इसमे ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति का उपादान करण प्रकृति तो समझ आया परन्तु निमित्त करण तो आपने बताया ही नहीं, जैसे अपने घड़े, मिट्टी और कुम्भार के उधारण से समझा था
@@HyperQuest मेरे कुछ प्रश्न है:- 1) क्या चेतना ही आत्मा है? 2) अगर 25 तत्व है तो चेतना को केसे भटका सकती है, मतलब की 1 पुरुष जो की चेतना है, 1 बुद्धि, 1 अहंकार, 5 ज्ञानेन्द्रि, 5 कर्मेन्द्रि, 1 मन, 5 तन्मात्रय, 5 महाभूत और अगर 23 तत्वो की रचेता, 1 प्रक्रुति है? तो प्रश्न ये है अगर चेतना भी 25 तत्वो में आती है तो किस चेतना के साथ ये खेल हो रहा है? Please answer it
@@rohanchavan26291. चेतना और आत्मा में ज्यादा अंतर नहीं है चेतना शुद्ध और असीम है जो नष्ट नहीं हो सकती आत्मा भी नष्ट नहीं हो सकती लेकिन यह शुद्ध और असीम नहीं होती है यह प्रकृति के जाल में फंसी हुई होती हैं मतलब यह अपने आप को निश्चित मानती हैं जैसे भूत प्रेत 2. Ans क्योंकि बाकी के आत्माएं जैसे भूत प्रेत यह सब बुद्धि और अहंकार से मुक्त नहीं होते हैं इसीलिए यह सब भटकते हैं और यह अपने आप को निश्चित मानते हैं
@@rohanchavan2629 वाह! ऐसे प्रश्न कैसे उठते है मन में! By looking at your Pattern of Questioning ,you are like me Bro 🙂 but there is a difference that I have not been or can't be atheist ! 2nd प्रश्न type करने में लगता है गलती हो गई, 1 पुरुष के जगह बीच में 1 मन लिखना था! 25 तत्व प्रकृति और पुरुष के मिलन से बना है।
दुर्लभ, गूढ़, दिव्य, रहस्यमय, अज्ञात, सूक्ष्म, अजन्मा, अकाल, तत्व, तेजोमय, जिज्ञासा, परम सत्य इत्यादि जैसे कुछ शब्द हैं जो ब्रह्मांड के बारे मे सोचते ही दिमाग मे आते हैं l श्रद्धा से सिर झुक जाता है उन ऋषियों, मुनियों, ज्ञानियों, तपस्वियों, योगियों, अवधूत, अघोड़ियों, संतो, साधुओ, खोजियों, ध्यानियों, सिद्धपुरुषों के आगे l इतना सबकुछ इस ब्रह्मांड मे है और उससे भी ज्यादा इस ब्रह्मांड के बाहर मौजूद है कि माथा घूम जाता है और वैदिक ज्ञान को जानकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं, बालों के रोएँ उत्तेजित हो जाते हैं, दिमाग मे तरंग और लहर उठती हैं, भूख प्यास भी नहीं लगती है - हम कौन हैं, कहाँ से आये हैं, कैसे बने हैं, क्यों बने हैं और अमर क्यों हैं हम, ये सब दिमाग को झकझोरने वाला है और जिज्ञासा शांत ही नहीं होती है l
सांख्यदर्शन एक नास्तिक दर्शन है , सांख्य दर्शन 25 तत्वों पर बात करता है और चुप हो जाता है , परंतु योग दर्शन यह बताता है की किस तरह पुरुष(चेतना ) को प्रकृति के चंगुल से आज़ाद होना है आपका सांख्य दर्शन पर वीडियो 14-15 मिनट में हिखतम हो गया था आगे आपने योग दर्शन का मर्म भी समझा दिया इसके लिए साधुवाद 👍
Inka khud ka intrest sankhya me jyada hoga isme kuch bhi bura nahi or sankhya darshan yog darshan ki apeksha bahut saral or sabhi ke liye samjh sakne yogy he yog darshan to bahut hi jyada vistrit or atal visvash ke sath hi samjha ja sakta he
आप एक बहुत अच्छे अध्यापक हैं 🙏 आपसे स्वीनय निवेदन है कि आप सभी दर्शनों के बारे मे ये ज्ञानवर्धक एपिसोड ले कर आए जिस से हमे भारतीय दर्शनों के बारे मे पता चले और इनकी अच्छी बातों को अपने जीवन मे लागू कर सके 🙏🙏🙏🙏
You are a real teacher for this era. This era needs intellects like you Who can show us the real world which our ancestors knew very earlier. If everyone understands this, no body will feel bad for the monks as they know the real way of living of life .i.e. leaving everything behind and achieving moksha
Sir मैं गाव की रहने वाली हु हमारे पास इतने पैसे नही है की हम books लेकर पढ़ सके | आप जो भी books को read कर बता रहे हो हम जैसो के लिये, अपने ज्ञान को दान कर रहे हो। इसके लिए दिल से thank you so much sir और हमारे पास इतने पैसे तो नही है की हम आपका course join कर सके but आपके videos देख कर जितना कुछ सीख सकते है उतना जरूर सीखेंगे
दोस्त चेतना स्वयं को अभिव्यक्त करने के लिए प्रकृति को माध्यम बनाती है इसलिए केवल प्रकृति ही चेतना को नहीं फंसाती है अपितु चेतना स्वयं प्रकृति को माध्यम बनाकर उपयोग करती है और स्वयं को अभिव्यक्त करती है !! 🙏🕉️🙏
Indiake har muslim aur christian brothers ko ye video jaroor dekhna chahiye....tabi pata chalega ki wo jo gyan ko anthim samajhke rake hai...unse bi upar ka gyan ham bharathiyonke pass hai...jai hind jai bharath...vande mataram
Great job dear ,i feel like along with this sanatani knowledge if whole world is aware then this planet will become wonderful for everyone...let's start from India, I'm happy to share this to all my relatives n friends.
