वो वक्त मैंने देखा है सर क्योंकि सन् 1980 मे ही मैंने स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की थी और नौकरी मिली 500/ महीने की, बड़ा शकुंन था उस छोटे से वेतन से भी कुछ न कुछ बच जाता था, मेल मिलाप इतना था कि पड़ोस में भी रिश्ते के साथ बोलते थे जैसे चाची, आंटी दीदी और भोजन भी पा लेते थे, मुझे याद है कि रामायण और महाभारत जैसे सीरियल हमने पड़ोस में ही देखे, आज कोई खाना छोड़ो बात करने मे भी शक से देखेगा, बहुत कमीना समय आया सर अब तो यही चाहत है कि जल्दी ही भगवाँन हमको उठा ले, न बड़ों की इज्जत, मान सम्मान सब गुजरे जमाने की बात हो गयी, सच बहुत खुशी मिलती है जब जिंदगी के उस खूबसूरत दौर को याद करते हैं, 😊
@@pushpeshsuman पुष्पेश सुमन जी आपका कथन सत्य है, परंतु मनुष्य मे जो प्रेम, संवेदन शीलता,, अपनापन, एक दूसरे के प्रति सम्मान उस दौर में था, मै पैसे की बात नही करता, पैसा उस समय कम था लेकिन पैसे से अधिक इंशानियत थी, आज पैसा है पर मुँह में दवा डालने वाला नही है, शादी व्याह मे एक दो घण्टे के मेहमान है न कि हफ्ते भर पहले से विवाह समारोह को सम्पन्न करवाने वाले सहयोगी, वैसे अपने अपने विचार है, धन्यवाद
@@shankarduttjoshiAlmora आप लिख के रख लो। आज से २० साल बाद सारा अपनापन आज के दौर में बताया जाएगा। जब हम बच्चे थे (1980 के दौर में) तो दादाजी अपने दौर को (1960 वाला) अपनापन वाला बताया करते थे। तो ये निरंतर प्रक्रिया है। सबको अपना काल सबसे बढ़िया लगता है।
मेरी नौकरी 800रू थी सारे घर का खर्च चलता था खूब सुखी से रहते थे बहुत प्रेम भाव था लोग बहुत सुखी से रहते थे आज जितना पैसा कमा रहे हैं उतना ही लोग ज्यादा दुखी हैं जी
1980 मे मेरे दोस्तकी शादी मे 450₹ मे बैंड बाजे के दिए गए थे, एयर कंडीशन टाकीज मे अपर टिकिट 50 पैसे और बाल्कनी टिकट 1₹ हुआ करती थी ।1982 मे एसीयाड गेम के दौरान कलर टीवी का दौर शुरू हुआ था।
1978 I was in Agra Till 1983 then Assam Silchar 1984 Late PM IndiraGandhi Death You know What 1971 Indian pak war I was Studying In Tindivanam SouthIndia IndiraGanghi ji PM was travelling South India On Puducherry from Ti.ndivanam I.n front of our school 08.00pm travelled we were standing on road waving her OMG 1980 I was at Delhi For Govt work How I can Forget Golden ERA Thanks Be in Peace my friends None would share Pains But For Peace its your own way you have to find and live
sir Sab same h bhut kuch badal gya but sab sab kuch bahi h phle log 100 rs mahina kamate the to chize usi hisab se milti thi or aaj 10,000 rs ya usse jyada bhi kamate h to usi hisab se chize milti thi Sab kuch bahi h but ek chiz aaj ke dor me kahi nhi milti pyar or apnapan Taras gye h is chiz ko or shayad ab hameaha tarste hi rhenge Thank you❤
