Maine aaj 56 years ke baad yeh geet sung hai bahut anand mehsoos kiya . Bahut meaningful shairy sahir ki kable tareef hai . 1964-65 main main 18-19 saal ka tha jabb iss ka impression kuch kaur thha Aaj 79 year ki age main shayri ki depth Bahut saqoon deti hai. TH-cam aap ka shukriya purai yaaden khoobsoorti se bayaan kiya bayaan kar rehe ho.
ईश्वर तक पहुंचने के अनेक मार्ग हैं । इस विषय पर सदियों से अनेक तर्क वितर्क धर्माचार्यों द्वारा किये जाते रहे हैं । असलियत जब भी निकलकर सामने आई ,तब तब ये धर्माडंबर खोखले ही निकले । साधारण रूप से जीवन यापन करते-करते, अनुशासित रहकर भी ईश्वरीय शक्ति की भक्ति की जा सकती है । अनेक कुकर्मों के पश्चात जगत को धर्मोपदेश देकर महान बनना हास्यास्पद ही प्रतीत होता है ।
संसार से भागे फिरते हो, भगवान को क्या तुम पाओगे..... गाने की शुरुवात इतनी अच्छी है की संसार मे रहोगे तो ही भगवान को पा सकते हो,भगवान को पानेके लिये संसार छोडणेकी जरुरत नाही.
इस गीत को मैं जितना बार सुनता हूँ एक अजीब सी फिलिंग आती हैं, और बार बार उस गीतकार को नमन करता हूँ जो इस प्रकार से गीत के माध्यम से बहुत सुंदर दर्शनशास्त्र का वर्णन किया है
आप बिलकुल सही फर्मा रहे है | जैसे हम वैसी फिल्मे, हमने संस्कार छोडे तो फिल्मे भी भटक गायी | आज जरूरत है व्ही. शांताराम, भालजी पेंढारकर, B R चोप्रा, ताराचंद बडजात्या जैसे निर्माताओ की |
Why sort people by their faith, rituals or skin colour ? Science of Humanity called Anthropology is as old as the Universe ,carbon dating is approximation at best of times , DNA mapping is inadequate , Number Theory , Euclidean Algorithm help us to discover yet unknown Primes. How to discover, test, largest co-primes, 29, 31, delightfully easy to spot ,though? Science , knowledge , Humanity is self-replicating ,self similar process ,cosmology or invented Lexicon will never do.
All Muslim India, Pakistan & Bangladesh Muslim ancestors were Hindu. Today they prayer is different. Mind set is different. All is happening because of Moghal & Europeans atyachari.
अद्भुत मानवीय मूल्यों पर आधारित जीवनशैली को भूत , भविष्य,वर्तमान,पर आधारित संगीत की रचनाकार की कलम शैली को प्रणाम। अर्थात इससे भी अधिक वन्दनीय,स्वर सगींत का आवाज़ देने वाली, मां सरस्वती जी की परम भक्ति में सराबोर लता मंगेशकर जी को शत शत नमन।। कलाकार की कंठ कला का दूसरा नाम , लता जी।। आपका शुभचिंतक,, कविराज,, संगमलाल गुप्ता उर्फ संग्रामसिंह ब्लाक अध्यक्ष बहादुर पुर प्रयागराज कांग्रेस पार्टी यूपी।।
बहुत खूब 'अपमान रचियता का होगा रचना को अगर ठुकराओगें' दो शब्दो में साहिर साहब ने वो बात कहदी जो बड़े बड़े ऋषि मुनि नहीं कह सके । नमन साहिर साहब को, संगीतकार को, गायिका को, मीना जी को अशोककुमार व फ़िल्म के हर उस शख्स को जिनकी कला ,मेहनत ने इस गीत को कालजयी बनाया।अद्भूत गीत
आपने खूब कहा. आपने नोट किया होगा कि गीत की पंक्ति में जहाँ मोहरे है शब्द आते है वहाँ मीना कुमारी नें जो भाव प्रदर्शित किये है अद्भुत है. अपने हाथ से ठप्पा लगाती है और पूरा शरीर में झटका देती है जबरदस्त अभिनय है. बौद्ध दर्शन की निरर्थकता को उजागर कर देती है. अफ़सोस अब ऐसे फिल्मकार ही नहीं रहे. कम्युनिस्टो नें सेकुलरिज्म के नाम पर कॅरियर वादी शिक्षा प्रणाली बना कर भारत की अद्भुत संस्कृति का गला घोंट दिया है.
Vakai yah geet. Vartman nafarati mahoul. Me. Sabako sunana chahiye great hai Meena Kumari ji great hai vo sab log jinhone. Yugantar. Geet ki rachana barson pahale likh Dali thi. Koti koti naman
कितना अर्थपूर्ण और उस पर सोने पर सुहागा लता जी का मधुर स्वर.. वाह !वाह! मैंने बचपन में देखी थी यह फ़िल्म, अभी हाल ही में दोबारा देखी.. कितना अच्छा सन्देश देती है..ऐसे महान कलाकार और ऐसी फिल्में अब कहाँ?
सुन्दर. अप्रतिम. इस गीत से जुड़े सभी लोगों को बहुत बहुत धन्यवाद. हमें गर्व है कि हमें अपने जीवन में इस सब लोगों का साथ मिला. और मीना जी के अनुसार हम जनम ख़ुशनुमा अंदाज में बिता कर जायेंगे. सिर्फ 38 साल की जिंदगी में मीना जी इतना कुछ कर गईं जो कोई भी कई जन्मों में भी नहीं कर सकेगा . 🙏💐
Sahir Ludhyanvi Sb. Ka Kalam. Awaz ki Qween Lata Mangeshkar ki Sureeli Awaz Aur Dada Muni Ashok Kumar Aur Trezdi Qween ke Dil ko Jhakjorne Aur Dil ko Choo Lene Wale Dialog Aur Adakari. Is Gane ko Amar kar Deti hai. Jai Hind
यह गीत अगर उन साधू संन्यासियों को सुनाया जाए जो अपने आप को संसार से विरक्त मानते हैं। वे इस खूबसूरत विचारधारा से पूर्ण गीत के आगे घुटने टेक देंगे।👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sansar se virakti means what ? Do you think, they have become unconscious of sansaar? It is rather They are conscious of everything & see the whole world as their own expanse . Saadhu ko saadhu hokar hi samjha ja sakta h... aise hi faaltu bol kar nhi.
