पाठक सर सही बोल रहे है bjpओर कॉग्रस मे भी कुछ लोग है ऊनको आज भी लगता है की स्वाधिनता के पहले निचले तबके के लोग जनता हमारे आगे हात जोडकर दया याचना करते थे मगर आज ईन्हे जनता के आगे हात जोडने पड रहै येही खुन्नस है
पाठक सर सही बोल रहे है bjpओर कॉग्रस मे भी कुछ लोग है ऊनको आज भी लगता है की स्वाधिनता के पहले निचले तबके के लोग जनता हमारे आगे हात जोडकर दया याचना करते थे मगर आज ईन्हे जनता के आगे हात जोडने पड रहै येही खुन्नस है बिला बिला रहे है
ज्योतिरा सिधिंया जी न्याय के साथ हैं तो जाति गणना करवा दें.सभी अमजन को उनकी सख्यां के अनुसार सत्ता में भागीदारी दिलाएं.गलत लोगों को आगे बढाकर कांग्रेस ने ऐतिहासिक गलती की है.🎉
जब राहुल जी सच्चाई की बात करते है❤ओर जब दलित समाज को न पढ़ाई, न जमीन खरीदने का,न किसी भी कुयें से पानी पीने का अधिकार था,,,,,कैसा जीवन था दलित समाज का,आज भी कुछ परिवारो को छोड़कर, बाकी तो अभी भी गरीबी रेखा से नीचे की जिदंगी जी रहे है,
Dr. Pathak, and Mr.Rai, thank you as always, for your informative, indepth, and respectful, courteous yet hard hitting truth about all the themes and affairs discussed on your channel. I always look forward to listening to you both. 🙏
@@shubhadap3171अभी भी समझ नहीं आ रही है तो फिर कभी आएगी भी नहीं अंधभक्तो। ऐसे ही कबूतर की तरह आंख बंद करके बैठे रहो जब-तक भीख का कटोरा हाथ में ना आ जाए।😂😂😂😂😂
पाठक जी जैसे विद्वान शख्सियत से माजरात के साथ एक शाब्दिक त्रुटि की ओर ध्यानकर्षण करना चाहूँगा कि राजा महाराजा के काल में नागरिक होते ही कहाँ थे ? तब तो प्रजा हुआ करती थी। नागरिक तो हम 1947-1950 के बाद बने हैं।
बंटवारे के समय रजवाड़ों का जिन्ना की तरफ झुकाव था क्योंकि जिन्ना ने उन्हें उनके राज-पाट बरकरार रखने का वादा किया था। लेकिन कांग्रेस ने लोकतंत्र बनाने की बात कही थी। आजादी के बाद भारतीय रजवाड़ों का झुकाव बीजेपी की तरफ हुआ।प्रीवी पर्स बंद करने के कारण राजवाड़े कांग्रेस के विरुद्ध हुए।
स्वतंत्रता प्राप्ती मे देश के इन 545राजा नवाबों का कोई योगदान ही नही था और उन्हे प्रिवीपर्स देना ही नही चाहिए था इस लिए इंदीरा जी ने राजाओं का प्रिविपर्स बंद करके बहुत अच्छा काम किया था
अभी 4 साल पहले यही ज्योतिरादित्य सिंधिया इसी राहुल गांधी का होला उठाई फिरते थे उनके पिताजी भी राहुल गांधी के पिता जी का झोला उठाकर थे सन 1947 के बाद 1971 तक privi पर्स के नाम पर 2500000 प्रतिवर्ष दिए जाते थे जबकि देश की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी तब कहां गया था यह देश प्रेम
कांग्रेस राज में हमने भी नौकरी की आदिवासियों और दलितों को लगभग 1500 बीघा जमीन बांटी। शहरी क्षेत्र में 600 आवासीय पट्टे बांटे गए। हजारों आदिवासियों दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को प्रमाणपत्र तैयार कर दिलवाये। राकेश जी इतना काम हुआ है कि वे खुद भी जानते हैं
दो ही प्रकार के कार्य या परिणाम घोषित अघोषित रूप से होते हैं। वो ये है कि,हम किसी वस्तु, व्यक्ति, कार्य, ज्ञान, चेतना,भाव कल्पना, अवस्था और साधना आदि से या तो 'दूर हो रहे होते हैं ' या पास हो रहे होते हैं।ये दूर होना और पास चले जाना एक -दुसरे के पूरक होते हैं।हम किसी से दूर होते हैं तो उसी समय किसी के पास हो रहे होते हैं।हम संसार में आए हैं।अन्तोगत्वा संसार से दूर जाएंगे।
राय साहब, पृष्टभूमि में संविधान के ऊपर क्या मंदिर की तस्वीर जानबूझकर रखी गई है ? बराबर में रख लेते तो भी ठीक होता. फिर ऐसे विषय पर चर्चा करते तो दम दिखता. बाकी राकेश भाई साहब की तो बात हमेशा की तरह जबरदस्त रहा.
