of Gurramkonda in Kadappah district were held. Also, Tanjore (Thanjavur) was under Marathas, but that was a different line. In 1761, the PANIPAT war was lost to the Afghans but Marathas RECOVERED quickly like phoenix bird within 10 years and brought the whole of North Indian again under their control during the 1770's under leadership of Madhavrao Peshwa..
Eventually, the Marathas grew stronger and fought the British in three Anglo-Maratha Wars (1775-82, 1803-05, 1817-18), In the First Anglo-Maratha War (1775-1782) The Marathas emerged Victorious. A Vijay Stambh (Victory Pillar) erected to commemorate Maratha victory over British is located at Vadgaon/Wadgaon Maval, close to the city of Pune. The 2nd and 3rd were subsequently lost and British established themselves.
(By the way, just for your G.K, Chatrapati Shivaji Maharaj is also considered as the 'Father of the Indian Navy'.)
Jai HIND !!! VANDE MATARAAM !! VANDE MATARAAM !! VANDE MATARAAM !!
What a interesting and spectacular story you have reviewed bhai saab, maja aa gaya
Aap ke द्वारा बतया vartant ka बहुत ही लाज़वाब
Thanks
महोदय आप ने जो कहा वह बिपरीत कहा यदि कल्ल
कल्ला रायमूँछ वाले वीर राजपूत थे तो मलेच्छ अकबर के दरबार क्यों जाते थे लगता है आप भी महाराणा प्रताप सिंह जी को दबा रहे हैँ अकबर डरता था महाराणा प्रताप सिंह के मूँछ से और बाकी किसी राजपूतों के मूँछ से नहीं यदि राजपुताना मे मूँछ वाले राजपूत होते तब सभी मूँछ वाले राजपूत महाराणा प्रताप सिंह का साथ डर
देकर अकबर की माँ ------------चो ------दिए होते मेरी मन me मूँछ वाले राजपूत थे पृथ्वीराज जी चौहान और महाराणा प्रताप सिंह जी जय श्री राम
Jai maa bhawani Jai Jai Rajputana dhanywad un veero ko Jo motse bhi Jeb me leke jaate the
अब क्या हो गया राजपूतों को
जागो और भारत माँ की सेवा करो।
हिन्दु राष्ट्र बनाना है
Jai Rajputana
Abhi reservation wale jayenge
Lutne ke liye ldo fat kyo rahi h
Jiska koi ithash hi nahi h o kya jane
Ham tho tiyar hai
Jaage yo h duniya hme jaagne nhi De rhi jis din talwaar uthya
Raika कल्ला जी राठौड़ 🙏🙇🌺कुल देवता
कला राईमलोत वीर तो थे,पर थे तो अकबर के दरबारी हीं मतलब अकबर के अधीन।महाराणा प्रताप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वीरों मे से एक थे जिनको अकबर की अधीनता तो दूर,उसके सामने सर झुकाना तक मंजूर नहीं था।घास की रोटी खायी पर आन को गिरवी नहीं होने दिया।अन्त में अकबर को भी उनकी प्रशंसा करनी पड़ी।
महा राणा प्रताप को भारत हमेशा याद रहेगा।
मेरे भारत के ऐसे सच्चे सपूतों को कोटि कोटि नमन🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Rajputana Jay Maharana Pratap ki
Jai Rajputana
वह योधा राजपूत थे। हमारे जमाने में हरियाणे में राजपूत का जोर था। अब जाटों का।
Waah waah....Jai ho Veeron ki,Krupa Kare aur bhi shur viron ki kahaniya upload Kare,Jai Mata D,👏👏💐💐
Thanks for watching
सही एतिहासिक व्रतांत के आपको साधुवाद
Jai Rajputana
जय राजपूताना🚩🚩🚩
आज हम केवल छोटी जातियों पर ही अपनी ठाकुराई दिखाते हैं, अगर हम उनका अपमान न करे तो वो कभी भी धर्म परिवर्तन करेंगे और न ही राजपूतों को धोका
Amazing , Great Feeling Proud and powerfull of being indian
नमन है असै योढाओ को
वहाँ बैठे क्यों थे??? अकबर के दरबार में बैठने वाले गुलाम ही थे.
सच्चे राजपूत महाराणा प्रताप थे.