आपने तो इतने कठिन पहाड़ (सांख्य दर्शन) को रेत(सतसंग) की तरह सरल बना दिया, इस प्रकार यदि आप सनातन धर्म को समझायेंगे तो हमारे सभी भाई बहन कभी धर्म से विमुख नही होंगे जय श्री राम🙏🙏
WOW!! Explained so beautiful.. Samkhya has been crystallised in this video.. It can't get simpler than this!! Subscribed, and love from Australia... I now understand what self realisation is.. Lovely lovely lovely...
बहुत सुंदर बताया है। इसे समझना और समझना वास्तव में असंभव जैसा है क्योंकि प्रकृति बुद्धि रहित है, फिर भी वो हमे बुद्धि और इंद्रियां देकर हमे फसा देता है। किसी को फसाने के लिए अति बुद्धि की आवश्यकता होती है, और यहां प्रकृति बुद्धिमान प्रतीत हो रही है। इसे शायद अलौकिक घटना बोला जा सकता है कि कैसे प्रकृति पुरुष के साथ मिलकर सृष्टि करता है।
Bhai kya ho Aap? Kitni saralta se complicated subject Samjha Diya.umar me mujhse chote hi hoge lekin main dil se keh rahaa hoon Aap dhanya ho Gurudev 🙏
भाई किन शब्दों में आपका आभार व्यक्त करूं आपको बहुत बहुत धन्यवाद, जीवन के अंधकार से बाहर निकालने हेतु आप भी मेरे जीवन में किसी गुरु से कम नहीं हो गुरु के ही समतुल्य हो प्रभु।🙏 भगवान मुझे सदमार्ग पर चलने की शक्ति प्रदान करें और प्रकृति से बाहर निकालकर मूल स्वरूप में जाने में सहायता प्रदान करें, और ये सब आपकी (भ्राता श्री) ही वजह से मेरी बुद्धि कहने को प्रेरित कर रही है।
Exceptionly well explained..! Superb..! Hats off..! Highly appreciate your hardwork to explaine these. Thanks a lot..! The things explained here are asked and came into picture after every spiritual discussion...that "Bhagavan ne hame kyu banaya.. usko hamari kya jarurat hai.. bhagavan ko kisane banaya.. universe kyu bana.. universe ko kisane banaya.. aatma aur prakriti kyu hai..and it continues..." These merely 2 part videos on Samkhya darashan are the answers to almost all of their questions.. In addition you gave very well insight to interconnection of 25 (24+1) elements.. Already shared both the parts..! Thanks again !
Bhut acche se aapne Itna bada darshan samjha diya. Log prakriti ko stri aur purush ko mard samajh lete h. Jabki ye galat h. Reproduction sirf stri nhi krti mard bhi barabar isme involved hota h. Dono hi prakriti ke vash m h aur Chetna bhi dono hi m h🙏
Please allow me to add a few things. Galiya mat dena agar achha na lage.. bus ignore kar dena. Chetna stri purush dono k conscious ko kaha gaya hai. Jo purush hai. Iska ling se koi vasta nahi.💐 Conscious male female , human non-human, sabhi buddhi jeevo me hai. Prakriti stri ling nahi hai wo neutral gender hai par hum use feminine ya stri ling se darshana pasand karte hai kyuki female k jaise usme potential hota hai kaaran hota hai. Par male ki jise purush bhi kehte hai zarurat hoti hai karya ya creation karne k liye... 😊
@@Hauntsville bhut acche se aapne samajha diya hai 👍. Dhanyawad Actually kuch log prakriti ko puri tarah se stri se jod dete h aur usko jad buddhi aur male ko distract krne wala bolte h. Aur khud ko wo purush samajhne lgte h jisko chetna khte h. Isliye maine aisa likha
पूरा वीडियो देखने के बाद मैने जो सार निकाला वो ये है कि एक नर और मादा क्यों एक दूसरे से आकर्षित होते हैं ,क्यों सभी जीव विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होते हैं,इसलिए होते है क्योंकि ये प्रकृति का स्वभाव है, क्योंकि प्रकृति हमें फंसा कर रखा है ,अगर हमें फंसा कर नहीं रखेगी तो हम उससे अलग हो जायेंगे और उसका स्वयं का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा ,वो हम सभी को फंसा कर हमारी मजे ले रही है, हम चेतना वाले मनुष्य भी चेतना होने के कारण ज्यादा सम्पत्ति समृद्धि चाहते है अर्थात प्रकृति के जाल में और फंसना चाहते है, तथा इन सब से प्रकृति और भी ज्यादा अच्छे तरीके से अपने आपको व्यक्त करती है शायद यही प्रकृति के आदि और अनंत होने का कारण है,क्योंकि जिस चेतना के होने से ब्रह्माण्ड का विकास हुआ है वह चेतना पूरी तरह से कभी प्रकृति से अलग हो ही नहीं सकती ,जिसके कारण प्रकृति की उम्र बढ़ती है , जब पूरी चेतना प्रकृति से अलग हो जाय उस समय प्रकृति शून्य हो जायेगी लेकिन ऐसा किसी भी शर्त में संभव ही नहीं है , अर्थात प्रकृति या ईश्वर तत्व आदि था अनंत था और रहेगा ही जय श्री कृष्णा जय मॉं जगदम्बा जय महाकाल 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत खूब !! आप बिलकुल आचार्य प्रशान्त जी के जैसे समझाए बल्कि आज लगा उनसे बेहतर समझाए !! सनातन के लिए कृपया ऐसे ही Active रहें !! देश को आप पर गर्व होगा