Bhai, dharm to ek hi hota hai aur aadi kaal se ek hi hai - haan, samay samay par maanav jaati usse bhool jaati hai. Buddha, Isa aur Muhammad sareekhe mahapurush, apne apne yug mein, alag alag bhashaon mein satya ka marg prakashit karte hain 🙏
This is beauty of Sahir Saab . Jo bat bade bade sant mahatma btate hain vo ek line me bta dete hain... All time greatest....and ofcourse lataji and Roshan are at best
AAJ BHI YAH GEET KO LOG BADI PASAND KARTE HAI YAH GEET KI KHUBI SAHIRJI RAOSHANJI LATAJI AUR MEENA JI NE KOHINUR RATNA BANA DIYA UN DIVANGATON KO MERA SAT SAT PRANAM JAI SRIRAM
Meena kumari ji ke alava koi bhi is apratim sundar gane ko murt roop nahi de sakata tha. Unke abhinay samarthya ne us unchai par lakar rakh diya is gane ko jaha par uski sahi jagah hai. Apratim sundar song by Sahir Ludhiyanvi sahab, very beautifully acted by non other than the most telented and beautiful Meena ji.😘😘😘
प्रेम और वासना , यथार्थ और कल्पना,मोह और त्याग कितनी भी मंथन किया जाय यह सही रूप में कलाकारों के माध्यम से गीतकार ने उपन्यासकार के भाव कोउद्गगार किया है, सराहनीय है।
स्व. भगवतीचरण वर्मा के अमर उपन्यास चित्रलेखा का जो दर्शन है , उसकी जो फिलॉसफी है , वह सब इस एक गीत में समाहित है। यदि आपने यह उपन्यास नहीं पढ़ा है , तो इस गीत को ध्यान से सुनिए। साहिर के इस गीत में पूरे उपन्यास का निचोड़ है ।
भारतीय धर्म, समाज , कर्म पर इतना सुंदर गीत शायद ही कोई और होगा। यही भारतीय दर्शन है। गीतकार, संगीतकार, कलाकार सब अनुपम, अतुलनीय है। ऐसे गीत युगों में कभी कभी बन पाते हैं।
इस अभागिन को काबिलियत के मुताबिक मुकाम नहीं मिल पाया मगर मानवता की मिसाल और कला की साक्षात प्रतिमूर्ति !! ...नाम था जिसका .... .......मीना कुमारी ..!! 💐💐
ईमानदारी से सलाम, तत्कालीन फिल्म चित्रलेखा के निर्माता-निर्देशक, संगीतकार रौशन, गीतकार साहिर और टीम को । उस समय फिल्म जगत के सभी लोग शोध कार्य से कुछ भी कम नही कर रहे थे ।
Shahir sahab..is legend geet ke geetkar hn...slaam sir...hindu soch.. antr mnn ka itna gyan ..to kyee hindu bhaiyon ko bhi nhi hoga.. Sahir sahab ko is geet ko AMAR kr diya diya.
परम आदरणीय साहिर साहब गीत की रचना 60 वर्ष पूर्व की गई किन्तु जो भारतीय समाज एवं धर्म के प्रति आध्यात्मिकता की जो मिशाल प्रस्तुत की गई है वह अजर और सदा अमर रहेगी।आदरणीया मीना जी एवं अशोक कुमार जी को शत शत नमन।टीकमगढ़ मध्यप्रदेश से बी एल चौरसिया।
Nobody Comes anywhere near her In talent beauty intelligence and above all Kindness.. So vulnerable.. And soft hearted.. All took advantage of this beautiful actress... Hindustan ki Sabse bada adhakara... 💜😊🎊 🙇
जीवन के गूढ़ सिद्धान्तों को साहिर जी ने अपनी कलम से क्या बेखूबी से पिरोया है, उतनी ही शिद्दत से रोशन जी ने इसे अपने मधुर संगीत के रस में ढाला है। स्वर कोकिला लता जी ने इस गीत को गा कर अमर कर दिया। चित्रलेखा एक बेहतरीन फ़िल्म जिसमे सभी कलाकारों ने अपने चरित्रों को बेखूबी जिया है चाहे श्री अशोक कुमार जी, मीना कुमारी जी महमूद साहब और प्रदीप कुमार जी व अन्य कलाकारों के अभिनय से यह फ़िल्म आज के इस दौर में भी अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस फ़िल्म के सभी कलाकारों लेख़क, निर्देशक, गीतकार व संगीतकार को मेरा शत शत नमन।🎉🎉🎉🎉
साहिर लुधियानवी जी कलाम और मीना कुमारी जी अशोक कुमार जी की आपस की बात चीत सुन्दर,,और लता जी की आवाज़ मैं ज़िन्दगी की हक़ीक़त खोल कर रख दी बेहद खूबसूरत हसीन नगमा,
ये पाप है क्या ये पुण्य है क्या रितो पर धर्म मोहरे हैं हर युग बदलते हैं धर्मों को अपने आप तुम केसे आदर्श बनाओगे बहुत सुंदर शब्दों को चयन किया है कुल-मिलाकर सुनने में बहुत अच्छा लगा
She was incomparable, I loved her in this, Pakeezah and Sahib BIbi and Ghulam most, her star shone brightest when she played rebellious and empowered characters.
सच है जीवन में योग और भोग का संतुलन ही ईश्वर साक्षात्कार में सहायक है। धर्म के स्थान पर अध्यात्म ही जीवन को संतुलित कर उच्चत्म लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक है। साहिर साहब की लेखनी में उनके उच्चत्म आध्यात्मिक ज्ञान का संकेत मिलता है।
किदार शर्मा जी ने बहुत ही सुन्दर गीतों से सजे इस फिल्म का निर्माण किया था। साहिर और रोशन के शब्द एवं संगीत के साथ-साथ गायक गायिकाओं के मधुर स्वर, श्रोताओं को आज भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
जीयो हजारों साल साहिर साब । जीवन दर्शन पर इस से सुंदर गीत हो ही नही सकता । जहां मनुष्यों की सोच खत्म हो जाती है वहां से आपकी कलम की जादूगरी शुरू होती है । इसलिए आपको साहिर (जादूगर) कहते हैं । मैं आपको हिरदया की गहराइयों से कोटि कोटि प्रणाम करता हूं ।
रचयिता ने जो रचना की है उसे ठुकरा ना तो पाप है ही पर उस रचना को बनाये रखने के लिए भी मनुष्य को एक मर्यादा मे ही रहना पडता है.... बस इस गीत के जरीये इतना जान लेना ही काफी है.. एक कालजयी रचना..