"बेटी बचाने आए थे, बेटी पटाने लग गए"... वाह😂 क्या संस्कार हैं...! " और फिर नेहले पे देहला ये कि ऐसे लोगों को जन समर्थन है... या EVM में धोखा "...? क्यों आज के दौर में भी लोग अनपढ़ और जाहिलों को अपना नेता चुनते हैं? " बचपन में 3-4थी क्लास में एक पाठ पढ़ा था... लेकिन ये कभी नहीं सोचा था कि ये सब अपने ही देश भारत में जल्द देखने को मिल सकता है " "उस पाठ का नाम था... "अंधेर नगरी चौपट राजा"! इसमें तो सिर्फ़ राजा मूर्ख था, लेकिन रोना तब आता है जब जनता भी मूर्ख हो जाए... फिर ऐसे लोग उस देश को हर तरफ़ से खतरे में डाल देते हैं!...✍️
मैं भी उस दौर देखा है ,तब मैं चौथा class में पढ़ता था ,निश्चित तौर पर गरीबी थी ,अभाव था पर जो सबसे खास बात ये था ,शांति शकुन प्रेम अपनापन जाति के प्रति एक दूसरे के बीच दुर्भावना नही थी,भाई चारा ,सहिष्णुता थी । इस विशलेशन से पुरानी याद कर मेरा आंखे नम हो गया ,लगता है कोई मेरा पुराना दिन लौटा दे ,पर ऐसा संभव नहीं है ।
हम भी ओ वक्त को देखा, कितना दुःख भरा जीवन था , लोग के अंदर अज्ञान,गरिव,अमीर लोग का अत्याचार हम देखा 😅😅😅😅। जो इन्सान को पिछले समय को इयाद आता उस समय को चाहिए ,आपके पास धन दौलत त्याग कर , ऐश्वर्या भोग त्याग कर,उस समय आ जाएगा 😅😅😅😅।
उस समय के सब्जियों में पौष्टिकता आज के मुकाबले कहीं गुना ज्यादा हुआ करती थी।। उस समय की वस्तुओं की गुणवत्ता आज के खटारा गुणवत्ता से कहीं गुना अच्छी हुआ करती थी।।
जो होती नियति की खेल है। पिछले को यादगार को वर्तमान जोड़ना मूर्ख है फिर भी ठीक है। पिछले का हर सामान कितना दाम था किन्तु कितना कमाता था । अभी कितनी कमाई कितना खर्च,देख लीजिए 😮😮
अगर मैं 2024 में ₹ 50,000 महीना कमा रहा हूं और मुझे 1980 से ₹ 3,000 महीना जॉब का ऑफर आए तो ₹ 50,000 का जॉब छोड़कर 1980 के जमाने जाकर ₹ 3,000 की नौकरी करना पसंद करूंगा।।
1980 mai 3000 bahut Kam log kama pate thay. Ek normal family ka income hardly 500 ka hua karta tha. 3000 was luxurious in 1980s which is equivalent to almost a lakh now.
Main school mein tha aur radio mein gaane aur TV mein door darshan ke serial, sunday ki film aur chitrahaar enjoy karta tha. Cricket khelte bhi the aur dekhte bhi the.
Me 1970 ki generation hu Bahout badhiya dour tha 90/2000tak Bad me sab bogda 2001se 2024 tak sab taklif dekh li Bhukamp 2001 Gujrat dange 2002 Phir tusunami Akal / jtada barish aur maha mari Aur bahut kuch. 1970se,1995 takbahut badhiya tha.
