आप का बहुत बहुत धन्यवाद तिवारी सर इस बात को सामने लाये है। पिडित परिवार को सही मुआवजा मिलना चाहिए है। भले ही वो पुलिस भिवाग से नहीं थे पर जान तों गवांया है सरकार। और पुलिस विभाग को विचार विमस करना चाहिए। ओर सही मुआवजा देना चाहिए।और संभू भाई ने जो बात कही उस बात से मैं पूर्ण रूप से सहमत हूं उन्होंने ने बिल्कुल सही कहा।
शहीद जवानों की तरह ही इनको भी मुआवजा देना चाहिए कोई भेद भाव नहीं होना चाहिए वो भी एक देशभक्त है जो जवानों की मदद करते है बिना अपनी जान की परवाह किए बिना कही भी लाने ले जाने में
Hamare jawano ki hum kadar karte hai lekin aise kisi driver ko jabardasti karna ya peetna unacceptable hai.Garib aadmi dono taraf se peesta hai....Aapki reporting ko salam hai Tiwari ji....🙏
Bol toh sakte hai Sahid par uss bechare civilian ko bhi pura Sahid ka darja de kar puri suvidha milna chahiye.sirf Sahid bol ke samman dene ka koi matlab nahi hai...unke parivar ko aarthik suvidha ka jarurat hai 🙏
भैया आपकी पत्रकारिता को नमन करता हु🙏 अब नमन इसलिए करता हु की आप जो है बस्तर के आखरी व्यक्ति तक की खबर दिखाते है 🙏 कभी बस्तर आना हुआ तो आप से मुलाकात कर के मैं आपके आप को तृप्त करूंगा बहुत समय से आप से मिलने की आशा है 🙏 आप का शुभ चिंतक 🙏
अगर उस ड्रायव्हर को पता था की वो पोलिस की गाडी चला रहा है ओर जान को खतरा है, फिर भी वो चला रहा है, इसका मतलब ये होता है की वो भी देश के लिये काम कर रहा है, ओर इसमे अगर उनके साथ उसकी जान जाती है, तो वो भी उनके साथ शहीद कहलाना चाहिए ओर बराबर का मुहावजा मीलना चाहिए...
Areyy bhai ye government driver nahi tha, private gadi par driver tha ye baat samjh lo pehle, police mein bharti hokar driver hota toh jyada salary milti
मीडिया,पत्रकार ,न्यूज वालो से निवेदन है सरकार की योजनाओं को बताओ और पिछड़ी इलाको में योजना का लाभ पहुंच पा रहा है या नहीं सरकार खुद हमारी भलाई करना नहीं चाहती आज से 75साल हो गए संविधान में 5वीं, 6वीं अनुसूची अभी तक धरातल पर लागू नहीं कर पाई और जीवन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा है इसलिए हमारे भाइयों को सरकार मजबूर कर देती है इसलिए हथियार उठाना पड़ रहा है ।एक कहावत है ना "जब घी सीधी उंगली से नहीं निकले तो टेढ़ी करना पड़ता है ।जय संविधान जय भारत
तिवारी जी और ग्रुप के सदस्य भाई इस बात को ऐसे समझ सकते है। इंसान के जाने का कोई मोल नहीं ये बात उसके परिवार वालो से अधिक कोई नही जानता। सब की तरह मुझे भी यादव परिवार में दुखो का पहाड़ टूट पड़ा इस बात का दुख है। आपके जानकारी के लिए बता दू नक्सल एरिया में काम करने वाले सुरक्षा बलो का बीमा होता है जिसमे गोपनीय सैनिक से लेकर सभी आते है। बीमा राशि के अलावा बाकी पैसा उनके जिंदगी भर की कमाई का हिस्सा होता है जो नियमानुसार साल में सैलेरी से katta hai है जैसे जीपीएफ, जीआईएस आदि । इस बात का दूसरा पहलू ये भी है की राज्य शासन ने नक्सली हिंसा में मारे गए आम नागरिक के लिए एक पुनर्वास योजना 2004 से बनाया है जिसके तहत 5 लाख और मृत परिवार के एक