Shikwe se hum shukar manana Sikh Gaye Teri sangat mein. Pahle mayus Ho jaate the ab shukar manana Sikh Gaye Teri sangat mein. 🙏👣🙏 Dhan nirankar ji mahapurushon. 🌷🌷🌷 Aise Anmol Gyan ke liye lakh lakh shukrana hai Ji 🙏🙏🙏
Satguru Mata savinder Hardev Singh Ji Maharaj ki Jay Mata Ji ke Pavitra Pavan charanon me कोटि-कोटि dhan nirankar ji bahut hi Sundar vichar, Naresh Chauhan ji dhan nirankar ji dhan nirankar ji
Dhan nirankar ji naresh ji m sunil kumar aapse vinti krta hu ki mujhe naam nahi .Mila abhi mgar mene sat guru mata ko apni aatmao se mene apna guru mata maan kr simran krta hu abhi saat .Mahine hi hua h kirpa kre mene bhut hi glti ki phele likin satguru mata ki es datar ki bhut kirpa hui.or sukriya krta hu aapka bhi aapki vidio dekhta hu prmatma me lin rehta hu aapka koti koti dhanyvad dhan nirankar ji
Aap ji ko Sat sat naman mahapurushon ji. Aap ji ne shi kha ki ye Gyan gunge ka gud h. Iska Anand vahi le sakta hai jiske upar satguru ki kripa hoti. Ye Gyan juban se bhaiya nahin hota. Dhan nirankar ji mahapurushon ji 💐🙏🙏
सबको देखे सबको भाले सब जीवों का ध्यान धरे | स्वयं बैठ पर्दे के पीछे बुद्धि को हैरान करे | तुझको ही प्रणाम है मेरे तू ही ईश महेश मेरा | कहे अवतार तू आदि अनादि युग युग एक ही वेश तेरा | शहंशाह जी का इशारा किधर है |शब्द मात्र इशारा करता है | बाबा हरदेव सिंह जी महाराज कहते थे कि गुरु इशारा चाँद की तरफ करता है तो लोग केवल अंगुली ही देखते हैं चाँद की तरफ नहीं |
धन निरंकार जी,महात्मा जी आपके विचार सुने बहुत अच्छा लगा।जिस प्रश्न का आपने उत्तर दिया, बिलकुल वही प्रश्न मेरे मन में भी बहुत समय से चल रहा था। दास ने ब्रह्म ज्ञान 2004 में लिया लेकिन अभी आपने जो आकाश और निराकार के बारे में बताया,फिर से मन दुविधा में पढ़ गया है,आपने बोला आकाश ठंडा गरम हो सकता है। मेरा मानना है, कि आकाश के अंदर जो वायु है, यानि माध्यम वो गरम या ठंडा होता है। और आपने बताया आकाश छोटा बड़ा होता है,मेरा मानना है, छोटी,बड़ी चीज आकाश में रखी जा सकती है,केवल चीज़ें छोटी बड़ी हो रही है,लेकिन आकाश तो छोटा बड़ा नही हो रहा।दास गलत भी हो सकता है, कृपया (निराकार,आकाश,अवकाश) का सही,सही मतलब क्या हो सकता, क्या आकाश उत्पन्न किया जा सकता है।पांच तत्व क्षिति,जल,पावक,गगन,समीरा में गगन आकाश का ही पर्यायवाची है,क्या यही निराकार है? दास के आप जी से अनुरोध है कि कृपया इस विषय पर मार्गदर्शन अवश्य करें।
नहीं भाई साहब गगन निराकार का पर्याय नहीं है। आकाश से तात्पर्य है शब्द। ध्वनि, जिस गगन की हम बात करते हैं वह गगन तो शून्य है। यहां हम स्पेस की बात कर रहे हैं यानी अंतरिक्ष जो लगातार फैल रहा है। साइंस से यह बात साबित है।
🙏🙏 धन निरंकार जी, महात्मा जी, मैने गगन को आकाश का पर्यायवाची बोला,उसके बाद मेरा प्रश्न ये था, कि जो ये आकाश है,क्या यही निराकार है।आपने आकाश को साउंड कहा,लेकिन व्याकरण में साउंड के पर्याय शब्द- वाणी, रव, ध्वनि, सुर, शब्द, नाद, सदा, पुकार, स्वर, निनाद, तान आदि है।कही भी आकाश नही है। और आकाश के पर्याय व्योम , शून्य, नभ, गगन, अम्बर आदि है।कही पर साउंड नही है।तब आकाश का मतलब साउंड से कैसे तात्पर्य हुआ। मेरे जहन में महात्मा जी जो प्रश्न चल रहा है। आकाश और साउंड(आवाज) में बेसिक अंतर क्या है।कृपया मार्गदर्शन करें। दूसरा प्रश्न आवाज तो पंच तत्वों में से एक है,ऋषि मुनियों ने एक सुप्रीम आवाज ॐ के बारे में बताया है,क्या ये आवाज भी एक तत्व है।या ये भी निराकार है। आप जी के चरणों में धन निरंकार जी।