उस समय जनसंख्या क्या थी? और आज जनसंख्या क्या है। उत्पादन ज्यादा था और खपत कम थी। स्वभाविक सी बात है जब खाने वाले ज्यादा और आमदनी कम होगी तो महंगाई तो बढ़ेगी। देश की आबादी आज 140 करोड़ है, जो की आज की स्थिति में 100 करोड़ से कम होना चाहिये। जनसंख्या विस्फोट से और महंगाई बढ़ेगी। 🙏
हमने ६o_७० दशक k बीच ₹१ प्रति लीटर दूध पिया है वो भी सामने दुहा हुआ।सोना ₹२४० देखा है मगर तब भी हम न अमीर हुए और न अब गरीब ! जिंदगानी बस चलती रही ।तब भी दूध में पानी मिलाया जाता था और अब भी ।कोई फर्क नही , बस इतना जरूर है कि आजकल की आधुनिक सुविधाओं k बावजूद भी जिंदगी सरल थी ।उतना टेंशन और भय नहीं था ।अकेलापन नही महसूस होता था क्योंकि सब एक दूसरे का खयाल रखते थे ।अभी तो सिर्फ भागम भाग है।बस भागते रहो।
AAJ "HINDUS" APNE BACHCHON KO NAFRAT SIKHA RAHE HAIN... ISILIYE WO DAUR KHATM... ✍️ MUSLIMS AAJ BHI WAHI HAIN JO US DAUR ME THE, LEKIN HINDUS BHAIYON KE DILON ME ATANKWADI NETAON AUR FIRAKAPARASTI LOGON NE NAFRAT KA ZEHER BHAR DIYA HAI.... ✍️
1980 का जीवन झंड था। कोई सुख सुविधा आम आदमी के पास नहीं थी।पैसा नहीं था। आज आम आदमी के पास बाईक, गाड़ी भी है और पैट्रोल डलवाने के पैसे भी हैं। अगर 1980 में चीज़ों की कीमत कम थी तो भी खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे। सकून आज भी मिलेगा अगर कोई रिश्तेदार पड़ोसी की देखा-देखी अपने कामनाओं को हवा नहीं देगा। अपनी सीमाओं में रहकर जीवन यापन करेगा। मगर आज आप के पास 20000 का मोबाइल है तो दूसरों की देखा-देखी एपल का 120000 का मोबाइल लेने की जद्दोजहद करोगे तो सकून कहां मिलेगा?
वह दौर सुख शांती और भाई चारे का था कम पैसे और फूस के छप्पर में भी खुश थे मैंने वह दौर जिया है मैं कहता हूं वह दौर इस दौर से बहुत अच्छा था काश़ वह दौर फिर वापस आ जाता तो क्या बात होती
Mein 1988 mein bajaj super lekar college jaata tha. Mujhey sab paisey waala samajhtey they. Sab cycle par aatey they. Merey naseeb achchey they merey papa mujhey scooter dilwaa sakey . Wo lambretaa scooter chalaatey they
Bina swarth k log time dete the madad karte the. poora mohalla ho ya gaon sab mil jul k ek family ki tarah rahte the koi bhi pareshani ho sab sath m khade ho jate the
1980 & 1990 ka bhi Kya behtareen daur Tha Shukriya Bhai Sahab Aapka Aesi Yadgar post Karne ke liye
Mujhe yaad hai 5rs me rikasw milt tha. 5rs me cholle kulche khaaye hai..
बहुत ही बेहतरीन जमाना था,काश फि़र से वो दौर आता ❤
उस दौर में फ़िल्में खूब चलती थी।
वो वक्त मैंने देखा है सर क्योंकि सन् 1980 मे ही मैंने स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की थी और नौकरी मिली 500/ महीने की, बड़ा शकुंन था उस छोटे से वेतन से भी कुछ न कुछ बच जाता था, मेल मिलाप इतना था कि पड़ोस में भी रिश्ते के साथ बोलते थे जैसे चाची, आंटी दीदी और भोजन भी पा लेते थे, मुझे याद है कि रामायण और महाभारत जैसे सीरियल हमने पड़ोस में ही देखे, आज कोई खाना छोड़ो बात करने मे भी शक से देखेगा, बहुत कमीना समय आया सर अब तो यही चाहत है कि जल्दी ही भगवाँन हमको उठा ले, न बड़ों की इज्जत, मान सम्मान सब गुजरे जमाने की बात हो गयी, सच बहुत खुशी मिलती है जब जिंदगी के उस खूबसूरत दौर को याद करते हैं, 😊
Ye galat baat hai. Aaj retired officer ki pension unke salary se kahi jyada hai.
Aaj log videsh yatra, luxury cars aur facilities ko afford karna jyada aasaan kaam hai.
@@pushpeshsuman पुष्पेश सुमन जी आपका कथन सत्य है, परंतु मनुष्य मे जो प्रेम, संवेदन शीलता,, अपनापन, एक दूसरे के प्रति सम्मान उस दौर में था, मै पैसे की बात नही करता, पैसा उस समय कम था लेकिन पैसे से अधिक इंशानियत थी, आज पैसा है पर मुँह में दवा डालने वाला नही है, शादी व्याह मे एक दो घण्टे के मेहमान है न कि हफ्ते भर पहले से विवाह समारोह को सम्पन्न करवाने वाले सहयोगी, वैसे अपने अपने विचार है, धन्यवाद
@@pushpeshsumanluxury, videsh yatra.....aur apnapan? Pyar? Aap khareed paoge ? Agar hnn, toh mujhe bhi batana ji k kis cheez se khareede.
