हिन्दू हैँ तो जानना चाहिए तेरहवीं..

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  • เผยแพร่เมื่อ 11 ก.ย. 2024
  • हिन्दू हैँ तो जानना चाहिए तेरहवीं.. #bhaktinavneet #hindu #sanatandharma #hinduism #bageshwardhamsarkar #bageshwar_dham_sarkar #bageshwardhambalaji #बागेश्वर #premanandjimaharaj #premanand #premanandji #pradeepmishra #pradeepmishrajikishivpurankatha #aniruddhacharyajimaharaj #aniruddhacharyaji
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ความคิดเห็น • 457

  • @shobhnathpandey931
    @shobhnathpandey931 16 วันที่ผ่านมา +26

    सनातन धर्मावलंबी हिंदू समाज प्रथाओं और परंपराओं का समुचित ज्ञान के अभाव में तरह
    तरह की भ्रांतियों में फंसा हुआ है। हिंदू समाज में व्याप्त आडंबर से बचने एवं श्राद्ध संबंधित शास्त्र सम्मत कर्मकांड की जानकारी देने का सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। बहुत बहुत आभार आपका।

    • @girdharilalverma6452
      @girdharilalverma6452 4 วันที่ผ่านมา

      आप ब्राह्मण इतने कर्मकांड के समर्थक और प्रवर्तक क्यों होते हैं,सबका मालिक एक,कोई फालतू बात नही।अपने कर्मोंके अनुसार नई योनि मिलेगी,उसमे कोई भीं आप भी कुछ नही कर सकते।तो ये ढोंग धतूरे क्यों।

  • @pt.sureshyadav8519
    @pt.sureshyadav8519 16 วันที่ผ่านมา +23

    महराज जी ने साफ साफ कहा है द्वादश कर्म ,तेरहवी कोई कर्म नहीं है बल्कि सामान्य अवस्था में लौटना मात्र है। तो इसके लिए सामर्थ्य से बाहर जाकर भोज करने की कोई आवश्यकता नहीं है। न ही इसका गरुण पुराण में कोई जिक्र है...

  • @user-le3yg8es2w
    @user-le3yg8es2w 18 วันที่ผ่านมา +36

    बहुत सुन्दर सही तरीके से सनातन की बात बताया आचार्य जी ने धन्यवाद

  • @rameshchandrasharma8632
    @rameshchandrasharma8632 15 วันที่ผ่านมา +16

    मृत्यु भोज वन्द नहीं होगा लेकिन सामर्थ्य के अनुसार करना चाहिए किसी से कर्ज लेकर नहीं
    सनातन संस्कार के अनुसार तेरहवीं करना पितृ तर्पण करना विधि विधान से करना बहुत जरूरी होता है

  • @skdubay8551
    @skdubay8551 18 วันที่ผ่านมา +26

    मुख्य समस्या यह आ रही है कि जिस व्यक्ति के इलाज में लोग धनाभाव के कारण बहुत कम खर्च कर पाते है, उसी के मृत्यु के बाद इलाज के खर्च में डूबे परिवार को बड़ा कर्ज लेकर तेरही का भोजन की बड़ी व्यवस्था न चाहकर भी करना पड़ता है , इसी लिए लोग इससे विमुख होते जा रहे हैं

    • @bhaktinavneet
      @bhaktinavneet  18 วันที่ผ่านมา +8

      लोग विमुख नहीं हो रहे अधिक आडम्बर पूर्ण व्यवहार करने लगे हैँ जबकि बड़ा ही सरल विधान है। करते सब हैँ अशास्त्रीय करते हैँ इसीलिए विकृति आ गयी है।

    • @dhansinghverma5005
      @dhansinghverma5005 15 วันที่ผ่านมา +3

      Apani samarthya ke anusar hi kiya jata hai chahe shadi ho, chahe janmdin samaroh ya terahawin kriya ke avsar par bhojan.

    • @rssharma8619
      @rssharma8619 12 วันที่ผ่านมา +1

      सटीक यथार्थ कथन. ...अपनी सामर्थ्य अनुसार इस क्रिया को संपादन करना उचित है।

  • @bhuvanchandrabhatt967
    @bhuvanchandrabhatt967 20 วันที่ผ่านมา +67

    हरे कृष्ण प्रभु जी सही जानकारी दी आपने । जो सनातन धर्म के नियमों का विरोध करते हैं,वो असुर होते हैं,ये असुर यहां तक कि भगवान के अर्चावतार (मूर्ति पूजा )का भी विरोध करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। अतः ऐसे आसुरी प्रवृत्ति के लोगों से जनता को सावधान रहना चाहिए। हरे कृष्ण हरे राम।

    • @mithilanandmishra9447
      @mithilanandmishra9447 19 วันที่ผ่านมา

      Jo log virodh kartey hain Videshi Shaktion ke bharey ke sooar hain

    • @wasudeokhaire6616
      @wasudeokhaire6616 19 วันที่ผ่านมา +4

      सही जाणकारी देने के लिये धन्यवाद पंडीतजी.