सदस्य को नौकरी का प्रावधान है। वही बात वरिष्ट अधिकारी ने आपको बताया है। मगर आपको बता दू हर जिले में वाहनों को जरूरत पड़ने पर अधिग्रहण किया जाता है । और we लोग स्वयं चाहते है की उनकी गाड़ी किसी विभाग में लग जाए । आप एक बार अधिग्रहण का रेट पता कर ले की किस गाड़ी का कितना चार्ज है। कोई jabardati नही किया जाता। हकीकत ये है की सभी चाहते है की उनकी गाड़ी लग जाए और किस्त निकल जाए। आप haiyar चार्ज गाड़ियों का पता कर ले जब से लगे है सालाना कितना आमदनी हुवा । हर गाड़ी का अलग अलग रेट है ।
हमारे छतीसगढ कांग्रेस सरकार को एक सौ करोड़ रुपये की मुवजा देना ।चाहिये । और उन्के परिवार को पुलिस विभाग में ना diya जाये । दुसरे विभाग में दिया जयाए। हमारे छतीसगढ के कांग्रेस सरकार up में पचास लाख रुपये मुवजा दे कर आते हैं ।
सरकार को सभी को योजनाओं का लाभ पहुंचाना जिससे देश का विकास और समृद्ध हो सके देश को विकासशील देशों के श्रेणी में लाना होगा और पिछड़ी इलाको में सरकार को सख्ती से कानून को लागू करना चाहिए ।
नक्सली सरेंडर करता है तो उसे मिलेंगे 25 लाख पुलिस विभाग के सरकारी पन्नों में उस ड्राइवर का भी नाम है उसे मिलेंगे 5 लाख ऐसा अन्याय भारत सरकार में ही हो सकता है
Mananiy mukhymantri ji agar aap ki Jawan driver hota to unko Kitna maja Milana chahie agar Sahi driver ki mrutyu Hui hai to unko bhi utna darja Milana chahie Jay Hind Jay Bharat
सर आप एक वरिष्ट पत्रकार है आप उस गरीब और शाहिद हुए ड्राइवर को अच्छा और बराबर की मुआजा दिला सकते हो जब सम्पन और सब तरफ से उच्च जो विधायक है छोटे छोटे नेता है उनको जब ये सुविधा मिल सकता है जो 5 वर्ष हीं रहकर पुरा जिंदगी भर वेतन ले रहा है और ओ भी हर महीने तो इस बेचारा का तो जान गया है इसको और पुरा जवानों को जो शाहिद हुआ है सभी को आप बेहतर मुआजा दिला सकते हो आप मिडिया वाले ये भ्रष्ट और दोगला नेताओं को क्यू नहीं समाने लाते
सर जी चालक भईया को सलाम जिन्होंने अपने को खोया है वही जान सकते हैं सर जी लोगो का क्या खासकर नेताओं की बातों को पूछो मत ? धन्यवाद रानू सर जी धमतरी से विजय बनपेला थैंक्स सर
सरकार की इन्ही दोहरी और दोगली नीतियों के कारण आम जनमानस सुरक्षा बलों का खुल के समर्थन करने के बजाय चुप रहना पसंद करते हैं जिसका खामियाजा हमारे जवानों को भुगतना पड़ता है। सरकार को इस गरीब परिवार को भी उचित मुआवजा देना चाहिए। जिंदगी सबकी कीमती है चाहे जवान हो या कोई गरीब ड्राइवर।
जवानों को ले जाने वाला ड्राइवर भी तो किसी के घर का "जवान" था।
ड्राइवर भाई को दिल से नमन ♥️💙
सरकार को चाहिए कि मृतक को भी ड्राइवर को भी उतनी ही धनराशि देना चाहिए जितना जवानों के परिवार वालों को मिले
पुरा नही आधा जवान को 1cr. और ड्राइवर को 50lakh
😭😭😭😭😭😭😭
50 lack thik hai
Vikash bhaiya pranaam 🙏🙏
बिल्कुल सही गाड़ी चालक पुरा हक मिलना चाहिए
विकास सर समाज के ऐसे मुद्दे उठाने के लिए आपका बहुत-बहुत 🙏 शुक्रिया... समाज को आप जैसे पत्रकार की ही जरूरत है
काम जब सरकार के लिए कर रहे थे तो मुआवजा बराबर ही मिलना चाहिए 🙏
Bilkul sahi baat hai