Yek number
Q ki sab rajputo me fut daal diya tha mugal ne yehi history h muglo ki rajputo me fut daal ke aapas me lada do phir apne side kr ke khud ko majbut kro mugal apna samrajya rajputo ke dam pr tika rakha tha akabar khud kehta tha rajputo ko dhokha dekar to haraya jaa skta h lekin unse dharm se yudh kr ke nhi haraya jaa skta h q ki yudh bhumi me rajput ko harana matlb sher muh me haath daalna
@@sachinsinghsikarwar7269 ryt
Aisa kuch Nahi hai Pahile dekh bat chit hoti
Aap or jante ho Rajput aapne sister or jaanta ke sister ke ejath bhane ke lye
Wa banana Ji wa thane Gani gani khamma aap apni madhouse vani su mewad ri Soba Kari sa thane Bahut Danny wad sa
जब तक हिन्दू जात पात भूलकर आपसी भाईचारा नहीं अपनायेगा तब तक भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं बन सकता
Jai Rajputana
Updesh dena ashan hai but sab log apni jati pe hi jate hai
Jai Rajputana bolna panega
Ham hindu h bro
Shi kha aap ne
Rajputo.ka.aj.bi.khun.kholta.h.ye.bate.sun.k.jay.jay.rajput
Jai Rajputana
Jay Maharana pratap jay Prithviraj chauhan jay Rajputana jay maa bhawani 🚩🚩🚩🚩🚩
Jai Rajputana
यार ,अब जात पात बन्द कर दो ,हिन्दु धर्म कमजोर हो रहा है ,हर एक जाति का अपना गुण है ,अब लोकतंत्र है ,सिर्फ हिन्दुओ को मजबूत करो ,वरना देर नही बहुत हो चुका है
Yu bat un hinduo ko samjhao bhai jo arakshana mangte hi or rajputo ke khilaf bhokhte hi
@@vikramchauhan1498 ,अरे यार मै भी राजपूत हु ,कोई और नही !
मै भी आरळण के बारे सोचता हू ,लॉजिक रे साथ ,तो पता चलता है अगर 60% लोगो को 50% आरळण है ,तो क्या गलत है ,अरे 40% लोगो के लिऐ 50% जगह तो है ना ,उसमे फाइट क्यो नही करते !
हॉ आरळण अगर टीना डॉबी को मिला तो गलत है ,क्येा कि वो गरीब नही थी ...
आरळण गलत नही है ,हॉ पात्र चयन गलत हो रहा है ...
गरीबेा आज भी आरळण मिलना चाहिऐ ,चाहे वो किसी जॉति के हो ,सबके विकास देश का विकास होगाााा....
फिलहाल हिन्दु धर्म का बहुत नुकसान हुआ है ,जातिवाद से ....
all in one kash ye bat gair rajput sochte.
Ek ho jao yadi apna ashtitav bachana hai to
Mai dr.Ashok singh Gahlout
Rana pratap ji ko sat sat naman karte hai
Nice sharing full support here
Jai jai rajputana..... Jai ma bhawani....
Jai Rajputana
Jai Mata Ji .Jai Rajputana.
Jai Rajputana
Jay mataji 🙏🙏🙏
जय श्री राम सबको और सब राजपुत जाग जाओ आपसी भेदभाव मिटाओ भारतीय संस्कृति बचाओ ये अभियान चलाओ
Yes rana pratap but I adore "chetak" more
Aj kaha gya wo fir shaab .purani batoo ka dum.per kisko dara raha hai...sacha hindustani ho to castism ki bat naa kero....old is old is old hota hai ajj ....current time main jiyo ap kay ho or apna kuch kiya hai apni country ka.liya...
Jai hind
Jamwal hum casteism ki baat nahi karte hum sanatan ki baat karte hai or rahi baat aj ki to indian army ke sahido ki list dekhlo jitni tumahri jansankhya hai utane humre sahid rajput hai
Good video.
Jai Rajputana
Jai Maharana
Rajputana zindabad hàr har mahadev
Jai Rajputana
Maharana jaisa koi nhi
DATA HI DATA RAAM HI RAAM. ...SHATTRIYE SHATTRIYE HUM HAIN SHATTRIYE. ...JAI MATA DI
Jai Mata Di..
