फ़िल्म बहुत अच्छी है ये फिल्म उन मुद्दों पर बात करती है जिस पर कोई बात नहीं करता है या करना ही नहीं चाहता सभी किरदार दमदार है उम्मीद करता हूं कि इसका अगला पार्ट भी आएगा 💪💪💪
AAP KI SAHI HAI PAR KYA KARE IN SUARO SE KAISHE NIBATE YEH BUDDIJIVI ONE SIDED HOTA HAI FORTIS SURF KA AD FILM HO ONE SIDED CHORE KO 4--5 LOGO NE MARA BAHUT BARA CRIME HUA LEKEEN PURE HINDUO CRINAL BANA DIYA DELHI MADIR TOOTA ID ME CHOR MULLA CAR CHORI KIYA TOR FOR MACHAYA JAIPUR ME AFWAH FAILAYI HINDUO KE GHAR CAR BIKE TOOTE JABI MAULVI KI BETI KA RAPE USHI OR DOST NE KIYA
Bhai movie Mai reality Nahi dikhayi Gai!! Rape jokes hua tha wo ek dalit ne kiya h aur movie m dikhaya gya ki wo brahmin n kiya h!! Ye movie Hinduo Mai darar dalne K liye bnayi gyi h
ambedkar is great for article 14 ,15,17 which is very important for prosperity of india. I proud for our constitution. Also ambedkar was against article 370.
Read Baba saheb reference to Kashmir again his book on Kashmir whole then you'll know he wasn't just opposing article 370 he also said something in detail half truth is not good
We are indians firstly and lastly- Dr. B. R Ambedkar it tries to influence to broke all barrier of racism in our Society. Best movie in 2019. Must Watch..!🙏
पढ़े लिखे लोग ज्यादा कट्टर जातिवादी मिले! जो डॉक्टर जज हो कर भी कहते मिले हमे गर्व है की हम फला जाति से है और यह जाति शंख्या मे फला जगह डामिनेट करते हैं
Kya kar skte hai. Kyounki atanki agar padhy likhy hai to jativadi bhi padhy likhy hai.. .. Ye sb ghar ke sanskar hai.. .. Kyounki janeu ab shirt me chipi hai
सर मैं इस फिल्म से ज्यादा आप दोनो से प्रभावित हुआ हुँ । हमारी समाज को ऐसी फिल्मों के साथ-साथ आप दोनो जैसे व्याख्यान कर्ताओं कि भी जरूरत है । हमने बहुत कम चैनलो पर किसी फिल्म कि इतनी बारीकी से ब्याख्या करते हुए देखा है । मुझे लगता है कि जिस तरह से आप ने और गौरव सर ने इस interview को किया है इसे देखने के बाद किसी को कोई confusion नही रह जाएगी।मेरी शुभकामना है जातिवाद को खत्म करने कि जो मुहिम ईस फिल्म और इस interview के द्ववारा चली है वो सफल हो। ईसे सफल बनाने के लिये मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगा ।और मैं आपसे आग्रह करता हुँ कि आप इसी तरह से जो अच्छी फिल्में या जो अच्छी बातें है जिसकी हमारी समाज को सख्त जरूरत उसे आप अपनी चैनल कि माध्यम से लोगो के सामने जरूर लावें धन्यवाद।जय भीम जय हिंद जय ललनटाप ।
The whole extract of this interview is in last 5 minutes thanks for anubhav shina sir and gaurav solanki ji for making such a great movie..... Thanks.... Lallantop..... jai bhim
I haven't watched this film but this talk has just moved me. Being a Civil Engineer,I am really moved as to how "Manual Scavenging" is still continuing in 21st Century India and is earmarked for certain community!
सरकार को अनिवार्य शिक्षा के रूप में संविधान के अनुच्छेद 15 & 17 के प्रावधानों को एक विषय में शामिल करना चाहिए ताकि सभी लोग इस बात को समझ सकें और समाज में समानता स्थापित हो सके।
साहब आप लोग महान है जो अपलोगो ने एक साथ बैठ कर जातिवाद के खिलाफ बानी इस फ़िल्म पर इतनी सालीनता के साथ एक सुलझा हुआ संवाद किया मैं खुद एक दलित हूँ, वीडियो देखने से पहले या वीडियो देखने के 10-20 मिनट तक मेरा कोई ऐसा intention नहीं था की मैं इस पर कोई comment करूँगा परंतु जब बात #बाबा साहेब की आई और उनके आंदोलन को सभी तक पहुचने की आई तो हमे लगा की मुझे comment कर के अपना अनुभव बाँटना चाहिए। मए कक्षा 3-10 जिस विद्यालय में पढ़ा वह मेरे सारे मित्र ब्राह्मण थे जब में 10 पास हो गया 11 व 12 के कानपूर गया तो वहाँ भी 80% मेरे मित्र ब्राह्मण समाज से ही थे। बड़ा बुरा लगता था ये सुन के उनलोगो के मुह से की चमार है वो, किसी से गलत कम हो जाता तो वो सब कहते की चमारो वाले कम मत करो, मैंने कई बार उन लोगो को बताया की मेरे सामने ऐसे मत बोला करो लेकिन वो लोग नहीं मानते थे। 12वी के बाद मैं खुद उनलोगो से दूर हो गया और अब मै सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था और इत्तेफाक से यहाँ भी 60% मेरे मित्र ब्राह्मण ही है। परंतु इन ब्राह्मणों में और उन ब्राह्मणों में अंतर है ऐसा नहीं की वो लोग आज मेरे साथ नहीं है आज भी वो लोग मेरे मित्र है परंतु जब मैं उनके सामने #बाबा साहेब की बात करता हूँ तो उनलोगो को पता नहीं क्यों ऐसा लगता है की में एक ऐसे व्यक्ति की बात कर रहा हूँ जो उनलोगो का शत्रु है जबकि मेरे competition वाले मित्र मेरा और मेरे आदर्शो का सम्मान करने के साथ-2 उनको appreciate भी करते है। कुल मिला के निष्कर्ष बस यही निकलता है की सब लोग एक जैसे नहीं होते है कुछ लोगो कुए के मेंढक बने रहना चाहते है।
गांधी जी और नहेरू जी की तरह एजुकेशन में 1 पार्ट डॉक्टर भीम राव अम्बेकर जी का भी हो जिससे लोग अबेड़कर को जानने और जय भीम क्या है किसी को किसी से पूछने की जरूरत ना पड़े और संविधान का एक subject alag se ho
भाई नागरिक शास्त्र जो सामाजिक विषय में इतिहास और भूगोल के बाद पढ़ाया जाता है वह संविधान का ही एक हिस्सा है, जिसमें नागरिक के मूल अधिकार, अनुच्छेद तथा संविधान के बहुत से महत्वपूर्ण अंगों के बारे में पढ़ाया जाता है उत्तर प्रदेश में, और जगह का पता नहीं।
फिल्म यदि नहीं देखी होती तो शायद यह बातचीत सुनना उतना अच्छा नहीं लगता लेकिन अभी कुछ दिनों पहले ही यह फिल्म देखी है और उससे पहले पढने -लिखने के साथ समाज को देखने -परखने के सिलसिले में कई बार इस तरह के सवालों से रूबरू होता रहा हूँ तो यह और अच्छी लगी. मित्र गौरव सोलंकी की कहानियाँ ज्ञानोदय और बाद में उनके संग्रह में पढ़ी -समझी हैं तो एक यह नाता भी था लेकिन फिल्म के बारे में और खासकर उसके कंटेंट को लेकर जिस तरह आप दोनों ने बातचीत की. बहुत ही अच्छी लगी. उम्मीद है इसी तरह देश के समाज में धीरे ही सही एक बदलाव की प्रक्रिया ज़रूर शुरू होगी...शुभकामनाएँ ...
