एते रुक्सरथानाम राजपुत्रा महारथाः ( महाभारत 7 . 112 . 2 ) राजपूत शब्द नवीन नही है, यह संस्कृत के राजपुत्र शब्द का अपभ्रंस है । शाशक वर्ग से सम्बंधित होने के कारण क्षत्रिय लोग राजकुमार , महाराजकुमार , राजपुत्र, महाराजपुत्र की उपाधियों से संबोधित होते थे । महाभारत के बाद भी, कौटिल्य के अर्थशास्त्र में , हर्षचरित्र ओर कादम्बरी ( बाण ) में भी राजपूत उर्फ राजपुत्र शब्द का उल्लेख हुआ है । यहां तक कि अभिलेखों में भी राजपूत शब्द का प्रयोग हुआ है -- विक्रम संवत 1287 के तेजपाल अभिलेख में भी राजपूत उर्फ राजपुत्र शब्द का उल्लेख हुआ है , ओर इस अभिलेख में राजपूत शब्द का प्रयोग " प्रतिहारो " के लिए ही हुआ है । (" भालिभाडा प्रभति ग्रामेसी संतिष्ठमान श्रीप्रतिहारवंशीय सर्वराजपुत्रेश्च ।। ") इस तेजपाल मंदिर के अभिलेख में भी राजपुत्र / राजपूत शब्द का प्रयोग हुआ है । अब_इतिहास_चोरी करने वाले बात को समझे -- पहली_बात -- राजपूत शब्द हिंदी है, हिंदी संस्कृत का ही प्राकृत रूप है ।। संस्कृत के शब्द हिंदी तक आते आते काफी बदल जाते है ।। जैसे संस्कृत का " मनुह् " उच्चार होने वाला नाम हिंदी में " मनु " बन जाता है । अब क्या मनु ओर मनुह को दो आदमी मानोगे ?? आगे राम नाम ही देख लीजिए । रामः ( रामह्) शब्द हिंदी में राम हो जाता है ।। इसी तरह संस्कृत का त्र हिंदी में " त " उच्चार होता है ।। और यही राजपुत्र शब्द अब हिंदी में " राजपूत " हो गया है ।। यही आपके दूसरे कुतर्क का जवाब हो गया ।। भगवान राम और कृष्ण जी के लिए हर जगह " क्षत्रिय " शब्द का ही प्रयोग हुआ है , राजपुत्र शब्द का प्रयोग केवल क्षत्रिय के लिए हो सकता है, क्यो की वैदिक काल मे शाशन केवल क्षत्रिय संभालते थे ।। संस्कृत के राजपुत्रः श्रीराम और श्री कृष्ण हिंदी में किस जाति के गिने जाएंगे ?? साफ है, वे राजपूत ही कहें जाएंगे ।। आज कल की नयी नयी नवीन धनाढ्य जातिया हर वक़्त राजपूतो को दबाने में लगी है हमारे पास पुख्ता जानकारी है उन समाज के पैसे वाले लोग किराये के एडिटर खरीद कर नेट की दुनिया में राजपूत शब्द गायब करवाना चाहते खुद ही पैसे देकर बुक छपवाते है और उन्हें गूगल बुक पर डाल कर वही रेफेरनेसे विकिपीडिया पर बताते है और खुद को स्वघोषित क्षत्रिय बताना चाहते है और हम्हे कहते है की 3वीं शताब्दी से पहले राजपूत नाम क्यों नही आया हकीकत ये है की आज तक का सबसे प्राचीन शिलालेख पांचवी 5वी शताब्दी में मिला था वह राजपूत अंकित है एक जवाब उनके लिए हमारी तरफ से पढो आँखे खोल कर पढ़ो राजपूत हिन्दी का शब्द है। यह संस्कृत शब्द राजपुत्र शब्द का अपभ्रंश है। यह भाषाविज्ञान से प्रमाणित होता है की पुत्र शब्द का अपभ्रंश 'पूत' है। प्राचीन ग्रन्थों मे राजपूतों के लिय राजपुत्र, रजन्य, बाहुज आदि शब्द भी मिलते हैं। यजुर्वेद जो सायं ईश्वरकृत रचना है मे भी राजपूतों की खूब चर्चा हुई है। 📖 ब्रध्यतां राजपुत्राश्च बाहू राजन्य कृतः बध्यतां राजपुत्राणाम क्रंदता मिततेरम .... यजुर्वेद अध्याय 3 📖 महाराज विक्रमादित्य के कवि अमरसिंघ अपनी रचना अमरकोश मे राजपूत या रजन्य के निम्नलिखित पर्यायवाची शब्द बताते हैं। भूधारमिषिक्त राजन्यों बाहुज क्षत्रियो विरोट राजा राट पार्थिव क्षमाभृनृय भूप महिक्षितः अर्थात मूर्धाभिषिक्त, रजन्य, बहुज, क्षत्रिय, विरोट, राजा, पार्थिव, क्षमाभृनृय भूप और महीक्षित यह सभी क्षत्रियों के ही पर्यायवाची शब्द हैं। इसके बाद पुराणों मे सूर्य और चन्द्र वंश के राजपूतों के वंश हैं, की उत्पत्ति भी क्षत्रियों से मानी गयी हैं 📖 चंद्रादित्य मनुनांच प्रवाराः क्षत्रियाः स्मृतः ..... ब्रह्मावैवर्त पुराण, 10-15 📖 इसके अतिरिक्त कालीदास के माल्विकाग्निमित्रम कौटिल्य के अर्थशास्त्र अश्वघोष कृत सौंदरानंद तथा बाण के हर्ष चरित मे भी राजपुत्र शब्द का उल्लेख किया गया है। कवि बाण लिखते हैं - अभिजात राजपुत्र प्रेष्यमाण कुप्यमुक्ता कुल कुलीन कुल पुत्र वाहने ... सप्तम उच्छ्वास पृष्ठ 364 अर्थात सेना के साथ आभिजात्य राजपूतों द्वारा भेजे गए पीतल पत्रों से मढ़े वाहनों मे कुलीन राजपुत्रों की स्त्रियाँ जा रही हैं । 📖 ॠगवेद में ‘कस्य धतधवस्ता भवथ: कस्य बानरा,। राजपुत्रेव सवनाय गच्छद’॥ 📖 यजुर्वेद में ‘पश्वी राजपुत्रो गोपायति राजन्यों वै प्रजानामधिपति रायुध्रुंव आयुरेव गोपात्यथो क्षेत्रमेव गोवायते’॥
Pahli baat to crystal clear hai ki Rajput word jo hai hai hindi nahi balki pali language ka word hai jo ki khud mein 2500- 3000 saal purana hai , Famous Buddhist texts mein Mahajanpad kaal ke Kayi Kshtriya vansh jaise - Moriya/Mori , Baishalli ke Licchavi ( Bais) , Kushinagar ke Mall ( Bisen) , Kapilvastu ke Sakyavanshi ( Gautams) ko Rajput kaha gaya hai , Rajputto/Rajput ( pali language) , Khattiye( Prakrit) , Rajanya/Rajputra( sanskrit) , Rana/Rangad/Thakur ( prakrit) aye sab Kshatriya vansho ke synonyms yani prayavachi hai 💪💪💪💪💪💪💪💪💪
राजपूत नामक शब्द पहली बार 13वीं सदी में अस्तित्व में आया और तब इसके विविध अर्थ थे. मध्यकाल के उत्तरार्ध में कई कबीले जो आज खुद को राजपूत कहने लगे, तब अपनी स्वतंत्र पहचान रखते थे। राजपूत किसी एक जाति या नस्ल का नाम नहीं है बल्कि ये कई अलग अलग नस्लों का एक समूह है जैसे राजस्थान, गुजरात,पंजाब और हरयाना के राजपूत हूण, कुषाण, शक, मंगोल, जाट, अहीर, रांघर, गुर्जर, रोड, पठान, बलोच , खिलजी और मुगलों जैसी लड़ाका नस्लों से निकले हैं, कुछ अपवाद को छोड़कर जैसे कुछ भील और आदिवासी जातियों से भी निकले हैं. जबकि अवध, पूर्वांचल और बिहार के राजपूत तो निम्न जातियों जैसे भर, निषाद, कुर्मी और कोयरी जैसी गैर - लड़ाका जातियों की ही औलाद हैं आज की "राजपूत" पहचान अंग्रेजी हुकूमत में खड़ी हुई एक पहचान है. राजपूत और "क्षत्रिय" दो अलग चीजें हैं
@@filmcritic4178 Modi g india today ke interview me bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to saara logic hi fail ho chuka hai,ab kuch bhi kahani banao koi dharma hi nahin to koi logic koi story hi nahin sab fail Isiliye dharma ki baat chodo job business par dhyan do
@@filmcritic4178 kshatriya rajput bo hain jo Sanda se hain yani sanatani Surya vanshi or chander vanshi kshatriya rajput kahye jate hain or jo baher se aaye thye bo sirf rajput hain yani rajputtra ye Chauhan Rana ye kai branches hain inko agni ki sapath de hindu banaya gaya tha jis se ye log apne aapko agni vanshi Kahne lage thye or ab to sab apne aapko surya vanshi hi batate hain surya vanshiyon ki vanshawali main inka inka koi nam nishan nahi hain leki ab ye log apni farji vanshawali likhwa rahye hain jiska koi matlab nahi shri ram ji ka mandir bana to kort main jaj ne kaha ki koi ram ka vanshaj hain to kisi ke pass ek bhi sabut nahi nikla or jaipur ke rajgharane ke pass bahut share those sabhu nikle thye or kaha ki ham hain shri ram ji ke vanshaj kushwah kachhwah shakiya maurya saini murav mori koli or bhi kai branch hain or krishan ke vanshaj jadon Jadeja bhati ye 6 hain baki sab farji hain
Hud jo he vo aj ke gurjar me ata he or jo sak he vo jato me he, rajputo ne hudo or sako dono ko parajit karke unke rajyo ko Nast kar diya bad me vo bhartiy sanskrati me samil ho gaye.