Jai Rajputana
Jai rajputana jay bhavani
Jai Mata di
Rajao m raja ...maharana Pratap ....Jai rajputana ...
Jai Rajputana
Jai maa Bhawani Jai Rajputana
जय राजपुताना जय हिंद
मंदिर वही बनेगा।।
Good asmia
इसमे मंदिर कहां बीच में आ गया भाई
Jai mata di jai Rajputana
I am an exserviceman. We Indian live in imaginary worlds. Defeat in the war fields decided our history. Today's India is strongest one since our primitive history. Today no any foreign power threats our sovereignty. No any one can challenge our borders. So everybody should try to make this today's India more stronger. If our forefathers were so brave why lived under foreigners rule? Foreigner people treated them as their slaves. This is reality of our past people. Here ever casty/every relegion people, every part of this country lived under slavery. So we should not try to make our past great. My brother our reality is this that our present is great. This we can learn from surgical strike of 2016, wars of 1965,1971and Kargil etc.
Jai hind
Jai Hind
Jai Rajputana
बन्धु वल्कार सिंह जी । आपके विचार अपने इतिहास और अपने पूर्वजो के प्रति जान कर बहुत धक्का लगा। जो व्यक्ति अपने पूर्वजों को गुलाम ब शौर्यहीन बता रहा है , वह अब तक अंग्रेजी ब अंग्रेजों का स्वयं ही गुलाम है। हमारे पूर्वज शौर्यहीन ब डरपोक नही थे। बस आपसी बैर ब अहंकार से कभी एक होकर मुस्लिमों से नही लड़े। दूसरे राजपूतों ने कभी युद्ध में छल कपट ब झूठी धार्मिक कसमे नही खाई। पीठ दिखाकर भागते दुश्मन और शस्त्रहीन, महिलाओं ब बच्चों का नरसंहार नही किया। जबकि आक्रमणकारियों ने हमेशा युद्ध छल कपट से जीते।
@@shailendrapratapsinghratho7293 भाई साहब
सच्चाई को बदला नहीं जा सकता।
जिन को हम लोग आताताई मानते है, उनके मुलक के लोग उनकों अपने हीरो मनाते है। अब्दाली ने हमारे देश पर 17 हमले किए। हमारे लिए वो एक जालम आताताई है, पर उनके मुलक में वह "बाबा ए कौम है"। इसी तरह से किसी को "बुत शिकन" की उपाधि मिली।
मुझे तो आज के भारत पर नाज है।
पुरातन भारत में हमारी स्थित दयनीय ही रही है।
भाई मुझे राजस्थान का हर जगह की बीडियो दिखाइये
Jai shree ram
Jai Shree ram
Prataap great
Jai Rajputana
जय माता जी की जय राजपूताना
जय राजपूताना
Jai Rajputana
Jay Rajputana
Jay Ma Bhavani,Har Har Mahadev
Jai Rajputana
mai rajputo ka adar karata hu ,magar yah bhi satya hai ki apne musalmano se riste banaye , apke kamjori ke karan .
MAHARANA PRATAP IS BEST ALWAYS
Jey Rajputana jey thakur
jay Rajpootana jay ma karni Jay maharana pratap
Jai Rajputana
aap wanha the kya
जय भवानी जय राजपूताना जय मेवाङ जय हो महाराणा प्रताप सिंह जी कि सा ।।
जैसलमेर का राजवंश राजपूतों की चंद्रवंश की यदुवंशी/पौराणिक यादव / जादौन खांप की भाटी शाखा में है और अपने पूर्वज राजा भाटी के नाम से "भाटी "या भाटी यादव"कहलाता है।
संक्षिप्त में भाटियों का वंश -चंद्र ,कुल -यदु ,कुलदेवता -लक्ष्मीनाथ ,कुलदेवी -सांगियाजी ,देवी -भाद्रयाजी ,इष्ट देव -श्री कृष्ण ,गोत्र -अत्रि ,
दुर्ग-जैसलमेर ,पूगल ,बीकमपुर ,बरसलपुर ,मारोठ ,केहरोड ,देरावर ,बींझनोत ,लुद्रवा ,भटनेर ,मुमनबाहन ,दुनियापुर ,भटिंडा ।
अधिकांश इतिहासकारों ने करौली के यादवों और जैसलमेर के भाटियों के लिए भी जादौन या जादव 'जदुवंशी ,शब्दों का प्रयोग किया है । इन दोनों को ही वज्रनाभ जी (श्रीकृष्ण के पौत्र) के वंशज माना है|
लेखक --डा0 धीरेन्द्र सिंह जादौन ,गांव -लढोता ,सासनी ,जिला-हाथरस ,उत्तरप्रदेश
Ye hui na baat waa. Jai mata dii
Jai Ho Rajputana . Rayal Rajput the Great .