    • @ShatruhanRai-dg6lk
      @ShatruhanRai-dg6lk 17 วันที่ผ่านมา +1

      हरे राम हरे कृष्ण हरे हरे, दारू मुर्गा घरे घरे

    • @ramjilalparashar4602
      @ramjilalparashar4602 17 วันที่ผ่านมา +1

      Apni trp bana raha hai koi sahi gyan nahi hai

    • @mahendrapratap414
      @mahendrapratap414 15 วันที่ผ่านมา +1

      Kya manavta k hit me hai.

  • @AUM57
    @AUM57 3 วันที่ผ่านมา +1

    बहुत बहुत धन्यवाद आपका

  • @AUM57
    @AUM57 3 วันที่ผ่านมา +1

    गहन और सटीक सोल्लेख जानकारी देने के लिए

  • @VINODKUMAR-fl7ev
    @VINODKUMAR-fl7ev 17 วันที่ผ่านมา +16

    मान्यवर आपने कहा इतनी लंबी भूमिका नहीं बांधी जाती कहना चाहूंगा कि यदि आपके पास समय नहीं है तो मत सुनिए

  • @pradeepx73india
    @pradeepx73india 22 วันที่ผ่านมา +19

    आपका विषय समझने का तरीका बहुत ही अच्छा लगा

  • @user-mf2zp1ii1e
    @user-mf2zp1ii1e 19 วันที่ผ่านมา +9

    गरुण पुराण का मुख्य ।ज्ञान जय हो आचार्य श्री इसी तरह का ज्ञान जरूरी है

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv 22 วันที่ผ่านมา +32

    बांग्लादेश में अन गिणत हिन्दू मर रहे हैं उनका क्या होगा
    उनकी गति कैसे होगी?

    • @ashokpathak660
      @ashokpathak660 19 วันที่ผ่านมา +1

      क्रिया लोपो न कर्तव्य, सर्वा भावे पुरोहिता।

    • @lakhan1894
      @lakhan1894 17 วันที่ผ่านมา

      आदरणीय अगर हो सके तो इसको हिंदी में स्पष्ट कीजिए ​@@ashokpathak660

    • @manishawasthi4610
      @manishawasthi4610 17 วันที่ผ่านมา +2

      चरखा असुर और लिमाऊड़े चरसी लहरू की देन भारत विभाजन

    • @AjeetSingh-di1bq
      @AjeetSingh-di1bq 16 วันที่ผ่านมา

      Tumhare jaisi soch wale Bharat me bhi badh hi rahe kam se kam bangladeshiyo ko dekh ke sudhar jao

  • @SureshTiwari-xf9tw
    @SureshTiwari-xf9tw 16 วันที่ผ่านมา +12

    अति सुन्दर बहुत सुंदर जानकारी आपसे मिली 🙏🙏🙏

  • @raviprakash-wo1ob
    @raviprakash-wo1ob 15 วันที่ผ่านมา +5

    बहुत उपयोगी वीडियो। गुरुजी, कृपया, इस प्रकार के सही, तार्किक एवं सर्वमान्य कर्मकांडों पर ज्ञान वर्धक वीडियो प्रसारित करने का कष्ट करें

  • @GulabchandGulabchand-ib7nh
    @GulabchandGulabchand-ib7nh 17 วันที่ผ่านมา +6

    Jankari ke liye dhanyvad

  • @premchandmalu6624
    @premchandmalu6624 19 วันที่ผ่านมา +4

    Bahut badhiya janakari bahut bahut dhanywad

  • @gangeshwartiwari5772
    @gangeshwartiwari5772 5 วันที่ผ่านมา

    जय श्रीमन्नारायण आपके द्वारा श्राद्ध कर्म करने की सही जानकारी दी

  • @durgabaluja2513
    @durgabaluja2513 19 วันที่ผ่านมา +14

    हरे कृष्ण सत्य जानकारी देने का धन्यवाद ह।

  • @PanditUmashankarChaturvedi
    @PanditUmashankarChaturvedi 19 วันที่ผ่านมา +4

    Ati uttam jankari guru ji
    Charan spars gurudev

  • @harishchoudhary7448
    @harishchoudhary7448 17 วันที่ผ่านมา +4

    Bahut Accha bataya yaha hamara kartvya hai hamare purvajo ke liye .