एक व्यावहारिक दृष्टिकोण तो ये है कि हिंदुओं के चारों वर्ण आज भी विद्यमान हैं और उनमें कई जातियां हैं। लेकिन केवल राजपूत जो क्षत्रिय है प्रश्न उसपे ही ज्यादा करते हैं। राजपूत जो कि क्षत्रिय ही है क्यों कि उनका चरित्र एक है,उनको ये जानकारी किताबों से नहीं अपने पूर्वजों से मिली है।और जितने भी वर्ण हैं वो भी मूल चरित्र और नाम के साथ नहीं है। समय के साथ उनमें कुछ परिवर्तन हुआ है।
Dusri baat 43 kulin Rajput ( 36 kul are more famous but actual intermarrying cluster is of 43 clans ) ke pass hi pure desh mein Stone inscriptions, Epigraphical evidences , Manuscripts, Genealogy trees etc se hai jise hum khudko Prachin Vedic Kshtriyao ke roop mein sthapit karte hai jinme se kuch gaharne jaise ( Kangra ke Katoch , Mewar ke Guhilot , Jaipur ke Kushwaha, Jammu ke Jamwal , Askote ke katyuri , karauli aur Jaisalmer ke Yaduvanshi, Chottanagpur ke Naagvanshi Rajputs, Argal ke Gautam, Chamba ke Mori , Laalgang ke Bais , Majhuli ke Bisen , etc ke pass aaj bhi 2500- 3000 varsh purani written and recorded history hai jo ki apne aap mein ek world record hai 💪💪💪💪💪💪
Teesri baat 7 th century mein aaye Hindu sabd , 1920 AD ke Kushwaha, Yadav , Gautam etc jaise Farzi adopted surnames aur 1990 mein Rss dwara popular kiye gaye Sanatani sabd per garv karne waalo ke pass khud ka prachin vedic Bhartiya hone ka ek bhi saboot nahi hai 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
सारे नेतापूत चौड़ में सफेद कुरता पजामा पहना करेंगे और अगर कोई भी व्यक्ति सफेद कुरता पजामा में भाषण देता हुआ दिख जाए तो सारे नेतापूत खुद को उसका वंशज बताएंगे
आभी के समय मे हर कोई सम्राट अशोक से जुडने का प्रयास कर रहे है ... मतलब हम राजपूत कैसे सम्राट अशोक के काल मे भी है .. राजपूत का उल्लेख सम्राट अशोक के समय कैसे है .... अगर येसा है तो सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म स्विकार कीया था... दुनिया के सभी राजपूत बौद्ध धर्म स्विकार करे ..है हिंमत राजपूत मे ..
@@3737pradipdhanavade budh Surya vanshi kshatriya thye jab unko giyan ki prapti hui to bo mahatma gautam budh kahlaye thye budh budh ka matal budhiman rajput koi budh nahi ban sakta hain kiyon ki rajput ko Pata hain ki budh banna etna aashan nahi jitna sudra samjhte hain or jaise is duniya main ek shiv ek ram ek krishan or ek hi budh hain baki jo budh ban rahye hain bo apni jati chupane ki koshis ker rahye hain or kuchh nahi
Buddhist text Buddvansham aur Dipvansham mein Mourya Samrat Bindusar aur Ashok ko sidha sidha Sakyavanshi( Suryavanshi) Rajput kaha gaya jinke liye Ujjain bada important tha , Parmar Rajputs ke 26 branches mein aaj bhi Mourya/Mori Sakha ka naam hai aur Parmar vansh mein Moor( Peacock) aur Pipal bada pujaniy hai , Gautam Buddha ke Sakyavansh ke log present day Ke Gautam Rajputs hai jinke Fatehpur mein Argal Raj aur Basti mein Nagar Raaj aur Azamgarh mein Mehnagar Raaj bade famous hai , Parmar vansh bhi inhe ke Bhaivandh hai joki Abu yagya ke baad se Agnivanshi kahe jane lagye ⚔️⚔️⚔️⚔️☀️☀️☀️☀️
@@RahulRawat-vi4nq suruat to meri sahi hain or aapka matlab Surya or chander se pahle dharti per pahle nag painda ho gaye thye or nag vanshiyon ke raj ke bad Surya or chander ka agman Hua tha beidik kshatriya Surya or chander vanshi hain or koi nahi
संस्कृत के राजपुत्र और "राजपूत" में कोई समानता नहीं है क्योंकि राजपुत्र एक common noun है और जिसका अर्थ है Prince या राजकुमार। जबकि "राजपूत" एक proper noun है और जो कई tribes का एक समूह है
Bilkul sahi kah rahe hain Desh ka Sc/st/OBC kshatriya Nahi Hai... Kyuki Kshatriya Bharatiya shabd hi Nahi Hai... "kshatrap" isse milte julte shabd ka sarvpratham proof indo-greek rulers K inscription me milte hain....iska matlab Bal puravak hathiyaya gya kshetra ka swami hota...... Aur To Aur agar history ko Bramanical methodology se alag Rakh kar historian historian bahut Rajput ko videshi mante hain Aur bahut Naya mante hain....
@filmcritic4178 jaati aur Varna ek hi hain ek hi sikke ke do pehlu hain Nakli dharmaguruon kathavachakon ke chakkar me mat pado 20rs me bikte hain aajkal
Rajpooton ko bevkoof banane waali 4 sabse badi powers 1)angrezon ki funding se bane Arya samaji jinke guru dayanand saraswati ne sabse pehle kahaa tha ki kshatriya karma se hote hai 2)Arya samaji hindutwa se banaa rsss jiski jad bhi England se judi hai 3)vvhp 4)nakli dharmaguru aur kathavachak,nakli dharmic sangathan jaise iskon,bageshwar baba,karauli sarkar,brahmakumari, swaminarayan,baba rampal,nirankari,radhaswami ,ramkrishna mission etc Poore rajpoot samaj ko inse aur ABRAHIMIC HINDUTWA SE alag hona zaroori hai ❤❤❤
@@Omsatya-g7t padhne ki zaroorat hi nahin pehle hi padh chuka hoon Waise bataa doon ki mere baap hain suryavanshi kshatriya aur guru hain Puri jagatguru Shankaracharya ji,Arya samaji chele to khud najayaz hain koi unka beta kya hoga Waise bhi aajkal desh me gareebi hai to paapi pet paalne ke liye log 100rs /comment lete hain rsss se Bacchon ke school ki fees ,biwi ke kharche etc Kaafi compromise karna padta hoga
@@Jackreacher123आपके जैसे लोगों की वजह से ही देश में academic crisis है क्योंकि बिना आप जैसे लोगों का agenda है कि कैसे दो बिलकुल अलग चीजों को एक सिद्ध करना। Rajput Identity एक modern colonial construct है और ये एक historical और anthropological fact है. जबकि "क्षत्रिय" वर्ण विचारधारा का दूसरा पायदान और जो भी व्यक्ति इतिहास और वर्ण विचारधारा की समझ रखता है वो जानता है कि इतिहास कभी भी वर्ण विचारधारा के अनुरूप नहीं रहा है. कई नस्लों और कौमों ने खुद का क्षत्रियकरण किया है और उनमें से राजपूत एक जातीय समूह है।
Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to sabke baap Jesus Christ Sabse pehle Vedic kshatriya the Jesus Unke maanne waale asal kshatriya Sabse powerful kshatriya hai Donald Trump aur Vladimir Putin ❤❤
Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to sabke baap Jesus Christ Sabse pehle Vedic kshatriya the Jesus Unke maanne waale asal kshatriya Sabse powerful kshatriya hai Donald Trump aur Vladimir Putin ❤❤
Kshatriya Rajput thakur ek hi cast hai hindu dharm ki Raksha ki hindutva ko bachaaya mughlon maleshon se bahut taqat bar cast hai kshatriya Rajput thakur
3. मैं आपको पाली ग्रंथ से ही एक प्रति-उदाहरण देता हूँ। अनुमानपन्ह (मिलिंदपन्ह) में नागसेन ने शहर के लोगों का वर्णन किया है। उसी पंक्ति में सबसे पहले वर्णों का उल्लेख किया गया है, फिर क्षत्रिय/लोगों के प्रकार और बीच में मंत्री (उग्गा) और राजकुमार (राजपुत्र) का उल्लेख किया गया है। यदि राजपुत्र क्षत्रिय का पर्यायवाची था, तो उसे उसी पंक्ति में दोहराने की आवश्यकता नहीं थी, जैसे ब्राह्मणो को दोहराया नहीं गया था। इसका उल्लेख केवल अन्य क्षत्रिय प्रकारों के साथ मूल्य अर्थ में किया गया है। देखिए, मेरे जैसे एक गैर-इतिहासकार ने, कुछ तदर्थ खोज के साथ, इतने सारे प्रतिवाद प्रस्तुत कर दिए हैं कि, उचित इतिहासकारों के पास निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए बेहतर उपकरण होने चाहिए।
@@Arnavpundराजपुत्र शब्द से राजपूत शब्द बना है पर राजपुत्र शब्द कभी भी किसी जाती को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया और 16 वी सदी से पहले राजपूत शब्द भी किसी जाती को संबोधित करने में इस्तेमाल नहीं हुआ। 16 वी सदी के बाद राजस्थान से राजपूत शब्द एक जाती के लिए प्रयोग होना शुरू हुआ जो कि धीरे धीरे आजादी तक भी इस नई जाती में लोग जुड़ते रहे