Es statement se Sindhia ne khud apni fajihat karwayi hai . Unoney murkhta me apne pariwar ki pole khol di ya apne pariwar ki desh ke sath gaddari ki bat ko chipa rahe hai .
प्रवीण तोगड़िया हिन्दू महासभा आरएसएस ने एक गुप्त सभा किया था राजाओं के ग्रुप के साथ बड़ौदा राज महल में और यह आश्वासन दिया था कि बिजेपी सरकार बनेगी तो राज तंत्र वापस होगा । राजा शाही वापस होगा।
Dr. Pathak Sahib, your deliberations on Scindia and his ancestors are sufficient to make Jyotiraditya feel ashamed of his conduct and outbursts about congress.
राजाओ महाराजाओ, बादशाहो , अंग्रेजी शासको के समय सम्पूर्ण भारत मे एक % लोगो के समय शिक्षा, नोकरी, जमीन, नही थी आजाद होने के बाद प जवाहर लाल नेहरू की समाजवादी नीति, लोकतंत्र, सविंधान, सरकारीकरण राष्ट्रीयकरण की नीति से विकास से लाभ मिला।
Very good mr rakesh pathak...great help to the society 🎉
आजके विषयके बारेमे आच्छी जाणकारी मिली.ज्ञान हुआं.आभारी हु.
पाठक जी . . Salute to you🎯✅
पाठक जी को निष्पक्ष बार्तालाप के पक्ष में तहेदिल से क्रांतिकारी सलाम करते हैं
माननीय इतिहासकार पाठक साहब दुरुस्त कह रहे हैं।
सर्टिफिकेट तो सुभद्रा कुमारी चौहान ने दे दिया था लग-भग सौ साल पहले : अंग्रेजों के दोस्त सिंधिया ने छोड़ी रजधानी थीं.....
पाठक सर सही बोल रहे है bjpओर कॉग्रस मे भी कुछ लोग है
ऊनको आज भी लगता है की स्वाधिनता के पहले निचले तबके के लोग जनता हमारे आगे हात जोडकर दया याचना करते थे मगर आज ईन्हे जनता के आगे हात जोडने पड रहै येही खुन्नस है
Dr. R. Pathakji, a g8 analyst. Wish you all best 👌 👍🏿 of luck. Jai Hind Jai Maharashtra 👏
A traitor was, is & will be a traitor always !!
पाठक सर सही बोल रहे है bjpओर कॉग्रस मे भी कुछ लोग है
ऊनको आज भी लगता है की स्वाधिनता के पहले निचले तबके के लोग जनता हमारे आगे हात जोडकर दया याचना करते थे मगर आज ईन्हे जनता के आगे हात जोडने पड रहै येही खुन्नस है बिला बिला रहे है
गद्दारों की यही हालत होती हैं
राहुल गाँधी किसान मजबूर गरीबों दलितों पिछडो अदिवासी समाज अलफसखया समाज का मसिहा है
ज्योतिरा सिधिंया जी न्याय के साथ हैं तो जाति गणना करवा दें.सभी अमजन को उनकी सख्यां के अनुसार सत्ता में भागीदारी दिलाएं.गलत लोगों को आगे बढाकर कांग्रेस ने ऐतिहासिक गलती की है.🎉
क्या कमजोरी थी आपकी ज्योतिरादित्य महाराज की आप पुरी तरह बागी हुये.