  • @ravindraupadhyay559
    @ravindraupadhyay559 17 วันที่ผ่านมา +10

    अति उत्तम जानकारी प्राप्त किया गुरु जी

  • @amardeep4208
    @amardeep4208 17 วันที่ผ่านมา +11

    पंडित जी आपने बहुत अच्छा बताया जिस गरुड़ पुराण का उल्लेख कर रहे हैं उसमें महापात्र शब्द कहीं नहीं है महापात्र नहीं महाब्राह्मण होते हैं । यानी ब्राह्मणों में जो महान श्रेष्ठ हो। आप ब्राह्मण होकर ब्राह्मणों को ही नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं इसी लिए सनातन कमजोर है। आप अपने वक्तव्य में उल्लेख करते जो महाब्राह्मण विद्वान है उसी से कर्मकांड करना चाहिए तो अच्छा होता।

    • @bhaktinavneet
      @bhaktinavneet  16 วันที่ผ่านมา +1

      @@amardeep4208 अपात्र को दान न देने कि बात स्पष्ट लिखी है। महापात्र अपमान जनक शब्द नहीं हैँ बल्कि सम्मान का सूचक है। हमारे यहाँ महाब्राम्हण कहने में लोग बुरा मानते हैँ। अपने सरनेम में मुझे महाब्रम्हण लगाने वाला कोई नहीं मिला लेक़िन महापात्र लिखने वाले हज़ारों हज़ार लोग हैँ।

    • @verindersharma3613
      @verindersharma3613 16 วันที่ผ่านมา

      Brahman Brahman hi hota hai jis mey paatrta ho bahi Brahman hai baaki kya khu Brahman hi Brahman ko gsitney laga rahta hai nahi yeh karam sc se karwa lo tab hi ascha lagayga

    • @p.n.tiwari6413
      @p.n.tiwari6413 15 วันที่ผ่านมา +1

      हे कुंठाग्रस्त ज्ञानी जी गरुणपुराण का उदाहरण देने से पहले उसे पढतो ले फिर किसी शब्द का उल्लेख करे और मुल बिषय के बारे मे ही बोलीये जैसे गरुण पुराण मे उल्लेख है

    • @rdchaudhary3830
      @rdchaudhary3830 10 วันที่ผ่านมา

      Lekin bishnupuran me jo likha hai ki shradh me bhojan kisko karbana chahiye waise log to milna muskil hai. Aur agar aise logo ko bhojan karbate hai jiska Vishnu Puran me ulekh hai to apne pitar ko aap aur hi narak ke bhagi banate hai Maharaj ji aagrah hai ek bar bishnupuran padh kar samjhave.

  • @hemrajchoudhary8788
    @hemrajchoudhary8788 17 วันที่ผ่านมา +6

    सटीक व विस्तृत जानकारी दी है, धन्यवाद व साधुवाद

  • @prakashshukla3242
    @prakashshukla3242 22 วันที่ผ่านมา +9

    अच्छी ज्ञान 🙏👌🙏

    • @surendranathpanday9545
      @surendranathpanday9545 22 วันที่ผ่านมา

      बारहवें दिन पूर्ण शुद्धता पश्चात ब्राह्मण बन्धु बान्धवों इष्ट मित्रों को भो भोजन कराया जाता है, यदि बारहवें दिन मंगलवार या रविवार आ गया तब तेरहवीं प्रचलित है। काशी में तेरहवीं की ही मान्यता शुद्धता को है।

  • @vijaykumar-tj3tl
    @vijaykumar-tj3tl 21 วันที่ผ่านมา +10

    Jai shree Ram

  • @surendratiwari-bl6dd
    @surendratiwari-bl6dd 17 วันที่ผ่านมา +13

    बहुत बहुत धन्यवाद गुरुजी आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम व्यक्तियों को इतनी बढ़िया समझ करके और सनातन धर्म के हमारे टूटे हुए नए को बचाने के लिए इतनी अच्छी जानकारी दी मृत्यु भोज अशुद्धि नहीं होता है और सनातन के भंडारे का भोज होता है भगवान को अर्पण किया जाता है उसमें कुछ डाला जाता है सेट को जो नहीं समझता था सब कोई समझ गया होगा हालांकि कोई मूर्ख होगा जो ना समझ पाया इसलिए आपके लिए सनातन बहुत बहुत आभारी रहेगा सनातन परिवार