आध्यात्मिक विषय को आप बहुत सरल कर देते हो।जैसे अभी मोक्ष कया है कैसे प्राप्त कर सकते है। कैसे मोह माया के बन्धनो से मुक्त हो सकते है। आपकी जितनी प्रशंसा की जाये कम है। इतनी अल्पायु मे इतना गहन अध्ययन आपको ऋषियों की श्रेणी मे ले जाता है। समझाते बहुत अच्छा और सरल तरीके से। साधुवाद।
Actually there are 13 Upanishads..... Mostly accepted but Shankaracharya wrote on 11.... Kena, prashna, katha, maitrayani, shvetashvar, mandukya, mundaka, tattiriya, aiteraya, chandogya, brihadaranyak, isa, and kousitki. The sutra granths are available online Sankhya karika Yog sutras Nyaya sutras Vaisheshik sutras Purva mimansa sutra Vedanta sutra
विशाल जी धन्यवाद मुझे अच्छा लगा आपने विज्ञान और संस्कृति और यूनिवर्स को समझाने का प्रयास किया सच में ध्यान करते हुए यह सारी चीजों का अनुभव होता है ज्ञान को यूं समझें नदी में पानी बहता जाता है और कचरा साइड में होते जाता है और कचरा जब नदी में बहता तो उस का रस भी होता इन सभी को रस को छोड़ कर अहम् ब्रह्म बनने का प्रयास करना चाहिए अर्थात यह शरीर परमात्मा का है सृष्टि भी परमात्मा से उत्पन्न हुई है और इस शरीर में रहने वाली आत्मा ब्रह्मांड की आत्मा से उत्पन्न हुई और ब्रह्मांड की आत्मा भी उस परम शक्ति से उत्पन्न हुई और यह परम शक्ति असंख्य ब्रम्हांड के परमपिता परमेश्वर परम शक्ति जो 0 भी है और विशाल भी है वह परमात्मा हर जगह मौजूद हैं जो हमारी बुद्धिमत्ता से भी बहुत ऊपर है उसे ऐसा ब्रम्हांड के जितने भी शक्ति जीव जंतु प्राणी सूक्ष्म सभी के मुख से धन्यवाद करें और बुद्धि से समझने का प्रयास करें वह भी कम होगा मैं बचा नहीं 0 हो गया अर्थात मेरा मेरे पास कुछ नहीं बचा अब जो है सब उसका है वही करता है मैं नहीं 0 हु
After watching this....I bow down to those great sanatan Gurus who created such kind of knowledge and heritage which transforms the human life and give the real meaning to it.
जैसे रामायण में भगवान शिव माता सती से श्री राम जी को ब्रह्म कह कर सम्बोधित करते हैं, किन्तु श्री राम मानव रूप धरे जीव भाव में सीता माता के वियोग में पशु-पक्षी, वृक्ष आदि से उनका पता पूछते रहते हैं, परन्तु तत्काल ही स्वयं का स्मरण होते ही माता सती को पहचान उन्हें नमस्कार कर, भगवान शिव के बारे में पूछते हैं, इसी प्रकार मानव संसारिक माया जाल में भ्रमित हो अपने निर्लिप्त आत्मिक स्वरूप के प्रति विस्मृत हो जागरूकता या होश खो क्षिप्त-विक्षिप्त अवस्था में जीवन जीने को मजबूर हो जाता है, राम चरित मानस के इस प्रसंग से हमें यही संदेश मिलता है-- ।।वंदे वेद मातरम्।।🙏🙏
आपने जो सांख्य दशऀन के माध्यम से जो प्रकॄति और पुरूष के बिषय मे जो समझाया है वह अतयंत प्रशंसनीय है। इस के लिए आप को बहुत बहुत धन्यवाद। एवं मेरा प्रणाम🙏💕
बहुत सुंदर जब से आपको सुना है तब से सनातन पर गर्व और बढ़ गया है । कितनी समृद्ध चेतनशील और वैज्ञानिक परंपरा रही है भारत भूमि की, नमन है । आप को भी नमन बंधु
Can't explain my feelings !! This is the best and most lucid explanation of Prakrut and Purush Interaction. Loved it ! Would love such explanatory videos on other Darshans too.
मैं ही ONE WORLD GOVERNMENT बनाऊंगा मैं हूं दुनिया का मुक्तिदाता, मैं ही सतयुग की स्थापना करूंगा मैने नए सनातन धर्म को launch कर दिया है दिवाली 2022 को , मैने 2 अक्षर का सार शब्द अपनी हर Video के Description Box में लिखा हुआ है। मेरा चैनल है @GODKABHAKT
Bhai sab apne to sabse hi best video banaya hai i guess matlab kisko motivation chahiye life ke uper jab aise knowledge milta ho to bhai motivation to chahiye hi nai spirituality ko prapt krna matlab sab kuch mil jana pure and greatest video i ever watched in my entire life bhai 😊🙏 . Mera aur ek sawal hi hai apne ye jo video banaya hai wo to main clear ho gya please ek aur video banaye jispe ham apne purvo ko ki puja krte hain unko moksh pane keliye to wo kaise Kam krta hai wo Puja please 🙏😊
सदगुरूजी गुरु माताजी आपको मेरा शत शत नमन....सदगुरूजी धन्यवाद..... सदगुरूजी ...जो सांख्य दर्शन क्षात्र में कहाँ हैं वह सच हैं पर जब अंत में जाकर यह लगता हैं की प्रकृती एवं पुरूष अलग अलग हैं ही नहीं.. जब बुद्धी मन को वश में लाए तो ना पुरूष ना प्रकृती बस एक सथिरता एक चमकता सितारा एक ऊर्जा प्रकाश या आत्मा चैतन्य आदि की बुद्धी पुर्वक समज जो सबमें ईश्वर को देखता हो ऐसी स्थिती....सदगुरूजी धन्यवाद ....सदगुरूजी ....ओम शांती शांती शांती शांती ही माँ.... मेरा देश महान हैं....
Excellent work. Please try to make a video on Shakti peeth's and jyotirling's. Why they were formed and why they are the holiest places in our history. Video me inka varnan.