@@jugalmishra7889 आपके सारे क्वेश्चंस को पढ़कर मैं इनका स्क्रीनशॉट लिया है। मुझे लगता है कि आप कॉमेंट्स से सेटिस्फाई नहीं हो पाएंगे पूरा वीडियो ही बनाना पड़ेगा। वैसे मैं आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि ध्वनि (साउंड) आकाश का पर्यायवाची नहीं बल्कि गुण है। यह बात समझते ही आपको काफी कुछ समझ में आगया होगा। कमेंट करके बताइए शीघ्र ही वीडियो आयेगा।
@@YehiHaiSuch धन निरंकार जी, महात्मा जी ये तो समझ में आया की आकाश का गुण साउंड है। लेकिन आपका जो वीडियो देखा, उसमें आकाश को आपने एक अलमारी का उदाहरण देकर,आकाश का घटना और बढ़ना बताया था।लेकिन महात्मा जी में अलमारी से भी बहुत सूक्ष्म चीज वहा पर रखता हूं। जैसे की एटॉम तब भी एटॉम के अंदर भी इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन,न्यूट्रॉन जिसमें गति कर रहे है।वो भी तो सूक्ष्म आकाश ही है।इससे भी सूक्ष्म कण क्वार्क वो भी सूक्ष्म आकाश में गति कर रहे है।और इससे भी सूक्ष्म वाइब्रेशन जो अब तक की विज्ञान पहुंच है,वो भी सूक्ष्म आकाश में ही स्पंदन हो रहा है।महात्मा जी 8 या 9 साल पहले मेरे एक मित्र वो भी ब्रह्मज्ञानी है। उनसे ब्रह्मज्ञान के बारे में चर्चा हो रही थी।उन्होंने मेरे से कहा आप जड़ को ब्रह्म मान रहे हो।मेने उनसे कहा नही ब्रह्मज्ञान दाता महात्मा जी ने मुझे ये ही बताया। और मेरा अटूट विश्वास है उन पर।मित्र मेरे किसी और मिशन से जुड़े होने के कारण वहा जुड़ने के लिए कह रहे थे।लेकिन मैने मना कर दिया,उनसे कहा जिंदगी में पहली बार तो कोई अमूल्य चीज मिली है,उसे कैसे छोड़ दूं।लेकिन महात्मा जी में खुश था।कभी कभी मेरे मन में मित्र की बात का स्मरण होता था, ऐसे ही अचानक मेने यू ट्यूब में सर्च किया और लिखा आकाश और निराकार में अंतर क्या है।मन में आया कि उसने ऐसा क्यों कहा,लेकिन जब मेने आपकी वीडियो देखी तो तब मुझे अहसास हुआ कि शायद कुछ कमी रह गई है। महात्मा जी अब आपकी जिम्मेदारी, ब्रह्मज्ञान दाता ने तो हमे यही दिखाया।और ये भी बोला खुले मैदान में जाकर भी देखना सारे चांद सितारे ब्रह्मांड इसी खाली (भरपूर) जगह पर नजर आया। दर्शन कराना महात्मा जी आपके हाथ में। धन निरंकार जी
Dhan nirankar ji 🙏 Daas aapse ek baat Janna chahta hai ki kai mahapurush aakash tattab ko( aabaaz ) bi kehte hai or humne yeh bi suna hai ki aag lagi Aakash me zar zar gire aangaar ,Sant na hote jagat mai, gal Marta sansaar Iss baat ko samgaane ki kripa kre ji, Aakash / aavaze
Santo mahapursho ji dassi k pat me one side darde h doctor ko bhot chak v krvyea hia bhot sare tast v krvye hai kus v nhi hai mri v krye hai kus smje nhi aae rha Santo Ji aasherbad do ji mahapursho ji dasi tk ho jye 👏👏👏👏👏👏👏👏
Aap kahan se hain bahan ji ? Kai bar esa hota hai. Check up mein nahin aata. Parantu kuchh Na kuchh samasya Hai isi Karan Dard hota Hai. Sadguru mataji aap par kripa Karen.
