तुंहारी फ़ौज के पहरे ये कच्ची कब्रो पर, बता रहे हैं ये अहलल बैत ज़िंदा है ( जनाब जिया जैदी साहब )

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 22 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 2