Jai Rajputana
@@PrachandRajputanaFilms bhai jra ma pnnadhay ko bhi yad krlo unki vjh se aaj mharana prtap ka nam he
राजपुतो तलवार में नही था दम, बल्कि सलवार में था दम
Bho k salwar hamare pahnte hi nahi jiski salwar h wo khud hi bol raha h
@@jitubanna2965 Tumhari utpatti 1000 sal Pahle hui , Turk jiske Baad India me Turk Pathan Mughlo aaye tum Rajput Gole Apni Ladkiya aur Apni lugaiyo ko Turko Pathan Mughlon Angrejo ko Sex ke liye supply kartey the, jiske badle me Rajputo ko Rajwade Riyasat INAAM me mile the ye list' dekh :मुख्य राजपूत-मुग़ल वैवाहिक संबंधों की सूची
जनवरी 1562, अकबर ने राजा भारमल की बेटी से शादी की (कछवाहा-अंबेर)
नवंबर 1569, महारावल हरिराज सिंह ने अपनी पुत्री राजकुमारी नाथी बाई का विवाह अकबर से किया (भाटी-जैसलमेर)[13][14][15][16]
15 नवंबर 1570, राय कल्याण सिंह ने अपनी भतीजी का विवाह अकबर से किया (राठौर-बीकानेर)
1570, मालदेव ने अपनी पुत्री रुक्मावती का अकबर से विवाह किया (राठौर-जोधपुर)
1573, नगरकोट के राजा जयचंद की पुत्री से अकबर का विवाह (नगरकोट)
मार्च 1577, डूंगरपुर के रावल की बेटी से अकबर का विवाह (गहलोत-डूंगरपुर)
1581, केशवदास ने अपनी पुत्री का विवाह अकबर से किया (राठौर-मोरता)
16 फरवरी, 1584, राजकुमार सलीम (जहांगीर) का भगवंत दास की बेटी से विवाह (कछवाहा-आंबेर)
1587, राजकुमार सलीम (जहांगीर) का जोधपुर के मोटा राजा की बेटी से विवाह (राठौर-जोधपुर)
2 अक्टूबर 1595, रायमल की बेटी से दानियाल का विवाह (राठौर-जोधपुर)
28 मई 1608, जहांगीर ने राजा जगत सिंह की बेटी से विवाह किया (कछवाहा-आंबेर)
1 फरवरी, 1609, जहांगीर ने राम चंद्र बुंदेला की बेटी से विवाह किया (बुंदेला, ओर्छा)
अप्रैल 1624, राजकुमार परवेज का विवाह राजा गज सिंह की बहन से (राठौर-जोधपुर)
1654, राजकुमार सुलेमान शिकोह से राजा अमर सिंह की बेटी का विवाह (राठौर-नागौर)
17 नवंबर 1661, मोहम्मद मुअज्जम का विवाह किशनगढ़ के राजा रूप सिंह राठौर की बेटी से (राठौर-किशनगढ़)
5 जुलाई 1678, औरंगजेब के पुत्र मोहम्मद आजाम का विवाह कीरत सिंह की बेटी से हुआ. कीरत सिंह मशहूर राजा जय सिंह के पुत्र थे (कछवाहा-आंबेर)
30 जुलाई 1681, औरंगजेब के पुत्र काम बख्श की शादी अमरचंद की बेटी से हुए (शेखावत-मनोहरपुर)[17][18][19
@@jitubanna2965 aur bhi history chahiye to Bata Dena ?