एक बहुत ही सुंदर प्रस्तुति है जो धर्म और समाज को रहा दिखा सकती है जीवन की सही रहा चलना सिखा सकती है जो कोई मानता है नहीं मानता है सबको जलसा सकती है जय श्री राधे राधे
इस गीत को मैं जितना बार सुनता हूँ एक अजीब सी फिलिंग आती हैं, और बार बार उस गीतकार को नमन करता हूँ जो इस प्रकार से गीत के माध्यम से बहुत सुंदर दर्शनशास्त्र का वर्णन किया है साहिर लुधियानवी को सलाम। उनका हर गीत जीवन दर्शन से भरपूर है। यही तो विरासत है इस देश की।जीवन दर्शन की सुन्दर प्रस्तुति।
She was 34 year old when movie is released. Sahirjee and Roshanjee's philosophy She has embibed in Her voice. These 3 and puppety movements of Meenaji all are unique. While singing "हम जनम बिताकर जायेंगे" she plucks the petals of rose....
"....embibed in Her voice.... puppety..."? Buy English-Urdu-Hindi Dictionary to master English, first. Why think in Hindi to try writing in English? This is post colonial scenario of Indo-Pak subcontinent we defaced tribal languages, Hinduised other ethnic culture. This is done unknowingly except by silent linguists of Indo-Pak subcontinent." Azadi" is curse in disguise ,frankly.
SAAHIR is indeed the PYAASA of this world 🙏😭😫 What writing yaar !!! Ek LATAJI jo gaali bhi dengi, toh bhi aansoo niklenge humaare, aur ek yeh SAAHIR BHAI !!!!! 😭😭😭😭😫😫😫😫😫😫😫
फ़िल्म चित्रलेखा का गीत "मन रे तू काहे न धीर धरे" पूरा गीत सुने,और गुरुदत्त की फ़िल्म प्यासा का गीत "बिछड़े सभी बारी बारी" दोनों में एक ही फिलॉसफी है पर है यह जीवन की अटल सच्चाई। साहिर लुधियानवी का कोई जबाब नहीं हृदय से साधुवाद इतने बड़े जीवन दर्शन की सरलतम व्याख्या
You have a keen sense of observation. There are many captivating moments like this in the song. I must have watched this song more than 1500 times since I uploaded it. Each time I am left with awe and fascination. Meena Kumari is just fabulous. Music and Lyrics are unbeatable. In the opening scene the rhythm of the music matches with her walking. She is mocking at AK for his presence. Yet, she is so respectful. Again after AK's response about his Sadhana, despite her humility, she changes her expression and is firm and resolute in her reply about her Dharma. The verse in the yellow flower scene is fantastic. Again, in the end when she breaks the rose petals her walking and expression is great. Thanks for the comment!
सचमुच .. जितनी बार ये गीत सुना है उतनी बार एक अलगसी भावना मन मे आती है .. त्रिकालाबाधित सत्य ( universal truth) इस गीत मे बताया तो है ही , पर इस गीत की मधुर आवाज , एक अनूठा संगीत, इस गीत मे बजने वाला हर वाद्य इस गीत को एक अलग उंचाई पर ले गया है,.. जहा पर ये गीत चित्रित हुआ है , वह महल , मीना कुमारी की पोशाख, अशोक कुमार का पोशाख ... जैसे ये सब कही सच मे हुआ था. .. ऐसी प्रतीत होता है ... और उस वास्तव का हम भी एक हिस्सा है ... ऐसी भावना मन मे आती है. .
What a great actress dialogue delivery is incomparable Meena Kumari was great artist and Asok Kumar and Pradeep Kumar were equally good. Very good movie . Lyrics of the song is pure gold.
Meenakumari ki jabardast acting aur diologue delivery. Aaj bhale hi visually isse behtar film bab jaaye lekin usme aatma dalne waale kab ke chale gaye.
....हर युग में बदलते धर्म को.....धर्म हर युग में नहीं बदलता, सिर्फ रीतिरिवाज समय के साथ बदलते है, क्योंकि समय के साथ सामाजिक स्थिती बदलती रहती है! ....ये भोग भी एक तपस्या है..... ये गलत है! अगर भोग तपस्या होती तो भोगी इन्सान कभी नहीं भटकता; भोगी इन्सान से ईश्वर या मोक्ष हमेशा दूर ही रहते हैं! .....अपमान रचयिता का होगा, रचना को अगर ठुकराओगे.....ऐसा कुछ नहीं है! वैसे भी शराब, सिगरेट आदि भगवान ने नहीं इन्सान ने अपनी इच्छापूर्ति के लिए बनाए है! रोशनजी और लताजी का जितना भी धन्यवाद करुँ, कम ही है!!!
Exactly yahi comment main yaha karne aaya tha ....aapko likhte dekha toh man tript ho gaya ke aaj bhi sansar mein dharm aur gyan ko paribhashit aur samajhne wale log hain....aapko bahut prem 🙏bollywood ne poore desh ke adhyatm ko todne ka prayas kiya hai
Bahut Bahut Dhanyawad Hai Aapko Aapne Mere Comments Ko Pasand Kiya Hai Me Aage Bhi Aise Hi Gaane Sunna Pasand Karuga Me Aapse Ummid Karta Hu Aap Aise Gane Jarur Bhejna Ki Kripa Karenge
महान दार्शनिक पंक्ति है ं.इन पंक्तियों के बारे में बताया गया है कि कोईभी कर्म अच्छा या बुरा नहीं होता, इनटेनशन उसे अच्छा या बुरा बनाता है.कर्म अपने आप तो नहीं होता, कोई इसे करता है.जो कर्म समाज के हित में हो वह अच्छा/शुभ, अहित में हो वह बुरा/अशुभ.अचआर को धर्म का मूल कहा गया है.
सभी तारीफ करने वाले बंदों को कोटि कोटि धन्यवाद, जिन्होंने अपने अपने शब्दों से कलाकारों को सम्मानित किया है। बेशक तारीफ के काबिल कलाकारों सादर नमन।🎉🎉🎉🎉🎉
साहिर लुधियानवी को सलाम। उनका हर गीत जीवन दर्शन से भरपूर है।
यही तो विरासत है इस देश की।
Wonderful 👍 song. Beautiful Acters Meenakumari 🎉🎉
मुस्लिम में सन्यास नही ह इज़लिय विरोध ह। वेश्यावृत्ति को व भोग तो गलत भो ह ऑर अत्याचार भी!
B 0😅😅😅😅😊@@rajendrasinghtanwar906
Maine aaj 56 years ke baad yeh geet sung hai bahut anand mehsoos kiya .
Bahut meaningful shairy sahir ki kable tareef hai .
1964-65 main main 18-19 saal ka tha jabb iss ka impression kuch kaur thha
Aaj 79 year ki age main shayri ki depth Bahut saqoon deti hai.