  • @satyendraprasadgarhwali2050
    @satyendraprasadgarhwali2050 15 วันที่ผ่านมา +1

    जय श्री कृष्ण
    बहुत अच्छी जानकारी दी गुरु जी आपने ।

  • @KapildevPandey-v1p
    @KapildevPandey-v1p 18 วันที่ผ่านมา +5

    Dhanya bad guru. Jee

  • @kamalrajtiwari6142
    @kamalrajtiwari6142 15 วันที่ผ่านมา +2

    भक्ति नवनीत, आदरणीय महोदय,जी,देश में ब्राम्हण समाज, आर्थिक रुप से कितने प्रतिशत सम्पन्न हैं, तेरहवीं कार्यक्रम, में शामिल होकर आमंत्रित ब्राम्हण गण,आर्थिक सहयोग देकर ,उस व्यतित,परिवार को , बिना कोई अपेक्षा के ,प्रचलित पद्धति का कार्य, करा सकते हैं,,इससे समाज में समरसता बढेगी.

  • @rajeshsen6101
    @rajeshsen6101 15 วันที่ผ่านมา +4

    बहुत सुंदर ज्ञान दिया।अब सारे समझदार सनातन में ही आ रहे हैं।

  • @sudheerjain4403
    @sudheerjain4403 18 วันที่ผ่านมา +5

    अती उत्तम

  • @nirmalamaru9117
    @nirmalamaru9117 16 วันที่ผ่านมา +3

    Guruji Àpko Hamara KottiKotti Vandaan🙏🙏🌹🌻🌻🚩🚩🚩🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @rakeshkumarmisra2323
    @rakeshkumarmisra2323 21 วันที่ผ่านมา +11

    सुन्दर जानकारी दी

  • @jaiprakashtiwari9953
    @jaiprakashtiwari9953 16 วันที่ผ่านมา +2

    Radhe krishna ati uttam jankari h

  • @santoshkumarsinghsantoshku6842
    @santoshkumarsinghsantoshku6842 20 วันที่ผ่านมา +3

    Bahut Achcha maharaj ji 🙏

  • @minakshisavita5566
    @minakshisavita5566 18 วันที่ผ่านมา +3

    Ati uttam jankari di apne guru ji

  • @mahendrakumarlodhi
    @mahendrakumarlodhi 3 วันที่ผ่านมา

    जानकारी देने के लिए धन्यवाद, मृत्युभोज एक अमानवीय कुप्रथा है, यह रीति नही बल्कि कुरीति है समयानुसार इस अभिशाप से समाज को मुक्ति मिलना ही चाहिए...

  • @tribhuansrivastava5108
    @tribhuansrivastava5108 17 วันที่ผ่านมา +2

    बहुत ही सुन्दर जानकारी है। जय श्री राम।

  • @RajendraPrasad-km4ls
    @RajendraPrasad-km4ls 18 วันที่ผ่านมา +4

    जय श्रीराम

  • @raman9482
    @raman9482 13 วันที่ผ่านมา +1

    अपनी क्षमता के द्वारा ही तेरही का भोजन करवाना चाहिए .लेकीन परंपरा जारी रखणी चाहिए यहि सनातन संस्कृती है l

  • @kalawatidwivedi8134
    @kalawatidwivedi8134 18 วันที่ผ่านมา +2

    Shastrokt jankari Panditji .🙏🙏🙏

  • @maheshchouhan2336
    @maheshchouhan2336 26 วันที่ผ่านมา +27

    अति उत्तम जानकारी के गुरुजी

    • @chandrikasahu5550
      @chandrikasahu5550 21 วันที่ผ่านมา +7

      थैंक्स❤

    • @shambhusharantiwari6613
      @shambhusharantiwari6613 19 วันที่ผ่านมา +3

      Guru ji aap ye kyon nhi Bata Rahe ki terahvin ko ganga jal pooja Hota Hai avm terahvi ka Bhajan teeth pojan ka Bhajan hai.

    • @khushalmarathe1174
      @khushalmarathe1174 19 วันที่ผ่านมา +1

      Maharaj ji sab vlkar mukt toh aisa Puja karne wala ab bahut mushkil hai. Toh aur kuchh susars ilaj bhi ho sakta hai kya. Agar hai toh kripaya bataye. Dhanyawad

    • @chandrapalmishra9921
      @chandrapalmishra9921 18 วันที่ผ่านมา +1

      ​😅😅@@shambhusharantiwari6613

  • @ashoksharma2395
    @ashoksharma2395 16 วันที่ผ่านมา +7

    बहुत अच्छी एवंसटीक जानकारी धन्यवाद गुरुदेव।

  • @dukhishyamtripathy4000
    @dukhishyamtripathy4000 21 วันที่ผ่านมา +6

    बहुत अच्छी जानकारी महाभाग !