Ram Raj se leker raja kush or raja kush se raja nal raja nal budh chander gupt maurya sammrat ashok Mahan or kai raja raj karte aaye hain rajsthan ke jaipur tak or raj to Surya vanshiyon ka hi raha hain etihas sab ko Pata hain
@@udyandaspahle to tu padhna likhna sikh le murkh prani Buddh dharm shuru hi rajputra dvara hua h Tere purkhe aaj jaha kahi bhi honge unhe pta hoga ki thakur sahab kaun the 😂😂
In ancient history Many Brahman kings claimed themselves as a Kshatriyas such as Lalitaditya, Devapala, Mayurvarman, Pulakesin2 , Samanta sena and Jayapal the last king of Afghanistan are the brahman kings who claimed themselves as a Kshatriyas means brahman Kshatriyas Aryans are the real Kshatriyas and they are brahmans only
आप हिंदू हो हिन्दुओ के इतिहास मे क्या लिखा गया है वह कहे बोद्ध आपका वर्णन क्यो करेंगे भला. आपके नाम मे ही आपका इतिहास छुपा है राजाचा का पुत्र याने राजपूत और जो राजा वह क्षत्रिय. 🚩🙏
7000 saal purani Valmiki Ramayan pdho Ram ji ko baar baar Rajput Raja Ram bola gya hai, surya vanshi Rajput, Raghuvasnhi Rajput,ishwaku gotr k Rajput ye Ram ji se bhi pehle k hai aur kush vanshi kushwaha Rajput,laxman vanshi partihar Rajput ye hajjaro saal purane gotr aur aaj se 2000 saal purana bodh grnth pdho jisme saaf saaf jati k liye Rajput word use hua hai , aur dusri shdabdi mai Hanumant bhati ne Hanuman garh mai sbse bda kila bna diya tha, aur 12 v shtabdi mai maha Rana kumbha ne Kumbhalgarh mai duniya ki dusri sbse lmbi diwar bna di thi, rhi baat punjab mai aaj bhi putr ko putt hi bola jata hai, jaise potri ko poti, Ratri ko Raat , potr ko pota aise aur Rajputr ko Rajput bola jata hai, aur 16 v shtabdi se pehle santan dharm ko Hindu nhi bola jata tha to kya Hindu nhi the,
@@Nikhilmeena8 pdh lena jisme Guru vashisht ji Ram ji ko bolte hai ki hey nar sresth ek yagya hoga jisme sb Rajput Raje shamil honge Valmiki Ramayan, aur jain Ramayan bhi pdh lena tisri shtabdi ki usme bhi baar baar Rajput word use hua hai jati k liye
कोला पूजन की पैदावार कौन परेशान कर रहा है शंभू बॉर्डर पर बैठ कर सबको पता है और राजस्थान में आरक्षण के नाम पर क्या किया था हिंदुओ के साथ ये भी सबको पता है
बेटा आदिवासी समुद्र के अंदर नहीं रहते है राजा और सरकार की जमीन पर रहते है पहले भी आदिवासी थे तो क्या शहर नहीं थे तुम लोगो का कोई दोष नहीं है दोष तुम्हारी जाति का है
@@filmcritic4178अहीर जाट गुज्जर बलोच पठान सैय्यद औरतों के राजपूत पुरुषों से संबद्ध आज भी शिलालेखो पर लिखे और पेपर न्यूज में भी छपते रहते है संबद्ध तुम लोग बस हवाबाजी हो करते हो वैसे 2013 मुजफ्फरनगर दंगे में भी बढ़िया संबद्ध हुए थे जाटों से 😂😂😂
Bhai saahab ....I think Rathod ko ek shilalekh(maharashtra)mein satyaki ka vanshaj bataya gaya hai. Rashtrkuta Hoy sala Yadav of deogiri Chalukya Sab south indian patrol king the south india ke jo north ki tarah coherds the..... Rajput word ka Varnan kab se hua caste ke liye ye bataye? Rajput kul ki list hai wo bhi bataye Jaise Prithviraj raso jisme Abhira , tank, Rajpal vansho ka naam tha or Col Todd ne inhe waha se hataya. Mujhe lagta hai saare rajput vansh south se aaye yaa from outside India. Maratha ke 96 kul mein 3 parkal ki jaatiya hai Kunbi Dhanghar Yadav/Gavli maratha se bada koi bhi yodha nahi hue poorey hindustan mein 96 kul ki history padho phire pataa chalega ki saare kisan, patrol caste of Maharashtra were ruling class of south india n north India. But north indian Rajput never had marital relationship with people from south of Narmada. Now same Rajput people saying that all kings belong to their vansh. Even today no decent rajput marry their daughter to Shindia, holkar , Gaikwad etc Mysore king also started marrying north indian Rajput in 19 century onwards that too when one first marriage was with daughter of a very small zamindar of gujrat. Saare hindustan mein kshatriya rahte the Jo 1000 se Raja the wo rajput kahlaye.
@@sanjeevyadav29 rsss aur 20rs me bikne waalon ka itihas koi nahin maanta Fake stories se koi faayda nahin itihas ko change karna ye political agenda hai
@@sanjeevyadav29 basic thing is that historical distortion is a political agenda backed by abrahimic hindutwa,with backing of Christian missionary But slowly we are understanding the hidden agenda Main thing is that we don't have even one percent belief in all your logic and facts Always remember that too much intelligent plans and agendas sometimes backfire Moreover there is one old indian saying--chalaak kauvva hamesha ...me girta hai
😂😂😂😂कुणबी , यादव कबसे ९६ कुळी बन गये 😂 मैं महाराष्ट्र से हुं मुझे एक ऐसा कुळ बता जो यादव या कुणबी है जिन्हे ९६ कुळी कहा गया है 😂😂😂😂 और दुसरी बात जातियों में बटो मत सबको केह रहा हुं एक है तो safe है 😂😂 वरना कुत्ते जैसे गुलामी करते रहोगे तुम यादव भी और राजपुत भी 😂😂जैसे इतिहास में करे 😂😂
टाक राजपूत होते है। मेरे गाँव में भी है। सिंधियाओं में राजपूत शादी करना पसंद नहीं करते रहे है। यह सही बात है। नेपाल के राजघराने में पारिवारिक हत्याकांड इसी बात पर हुआ था। इसी के उलट भोंसले, गायकवाड़ और होल्कर वंशों को राजपूत माना जाता है। क्यों। मुझे नहीं पता। हाँ, कहीं पढा था कि भोंसलों का सम्बन्ध मेवाड़ के राजकुमार उदयकर्ण से माना जाता है। जिसने अपने पिता कुम्भकर्ण की हत्या की थी। और सरदारों के डर से दक्षिण में पलायन कर गया था।
Chol,pandya,pal, gupta,kavka, hud, Sindhu,tuluv,suluv,satvahan, k samay Rajput kha the. Dalal ki had hoti haii ,kisi bhi Pali bharat ka Anuvad hindi me Kar dete haiii.
Bhai aapk farzi history hai .rajput mainly local log hi the aur bahut sare hun log the inhe hi sab basd main raajput bane .prachin toh katai nahi hai kuch rajput toh south indian bhi hai .mainly rashtrakut ke samant kuch huns hai jo harshvardhan ke baad chite level ke adhikari the baki rajput locat tribal aur local cadtes hi hai.na ki sab ka ek hi origin hai .inki shakal surat dekh kar hi samajh jaoge ki ye yahi ke zyadatar log hai.
Dost mytholog kyo bol rhe ho mix ture ka ptaa kya etihas se nhi chl rha tujhe aakho pr patti bandhi h khud ko to kya dusre ki aakho pr patti bandhi h unhe yo dekhai de rha h mixture hi nhi path bherst derm pherst bhi h sb gun h es nav nirmit jaati me
एते रुक्सरथानाम राजपुत्रा महारथाः ( महाभारत 7 . 112 . 2 )
राजपूत शब्द नवीन नही है, यह संस्कृत के राजपुत्र शब्द का अपभ्रंस है । शाशक वर्ग से सम्बंधित होने के कारण क्षत्रिय लोग राजकुमार , महाराजकुमार , राजपुत्र, महाराजपुत्र की उपाधियों से संबोधित होते थे ।
महाभारत के बाद भी, कौटिल्य के अर्थशास्त्र में , हर्षचरित्र ओर कादम्बरी ( बाण ) में भी राजपूत उर्फ राजपुत्र शब्द का उल्लेख हुआ है । यहां तक कि अभिलेखों में भी राजपूत शब्द का प्रयोग हुआ है -- विक्रम संवत 1287 के तेजपाल अभिलेख में भी राजपूत उर्फ राजपुत्र शब्द का उल्लेख हुआ है , ओर इस अभिलेख में राजपूत शब्द का प्रयोग " प्रतिहारो " के लिए ही हुआ है ।
(" भालिभाडा प्रभति ग्रामेसी संतिष्ठमान श्रीप्रतिहारवंशीय सर्वराजपुत्रेश्च ।। ")
इस तेजपाल मंदिर के अभिलेख में भी राजपुत्र / राजपूत शब्द का प्रयोग हुआ है ।
अब_इतिहास_चोरी करने वाले बात को समझे --
पहली_बात -- राजपूत शब्द हिंदी है, हिंदी संस्कृत का ही प्राकृत रूप है ।। संस्कृत के शब्द हिंदी तक आते आते काफी बदल जाते है ।। जैसे संस्कृत का " मनुह् " उच्चार होने वाला नाम हिंदी में " मनु " बन जाता है । अब क्या मनु ओर मनुह को दो आदमी मानोगे ??