सौरभ जी और गौरव जी,आप दोनों ने जो भी बातें करीं उन बातों पर मैं बहुत बार बात भी किया दोस्तों में, पर अधिकतर लोग इसपर बात नहीं करना चाहते, पर आप लोगों द्वारा हुई चर्चा से कुछ एक बातें नई निकल के आईं जो सुनकर अच्छा लगा जैसे दलित आंदोलन फेल होता है अपने ही तबके तक बात पहुचाने के कारण और कोई जयंती या प्रोग्राम अपने तक ही सीमित रखकर, अगर भेदभाव मिटाना है तो हर वर्ग से बात करनी होगी, जय भीम,जय सरदार, जय परशुराम, जय गाँधी, जय हिंद, जय भारत।
आप दोनों सौरभ हस्तियों को सलाम । हमने आर्टिकल 15 देखी तो नही किन्तु आप दोनों की चर्चाएँ पूरी सुनी । लोगों की जिस तरह से आर्टिकल १५ पर ढेर सारी अनेकों सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ आ रही है उससे तो यह निश्चित ही स्वीकृति और मान्यता प्राप्त हो गई है/प्राप्त हो जाती है कि हमारे देश की जो जातिवादी समाज रचना है या व्यवस्था है वह कितनी अमानवीय और कितनी निन्दनीय है । यह फ़िल्म बहोत ही यथार्थ और सत्य घटनाओं और वास्तविकता पर ही आधारित है । आप दोनों ने अपनी चर्चा और एक दूसरे के साक्षात्कार में यह सिद्ध कर दिया कि आप दोनों ने अपने आप को पूरी तौर पर खुलकर इस विषय पर चर्चा करने के लिए रख दिया । औऱ इस देश की भयंकर, कलंकित बुराई से भरपूर दुर्भाग्यपूर्ण वास्तविकता की निष्पक्ष चर्चा की औऱ कोई ऐसी बात नही महसुस हुई जो ये दर्शाती हो की कुछ छिपाया जा रहा है या छिपाया जा रहा था या कुछ अतिशयोक्ति करके बयान किया जा रहा था या बयान किया जा रहा है या अपने अहम ego का दम्भ भरा जा रहा है । जो भी है बड़ी सहजता एवम सरलता से आप दोने ने वस्तुनिष्ठ (वैज्ञानिक) विश्लेषण कर objective analysis कर पुरी सामग्री को जैसी की वैसी पेश की । आप दोनों का बहोत बहोत धन्यवाद । मेरी उम्र ६८ वर्ष है औऱ बहोत बड़ा एक्सीडेंट हो जाने के वजह से औऱ चल नही पा सकने की वजह से यह फ़िल्म देख नही पा सका । आप दोनों सौरभ द्विवेदी औऱ सौरभ सोलंकी को बहोत बहोत बधाई । बस, इसी तरह के कार्य करते रहो और आगे बढ़ते रहो, आज देश को आप जैसों की जरूरत है जो समाज मे एक अच्छा बदलाव ला सकेंगे और चेतना ला सकेंगे । जनाब फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के एक गजल की आखरी कुछ पंक्तियाँ : - "उठते भी चलो, बढ़ते भी चलो कि सर भी बहोत है बाजू भी बहोत कि अब तो डेरे मंजिल पे ही डाले जाएँगे, कुछ हश्र तो इनसे उठेगा, कुछ दूर तो नाले जाएँगे" । भारत का सँविधान जिंदाबाद । जय भारत ।
Friday I watched this movie & on Sunday I watched this video. You made me understand this movie much better and can say this movie is one of the best movie of the year. Keep it up Team Lallantop
मैंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है... लेकिन आप दोनों की बातचीत में बाद फिल्म को देखने की प्रबल इच्छा उत्पन्न हुई है.... .. सौरभ जी, मैं आपकी शब्दावली का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ.... आप बधाई के पात्र हैं....
Very quality channel and journalism by Lallantop. I am Maharashtrian and live in London, I watch Lallantop regularly and I feel the quality of your journalism is way too high for any world class media. Please keep up the good work. Regarding this video, when you mentioned the last incidence about the girl asking - what is Jai Bheem or rather people are unaware of our own constitution, I think it's our education system's fault. we should have our constitution studies in the secondary school where kids should know what our constitution is all about and that's when we will start the real educated generation because our constitution itself is the greatest constitution in the world. Thank you very much for increasing the quality of journalism and media,
मुल्क के बाद अनुभव की समाज पे चोट करती हुई एक बेहतरीन फ़िल्म। इसलिए बेहतरीन क्योंकि आज भैंसाली रोहित शेट्टी या करण जौहर जैसे लोग खाली box ऑफिस से अपनी जेब भरने में ही लगे है तब ऐसे विषय पर फ़िल्म बनाना और बीना हिचकिचाहट के अपनी बात रखना Salue सर्
प्रिय सौरभ जी, मैं विजय अहलूवालिया हूं . आप मेरे पसंदीदा पत्रकारों में से हैं. इसलिए आपकी ज़बानी अपनी किताब ('बीतती सदी में' जिसमें पोलैंड की नोबेल पूुरस्कार विजेता कवयित्री, विस्सावा शिंबोर्स्का की चंद कविताओं के अनुवाद हैं) का जिक्र सुनकर बहुत अच्छा लगा. यह देखकर और अच्छा लगा कि आपको ल केवल अनुवादक का नाम याद रहा बल्कि कविता की पंक्ति भी याद थी. इससे यह तो तय हो गया कि आप किताब का फ्लैप पढ़कर आलोचक बननेवालों में से नहीं हैं. जब बात चली है तो एक-दो बातें मेरी ओर से - जिन लोगों को यह शिकायत है कि कुछ लोग रीसर्च जैसे कामों में उनके टैक्स का पैसा वर्षों तक बर्बाद करते हैं वे लोग ये प्रश्न क्यों नहीं करते कि हमारे नेता लोग किसकेटैेक्स के पैसे से विलासितापूर्ण जीवन जीते हैं, विश्व भ्रमण करते हैं, आजीवन पेंशन पाते हैं. दुसरे यह कि क्या आप नेटफ्लिक्स के धारावाहिक 'Leila' पर बात करना चाहेंगे. दीपा मेहता का यह धारावाहिक जॉर्ज ओर्वेल के उपन्यास 1984 और सोल्जेनित्सिन के लेखन की याद दिला देता है. धन्यवाद
This is the best conversation forever, i salute both of you. And thank you very much for openly discussing on Article 15 because i didn't expect this kind of discussion.
सौरभ जी बहुत ही सुन्दरता से आपने यह मुलाकात ली है और गौरव जी ने भी बहुत ही सरलता से खुले दिल से इसका प्रतिसाद दिया है । इस मुलाकात की वजह से सिनेमा को और समझना आसान हुआ, तथा आपकी अंतिम वार्तालाप से अंत॔मूख होने पर मजबूर कर दिया । धन्यवाद ।
फिल्म "आर्टिकल -15" असमानता के हर एक पहलु को बारीकी के साथ दिखाने की कोशिश की गई । बहुत अच्छा लगता ये देख कर की बॉलीवुड में कोई तो है ,जो अश्लीलता ( नग्नता) दिखाने की बजाए कुछ दिखाने की कोशिश की। ।।।। सर, आपसे अनुरोध है.... कृपया ,रेप क्यों हो रहे है, इसकी क्या वजह है हर दिन ये बढ़ते क्यों जा रहे है.....इस पर एक विडियो जरूर से जरूर बनाए।।।। मुझे लगता है समाज को परोसी जा रही नग्नता है ( मनोरंजन के नाम पर ,अपनी स्वतंत्रता के नाम पर ,और हर तरफ,,) क्या ये सही है 9 महीने की बच्ची के साथ रेप...सही है तो बहुत बुरा है.... Link...m.facebook.com/story.php?story_fbid=2139403489502709&id=100002992353836¬if_t=feedback_reaction_generic¬if_id=1561833994781239&ref=m_notif#
आदरणीय सौरभ व गौरभ जी मैं आप दोनों को आपके सकारात्मक सोच व विचारों के लिए बहुत बहुत बधाई | फ़िल्म अपने आप में बेजोड़ है और मेरी दृष्टि मैं यह जातिवाद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण वर्तमान सामाजिक स्थिति, विशेष कर शासक वर्ग - सामान्य पुलिसकर्मियों की सोच, समझ, व्यवहार, व संकीर्ण असंवेदनशील मानसिकता के भयंकर रूप को दर्शाती है । यह भारतीय वैदिक मानवीय चिंतन, सोच, संस्कृति के अनुरूप नहीं है।हमारा 1 हज़ार वर्ष का अमानवीय विदेशी शासन व स्वतंत्रता के बाद वही सोच , क़ानून व्यवस्था, परम्परायें व वही शैक्षिक व ग़ैरशैकक्षिक संस्थाओं को जारी रखना, संविधान को पश्चिमी मान्यताओं के अनुरूप अंग्रेज़ी में लिखना , उच्च न्यायालयों की भाषा भी अंग्रेज़ी में ही रखना एक बहुत बड़ा अभिशाप था और है। अब हमारा शासन अंग्रेजों की जगह अंग्रेज़ी पढ़े लिखे वालों का निरंकुश बोलबाला है। वही सभ्यता वही सिस्टम। वही जातिवाद वही पश्चिमी ,शिक्षा विषमता की जड़।अब भारत की जगह इंडिया हो गया है। Even today the average year is of the schooling in the country is just five years, against 10 in the developed nations. About 94% of our population still in unorganized sector, barely 3% of population pays taxes. We still have thousands of schools without or with single teachers. There is complete linguistic imperialism, linguisticsubjugation, linguistic servitude, linguistic annihilation , turning as factories suppling skilled labor to mother countries. 7
जातिवाद ही दोषी है। यह सत्य है। इसको ख़त्म करने की ताक़त, सहूलियत और नैतिक ज़िम्मेदारी तथाकथित उच्च जातियों की है। बाक़ी जातियाँ तो Receiving end पर हैं।
सत्य और तथ्य इसका उलटा है। ये तथाकथित receiving end वाली जातियां ही अपने स्वार्थ के लिए जाति व्यवस्था को न सिर्फ बनाए रखना चाहती हैं बल्कि इसे मजबूती भी प्रदान कर रही हैं। receiving end पर तो सच में *तथाकथित ऊंची जातियां* हैं।
सर फिल्म तो मैने अभी नही देखी लेकिन इसकी चर्चाएं बहुत सुनी है। लेकिन आप दोनो महानुभाव के वार्तालाप से ऐसा लगा जैसे मैं फिल्म देख रहा हूँ। यह फिल्म बहुत ही अच्छी है। भारत देश का युवा इस फिल्म से जरूर सीख लेगा। जो लोग हमें जाति, धर्म,सम्प्रदाय, उच,नीच के भेदभाव करते है उन सभी को आर्टिकल 15 से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। और एक नए भारत का निर्माण होगा। जय हो सौरभ, गौरव एवं अनुभव जी। इसी तरह समाज को सच्चाई का आईना दिखाने में आप सक्रिय रहेंगे। यह फिल्म बस नही एक समाज सेवा भी जो कि गुमराह लोगो सही राह एक सच्चे भारत के निर्माण मे अहम भूमिका निभाएंगी।
जो पंडित तुम्हें मंदिर में नहीं जाने देते" "वो पंडित तुम्हें स्वर्ग" में कैसे जाने देंगे??" फिर भी आप 'ब्राह्मणों' को "दान" देने में लगे हो. *- बाबा साहेब डा. भीम राव "अंबेडकर"*
@Pawan Mishra Ab kar lo daan ke sahare naa jine ka dhong.. ye jo tamam jamin jayadat bani e, tumhe kya lagta ke tumhare purkho ne hal chala kar banai hai..! sab raja zimidaro ki chaploosi or garibo ko Narak ka darr dikha ke hi bani hai.. vese v main tumhe dosh nahi de raha main toh un garibo ko keh raha hoon kyon ese bhagwan ke piche lage ho jo kabhi tumhare haq ki baat hi ni kar ke gaya. Koi devta toh ho koi ved to ho jo insaan ko insaan kahe.. ab keh ke tune koi ved padha v hai last hatiyar tum loggo ka. Toh haan maine padha hai.. i am M A in history.