  • @lakhanjha7262
    @lakhanjha7262 19 วันที่ผ่านมา +8

    शादी मे जनम दिन पर शादी शालगिरह पर दारू पाटी बंद हो ये बात वह आदमी नही कहता है
    हमे जिससे दारू मांस मछली खा कर नाचने को मिले वह सभी सही है

  • @VipinKumar-tk6we
    @VipinKumar-tk6we 14 วันที่ผ่านมา +6

    महाराज जी प्रणाम।मै सनातन विरोधी नहीं हूं।फिर भी सामान्य व्यक्तियों की ओर से जिज्ञासा प्रकट कर रहा हूं।आपने बहुत अच्छे से समझाया।सनातन हिंदुओं को छोड़ कर दुनिया भर के किसी धर्म में इस प्रकार का कोई विधान नहीं है तो क्या वे जी नहीं रहे या वेटरक्की नहीं कर रहे,अपितु वे सनातनियों से ज्यादा उन्नत आया सुखी हैं।दुख तो सब जगह है ।अपने धर्म में भी है तो क्यों इतने विशाल चक्कर में पड़ा जाए।मृत्यु होने के बाद सीधे सीधे दाह संस्कार करके क्यों न सरलता से जीवन में आगे की ओर बढ़ा जाए।जवाब जरूर जरूर दीजिएगा।प्रणाम,🙏

    • @tiwarikartik3953
      @tiwarikartik3953 12 วันที่ผ่านมา

      एकादशी में सोलह पिण्ड की चर्चा किस ग्रंथ में है। बतलाने का कष्ट करें।

    • @tiwarikartik3953
      @tiwarikartik3953 12 วันที่ผ่านมา

      एकादशी नहीं, एकादशाह में ‌‌‌‌‌

    • @chandramaulpandey5155
      @chandramaulpandey5155 10 วันที่ผ่านมา

      अन्त्य कर्म पद्धति का अवलोकन करे

  • @ramkishorshukla7240
    @ramkishorshukla7240 17 วันที่ผ่านมา +3

    Dhanyavaad 🙏

  • @user-le3yg8es2w
    @user-le3yg8es2w 18 วันที่ผ่านมา +2

    वाह बहुत सुन्दर सनातन धर्म के पुरोधा सही जानकारी के लिए धन्यवाद

  • @Rajeshyeswantaankhilalpatel
    @Rajeshyeswantaankhilalpatel 21 วันที่ผ่านมา +8

    तेरहवा का भोजन साधारण हो ताकि आमिर इंसान कर लेते पर देखा देखि करते कर्ज लेकर करते साधी पहले समल कर करते मरतुयु भोज पता आजाता

    • @prabhakartripathi7034
      @prabhakartripathi7034 19 วันที่ผ่านมา +1

      सामर्थ्य बस करें

    • @rameshwartiwari7541
      @rameshwartiwari7541 11 วันที่ผ่านมา

      शास्त्रों का निर्देश है कि श्राद्ध साधारण तरीके से ही हो।

  • @jagdambamishra9871
    @jagdambamishra9871 11 วันที่ผ่านมา

    आचार्य श्री आपको अव्दितीय ज्ञान का उदृगार प्रगट करने का बहुत बहुत बधाई हो।

  • @tarkeshwartiwary1089
    @tarkeshwartiwary1089 22 วันที่ผ่านมา +10

    बहुत सुंदर जानकारी महाराज ❤😊

    • @user-jo1qs2qr3d
      @user-jo1qs2qr3d 19 วันที่ผ่านมา +1

      𝔸𝕟𝕕𝕙 𝕓𝕙𝕒𝕜𝕥

  • @user-vl9cs2qg2h
    @user-vl9cs2qg2h 20 วันที่ผ่านมา +5

    Exilent

  • @rakeshdhiman5249
    @rakeshdhiman5249 14 วันที่ผ่านมา +1

    हार्दिक धन्यवाद आभार आचार्य श्री

  • @pearlthakurpallavijadounja6781
    @pearlthakurpallavijadounja6781 18 วันที่ผ่านมา +3

