पूरा हिंदुस्तान 1947 में आजाद हो गया था लेकिन गुर्जर समाज 1953 में आजाद हुआ था यह चीज कहीं पर भी लिखी नहीं गई है क्योंकि गुर्जर समाज ने गुलामी से नीचे आज भी नहीं झुका कर भी नहीं झुकेंगे जयदरबार की
यहां पर पहले चेची गोत्र और नागवंशी गुर्जर रहते थे जो नागवंशी थे और जो भगवान राम के वंशज थे नागपाल की डूंगरी का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि नागमणि से गुर्जरों का रास्ता उनको ऊपर से निकलती है भगवान के पूर्वजों के महल की है
जो यह चेची गोत्र की मां गायत्री देवी थी यह बात बिल्कुल सत्य लेकिन वैज्ञानिक रूप से देखा जाए तो यहां पर पहले कोई इंसान नहीं रहता था यहां पर सिर्फ पशुपालन नहीं रहते थे और पशुपालन करने वाले गुर्जर जाति के लोग रहते थे जोनागौर के डूंगर ऊपर उनके अंदर पहले बगड़ावत की यहां पर राजमहल और किला रहा करता था उनके पूर्व इसीजगह पर रहा
अगर तुम राजस्थान के अंदर गुर्जर समाज कोढूंढोगे गुर्जर समाज का व्यक्ति अगर पुराने टाइम में ढूंढेगा तो बोला कि मैं अजमेर से आए हुए हमारे पूरे कहीं कर हरियाणा वाले यूपी वाले एमपी वाले वह सारे बोलेंगे हमारे पूर्वज पहले गुजरात से और गुजरात का और इसी अजमेर से आए हुए हैं सबसे ज्यादा सबसे पुरानी और गुर्जर समाज की कोई राजधानी थी तो वह पुष्कर थी पुष्कर के बाद फिर इस राजस्थान को सबसे पहले गुर्जर प्रदेश से जाना जाता था गुर्जर समाज का दबदबा रहा है यहां पर राज चौहान मामूली लोग नहीं थे वह
Ye achcha h tumlog khud hi khud को veer kahte ho aur ab to khud hi history ki books bhi likhne lage ho......but tumhari history ye h ki tumlog madhya Asia ki tribe ho jo hoono, kushano k sath bharat aaye the
पूरा हिंदुस्तान 1947 में आजाद हो गया था लेकिन गुर्जर समाज 1953 में आजाद हुआ था यह चीज कहीं पर भी लिखी नहीं गई है क्योंकि गुर्जर समाज ने गुलामी से नीचे आज भी नहीं झुका कर भी नहीं झुकेंगे जयदरबार की
जय श्री राम 🔱🙏 जय वीर गुर्जर समाज की जय हो 👍🚩 जय श्री देवनारायण भगवान जी की जय हो 🙏🔱🚩👍💯🎈
जय हो पुष्कर धाम की और गुर्जर समाज की.
यहां पर पहले चेची गोत्र और नागवंशी गुर्जर रहते थे जो नागवंशी थे और जो भगवान राम के वंशज थे नागपाल की डूंगरी का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि नागमणि से गुर्जरों का रास्ता उनको ऊपर से निकलती है भगवान के पूर्वजों के महल की है
जो यह चेची गोत्र की मां गायत्री देवी थी यह बात बिल्कुल सत्य लेकिन वैज्ञानिक रूप से देखा जाए तो यहां पर पहले कोई इंसान नहीं रहता था यहां पर सिर्फ पशुपालन नहीं रहते थे और पशुपालन करने वाले गुर्जर जाति के लोग रहते थे जोनागौर के डूंगर ऊपर उनके अंदर पहले बगड़ावत की यहां पर राजमहल और किला रहा करता था उनके पूर्व इसीजगह पर रहा
गुर्जर समाज के तीर्थ स्थान के लिए जय हो भगवान❤❤❤❤❤❤
अगर तुम राजस्थान के अंदर गुर्जर समाज कोढूंढोगे गुर्जर समाज का व्यक्ति अगर पुराने टाइम में ढूंढेगा तो बोला कि मैं अजमेर से आए हुए हमारे पूरे कहीं कर हरियाणा वाले यूपी वाले एमपी वाले वह सारे बोलेंगे हमारे पूर्वज पहले गुजरात से और गुजरात का और इसी अजमेर से आए हुए हैं सबसे ज्यादा सबसे पुरानी और गुर्जर समाज की कोई राजधानी थी तो वह पुष्कर थी पुष्कर के बाद फिर इस राजस्थान को सबसे पहले गुर्जर प्रदेश से जाना जाता था गुर्जर समाज का दबदबा रहा है यहां पर राज चौहान मामूली लोग नहीं थे वह
Jay ho pushkar dham ki
भगवान के पूर्वजों के महल की और अपने बुजुर्ग वंश के राजाओं की इतिहास की है अपनी पुरानी जगह से जुड़ना चाहेगा तो अपनी पुरानी चाहिए याद करेगा
जय हो
Jay Ho Bhagwan ki
Jai ho maa ki
❤❤❤
You are Great
Gurjar samaj Na jhukega Na jhukane dega
❤❤❤
Jai gurjar samaj jai shree dev jai sawai bhoj jai mihir bhoj❤❤❤
Jai Shree devnayan bagvan ki jai ho 🙏🙏🙏
Jay Veer Gurjar
But rent kafi rhta bhai one night single person normal room charge is 800
Ye achcha h tumlog khud hi khud को veer kahte ho aur ab to khud hi history ki books bhi likhne lage ho......but tumhari history ye h ki tumlog madhya Asia ki tribe ho jo hoono, kushano k sath bharat aaye the
अरे भाई हमारे गुर्जर भाई विदेशी नही है ये भारत के मूलनिवासी है सनातन धर्म के कृप्या हिंदू धर्म में फूट मत डालो
😂😂😂 nikla mughalput
Gurjar Bhai Din ki shuruaat Ram ji ke Nam se karate hain to fir videshi kaise ?