धन निरंकार जी।महात्मा जी दास का प्रश्न क्या?निरंकार परब्रह्म की भक्ति सम्भव है। है तो कैसे? हमने थोड़ा बहुत शास्त्रों का अध्ययन किया है।जिसमें अवतरबानी भी शामिल है।जिसमे हमे ऐसा लगा निराकार की भक्ति संभव नहीं है भक्ति साकार की हो सकती है।निराकार में एकीकार ही हो सकते हैं।क्या मैं सही हु या किसी अज्ञानता में?
@@jayprakashyadav5506 dhan nirankar ji mahapurush ji chahe bhakti hai ya gyan hai karm ye sab karne ka ekhi uddesh hai mukti hamare atma ki mukti ye jo atma nirankar se hi aayi hai usi me firse vilin hona hi hamara jivan ka uddesh hai eske liye nirankar ki bhakti karo chahe sakar ki lekin uske liye bhakti karna jaruri hai har din har kshan es prabhu ka sumiran karna jaruri hai din mai aadha ghanta aap konse vakt sumiran kiya kijiye kyonki ham es nirankar ka virat swroop dekh sakte eska jo sukshm swroop hamare sharir ke bhitar hai uska pratyaksh anubhv karna hi brmha ki prapti hai
आप बिल्कुल सही कह रहे हैं, लेकिन आकाश में ही रमा हुआ निरंकार है जिसकी ओर इशारा करते हुए महात्मा कहते हैं कि देखो यह हिलता नहीं, यह जलता नहीं ,यही है निरंकार। महाकाश आकाश के भीतर रमा हुआ है जो निरंकार। वख्त के हाकिम ने रखा है नाम इसी का अब निरंकार। सम्पूर्ण अवतार वाणी की ये लाइन हैं।
🙏धननिरंकार महात्मा जी, आप जी से, आकाश और निराकार के बारे में जानकारी के लिए एक बार जरूर और अधिक जानना चाहता हूं। आपने वीडियो के माध्यम से बताने का बहुत अच्छा प्रयास किया, लेकिन अभी भी में भ्रम की स्थिति में बना हुआ हूं।आपसे संपर्क कैसे कर सकता हूं।
Shbd brahm omkar hai es aaksh k bhitar amadmaykosh hai ek jb hm dhyan or nam simran karte hai hmare surat hmare chetna agya chakra me aati hai jise daswa dwar kehte hai abi hmara or chetna bahar fela hua jab tak hm bhitar atama ka bodh nhi karte bahar k aaksh me parmatma ka darshan nhi ho sakta esliye kabir ji ne guru nanak dev ji ne surat shbd yog nam simran ki baat kahi hai radhe radhe
Dhan nirankar mahatma jee.mahatma jee das v yadi soche chahe patthar ho pani devta ho es sangsar ka kuch v ho man ese parmatma (nirakar) kinyu kabul kar leta hai jabki das khuda (nirakar) janta hai manta hai kripa karke das ka bhram dur karne ki kripa kanre
Jaise ki pani mai ham namak daal de to us pani ke kankan mai namak hota hai use ham dekh nahi sakte lekin ha use pikar ham uska anubhav kar sakte hai vaise hi nirakar es akash mai har ghat mai ped pondho mai otprot hai jo hame dikhai nahi deta lekin use ham hamari atma ke roop mai uska anubhav kar sakte hai esliye hame jyada se jyada sumiran ki jarurat hai tabhi ham anubhav kar sakenge
Dhan Nirankar Ji. Though "Akaash" is also given the name of Ether, but this is different from the chemical ether. The chemical ether is a liquid at room temperature which has boiling point of 34.6 °C. The "space ether" or "akaash" is not a liquid.