भाई आपको सलाम है ,आपके ज्ञान को सलाम है और आपके समझाने की कला को सलाम है, आप अद्भुत है , आप महान है,आप ज्ञानवान है , काश मुझमें भी आपके जैसे गुण आ जाते , आपको मैं दण्डवत प्रणाम करता हूं, जय श्री कृष्ण
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Bhaiya Aaj meine jeevan ke param tatvo mei se ek ko jana ! Bohot adbhut gyaan !!
Aapko pranam hai !!
Hare Krishna! Jaye shree ram 🥰❤️
Great,& only Great.I am Speechless. Bahot Sunder vyakhya hai. Asankhya Aasheervade to you.
इसमे ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति का उपादान करण प्रकृति तो समझ आया परन्तु निमित्त करण तो आपने बताया ही नहीं, जैसे अपने घड़े, मिट्टी और कुम्भार के उधारण से समझा था
please make a video on nyay an vaishashik darshan.
प्रकृति मूल रूप में चैतन्य है।जड़ नही
बड़े बड़े विद्वानों को जो ज्ञान नहीं मिल पाता वह ज्ञान कम उम्र में आपने प्राप्त कर लिया और लोगों में बांट रहे हैं यह ईश्वर की अनुकम्पा है।
Great Vishal ! तुम पिछले जन्मो मे जरूर कोई ऋषी रहे हो ! बुध्दीमान लोग ही ये बुध्दीम्नी कि बातें कर सकते है जान सकते है ! 🙏🏼
Lol
youtube.com/@vedictrishna2890
Q
1
तुमने पढाई नही की है। philosophy या spirituality के सभी स्टूडेंट यही सब पढ़ते हैं भाई .... बच्चा-बच्चा जनता है ये सब तो अब 🐒👶🤡
अदभुत 🙏 सही में सनातन धर्म ही इतनी गहराई तक पहुंचा सकती है, हर हर महादेव 🙏
Har Har Mahadev 🙏
@@HyperQuest मेरे कुछ प्रश्न है:-
1) क्या चेतना ही आत्मा है?
2) अगर 25 तत्व है तो चेतना को केसे भटका सकती है, मतलब की 1 पुरुष जो की चेतना है, 1 बुद्धि, 1 अहंकार, 5 ज्ञानेन्द्रि, 5 कर्मेन्द्रि, 1 मन, 5 तन्मात्रय, 5 महाभूत और अगर 23 तत्वो की रचेता, 1 प्रक्रुति है?
तो प्रश्न ये है अगर चेतना भी 25 तत्वो में आती है तो किस चेतना के साथ ये खेल हो रहा है?
Please answer it
@@rohanchavan26291. चेतना और आत्मा में ज्यादा अंतर नहीं है चेतना शुद्ध और असीम है जो नष्ट नहीं हो सकती आत्मा भी नष्ट नहीं हो सकती लेकिन यह शुद्ध और असीम नहीं होती है यह प्रकृति के जाल में फंसी हुई होती हैं मतलब यह अपने आप को निश्चित मानती हैं जैसे भूत प्रेत
2. Ans क्योंकि बाकी के आत्माएं जैसे भूत प्रेत यह सब बुद्धि और अहंकार से मुक्त नहीं होते हैं इसीलिए यह सब भटकते हैं और यह अपने आप को निश्चित मानते हैं
@@rohanchavan2629 देखो भाई चेतना और आत्मा एक ही होता है बस थोड़ी शुद्धता का फर्क है
@@rohanchavan2629 वाह! ऐसे प्रश्न कैसे उठते है मन में! By looking at your Pattern of Questioning ,you are like me Bro 🙂 but there is a difference that I have not been or can't be atheist !
2nd प्रश्न type करने में लगता है गलती हो गई, 1 पुरुष के जगह बीच में 1 मन लिखना था! 25 तत्व प्रकृति और पुरुष के मिलन से बना है।
ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা ৰাধা
मैं आपके शोध, और स्पष्टीकरण से गदगद हो गया हूं। अब मुझे विश्वास हो गया है कि हमारे भविष्य में पूर्ण अंधकार नहीं अपितु प्रकाश भी है। जय श्री राम।
Jai shree Ram ❤
"Samkhyakarika"
Book by Isvara Krishna
Very useful book to know sankhya darshan deeply.. 🙏✨🕉️🤩
Yes, correct 🙌
@प्रशस्तपाद adwita ka koi kabhi khandan nhi kar sakta hai...wo achal Satya hai... 🚩
@@gujjuboy3564 क्या अद्वैत दर्शन जोकि शायद वेदांत का अंग है और सांख्य दर्शन में विरोधाभास है?
आप जैसे व्यक्ति निर्विवाद रूप से ब्राह्मण कहलाने योग्य हैँ.. केवल ब्राह्मण कुल में जन्म लेने से कोई ब्राह्मण नहीं हो जाता.. 🙏
Correct 👍👌
Focus
@@Finaticpankaz What! He is saying right 👍🏻
दुर्लभ, गूढ़, दिव्य, रहस्यमय, अज्ञात, सूक्ष्म, अजन्मा, अकाल, तत्व, तेजोमय, जिज्ञासा, परम सत्य इत्यादि जैसे कुछ शब्द हैं जो ब्रह्मांड के बारे मे सोचते ही दिमाग मे आते हैं l
श्रद्धा से सिर झुक जाता है उन ऋषियों, मुनियों, ज्ञानियों, तपस्वियों, योगियों, अवधूत, अघोड़ियों, संतो, साधुओ, खोजियों, ध्यानियों, सिद्धपुरुषों के आगे l
इतना सबकुछ इस ब्रह्मांड मे है और उससे भी ज्यादा इस ब्रह्मांड के बाहर मौजूद है कि माथा घूम जाता है और वैदिक ज्ञान को जानकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं, बालों के रोएँ उत्तेजित हो जाते हैं, दिमाग मे तरंग और लहर उठती हैं, भूख प्यास भी नहीं लगती है - हम कौन हैं, कहाँ से आये हैं, कैसे बने हैं, क्यों बने हैं और अमर क्यों हैं हम, ये सब दिमाग को झकझोरने वाला है और जिज्ञासा शांत ही नहीं होती है l
proud to be sanatani
You are great bhaiya
Jaise aap samjhate hai
Aap mahan hai
Jai shree ram
Thank you for being kind. 🙏🙏
What a philosophical, rich culture is Indian philosophy i am literally processing what did I saw👌👌
Yes Bro, it's really mind blowing! What's your age?