दादा मिला था गरों से पोता मिला है चोरों से🙏
Very nice episode Dr. Pathak,I am impressed with knowledge and truth,viewers will learn lot from you,thanks
Thanks for your good news and thanks for your good analysis
सावरकर को अपनी देश की जनता से ज़्यादा ब्रिटिश प्यारे थे वैसे ही आज मोदी और बीजेपी को वही प्यारे नेता है जो जनता के विरोधी है
Well done Rakesh Pathak sir to aware the history of Jotiya Shinde's family stories around Thanks,
Great person Rakesh G jindabad
Nice information Dr Ramesh Pathak sir Thanks
इन राजेराजवाड़ो र्को लोक तंत्र . से सख्त नफरत है। किस्सा है मजबूरी का नाम महा० गाधी
राकेश जी को सुनकर मन प्रसन्न हो जाता हैं । जीवो हजार साल!
Dr Phatak ji kamaal he aap ka live long
Very Good Analysis Pathak Sir.
DrPathak should be invited frequently to your channel
Jay Shri Ram bahut achcha aapane jo hai to bhashan Diya iske liye main tahe Dil se swagat karta hun Jay Shri Sitaram bahut acchi baten aapane boli
Very nice episode,Dr.Pathak ima impressed with your knowledge and truth information,people will know correct information,thank you.👍
Nice discussion with Pathak ji.
Sindhiya Khandan Angrejo ke Jute Polish Karta thaa.
जब राहुल जी सच्चाई की बात करते है❤ओर जब दलित समाज को न पढ़ाई, न जमीन खरीदने का,न किसी भी कुयें से पानी पीने का अधिकार था,,,,,कैसा जीवन था दलित समाज का,आज भी कुछ परिवारो को छोड़कर, बाकी तो अभी भी गरीबी रेखा से नीचे की जिदंगी जी रहे है,
Thanks
Dr. Pathak, and Mr.Rai, thank you as always, for your informative, indepth, and respectful, courteous yet hard hitting truth about all the themes and affairs discussed on your channel. I always look forward to listening to you both. 🙏
Scindia pariwar humesha se gaddar raha hai
Salute to you Sir
In 1857 Raja Nahar Singh of Ballabh Garh kingdom participated alonwith Bahadur Shah Jafar against Britisher
यहां जनता के अधिकारों की बात कहां आ गयी?
@@shubhadap3171अभी भी समझ नहीं आ रही है तो फिर कभी आएगी भी नहीं अंधभक्तो। ऐसे ही कबूतर की तरह आंख बंद करके बैठे रहो जब-तक भीख का कटोरा हाथ में ना आ जाए।😂😂😂😂😂
You are absolutely right mr. Pathak .
रियासतों में क्या होता था.इस पर आचार्य चतुरसेन जी की ' गोली "पुस्तक कुछ प्रकाश डालती है.मानवीय गरीमा के शत्रु थे राजा.महाराजा.🎉
तथ्यात्मक विश्लेषण पाठकजी का ।धन्यवाद।
Good Rakesh Pathak ji
सिंधिया राजघराने में मनुष्यों के मैला कैसे ढोंने के लिये क्या व्यवस्था थी ?
Pathak ji,you have spoken so WELL.Godbless.
पाठक जी जैसे विद्वान शख्सियत से माजरात के साथ एक शाब्दिक त्रुटि की ओर ध्यानकर्षण करना चाहूँगा कि राजा महाराजा के काल में नागरिक होते ही कहाँ थे ? तब तो प्रजा हुआ करती थी। नागरिक तो हम 1947-1950 के बाद बने हैं।
ज्योति राजे सिंधिया कभी राजा नहीं रहे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया जी भाजपा में शामिल होकर अपनी महत्वाकांक्षा को ध्यान दिया लेकिन चंबल क्षेत्र की जनता को मायूस किया 😢
Wow sir great historian...got v good information..thanks..