    Guru ji dhanyabad

  • @kantadevi5711
    @kantadevi5711 15 วันที่ผ่านมา +3

    जय श्री राधे श्याम

  • @jayrampandey496
    @jayrampandey496 17 วันที่ผ่านมา +6

    बहुत सुंदर जय सियाराम जी

  • @ramkumarsharma8129
    @ramkumarsharma8129 18 วันที่ผ่านมา +7

    very very nice

  • @AmarjeetYadav-jk2jt
    @AmarjeetYadav-jk2jt 16 วันที่ผ่านมา +2

    घुमा फिरा रहे हो आप पॉइंट की बात नहीं किया, तेरहवीं पर घर वाले खाना खायें अच्छी बात मगर - 500/1000/2000/3000 लोगों को खाना खिलाना कहाँ तक जायज है ? यह तो स्व जनों की मौत पर उत्सव मनाना हुआ... सर्वदा अनुचित, बन्द होना चाहिए ।

    • @bhaktinavneet
      @bhaktinavneet  16 วันที่ผ่านมา

      इसका कोई विधान नहीं है बंधुवर। इस तरह का। आडम्बर तो हर कार्यक्रम में हो गया है। लोग अपने अहंकार की पूर्ति के लिए यें सब करते हैँ।

  • @debisingh5493
    @debisingh5493 14 วันที่ผ่านมา +1

    पल दो hi होते है सुख और दुख बाकि पेट पूजा

  • @sushilkumarshukla8824
    @sushilkumarshukla8824 16 วันที่ผ่านมา +2

    Bahut upyogi jankari thanks sadar pranam

  • @rajendrasakalley9502
    @rajendrasakalley9502 21 วันที่ผ่านมา +7

    Radhe Radhe Krishna guruji 🙏🙏

  • @pt.manojkumarshastri23
    @pt.manojkumarshastri23 9 วันที่ผ่านมา

    समझने वाले तो समझते ही हैं,न समझने वाले को कोई समझा नहीं सकता।

  • @parmeshnehra6233
    @parmeshnehra6233 17 วันที่ผ่านมา +2

    Sabhi bhaiyo ko Sanatan Samiksha channel jarur dekhna chahiye

  • @shefalepatra1381
    @shefalepatra1381 20 วันที่ผ่านมา +2

    Jai Shree Ram ❤

  • @msingh3795
    @msingh3795 16 วันที่ผ่านมา +3

    Jay Shree ram

  • @anjanimishra9356
    @anjanimishra9356 17 วันที่ผ่านมา +2

    अज्ञानियों को यह पता नहीं है कि यह तेरहवीं संस्कार कर्मकाण्ड का विषय है।पुराण का विषय नहीं है।

  • @rameshwarameta8677
    @rameshwarameta8677 14 วันที่ผ่านมา

    किसी बात को कहने के लिए भूमिका बांधना ही पड़ती है। गुरुजी को दंडवत प्रणाम

  • @ashutoshkmishra3177
    @ashutoshkmishra3177 13 วันที่ผ่านมา

    Guruji etani achhi jankari ke liye aapko koti -koti pranam

  • @user-fv8xm9nz4m
    @user-fv8xm9nz4m 19 วันที่ผ่านมา +2

    जय श्री श्री राम

  • @mahaveerprasadjangid7125
    @mahaveerprasadjangid7125 13 วันที่ผ่านมา

    Jankari acchi lagi

  • @virendrajha5151
    @virendrajha5151 17 วันที่ผ่านมา +3

    Jay jay sitaram

  • @kamleshmaurya6887
    @kamleshmaurya6887 18 วันที่ผ่านมา +5

    बहुत अच्छी तरह समझा दिये आप ने , किसी का जवान पुत्र के मृत्यु पर वह सालों -साल उस दुख से उभर नहीं पाता आप मृत्यू भोज खाने का प्रचार कर रहे हैं,भारत में मृत्यु भोज भी अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से करते हैं, कहीं -कही तेरहवीं के बाद मछली (मांस) का भोज करते हैं ये कहां तक उचित है मृत्यु भोज सती प्रथा जैसे गलत है बन्द होना चाहिए।

  • @kamtaprashd
    @kamtaprashd 13 วันที่ผ่านมา

    महाराज जी कर्मकांड पाखंड और दुख औरसुख अंतर है हंसी में तो लोग कितना भी जलसा कर ले खुशियां मनाले करने वाले का दिल कभी दुखता नहीं जिसके घर में मृत्यु हुई हो दुख का पहाड़ टूटा हो उसको अगर समाज के द्वारा दबाव डाल के तेरा ही मुंडन करने को मजबूर करदे उसकी हैसियत से बाहर हो चुका है वह तो मरने के बाद उसका परिवार टूट गया टूटा हुआ परिवार का सहारा देना चाहिए की और उसको उलझा करके उसको दबाना चाहिए इसलिए कर्मकांड बंद करना जरूरी है और करने के बाद कोई मिलता नहीं है ना कोई कुछ पता है यह कुदरत का हकीकत सच्चाई