TH-cam aap ka shukriya purai yaaden khoobsoorti se bayaan kiya bayaan kar rehe ho.
ईश्वर तक पहुंचने के अनेक मार्ग हैं । इस विषय पर सदियों से अनेक तर्क वितर्क धर्माचार्यों द्वारा किये जाते रहे हैं । असलियत जब भी निकलकर सामने आई ,तब तब ये धर्माडंबर खोखले ही निकले । साधारण रूप से जीवन यापन करते-करते, अनुशासित रहकर भी ईश्वरीय शक्ति की भक्ति की जा सकती है । अनेक कुकर्मों के पश्चात जगत को धर्मोपदेश देकर महान बनना हास्यास्पद ही प्रतीत होता है ।
साहिर को शत शत नमन
The great Sahir Ludhiyanvi defined religion in depth and clearly.is very great knowledge to listeners.Salute the great writer and philosopher Sahir.
AmezingsSongs🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉qualtys🎉❤🎉❤🎉❤🎉Worlds🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤
संसार से भागे फिरते हो, भगवान को क्या तुम पाओगे..... गाने की शुरुवात इतनी अच्छी है की संसार मे रहोगे तो ही भगवान को पा सकते हो,भगवान को पानेके लिये संसार छोडणेकी जरुरत नाही.
Chitralekha film ki amuly nidhi Jo bhartiya darshan ko achchi tarah se bakhan karti hai. Dhanyawad aise lekhak aur film ke sabhi kalakaron ko.
This is the centuries old crisis of identity of human minds and religious aspirations. Wonderfully brought out by Sahir Ludhianvi. Gem of a song!!!!!
निरीश्वरवादी दर्शन को अभिव्यक्त करता एक बढ़िया गीत .अंधआस्था से लड़ने की प्रेरणा देता है यह मधुर गीत संगीत
इस गीत को मैं जितना बार सुनता हूँ एक अजीब सी फिलिंग आती हैं, और बार बार उस गीतकार को नमन करता हूँ जो इस प्रकार से गीत के माध्यम से बहुत सुंदर दर्शनशास्त्र का वर्णन किया है
Uuuuu7uuu
Uuuuu7uuuu
तुम
@@manjusingh3353 by
@@manjusingh3353 J jNC qwruwrwr
हमारा बालीवुड अब इतना गिर गया है । अब ऐसे महान कलाकार नहीं रहे ।
आप बिलकुल सही फर्मा रहे है |
जैसे हम वैसी फिल्मे, हमने संस्कार छोडे तो फिल्मे भी भटक गायी | आज जरूरत है व्ही. शांताराम, भालजी पेंढारकर, B R चोप्रा, ताराचंद बडजात्या जैसे निर्माताओ की |
आप सही कह रहे हैं लेकिन मैं कुछ जोडू गा कलाकार तो कल्पना है लेकिन लोगों के संस्कार संस्कृति बदल रहे हैं समय तों वहीं सूर्य उदय और संध्या होती है
इस समय हमारे देश की राजनीति में जो कलाकारी हो रही है इसका कौई शानी नहीं है । बहुत ही बेहतरीन कलाकार भरे पड़े हैं ।
बॉलीवुड अब गटरवुड बन चुका है
Sahir Ludhianvi was a great poet of Urdu,being a Muslim he wrote such a Hindu philosophical & meaningful poem.
Why sort people by their faith, rituals or skin colour ? Science of Humanity called Anthropology is as old as the Universe ,carbon dating is approximation at best of times , DNA mapping is inadequate , Number Theory , Euclidean Algorithm help us to discover yet unknown Primes. How to discover, test, largest co-primes, 29, 31, delightfully easy to spot ,though? Science , knowledge , Humanity is self-replicating ,self similar process ,cosmology or invented Lexicon will never do.
Why brand him a Muslim? Did he ever proclaim it?
He wrote with not a single Urdu word ....he proved his mastery in non Urdu lyrics too😊
@@abcl1000 moharein is an urdu word
All Muslim India, Pakistan & Bangladesh Muslim ancestors were Hindu. Today they prayer is different. Mind set is different. All is happening because of Moghal & Europeans atyachari.
ये पाप है क्या ये पुण्य है क्या
रितों पर धर्म की मोहरें हैं
हर युग में बदलते धर्मो को
तुम कैसे आदर्श बनाओगे❤️❤️❤️❤️
Applicable to all Dharma, हिंदू,मुस्लिम, सिख, इसाई...
अद्भुत मानवीय मूल्यों पर आधारित जीवनशैली को भूत , भविष्य,वर्तमान,पर आधारित संगीत की रचनाकार की कलम शैली को प्रणाम।
अर्थात इससे भी अधिक वन्दनीय,स्वर सगींत
का आवाज़ देने वाली, मां सरस्वती जी की परम भक्ति में सराबोर लता मंगेशकर जी को शत शत नमन।।
कलाकार की कंठ कला का दूसरा नाम , लता जी।।
आपका शुभचिंतक,, कविराज,, संगमलाल गुप्ता उर्फ संग्रामसिंह ब्लाक अध्यक्ष बहादुर पुर प्रयागराज कांग्रेस पार्टी यूपी।।
❤
धर्म तो वही है मनुष्य का दृष्टिकोण बदल गया है
धर्म कोई चीज नहीं है
कर्म ही धर्म हैं
अति प्रिय मन पर छा जाने वाला मन्त्रमुग्ध गीत, फिल्म के सभी पात्र प्रशंसनीय
7:17 सैकड़ों बार सुन चुका हूं इस गाने को लेकिन कभी पुराना नहीं पड़ता में......
बहुत खूब 'अपमान रचियता का होगा रचना को अगर ठुकराओगें' दो शब्दो में साहिर साहब ने वो बात कहदी जो बड़े बड़े ऋषि मुनि नहीं कह सके ।
नमन साहिर साहब को, संगीतकार को, गायिका को, मीना जी को अशोककुमार व फ़िल्म के हर उस शख्स को जिनकी कला ,मेहनत ने इस गीत को कालजयी बनाया।अद्भूत गीत
रचियता ने तो केवल मानव शरीर रचा है, वो भी अबोध अवस्था में, बाकी आज के इंसान का हाल तो आप सभी लोगों को पता ही है। जैसी संगत वैसी उसकी रंगत।
@@sulaniya888अप्राकृतिक होना सोभनीय नहीं
Uffffff
आपने खूब कहा. आपने नोट किया होगा कि गीत की पंक्ति में जहाँ मोहरे है शब्द आते है वहाँ मीना कुमारी नें जो भाव प्रदर्शित किये है अद्भुत है. अपने हाथ से ठप्पा लगाती है और पूरा शरीर में झटका देती है जबरदस्त अभिनय है. बौद्ध दर्शन की निरर्थकता को उजागर कर देती है. अफ़सोस अब ऐसे फिल्मकार ही नहीं रहे. कम्युनिस्टो नें सेकुलरिज्म के नाम पर कॅरियर वादी शिक्षा प्रणाली बना कर भारत की अद्भुत संस्कृति का गला घोंट दिया है.