बंटवारे के समय रजवाड़ों का जिन्ना की तरफ झुकाव था क्योंकि जिन्ना ने उन्हें उनके राज-पाट बरकरार रखने का वादा किया था। लेकिन कांग्रेस ने लोकतंत्र बनाने की बात कही थी। आजादी के बाद भारतीय रजवाड़ों का झुकाव बीजेपी की तरफ हुआ।प्रीवी पर्स बंद करने के कारण राजवाड़े कांग्रेस के विरुद्ध हुए।
स्वतंत्रता प्राप्ती मे देश के इन 545राजा नवाबों का कोई योगदान ही नही था और उन्हे प्रिवीपर्स देना ही नही चाहिए था
इस लिए इंदीरा जी ने राजाओं का प्रिविपर्स बंद करके बहुत अच्छा काम किया था
Very good explanation by jurnalist
अभी 4 साल पहले यही ज्योतिरादित्य सिंधिया इसी राहुल गांधी का होला उठाई फिरते थे उनके पिताजी भी राहुल गांधी के पिता जी का झोला उठाकर थे सन 1947 के बाद 1971 तक privi पर्स के नाम पर 2500000 प्रतिवर्ष दिए जाते थे जबकि देश की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी तब कहां गया था यह देश प्रेम
कांग्रेस राज में हमने भी नौकरी की
आदिवासियों और दलितों को लगभग 1500 बीघा जमीन बांटी। शहरी क्षेत्र में 600 आवासीय पट्टे बांटे गए। हजारों आदिवासियों दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को प्रमाणपत्र तैयार कर दिलवाये। राकेश जी इतना काम हुआ है कि वे खुद भी जानते हैं
ज़मीर बेचने में पहली बार झिझक होती है ।एक बार बेचने के बाद तो सब सामान्य हो जाता है ।
Sindhiya ji ajj be parampara hi nibha rahe hai
Rahulji ne kuchch ghalat nahi kaha hume jo adhikar miley hai sanvidhan ne diye hai
Bhut hi acha sir.logo ko izzat raas nhi ati hai
ग्वालियर रियासत में स्वतंत्रता आंदोलन चलाने की स्वतंत्रता नहीं थी।
Tripathi sir very nice ❤
V.good phathak sahab. Hamay history samj may aai shindya Raj ka Rahulji imandar hai bikol sahi boly
Nice explained..jai hind both of you..!
दो ही प्रकार के कार्य या परिणाम घोषित अघोषित रूप से होते हैं। वो ये है कि,हम किसी वस्तु, व्यक्ति, कार्य, ज्ञान, चेतना,भाव कल्पना, अवस्था और साधना आदि से या तो 'दूर हो रहे होते हैं ' या पास हो रहे होते हैं।ये दूर होना और पास चले जाना एक -दुसरे के पूरक होते हैं।हम किसी से दूर होते हैं तो उसी समय किसी के पास हो रहे होते हैं।हम संसार में आए हैं।अन्तोगत्वा संसार से दूर जाएंगे।
राय साहब,
पृष्टभूमि में संविधान के ऊपर क्या मंदिर की तस्वीर जानबूझकर रखी गई है ?
बराबर में रख लेते तो भी ठीक होता.
फिर ऐसे विषय पर चर्चा करते तो दम दिखता.
बाकी राकेश भाई साहब की तो बात हमेशा की तरह जबरदस्त रहा.
Very nice debate sir
ज्योतिरादित्य सिंधिया जिंदगी भर मुख्यमंत्री नहीं बन सकते
राजतंत्र को कायम रखने के लिए संविधान बदलने का प्रयास जारी हैं।जिसके लिए धर्म का सहारा लिया जा रहा है।
Scindhia ji अभी tk bhool नहीं paa rahe k woh ab raja नहीं hein.
