ओम जी, आप सभी को कोटि - कोटि नमन! आप तीनों महान और बेजोड़ हैं । मैं अनेक वर्षों से साक्षी हूँ आप सभी के बहुमूल्य योगदान का ।आप सभी के ऋण से हम सब अनेकों जीवन तक इस ऋण से मुक्त अगर हो भी गए तो ये गुरु कृपा ही होगी ।ऐसी संवाद चर्चाओं की आज के इस जटिल भारत के कोने कोने में पहुंचाने की आवश्यकता है । आपके इन प्रयासों से विगत वर्षों में भारत की दिशा और दशा दोनों ही बदलती हुई दिखाई पड़ रही है ।इस बदलाव की प्रशंसा के लिये शब्द असमर्थ हो रहे हैं ।.....................ओम जी । पड़ रहे हैं ।
बाबा रामदेव जी, बात तो वेदों की करते हो हाथ पर धागे लपेटे हुए बैठे हो! जनेऊ के अतिरिक्त वेदों में तो किसी अन्य धागे को धारण करने के बारे मे बताया ही नहीं गया है।
Hare Krishna
ओम जी, आप सभी को कोटि - कोटि नमन!
आप तीनों महान और बेजोड़ हैं ।
मैं अनेक वर्षों से साक्षी हूँ आप सभी के
बहुमूल्य योगदान का ।आप सभी के ऋण से
हम सब अनेकों जीवन तक इस ऋण से मुक्त
अगर हो भी गए तो ये गुरु कृपा ही होगी ।ऐसी
संवाद चर्चाओं की आज के इस जटिल भारत के
कोने कोने में पहुंचाने की आवश्यकता है ।
आपके इन प्रयासों से विगत वर्षों में भारत की
दिशा और दशा दोनों ही बदलती हुई दिखाई
पड़ रही है ।इस बदलाव की प्रशंसा के लिये शब्द
असमर्थ हो रहे हैं ।.....................ओम जी ।
पड़ रहे हैं ।
वंदनजी
वैदिक साहित्य प्रमाण है । वेद सत्य है । सत्यमेव जयते ।
ATI utam Swami ji
नमस्ते जी।
Arya samaj sbse best super h
Bahut Sundar Vaidik Dhyan samjhaya Swami Ramdev Maharaj ki Jay Ho
Om sadar pranam acharya ji
follow achary satyajeet and achary pradumn
8 dislikes kin idiots ne kiye h?
Only Indian muslim honge
ओम जी, राक्षस हर युग में मिलेंगे ,कम या ज़्यादा । लेकिन विजय सत्य की ही होती है ।
हमें अपना संयम बना के रखना होगा सदैव ।
Lets invent the wheel again.
स्वामी जी ओम।मुझे वेद का अध्ययन करना है।सही परिभाषा के साथ कोन पृकाशन के वेद है।कहा मिलेंगे। क्या कीमत में मिलेंगे।कृप्या मार्गदर्शन करें।
18:58 dedication of naxal/ communist is much more than any devotee of any faith(except exception) .
शत परतिशत,मेरा इस मे अनूभव है।मै अधयातम और संघ शाखा कारण ही घोर आतम विसाद से उभरा हू।शारिरीक परीशरम करते रहीये।
If You Can't Believe Him ,,, Plz Do Find "Dada Bhagvan " ,, Follow Them ,,,, Gyan !!!
बाबा रामदेव जी, बात तो वेदों की करते हो हाथ पर धागे लपेटे हुए बैठे हो! जनेऊ के अतिरिक्त वेदों में तो किसी अन्य धागे को धारण करने के बारे मे बताया ही नहीं गया है।
भाई वेद में तो मोबाइल, यूट्यूब, सोशल मीडिया का भी नहीं बोला गया है... फिर क्या किया जाए
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