साहिर साहब का ये दर्शन हमे आदमी होने का एहसास दिलाते है हमनही समझ पाते कि हमसमझ पा रहे है या नही ।
Badi khoobsurat baat kah di aapne
Agar hamare dharm sthan n hote to ham sabhi ek hi gagan ke panchhi hote
Vakai yah geet. Vartman nafarati mahoul. Me. Sabako sunana chahiye great hai Meena Kumari ji great hai vo sab log jinhone. Yugantar. Geet ki rachana barson pahale likh Dali thi. Koti koti naman
Googal🎉❤🎉❤🎉❤🎉
कितना अर्थपूर्ण और उस पर सोने पर सुहागा लता जी का मधुर स्वर.. वाह !वाह! मैंने बचपन में देखी थी यह फ़िल्म, अभी हाल ही में दोबारा देखी.. कितना अच्छा सन्देश देती है..ऐसे महान कलाकार और ऐसी फिल्में अब कहाँ?
Sach baat hai 👏
सुन्दर. अप्रतिम. इस गीत से जुड़े सभी लोगों को बहुत बहुत धन्यवाद. हमें गर्व है कि हमें अपने जीवन में इस सब लोगों का साथ मिला. और मीना जी के अनुसार हम जनम ख़ुशनुमा अंदाज में बिता कर जायेंगे. सिर्फ 38 साल की जिंदगी में मीना जी इतना कुछ कर गईं जो कोई भी कई जन्मों में भी नहीं कर सकेगा . 🙏💐
सर आप मराठी हो क्या?
ऐसी रचना अब कहाँ है साहब,, कितने जबरदस्त गीत, फिर लता जी की आवाज़,, ओ हो हो,, आंख मूंदकर सुनते है तो अजब अनुभूति होती है। शास्त्रीय रागों का कमाल।
Sahir Ludhyanvi Sb. Ka Kalam. Awaz ki Qween Lata Mangeshkar ki Sureeli Awaz Aur Dada Muni Ashok Kumar Aur Trezdi Qween ke Dil ko Jhakjorne Aur Dil ko Choo Lene Wale Dialog Aur Adakari. Is Gane ko Amar kar Deti hai. Jai Hind
साहिर साहब की शब्दों की कारीगरी लता जी की मधुर आवाज और मीना कुमारी की अदायगी ने इस गीत को अमर कर दिया ॥
aur Roshan ji ne music mein apna kamal dikhadya, overall dil ko chhoo lene wala madhur geet.
अपमान रचयिता का होगा
रचना को अगर ठुकराओगे
वाह जीवन की क्या खूब व्याख्या की है
साहिर लुधियानवी साहब को कोटि कोटि नमन
What a beautiful composition.How melodious!!!!!
@srini Reddy संसार की रचना का सार क्या है ?
संसार की रचना ही क्यों हुई ?
धर्म की व्याख्या गीता के अनुसार क्या है ?
Nice
@@leelavathipadmanabhan5641 o। In Dr g
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संसार से भागे फिरते हो......
खूबसूरत अदाकारा मीनाकुमारी जी और आवाज की जादूगरनी लता दीदी की लाजवाब संयम।
Bhoga is Tapasya.A great lesson for all the so called Sadhus! Sorry if I am wrong. Meenakumari has so depicted the theme,It is really Great.
साहिर साहेब खुदा आपको जन्नत नसीब करे महजबी आपको भी दुवा करता हु
Sahir is d greatest lyricist….shatah shatah naman!
साहिर साहिर..... क्या कहिये
ऐसे लिखे तो साहिर होय।
ऐसा लिख पाता कोई जो
साहिर काहे को होय।
धन्यवाद कितना सफल गाना है
यह गीत अगर उन साधू संन्यासियों को सुनाया जाए जो अपने आप को संसार से विरक्त मानते हैं। वे इस खूबसूरत विचारधारा से पूर्ण गीत के आगे घुटने टेक देंगे।👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बिल्कुल सही कहा भाई,साहिर जी न बेहतरीन गीत लिखा है,🙏🙏
No, they will defend themselves with their non stop and nonstop facts, this song must listen by today
Sansar se virakti means what ?
Do you think, they have become unconscious of sansaar?
It is rather
They are conscious of everything & see the whole world as their own expanse . Saadhu ko saadhu hokar hi samjha ja sakta h... aise hi faaltu bol kar nhi.
बिल्कुल सही।
Disagree
भारत,हिंदुस्तान को महान बनाने में सभी धर्म के महान योगदान के लिए में नमन करता हूँ।
सब खुश रहे।
Bhai, dharm to ek hi hota hai aur aadi kaal se ek hi hai - haan, samay samay par maanav jaati usse bhool jaati hai. Buddha, Isa aur Muhammad sareekhe mahapurush, apne apne yug mein, alag alag bhashaon mein satya ka marg prakashit karte hain 🙏
This is beauty of Sahir Saab . Jo bat bade bade sant mahatma btate hain vo ek line me bta dete hain... All time greatest....and ofcourse lataji and Roshan are at best
इस गीत के माध्यम से माया आज भी योगी से छल कर रही है 😊
Main jab bhi Meena ji ka koi bhi geet ya film dekhta hu tab tab mere man me Meena ji ke liye ijjat or bhi bad jati hai 🙏🙏🙏🙏
This have great lyrics Sahir,Roshan, Ashok Kumar and Meena kumari it is sufficient
बहूत सुदर तथा अर्थपूर्ण मूव्ही बनतीथी जब बालीवुड पर माफीया का असर नही था। आज तो हर मूव्ही का बहिष्कार करने लायक बनती है।
AAJ BHI YAH GEET KO LOG BADI PASAND KARTE HAI YAH GEET KI KHUBI SAHIRJI RAOSHANJI LATAJI AUR MEENA JI NE KOHINUR RATNA BANA DIYA UN DIVANGATON KO MERA SAT SAT PRANAM JAI SRIRAM
Meena kumari ji ke alava koi bhi is apratim sundar gane ko murt roop nahi de sakata tha. Unke abhinay samarthya ne us unchai par lakar rakh diya is gane ko jaha par uski sahi jagah hai. Apratim sundar song by Sahir Ludhiyanvi sahab, very beautifully acted by non other than the most telented and beautiful Meena ji.😘😘😘
Mesmerizing beautiful acting of Meena ji , unparalleled ❤
प्रेम और वासना , यथार्थ और कल्पना,मोह और त्याग कितनी भी मंथन किया जाय यह सही रूप में कलाकारों के माध्यम से गीतकार ने उपन्यासकार के भाव कोउद्गगार किया है, सराहनीय है।
Not only the great song but the greatest piece of philosophy ever written in any language by any human being.