@Pawan Mishra दोस्त दिल पे हाथ रख के बोल तेरे घर में कभी भेद भाव नही हुआ, ओर तूने नही देखा कोई मंदिर जहा शूद्रों का आना निषेद है लिखा नही देखा । रही प्रकृति की बात तुम्हे प्रकृति ने ब्राह्मण बनाया है ? तो तुम कही और जगह से क्यो नही निकले वही छेद से क्यो अये जहा से सब निकलते है। मेरे घर मे कोई पेग नही लगाता हर पंजाबी शराबी नही होता। 80% ब्राह्मण गरीब। व्हाट आ जोक। सारे उच्चे सरकारी स्थान ब्राह्मणों के कब्जे मे। सुप्रीम कोर्ट से लेके गजटेड पोस्ट तक। ओर रिज़र्वेशन की बात - 5000 साल से दान और मंदिरो पे किसको रिज़र्वेशन था ? अच्छा है दोस्त दबा लो इन लोगो को वरना RSS सोचती है विद्रोह मुस्लिम, नक्सली, खालिस्तानी, तमिल करे गे । ध्यान रखना विद्रो यही दवे ओर कुचले लोग एक दिन इन पॉलिसियों से उकता कर करे गे। तब होंगे इस देश में सब पवित्र।।। बस उस दिन का इंतज़ार है जिस दिन से यह बन्द हुए मुह खुले गे ओर हक़ मांगे गे नहीं गला पकड़ कर छीन लेंगे। ये अराक्शन तुम्ही लोगो की देन है ना पूना पैक्ट समझौता होता ना रेसर्वशन होती। होने दिया होता एक ओर टुकड़ा 47 मे तुम्हे भी सबर आ जाता यह लोग भी सुखी रहते। खेर देश में रहते है तो देश से प्यार है। नही चाहते ऐसा हो सब मिलके रहे, पर कोशिस दोनो ओर से होती है। लेकिन यह तब होगा जब यह देश सच में सिर्फ हिन्दुओ का ना होके सेक्यूलर होगा। इंसान को इंसान समझा जाये गया। वार्ना विद्रोह तो होंगे। दुआ करो ना हो। थोड़ा तुम बदलो थोड़ा हम । ओर हाँ राजा बनाना ही क्यों है।। ज़य हिंद।।
@Pawan Mishra तुम कत ब्राह्मण हम कत सूद, हम कत लौहू तुम कत दूध, जो तुम बाभन बाभनि जाया, आन घाट काहे नहि आया। महात्मा कबीर साहब ब्राह्मण के अभिमान यह कहकर तोड़ते हैं कि अगर तुम उच्च जाति के खुद को मानते हो, तो तुम किसी दूसरे मार्ग से क्यों नहीं आए ? इस प्रकार कबीर ने समाज व्यवस्था पर नुकीले एवं मर्मभेदी अंदाज से प्रहार किया। समाज में व्याप्त आडंबर, कुरीति, व्याभिचार, झूठ और पाखंड देखकर वे उत्तेजित हो जाते और चाहते कि जन- साधारण को इस प्रकार के आडम्बर एवं विभेदों से मुक्ति मिले और उनके जीवन में सुख- आनंद का संचार हो।
मेरा मानना यह है कि यह सारी जातियां जितने भी बनाए हुए हैं पहले की इन सब जातियों में चमार शब्द कि ज्यादा से ज्यादा बुराई होती है चाहे वह ब्राह्मण हो या कोई और हर बात पर चमार शब्द का गलत तरीके से उपयोग करते हैं जरूरत है ऐसी फिल्में बनाने की जो समाज में निजी बातों को पर्दे अच्छे से उतारे और समाज को एक नई दिशा दिखाएं
Article 15 film लिखने वाले Gaurav Solanki जी, सर आपने बहुत उम्दा स्टोरी लिखी है, आपकी समझ बहुत गहरी है, जो की एक स्टोरी रायटर मे होना चाहिए I जातिवाद पर आपकी समझ बहुत गहरी है, जातिवाद का घिनौना चेहरा और दलित समाज की बेबसी, इस फिल्म के माध्यम से दिखाने की जो कोशिश की गयी है वह बहुत ही सरहनीय है I बहुत समय बाद एक अच्छी मूवी देखने को मिली, Article 15 एक बेहतरीन मूवी है, इस मूवी को सबको देखनी चाहिए I अनुभव सिन्हा जी का डाइरैक्शन बहुत ही उम्दा है I आप दोनों को भविष्य के लिए शुभकामनाए सर I साथ ही दी ललनटॉप और शौरभ जी को भी बहुत बहुत शुभकामनाए I जय भीम जय भारत I
Really a great movie, our society need changes. We are totally divided on the basis of religion, caste, class........... we can think of uneducated person but when a educated person talk about that all really bhut bura lgta, we will have to unite, at least youths but they are also getting trapped into this, we have to understand this that we all are indian and nothing is above it. Stop all this, live friendly and share love. 🇮🇳🇩🇮🇦🇳 Jai Hind
Saurav Bhai apka bhut bhut dhanyawad Jo Apne gaurav Bhai ka interview liya ham BHI Jaan na chahte the ...kis trah movie Bani h ..or anubhav sir ne or gaurav Bhai ne to Dil jeet liya ...
सौरव जी व गौरव जी आप दोनो बहुत बहुत धन्यवाद और फिल्म को उद्देश्य सहित प्रेशित कर जो आपने मेरे दिल को छू लेने की हद तक खुशी दी है बहुत ही अच्छा लगा ।आपने जो समाज को एक आयने के सामने खङे करने की एक सफल कोशिश की है, वो बहुत ही सराहनीय है ।। आपका आभार प्रकट करता हूँ । मै बता दूं कि मैं स्वम को एक सिर्फ इनशान मानता हूँ इसके अलावा नही ।। इस जीवन म जातीवाद खतम हो ये मेरी तमन्ना है ।। मै स्कूल के समय से ही कहानी व कविता लिखता हूँ ,भगवान् से प्रार्थना है कि एक आप दोनो से मिलने का अवसर जरूर दे।। आप दोनो का धन्यवाद ।।
सौरभ त्रिवेदी और गौरव सोलंकी दोनों को मेरा सलाम । भाई सौरभ त्रिवेदी जी आप ब्राह्मण है फिर भी आप सिर्फ मानवता की बात करते हैं । मैं लल्लन टोप पर आपको बहुत पसंद करता हूँ । आपको मेरी हार्दिक शुभकामनाएं एवं मेरा सलाम ।
सौरभ और गौरव बहुत ढंग से Article 15 की विवेचना की जो अंश दुविधात्मक थे वे पूर्णतः स्पष्ट हुए.. बेबाकी से सारी बातों पर चर्चा हुई खास तौर पर जब आप लोगों ने कहा यह देश भी एक घर है असहमति में भी आदर से परिचय देना चाहिए.. फ़िल्म का मिजाज़ सराहनीय है. समाज में एेसी फिल्मेंआने की आवश्यकता है
Maine Kal Pune me, multiplex me ye movie dekhi, poora hall youth viewer se bhara tha ,aur pin drop silence tha wahah. Shayad log dekhne ke sath use mehsoos bhi kar rahe the.Agar unme se 2/3% ko bhi isse sabak/ siksha mili ho, to ye movie sarthak ho jayegi. 👏👏👏👌👌 koti koti badhai aisi film banane ke liye. Ek purani film' PAAR' ( naseeruddin shah,Shabana azmi, mohan aghase ,om puri...)ki yaad dila di.
