चातुर्मास्य श्रीज्ञानेश्वरी प्रवचन - २०१६ (भाग.६०)
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- เผยแพร่เมื่อ 24 พ.ย. 2024
- 'सर्वधर्मान्परीत्यज्य मामेकं शरणं व्रज ।अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच: ।। श्रीगीता.१८.६६'चॅनल सबस्क्राईब करा 👍🏻 आणि नव्या व्हिडिओच्या नोटिफिकेशन्ससाठी 🔔 ही दाबा !© श्रीगुरु चैतन्यमहाराज देगलूरकर सोशल मिडिया ९४२१३४६०१०।। रामकृष्णहरि ।। 🚩🙏🏻
सद्गुरू चरणी साष्टांग दंडवत प्रणाम 🤗🤗🤗🤗🤗🤗🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌸🌸🌸🥰
जय श्रीकृष्ण सद्गुरू चरणी साष्टांग नमस्कार
जय जय राम कृष्ण हरी नमस्कार गुरूदेव
रामकृष्ण हरि माउली
जय जय राम कृष्ण हरी
🌿🌹 श्रीराम 🚩🙏
Ram Ram 🚩🙏
जय जय राम कृष्ण हरी नमस्कार गुरूदेव