The philosophy has been derived from the novel "Chitralekha," written by famous writer Shri Bhagwati Charan Verma
It is called Charwak Philosphy
Absolutely!. Sahir Saab also wrote another philosophic song, though, tongue in cheek, "Aasman pe hai Khuda aur zameen pe hum."
🙏🏾🙏🏾🥀💜💜
So great
This film is peice of art kitna umda direction kitney ounchey artist lajawab film heeramandi to isky agey kuch bhi nahi
स्व. भगवतीचरण वर्मा के अमर उपन्यास चित्रलेखा का जो दर्शन है , उसकी जो फिलॉसफी है , वह सब इस एक गीत में समाहित है। यदि आपने यह उपन्यास नहीं पढ़ा है , तो इस गीत को ध्यान से सुनिए। साहिर के इस गीत में पूरे उपन्यास का निचोड़ है ।
भारतीय धर्म, समाज , कर्म पर इतना सुंदर गीत शायद ही कोई और होगा। यही भारतीय दर्शन है। गीतकार, संगीतकार, कलाकार सब अनुपम, अतुलनीय है। ऐसे गीत युगों में कभी कभी बन पाते हैं।
Right
इतना सबकुछ सुनने और देखने के बाद भी भेड़चाल मे शामिल होते हैं
100% Right
Ji true great
Great Sahir great roshan
इस अभागिन को काबिलियत के मुताबिक मुकाम नहीं मिल पाया मगर मानवता की मिसाल और कला की साक्षात प्रतिमूर्ति !! ...नाम था जिसका ....
.......मीना कुमारी ..!!
💐💐
इतनी छोटी जिंदगी में इतनी सफलता पाये कि लोग 100 वर्षो में भी नहीं पाते इसको आप अभागिन कहते हों.
बिल्कुल।
@@krish1172 सच बहुत कड़ुआ होता है...इनका कितना शोषण हुआ था पहले यह जानो और किस किस ने किया था , यह आपको भी पता चल जायेगा .... इनको पढ़ो और जानो।
कला की देवी मीना कुमारी जी
Sorry yaar unhone vo sukh nahi paya jiski vo hakdaar thi
ईमानदारी से सलाम, तत्कालीन फिल्म चित्रलेखा
के निर्माता-निर्देशक, संगीतकार रौशन, गीतकार
साहिर और टीम को ।
उस समय फिल्म जगत के सभी लोग शोध कार्य
से कुछ भी कम नही कर रहे थे ।
ऐसे गीत लिखना कोई मशहूर शायरों का खेल नहीं है ऐसे गीत तो सिर्फ मालिक यानी खुदा के बंदे समझ कर जीने वाला ही लिख सकता है
Shahir sahab..is legend geet ke geetkar hn...slaam sir...hindu soch.. antr mnn ka itna gyan ..to kyee hindu bhaiyon ko bhi nhi hoga.. Sahir sahab ko is geet ko AMAR kr diya diya.
इस गीत के लिए के लिए संगीत रचनाकारों और विज्ञान जगत कोटी-कोटी नमन।
Wow. Kya rachana hai. Hsr shabd a saccha hai Dil ko chuta hai.
सत्य हमेशा " सत्य " ही रहा है और सत्य ही रहेगा।
स्वर्गीया लता जी और मीना कुमारी को,मेरा सत- सत नमन।
क्या कमाल का गीत है, संगीत है
एक भी उर्दू शब्द का जिक्र नहीं है
साहिर लुधियानवी जी, रोशन जी युगों तक आप को याद किया जाएगा।
परम आदरणीय साहिर साहब गीत की रचना 60 वर्ष पूर्व की गई किन्तु जो भारतीय समाज एवं धर्म के प्रति आध्यात्मिकता की जो मिशाल प्रस्तुत की गई है वह अजर और सदा अमर रहेगी।आदरणीया मीना जी एवं अशोक कुमार जी को शत शत नमन।टीकमगढ़ मध्यप्रदेश से बी एल चौरसिया।
लाजवाब मीना जी।।
सुन्दर रचना। सुन्दर शब्द। सुन्दर संगीत।
Meenaji was a gift to Hindi cinema, she brought grace, gravitas, and pathos.
Nobody
Comes anywhere near her
In talent beauty intelligence and above all
Kindness.. So vulnerable.. And soft hearted.. All took advantage of this beautiful actress... Hindustan ki
Sabse bada adhakara... 💜😊🎊
🙇
Realy this song injected the heart of any humenbings with philosophy of vedanta boudhism janism and nastik thyme l thank him who composed it
m
Love you Ma.
Agree with you in totality. 👍🙏
सचमुच संसार की वास्तविकता को दर्शाता हुआ ये गीत अद्वितीय है।लुधियानवी साहब को प्रणाम
बहुत खूबसूरत गीत बार-बार सुनने का मन करता है हजारों बार सुनने का मन करता है
जीवन के गूढ़ सिद्धान्तों को साहिर जी ने अपनी कलम से क्या बेखूबी से पिरोया है, उतनी ही शिद्दत से रोशन जी ने इसे अपने मधुर संगीत के रस में ढाला है। स्वर कोकिला लता जी ने इस गीत को गा कर अमर कर दिया। चित्रलेखा एक बेहतरीन फ़िल्म जिसमे सभी कलाकारों ने अपने चरित्रों को बेखूबी जिया है चाहे श्री अशोक कुमार जी, मीना कुमारी जी महमूद साहब और प्रदीप कुमार जी व अन्य कलाकारों के अभिनय से यह फ़िल्म आज के इस दौर में भी अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस फ़िल्म के सभी कलाकारों लेख़क, निर्देशक, गीतकार व संगीतकार को मेरा शत शत नमन।🎉🎉🎉🎉
साहिर लुधियानवी जी कलाम और मीना कुमारी जी अशोक कुमार जी की आपस की बात चीत सुन्दर,,और लता जी की आवाज़ मैं ज़िन्दगी की हक़ीक़त खोल कर रख दी बेहद खूबसूरत हसीन नगमा,
जी बहुत बहुत शुक्रिया,,
@@dineshkumthekar3135 जी आपका धन्यवाद,
ये पाप है क्या ये पुण्य है क्या रितो पर धर्म मोहरे हैं हर युग बदलते हैं धर्मों को अपने आप तुम केसे आदर्श बनाओगे
बहुत सुंदर शब्दों को चयन किया है कुल-मिलाकर सुनने में बहुत अच्छा लगा
Thank God Mena Kumari was born in India. The greatest actress of Indian cinema to date. May God bless her sole. I salute you forever Mena Ji.