@@shankarduttjoshiAlmora आप लिख के रख लो।
आज से २० साल बाद सारा अपनापन आज के दौर में बताया जाएगा।
जब हम बच्चे थे (1980 के दौर में) तो दादाजी अपने दौर को (1960 वाला) अपनापन वाला बताया करते थे।
तो ये निरंतर प्रक्रिया है।
सबको अपना काल सबसे बढ़िया लगता है।
@@ranjittyagi9354 Yes you are correct...no one can buy all of these. And that was true even then.
ए वक्त हमने देखा हें बहुत सकुन् भरा दौर था आपने हमे बिते दिन याद दिलाय धन्यवाद ❤😊
वह दौर आज से अच्छा बहुत ही अच्छा था
पैसा नही था लेकिन आदमी की आवश्यकताये भी सीमित थी और आदमी सुकून की जिंदगी जीते थे
Aajkal Paisa hokar bhi nahi hai kyonki yadi paise ki keemat raddi ke barabar hai to koi keemat nahi
1980सन का दौर शानदार दौर था
2000 se pahle kis kis ne apna bachpan jiya hai
Bhai bhut acha time tha wo
🤚🏻
Maine dekha hai wo dour
@@tech2lifestyle418 ex Muslim Sahil ne and Adam Seeker ne
😂😂😂 miss
मेरी नौकरी 800रू थी सारे घर का खर्च चलता था खूब सुखी से रहते थे बहुत प्रेम भाव था लोग बहुत सुखी से रहते थे आज जितना पैसा कमा रहे हैं उतना ही लोग ज्यादा दुखी हैं जी
१९८४ me। मैं। Intar। में। पढ़ाई। करता। था। Siha। कॉलेज। Khdra। लखनऊ
Bohat acha video he hum is video ko download karke hamesa o puraane baate yaad rakhenge os sunahare yadon ko
Kash 19 80 yah jindagi acchi thi aur aaj ke jamane mein apne bhi paraye lagne Lage hey apnapan kahin nahin dikhta 🌹👌👌👌👌💯
Exactly 💯.
1980 ka daur bhout acha ta tabzindagi bhout achi thi aur aaj ki zindagi jeena bhout bhout dushwar hai
Aaj kal aur aaj may bohot farak hai aise hi video upload kijiye thankyou history television 🙏
1980 मे मेरे दोस्तकी शादी मे 450₹ मे बैंड बाजे के दिए गए थे, एयर कंडीशन टाकीज मे अपर टिकिट 50 पैसे और बाल्कनी टिकट 1₹ हुआ करती थी ।1982 मे एसीयाड गेम के दौरान कलर टीवी का दौर शुरू हुआ था।
I was in Janakpuri Delhi from 1973 to 1980 in my younger days. Lots of memory. Miss all.
I Live in Janakpuri 2023. Any Images of 1970s??
@@horamsinghpoems7261 No sorry. I stayed at A1/39. C1 was the main bus terminal. Janak theatre was constructed at that time. Ofcourse no Metro.
काश वह समय फिर लौट आता?