Happy independence day America. The real free nation on earth. Being a part of this great nation I have only one word to say *INCREDIBLE* LONG LIVE AMERICA 🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸 happy 4th of July ❤❤ And Thank you for everything
जब तक भारत में द्विवेदी जी गुप्ता जी जाटव जी यादव जी का सम्बोधन जिन्दा है तब तक भारत भी पिछड़ा ही रहेगा .और आर्टिकल 15 की समता का कोई महत्व नहीं रह जाता है ...और भारत आज के समय में महान कैसे हो सकता है
ha ha ha..... kya sach me j0 jaatiwad ka wir0dh karaten hai w0 jaatiwad k0 khatm karana chahaten hai. Sach me diI se batana yar0n. kya antarajatiye wiwah sahi hai.
Bollywood ki ab tak ki sabse best movie h #artical 15 ....great movie thanks for #anubhav sinha and #aayushman khurana hats off sir I hope aage bhi esi aur movie banaye
Self hating Indians Tarzan saving the natives Mohammad Ali once said that he used to cheer for Tarzan patronizing the natives when he got older he realized that Tarzan was the white savior because the natives are too stupid this is JS mils position Nothing wrong with bringing forth the evils of society it is the agenda of reformation brought forth by Bob Dylan not Savarkar this is the problem and I love Dylon and have seen him in concerts but he is not India’s savior Savarkar is
Jai Savarkar he fought against jaativad why is his name never mentioned English school graduates have a built in prejudice towards Indian epistemology and ontology their solutions are always looking up to the white man that includes Europeans and Arabs
Yes abolish caste system as Savarkar said but you will let the white man teach you Have a cultural revolution like China did get off the high horse of pseudo democracy based on British constitution this however is not the movie’s agenda the movie was made to because of Hindu hatred and it will have repercussions as anti Islamic movies wil come and athat point theocrats like Sinha will cry fouls
बहुत ही सुंदर विश्लेषण किया है इम्प्रेसिव। लल्लनटाप पर इतनी खूबसूरती के साथ गहराई तक जाकर बातों को समझा या समझाया जाता है मुझे उम्मीद नहीं थी मैं सच में बहुत प्रभावित हुआ हूं। साधुवाद।
सौरभ भैया लेखक का साक्षात्कार देख कर बहुत अच्छा लगा। इस अंग्रेजियत के समय में हिंदी भाषा का इतना प्रयोग मन में सुखद एहसास उत्पन्न करता है। बहुत अच्छा आपकी मेहनत देख कर अच्छा लगता है। शानदार, ज़बरदस्त, ज़िंदाबाद!!!!
वास्तव में सौरभ सर आपकी कामयाबी का सबसे बड़ा कारण यही है कि आप ब्राह्मणवादी सोच से बहुत ऊपर उठ गए हैं।और सभी लोगो को जागरूक कर रहे है।
ऊपर सुपर कुछ नहीं यह कैमरे के सामने बैठा है इसी वजह से राजा सत्यवादी हरिश्चंद्र बना हुआ है
Agar aisa hai to ise divedi surname rakhne ki kya jarurat hai.
@@veerbhangoyal9917 dost surname rakha nahi thopa jata he....
Ajay Kumar mai unhe janta hu wo ye jaat paat me bilkul nhi mante
Aap ke liye bhi accha yhi hoga ki aap ye sb manna bs kr de
जाति का जो गर्व है वो बेकार की बात है.... क्योंकि कहीं न कहीं हमें जातिवाद ईमानदारी व मानवता से दूर करती है....
दोनों के बीच लाजवाब बातें हुई....
मान गए भी सौरव द्विवेदी। क्या बात बोली।।।
जाती का जो गर्व है वो बेकार का गर्व है।।।।👌👌👌👌👌
एक चीज पर गर्व करो भाई सिर्फ देश पर
जात पर गर्व करना बेवकूफी है
To duwedi tu bataye ga 72 firake kyu hai aur tu batayega 1000 sal desh gulam tha to desh she jati khatm kyu nahi kiya
Gaurav bhai ne boli h bhai ye line dhyan se suno
फ़िल्म बहुत अच्छी है ये फिल्म उन मुद्दों पर बात करती है जिस पर कोई बात नहीं करता है या करना ही नहीं चाहता सभी किरदार दमदार है उम्मीद करता हूं कि इसका अगला पार्ट भी आएगा 💪💪💪
ummid krta hu ki agla part banaane ki naubat hi naa aaye iss desh pe.. __/\__
यह फिल्म हमने देखी तो नही क्यो की वह हमारे नगरमे पहुँची नही
@@uttamraoahire83 मूवी को देखने कोशिश करे मूवी बहुत अच्छी है ये फिल्म आज के हालातों व घटनाओं पर आधारित है
AAP KI SAHI HAI PAR KYA KARE IN SUARO SE KAISHE NIBATE
YEH BUDDIJIVI ONE SIDED HOTA HAI
FORTIS SURF KA AD FILM HO ONE SIDED
CHORE KO 4--5 LOGO NE MARA
BAHUT BARA CRIME HUA LEKEEN PURE HINDUO CRINAL BANA DIYA
DELHI MADIR TOOTA ID ME CHOR MULLA CAR CHORI KIYA TOR FOR MACHAYA
JAIPUR ME AFWAH FAILAYI HINDUO KE GHAR CAR BIKE TOOTE
JABI MAULVI KI BETI KA RAPE USHI OR DOST NE KIYA
Bhai movie Mai reality Nahi dikhayi Gai!!
Rape jokes hua tha wo ek dalit ne kiya h aur movie m dikhaya gya ki wo brahmin n kiya h!! Ye movie Hinduo Mai darar dalne K liye bnayi gyi h
ये बदायूँ के इलाके की सत्य घटना पर आधारित हैं, बेहतरीन फ़िल्म है....
ambedkar is great for article 14 ,15,17 which is very important for prosperity of india. I proud for our constitution. Also ambedkar was against article 370.
Read Baba saheb reference to Kashmir again his book on Kashmir whole then you'll know he wasn't just opposing article 370 he also said something in detail half truth is not good
Ambedkr ke karn hi aaj poore desh me reservation ke naam pr fighting ho rhi h
Kevl हरिजन hi greeb hote h kya ???
@@rakubhadu3862 nahi, par sare gatar/naliyan saaf karne wale sare harijan (dalits) hi hote hai.
@@raj.wakale to naliya saaf krne wale hrijn h but is baat ke liye general walo ko sja dena shi h ??
@@raj.wakale only reservation ke karn competition exam me 20% wala govt job lgta h or 80% wala nhi lgta
Ye shi h ???
We are indians firstly and lastly- Dr. B. R Ambedkar
it tries to influence to broke all barrier of racism in our Society. Best movie in 2019. Must Watch..!🙏
पढ़े लिखे लोग ज्यादा कट्टर जातिवादी मिले!
जो डॉक्टर जज हो कर भी कहते मिले
हमे गर्व है की हम फला जाति से है और यह जाति शंख्या मे फला जगह डामिनेट करते हैं
Kya kar skte hai.
Kyounki atanki agar padhy likhy hai to jativadi bhi padhy likhy hai..
..
Ye sb ghar ke sanskar hai..
..
Kyounki janeu ab shirt me chipi hai
Right
@@ARVINDKUMAR-fy1my acha janau wale jaibhim wale se to kam hi jativadi hote hain
Sahi kaha apne
@ tu to bkbk mtt kar...
बहुत ही बेहतरीन और रोचक संवाद सौरभ भाई। किताबवाला, फिल्मों और पोलिटिकल किस्सों पे आपकी कमेंट्री जितनी देखी जाए उतनी कम है। ढ़ेर सारा प्यार।
Last night I watched..
One of the best movie seen this year..
Everyone must watch this movie
Thanks Saurabh sir..you are doing really a great job..God bless u
Osm movie rocked it 5/5 star
Hello prity paswan ,I am vicky paswan
@@Professorofmemes3859 ya good
@@pritypaswan6506 could I get your whatsapp nmbr
Nice prity jiii
Sale gjb k log h,ldki dekhi aur apni jati ki to ekdum jaise pura inka HK ho gya chutiye khi k!
sirf truck ke horn ki awaz me mai ka jawab hi nahi dab jati, balki truck ke peechhe likha huya, MERA BHARAT MAHAAN, bhi ek irony hai.