एक शेर वो भी थे कला राईमलोत जीनोने बाहासा के सामने भरी सभा में मुछ के ताव लगा के बोला ये शेर करेगा शादी कलाराईमलोत उनके बाद बाहासा को बुखार आ गया
असली राजपूत तो महाराणा प्रताप था जो कभी किसी मुगल बादशाह के सामने अपना सर नही झुकाया।🚩
Rajpooto to sab hi mahan they fir gair rajpoot ney hukumat kaise ki ye gaddar they kabhi desh k lie nahi lade na kabhi eikta deekhae ...sab chhetriye or gali mohalley k raja they or vo hi hokar reh gaye ye personal januni they vo aaj bhi kayam h aap Pakistan se mat harna chahe Bangladesh maar k Chala Jaye yahi mentality aaj bhi kut..kut Kar bhari hue h mein galat keh Raha hun to chhitar Maro faink faink Kar..vo bhi naye..naye..
Parthivraj chouhan or maha rana partap rajputana mard tha
thanks for watching
Rana sharry sahi kha
Bhauht achhe bhai
aur sb akbar ka talwa chaat ta tha heheheheh
@@ahmadrazanoor4238 Man Singh, Chatrsal Singh, Mirja Jai Singh, Hanwant Singh, Bappa Rawal Ko beti Muslimo ne diya tha Maja ke liye.
Jai.ho
jai ho Rayamal ji ki satsat naman
Jai Rajputana
हर हर महादेव जय राजपूताना
Jai rajputana
Kurdaya Gau ka Nam hai?
ha saa...
Jay Rajputna
Jai Rajputana
Jay raj putana jay lodhi Rajput samaj jay mahalodheswar jay
Maharana Pratap is only lion else are 🤔🤔🤔 people better understand
Jai mataji ri sa kahmagani sa very nice jai Rajputna
Jai Rajputana
भाई
गुजरात का आहीर नोडा आपा डांगर ने भे अकबर के सामने मुच् पर ताव दिया था।
नोडा आपा का इतिहास बड़ा है। देख लेना
😀😀😀😀😁😅
बिल्कुल सही है मैंने भी ऐसा पढ़ा है।
भाई अहिर,राजपूत नही हम सिर्फ हिन्दू है।जय ,राम जय श्री कृष्ण।
JaY Kshatriye Ahir
jai rajputana
Jai Rajputana
भाई सहाब कल्ला जी तो चित्तोड के युध्द मे अपने काका के साथ वीर गति को प्राप्त हुऐ थे
hokam MAHARANA PRATAP (KIKA)pr bhi video banaya karo
Jsy.rajputana
Jai Rajputana
सर इतिहास तोहे अकबर को इतना सम्मान क्यु दे रहे हे बादशाह कहकर
जय माता दी जय राजपुता
Jai Rajputana
Jai Pharsu avatar
Agar Rajput Sikh aur Maratha Ek ho jaate toh Buri duniya milkar bhi inhe nhi hara Sakti !!!
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Hind,Jay Rajputana.
Jay siya ram....
Jai siya Ram
Jay rajputana
Jai Rajputana......✌
Jai Rajputana
Jai maharana pratp
Rana partap hi keu raw chandar sen bhi the
Superb hkm 😘😘😘
Real Rajputana only ....Mewadi Rana baki sab Mughalo keep... Ghulam..the
जय श्रीराम सबको ओर सब जागजाओ सब राजपूत एक होजाओ ओर को भी राजपूत बनाओ सब जागजाओ जातपात मिटाओ आपसी भेदभाव मिटाओ सत्य सनातन धर्म अपनाओ सुख शांति पाओ
Jai Rajputana
JAI Rajputana
Jai Bharat then Jai rajpootana Jai .... Jai...
Har Har Mahadev. Jai Rajputana
Jai Gurjar Samrat Maharana partap
जय गुर्जर सम्राट महा राणा प्रताप
Bhai bappa raval bhil samuday ka tha ye to thoda manene me ata hai lekin maharana pratap gurjar tha ye thoda manene me nahi ata
@@patel6029 भाई महाराणा प्रताप की बॉलीवुड मूवी है उसमे महाराणा प्रताप को गुर्जर राजा बताया है इसलिए और कोई बात नहीं
🚩🚩🚩🚩kalla ji maham yodha h
Jay jay rajputana
Jai Rajputana