  • @jaiprakashtiwari9953
    @jaiprakashtiwari9953 16 วันที่ผ่านมา +2

    Gurujii

  • @ramroopsharma353
    @ramroopsharma353 14 วันที่ผ่านมา +3

    तेरहवीं को म्रत्यु भोज का नाम देकर, एक विशेष वर्ग,सनातनी हिंदुओं में, बन्द कर चुका है,लगभग,, अब ये वर्ग शांति पाठ, आयोजन, करा रहे हैं। क्या कहा जाए, जो, है अति उत्तम है।

  • @apnaapnaraag2861
    @apnaapnaraag2861 21 วันที่ผ่านมา +2

    यदि यह मृत्यु भोज नहीं है तो फिर यह किसी की मृत्यु हो जाने पर ही क्यों होता है , यह समाधान करें

    • @narendrakumarpareek1473
      @narendrakumarpareek1473 20 วันที่ผ่านมา

      श्रीमान जी, पुराणों में इस कर्म का नाम द्वादशाह उल्लेखित है। मृत्युभोज नाम तो सनातन के विरोध में खड़े वामपंथी, नास्तिकों व जिन्हें सनातनधर्म में ही सारे दोष दिखते हैं तथा जिन कुतर्कियों में सनातन को ही सुधारनें का ठेका ले रखा है , उन लोगों के द्वारा दिया गया है ।। सनातन धर्म व सनातन शास्त्र स्वयं में कल्याणकारी व‌ सम्पूर्ण है ।। यह प्रकल्प सनातन को तोड़नें वाले लगभग सौ वर्षों से करते आ रहे हैं ।।

  • @rpmehra3672
    @rpmehra3672 24 วันที่ผ่านมา +8

    किस किस वर्ण के लोगों को मृत्यु से 12माह तक पूरा पिंड आदि कर्म करना चाहिए

  • @amarpal-pn6nc
    @amarpal-pn6nc 3 วันที่ผ่านมา

    आचार्य जी वेद पर आधार नहीं है

  • @karanrawat9289
    @karanrawat9289 15 วันที่ผ่านมา

    बहुत महत्वपूर्ण जानकारी जय राधेश्याम

  • @ganeshsonekar
    @ganeshsonekar 13 วันที่ผ่านมา

    आपकी जीवनी जानकारी बहुत अच्छी लगी महाराज जी

  • @harishanker2344
    @harishanker2344 17 วันที่ผ่านมา +1

    Thanks guru ji

  • @SantoshKumar-di2vp
    @SantoshKumar-di2vp 17 วันที่ผ่านมา +1

    Jai shree sita Ram ji 🎪🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏

  • @rpsinghiaf4993
    @rpsinghiaf4993 15 วันที่ผ่านมา

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति 🌹🙏

  • @AnilBaghel-r9l
    @AnilBaghel-r9l 20 วันที่ผ่านมา +1

    App ne jo kha bo akdam sahi he

  • @ramkishansingh7904
    @ramkishansingh7904 21 วันที่ผ่านมา +8

    इतने जीव जंतु मरते हैं उनके पिंड तो प्रेत योनि में ही जाएंगे क्योंकि उनका पिंडदान तो हुआ ही नहीं

    • @user-gx2ux9ys6b
      @user-gx2ux9ys6b 18 วันที่ผ่านมา +3

      मनुष्य जीव जन्तु नहीं है कीड़ा मकोड़ा नहीं है

    • @NarayangiriPavangiriMaharaj
      @NarayangiriPavangiriMaharaj 18 วันที่ผ่านมา +3

      पिछली बार भी वेद मर्यादा का पालन नहीं करने के कारण ही अन्य पशु अथवा जीव जंतु के रूप मे पैदा होता है

  • @ramavtaararele7291
    @ramavtaararele7291 22 วันที่ผ่านมา +7

    बिल्कुल सही कहा गुरू जी

  • @YogenderSrivastav
    @YogenderSrivastav 18 วันที่ผ่านมา +2

    Thanks.guroji 11:57

  • @shivanandsrivastava2558
    @shivanandsrivastava2558 13 วันที่ผ่านมา

    Jaigurudev nam prabhu ka hai

  • @nandaprasadlamichhane28
    @nandaprasadlamichhane28 15 วันที่ผ่านมา +1

    जिन्दे बाप को डन्डा मारिय मरे पिछे पिन्ड दरिए। कबिर जैसे महा पुरुष को क्य कहेङ्गे आँप? शरीर छोड्ने के वाद आत्मा का उस शरीर से कोइ भि नाता नहि रह्ता,वेद। क्या कहेङ्गे आँप?

