मनुष्य जन्म पाय कर,जो नही रटे हरि नाम। जैसे कुआँ जल बिना,बनवाया क्या काम।। इस मनुष्य जीवन को सफल बनाए सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से ज्ञान पड़कर ज्ञान समझकर ऐसा अदभूत ज्ञान जो आज से पहले न सुना न देखा.
कबीर सो धन संचे, जो आगे को होय. सीस चढ़ाए पोटली, ले जात न देख्यो कोय ॥ अर्थ : कबीर कहते हैं कि उस धन को इकट्ठा करो जो भविष्य में काम आए. सर पर धन की गठरी बाँध कर ले जाते तो किसी को नहीं देखा।
सद्गुरु संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिया जा रहा ज्ञान सो प्रतिशत प्रमाणित है हमारे पवित्र शब्द ग्रंथों से हमारा कर्तव्य बनता है कि हम इसको ग्रहण करें और अपना कल्याण करवाएं
Jagatguru Saint Rampal Ji Maharaj is proving how god is one. He proved that it's the Kabir Saheb who comes to us hundreds of time in a day from eternal place satlok to free us from the cycles of death and birth
माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर, कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर। अर्थ : कोई व्यक्ति लम्बे समय तक हाथ में लेकर मोती की माला तो घुमाता है, पर उसके मन का भाव नहीं बदलता, उसके मन की हलचल शांत नहीं होती. कबीर की ऐसे व्यक्ति को सलाह है कि हाथ की इस माला को फेरना छोड़ कर मन के मोतियों को बदलो या फेरो.
जगत् गुरू तत्वदशी संत रामपाल महाराज की जय हो
बंदी छोड़ तत्वदर्शी संत जगत गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
अवश्य ही देखे सत गुरु रामपाल जी महाराज के अमरतवचन शास्त्रो के अनुसार सत!
jai ho malik bandi chord satguru rampal ji mharaj ji ki jai ho
कबीर कर जोरू विनती करू, धरु चरण पर शीश।
गुरुजी रामपाल जी महाराज दजियो नाम बक्शीस।।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के चरणो में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
Bandichhor satguru Rampalji maharaj ki jai
Jay ho Bandi Chhod satguru rampal ji maharaj ki jay ho
Bandichhod satguru Rampalji maharaj k charnon m koti koti dundwat parnam
बन्दी छोड सतगुरू रामपालजी महाराज की जय हो सत साहेब जी
बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
राम नाम कडुंआ लागे मीठा लागे दाम दुविधा में दोनों गये माया मिले न राम ।बन्दी छोड़ सतगुरू रामपाल महाराज जी की जय हो ।
रामपाल जी सतगुरु आये,पूर्णब्रह्म कबीर अवतार।
विश्वमैत्री पुर्नमोक्ष होगा समाज
सुधार।।
आज मोहे दर्शन दियो जी कबीर
थारे दर्शन से म्हारे पाप कटत
उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम फिरता दाने दाने नूँ। सर्व कला सतगुरु साहेब की हरि आये हरियाणे नूँ।।
बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो।.
वेदों मैं प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है
कबीर, पाँच सहंस अरु पांच सौ, जब कलियुग बित जाय।
महापुरुष फरमान तब, जग तारण को आय।।सत साहेब।।
मनुष्य जन्म पाय कर,जो नही रटे हरि नाम।
जैसे कुआँ जल बिना,बनवाया क्या काम।।
इस मनुष्य जीवन को सफल बनाए सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से ज्ञान पड़कर ज्ञान समझकर ऐसा अदभूत ज्ञान जो आज से पहले न सुना न देखा.
अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड का , एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं, कुल के सिरजनहार।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब जी भगवान है
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय गोपाल दास शाहपुरा जयपुर से परमात्मा के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम
वेदौ मे प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
कबीर तीर्थ कर कर जग मुआ उण्डे पानी नहाय राम ही नाम ना भजा तो काल घसीटे जाय
कबीर, इस संसार को, समझाऊँ कै बार।
पूँछ जो पकड़ै भेढ की, उतरा चाहै पार
satguru dev ki jai
सतगुरु पुरुष कबीर है चारो युग प्रमाण।
झूटे गुरुवा मर गए हो गए भूत मसाण।।
एक लेवा एक देवा दूतम, कोई किसी का पिता न पुत्रं।
ऋण संबध जुडया एक ठाठा, अन्त समय सब बारह बाटा।।
बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो।
Jay purnparmatma Jagat guru sant Rampal j Maharaj ki
सतगुरू रामपालजी महाराज के चरणो मे कोटी कोटी दण्ड्वत प्रणाम सत साहेब जी
कबीर लूट सको तो लोटियो, राम नाम की लूट।
पाछे फिर पछताओगे, प्रह जाएंगे छूट।।
सन्त रामपाल जी हर बात प्रमाण के साथ बोलते हैं।
संत सराहिये ताहिको ,जाको सतगुरू टेक।
टेक निभाहे देह भरि, रहे शब्द मिली एक।।
ज्ञान की बात
कबीर माला तो कर में फिरे, जीभ फिरे मुख माहि।।
मनुआ तो चहुं दिश फिरे, यह तो सुमिरन नाहि।।
सतयुग में सतसुकृत कह टेरा,त्रेता नाम मुनींद्र मेरा ।द्वापर में करुणामय कहाया, कलयुग नाम कबीर धराया।।
संत रामपाल जी महाराज ही शास्त्रानुकुल भक्ति-विधि बताते है
कबीर, कहता हूँ कहि जात हूँ कहु बजाकर ढोल। ऐक सवास जो खाली जात है तीन लोक का मोल।
बंदीछोड सतगुरु रामपालजी महाराज की जयहो
सतगूरु आकर के ही तत्वज्ञान समझाते है जीवो को और के लिये प्रेरणा करते है ।सतगूरू =परमात्मा आदिगूरू -------_-------
संत रामपाल जी महाराज ही तत्वदर्शी संत है
sat sahib ji 💖💖💖💖💖🙅🙅🙅🙅🙅😭😭😭😭😭
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की चरणो में मुझ नीच दास का कोटी कोटी प्रणाम....
सतगुरु दीन दयाल है, ये चारो युग परवाण ।
झूठे गुरूवा मर गए, हो गये भूत मसाण ।।
।।गरीब।।
*हंस दशा तो साधु है,सरोवर है सतसंग*।
*मुक्ताहल वाणी चुगें,चढत नवेला रंग*।।
सत्य कबीर राम कृष्ण से कौन बड़ा तीनों भी गुरु की तीन लोक के वेदनी गुरु आगे आधीन
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के चरणो मे कोटि कोटि परणाम
सत मिलन को चालिये तज माया अभिमान
ज्यू ज्यू पग आगे धरे त्यो त्यो यग समान
सत्य कबीर राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट अंतकाल पछताएगा प्राण जाएंगे छूट
Bandi chhod rampal ji Maharaj ki charno me koti koti pranam
कबीर अगम निगम को खोज ले,बुध्दि विवेक विचार।
उदय अस्त का राज मिले, तो बिन नाम बेगार।।.
Kabir is God Sat saheb ji
जो जन मेरी शरण हे तां का हु मै दास
गैल गैल लाग्या रहु जबलक धरती आकाश
कबीर सो धन संचे, जो आगे को होय. सीस चढ़ाए पोटली, ले जात न देख्यो कोय ॥
अर्थ : कबीर कहते हैं कि उस धन को इकट्ठा करो जो भविष्य में काम आए. सर पर धन की गठरी बाँध कर ले जाते तो किसी को नहीं देखा।
अनराते सुख सोवना, राते नींद न आय ।
यों जल छूटी माछरी, तलफत रैन बिहाय ॥
सतगुरु देव जी के चरणों में दास का कोटि कोटि दडवत प्रणाम ।
mere Malik apki Jay ho .jab tak mere sanse ho apke charno ke dasi rahu.
