क्षर अक्षर और निः अक्षर क्या है इस भेद को समझें। संत विरागदास जी महराज गाजीपुर सत्संग को शेयर करे

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  • เผยแพร่เมื่อ 21 ส.ค. 2024

ความคิดเห็น • 18

  • @damodarchoudhary4210
    @damodarchoudhary4210 6 วันที่ผ่านมา

    Saheb Bandagi
    Atbhut rahasya hai sunne matra se hi prafpulit ho gaya

  • @kanhaiyaprasad7738
    @kanhaiyaprasad7738 5 หลายเดือนก่อน +2

    Saheb bandagi saheb..... .

  • @SukhramPrajapati-ux6bk
    @SukhramPrajapati-ux6bk 4 หลายเดือนก่อน +2

    साहेब बंन्दगी साहेब

  • @depusahu5940
    @depusahu5940 5 หลายเดือนก่อน +1

    Sahib, sahib, sahib, bandage, guru, ji

  • @depusahu5940
    @depusahu5940 5 หลายเดือนก่อน

    Sat, sahib, sahib,, bandage, guru, ji

  • @DhirajdantaniDhirajdanta-im4xz
    @DhirajdantaniDhirajdanta-im4xz 5 หลายเดือนก่อน

    Bhohat hi umda Gyan

  • @depusahu5940
    @depusahu5940 5 หลายเดือนก่อน

    Rather, rather,, guru, ji

  • @Routine_of_buddhabhumi_banda
    @Routine_of_buddhabhumi_banda 5 หลายเดือนก่อน

    Iam here❤❤

  • @ashokkayarkar4458
    @ashokkayarkar4458 5 หลายเดือนก่อน

    नि:अक्षर का अनुभव बताए।
    नि: अक्षर हैं यह कैसे मानेंगे।यह नहीं है मै कहता हुं है का प्रणाम दो। अशोक साहेब नागपूर महाराष्ट्र

  • @BastiramKataria
    @BastiramKataria 5 หลายเดือนก่อน +1

    Sat sahab guruji

  • @RajkumarNishad-xl1pt
    @RajkumarNishad-xl1pt 5 หลายเดือนก่อน

    Aap ke glugee kao hai

  • @SureshKumar-ef1nj
    @SureshKumar-ef1nj 5 หลายเดือนก่อน

    सतसाहेब साहेब बन्दगी
    महाराज जी हम जिला भिवानी (हरियाणा) से आपका सतसंग सुन रहे है। हम कई वर्षों से इसी लाईन से जुड़े हुए हैं ।
    मैं एक मजदूर आदमी हूँ । कुछ अंश दान भंडारे में भेजना चाहता हूं कृपया करके बताएं कैसे भेजें ।
    मनमुखी जीवों ने आपको उल्टा सीधा भी कहा है , मैंने वो भी सुना है
    खोद - खाद धरती सह काट भाढ़ वनराय कटू वचन साधू सह और से सहा न जाएं ।
    हस्ती चढ़िए गुरु ज्ञान का सहज गलीचा डार
    स्वान रूप ससार है , भोकन दे झखमार ।
    हे महात्मा जी मै कम पढ़ा लिखा हू कुछ गलती हो तो माफ करना

    • @Viragmahraj
      @Viragmahraj  5 หลายเดือนก่อน

      भक्त श्री जी आप विवेकी हंस हो जो सतगुरु की बात पर विचार कर रहे हो
      आपको खूब खूब आशीर्वाद
      आप अपनी सेवा इस नंबर पर भेज सकते हैं 7080428514 फोन पे नंबर है ये

  • @ramvirsingh6197
    @ramvirsingh6197 5 หลายเดือนก่อน

    आत्मा जानवरों में क्यों जाती है शरीर छोड़ने के बाद क्या आत्मा गर्भवती रहती है

  • @birandrkumarsaxena-zv7ye
    @birandrkumarsaxena-zv7ye 5 หลายเดือนก่อน

    Gurudev aap pura Rahasya acchi tarah samjhaen

  • @Allinone-wj9go
    @Allinone-wj9go 5 หลายเดือนก่อน

    अक्षर को आपने आत्मा कहा और नि: अक्षर को परमात्मा कहा तो परमात्मा तो एक ही है ये मानना ठीक है लेकिन अक्षर मतलब आत्मा मतलब सुरत अनगिनत और अलग-अलग है, जब सुरत मतलब आत्मा शरीर छोड़कर कहां कहां जाती है? क्या स्वर्ग, नर्क, ८४ लाख योनियों, पशुओं तथा पक्षियों तथा कीट-पतंग योनियों में, प्रेत योनि बिगैरह में आत्मा या सुरत या अक्षर इन योनियों में जाकर शरीर धारण कर सकता है? क्या सत्पुरुष का लोक में अमरलोक देश में सुरत या अक्षर या आत्मा जो कि अनगिनत होती है वे अमरलोक देश में अलग अलग अविनाशी अस्तित्व में होता है?

    • @Allinone-wj9go
      @Allinone-wj9go 5 หลายเดือนก่อน

      @@AshokSingh-zf8gh अरे भाई, कहां से सीखकर बताते हो? इस प्रवचन में तो कुछ और समझाया है।

    • @Allinone-wj9go
      @Allinone-wj9go 5 หลายเดือนก่อน

      @@AshokSingh-zf8gh और क्या आपकी और ये प्रवचन कर्ता साहब जी की और सभी मनुष्य, पशुओं, पक्षियों की एक ही सुरत या आत्मा है ऐसा आप कहते हो? ये कैसे सच हो सकता है? इस में प्रवचन कर्ता आत्मा या सुरत या अक्षर और परमात्मा या नि: अक्षर को अलग अलग बताते हैं तो उनसे मैं जानना चाहता हु और आ गये आप ज्ञानी।