  • @pradeeptiwari5388
    @pradeeptiwari5388 16 วันที่ผ่านมา

    शानदार प्रस्तुति

  • @bgminewsandhighlights8643
    @bgminewsandhighlights8643 13 วันที่ผ่านมา

    Maharaj ji jb in karmkandon sa jeo nirman hota ha to jànsankhaya sthir hona chahia yah bad kaise jati ha kripyais prbhi next programe ma kuch anuman lgakr prastuti dan

  • @Gwal.Krishna
    @Gwal.Krishna 19 วันที่ผ่านมา +4

    आचार्य लोग ही इतने विद्वान बचे नहीं हैं। ढूढने से भी नहीं मिलते, कुछेक होते हैं उनकी प्राय: लंबी बुकिंग रहती है और डिमांड भी अधिक रहती है मध्यम वर्गीय परिवार के हिसाब से। विद्वान अकिंचन ब्राह्मण ही इस स्थिति से निकाल सकता है। उनकी कमी है। इसीलिए ये हालात हैं 🙏

  • @rameshwaryadav6477
    @rameshwaryadav6477 9 วันที่ผ่านมา

    Bahut sundar jankari dhanyawad

    • @rajmanichaubey3862
      @rajmanichaubey3862 6 วันที่ผ่านมา

      TKS धन्यवाद pandit ji

  • @BhaironNath
    @BhaironNath 15 วันที่ผ่านมา +1

    वो मृत्यु भोज नहीं, पितरों को लगाया गया प्रसाद है। मृतात्मा को पितरों में शामिल करने हेतु, सभी पितरों का आवाहन किया जाता है।
    सामर्थ्यानुसार पूरी रसोई का भोजन बनाया जाता है। ११ ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा के पश्चात, उसी भोजन को प्रसाद रुप में सभी ग्रहण करते हैं।

    • @yogitaupadhyaya5177
      @yogitaupadhyaya5177 11 วันที่ผ่านมา

      11 नही तेरह ब्राह्मण को भोजन पश्चात दान दिया जाता है

    • @BhaironNath
      @BhaironNath 11 วันที่ผ่านมา +1

      @@yogitaupadhyaya5177 जी, बहुत अच्छा। मुझे संख्या याद नहीं रही। माता पिता के निधन पर दो बार ब्राह्मण पुरुषों और महिलाओं को पूरी रसोई का प्रसाद लगाकर भरपेट भोजन कराया था और दक्षिणा भी चरण स्पर्श कर भेंट की थी।

  • @user-rg9om3eq5h
    @user-rg9om3eq5h 16 วันที่ผ่านมา +1

    सनातन धर्म की जय हो

  • @SURENDRAKUMAR-jx2yw
    @SURENDRAKUMAR-jx2yw 17 วันที่ผ่านมา +6

    जब आदमी जन्म लेता है और मरता है
    दोनों ही स्थितियों में उसके परिवार में सूतक लगे हुये होते हैं
    और ऐसे परिवार में भोजन करना हर दृष्टि से निषिद्ध है।
    पर भारत के भिखारी जो सदियों से भूखे हैं जिनकी आत्मा जमीर सब मर चुके हैं वो ऐसे मौकों पर भी भोजन करना सौभाग्य समझते हैं

  • @Babulal-ux2kg
    @Babulal-ux2kg 7 วันที่ผ่านมา

    Good news

  • @mukesh561970
    @mukesh561970 15 วันที่ผ่านมา

    gayan bardhan ke liye dhanyawaad.

  • @AshokYadav-ku1xh
    @AshokYadav-ku1xh 13 วันที่ผ่านมา

    सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है कि तेरहवीं पर बहस से हल नहीं हो सकता है बहस सब जगह पर जैसे जन्म, विवाह और बहुत तरह से आयोजन है सब में आडम्बर को बढ़ावा देना बंद करवाना चाहिए सबसे पहले विवाह में दिखावा बन्द हो

  • @user-em3yu7nt6p
    @user-em3yu7nt6p 22 วันที่ผ่านมา +2

    Ved me tehravin ka vidhan kahan aur kis ved me hai?