फिल्म की पटकथा ,,संवाद बहुत बहुत बेहतरीन हैं,, मैंने इस फिल्म को सिनेमाघर मे जाकर दो दो बार देखा है,,, best film ,, article 15
Kiran suryawanshi kya tum pachore se ho..
जात पात घटिया चीज़ हैं हम सब एक है
हम सब एक होते तो फ़िल्म बनाने की जरुरत न पड़ती
जय भीम
@@janardansingh6952 जय भीम
सर मैं इस फिल्म से ज्यादा आप दोनो से प्रभावित हुआ हुँ । हमारी समाज को ऐसी फिल्मों के साथ-साथ आप दोनो जैसे व्याख्यान कर्ताओं कि भी जरूरत है । हमने बहुत कम चैनलो पर किसी फिल्म कि इतनी बारीकी से ब्याख्या करते हुए देखा है । मुझे लगता है कि जिस तरह से आप ने और गौरव सर ने इस interview को किया है इसे देखने के बाद किसी को कोई confusion नही रह जाएगी।मेरी शुभकामना है जातिवाद को खत्म करने कि जो मुहिम ईस फिल्म और इस interview के द्ववारा चली है वो सफल हो। ईसे सफल बनाने के लिये मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगा ।और मैं आपसे आग्रह करता हुँ कि आप इसी तरह से जो अच्छी फिल्में या जो अच्छी बातें है जिसकी हमारी समाज को सख्त जरूरत उसे आप अपनी चैनल कि माध्यम से लोगो के सामने जरूर लावें धन्यवाद।जय भीम जय हिंद जय ललनटाप ।
I am a brahman and I support this
Bro apaki soch nek he
You need to support this..not becoz u r brahmn but still have sence of equality but you have to support this for only equality
तुम्हे पता होना चाहिए जान भी दे दोगे न फिर भी तुम ब्राह्मणवादी ही कहे जाओगे याद रखना
Pandey ji jai bhim
नो भीम नो मीम नो परसुराम ओनली राष्ट्रवाद
The whole extract of this interview is in last 5 minutes thanks for anubhav shina sir and gaurav solanki ji for making such a great movie..... Thanks.... Lallantop..... jai bhim
Great Movie ⭐⭐⭐⭐⭐....Thanks Saurabh and Gaurav for this interview....
I haven't watched this film but this talk has just moved me.
Being a Civil Engineer,I am really moved as to how "Manual Scavenging" is still continuing in 21st Century India and is earmarked for certain community!
Wowwww.... Great discussion.
We are proud of The Lallantop Team
बेहतरीन
अम्बेडकर हमारे हैं
यकीनन हम सब के हैं
बहुत-बहुत बधाई
💐🙏❤
Kaash aap jaisi soch sbki hoti Bhaiya ji
आपकी बड़ी सोच को सैल्यूट...
सरकार को अनिवार्य शिक्षा के रूप में संविधान के अनुच्छेद 15 & 17 के प्रावधानों को एक विषय में शामिल करना चाहिए ताकि सभी लोग इस बात को समझ सकें और समाज में समानता स्थापित हो सके।
साहब आप लोग महान है जो अपलोगो ने एक साथ बैठ कर जातिवाद के खिलाफ बानी इस फ़िल्म पर इतनी सालीनता के साथ एक सुलझा हुआ संवाद किया
मैं खुद एक दलित हूँ, वीडियो देखने से पहले या वीडियो देखने के 10-20 मिनट तक मेरा कोई ऐसा intention नहीं था की मैं इस पर कोई comment करूँगा परंतु जब बात #बाबा साहेब की आई और उनके आंदोलन को सभी तक पहुचने की आई तो हमे लगा की मुझे comment कर के अपना अनुभव बाँटना चाहिए।
मए कक्षा 3-10 जिस विद्यालय में पढ़ा वह मेरे सारे मित्र ब्राह्मण थे जब में 10 पास हो गया 11 व 12 के कानपूर गया तो वहाँ भी 80% मेरे मित्र ब्राह्मण समाज से ही थे।
बड़ा बुरा लगता था ये सुन के उनलोगो के मुह से की चमार है वो, किसी से गलत कम हो जाता तो वो सब कहते की चमारो वाले कम मत करो, मैंने कई बार उन लोगो को बताया की मेरे सामने ऐसे मत बोला करो लेकिन वो लोग नहीं मानते थे।
12वी के बाद मैं खुद उनलोगो से दूर हो गया और अब मै सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था और इत्तेफाक से यहाँ भी 60% मेरे मित्र ब्राह्मण ही है। परंतु इन ब्राह्मणों में और उन ब्राह्मणों में अंतर है ऐसा नहीं की वो लोग आज मेरे साथ नहीं है आज भी वो लोग मेरे मित्र है परंतु जब मैं उनके सामने #बाबा साहेब की बात करता हूँ तो उनलोगो को पता नहीं क्यों ऐसा लगता है की में एक ऐसे व्यक्ति की बात कर रहा हूँ जो उनलोगो का शत्रु है जबकि मेरे competition वाले मित्र मेरा और मेरे आदर्शो का सम्मान करने के साथ-2 उनको appreciate भी करते है। कुल मिला के निष्कर्ष बस यही निकलता है की सब लोग एक जैसे नहीं होते है कुछ लोगो कुए के मेंढक बने रहना चाहते है।
गांधी जी और नहेरू जी की तरह एजुकेशन में 1 पार्ट डॉक्टर भीम राव अम्बेकर जी का भी हो जिससे लोग अबेड़कर को जानने और जय भीम क्या है किसी को किसी से पूछने की जरूरत ना पड़े और संविधान का एक subject alag se ho
भाई नागरिक शास्त्र जो सामाजिक विषय में इतिहास और भूगोल के बाद पढ़ाया जाता है वह संविधान का ही एक हिस्सा है, जिसमें नागरिक के मूल अधिकार, अनुच्छेद तथा संविधान के बहुत से महत्वपूर्ण अंगों के बारे में पढ़ाया जाता है उत्तर प्रदेश में, और जगह का पता नहीं।
Hai already mpsc me constitution and polity naam se
Democratic nation me every thing possible q ki fundamental hi glt hai.
I support presidential rule .
Ankush chandna ...exactly
@@nishikadhiman3287 I think u also support presidential rule
एक समय था जब नाम के आगे जात लिखना बंद हो रहा था पर अचानक क्या हुआ कि सब आपस में बँट गए I like Lallan top show खास तौर पर किताब वाला
Ek ek baat sach Kahi hai Gaurav Sir Aapne...❤️🙏
बहुत ही शानदार...👌👌
बस आपने वो वाक्य नहीं बोला, की हर बार yes sir, yes sir, bolne se badiya he ki....
सबसे अच्छा वाक्य हे फिल्म में यह।
Who watched full interview??
मैंने देखी
फिल्म यदि नहीं देखी होती तो शायद यह बातचीत सुनना उतना अच्छा नहीं लगता लेकिन अभी कुछ दिनों पहले ही यह फिल्म देखी है और उससे पहले पढने -लिखने के साथ समाज को देखने -परखने के सिलसिले में कई बार इस तरह के सवालों से रूबरू होता रहा हूँ तो यह और अच्छी लगी. मित्र गौरव सोलंकी की कहानियाँ ज्ञानोदय और बाद में उनके संग्रह में पढ़ी -समझी हैं तो एक यह नाता भी था लेकिन फिल्म के बारे में और खासकर उसके कंटेंट को लेकर जिस तरह आप दोनों ने बातचीत की. बहुत ही अच्छी लगी. उम्मीद है इसी तरह देश के समाज में धीरे ही सही एक बदलाव की प्रक्रिया ज़रूर शुरू होगी...शुभकामनाएँ ...
सौरभ सर, आर्टिकल 15 के एक्टर और निर्देशक का भी जल्द इंटरव्यू लीजिए।
Wow, amazing train of thought / warm sincere disc from heart ,which create new inexpressible Society beyond JATIVAAD. Good luck.
हम पहले भी लड़ रहे थे और अब भी,, पहले अंग्रेजो से और अब जातिवाद से 😡
ᗷᖇITISᕼ SE KOᑎ ᒪᗩᗪ ᖇᗩᕼᗩ Tᕼᗩ 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
बहुत ही बढ़िया, जबरदस्त, जबरदस्त, आप की सोच, एक लाख सलाम। और गौरव जी को भी एक लाख सलाम। जय भीम।
Best film or best interview also......lallantop_doing great job.........