अवश्य आयेगा जरूर हो।
Sir kya awaz h aapki our itni hi achi video banate ho aapka bhut bhut आभार 🙏🙏👍❤️😘
❤gujara, huva jamana, ata nahi dubara, hafiaj khuda tumhara, ❤❤
1978 I was in Agra Till 1983 then Assam Silchar 1984 Late PM IndiraGandhi Death You know What 1971 Indian pak war I was Studying In Tindivanam SouthIndia IndiraGanghi ji PM was travelling South India On Puducherry from Ti.ndivanam I.n front of our school 08.00pm travelled we were standing on road waving her
OMG 1980 I was at Delhi For Govt work How I can Forget Golden ERA
Thanks Be in Peace my friends None would share Pains But For Peace its your own way you have to find and live
🙏🙏🙏
Khoob surat davr tah mast 🇮🇳❤️🇮🇳
Kise kise apna bachpan yad aata h
सन्1984में पेट्रोल की कीमत 6 रू था। राजदूत डीलक्स मोटरसाइकिल की कीमत 11, 600रु थी।
sir Sab same h bhut kuch badal gya but sab sab kuch bahi h phle log 100 rs mahina kamate the to chize usi hisab se milti thi or aaj 10,000 rs ya usse jyada bhi kamate h to usi hisab se chize milti thi
Sab kuch bahi h
but ek chiz aaj ke dor me kahi nhi milti pyar or apnapan
Taras gye h is chiz ko or shayad ab hameaha tarste hi rhenge
Thank you❤
Bahut acchi video Pakistan
People had smile on their face.. the new photos show people so tensed and too fat.
"बेटी बचाने आए थे, बेटी पटाने लग गए"... वाह😂 क्या संस्कार हैं...!
" और फिर नेहले पे देहला ये कि ऐसे लोगों को जन समर्थन है... या EVM में धोखा "...? क्यों आज के दौर में भी लोग अनपढ़ और जाहिलों को अपना नेता चुनते हैं?
" बचपन में 3-4थी क्लास में एक पाठ पढ़ा था... लेकिन ये कभी नहीं सोचा था कि ये सब अपने ही देश भारत में जल्द देखने को मिल सकता है "
"उस पाठ का नाम था... "अंधेर नगरी चौपट राजा"! इसमें तो सिर्फ़ राजा मूर्ख था, लेकिन रोना तब आता है जब जनता भी मूर्ख हो जाए... फिर ऐसे लोग उस देश को हर तरफ़ से खतरे में डाल देते हैं!...✍️
Very nice video super God bless you all love you
I am coming in this decade. Always remember that days. So much beautiful every movement.
Wah kya sakun bhari life thi
Ramanand Sagar ki sampurn Ramayan serial Salon 987 Mein DD1 par 25 January ko Shuru Kiya gaya tha Har Sunday subah 9: 30 Baje aata tha
Bahut khubsurat tha wo door
मैं भी उस दौर देखा है ,तब मैं चौथा class में पढ़ता था ,निश्चित तौर पर गरीबी थी ,अभाव था पर जो सबसे खास बात ये था ,शांति शकुन प्रेम अपनापन जाति के प्रति एक दूसरे के बीच दुर्भावना नही थी,भाई चारा ,सहिष्णुता थी ।
इस विशलेशन से पुरानी याद कर मेरा आंखे नम हो गया ,लगता है कोई मेरा पुराना दिन लौटा दे ,पर ऐसा संभव नहीं है ।
Bahut Achcha vichar hai
Mast during ta
1980 मे बहुत शुकुन था बे शक अब 2014 जब मोदी राज आया तब से मुसीबत के दिन निकाल रहे है 🔥🔥🔥🔥💯
40 saal ke baad yeh duniya narak ban jayegi
No swarg ban jaayega within 10 year
हम भी ओ वक्त को देखा, कितना दुःख भरा जीवन था , लोग के अंदर अज्ञान,गरिव,अमीर लोग का अत्याचार हम देखा 😅😅😅😅। जो इन्सान को पिछले समय को इयाद आता उस समय को चाहिए ,आपके पास धन दौलत त्याग कर , ऐश्वर्या भोग त्याग कर,उस समय आ जाएगा 😅😅😅😅।
Right
उस समय के सब्जियों में पौष्टिकता आज के मुकाबले कहीं गुना ज्यादा हुआ करती थी।। उस समय की वस्तुओं की गुणवत्ता आज के खटारा गुणवत्ता से कहीं गुना अच्छी हुआ करती थी।।
Mere sache Hindustani bhi ek video 2014 k pehle ki banaye...