I have never heard such clear description of Samkya darsan. Thanks a lot. Jai SiyaRam
इतनी गहराई से ऐसा ज्ञान पहली बार प्राप्त हुआ है, कसम से मजा आ गया।
बहुत आसानी से कठिन लगने वाले विषय को समझाने के लिए आभार
We always feel fortunate whenever we listen to you. Thank you for the enlightening content.
You are contributing to the society and human race. This knowledge is extraordinary. Keep doing it.
Oh god How strange it is!!
Proud to be a sanatani hindu 🕉 🙏🏻
Proud to be INDIAN CULTURE 🕉️
#kuldeepwords
My half body totally paralyzed dead damage but NEVER GIVE UP 🧑🦽🧑🦼💯🔥❤️🚩🕉️☸️⚛️🙏🙏
सभी धर्मो का सार यही है। यही सच्चा विज्ञान है। हम भाग्यशाली है की हमारा जन्म मनुष्य रूप में हुआ है और भारतवर्ष में हुआ है।
Thanks🙏🙏🙏🙏 for such a great work on sanatan धर्म
हम लोगों तक यह अद्भुत ज्ञान पहुंचाने वाले आप जैसे सपूत को बहुत-बहुत धन्यवाद
Your knowledge in Indian philosophy as well as physical science is excellent. Please go ahead realize the truth and share with us. Almighty bless you.
Jai shree ram 🧡🙏🏼 bhaiyaji 🚩
सांख्यदर्शन एक नास्तिक दर्शन है , सांख्य दर्शन 25 तत्वों पर बात करता है और चुप हो जाता है , परंतु योग दर्शन यह बताता है की किस तरह पुरुष(चेतना ) को प्रकृति के चंगुल से आज़ाद होना है आपका सांख्य दर्शन पर वीडियो 14-15 मिनट में हिखतम हो गया था आगे आपने योग दर्शन का मर्म भी समझा दिया इसके लिए साधुवाद 👍
Inka khud ka intrest sankhya me jyada hoga isme kuch bhi bura nahi or sankhya darshan yog darshan ki apeksha bahut saral or sabhi ke liye samjh sakne yogy he yog darshan to bahut hi jyada vistrit or atal visvash ke sath hi samjha ja sakta he
Jay shree Ram thank sir
Apke bhagwat Geeta padi he
Sir geeta gorkhpur ki bhagwat geeta hi authentic he esa mujhe samjh aaya he❤
आप एक बहुत अच्छे अध्यापक हैं 🙏
आपसे स्वीनय निवेदन है कि आप सभी दर्शनों के बारे मे ये ज्ञानवर्धक एपिसोड ले कर आए जिस से हमे भारतीय दर्शनों के बारे मे पता चले और इनकी अच्छी बातों को अपने जीवन मे लागू कर सके 🙏🙏🙏🙏
जी धन्यवाद। जरूर लायेंगे🙏🙏 हर्ष हुआ की वीडियो आपके काम आई।
@@HyperQuest sir bilkul laiyega sabhi darshano par video
You are a real teacher for this era.
This era needs intellects like you
Who can show us the real world which our ancestors knew very earlier.
If everyone understands this, no body will feel bad for the monks as they know the real way of living of life .i.e. leaving everything behind and achieving moksha
अद्भुत !!
अद्वितीय एवं स्पष्ट वर्णन किया है आपने।
जय श्रीराम॥ 🌳🙏🚩
Sir मैं गाव की रहने वाली हु हमारे पास इतने पैसे नही है की हम books लेकर पढ़ सके | आप जो भी books को read कर बता रहे हो हम जैसो के लिये, अपने ज्ञान को दान कर रहे हो। इसके लिए दिल से thank you so much sir और हमारे पास इतने पैसे तो नही है की हम आपका course join कर सके but आपके videos देख कर जितना कुछ सीख सकते है उतना जरूर सीखेंगे
Apko English aati hai?
इस ज्ञान को हमारे साथ बांटने के लिए आपका हृदय से आभार, धन्यवाद 🙏🏻
I am speechless for the amazing knowledge you gave in this video. Thank you. So happy to have joined you.
Most welcome. I'm happy that the video was of some help. 😇
दोस्त चेतना स्वयं को अभिव्यक्त करने के लिए प्रकृति को माध्यम बनाती है इसलिए केवल प्रकृति ही चेतना को नहीं फंसाती है अपितु चेतना स्वयं प्रकृति को माध्यम बनाकर उपयोग करती है और स्वयं को अभिव्यक्त करती है !! 🙏🕉️🙏
कठिन विषय को बड़ी सरलता से समझाया इस उम्र में आप का अध्ययन व ज्ञान अद्भुत है धन्यवाद शुभकामनाएँ आशीर्वाद
इससे अच्छा शायद मैंने कुछ सुना ही नहीं।🙏
Indiake har muslim aur christian brothers ko ye video jaroor dekhna chahiye....tabi pata chalega ki wo jo gyan ko anthim samajhke rake hai...unse bi upar ka gyan ham bharathiyonke pass hai...jai hind jai bharath...vande mataram
बहोत ही अच्छे से और सरल तरीके से 2 एपिसोड मे समझाया.... Keep it up Bro 🙌 माता रानी का आशीर्वाद सदा बना रहे 🙏
Great job dear ,i feel like along with this sanatani knowledge if whole world is aware then this planet will become wonderful for everyone...let's start from India, I'm happy to share this to all my relatives n friends.