आगे राम नाम ही देख लीजिए । रामः ( रामह्) शब्द हिंदी में राम हो जाता है ।।
इसी तरह संस्कृत का त्र हिंदी में " त " उच्चार होता है ।। और यही राजपुत्र शब्द अब हिंदी में " राजपूत " हो गया है ।।
यही आपके दूसरे कुतर्क का जवाब हो गया ।। भगवान राम और कृष्ण जी के लिए हर जगह " क्षत्रिय " शब्द का ही प्रयोग हुआ है , राजपुत्र शब्द का प्रयोग केवल क्षत्रिय के लिए हो सकता है, क्यो की वैदिक काल मे शाशन केवल क्षत्रिय संभालते थे ।। संस्कृत के राजपुत्रः श्रीराम और श्री कृष्ण हिंदी में किस जाति के गिने जाएंगे ?? साफ है, वे राजपूत ही कहें जाएंगे ।।
आज कल की नयी नयी नवीन धनाढ्य जातिया हर वक़्त राजपूतो को दबाने में लगी है हमारे पास पुख्ता जानकारी है उन समाज के पैसे वाले लोग किराये के एडिटर खरीद कर नेट की दुनिया में राजपूत शब्द गायब करवाना चाहते खुद ही पैसे देकर बुक छपवाते है और उन्हें गूगल बुक पर डाल कर वही रेफेरनेसे विकिपीडिया पर बताते है और खुद को स्वघोषित क्षत्रिय बताना चाहते है
और हम्हे कहते है की 3वीं शताब्दी से पहले राजपूत नाम क्यों नही आया हकीकत ये है की आज तक का सबसे प्राचीन शिलालेख पांचवी 5वी शताब्दी में मिला था वह राजपूत अंकित है
एक जवाब उनके लिए हमारी तरफ से पढो आँखे खोल कर पढ़ो
राजपूत हिन्दी का शब्द है। यह संस्कृत शब्द राजपुत्र शब्द का अपभ्रंश है। यह भाषाविज्ञान से प्रमाणित होता है की पुत्र शब्द का अपभ्रंश 'पूत' है। प्राचीन ग्रन्थों मे राजपूतों के लिय राजपुत्र, रजन्य, बाहुज आदि शब्द भी मिलते हैं। यजुर्वेद जो सायं ईश्वरकृत रचना है मे भी राजपूतों की खूब चर्चा हुई है।
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ब्रध्यतां राजपुत्राश्च बाहू राजन्य कृतः
बध्यतां राजपुत्राणाम क्रंदता मिततेरम .... यजुर्वेद अध्याय 3
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महाराज विक्रमादित्य के कवि अमरसिंघ अपनी रचना अमरकोश मे राजपूत या रजन्य के निम्नलिखित पर्यायवाची शब्द बताते हैं।
भूधारमिषिक्त राजन्यों बाहुज क्षत्रियो विरोट
राजा राट पार्थिव क्षमाभृनृय भूप महिक्षितः
अर्थात मूर्धाभिषिक्त, रजन्य, बहुज, क्षत्रिय, विरोट, राजा, पार्थिव, क्षमाभृनृय भूप और महीक्षित यह सभी क्षत्रियों के ही पर्यायवाची शब्द हैं। इसके बाद पुराणों मे सूर्य और चन्द्र वंश के राजपूतों के वंश हैं, की उत्पत्ति भी क्षत्रियों से मानी गयी हैं
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चंद्रादित्य मनुनांच प्रवाराः क्षत्रियाः स्मृतः
..... ब्रह्मावैवर्त पुराण, 10-15
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इसके अतिरिक्त कालीदास के माल्विकाग्निमित्रम कौटिल्य के अर्थशास्त्र अश्वघोष कृत सौंदरानंद तथा बाण के हर्ष चरित मे भी राजपुत्र शब्द का उल्लेख किया गया है। कवि बाण लिखते हैं -
अभिजात राजपुत्र प्रेष्यमाण कुप्यमुक्ता कुल कुलीन कुल पुत्र वाहने
... सप्तम उच्छ्वास पृष्ठ 364
अर्थात सेना के साथ आभिजात्य राजपूतों द्वारा भेजे गए पीतल पत्रों से मढ़े वाहनों मे कुलीन राजपुत्रों की स्त्रियाँ जा रही हैं ।
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ॠगवेद में
‘कस्य धतधवस्ता भवथ: कस्य बानरा,।
राजपुत्रेव सवनाय गच्छद’॥
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यजुर्वेद में
‘पश्वी राजपुत्रो गोपायति राजन्यों वै प्रजानामधिपति रायुध्रुंव आयुरेव
गोपात्यथो क्षेत्रमेव गोवायते’॥
Bhai achcha hua tumne itihaas ham sabke samne Rakha iske liye bahut dhanyvad
पहले क्षत्रिय फिर राजपूत अब ठाकुर तीनों एक❤
Pahli baat to crystal clear hai ki Rajput word jo hai hai hindi nahi balki pali language ka word hai jo ki khud mein 2500- 3000 saal purana hai , Famous Buddhist texts mein Mahajanpad kaal ke Kayi Kshtriya vansh jaise - Moriya/Mori , Baishalli ke Licchavi ( Bais) , Kushinagar ke Mall ( Bisen) , Kapilvastu ke Sakyavanshi ( Gautams) ko Rajput kaha gaya hai , Rajputto/Rajput ( pali language) , Khattiye( Prakrit) , Rajanya/Rajputra( sanskrit) , Rana/Rangad/Thakur ( prakrit) aye sab Kshatriya vansho ke synonyms yani prayavachi hai 💪💪💪💪💪💪💪💪💪
क्षत्रिय राजपूत, राजाओं के घोड़ों की लीद साफ करने वाली जातियां आज क्षत्रिय समाज पर टिप्पणी करती है।।
भगवान इन्हे सद्बुद्धि दे।।
अशोक के सिलालेख में कोई राजपूत और कोई क्षत्रिय, नहीं आया ये सत्य है जो हमेशा रहेगा
"" साइंस जर्नी "" यू ट्यूब मोबाइल चैनल जिसने नही सुना सच्चाई कुछ नही पता
राजपूत नामक शब्द पहली बार 13वीं सदी में अस्तित्व में आया और तब इसके विविध अर्थ थे. मध्यकाल के उत्तरार्ध में कई कबीले जो आज खुद को राजपूत कहने लगे, तब अपनी स्वतंत्र पहचान रखते थे। राजपूत किसी एक जाति या नस्ल का नाम नहीं है बल्कि ये कई अलग अलग नस्लों का एक समूह है जैसे राजस्थान, गुजरात,पंजाब और हरयाना के राजपूत हूण, कुषाण, शक, मंगोल, जाट, अहीर, रांघर, गुर्जर, रोड, पठान, बलोच , खिलजी और मुगलों जैसी लड़ाका नस्लों से निकले हैं, कुछ अपवाद को छोड़कर जैसे कुछ भील और आदिवासी जातियों से भी निकले हैं.
जबकि अवध, पूर्वांचल और बिहार के राजपूत तो निम्न जातियों जैसे भर, निषाद, कुर्मी और कोयरी जैसी गैर - लड़ाका जातियों की ही औलाद हैं
आज की "राजपूत" पहचान अंग्रेजी हुकूमत में खड़ी हुई एक पहचान है.
राजपूत और "क्षत्रिय" दो अलग चीजें हैं
@@filmcritic4178 Modi g india today ke interview me bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to saara logic hi fail ho chuka hai,ab kuch bhi kahani banao koi dharma hi nahin to koi logic koi story hi nahin sab fail
Isiliye dharma ki baat chodo job business par dhyan do
@@filmcritic4178 kshatriya rajput bo hain jo Sanda se hain yani sanatani Surya vanshi or chander vanshi kshatriya rajput kahye jate hain or jo baher se aaye thye bo sirf rajput hain yani rajputtra ye Chauhan Rana ye kai branches hain inko agni ki sapath de hindu banaya gaya tha jis se ye log apne aapko agni vanshi Kahne lage thye or ab to sab apne aapko surya vanshi hi batate hain surya vanshiyon ki vanshawali main inka inka koi nam nishan nahi hain leki ab ye log apni farji vanshawali likhwa rahye hain jiska koi matlab nahi shri ram ji ka mandir bana to kort main jaj ne kaha ki koi ram ka vanshaj hain to kisi ke pass ek bhi sabut nahi nikla or jaipur ke rajgharane ke pass bahut share those sabhu nikle thye or kaha ki ham hain shri ram ji ke vanshaj kushwah kachhwah shakiya maurya saini murav mori koli or bhi kai branch hain or krishan ke vanshaj jadon Jadeja bhati ye 6 hain baki sab farji hain
@@filmcritic4178 Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin hai
To duniya Jesus ki hui
@@filmcritic4178 Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to sabke baap Jesus
Hud jo he vo aj ke gurjar me ata he or jo sak he vo jato me he, rajputo ne hudo or sako dono ko parajit karke unke rajyo ko Nast kar diya bad me vo bhartiy sanskrati me samil ho gaye.