No mystery without history 🤞
1like for Indian history ❤
kash bo din bapas ajaye ❤❤❤❤
VERY NICE
Badiya o din o waqt sukun aur Paisa Kam tha zhut nahi tha ohi haqikat me ache din the dhyne sir ase video dhekar
Jai mata Di ji ki ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai shree Ram ji ki ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जो होती नियति की खेल है। पिछले को यादगार को वर्तमान जोड़ना मूर्ख है फिर भी ठीक है। पिछले का हर सामान कितना दाम था किन्तु कितना कमाता था । अभी कितनी कमाई कितना खर्च,देख लीजिए 😮😮
Tum pade like jahil ho Bhai
अगर मैं 2024 में ₹ 50,000 महीना कमा रहा हूं और मुझे 1980 से ₹ 3,000 महीना जॉब का ऑफर आए तो ₹ 50,000 का जॉब छोड़कर 1980 के जमाने जाकर ₹ 3,000 की नौकरी करना पसंद करूंगा।।
1980 mai 3000 bahut Kam log kama pate thay. Ek normal family ka income hardly 500 ka hua karta tha. 3000 was luxurious in 1980s which is equivalent to almost a lakh now.
Har har Mahadev ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Main school mein tha aur radio mein gaane aur TV mein door darshan ke serial, sunday ki film aur chitrahaar enjoy karta tha. Cricket khelte bhi the aur dekhte bhi the.
Har har Mahadev ji ki ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Hi brother Mast Video ❤
Super nice Bharat 🎉🎉🎉
I remember it was my childhood people would in once's home and watching TV very good unity era was that
The best👍💯
Jai hanuman ji ki ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Hamarai yai vichaar hai ki kaash vo daur phir aa jaaye
❤❤rajeev, yug❤❤❤
Me 1970 ki generation hu
Bahout badhiya dour tha 90/2000tak
Bad me sab bogda
2001se 2024 tak sab taklif dekh li
Bhukamp 2001
Gujrat dange 2002
Phir tusunami
Akal / jtada barish aur maha mari
Aur bahut kuch.
1970se,1995 takbahut badhiya tha.
उस समय जनसंख्या क्या थी? और आज जनसंख्या क्या है। उत्पादन ज्यादा था और खपत कम थी। स्वभाविक सी बात है जब खाने वाले ज्यादा और आमदनी कम होगी तो महंगाई तो बढ़ेगी। देश की आबादी आज 140 करोड़ है, जो की आज की स्थिति में 100 करोड़ से कम होना चाहिये। जनसंख्या विस्फोट से और महंगाई बढ़ेगी। 🙏
Waqai kya waqt huwa karta tha. Aaj bhi hum chahe to wo waqt wapas aa sakta hai. Par iske liye hum sabko ek sath aana hoga. Ek hi plateform par
Maine wo waqt dekha h
Bada hasin zamana tha
आजके दोर के मुकाबला पैसा कम था लेकीन आदमी सुकून की जिंदगी जिया करता था लोगो मे स्नेहभाव था तणाव कम था और लोगो को दुसरे की मदत करणे मे बहुत दीलचस्पी
Thanks.
, ये दो र मैने देखा है 1975 मुम्बई गया वहा की सड़के नापी
7:33
के😅😊😢😂🎉❤
Ye sab Mene dekha nahi may ek chhota sa ganv my raheta tha mere pas Saikia bhi nahi thi magar sukun bahut tha
1980 में दूध 8रुपए लीटर नही था हां 7 रुपए का एक सेर यानी एक kg से थोड़ा कम घी मिलता था दूध आठ आना per ser मेरी govt job lagi थी सैलरी 379 rs hi thi
Bhai ek video 1700 -1800 ke bhaarat pr bhi banao ham bhi jaanana chahte h us samay bhaarat kaisa tha
❤acche, din.?.
मैंने जिया है
Hum chahe to vo waqt dubara asakta h
आपने जो पेट्रोल, दूध की कीमतें बताई है वह ज्यादा लग रही है।।
dudh 50 ka payia 2 rs kg tha
Wo wakht piyar mohabbat wala tha
Mat dilao yad bhai wo din 😢😢😢😢😢
आज एक दिन की जितनी मजदूरी है, उस समय आज की एक दिन की मजदूरी मे 2 महिने काम करना पडता था
TRUE.