Thank you so much. 🙏 Indeed, such knowledge makes us more humble and reasonable. Gives strength in hard times.
Yes Brother! I want to know more with more examples
अद्भुत अकल्पनीय 🙏🙏🙏 सांख्य दर्शन आज तक नहीं आया मुझे समझ आज अच्छी तरह से आ गया
जी धन्यवाद। हर्ष हुआ की वीडियो आपके काम आई 🙏
आपने तो इतने कठिन पहाड़ (सांख्य दर्शन) को रेत(सतसंग) की तरह सरल बना दिया,
इस प्रकार यदि आप सनातन धर्म को समझायेंगे तो हमारे सभी भाई बहन कभी धर्म से विमुख नही होंगे
जय श्री राम🙏🙏
धन्यवाद भ्राता। जय सनातन वेद हिन्दू धर्म संस्कृति। Sanatan is the Supreme 👌💐😊
WOW!! Explained so beautiful.. Samkhya has been crystallised in this video.. It can't get simpler than this!! Subscribed, and love from Australia... I now understand what self realisation is.. Lovely lovely lovely...
Thank you. It means a lot ❤️
आप का संख्यदर्शन् की विवेचन बहुत हि सुन्न्दर् है आप प्रणाम है
आप बहुत बड़े ज्ञानी हैं।
भारत विश्व गुरु बन कर रहेगा
बहुत सुंदर बताया है।
इसे समझना और समझना वास्तव में असंभव जैसा है क्योंकि प्रकृति बुद्धि रहित है, फिर भी वो हमे बुद्धि और इंद्रियां देकर हमे फसा देता है।
किसी को फसाने के लिए अति बुद्धि की आवश्यकता होती है, और यहां प्रकृति बुद्धिमान प्रतीत हो रही है।
इसे शायद अलौकिक घटना बोला जा सकता है कि कैसे प्रकृति पुरुष के साथ मिलकर सृष्टि करता है।
नॉलेज होना और उसको सही तरीके से आसान भाषा में पहुंचाना यह सबसे अद्भुत प्रतिभा है
Apke bina hame ye gyan kahi nahi milta. Dhannyabad 🙏🙏🙏 asehi video banate jaiye
Geeta me mil jayga
Kamaal ke videos hain aapke....your are doing a great job....
Bolne ka tareeka kitna pyara hai. Sweet, clear and simple.
Bhai kya ho Aap? Kitni saralta se complicated subject Samjha Diya.umar me mujhse chote hi hoge lekin main dil se keh rahaa hoon Aap dhanya ho Gurudev 🙏
भाई किन शब्दों में आपका आभार व्यक्त करूं आपको बहुत बहुत धन्यवाद, जीवन के अंधकार से बाहर निकालने हेतु आप भी मेरे जीवन में किसी गुरु से कम नहीं हो गुरु के ही समतुल्य हो प्रभु।🙏
भगवान मुझे सदमार्ग पर चलने की शक्ति प्रदान करें और प्रकृति से बाहर निकालकर मूल स्वरूप में जाने में सहायता प्रदान करें, और ये सब आपकी (भ्राता श्री) ही वजह से मेरी बुद्धि कहने को प्रेरित कर रही है।
Exceptionly well explained..!
Superb..!
Hats off..!
Highly appreciate your hardwork to explaine these.
Thanks a lot..!
The things explained here are asked and came into picture after every spiritual discussion...that "Bhagavan ne hame kyu banaya.. usko hamari kya jarurat hai.. bhagavan ko kisane banaya.. universe kyu bana.. universe ko kisane banaya.. aatma aur prakriti kyu hai..and it continues..." These merely 2 part videos on Samkhya darashan are the answers to almost all of their questions..
In addition you gave very well insight to interconnection of 25 (24+1) elements..
Already shared both the parts..!
Thanks again !
Bhut acche se aapne Itna bada darshan samjha diya. Log prakriti ko stri aur purush ko mard samajh lete h. Jabki ye galat h. Reproduction sirf stri nhi krti mard bhi barabar isme involved hota h. Dono hi prakriti ke vash m h aur Chetna bhi dono hi m h🙏
Please allow me to add a few things. Galiya mat dena agar achha na lage.. bus ignore kar dena.
Chetna stri purush dono k conscious ko kaha gaya hai.
Jo purush hai. Iska ling se koi vasta nahi.💐 Conscious male female , human non-human, sabhi buddhi jeevo me hai.
Prakriti stri ling nahi hai wo neutral gender hai par hum use feminine ya stri ling se darshana pasand karte hai kyuki female k jaise usme potential hota hai kaaran hota hai. Par male ki jise purush bhi kehte hai zarurat hoti hai karya ya creation karne k liye... 😊
@@Hauntsville bhut acche se aapne samajha diya hai 👍. Dhanyawad
Actually kuch log prakriti ko puri tarah se stri se jod dete h aur usko jad buddhi aur male ko distract krne wala bolte h. Aur khud ko wo purush samajhne lgte h jisko chetna khte h. Isliye maine aisa likha
@@Hauntsville mai gali kyu dungi sahi nhi lgega to😀
@@anupamkumari2855 I understand, sadly I do understand.