एक व्यावहारिक दृष्टिकोण तो ये है कि हिंदुओं के चारों वर्ण आज भी विद्यमान हैं और उनमें कई जातियां हैं। लेकिन केवल राजपूत जो क्षत्रिय है प्रश्न उसपे ही ज्यादा करते हैं। राजपूत जो कि क्षत्रिय ही है क्यों कि उनका चरित्र एक है,उनको ये जानकारी किताबों से नहीं अपने पूर्वजों से मिली है।और जितने भी वर्ण हैं वो भी मूल चरित्र और नाम के साथ नहीं है। समय के साथ उनमें कुछ परिवर्तन हुआ है।
"" हमारा अतीत "" यू ट्यूब मोबाइल चैनल जिसने नही सुना उसको भी सच्चाई कुछ नही पता
अशोक के समय ना क्षत्रिय शब्द है नहीं राजपूत शब्द है
जय क्षत्रिय धर्म 🙏🚩
Dusri baat 43 kulin Rajput ( 36 kul are more famous but actual intermarrying cluster is of 43 clans ) ke pass hi pure desh mein Stone inscriptions, Epigraphical evidences , Manuscripts, Genealogy trees etc se hai jise hum khudko Prachin Vedic Kshtriyao ke roop mein sthapit karte hai jinme se kuch gaharne jaise ( Kangra ke Katoch , Mewar ke Guhilot , Jaipur ke Kushwaha, Jammu ke Jamwal , Askote ke katyuri , karauli aur Jaisalmer ke Yaduvanshi, Chottanagpur ke Naagvanshi Rajputs, Argal ke Gautam, Chamba ke Mori , Laalgang ke Bais , Majhuli ke Bisen , etc ke pass aaj bhi 2500- 3000 varsh purani written and recorded history hai jo ki apne aap mein ek world record hai 💪💪💪💪💪💪
जब आप भारतीय पुरत्तविक शिललेख अभिलेख के सबूत के साथ मालूमात दे रहे है तो वह सत्य है. इस सत्य इतिहास को समझाना जरूरी है.
Guru Tegbahadur ji ka shish lane wale bhai jaita ji bhi khokhar rajput thhe
Teesri baat 7 th century mein aaye Hindu sabd , 1920 AD ke Kushwaha, Yadav , Gautam etc jaise Farzi adopted surnames aur 1990 mein Rss dwara popular kiye gaye Sanatani sabd per garv karne waalo ke pass khud ka prachin vedic Bhartiya hone ka ek bhi saboot nahi hai 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
राजपूत का मतलब राजा का पूत,
लोकतंत्र में यदि इस जाति का निर्माण होता तो नाम होता, नेता का पूत 😂😂😂
लोक तंत्र में तुम लोगो का नाम तो है अंड पूत 😂😂
बिल्कुल नेतापूत नाम की जाती बनेगी फिर वो भी यही कहेगी कि भारत में जितने भी नेता हुए वो सिर्फ नेतापूत जाति के पूर्वज हैं
सारे नेतापूत चौड़ में सफेद कुरता पजामा पहना करेंगे और अगर कोई भी व्यक्ति सफेद कुरता पजामा में भाषण देता हुआ दिख जाए तो सारे नेतापूत खुद को उसका वंशज बताएंगे
आभी के समय मे हर कोई सम्राट अशोक से जुडने का प्रयास कर रहे है ... मतलब हम राजपूत कैसे सम्राट अशोक के काल मे भी है .. राजपूत का उल्लेख सम्राट अशोक के समय कैसे है .... अगर येसा है तो सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म स्विकार कीया था... दुनिया के सभी राजपूत बौद्ध धर्म स्विकार करे ..है हिंमत राजपूत मे ..
Bhai Ashok mori rajput the proof bhi de skta hu m 😊
@@3737pradipdhanavade budh Surya vanshi kshatriya thye jab unko giyan ki prapti hui to bo mahatma gautam budh kahlaye thye budh budh ka matal budhiman rajput koi budh nahi ban sakta hain kiyon ki rajput ko Pata hain ki budh banna etna aashan nahi jitna sudra samjhte hain or jaise is duniya main ek shiv ek ram ek krishan or ek hi budh hain baki jo budh ban rahye hain bo apni jati chupane ki koshis ker rahye hain or kuchh nahi
भीम टे, बौध्द पाली ग्रंथ पढ ले एकबार 457 नंबरश्रलोक
@@digvijaysinhvaghela2291bhemte apni likhi hui budh gatha padte hain jo riyal hain use nahi padte hain
Jai Rajputana
Bhut acchi jankari
Buddhist text Buddvansham aur Dipvansham mein Mourya Samrat Bindusar aur Ashok ko sidha sidha Sakyavanshi( Suryavanshi) Rajput kaha gaya jinke liye Ujjain bada important tha , Parmar Rajputs ke 26 branches mein aaj bhi Mourya/Mori Sakha ka naam hai aur Parmar vansh mein Moor( Peacock) aur Pipal bada pujaniy hai , Gautam Buddha ke Sakyavansh ke log present day Ke Gautam Rajputs hai jinke Fatehpur mein Argal Raj aur Basti mein Nagar Raaj aur Azamgarh mein Mehnagar Raaj bade famous hai , Parmar vansh bhi inhe ke Bhaivandh hai joki Abu yagya ke baad se Agnivanshi kahe jane lagye ⚔️⚔️⚔️⚔️☀️☀️☀️☀️
माङव्य पुर शिलालेख के बारे में बात किए बिना आपका वर्णन आधारहीन है
इस देश में सबसे पुराने क्षत्रिय नागवंशी भर हैं जिनके राजा सुदास थे भर कबीले से ही भारत का नाम पड़ा था दाशराज्ञ युद्ध के बाद
@@RahulRawat-vi4nq vilkul galat Surya or chander vanshi kshatriya hi sab se pahla kshatriya Raj vansh hain
@UrmilaDeviKushwah शुरुआत से इतिहास पढ़िए वैदिक काल से
@@RahulRawat-vi4nq suruat to meri sahi hain or aapka matlab Surya or chander se pahle dharti per pahle nag painda ho gaye thye or nag vanshiyon ke raj ke bad Surya or chander ka agman Hua tha beidik kshatriya Surya or chander vanshi hain or koi nahi
@UrmilaDeviKushwah ऋग्वैदिक काल से पहले यानी आर्यो के आगमन से पूर्व यह नागवंशियों का शासन था जो मुख्यतया आदिवासियों का क्षत्रिय वंश था
आज भी देश में स्थानों के नाम में नगर, पुर,बाद शब्द का प्रयोग होता है जिसमें नगर सबसे प्राचीन है नगर का अर्थ नागों का शासन क्षेत्र
Inke hisab se ...12 isa se rajput hare...to rajput ...usse pehle hum log...jeete to wo...haare to rajput
संस्कृति शब्द में राजपुत्र है जिसका हिन्दी अनुवाद राजपूत है
संस्कृत के राजपुत्र और "राजपूत" में कोई समानता नहीं है क्योंकि राजपुत्र एक common noun है और जिसका अर्थ है Prince या राजकुमार।
जबकि "राजपूत" एक proper noun है और जो कई tribes का एक समूह है
@@filmcritic4178 English grammar ko Sanskrit se jodkar 2+2=5
Jabarjast dimag hai,desh ke liye lagaate to desh aage badh jaata
राजपुत्र का मतलब राजा का पुत्र
जबकि राजपूत एक जाति है
Sanskrit language is developed in 11th century...so after that only problem developed
@@Jackreacher123ओ jack reacher ज्ञानी, उसने अंग्रेजी व्याकरण नहीं बताई है उसने कॉमन सेंस की बात की है
Ye internet ka jamana he...saari pol khul jayegi hukum...bachpan me jo bhi bola karte the...wo sab farzi nikle...ya incomplete, biased
Bilkul sahi kah rahe hain Desh ka Sc/st/OBC kshatriya Nahi Hai...
Kyuki Kshatriya Bharatiya shabd hi Nahi Hai... "kshatrap" isse milte julte shabd ka sarvpratham proof indo-greek rulers K inscription me milte hain....iska matlab Bal puravak hathiyaya gya kshetra ka swami hota......
Aur To Aur agar history ko Bramanical methodology se alag Rakh kar historian historian bahut Rajput ko videshi mante hain Aur bahut Naya mante hain....
Ancestry check kr lena st 1 tribe sc obc general seme type of blood shere krte hai wo hai aniciant Iranian DNA ganja fukna kam kr दीजिए महाशय
@@swastika923 ek nayi Bollywood story ban gayi
Karan jauhar ki agli film is story par
Abe bhai rajput mulle log use karte hai
Hail Kshatriya Dharma.
Kshtriya dharm yuge yuge❤
Sir ji with in 20 years genetic decoding sae all ethnic cast ki geno graphics sae ho jaayaega...tab sabka origin place ka decide hoga
हो चुका है भाई कई बार
वर्ण व्यवस्था जन्म से थी व हमेशा रहेगी।
@@n.s.chauhan4983 janm se +Vedic kshatriya sanskar+kul parampara+kshatriya itihas+kshatriya aur kshatrani gurukul
In sabki zaroorat hai
Sabko apna swarth pyara hai.Desh jaye bhad me.
@surendrasinghkush2953 desh to bhaad me jaa hi chuka tumko to abhi pataa chalaa hai
और वर्ण विचारधारा के हिसाब से राजपूत खुद "शूद्र" हैं 😂
@filmcritic4178 jaati aur Varna ek hi hain ek hi sikke ke do pehlu hain
Nakli dharmaguruon kathavachakon ke chakkar me mat pado 20rs me bikte hain aajkal
इतिहास को लोड़ा लहसुन बना दो और मान जाएंगे 😂
आपका ज्ञान बहुत हल्का है आप राजा हरिश्चंद्र और भगवान राम के समय का इतिहास पढ़ो उसमें राजपुत्र का अर्थ राजपूत ही है 😂😂
Sir please ek video banaiye ki ancient texts me kahan kahan par rajput shabd ka istemal huwa hai...jai ved Puran ramayan mahabharat tripitak etc me
🎉
Banna sahab apka naam jan sakte hai ??
भवानी सिंह
Which religion and cast the hoonas adopted who settled in India.