She was incomparable, I loved her in this, Pakeezah and Sahib BIbi and Ghulam most, her star shone brightest when she played rebellious and empowered characters.
And thank god i belong to this culture...🙏🙏🇮🇹🇮🇹
Ys
Her soul and sole
Worth it..
An actress of her calibre
nvr evr graced screen..
I love her so much
The greatest actress ever
❤
सच है जीवन में योग और भोग का संतुलन ही ईश्वर साक्षात्कार में सहायक है। धर्म के स्थान पर अध्यात्म ही जीवन को संतुलित कर उच्चत्म लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक है। साहिर साहब की लेखनी में उनके उच्चत्म आध्यात्मिक ज्ञान का संकेत मिलता है।
जिस महान आत्मा की लिखी हुई किताब पर यह फिल्म बनी है उस महान आत्मा को नम न🙏🙏🇮🇳
श्री भगवती चरण वर्मा की पुस्तक
Mahakavi Sahir Ludhyanvi ko pranaam 🙏
आध्यात्म एवं दर्शन का मौलिक पाठ चन्द शब्दों में। भौतिकवादी हुए आदर्शवादी हो ही नहीं सकते।नमन् रचनाकारो को।
किदार शर्मा जी ने बहुत ही सुन्दर गीतों से सजे इस फिल्म का निर्माण किया था। साहिर और रोशन के शब्द एवं संगीत के साथ-साथ गायक गायिकाओं के मधुर स्वर, श्रोताओं को आज भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
जीयो हजारों साल साहिर साब । जीवन दर्शन पर इस से सुंदर गीत हो ही नही सकता । जहां मनुष्यों की सोच खत्म हो जाती है वहां से आपकी कलम की जादूगरी शुरू होती है । इसलिए आपको साहिर (जादूगर) कहते हैं । मैं आपको हिरदया की गहराइयों से कोटि कोटि प्रणाम करता हूं ।
Sahir Lidhiyanvi best lyricist in bollywood. My all time favourite.
रचयिता ने जो रचना की है उसे ठुकरा ना तो पाप है ही पर उस रचना को बनाये रखने के लिए भी मनुष्य को एक मर्यादा मे ही रहना पडता है....
बस इस गीत के जरीये इतना जान लेना ही काफी है..
एक कालजयी रचना..
अतुलनीय गीत;!! गीतकार को उसके शब्दों के सटीक चयन व संगीत कार की लय के लिए नमन!
एक बहुत ही सुंदर प्रस्तुति है जो धर्म और समाज को रहा दिखा सकती है जीवन की सही रहा चलना सिखा सकती है जो कोई मानता है नहीं मानता है सबको जलसा सकती है जय श्री राधे राधे
बयान करने के लिए शब्द अपुरे है, शत शत नमन इन कलाकारों को जो इस फिल्म से जुड़े हैं।
इस गीत को मैं जितना बार सुनता हूँ एक अजीब सी फिलिंग आती हैं, और बार बार उस गीतकार को नमन करता हूँ जो इस प्रकार से गीत के माध्यम से बहुत सुंदर दर्शनशास्त्र का वर्णन किया है साहिर लुधियानवी को सलाम। उनका हर गीत जीवन दर्शन से भरपूर है।
यही तो विरासत है इस देश की।जीवन दर्शन की सुन्दर प्रस्तुति।
She was 34 year old when movie is released. Sahirjee and Roshanjee's philosophy She has embibed in Her voice. These 3 and puppety movements of Meenaji all are unique. While singing "हम जनम बिताकर जायेंगे" she plucks the petals of rose....
"....embibed in Her voice.... puppety..."? Buy English-Urdu-Hindi Dictionary to master English, first. Why think in Hindi to try writing in English? This is post colonial scenario of Indo-Pak subcontinent we defaced tribal languages, Hinduised other ethnic culture. This is done unknowingly except by silent linguists of Indo-Pak subcontinent." Azadi" is curse in disguise ,frankly.
@@azharlatif6228 ethnic culture is ethnicity not culture.
Hin;dduism is still culture.
SAAHIR is indeed the PYAASA of this world 🙏😭😫
What writing yaar !!!
Ek LATAJI jo gaali bhi dengi, toh bhi aansoo niklenge humaare, aur ek yeh SAAHIR BHAI !!!!!
😭😭😭😭😫😫😫😫😫😫😫
संसार से भागे फिरते हो ....
बहुत ही सुंदर गीत
लता दीदी सादर प्रणाम आपको
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
फ़िल्म चित्रलेखा का गीत "मन रे तू काहे न धीर धरे" पूरा गीत सुने,और गुरुदत्त की फ़िल्म प्यासा का गीत "बिछड़े सभी बारी बारी"
दोनों में एक ही फिलॉसफी है पर है यह जीवन की अटल सच्चाई।
साहिर लुधियानवी का कोई जबाब नहीं
हृदय से साधुवाद
इतने बड़े जीवन दर्शन की सरलतम व्याख्या
उन सभी महान कलाकारोंको शत शत प्रणाम जिन्होंने बहुतही अच्छा योगदान दिया है ।
melodious geet
The "extra" on right side of Meenakumari has given very subtle expression while Meenakumari sings ये भोग भी एक तपस्या है!
Simply great....
You have a keen sense of observation. There are many captivating moments like this in the song. I must have watched this song more than 1500 times since I uploaded it. Each time I am left with awe and fascination. Meena Kumari is just fabulous. Music and Lyrics are unbeatable. In the opening scene the rhythm of the music matches with her walking. She is mocking at AK for his presence. Yet, she is so respectful. Again after AK's response about his Sadhana, despite her humility, she changes her expression and is firm and resolute in her reply about her Dharma. The verse in the yellow flower scene is fantastic. Again, in the end when she breaks the rose petals her walking and expression is great. Thanks for the comment!
साहिर लुधियानवी दार्शनिक कवि थे, उपनिषद का सत्य लिखा है अपनी रचनाओं में
गम और खुशी में फर्क न महसूस हो जहाँ, मै दिल को उस मुकाम पे लाता चला गया
A great sample of the great poetry (shayari) of a all time great poet (shayar) late Sahir Ludhyanavi.