@@Hauntsville fikr mt kijiye, ye bhi badlega. Aur ladkiyo ki hi jimmedari h ki wo khud ko behtar bnaye
पूरा वीडियो देखने के बाद मैने जो सार निकाला वो ये है कि एक नर और मादा क्यों एक दूसरे से आकर्षित होते हैं ,क्यों सभी जीव विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होते हैं,इसलिए होते है क्योंकि ये प्रकृति का स्वभाव है, क्योंकि प्रकृति हमें फंसा कर रखा है ,अगर हमें फंसा कर नहीं रखेगी तो हम उससे अलग हो जायेंगे और उसका स्वयं का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा ,वो हम सभी को फंसा कर हमारी मजे ले रही है, हम चेतना वाले मनुष्य भी चेतना होने के कारण ज्यादा सम्पत्ति समृद्धि चाहते है अर्थात प्रकृति के जाल में और फंसना चाहते है, तथा इन सब से प्रकृति और भी ज्यादा अच्छे तरीके से अपने आपको व्यक्त करती है
शायद यही प्रकृति के आदि और अनंत होने का कारण है,क्योंकि जिस चेतना के होने से ब्रह्माण्ड का विकास हुआ है वह चेतना पूरी तरह से कभी प्रकृति से अलग हो ही नहीं सकती ,जिसके कारण प्रकृति की उम्र बढ़ती है , जब पूरी चेतना प्रकृति से अलग हो जाय उस समय प्रकृति शून्य हो जायेगी लेकिन ऐसा किसी भी शर्त में संभव ही नहीं है , अर्थात प्रकृति या ईश्वर तत्व आदि था अनंत था और रहेगा ही
जय श्री कृष्णा
जय मॉं जगदम्बा
जय महाकाल
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Great brother ❤
Jab chetna Prakriti se alag ho jay to chetna bhi sunya ho jaygi. Because *Nothingness* is absolute truth.
बहुत खूब !!
आप बिलकुल आचार्य प्रशान्त जी के जैसे समझाए बल्कि आज लगा उनसे बेहतर समझाए !!
सनातन के लिए कृपया ऐसे ही Active रहें !!
देश को आप पर गर्व होगा
हमें बहुत अच्छा लगा बहुत ही अच्छे से आपने समझाया आप बहुत धन्यवाद
आपको ईश्वर नें विशेष कार्य के लिए चुना है, परमात्मा आपको शक्ति प्रदान करें
और फिर वही मुक्त हुई चेतना वापस से अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रकृति के पास आ जाती ह और फिर फिर से वही खेल शुरू
no moksh means means out of reach of prakarti Vekunth Lok
Excellent 👌...today I get complete knowledge about sankhya darsan....
आध्यात्मिक विषय को आप बहुत सरल कर देते हो।जैसे अभी मोक्ष कया है कैसे प्राप्त कर सकते है। कैसे मोह माया के बन्धनो से मुक्त हो सकते है। आपकी जितनी प्रशंसा की जाये कम है। इतनी अल्पायु मे इतना गहन अध्ययन आपको ऋषियों की श्रेणी मे ले जाता है। समझाते बहुत अच्छा और सरल तरीके से। साधुवाद।
जय हिन्द जय भारत जय सनातन संस्कृति
Again you proved that you are great
Bro
धन्यवाद भाई , जिस तरह से आपने सांख्य दर्शन को प्रस्तुत किया है वो अत्यंत प्रशंसनीय है .......बहुत खूबसूरत Philosophy.......❤❤✨✨
11 main Upnishad and 6 darshan shastra the supreme higher level science knowledge of sanatan vedic hindu dharm 🚩🔱
Yes Brother! Sanatan is Great & Profound! Write the name of those Upanishads & does these 6 Darshans have their original Book/Shaastra
Actually there are 13 Upanishads..... Mostly accepted but Shankaracharya wrote on 11....
Kena, prashna, katha, maitrayani, shvetashvar, mandukya, mundaka, tattiriya, aiteraya, chandogya, brihadaranyak, isa, and kousitki.
The sutra granths are available online
Sankhya karika
Yog sutras
Nyaya sutras
Vaisheshik sutras
Purva mimansa sutra
Vedanta sutra
विशाल जी धन्यवाद मुझे अच्छा लगा आपने विज्ञान और संस्कृति और यूनिवर्स को समझाने का प्रयास किया सच में ध्यान करते हुए यह सारी चीजों का अनुभव होता है
ज्ञान को यूं समझें नदी में पानी बहता जाता है और कचरा साइड में होते जाता है और कचरा जब नदी में बहता तो उस का रस भी होता इन सभी को रस को छोड़ कर
अहम् ब्रह्म बनने का प्रयास करना चाहिए
अर्थात यह शरीर परमात्मा का है सृष्टि भी परमात्मा से उत्पन्न हुई है और इस शरीर में रहने वाली आत्मा ब्रह्मांड की आत्मा से उत्पन्न हुई और ब्रह्मांड की आत्मा भी उस परम शक्ति से उत्पन्न हुई
और यह परम शक्ति असंख्य ब्रम्हांड के परमपिता परमेश्वर परम शक्ति जो 0 भी है और विशाल भी है वह परमात्मा हर जगह मौजूद हैं जो हमारी बुद्धिमत्ता से भी बहुत ऊपर है उसे ऐसा ब्रम्हांड के जितने भी शक्ति जीव जंतु प्राणी सूक्ष्म सभी के मुख से धन्यवाद करें और बुद्धि से समझने का प्रयास करें वह भी कम होगा
मैं बचा नहीं 0 हो गया
अर्थात मेरा मेरे पास कुछ नहीं बचा अब जो है सब उसका है
वही करता है
मैं नहीं 0 हु
After watching this....I bow down to those great sanatan Gurus who created such kind of knowledge and heritage which transforms the human life and give the real meaning to it.
An awesome piece of work. Kudos to your efforts and simplicity of putting forth the concepts.
Mr.chorasiya..this is very hard to understand. But you explained very simply. No words to say anything.