Jago Bharat vasiyu Jago Jai Hind Jai Bharat Jai bhim 💙💙💙💙💙
According to Sri Rahul Gandhi "Jyotiraditya Ji aapne Vichar Dhara Jeab mein lyie Ghumte. Hai"
सिनधिया:-- मलाई मिलनी बन्द हुई तो स्वभाविक है कांग्रेस को गाली-गलौज करेगा।
Good Dr pathak sahib
True & True & ........ True
You need know our odisha ପ୍ରଜା ମେଳୀ ।
Ghaddari inke khoon mai hai.
Lakhnow Ki Hazrat Begam Mahal Desh Ke Liye Aagrejo Se Ladi Thi Bahadur Shah Zafar
ज्योतिरादित्य सिंधिया को पिछे बात भूल जाने चाहिए।न ई आगे बढ़ना चाहिए।
Very beautiful presentation
Pathak sir ji very nice ❤
Bjp mei ho rhe apmaan se dukhee ho gaya hai ye scindeya
Kuttapan havi ho gaya hai
'Congress was too soft to these maharajas Even after independence they used to behaved like maharaja. They used to take out processions in Gwalior.
Es statement se Sindhia ne khud apni fajihat karwayi hai . Unoney murkhta me apne pariwar ki pole khol di ya apne pariwar ki desh ke sath gaddari ki bat ko chipa rahe hai .
Good.
प्रवीण तोगड़िया हिन्दू महासभा आरएसएस ने एक गुप्त सभा किया था राजाओं के ग्रुप के साथ बड़ौदा राज महल में और यह आश्वासन दिया था कि बिजेपी सरकार बनेगी तो राज तंत्र वापस होगा । राजा शाही वापस होगा।
19:59.....वो पटेल नहीं , प्रजापति है । और उसने झूठ भी क्या कहा ?
Excellent
Nice sir
Jyotiraditya Scindia has not done anything strange but has emulated his forebear.😀
Scindhia pariwar k liye gaddari karna sharm nahi garv ki baat hai.
Subhadra Kumari Chauhan 😅
Dr. Pathak Sahib, your deliberations on Scindia and his ancestors are sufficient to make Jyotiraditya feel ashamed of his conduct and outbursts about congress.
लोग अपनी औकात भूल जाते हैं
🥰🥰🥰
Very good
Savarkar ki tareef ke karan jyadatar bhartreya logon ko mafee ke bare me pata nahi tha vo pata laga gaya vaise hi 1857 me sindhiya ki gaddari ka 😂😂
From where did the princes maharajas build their estates???
राजाओ महाराजाओ, बादशाहो , अंग्रेजी शासको के समय सम्पूर्ण भारत मे एक % लोगो के समय शिक्षा, नोकरी, जमीन, नही थी आजाद होने के बाद प जवाहर लाल नेहरू की समाजवादी नीति, लोकतंत्र, सविंधान, सरकारीकरण राष्ट्रीयकरण की नीति से विकास से लाभ मिला।
माधवराव शिधिया को कांग्रेस ने सहायता की
Scindia is tying himself in knots and his assertion of benevolent kingdom is dubious. His Praise of bjp is dubious and will boomerang on him.
डॉ राकेश पाठक जी की किताब पढ़ी नहीं किन्तु अनुमान है उन्होंने रियायत बरती होगी।
जय बापू जय भीम जय संविधान
जननायक राहुल गाँधी
Jannayak Rahul Gandhi ji 🎉
सिंधिया राजघराने से हैं ही नहीं।उनके पुरखे महादजी सिंधिया हमारे सातारा के छत्रपति शाहू महाराज के नौकर थे।
Slippers lifter was raised to subedar. Tomar dynasty fort was handed over historical truth.
Appropriate reply to people who think they can fool the masses with loud voices.
Rahul Gandhi ke sath janta khari hai.