Shikwe se hum shukar manana Sikh Gaye Teri sangat mein. Pahle mayus Ho jaate the ab shukar manana Sikh Gaye Teri sangat mein. 🙏👣🙏 Dhan nirankar ji mahapurushon. 🌷🌷🌷 Aise Anmol Gyan ke liye lakh lakh shukrana hai Ji 🙏🙏🙏
Aapji ke Pavitra pawan charno me dad ka koti koti dhan nirankar mahapurushon ji
very nice brahm vani ji(dhan nirankar ji)
Dhan Nirankar ji satguru Mata ji M P ji🙏🙏🙏🙏
Atisunder mahapurso ji Sahajbhaw.mai.apney.bahut.kuch.dikha.diyai.dhan nirankar ji
Dhan Nirankari bahut hi Sundar roop se Prabhu ka darshan karae aapke charanon mein photo
Ek Tuhi Nirankar satguru mata ji
सतगुरु माता जी की नरेश मात्मा पर कृपा बनी रहे धन्यवाद जी
इस कृपा के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद महापुरुषों जी
Santo ji ke pawan charno me das ka pyar bhara dhan nirankar
Dhan nirankar ji santo🙏
Dhan nirankar ji 🙏 aaj aap ki bichar se bare hi khulase hue Jo kabi nahi soche the thanks a lot mahapurshoo ji
Aapko dhan nirankar ji
dhan nirankar ji
धन निरंकार जी
बहुत सुन्दर तरीके से स्पष्ट किया है आपजी को बहुत बहुत साधुबाद 🌹🙏
Satguru Mata savinder Hardev Singh Ji Maharaj ki Jay Mata Ji ke Pavitra Pavan charanon me कोटि-कोटि dhan nirankar ji bahut hi Sundar vichar, Naresh Chauhan ji dhan nirankar ji dhan nirankar ji
Dhan Nirankar Mahatma ji 🙏🙏💐💐
बहुत सुन्दर बिचार लगा धन्यवाद आपका
Sar g dhan nirankar ji
Koti-koti Dhana Nirankar mahapuruso Jee 🙏
Dhan nirankar ji🙏🙏🙏🌹🌹
Dhan nirankar ji sab mahapurso ke charno m 🙏🙏
Actha h perbhu
Dhan nirankar ji naresh ji m sunil kumar aapse vinti krta hu ki mujhe naam nahi .Mila abhi mgar mene sat guru mata ko apni aatmao se mene apna guru mata maan kr simran krta hu abhi saat .Mahine hi hua h kirpa kre mene bhut hi glti ki phele likin satguru mata ki es datar ki bhut kirpa hui.or sukriya krta hu aapka bhi aapki vidio dekhta hu prmatma me lin rehta hu aapka koti koti dhanyvad dhan nirankar ji
बिलकुल सटीक बिचार ।।
धननिरंकार जी परभु ।।❤❤
Dhan nirnkar ji shukeriya nirnkar tera mare satguru mata ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Dhan nirankar ji SATGURU MATA JI 🙏 mahapurusho jii
Dhan nirankar ji hujur.
Dhan Nirankar Santo Ji
Dhan nirankar ji🙏🙏 mahapurso ji
Ati sundar vichaar ji
Dhan nirankar ji sbhi sant mahapursho ji ko 🙏🙏🙏🙏
Shukar hai dhan nirankar ji
dhan nirankar ji nice video
Dha'n Nirankar ji Mahapurusho ji very nice 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bahut hi sunder g
Thanks a lot huzur
Dhan nirankar ji mataji🙏🙏🏼🙏🙏🏼🙏🙏🏼🙏
Aap ji ko Sat sat naman mahapurushon ji.
Aap ji ne shi kha ki ye Gyan gunge ka gud h. Iska Anand vahi le sakta hai jiske upar satguru ki kripa hoti.
Ye Gyan juban se bhaiya nahin hota.
Dhan nirankar ji mahapurushon ji 💐🙏🙏
bahut achha gyan ka video hai bhaiya ji aur bhi aise hi video le kar aayen jisse humari kalyaan ho sake dhanyawad.