Sarv shre srsth
इसलियेही पाकिस्तान छोड़ा हिंदुस्तान को जोड़ा !💐!
बिलकुल सही kaha आपने
What a great lyritand presentation by Lata best acting
of Meenakumari all time favourite....
साहिर लुधियानवी जी की शायरी,गायन,संगीत,चित्र कला सब अतुलनीय। अति सुंदर।
सचमुच ..
जितनी बार ये गीत सुना है उतनी बार एक अलगसी भावना मन मे आती है ..
त्रिकालाबाधित सत्य ( universal truth) इस गीत मे बताया तो है ही , पर इस गीत की मधुर आवाज , एक अनूठा संगीत, इस गीत मे बजने वाला हर वाद्य इस गीत को एक अलग उंचाई पर ले गया है,..
जहा पर ये गीत चित्रित हुआ है , वह महल , मीना कुमारी की पोशाख, अशोक कुमार का पोशाख ...
जैसे ये सब कही सच मे हुआ था. ..
ऐसी प्रतीत होता है ...
और उस वास्तव का हम भी एक हिस्सा है ... ऐसी भावना मन मे आती है. .
यह साहीर जी की रचना बहोतही लाजवाब है . दिल को छू लेनेवाला गीत है ये .🌛🌛🌛
बहुत ही महान और अद्भुत रचना। ऐसे गीत लिखना किसी महान गीतकार का ही काम है।
शब्दों का ऐसाचयन अभिभूत हो गया।साहिर लुधियानवी जी को नमन गीत की एक एक लाइन निःशब्द ।।
bahut hi achcha song h.aur ye picture ko bahut hi badhiya thi
ab kahan h .aise kalakaar aur aise writer
What a great actress dialogue delivery is incomparable Meena Kumari was great artist and Asok Kumar and Pradeep Kumar were equally good. Very good movie . Lyrics of the song is pure gold.
Meenakumari ki jabardast acting aur diologue delivery. Aaj bhale hi visually isse behtar film bab jaaye lekin usme aatma dalne waale kab ke chale gaye.
क्या शब्द हैं। क्या भाव हैं।
क्या चित्रांकन है। सबसे ऊपर मीना जी।
सुनकर अपने-आप को धन्य मानता हूं। ।
Great song by a great poet
Songs like such proved there was no one like Lata Didi who can give justice to such composition.
अति दुर्लभ ज्ञान, भक्ति संगीत मनविभोर हो जाता। है ,मनभावन भजन
....हर युग में बदलते धर्म को.....धर्म हर युग में नहीं बदलता, सिर्फ रीतिरिवाज समय के साथ बदलते है, क्योंकि समय के साथ सामाजिक स्थिती बदलती रहती है! ....ये भोग भी एक तपस्या है..... ये गलत है! अगर भोग तपस्या होती तो भोगी इन्सान कभी नहीं भटकता; भोगी इन्सान से ईश्वर या मोक्ष हमेशा दूर ही रहते हैं! .....अपमान रचयिता का होगा, रचना को अगर ठुकराओगे.....ऐसा कुछ नहीं है! वैसे भी शराब, सिगरेट आदि भगवान ने नहीं इन्सान ने अपनी इच्छापूर्ति के लिए बनाए है!
रोशनजी और लताजी का जितना भी धन्यवाद करुँ, कम ही है!!!
Exactly yahi comment main yaha karne aaya tha ....aapko likhte dekha toh man tript ho gaya ke aaj bhi sansar mein dharm aur gyan ko paribhashit aur samajhne wale log hain....aapko bahut prem 🙏bollywood ne poore desh ke adhyatm ko todne ka prayas kiya hai
@@AshokSingh-iv1dq Bilkul sahi baat!!! Dhanyawad!
@@mohanpujar7403 bollywood ne pehle bhi yahi kiya aur aaj bhi yahi Kar raha
Aaj Ke Samay Me Aise Gane Sunna Bahut Achcha lagta Hai Aajkal Aise Na To Bante Hai Aur Na Hi itni Achchi Picture Dekhne Ko Milti Hai
Bahut Bahut Dhanyawad Hai Aapko Aapne Mere Comments Ko Pasand Kiya Hai Me Aage Bhi Aise Hi Gaane Sunna Pasand Karuga Me Aapse Ummid Karta Hu Aap Aise Gane Jarur Bhejna Ki Kripa Karenge
जीवन को जिस प्रकार से साहिर साहब ने परिभाषित किया है वो अपने आप में अतुलनीय है.शत शत नमन साहिर साहब.
Sahir Sahab ki dharm ka ullekh ek sadhak se badkar pratit hota hai naman hai aihse mahaan sakshiyat ko...🙏🙏🙏
Aise gaane aur aise shabdo ke chayan ke bare me aj ke geetkar soch bhi nai sakte.
Man ko sukoon deta hai ye geet.
महान दार्शनिक पंक्ति है ं.इन पंक्तियों के बारे में बताया गया है कि कोईभी कर्म अच्छा या बुरा नहीं होता, इनटेनशन उसे अच्छा या बुरा बनाता है.कर्म अपने आप तो नहीं होता, कोई इसे करता है.जो कर्म समाज के हित में हो वह अच्छा/शुभ, अहित में हो वह बुरा/अशुभ.अचआर को धर्म का मूल कहा गया है.
सभी तारीफ करने वाले बंदों को कोटि कोटि धन्यवाद, जिन्होंने अपने अपने शब्दों से कलाकारों को सम्मानित किया है। बेशक तारीफ के काबिल कलाकारों
सादर नमन।🎉🎉🎉🎉🎉
Meena ji jindabad. Meena ji you are not dead , you live and will live in our hearts for ever.
जितनी तारीफ की जाए कम है, आजकल बेशक बड़े कलाकार होंगे मगर किसी भी तरह उस समय के कलाकारों के पैरों की धूल भी नहीं हैं❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏
बहुत खूब।
Woh kalakar the ye Bandar hai
Sahee main
Meena Kimari ...the timeless one, who portrayed her roles with such depth.....& her voice ? Hauntingly Sad. The BEST of her times....R.I.P.
निशब्द कर दिया यह गीत सुनकर शब्दों की कमी हो गई इस गीत की तारीफ करना ऐसा है जैसे कि सूरज को रोशनी दिखाना वाह वाह वाह
Sunder rschana
यह जीवन की यथार्थ सत्य प्रेम का
ज्वलंत प्रमाण है
ईस फिल्म के डायलॉग तो ह्रदय को चीरने वाले है
इस गीत लफ्जों में तारीफ़ ही नहीं की जा सकती, सिर्फ़ महसूस की जा सकती है।
Sahir the great