सौरभ जी और गौरव जी,आप दोनों ने जो भी बातें करीं उन बातों पर मैं बहुत बार बात भी किया दोस्तों में, पर अधिकतर लोग इसपर बात नहीं करना चाहते, पर आप लोगों द्वारा हुई चर्चा से कुछ एक बातें नई निकल के आईं जो सुनकर अच्छा लगा जैसे दलित आंदोलन फेल होता है अपने ही तबके तक बात पहुचाने के कारण और कोई जयंती या प्रोग्राम अपने तक ही सीमित रखकर, अगर भेदभाव मिटाना है तो हर वर्ग से बात करनी होगी,
जय भीम,जय सरदार, जय परशुराम, जय गाँधी, जय हिंद, जय भारत।
टैक्स फ्री होनी चाहिए, फिल्म आर्टिकल 15
आप दोनों सौरभ हस्तियों को सलाम । हमने आर्टिकल 15 देखी तो नही किन्तु आप दोनों की चर्चाएँ पूरी सुनी । लोगों की जिस तरह से आर्टिकल १५ पर ढेर सारी अनेकों सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ आ रही है उससे तो यह निश्चित ही स्वीकृति और मान्यता प्राप्त हो गई है/प्राप्त हो जाती है कि हमारे देश की जो जातिवादी समाज रचना है या व्यवस्था है वह कितनी अमानवीय और कितनी निन्दनीय है । यह फ़िल्म बहोत ही यथार्थ और सत्य घटनाओं और वास्तविकता पर ही आधारित है ।
आप दोनों ने अपनी चर्चा और एक दूसरे के साक्षात्कार में यह सिद्ध कर दिया कि आप दोनों ने अपने आप को पूरी तौर पर खुलकर इस विषय पर चर्चा करने के लिए रख दिया । औऱ इस देश की भयंकर, कलंकित बुराई से भरपूर दुर्भाग्यपूर्ण वास्तविकता की निष्पक्ष चर्चा की औऱ कोई ऐसी बात नही महसुस हुई जो ये दर्शाती हो की कुछ छिपाया जा रहा है या छिपाया जा रहा था या कुछ अतिशयोक्ति करके बयान किया जा रहा था या बयान किया जा रहा है या अपने अहम ego का दम्भ भरा जा रहा है । जो भी है बड़ी सहजता एवम सरलता से आप दोने ने वस्तुनिष्ठ (वैज्ञानिक) विश्लेषण कर objective analysis कर पुरी सामग्री को जैसी की वैसी पेश की ।
आप दोनों का बहोत बहोत धन्यवाद ।
मेरी उम्र ६८ वर्ष है औऱ बहोत बड़ा एक्सीडेंट हो जाने के वजह से औऱ चल नही पा सकने की वजह से यह फ़िल्म देख नही पा सका ।
आप दोनों सौरभ द्विवेदी औऱ सौरभ सोलंकी को बहोत बहोत बधाई । बस, इसी तरह के कार्य करते रहो और आगे बढ़ते रहो, आज देश को आप जैसों की जरूरत है जो समाज मे एक अच्छा बदलाव ला सकेंगे और चेतना ला सकेंगे ।
जनाब फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के एक गजल की आखरी कुछ पंक्तियाँ : -
"उठते भी चलो, बढ़ते भी चलो कि सर भी बहोत है बाजू भी बहोत कि अब तो डेरे मंजिल पे ही डाले जाएँगे, कुछ हश्र तो इनसे उठेगा, कुछ दूर तो नाले जाएँगे" ।
भारत का सँविधान जिंदाबाद । जय भारत ।
Friday I watched this movie & on Sunday I watched this video. You made me understand this movie much better and can say this movie is one of the best movie of the year.
Keep it up Team Lallantop
मैंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है... लेकिन आप दोनों की बातचीत में बाद फिल्म को देखने की प्रबल इच्छा उत्पन्न हुई है....
..
सौरभ जी, मैं आपकी शब्दावली का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ.... आप बधाई के पात्र हैं....
Jai bhim means rise against any type of injustice and strong believer in human and moral values
Thnk u
Very quality channel and journalism by Lallantop. I am Maharashtrian and live in London, I watch Lallantop regularly and I feel the quality of your journalism is way too high for any world class media. Please keep up the good work.
Regarding this video, when you mentioned the last incidence about the girl asking - what is Jai Bheem or rather people are unaware of our own constitution, I think it's our education system's fault. we should have our constitution studies in the secondary school where kids should know what our constitution is all about and that's when we will start the real educated generation because our constitution itself is the greatest constitution in the world.
Thank you very much for increasing the quality of journalism and media,
दलितों, महादलितों व अन्य सभी को भी बहुत बहुत प्यार, खुशियाँ, शिक्षा, रोजगार, अधिकार व सम्मान मिले। (वसुधैव कुटुम्बकम - समस्त ब्रह्माण्ड एक परिवार है)
Long live. Lalit.
Great think 💗💗
Shandar interview....बहुत सारी बाते सुनकर रोंगटे खड़े हो गए। सौरभ सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद
मुल्क के बाद अनुभव की समाज पे चोट करती हुई एक बेहतरीन फ़िल्म।
इसलिए बेहतरीन क्योंकि आज भैंसाली रोहित शेट्टी या करण जौहर जैसे लोग खाली box ऑफिस से अपनी जेब भरने में ही लगे है तब ऐसे विषय पर फ़िल्म बनाना और बीना हिचकिचाहट के अपनी बात रखना
Salue सर्
प्रिय सौरभ जी,
मैं विजय अहलूवालिया हूं .
आप मेरे पसंदीदा पत्रकारों में से हैं. इसलिए आपकी ज़बानी अपनी किताब ('बीतती सदी में' जिसमें पोलैंड की नोबेल पूुरस्कार विजेता कवयित्री, विस्सावा शिंबोर्स्का की चंद कविताओं के अनुवाद हैं) का जिक्र सुनकर बहुत अच्छा लगा.
यह देखकर और अच्छा लगा कि आपको ल केवल अनुवादक का नाम याद रहा बल्कि कविता की पंक्ति भी याद थी. इससे यह तो तय हो गया कि आप किताब का फ्लैप पढ़कर आलोचक बननेवालों में से नहीं हैं. जब बात चली है तो एक-दो बातें मेरी ओर से -
जिन लोगों को यह शिकायत है कि कुछ लोग रीसर्च जैसे कामों में उनके टैक्स का पैसा वर्षों तक बर्बाद करते हैं वे लोग ये प्रश्न क्यों नहीं करते कि हमारे नेता लोग किसकेटैेक्स के पैसे से विलासितापूर्ण जीवन जीते हैं, विश्व भ्रमण करते हैं, आजीवन पेंशन पाते हैं.
दुसरे यह कि क्या आप नेटफ्लिक्स के धारावाहिक 'Leila' पर बात करना चाहेंगे. दीपा मेहता का यह धारावाहिक जॉर्ज ओर्वेल के उपन्यास 1984 और सोल्जेनित्सिन के लेखन की याद दिला देता है.
धन्यवाद
साैरव जी आप कमाल हो.
निस्पछ निर्भीक .!
I like....the lalantop
This is the best conversation forever, i salute both of you. And thank you very much for openly discussing on Article 15 because i didn't expect this kind of discussion.
क्या बात है सौरव और गौरव भाई फिल्म आप लोगों के द्वारा सुनने एक नया अनुभव हुआ I am feeling more energetic than film
कहत तो लग जाहि धक से ... Just awsm❤
We support dalit community .jai bhim
Bhai sc st obc ...bhai hi h ek hi h ...
Matlab is movie k discussion mei b asa comment....Wah bhai Wah...isme b caste dal diya
I agree with you
I salute you sourabh sir...Aap ke vichar bohot hi nek h & Article 15 to best film h.
Kya conversation huwa yrrr.... ❤️
सौरभ जी बहुत ही सुन्दरता से आपने यह मुलाकात ली है और गौरव जी ने भी बहुत ही सरलता से खुले दिल से इसका प्रतिसाद दिया है । इस मुलाकात की वजह से सिनेमा को और समझना आसान हुआ, तथा आपकी अंतिम वार्तालाप से अंत॔मूख होने पर मजबूर कर दिया ।
धन्यवाद ।
फिल्म "आर्टिकल -15" असमानता के हर एक पहलु को बारीकी के साथ दिखाने की कोशिश की गई । बहुत अच्छा लगता ये देख कर की बॉलीवुड में कोई तो है ,जो अश्लीलता ( नग्नता) दिखाने की बजाए कुछ दिखाने की कोशिश की।
।।।।
सर, आपसे अनुरोध है.... कृपया ,रेप क्यों हो रहे है, इसकी क्या वजह है हर दिन ये बढ़ते क्यों जा रहे है.....इस पर एक विडियो जरूर से जरूर बनाए।।।।
मुझे लगता है समाज को परोसी जा रही नग्नता है ( मनोरंजन के नाम पर ,अपनी स्वतंत्रता के नाम पर ,और हर तरफ,,)
क्या ये सही है 9 महीने की बच्ची के साथ रेप...सही है तो बहुत बुरा है....