Ok mahapurushon ji
Dhan nirankar ji, mahapursho ji
bhut sunder vichar ji dhan nirnkar ji
Dhan nirankar mahapurushon ji
नाइस वीडियो
Dhan nirankar Ji , thank you mahapursho ji
Dhan nirankar ji MP Ji
Dhan Nirankarji🙏🙏🙏
Dhan nirankar Ji 🌹🌹
सबको देखे सबको भाले सब जीवों का ध्यान धरे | स्वयं बैठ पर्दे के पीछे बुद्धि को हैरान करे | तुझको ही प्रणाम है मेरे तू ही ईश महेश मेरा | कहे अवतार तू आदि अनादि युग युग एक ही वेश तेरा | शहंशाह जी का इशारा किधर है |शब्द मात्र इशारा करता है | बाबा हरदेव सिंह जी महाराज कहते थे कि गुरु इशारा चाँद की तरफ करता है तो लोग केवल अंगुली ही देखते हैं चाँद की तरफ नहीं |
🙏🙏🙏
धन निरंकार जी,महात्मा जी आपके विचार सुने बहुत अच्छा लगा।जिस प्रश्न का आपने उत्तर दिया, बिलकुल वही प्रश्न मेरे मन में भी बहुत समय से चल रहा था। दास ने ब्रह्म ज्ञान 2004 में लिया लेकिन अभी आपने जो आकाश और निराकार के बारे में बताया,फिर से मन दुविधा में पढ़ गया है,आपने बोला आकाश ठंडा गरम हो सकता है। मेरा मानना है, कि आकाश के अंदर जो वायु है, यानि माध्यम वो गरम या ठंडा होता है। और आपने बताया आकाश छोटा बड़ा होता है,मेरा मानना है, छोटी,बड़ी चीज आकाश में रखी जा सकती है,केवल चीज़ें छोटी बड़ी हो रही है,लेकिन आकाश तो छोटा बड़ा नही हो रहा।दास गलत भी हो सकता है, कृपया (निराकार,आकाश,अवकाश) का सही,सही मतलब क्या हो सकता, क्या आकाश उत्पन्न किया जा सकता है।पांच तत्व क्षिति,जल,पावक,गगन,समीरा में गगन आकाश का ही पर्यायवाची है,क्या यही निराकार है? दास के आप जी से अनुरोध है कि कृपया इस विषय पर मार्गदर्शन अवश्य करें।
नहीं भाई साहब गगन निराकार का पर्याय नहीं है। आकाश से तात्पर्य है शब्द। ध्वनि, जिस गगन की हम बात करते हैं वह गगन तो शून्य है। यहां हम स्पेस की बात कर रहे हैं यानी अंतरिक्ष जो लगातार फैल रहा है। साइंस से यह बात साबित है।
🙏🙏 धन निरंकार जी, महात्मा जी, मैने गगन को आकाश का पर्यायवाची बोला,उसके बाद मेरा प्रश्न ये था, कि जो ये आकाश है,क्या यही निराकार है।आपने आकाश को साउंड कहा,लेकिन व्याकरण में साउंड के पर्याय शब्द- वाणी, रव, ध्वनि, सुर, शब्द, नाद, सदा, पुकार, स्वर, निनाद, तान आदि है।कही भी आकाश नही है। और आकाश के पर्याय व्योम , शून्य, नभ, गगन, अम्बर आदि है।कही पर साउंड नही है।तब आकाश का मतलब साउंड से कैसे तात्पर्य हुआ। मेरे जहन में महात्मा जी जो प्रश्न चल रहा है। आकाश और साउंड(आवाज) में बेसिक अंतर क्या है।कृपया मार्गदर्शन करें। दूसरा प्रश्न आवाज तो पंच तत्वों में से एक है,ऋषि मुनियों ने एक सुप्रीम आवाज ॐ के बारे में बताया है,क्या ये आवाज भी एक तत्व है।या ये भी निराकार है। आप जी के चरणों में धन निरंकार जी।
@@jugalmishra7889 आपके सारे क्वेश्चंस को पढ़कर मैं इनका स्क्रीनशॉट लिया है। मुझे लगता है कि आप कॉमेंट्स से सेटिस्फाई नहीं हो पाएंगे पूरा वीडियो ही बनाना पड़ेगा। वैसे मैं आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि ध्वनि (साउंड) आकाश का पर्यायवाची नहीं बल्कि गुण है। यह बात समझते ही आपको काफी कुछ समझ में आगया होगा। कमेंट करके बताइए शीघ्र ही वीडियो आयेगा।