Just say... thank you
Kitna samajh aya
जैसे रामायण में भगवान शिव माता सती से श्री राम जी को ब्रह्म कह कर सम्बोधित करते हैं, किन्तु श्री राम मानव रूप धरे जीव भाव में सीता माता के वियोग में पशु-पक्षी, वृक्ष आदि से उनका पता पूछते रहते हैं, परन्तु तत्काल ही स्वयं का स्मरण होते ही माता सती को पहचान उन्हें नमस्कार कर, भगवान शिव के बारे में पूछते हैं, इसी प्रकार मानव संसारिक माया जाल में भ्रमित हो अपने निर्लिप्त आत्मिक स्वरूप के प्रति विस्मृत हो जागरूकता या होश खो क्षिप्त-विक्षिप्त अवस्था में जीवन जीने को मजबूर हो जाता है, राम चरित मानस के इस प्रसंग से हमें यही संदेश मिलता है-- ।।वंदे वेद मातरम्।।🙏🙏
आपने जो सांख्य दशऀन के माध्यम से जो प्रकॄति और पुरूष के बिषय मे जो समझाया है वह अतयंत प्रशंसनीय है। इस के लिए आप को बहुत बहुत धन्यवाद। एवं मेरा प्रणाम🙏💕
बहुत सुंदर
जब से आपको सुना है तब से सनातन पर गर्व और बढ़ गया है ।
कितनी समृद्ध चेतनशील और वैज्ञानिक परंपरा रही है भारत भूमि की, नमन है ।
आप को भी नमन बंधु
अद्भुत विशाल जी मैं आपका हर विडियो देखता हूँ और और अध्यात्म विज्ञान के नये पाठ से परिचित होता हूँ
धन्यवाद🙏💕
Hamare Rishi , Muni, bhut Superior the, Mi apne ancestors ko Pranaam krta hu ❤.
Mind-blowing!! Such deep topic explained with such ease and logic! Literally blowing buddhi away!🙏
Excellent ,you have discussed very nicely and it is very true to get bliss .My Lord Jagannath bless you.
Jaya Jagannath.
विशाल जी आपको बहुत अच्छे से सीखा रहे है आपको कोटि कोटि धन्यवाद.... ईश्वर इस कार्य मे हमेश आपके साथ रहे 🙏🏾🙏🏾
आप का समझने का तरीका अच्छा लगा जय हिंद
he just summarised all self help books in just 2 videos
सही में अपने बहुत अच्छे से समझाया है ।
Bhaut hi achchha laga ye video aapko lakh lakh dhanyvaad aisa gyan dene ke liye
हमेशा से यह कोशिश रही की दर्शन को मौखिक रूप से जाना जाय आपके प्रयास से आज सीखने को मिलता है
Can't explain my feelings !! This is the best and most lucid explanation of Prakrut and Purush Interaction. Loved it ! Would love such explanatory videos on other Darshans too.
Superb 👌👌👌 sir आपके video देखने बाद मुझे ऐसा लग रहा है की मेरे सारे सवालो के जवाब आपके video देख कर मुझे मिल जायेंगे |
Har har mahadev
मैं ही ONE WORLD GOVERNMENT बनाऊंगा
मैं हूं दुनिया का मुक्तिदाता, मैं ही सतयुग की स्थापना करूंगा मैने नए सनातन धर्म को launch कर दिया है दिवाली 2022 को ,
मैने 2 अक्षर का सार शब्द अपनी हर Video के Description Box में लिखा हुआ है।
मेरा चैनल है @GODKABHAKT
Thanks!
Aapne kitna behtar tarike se Samkhya Darshan samjhaya. Bohot hi Sundar bhyakhya. ❤🙏
Most underrated channel on youtube 🥰
These are best 2 videos on internet. Great work _ /\ _
The sankhya philosophy is the best philosophy to ever exist in the universe
👏👏👏👏 संपूर्ण सांख्य दर्शन को जिस सरलता से आपने समझा दिया बहुत बड़ी बात है। विशाल जी आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।👍🙏🙏🙏
great explanation. Please keep up doing the great work.
Bhai sab apne to sabse hi best video banaya hai i guess matlab kisko motivation chahiye life ke uper jab aise knowledge milta ho to bhai motivation to chahiye hi nai spirituality ko prapt krna matlab sab kuch mil jana pure and greatest video i ever watched in my entire life bhai 😊🙏 . Mera aur ek sawal hi hai apne ye jo video banaya hai wo to main clear ho gya please ek aur video banaye jispe ham apne purvo ko ki puja krte hain unko moksh pane keliye to wo kaise Kam krta hai wo Puja please 🙏😊
Superb video, explained with such clarity!!
हम कोई अलग नहीं हम एक ही है , प्रकृति ने हमे अलग बनाया है.
सदगुरूजी गुरु माताजी आपको मेरा शत शत नमन....सदगुरूजी धन्यवाद..... सदगुरूजी ...जो सांख्य दर्शन क्षात्र में कहाँ हैं वह सच हैं पर जब अंत में जाकर यह लगता हैं की प्रकृती एवं पुरूष अलग अलग हैं ही नहीं..
जब बुद्धी मन को वश में लाए तो ना पुरूष ना प्रकृती बस एक सथिरता एक चमकता सितारा एक ऊर्जा प्रकाश या आत्मा चैतन्य आदि की बुद्धी पुर्वक समज जो सबमें ईश्वर को देखता हो ऐसी स्थिती....सदगुरूजी धन्यवाद ....सदगुरूजी ....ओम शांती शांती शांती शांती ही माँ.... मेरा देश महान हैं....
Excellent work.
Please try to make a video on Shakti peeth's and jyotirling's. Why they were formed and why they are the holiest places in our history. Video me inka varnan.
Thank you. Yes, will be creating. 🕉️🕉️
Thank you 🙏🏼
U eloberated so well...such a difficult topic and you made it so easy ...we are so grateful to you and your wisdom 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
bhai sahab kya clarity se explain kiya hai aapne _/\_ Aapko Naman hai
आपका नाम बिल्कुल सही है, सच में आप विशाल रुप में बुद्धिमान हैं👍
भाई आपको सलाम है ,आपके ज्ञान को सलाम है और आपके समझाने की कला को सलाम है, आप अद्भुत है , आप महान है,आप ज्ञानवान है , काश मुझमें भी आपके जैसे गुण आ जाते ,
आपको मैं दण्डवत प्रणाम करता हूं, जय श्री कृष्ण