Ashoke ke time me RAJPUT Naam ki koi chiriya nhi thi
Rajpooton ko bevkoof banane waali 4
sabse badi powers
1)angrezon ki funding se bane Arya samaji jinke guru dayanand saraswati ne sabse pehle kahaa tha ki kshatriya karma se hote hai
2)Arya samaji hindutwa se banaa rsss jiski jad bhi England se judi hai
3)vvhp
4)nakli dharmaguru aur kathavachak,nakli dharmic sangathan jaise iskon,bageshwar baba,karauli sarkar,brahmakumari, swaminarayan,baba rampal,nirankari,radhaswami ,ramkrishna mission etc
Poore rajpoot samaj ko inse aur ABRAHIMIC HINDUTWA SE alag hona zaroori hai ❤❤❤
Beta pheley veda or Upanishad or geeta pad ley
@@Omsatya-g7t padhne ki zaroorat hi nahin pehle hi padh chuka hoon
Waise bataa doon ki mere baap hain suryavanshi kshatriya aur guru hain Puri jagatguru Shankaracharya ji,Arya samaji chele to khud najayaz hain koi unka beta kya hoga
Waise bhi aajkal desh me gareebi hai to paapi pet paalne ke liye log 100rs /comment lete hain rsss se
Bacchon ke school ki fees ,biwi ke kharche etc
Kaafi compromise karna padta hoga
@@Jackreacher123आपके जैसे लोगों की वजह से ही देश में academic crisis है क्योंकि बिना आप जैसे लोगों का agenda है कि कैसे दो बिलकुल अलग चीजों को एक सिद्ध करना।
Rajput Identity एक modern colonial construct है और ये एक historical और anthropological fact है.
जबकि "क्षत्रिय" वर्ण विचारधारा का दूसरा पायदान और जो भी व्यक्ति इतिहास और वर्ण विचारधारा की समझ रखता है वो जानता है कि इतिहास कभी भी वर्ण विचारधारा के अनुरूप नहीं रहा है.
कई नस्लों और कौमों ने खुद का क्षत्रियकरण किया है और उनमें से राजपूत एक जातीय समूह है।
आपसे विनम्र निवेदन है कि हिंदू समाज टूटे ऐसी बात करके हिंदुओं के शत्रुओं को बल न दें
Main Modi g ko maanta hoon aur modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin
To sabke bade papa jesus
जाट गुर्जर और यादव वैदिक क्षत्रिय हैं। और राजपूत मुगलिया क्षत्रिय हैं। क्योंकि राजपूतों का उत्थान लगभग मुग़ल काल में ही हुआ है 😮😮😮
Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to sabke baap Jesus Christ
Sabse pehle Vedic kshatriya the Jesus
Unke maanne waale asal kshatriya
Sabse powerful kshatriya hai Donald Trump aur Vladimir Putin ❤❤
Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to sabke baap Jesus Christ
Sabse pehle Vedic kshatriya the Jesus
Unke maanne waale asal kshatriya
Sabse powerful kshatriya hai Donald Trump aur Vladimir Putin ❤❤
@@Jackreacher123😅😅😅😅😅😅
Proof krde inhi baato ko tu chl
वेद रक्षक को क्षत्रिय कहा जाता है। समय समय पर कुल वंश 12:09 वनते च चला गया
12:09
बहुत बढ़िया प्रयास 🙏🚩
Kshatriya Rajput thakur ek hi cast hai hindu dharm ki Raksha ki hindutva ko bachaaya mughlon maleshon se bahut taqat bar cast hai kshatriya Rajput thakur
3. मैं आपको पाली ग्रंथ से ही एक प्रति-उदाहरण देता हूँ। अनुमानपन्ह (मिलिंदपन्ह) में नागसेन ने शहर के लोगों का वर्णन किया है। उसी पंक्ति में सबसे पहले वर्णों का उल्लेख किया गया है, फिर क्षत्रिय/लोगों के प्रकार और बीच में मंत्री (उग्गा) और राजकुमार (राजपुत्र) का उल्लेख किया गया है। यदि राजपुत्र क्षत्रिय का पर्यायवाची था, तो उसे उसी पंक्ति में दोहराने की आवश्यकता नहीं थी, जैसे ब्राह्मणो को दोहराया नहीं गया था। इसका उल्लेख केवल अन्य क्षत्रिय प्रकारों के साथ मूल्य अर्थ में किया गया है। देखिए, मेरे जैसे एक गैर-इतिहासकार ने, कुछ तदर्थ खोज के साथ, इतने सारे प्रतिवाद प्रस्तुत कर दिए हैं कि, उचित इतिहासकारों के पास निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए बेहतर उपकरण होने चाहिए।
Bro ye rajput or rajputra dono ek hi h
@@Arnavpundराजपुत्र शब्द से राजपूत शब्द बना है पर राजपुत्र शब्द कभी भी किसी जाती को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया और 16 वी सदी से पहले राजपूत शब्द भी किसी जाती को संबोधित करने में इस्तेमाल नहीं हुआ। 16 वी सदी के बाद राजस्थान से राजपूत शब्द एक जाती के लिए प्रयोग होना शुरू हुआ जो कि धीरे धीरे आजादी तक भी इस नई जाती में लोग जुड़ते रहे
@@asin4506 bro aapko abhi gyan nhi h isliye jb pta nhi hota to kbhi bhi bolna nhi chahiye bina kisi proof k
@@asin4506 m tumhe pali ki jatipali Granth ka khud proof de skta hu
@Arnavpund usi ke baare mei mere sequence mei 3 comments hai is comment section mei...unko pura padho
तलवे चाटने वाले दुसरे का घर लुटने बाले किसी के के नही होते
Ram Raj se leker raja kush or raja kush se raja nal raja nal budh chander gupt maurya sammrat ashok Mahan or kai raja raj karte aaye hain rajsthan ke jaipur tak or raj to Surya vanshiyon ka hi raha hain etihas sab ko Pata hain
Hadd hai
कई राजपूत आज भी अपने नाम के आगे हूण लगाते हैं।
मैंने तो आज तक नहीं देखा
मंदबुद्धि की राजपूत अपने नाम के आगे नहीं लगाता फर्जी वाले ही लगाते हैं जो खुद को क्षत्रिय साबित करने में लगे हैं और किसी को भी पापा बना रहे हैं 😂😂
राजपूत 15वीं/13 वीं शताब्दी
ये सब बातें बता कर आखिर तू क्या साबित करना चाहता है, क्या साबित करना चाहता है तू
ओझा जी झूठ लिख रहा है सम्राट अशोक के किसी भी शिलालेख में राजपूत का उल्लेख नहीं है।
लेखक ओझा जी है और उन्होंने रेफरेंस asi (archeology survey of India)के पब्लिकेशंस और अशोक के अभिलेखों के दिए है।
Maerae qhayaal sae, aap 100 % sach bol rahae hain. Main tho samajhthaa hooon, Pt. Ojha jee naheen, balqe oonkae khathhan ko jaan - booojhkar yaa anjaanae maen thord - marordkar paesh keaa gaiaa hai. Pooorw Vedic kaal maen, Jaate waiwasthhaa naheen thhee. Har Insan aek hai. Ham Hinduon maen algaawwaadh jaisae , aajkal Sooobaewaadh,nasleathaa, Vaashaawaadh, Rupayaa pyaar wa wardn - waiwasthhaa yaa jaathewaadh hee hain. Aisae, Jatiwaadh tho shaaiadh qhathm hooee par, Praadeshekthaa / Statism / Provincialism barddhee hai. Dhaekheae na, ham Hindustani Hinduon maen, panthhwaadh ve hai. Kavee, Hindu - Sikh dhooshmanee, kavee Akali - Nirankari manmutaaw, tho kavee Hindu - Bauddh jhagrdaa. Kavee, pahaelae, Jain - Bauddh jhagrdaa. Jab ke, yae savee Hindu hee hain. Main jahaan rahathaa hooon, wahaan Satnami -- Kabirpanthhee man - mootaaw ( halqaa ). Baeqaar, maen ham dhooosrae dhaeshon -- o -- welaaiathee mazhabon ( dhharmon ) ko badhnaam karthae hain. Ham Hindu hee aek - dhooosrae k dhooshman rahae thhaen , aur aaj ve shaaiadh kar rahae hain.