हमने ६o_७० दशक k बीच ₹१ प्रति लीटर दूध पिया है वो भी सामने दुहा हुआ।सोना ₹२४० देखा है मगर तब भी हम न अमीर हुए और न अब गरीब ! जिंदगानी बस चलती रही ।तब भी दूध में पानी मिलाया जाता था और अब भी ।कोई फर्क नही , बस इतना जरूर है कि आजकल की आधुनिक सुविधाओं k बावजूद भी जिंदगी सरल थी ।उतना टेंशन और भय नहीं था ।अकेलापन नही महसूस होता था क्योंकि सब एक दूसरे का खयाल रखते थे ।अभी तो सिर्फ भागम भाग है।बस भागते रहो।
अब ग्लोबल वार्मिंग के बदले दुनिया समाप्त होने वाली है😅😅
I was born in dec 1985 kaash main 1950 - 1970 ke beech main paida hua hota
😊😊😊
Sir aap ke video bohot late ho rahe hai please jaldi upload karo na ❣️☺️👍🏻
AAJ "HINDUS" APNE BACHCHON KO NAFRAT SIKHA RAHE HAIN... ISILIYE WO DAUR KHATM... ✍️
MUSLIMS AAJ BHI WAHI HAIN JO US DAUR ME THE, LEKIN HINDUS BHAIYON KE DILON ME ATANKWADI NETAON AUR FIRAKAPARASTI LOGON NE NAFRAT KA ZEHER BHAR DIYA HAI.... ✍️
1980 का जीवन झंड था। कोई सुख सुविधा आम आदमी के पास नहीं थी।पैसा नहीं था।
आज आम आदमी के पास बाईक, गाड़ी भी है और पैट्रोल डलवाने के पैसे भी हैं। अगर 1980 में चीज़ों की कीमत कम थी तो भी खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे।
सकून आज भी मिलेगा अगर कोई रिश्तेदार पड़ोसी की देखा-देखी अपने कामनाओं को हवा नहीं देगा। अपनी सीमाओं में रहकर जीवन यापन करेगा। मगर आज आप के पास 20000 का मोबाइल है तो दूसरों की देखा-देखी एपल का 120000 का मोबाइल लेने की जद्दोजहद करोगे तो सकून कहां मिलेगा?
Jesi photo dali he vese polis ka ne kr bhul giye aap
⚘️👍👍👍👍⚘️
वह दौर सुख शांती और भाई चारे का था
कम पैसे और फूस के छप्पर में भी खुश थे
मैंने वह दौर जिया है
मैं कहता हूं वह दौर
इस दौर से बहुत अच्छा था
काश़ वह दौर फिर वापस
आ जाता तो क्या बात होती
😥😥😥😥😢😢😭
पहले की बात कुछ और है आज तो
Bhai inflation ke hisab se sab wahi hai tab 500rs salary aaj 15000..20000 rs
I completed my graduation in 1979
❤jidehay
Isme sabhi baten sach nahi hai 1980 me dudh 2 rupay liter tha
Mein 1988 mein bajaj super lekar college jaata tha. Mujhey sab paisey waala samajhtey they. Sab cycle par aatey they. Merey naseeb achchey they merey papa mujhey scooter dilwaa sakey . Wo lambretaa scooter chalaatey they
Bina swarth k log time dete the madad karte the. poora mohalla ho ya gaon sab mil jul k ek family ki tarah rahte the koi bhi pareshani ho sab sath m khade ho jate the
1980 में मै हाईसकूल में पढता था 12, वीं के बाद सेना में भरती रिटायर के बाद उ परदेश पुलिस उस समय परेम था 5 रु मजदूरी थी
1986 लाल क्वार्टर कृष्णानगर delhi 51❤
1991 main petrol ka rat 4.70 rs tha, diesel 1991, main 3.62 paise hota tha
Kya ye wqat dobara aa skta hai 😔
नहीं।
नहीं।
PRESENT DAY INDIA IS IN A RUIN.
Sir pehle ka dor hi achha tha bhale hi kamai achhi nahi thi