@@YehiHaiSuch धन निरंकार जी, महात्मा जी ये तो समझ में आया की आकाश का गुण साउंड है। लेकिन आपका जो वीडियो देखा, उसमें आकाश को आपने एक अलमारी का उदाहरण देकर,आकाश का घटना और बढ़ना बताया था।लेकिन महात्मा जी में अलमारी से भी बहुत सूक्ष्म चीज वहा पर रखता हूं। जैसे की एटॉम तब भी एटॉम के अंदर भी इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन,न्यूट्रॉन जिसमें गति कर रहे है।वो भी तो सूक्ष्म आकाश ही है।इससे भी सूक्ष्म कण क्वार्क वो भी सूक्ष्म आकाश में गति कर रहे है।और इससे भी सूक्ष्म वाइब्रेशन जो अब तक की विज्ञान पहुंच है,वो भी सूक्ष्म आकाश में ही स्पंदन हो रहा है।महात्मा जी 8 या 9 साल पहले मेरे एक मित्र वो भी ब्रह्मज्ञानी है। उनसे ब्रह्मज्ञान के बारे में चर्चा हो रही थी।उन्होंने मेरे से कहा आप जड़ को ब्रह्म मान रहे हो।मेने उनसे कहा नही ब्रह्मज्ञान दाता महात्मा जी ने मुझे ये ही बताया। और मेरा अटूट विश्वास है उन पर।मित्र मेरे किसी और मिशन से जुड़े होने के कारण वहा जुड़ने के लिए कह रहे थे।लेकिन मैने मना कर दिया,उनसे कहा जिंदगी में पहली बार तो कोई अमूल्य चीज मिली है,उसे कैसे छोड़ दूं।लेकिन महात्मा जी में खुश था।कभी कभी मेरे मन में मित्र की बात का स्मरण होता था, ऐसे ही अचानक मेने यू ट्यूब में सर्च किया और लिखा आकाश और निराकार में अंतर क्या है।मन में आया कि उसने ऐसा क्यों कहा,लेकिन जब मेने आपकी वीडियो देखी तो तब मुझे अहसास हुआ कि शायद कुछ कमी रह गई है। महात्मा जी अब आपकी जिम्मेदारी, ब्रह्मज्ञान दाता ने तो हमे यही दिखाया।और ये भी बोला खुले मैदान में जाकर भी देखना सारे चांद सितारे ब्रह्मांड इसी खाली (भरपूर) जगह पर नजर आया। दर्शन कराना महात्मा जी आपके हाथ में। धन निरंकार जी
धन्यवाद महाराज जी@@YehiHaiSuch
Dhan nirankar ji mahapursho ji
Hello Mahatma Ji dhan nirankar ji hello Mahatma Ji sumiran karne ka Tarika bataiye
Satguru Mata Sudiksha ji ke pavitar Charno mein Dhan Nirankar ji 🙏 😋 😅 😄 😆 😳 🙏
Dhan nirankar hi🙏🙏
Dhan nirankar ji 🙏
Daas aapse ek baat Janna chahta hai ki kai mahapurush aakash tattab ko( aabaaz ) bi kehte hai or humne yeh bi suna hai ki aag lagi Aakash me zar zar gire aangaar ,Sant na hote jagat mai, gal Marta sansaar
Iss baat ko samgaane ki kripa kre ji,
Aakash / aavaze
কোটি কোটি ধন নিরংকার জী 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏❤️❤️❤️
Dhan nirankar ji mere Prabhu 🙏... Prabhu mai bahut pareshan rahta hu kripa kro aapji sab kuch thik ho jaye 😢😢mata ji kripa kro🙏
Pareshani se bahar nikalo apne aap ko dekho Datar sab theek Karega.
Dhan nirankar ji mahpursho jo
Dhan nirankar ji 👣🙏💛
Mahatma ji bhahut bahut dhan nirankar ji
Nice 🙂🙂
Dhan nirankar ji
धन निरंकार जी😊
Dhan nirankar ji mahapurusho ji
Dhan nirkar ji🙏🙏🙏
mahatma ji aap ji mil k smjh skte h khali or nirakar k bare ji aap kaha mil skte ho 🙏🙏
U P Moradabad, Branch Jainagar
🙏धन निरंकार महात्मा जी,आपने पिछले कॉमेंट में बताया था।की निराकार और आकाश की एक अलग से वीडियो बनाऊंगा। उस वीडियो को कैसे देख सकते है।
शनिवार को अपलोड होगी।
Marg darshan kre
Dhan nirankar ji 💓🌹❤️💓💓💓👏👏👏👏
Osho kahtea hai Space jivant hai aur Parmatma hai ya space kuchh bhi nahi hai samjhanea ki kirpa karea
Ji hujur. Ham bhi Great Osho ko bahut sunte hain
धन निराकार जी
Bilkul sahi phurmaya app n lok bhut bhulekhey main hain yeh nrankar alag hey braham giani hee samaj sakta hai
Dhan nirankar ji mhapurso ji 🙏🙏
Dhan nirankar ji
Please keep going deeper and deeper and deeper ?
Aukash tatu ka anant hai ki aunt batnea ki kirpa karea
Aakash tatva Anant nahin Hai.