Link...m.facebook.com/story.php?story_fbid=2139403489502709&id=100002992353836¬if_t=feedback_reaction_generic¬if_id=1561833994781239&ref=m_notif#
आदरणीय सौरभ व गौरभ जी मैं आप दोनों को आपके सकारात्मक सोच व विचारों के लिए बहुत बहुत बधाई |
फ़िल्म अपने आप में बेजोड़ है और मेरी दृष्टि मैं यह जातिवाद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण वर्तमान सामाजिक स्थिति, विशेष कर शासक वर्ग - सामान्य पुलिसकर्मियों की सोच, समझ, व्यवहार, व संकीर्ण असंवेदनशील मानसिकता के भयंकर रूप को दर्शाती है । यह भारतीय वैदिक मानवीय चिंतन, सोच, संस्कृति के अनुरूप नहीं है।हमारा 1 हज़ार वर्ष का अमानवीय विदेशी शासन व स्वतंत्रता के बाद वही सोच , क़ानून व्यवस्था, परम्परायें व वही शैक्षिक व ग़ैरशैकक्षिक संस्थाओं को जारी रखना, संविधान को पश्चिमी मान्यताओं के अनुरूप अंग्रेज़ी में लिखना , उच्च न्यायालयों की भाषा भी अंग्रेज़ी में ही रखना एक बहुत बड़ा अभिशाप था और है। अब हमारा शासन अंग्रेजों की जगह अंग्रेज़ी पढ़े लिखे वालों का निरंकुश बोलबाला है। वही सभ्यता वही सिस्टम। वही जातिवाद वही पश्चिमी ,शिक्षा विषमता की जड़।अब भारत की जगह इंडिया हो गया है।
Even today the average year is of the schooling in the country is just five years, against 10 in the developed nations. About 94% of our population still in unorganized sector, barely 3% of population pays taxes. We still have thousands of schools without or with single teachers.
There is complete linguistic imperialism, linguisticsubjugation, linguistic servitude, linguistic annihilation , turning as factories suppling skilled labor to mother countries.
7
जातिवाद ही दोषी है। यह सत्य है। इसको ख़त्म करने की ताक़त, सहूलियत और नैतिक ज़िम्मेदारी तथाकथित उच्च जातियों की है। बाक़ी जातियाँ तो Receiving end पर हैं।
सत्य और तथ्य इसका उलटा है। ये तथाकथित receiving end वाली जातियां ही अपने स्वार्थ के लिए जाति व्यवस्था को न सिर्फ बनाए रखना चाहती हैं बल्कि इसे मजबूती भी प्रदान कर रही हैं। receiving end पर तो सच में *तथाकथित ऊंची जातियां* हैं।
Sir our Indian society needs educated, dynamic, patriotic people just like you who can discuss about any topic freely and logically
Ab tak ka sabse best topic
सर फिल्म तो मैने अभी नही देखी लेकिन इसकी चर्चाएं बहुत सुनी है।
लेकिन आप दोनो महानुभाव के वार्तालाप से ऐसा लगा जैसे मैं फिल्म देख रहा हूँ।
यह फिल्म बहुत ही अच्छी है।
भारत देश का युवा इस फिल्म से जरूर सीख लेगा।
जो लोग हमें जाति, धर्म,सम्प्रदाय, उच,नीच के भेदभाव करते है उन सभी को आर्टिकल 15 से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
और एक नए भारत का निर्माण होगा।
जय हो सौरभ, गौरव एवं अनुभव जी।
इसी तरह समाज को सच्चाई का आईना दिखाने में आप सक्रिय रहेंगे।
यह फिल्म बस नही एक समाज सेवा भी जो कि गुमराह लोगो सही राह एक सच्चे भारत के निर्माण मे अहम भूमिका निभाएंगी।
Pls go and watch it today
जो पंडित तुम्हें मंदिर में नहीं जाने देते"
"वो पंडित तुम्हें स्वर्ग" में कैसे जाने देंगे??"
फिर भी आप 'ब्राह्मणों' को "दान" देने में लगे हो.
*- बाबा साहेब डा. भीम राव "अंबेडकर"*
👍👌
@Pawan Mishra Ab kar lo daan ke sahare naa jine ka dhong.. ye jo tamam jamin jayadat bani e, tumhe kya lagta ke tumhare purkho ne hal chala kar banai hai..! sab raja zimidaro ki chaploosi or garibo ko Narak ka darr dikha ke hi bani hai.. vese v main tumhe dosh nahi de raha main toh un garibo ko keh raha hoon kyon ese bhagwan ke piche lage ho jo kabhi tumhare haq ki baat hi ni kar ke gaya. Koi devta toh ho koi ved to ho jo insaan ko insaan kahe.. ab keh ke tune koi ved padha v hai last hatiyar tum loggo ka. Toh haan maine padha hai.. i am M A in history.
@Pawan Mishra दोस्त दिल पे हाथ रख के बोल तेरे घर में कभी भेद भाव नही हुआ, ओर तूने नही देखा कोई मंदिर जहा शूद्रों का आना निषेद है लिखा नही देखा । रही प्रकृति की बात तुम्हे प्रकृति ने ब्राह्मण बनाया है ? तो तुम कही और जगह से क्यो नही निकले वही छेद से क्यो अये जहा से सब निकलते है। मेरे घर मे कोई पेग नही लगाता हर पंजाबी शराबी नही होता। 80% ब्राह्मण गरीब। व्हाट आ जोक। सारे उच्चे सरकारी स्थान ब्राह्मणों के कब्जे मे। सुप्रीम कोर्ट से लेके गजटेड पोस्ट तक। ओर रिज़र्वेशन की बात - 5000 साल से दान और मंदिरो पे किसको रिज़र्वेशन था ?
अच्छा है दोस्त दबा लो इन लोगो को वरना RSS सोचती है विद्रोह मुस्लिम, नक्सली, खालिस्तानी, तमिल करे गे । ध्यान रखना विद्रो यही दवे ओर कुचले लोग एक दिन इन पॉलिसियों से उकता कर करे गे। तब होंगे इस देश में सब पवित्र।।। बस उस दिन का इंतज़ार है जिस दिन से यह बन्द हुए मुह खुले गे ओर हक़ मांगे गे नहीं गला पकड़ कर छीन लेंगे। ये अराक्शन तुम्ही लोगो की देन है ना पूना पैक्ट समझौता होता ना रेसर्वशन होती। होने दिया होता एक ओर टुकड़ा 47 मे तुम्हे भी सबर आ जाता यह लोग भी सुखी रहते। खेर देश में रहते है तो देश से प्यार है। नही चाहते ऐसा हो सब मिलके रहे, पर कोशिस दोनो ओर से होती है। लेकिन यह तब होगा जब यह देश सच में सिर्फ हिन्दुओ का ना होके सेक्यूलर होगा। इंसान को इंसान समझा जाये गया। वार्ना विद्रोह तो होंगे। दुआ करो ना हो। थोड़ा तुम बदलो थोड़ा हम । ओर हाँ राजा बनाना ही क्यों है।। ज़य हिंद।।
@Pawan Mishra तुम कत ब्राह्मण हम कत सूद,
हम कत लौहू तुम कत दूध,
जो तुम बाभन बाभनि जाया,
आन घाट काहे नहि आया।
महात्मा कबीर साहब ब्राह्मण के अभिमान यह कहकर तोड़ते हैं कि अगर तुम उच्च जाति के खुद को मानते हो, तो तुम किसी दूसरे मार्ग से क्यों नहीं आए ? इस प्रकार कबीर ने समाज व्यवस्था पर नुकीले एवं मर्मभेदी अंदाज से प्रहार किया। समाज में व्याप्त आडंबर, कुरीति, व्याभिचार, झूठ और पाखंड देखकर वे उत्तेजित हो जाते और चाहते कि जन- साधारण को इस प्रकार के आडम्बर एवं विभेदों से मुक्ति मिले और उनके जीवन में सुख- आनंद का संचार हो।
I saw this movie and now realize that its really awesome to show this issue into entire India
Wah kitna acha Boyle h saurbh bhai...bahut hi sundar patrakarita...
#Jay Bhim
Behad sahi kaha is shabd ke baarey mein
Saurabh sir you and your team are great.
I like your channel.
'Article 15 ' saandar movie h.
सौरव जी आपका प्रयाश बहुत ही सराहनीय है अपने बहुत ही खूबसूरती से अपनी बात रखी है।
You are one of my favorite journalists. There is nothing to criticise in the movie and in this interview as well. Thanks
बहुत ही अच्छी बातें है sir ji मैंने आपकी बाते बहुत ही रूचि से सुनी है।।। best aartical15।।। best lallntop... Sweet shaurbh ji... Jai bheem jai bharat
मेरा मानना यह है कि यह सारी जातियां जितने भी बनाए हुए हैं पहले की इन सब जातियों में चमार शब्द कि ज्यादा से ज्यादा बुराई होती है चाहे वह ब्राह्मण हो या कोई और हर बात पर चमार शब्द का गलत तरीके से उपयोग करते हैं जरूरत है ऐसी फिल्में बनाने की जो समाज में निजी बातों को पर्दे अच्छे से उतारे और समाज को एक नई दिशा दिखाएं
True
Article 15 film लिखने वाले Gaurav Solanki जी, सर आपने बहुत उम्दा स्टोरी लिखी है, आपकी समझ बहुत गहरी है, जो की एक स्टोरी रायटर मे होना चाहिए I जातिवाद पर आपकी समझ बहुत गहरी है, जातिवाद का घिनौना चेहरा और दलित समाज की बेबसी, इस फिल्म के माध्यम से दिखाने की जो कोशिश की गयी है वह बहुत ही सरहनीय है I बहुत समय बाद एक अच्छी मूवी देखने को मिली, Article 15 एक बेहतरीन मूवी है, इस मूवी को सबको देखनी चाहिए I अनुभव सिन्हा जी का डाइरैक्शन बहुत ही उम्दा है I आप दोनों को भविष्य के लिए शुभकामनाए सर I
साथ ही दी ललनटॉप और शौरभ जी को भी बहुत बहुत शुभकामनाए I जय भीम जय भारत I
Really a great movie, our society need changes. We are totally divided on the basis of religion, caste, class........... we can think of uneducated person but when a educated person talk about that all really bhut bura lgta, we will have to unite, at least youths but they are also getting trapped into this, we have to understand this that we all are indian and nothing is above it.