@@udyandaspahle to tu padhna likhna sikh le murkh prani
Buddh dharm shuru hi rajputra dvara hua h
Tere purkhe aaj jaha kahi bhi honge unhe pta hoga ki thakur sahab kaun the 😂😂
In ancient history Many Brahman kings claimed themselves as a Kshatriyas such as Lalitaditya, Devapala, Mayurvarman, Pulakesin2 , Samanta sena and Jayapal the last king of Afghanistan are the brahman kings who claimed themselves as a Kshatriyas means brahman Kshatriyas
Aryans are the real Kshatriyas and they are brahmans only
आप हिंदू हो हिन्दुओ के इतिहास मे क्या लिखा गया है वह कहे बोद्ध आपका वर्णन क्यो करेंगे भला. आपके नाम मे ही आपका इतिहास छुपा है राजाचा का पुत्र याने राजपूत और जो राजा वह क्षत्रिय. 🚩🙏
jai maa bhawani
7000 saal purani Valmiki Ramayan pdho Ram ji ko baar baar Rajput Raja Ram bola gya hai, surya vanshi Rajput, Raghuvasnhi Rajput,ishwaku gotr k Rajput ye Ram ji se bhi pehle k hai aur kush vanshi kushwaha Rajput,laxman vanshi partihar Rajput ye hajjaro saal purane gotr aur aaj se 2000 saal purana bodh grnth pdho jisme saaf saaf jati k liye Rajput word use hua hai , aur dusri shdabdi mai Hanumant bhati ne Hanuman garh mai sbse bda kila bna diya tha, aur 12 v shtabdi mai maha Rana kumbha ne Kumbhalgarh mai duniya ki dusri sbse lmbi diwar bna di thi, rhi baat punjab mai aaj bhi putr ko putt hi bola jata hai, jaise potri ko poti, Ratri ko Raat , potr ko pota aise aur Rajputr ko Rajput bola jata hai, aur 16 v shtabdi se pehle santan dharm ko Hindu nhi bola jata tha to kya Hindu nhi the,
Ramayan was written during English rule...means 18th century
एक जगह भी राजपूत शब्द का उपयोग नहीं है वाल्मीकि रामायण में
@@Nikhilmeena8 pdh k dekh le valmiki Ramayan ,
@@Nikhilmeena8 pdh lena jisme Guru vashisht ji Ram ji ko bolte hai ki hey nar sresth ek yagya hoga jisme sb Rajput Raje shamil honge Valmiki Ramayan, aur jain Ramayan bhi pdh lena tisri shtabdi ki usme bhi baar baar Rajput word use hua hai jati k liye
@@kashtriye317 कहा मिलेगी pdf
Rajputo ne. Hindu ko preshan Kiya ha
Jhaat charwaha😅
@@princesinghrajput998मुगलपुत रखैलपूत 😅😅 मुगलो के goola🤣🤣
Han bhai or mullo or angrejo ne to shukh diya hoga, tum log apne desi rajao se nafrat karte ho bad me jab videsi log gand marte he tab chilate ho.
Sahee baath. Yahaan, savee aadhhee , aadhee jhooot bolee jaa rahee hai. Koochh andaahaa maarkar.Kshatriya yaa qhaaskar, Rajput kahakar apnae ko ghamand naheen karnaa chaaheae. Kyuonke, Wedhaeshee Musalmanon sae lardnae thathhaa Angrezon sae lardnae , yaa oonkae samarthhan maen lardnae maen Gair - Kshatriya peechhae naheen rahaen, balqe Kshayriyon sae aagae rahaen. Yae sajjan 1 baath shaaiadh ttheek naheen bol rahae hain. Kyuonke, maerae wechaar sae moool rooop sae Gujjar hain. Aur Kashmir maen ( Uttar sae ) , aaiae thhaen Gujjar. Wae moool rooop sae Verd - Bakreon ko charaanae waalae thhaen par zarooorath pardbae pae bahaadhoor Jangee ve hothae thhaen. Majae kee baath , Gujjar bahooth pahaelae sae , weshaal Russia k Caspian - saagar k aaspaas elaqon sae aaiae thhaen. Oonhaen maen sae, koochh Gujjar Kashmir aa kar basaen thhaen. Eseeleae tho yahaan, koochh Kashmiri Rathed Sir - name lekhthae hai, haan, Rathod naheen lekhthaen. Shaaiadh, aagae chalkar yahee Rathed , dhooosrae Gujjaron k saathh melkar Gujarat aaiaen yaa Fer, avee k warthmaan Gujarat rajya yaa sooobaa ko hamlaa kar jeeth leaen thhaen. Wahaan k sthhaaneea Kshatriya en Gujjar - Prathegaaron ko apnaa maannae lagaen. Yahee sae Gujarat Pradesh kaa naam Gujarat pardaa. Saboooth bathaur, pardosee Madhya Pradesh ( Malwaanchal, Vindhyaachal wa Nimardeestaan k lagvag ekaaqon par 1 mahaan Gujjar - Prathihaaree Raja Mihir Bhoj Pawar raaj karthae thhaen. Enheen k wangshaj apnae ko Pawar Thakur kahathaen hain. Enmaen sae koochh apnaa Sir - name Parmar bathaathae hain. Shaaiadh aek hee hain. Gujarat, Maharashtra wa M. P. maen yae Pawar rahathae hain. Kaheen, yae apnae ko Kshatriya kahathae hain, koochh elaaqon maen, Shepherd( Gardaereeaa ) aur kaheen, barddhaee ( Carpenter ) kahathae hain. Yaanee, enmaen sae koochh General ( saamaanya warg ) - Category / Warrior yaa Kshathre maen aathae hain. Baaqe zagahon maen, yae O. B. C. , yaa S. C. maen aathae hain. Par yae moool rooop sae Gujjar hain. Eskaa oollaekh madhhyayugeen Maratha Ethehaas maen melthaa hai. Enhee M. P. k Pawaron maen sae koochh, Panwar yaa Pawar Maharashtra aakar Shivajee Maharaj k shaaran yaa nemanthradn paakar Maharashtra aakar , wahaan k naagrek ban gaiaen. Yae weer Pawar , kam pardae Marathae - Kshetreon kee sankhyaa ko Fer sae barddhaa dheae thhaen. Es lambee laekh sae , shaaiadh yahee saabeth hothaa hai, Rathod aur Pawar Uttar ( Kashmir ) sae aaiae thhaen, na ke Dhakhshen / South sae aaiae thhaen. Haan, mainae kesee, History - book maen parddhee thhee ke, na ke Rathod ( Rathed ) aur Pawar / Powaar , balqe Dhakshen - Paschem Sooobaa, Karnataka, Telengana -- o -- South Maharashtra sae lardthae - lardthae , jangon ko jeethkar pooorae thareeqae sae Uttar kee oar jaa basae thhaen. Qhaaskar, Gujarat , baadh maen dakhshenee Rajastan , aur baadh maen, thhordae dakshen maen Maharashtra maen sthhaaee rooop sae bas gaiae thhaen. Yae zyaadhaathar Solanki , aur thhordae Salunki ve lekhthae hain. Majae kee baath, yae Rajastani - Marwadi Kshathre Samaaj / Rajput - Kshatriya samaaj naen shaamel ho gaiae thhaen, par, bahuth pahaelae, yae apnaa Sir - name Chalukya bathlaathae thhaen, na ke Solanki. Mathlab, Chalukya dhakshenee Raj - wangsh , aagae chalkar Uttar k Rajput Kshatrea ban gaiae thhaen. Thhordee maathraa maen, yae Solanki M. Pradesh maen ve melangae. Maerae paas, ekaa tthos sooboooth naheen hai. Par warthnaan maen, yae Rajput hee kahlaahathae hain. Par yae Gujjar naheen hain. Yae ve bahaadhoor hothae thhaen. Ab rahee baath, kyaa serF , oosoool, moolq , mazhab wa raja k leae Kshathrea hee lardae thhaen yaa lardthae hain? Jawaab --- Naheen. Mahavaarath kaal sae laekar , Mughal - kaal, baadh maen Angrezee zamaanaa wa Aazaadh Bharat maen, Gair - kshatriya ve bahooth qoorbaanee dheae hain aur weerthaa dhekhaaiae hain. Kyaa Brahman, Aadhewaasee - Wanwaasee, Baniyaa aur kyaa Harijan__ Mazdhooor, Gawaneeaa, Anpardh, Kaamgaar wa Kesaan , en Samaajon maen sae zyaadhaa Hindu yaa log wedhaesheob k qhelaaF lardae thhhaen. Maslan, Lodhee, Jat, Gurjar / Gujjar, Brahmin, Maratha, Nat, Vangee, aadhe. Rahee baath, U. P. k Rajputon kee. Enhaen, Kshatrea yaa Doabi - Kshathre zarooor maanthaa hooon par, Rajput naheen. Enmaen sae koochh, Rajwangshi ho sakthae hain, Rajput naheen. Agar Rajput hain ve tho, nechlae darjae k Rajput hain. Aslee Rajput serF Rajastan k hongae warnaa kesee Uttar Bharat k bardae Rajwngsh kee prathyaksh santhaan. Yooon ve, maerae qhayal sae, U. P. k Kshathrea kee wajaha sae hee Mughal - Turki wa Irani Haryana wa U. P. maen pahaelae paanw hamaa leae;Fer enheen kee madhadh dae, Paschemee, Uttari, Pooorwee wa Dhakshenee Bharat marn apnee saththaa janaanae maen qaamyaab hooaen. SerF yaha hee naheen, Rajput kahaen yaa Gair - Rajput Kshatriya , yae Kshatriya kavee - kavee aapas naen ve lardthae thhaen, aur aksar dhooosree jaatheon ko ve thang karthae thhaen. En Kshatreon kaa motae thaur pae Welaaitheon ko Hindustan / Sindustan sae vagaanae kaa bahooth aek yogdhaan naheen thhaa. Aaqheerkaar, hamaarae wartmaan Bharat maen, adhhekthar Hindu apnae aap ko aur apnae samaj ko bardhaa - charddhaakar hee pesh karaegaa. Maslan, apnae ko bahaadhoor hee dheekhaaiaegaa. Har koee apnae ko aalem / scholar hee bathlaaiaegaa. Savee apnae ko Eemaandhaar saabeth karnae maen kagaengae. Koochh tho apnae ko ooonche - haath kaa dheekhaaiaengae, jabke, hain thathhaakatheth neechee jaath kaa. Han log Satya wa Samaanthaa ko vooolthae jaa rahae hain. Rajastan k koochh Rajput Raja serF esleae Mughalin k qhekaaF lardae, kyuonke, wae apnae Rajwaardon kee sarhadh ko nahaFooz rakhnaa chaahathae thhaen. Oonhaen, pooorae Hindustan, Bharat yaa Indika / India sae koee mathlab baheen thhaa. Balqe, Maharashtra wa Punjab k Hindu, 1 shaaiadh aazaadh akhand India jaa qhawaab dhaekhae thhaen. Thhathparya, Shivaji Rajae wa Sikh Guru Govind Singh jee. Lehaazaa, 1. 5 ooongaleaan baraabar naheen hotheen. 2. Agar koee, Kshatriya hai yaa qgaales Rajput, esmaen koee ghamand karnae waalee baath baheen. Aap sahee hain , Dhosth. Shabbaa qhair.