धन निरंकार जी सन्तो जी।
DHAN NIRANKAR JI
DHAN NIRANKARI JI SATGURU MATA G
Malik das aap ki kuch bato se das sahemat nahi h kirpa krna das veeru shukla orai jila jalaun dhan nirnkar ji
Mobile per baat karte hain aap apna number send kijiye.
Guru bina gyan nahi parapat ho sakta jai guru kabir saheb jai guru ravidass mharaj jai nirakar ji 🙏🙏🙏
Sant ji muje prakas kyu dikta hai plzz tell me ajay kumar Punjab
Sabhi ko prakash dikhta hai aarambh mein
Mahatma ji hme to ye hi parmatma btaya gya h
धन निरंकार जी
Verry best
Yute.you.opin.the.divya.light.it.means.you.want.famus.himself..verynice.
Satiy privachan
ધન નિરંકાર જી માતાજી 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👣👣👣👣👣👣👣👣
Thank you ❤
Mahapurushon ji aapse baat karni hai aap ka number kaise prapt ho sakta hai
Aap apni Gmail niche di meri gmail ID par send kar digiye. Aapko number bhej diya jayega
yehihaisuch99@gmail.com
Santo mahapursho ji dassi k pat me one side darde h doctor ko bhot chak v krvyea hia bhot sare tast v krvye hai kus v nhi hai mri v krye hai kus smje nhi aae rha Santo Ji aasherbad do ji mahapursho ji dasi tk ho jye 👏👏👏👏👏👏👏👏
Dasi aap ji ke vedio deakte reate hai bhot bhot Ashi laghte hai bhot kus sekne ko melta hai ji🙏🙏🙏
Sadguru mataji hi gyan ke shrot hain. Ko bhi kar rahe hain ve hi kar rahe hain bahan ji. Das keval madhyam hai.
Aap kahan se hain bahan ji ? Kai bar esa hota hai. Check up mein nahin aata. Parantu kuchh Na kuchh samasya Hai isi Karan Dard hota Hai. Sadguru mataji aap par kripa Karen.
धन निरंकार जी।महात्मा जी दास का प्रश्न क्या?निरंकार परब्रह्म की भक्ति सम्भव है। है तो कैसे? हमने थोड़ा बहुत शास्त्रों का अध्ययन किया है।जिसमें अवतरबानी भी शामिल है।जिसमे हमे ऐसा लगा निराकार की भक्ति संभव नहीं है भक्ति साकार की हो सकती है।निराकार में एकीकार ही हो सकते हैं।क्या मैं सही हु या किसी अज्ञानता में?
आप बिल्कुल सही हैं। भक्ति तो साकार की होती है। निराकार का सिर्फ ध्यान होता है।
@@YehiHaiSuch जी आप जी चरणों मे दास धन निरंकार जी।
Dhan nirankar ji
Aap g ka mob. No. Chahiye aap g se baat Krna chahte h sant g
@@jayprakashyadav5506 dhan nirankar ji mahapurush ji chahe bhakti hai ya gyan hai karm ye sab karne ka ekhi uddesh hai mukti hamare atma ki mukti ye jo atma nirankar se hi aayi hai usi me firse vilin hona hi hamara jivan ka uddesh hai eske liye nirankar ki bhakti karo chahe sakar ki lekin uske liye bhakti karna jaruri hai har din har kshan es prabhu ka sumiran karna jaruri hai din mai aadha ghanta aap konse vakt sumiran kiya kijiye kyonki ham es nirankar ka virat swroop dekh sakte eska jo sukshm swroop hamare sharir ke bhitar hai uska pratyaksh anubhv karna hi brmha ki prapti hai
@@kiranchavan6481 ji dhan nirakar ji hujur ji atma ko mukti ki avashyakta nahi h mukti ki avashyakta to jiv ko h atma to apneaap me mukt h
Khali jagah ko he gyan pardaata nirankar kehte hai ji.aakash ke ander kaise dekh skte hai.woh toh mushkil kaam ho jayega?
Mushkil to ho jaega lekin asambhav nahin. Yah baat aap acchi tarah samajhlin ki Khali sthan Nirankar nahin Hai.
@@YehiHaiSuch ji kisko dekh k simran kru mai?