Stop all this, live friendly and share love.
🇮🇳🇩🇮🇦🇳
Jai Hind
Saurav Bhai apka bhut bhut dhanyawad Jo Apne gaurav Bhai ka interview liya ham BHI Jaan na chahte the ...kis trah movie Bani h ..or anubhav sir ne or gaurav Bhai ne to Dil jeet liya ...
मुझे क्यों ऐसा लग रहा है कि सौरभ भैया आज के 10 साल बाद डायरेक्टर होंगे।😋😂
Han mujhe b lagta hai
सौरव जी व गौरव जी आप दोनो बहुत बहुत धन्यवाद और फिल्म को उद्देश्य सहित प्रेशित कर जो आपने मेरे दिल को छू लेने की हद तक खुशी दी है बहुत ही अच्छा लगा ।आपने जो समाज को एक आयने के सामने खङे करने की एक सफल कोशिश की है, वो बहुत ही सराहनीय है ।। आपका आभार प्रकट करता हूँ । मै बता दूं कि मैं स्वम को एक सिर्फ इनशान मानता हूँ इसके अलावा नही ।।
इस जीवन म जातीवाद खतम हो ये मेरी तमन्ना है ।। मै स्कूल के समय से ही कहानी व कविता लिखता हूँ ,भगवान् से प्रार्थना है कि एक आप दोनो से मिलने का अवसर जरूर दे।। आप दोनो का धन्यवाद ।।
सर जातिवाद पर जो song बन
रहे हैं उन पर क्या कहना है आपका और popular भी हो रहे हैं
Discussion topic, way and point of view of Gaurav & Saurav.....Sadke jaaon. Excellent keep it up
सौरभ त्रिवेदी और गौरव सोलंकी दोनों को मेरा सलाम ।
भाई सौरभ त्रिवेदी जी आप ब्राह्मण है फिर भी आप सिर्फ मानवता की बात करते हैं ।
मैं लल्लन टोप पर आपको बहुत पसंद करता हूँ ।
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनाएं एवं मेरा सलाम ।
Two very fine gentlemen........what joy to hear them comment and deconstruct "Article 15" the movie.
Dwivedi
You should also watch Rajnikanth Starrer Kaala
🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣 abhi sidhe surname Se 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣 🤣 🤣🤣 🤣 🤣 🤣
@@nkb6905 But it is very sad that it did not get what it deserves. Within few weeks all the cinema halls removed it.
सौरभ और गौरव बहुत ढंग से Article 15 की विवेचना की जो अंश दुविधात्मक थे वे पूर्णतः स्पष्ट हुए.. बेबाकी से सारी बातों पर चर्चा हुई खास तौर पर जब आप लोगों ने कहा यह देश भी एक घर है असहमति में भी आदर से परिचय देना चाहिए.. फ़िल्म का मिजाज़ सराहनीय है. समाज में एेसी फिल्मेंआने की आवश्यकता है
Father of nation should be baba saheb Dr. Bheemrao ambedkar
सौरभ जी आपकी बातचीत आम लोगोके जैसी साधी और सरल अपनी लगती है।
तो क्या SC/ST/OBC 85%अबादी Tex नहीं देते
15%वाले ही Tex देते है कमाल है
कितना ढोंग पाखंड है जाने और कितना बढ़ेगा
Maine Kal Pune me, multiplex me ye movie dekhi, poora hall youth viewer se bhara tha ,aur pin drop silence tha wahah.
Shayad log dekhne ke sath use mehsoos bhi kar rahe the.Agar unme se 2/3% ko bhi isse sabak/ siksha mili ho, to ye movie sarthak ho jayegi.
👏👏👏👌👌 koti koti badhai aisi film banane ke liye. Ek purani film' PAAR' ( naseeruddin shah,Shabana azmi, mohan aghase ,om puri...)ki yaad dila di.
सौरभ जी आपका अनदाज-ए-बयां बहुत जबरजस्त है
रवीश कुमार जी के बाद हम आपको बहुत पसंद करते हैं ||
Tu Ravish Kumar ko Pasand karta hai chutiye ho
rabbish nhi saurav hi sahi he
🌶️😜
Good presentation and review , thanks
Happy independence day America. The real free nation on earth.
Being a part of this great nation I have only one word to say *INCREDIBLE*
LONG LIVE AMERICA 🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸🇺🇸
happy 4th of July ❤❤
And Thank you for everything
बहुत बढ़िया Interview है।
The film is very good and give the responsibilities to the upper cast of the society. Thanks for making such a good movies.
जब तक भारत में द्विवेदी जी गुप्ता जी जाटव जी यादव जी का सम्बोधन जिन्दा है तब तक भारत भी पिछड़ा ही रहेगा .और आर्टिकल 15 की समता का कोई महत्व नहीं रह जाता है ...और भारत आज के समय में महान कैसे हो सकता है
singh singh thakur bhool Gaye
ha ha ha..... kya sach me j0 jaatiwad ka wir0dh karaten hai w0 jaatiwad k0 khatm karana chahaten hai. Sach me diI se batana yar0n. kya antarajatiye wiwah sahi hai.
सम्बोधन से कया होगा
दुसरो को भी मेघवाल जी ् हरीजन जी ् कह कर बुला सकते हैं
बराबर हो जायेगा
ह
@@rakubhadu3862 sach m Bhagwan kasam boliyega dilse..... Agar aap harijan hote to????
Best Interview... Transparent Media...
Bollywood ki ab tak ki sabse best movie h #artical 15 ....great movie thanks for #anubhav sinha and #aayushman khurana hats off sir
I hope aage bhi esi aur movie banaye
सबसे अच्छा भाग लल्लनटॉप का ।
आभार पूरी टीम का विशेष सौरव जी का।
The Reality of india... super movie... karni Sena ko pehle film dekhni chahiye...baad me kuch krna chaliye. Aandhbhakti nhi
Bhayanak he jaativad
Do subscribe Bro ☺️
Self hating Indians Tarzan saving the natives
Mohammad Ali once said that he used to cheer for Tarzan patronizing the natives when he got older he realized that Tarzan was the white savior because the natives are too stupid this is JS mils position
Nothing wrong with bringing forth the evils of society it is the agenda of reformation brought forth by Bob Dylan not Savarkar this is the problem and I love Dylon and have seen him in concerts but he is not India’s savior Savarkar is
Jai bheem
Jai Savarkar he fought against jaativad why is his name never mentioned
English school graduates have a built in prejudice towards Indian epistemology and ontology their solutions are always looking up to the white man that includes Europeans and Arabs
Yes abolish caste system as Savarkar said but you will let the white man teach you
Have a cultural revolution like China did get off the high horse of pseudo democracy based on British constitution this however is not the movie’s agenda the movie was made to because of Hindu hatred and it will have repercussions as anti Islamic movies wil come and athat point theocrats like Sinha will cry fouls
बहुत ही सुंदर विश्लेषण किया है इम्प्रेसिव। लल्लनटाप पर इतनी खूबसूरती के साथ गहराई तक जाकर बातों को समझा या समझाया जाता है मुझे उम्मीद नहीं थी मैं सच में बहुत प्रभावित हुआ हूं। साधुवाद।
Anubhav Sinha Ko expect kr rhe the yaar koi nhi ye bnda bhi kaafi Shi public hai
सौरभ भैया लेखक का साक्षात्कार देख कर बहुत अच्छा लगा। इस अंग्रेजियत के समय में हिंदी भाषा का इतना प्रयोग मन में सुखद एहसास उत्पन्न करता है। बहुत अच्छा आपकी मेहनत देख कर अच्छा लगता है। शानदार, ज़बरदस्त, ज़िंदाबाद!!!!
Artical 15 great movie...
&Good interview ..
I was waiting for this, thank u Saurabh ji, making it so relatable and real
Kin kin dosto lo article 15 pasand aai
सौरभ जी बहुत अच्छे विचार हैं आपके और आपने बहुत सुन्दर बातचीत की ।
Biggest fan of sourabh drivedi
And also ravish kumar
बहुत बढ़िया ❤👌👏👍👍