कोला पूजन की पैदावार कौन परेशान कर रहा है शंभू बॉर्डर पर बैठ कर सबको पता है और राजस्थान में आरक्षण के नाम पर क्या किया था हिंदुओ के साथ ये भी सबको पता है
Hindu dharm me sirf ek kami lagti h jo pahle se Rajput ban bethe h vo naye ladako rajputo ko accept nhi krte
भाई उस वक्त राठौर शायद राजपूत नहीं हुए थे या तो वे गूजर थे या जाट हो सकते हैं। यहाँ राठौर का अर्थ राजपूत नहीं है जाट हो सकता है।
आ गया एक और राजपूतों की नाजायज पैदाइश 🤣🤣
Fir tere naam vi kutta ho sagda hai
Rathore phle adiwashi the fir rajput bne
@@AjayNishad-l1u Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to koi kuch bhi ho saari kahani fake hai
Phle sabhi aadivasi hi the
@AjeetSingh-wu9dv bilkul jab srishti ki shuruat hui aaj se 200 crore saal pehle tab sab adivasi the
बेटा आदिवासी समुद्र के अंदर नहीं रहते है राजा और सरकार की जमीन पर रहते है पहले भी आदिवासी थे तो क्या शहर नहीं थे तुम लोगो का कोई दोष नहीं है दोष तुम्हारी जाति का है
ahiro ke muslim sambandh ke bare me bataye , sambandh yani ahir stree ke mughalo se sambandh
अहीर जाट गुर्जर बलोच और पठान पुरुषों के राजपूत स्त्रियों से संबंध के बारे में कई चीजें वो भी बताएं 😂
@@filmcritic4178 Modi g bol chuke hai ki hindu naam ka koi dharma nahin to sabke baap jesus
@@filmcritic4178 kamaal hai aajkal ke itihaskar porn dekhte samay bhi rajpooton ko yaad karte hain
Dil se batao abhi porn dekh rahe ho na
Tu apni bahn bhua ourt ke baare me pujhta to kitnaa ajha hota muglani put
@@filmcritic4178अहीर जाट गुज्जर बलोच पठान सैय्यद औरतों के राजपूत पुरुषों से संबद्ध आज भी शिलालेखो पर लिखे और पेपर न्यूज में भी छपते रहते है संबद्ध तुम लोग बस हवाबाजी हो करते हो वैसे 2013 मुजफ्फरनगर दंगे में भी बढ़िया संबद्ध हुए थे जाटों से 😂😂😂
❤
❤
Some problems-
Caste ≠ clan/vansh
Many castes are using 36 clans historically which are mentioned in bardic sources.
No hate for any caste.
@@krashal no hate but still commenting based on false stories
@Jackreacher123 which one?
Hasvardan ke kal se chhati sabbadi se harvardan swim bodh raja the yani bodh dharm ko mante the
Kitne paise lekar banate ho videos
@@amitkumar1223 20 lakh crore ka project hai
@@amitkumar1223 20 lakh crore ka project hai
कितने पैसे लेकर सभी चैनल के वीडियो में कमेंट करते हो 😂
Inka dna test bhi ho chuka report dekh lo zyadatar toh local tribal log hi hai
Puran bhi praman hai.
Rajput kai jati se bana h jaise kurmi se kushwaha se yadave se jat guger var se
Bhai saahab ....I think Rathod ko ek shilalekh(maharashtra)mein satyaki ka vanshaj bataya gaya hai.
Rashtrkuta
Hoy sala
Yadav of deogiri
Chalukya
Sab south indian patrol king the south india ke jo north ki tarah coherds the.....
Rajput word ka Varnan kab se hua caste ke liye ye bataye?
Rajput kul ki list hai wo bhi bataye
Jaise Prithviraj raso jisme Abhira , tank, Rajpal vansho ka naam tha or Col Todd ne inhe waha se hataya.
Mujhe lagta hai saare rajput vansh south se aaye yaa from outside India.
Maratha ke 96 kul mein 3 parkal ki jaatiya hai
Kunbi
Dhanghar
Yadav/Gavli
maratha se bada koi bhi yodha nahi hue poorey hindustan mein
96 kul ki history padho phire pataa chalega ki saare kisan, patrol caste of Maharashtra were ruling class of south india n north India.
But north indian Rajput never had marital relationship with people from south of Narmada.
Now same Rajput people saying that all kings belong to their vansh.
Even today no decent rajput marry their daughter to Shindia, holkar , Gaikwad etc
Mysore king also started marrying north indian Rajput in 19 century onwards that too when one first marriage was with daughter of a very small zamindar of gujrat.
Saare hindustan mein kshatriya rahte the Jo 1000 se Raja the wo rajput kahlaye.
@@sanjeevyadav29 rsss aur 20rs me bikne waalon ka itihas koi nahin maanta
Fake stories se koi faayda nahin itihas ko change karna ye political agenda hai
@@sanjeevyadav29 basic thing is that historical distortion is a political agenda backed by abrahimic hindutwa,with backing of Christian missionary
But slowly we are understanding the hidden agenda
Main thing is that we don't have even one percent belief in all your logic and facts
Always remember that too much intelligent plans and agendas sometimes backfire
Moreover there is one old indian saying--chalaak kauvva hamesha ...me girta hai
Ahir ne v 1910 k baad yadav title lgya h Or rajput word hindi ka word h jisee sanskrit me rajputra bolte h bhaischor toti chor😅😅
😂😂😂😂कुणबी , यादव कबसे ९६ कुळी बन गये 😂
मैं महाराष्ट्र से हुं
मुझे एक ऐसा कुळ बता जो यादव या कुणबी है जिन्हे ९६ कुळी कहा गया है 😂😂😂😂
और दुसरी बात जातियों में बटो मत सबको केह रहा हुं
एक है तो safe है 😂😂 वरना कुत्ते जैसे गुलामी करते रहोगे
तुम यादव भी और राजपुत भी 😂😂जैसे इतिहास में करे 😂😂
टाक राजपूत होते है। मेरे गाँव में भी है।
सिंधियाओं में राजपूत शादी करना पसंद नहीं करते रहे है। यह सही बात है। नेपाल के राजघराने में पारिवारिक हत्याकांड इसी बात पर हुआ था। इसी के उलट भोंसले, गायकवाड़ और होल्कर वंशों को राजपूत माना जाता है। क्यों। मुझे नहीं पता। हाँ, कहीं पढा था कि भोंसलों का सम्बन्ध मेवाड़ के राजकुमार उदयकर्ण से माना जाता है। जिसने अपने पिता कुम्भकर्ण की हत्या की थी। और सरदारों के डर से दक्षिण में पलायन कर गया था।
You are a liar, Rajputs are eighth century Aryanised shudra comprising of more than 500 elite and non elite caste groups.
Chol,pandya,pal, gupta,kavka, hud, Sindhu,tuluv,suluv,satvahan, k samay Rajput kha the. Dalal ki had hoti haii ,kisi bhi Pali bharat ka Anuvad hindi me Kar dete haiii.
भाई और पढ़ो दिख जाएगा। मैंने दिल्ली में देखा है।
Karma se jati
Bhai aapk farzi history hai .rajput mainly local log hi the aur bahut sare hun log the inhe hi sab basd main raajput bane .prachin toh katai nahi hai kuch rajput toh south indian bhi hai .mainly rashtrakut ke samant kuch huns hai jo harshvardhan ke baad chite level ke adhikari the baki rajput locat tribal aur local cadtes hi hai.na ki sab ka ek hi origin hai .inki shakal surat dekh kar hi samajh jaoge ki ye yahi ke zyadatar log hai.
Jay rajputana
Sudhr Sak kushad hun malechh kon hai phir kaha gye ye rajput tital toh 16 stabdhi lagaya hua hai
उन्ही लोगों की औलादों हो तुम लोग जिनका कोई इतिहास नहीं है वो आज दूसरों का इतिहास पूछ रहे है 😂😂
Jaat gjjar rajput real ma new gen ke cast he ha inkia vivram rayman mahabharat kaling ka youdh ma nahi milta ha quoike us vakat vo jati nahi the.
Dost mytholog kyo bol rhe ho mix ture ka ptaa kya etihas se nhi chl rha tujhe aakho pr patti bandhi h khud ko to kya dusre ki aakho pr patti bandhi h unhe yo dekhai de rha h mixture hi nhi path bherst derm pherst bhi h sb gun h es nav nirmit jaati me
दोस्त, इंग्लिश में हिंदी की बारह मत बजा, पहले थोड़ा ढंग से लिखना सीख ले।
@@PaagiTheGuideदोस्त मुझे तो उसकी एक एक बात समझ आ गई राजपूत को मिक्सचर यानी मिश्रित जाति बता रहा है
@@SatbirKharsania dasiputro ko apni aukat mai hi rhna chahiye 🤣🤣
Genetically rajpoot mixed breed hain ish se jayada scientific evidence aur kya chahiye .😂😂
जिनका खुद का ब्रीड पता नहीं होता वो पूरी दुनिया को अपनी ही तरह समझते है 😂😂
@@ShivaReddy-yj2qn are you from south india?
Bhai rajput mulle hote hai
Jhooth ka kaun sa jabab.?Ye sab kewal jhuth hi bolate hain.
Kahanewalon ki koi history hi nahi hai
बिल्कुल सही कहा पंडित जी कहने वाले खुद का इतिहास नहीं बता पाते