सद्गुरु संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिया जा रहा ज्ञान सो प्रतिशत प्रमाणित है हमारे पवित्र शब्द ग्रंथों से हमारा कर्तव्य बनता है कि हम इसको ग्रहण करें और अपना कल्याण करवाएं
सत् साहेब
सतयुग में सतसुकृत कह टेरा,त्रेता नाम मुनींद्र मेरा ।द्वापर में करुणामय कहाया, कलयुग नाम कबीर धराया।।
Mangilal indaliya
कबीर पिछले पाप से हरीचर्चा है सुहाये।
के ऊँघ के उठ चले या कोई दूजी बात चलाव।।
जीवन कूं मुरदा करहिं, अरू खाइहिं मुरदार।
मुरदा सम सभ होइहिं, कहि ‘रविदास’ विचार।।
बन्दीछोड सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो ।
राम नाम कङवा लागे मीठा लागे दाम
दुविधा मे दोनो गये माया मिली नही राम
Jagatguru Saint Rampal Ji Maharaj is proving how god is one. He proved that it's the Kabir Saheb who comes to us hundreds of time in a day from eternal place satlok to free us from the cycles of death and birth
क का केवल नाम ब बा बरन शरीर
र रा रुम रुम रम रहा ताका नाम कबीर
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
गुरूदेव आपजी के पावन शरणों मे मुज 🌷तुच्छ जीवारांम का कोटि कोटि डंडवत पृणांम🎆🙏🙏🙏
हरि कृपा तब जानिए, दे मानव अवतार
।
गुरु कृपा तब जानिए, मुक्त करे संसार ॥
Babulal Sikhwal बन्दी छोड़ जगत गुरु तत्वदेर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो सत साहेब
पुर्ण परमात्मा ही धरती पर अवतार लेके तत्वदेर्शी संत की भूमिका निभते हैं
कुरान शरीफ में प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है
पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण फिरता दाने-दाने नु सर्व कला सतगुरु साहिब की हरि आए हरियाणा नु।
सत् साहेब
kabir is Supreme god
जिव्या तो वा ही भली जो रटे हरि नाम।
ना तो काट के फेक दियो मुख में भलो ना चाम।।
बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो।।
हम ही अलख अल्लाह ,कुतुब, गोस और पीर।
गरीब दास खालिद धनी हमरा नाम कबीर।।
सतगुरू आये दया करी ऐसे दीन दयाल। बंदी छोड़ बिरद तास का जठरग्नि प्रतिपाल।।
सतगुरु के लक्षण कहू मधुरे नैन विनोद चार वेद षट् शास्त्र कहे अठारह बोध
Satguru Dev Rampal ji Maharaj ji ki Jay ho sada sada 🌷🌷💖🌷🌷🙏
माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर,
कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर।
अर्थ : कोई व्यक्ति लम्बे समय तक हाथ में लेकर मोती की माला तो घुमाता है, पर उसके मन का भाव नहीं बदलता, उसके मन की हलचल शांत नहीं होती. कबीर की ऐसे व्यक्ति को सलाह है कि हाथ की इस माला को फेरना छोड़ कर मन के मोतियों को बदलो या फेरो.
राम राम नाम सब जगत बखाने आदि राम कोई विरला जाने
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
Kabir is merciful god.
Sat saheb ji bndi chhor satguru Rampalji maharaj ji ki jy
तेतीस कोटि अधारा, ध्याव शहस अठासी।
उतरे भव जल पारा, कटह यम फाँसी।।
मात पिता मिल जावेंगे लख चोरासी माही सत गुरु सेवा ओर बंदगी ये फेर मिलन की नहीं
बंदी छोड़ सद्गुरू रामपालजी महाराज जी की जय हो इनकी शरण में आने से ही मोक्ष संभव है और उनकी सत्संग साधना टीवी पर शाम को 7.40से8.40तक देखें ।
पीछे लाग्या जाऊँ था, में लोकवेद के साथ।
रास्ते में सतगुरु मिल गए, दीपक दे दिया हाथ।।
Bandi chhor Satguru Rampal Ji Maharaj ki jai Sat Sahib
वेद पढ़े भेद ना जाने ,बांचे पुराण अठारहा ।
पत्थर की पूजा करे जग मे ,भूले सिरजनहारा ।।
कबीर, पिछले पाप से ,हरि चर्चा नही सुहावै
या ऊंघे, या ऊठ चले ,या ओंरों बात चलावै
🙏🙏सत् साहेब् जी
गोवर्धन श्री कृष्ण उठायो, द्रोणागिरी हनुमंत।
शेषनाग सारी सृष्टि उठाई, इनमे कौन भगवंत।।
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मात पिता मिल जायेंगे लख चौरासी माहि।
सतगुरु सेवा और बन्दगी ,फेर मिल्न की नायँ।
Sat sahib ji
बङा हुआ क्या हुआ जैसे पेङ खजूर पंछी को तो छाया नही फल लगे अती दुर
Jai ho bandi chhod satguru Rampal Ji mharaj ki jai
Kabir is supreme God
Satguru purush kabir hai charo yug pran jhute guru mar ho ho gaye bhut masaan
Sabka malik kibar bhawan h
अजब नगर में ले गए, हमकाे सतगुरू आन |
झिलके बिम्ब अगाध गति, सूते चादर तान ||
कबीर,सतगुरु के दरबार में जाइयो बारंबार।
भूली वस्तु याद दिलावें है सतगुरु दातार।।
जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, धर्म नही कोई न्यारा।।
संतरामपालजी महाराज जी पूरी पृथ्वी पर एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं
एक राम दसरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा।
एक राम का सकल पसरा एक राम सबहु से न्यारा।। ,
sat saheb🙏🙏🙏🙏
Roshan Rana बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
Kabir ye maya atpti har ghat aan ari
Kis kis ko smjhaun ya kuve bhang pri.
Dhan dhan satguru satya kabir bhagat ki peer mitane wale