ज्ञान देते समय ब्रह्मज्ञानी ज्ञानदाता आकाश मे हीं ताली हिलाते और कहते हैं कि देखो यह हिलता नहीं, यह जलता नहीं, कटता नहीं इसे ही nirankar कहते हैं |
आप बिल्कुल सही कह रहे हैं, लेकिन आकाश में ही रमा हुआ निरंकार है जिसकी ओर इशारा करते हुए महात्मा कहते हैं कि देखो यह हिलता नहीं, यह जलता नहीं ,यही है निरंकार।
महाकाश आकाश के भीतर रमा हुआ है जो निरंकार।
वख्त के हाकिम ने रखा है नाम इसी का अब निरंकार।
सम्पूर्ण अवतार वाणी की ये लाइन हैं।
@@YehiHaiSuch संपूर्ण अवतार वाणी, पद क्र. कितना है..?
@@aniketbhoite7467 शबद संख्या 11
🙏महात्मा जी मैने एक प्रश्न आपके पिछले उत्तर के प्रतिउत्तर में
दिया था।जवाब नही मिला।
शनिवार को अपलोड होगी।
🙏धननिरंकार महात्मा जी, आप जी से, आकाश और निराकार के बारे में जानकारी के लिए एक बार जरूर और अधिक जानना चाहता हूं। आपने वीडियो के माध्यम से बताने का बहुत अच्छा प्रयास किया, लेकिन अभी भी में भ्रम की स्थिति में बना हुआ हूं।आपसे संपर्क कैसे कर सकता हूं।
@@jugalmishra7889 yehihaisuch99@gmail.com
Is Gmail par apna number send kar dijiye.
ओम शांति शिव बाबा मेरे प्यारे बाबा शिव
Satguru ke gale me dupatta parwan karne ka kya mahatv hai vedio vanaye
Ok ji
Dhan nirankar ji mahapursho ji.apka ph no mil skta h kya.
Please you send your mobile number to the below gmail 👇
yehihaisuch99@gmail.com
How a blind person can take brahm gyan? How can he see "ishara"?
Guru gestures with the finger and also with the tongue. Which is understood by both the blind and the blind.
ਧੰਨ ਨਿਰੰਕਾਰ ਜੀ
Dhannirankarjimahapurushoji
Shbd brahm omkar hai es aaksh k bhitar amadmaykosh hai ek jb hm dhyan or nam simran karte hai hmare surat hmare chetna agya chakra me aati hai jise daswa dwar kehte hai abi hmara or chetna bahar fela hua jab tak hm bhitar atama ka bodh nhi karte bahar k aaksh me parmatma ka darshan nhi ho sakta esliye kabir ji ne guru nanak dev ji ne surat shbd yog nam simran ki baat kahi hai radhe radhe
Dhan nirankar ji , mahatma ji aap kaha ke rhne wale hai.
Moradabad Uttar Pradesh se.
Thank you
Dhan nirankar mahatma jee.mahatma jee das v yadi soche chahe patthar ho pani devta ho es sangsar ka kuch v ho man ese parmatma (nirakar) kinyu kabul kar leta hai jabki das khuda (nirakar) janta hai manta hai kripa karke das ka bhram dur karne ki kripa kanre
Jaise ki pani mai ham namak daal de to us pani ke kankan mai namak hota hai use ham dekh nahi sakte lekin ha use pikar ham uska anubhav kar sakte hai vaise hi nirakar es akash mai har ghat mai ped pondho mai otprot hai jo hame dikhai nahi deta lekin use ham hamari atma ke roop mai uska anubhav kar sakte hai esliye hame jyada se jyada sumiran ki jarurat hai tabhi ham anubhav kar sakenge
Bilkul sahi kaha aapne bahan ji
@@YehiHaiSuch dhan nirankar ji
Mafi Malik maya ka pashra nahi parbhu ki rachna he
Parbhu ki rachna ye jad 5 tatv he ya chetan (jiyu ) he kriyapa kare mailk
Dhan nirankar ji💝
Dhan Nirankar Ji.
Though "Akaash" is also given the name of Ether, but this is different from the chemical ether.
The chemical ether is a liquid at room temperature which has boiling point of 34.6 °C.
The "space ether" or "akaash" is not a liquid.
You are absolutely right sant ji. Dhan nirankar ji.
@Ram vlogs ram ji. Guru krupa se possible है. Guru ke bina gyan nahi. Guru ke bina मुक्ती nahi
T
Akash like a gum may be who rambles all 9 khand parkitri
@@YehiHaiSuch क्ष
Sant ji dass aap say baat Karna chahta ha please apna number dijiye
yehihaisuch99@gmail.com
Upar di gai Gmail ID per aap apna number bhejiye dad Aap se khud sampark kar lega.