अपने पिता को याद करते हुए रो देंगे आप

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  • เผยแพร่เมื่อ 8 ก.ย. 2024
  • माँ पर तो आपने सैकड़ों गीत सुने होंगे पर आज पिता पर लिखा हुआ गीत सुनकर आपके आँसू नही रुकेंगे ।
    यह गीत है जब पुत्र अपने पिता की पार्थिव देह अपने सामने देखता है और वह स्वयं सुध-बुध खो कर सोचता है जिसकी भ्रकुटी टेढ़ी होते ही हमारी रूह काँप जाती थी आज वो ही मेरे पिता मेरे सामने कैसे निष्प्राण होकर लेटे हुए हैं ।
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    श्री सुरेंद्र दुबे जी के अदबुध रुला देने वाले गीत जिसे सुनकर आप द्रवित हो जाएँगे

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