इस गरीब परिवार को, जवानों से आधा मुहावजा जरूर मिलना चाहिए, सरकार को चाहिए नियमों में संशोधन करके इनकी मदद करनी चाहिए😮🙏🤲🌹💐
बड़ी ही निराशा होती है कि नक्सलवाद की समस्या देखने के बाद भी सामाजिक न्याय की कमी है।
ha yar sahi
आप का बहुत बहुत धन्यवाद तिवारी सर इस बात को सामने लाये है। पिडित परिवार को सही मुआवजा मिलना चाहिए है। भले ही वो पुलिस भिवाग से नहीं थे पर जान तों गवांया है सरकार। और पुलिस विभाग को विचार विमस करना चाहिए। ओर सही मुआवजा देना चाहिए।और संभू भाई ने जो बात कही उस बात से मैं पूर्ण रूप से सहमत हूं उन्होंने ने बिल्कुल सही कहा।
मेरे समझ मैं जवानों के साथ था इसलिए शहीद माना जाए और मूआबजा मीले अच्छा से और परीवार मेसे एक को सरकारी नौकरी मीले
जय हिन्द जय छत्तीसगढ़ 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
बहुत अच्छी रिपोर्ट भईया पर उनकी मांग पूरा होना चाहिए,
आप कि reporting एक दम स्पष्ट रहती है 🙏 ऐसे ही गंभीर मुद्दे को लेकर आप reporting krte रहिए 🙏 शहीदों को नमन 🙏 जय हिंद
शहीद जवानों की तरह ही इनको भी मुआवजा देना चाहिए कोई भेद भाव नहीं होना चाहिए वो भी एक देशभक्त है जो जवानों की मदद करते है बिना अपनी जान की परवाह किए बिना कही भी लाने ले जाने में
अगर सरकार ही भेद भाव करे तो, force और police से भरोसा ही उठ जायेगा ।
शासन- प्रशासन से शहीद ड्राइवर भाई को भी शहीद जवान भाइयों के समतुल्य मुआवजा मिलनी चाहिए
शासन प्रशासन के बीच में पीस रहे हैं गरीब आदिवासी जनता
Beti ko government job aur muaavja bhi baakiyo ke barabar hi milna chahiye
Hamare jawano ki hum kadar karte hai lekin aise kisi driver ko jabardasti karna ya peetna unacceptable hai.Garib aadmi dono taraf se peesta hai....Aapki reporting ko salam hai Tiwari ji....🙏
इस परिवार को जरूरी मदद करनी चाहिए 🌷🙏
सर documet में शहीद नही माना जाता लेकिन कम से कम आप और हम तो शहीद बोल ही सकते है।
Bol toh sakte hai Sahid par uss bechare civilian ko bhi pura Sahid ka darja de kar puri suvidha milna chahiye.sirf Sahid bol ke samman dene ka koi matlab nahi hai...unke parivar ko aarthik suvidha ka jarurat hai 🙏
Jab tak desh me neta hai tab tak bharat ki janta piche hai. Neta desh ka मलाई khaye aur naukari , jawan kishan .. kamao khao .bas
Sahi baat ❤
Sahid nahi boliye to hindi me veergati bol dijiye
@@rahulkuldeep6501 जी आप सही कह रहे है
ड्राइवर को भी बराबर सम्मान देना चाहिए
इसके परिवार को भी बराबर मुवावजा मिलना चाहिए ।
भैया आपकी पत्रकारिता को नमन करता हु🙏 अब नमन इसलिए करता हु की आप जो है बस्तर के आखरी व्यक्ति तक की खबर दिखाते है 🙏
कभी बस्तर आना हुआ तो आप से मुलाकात कर के मैं आपके आप को तृप्त करूंगा बहुत समय से आप से मिलने की आशा है 🙏
आप का शुभ चिंतक 🙏
ड्राइवर को भी शहीद का दर्जा देना चाहिए और उतनी ही धन राशि मिलनी चाहिए क्योंकि जरूरत पड़ने पर ड्राइवर भी बंदूक लेकर सामना करता है। फिर भेदभाव क्यो।
आप सही बोले सर दुःख 😢 तो कभी खत्म नहीं होगा पर सरकार को उनकी तकलीफ जरूर दूर करना चाहिए बिना किसी भेद- भाव के......
50 lakh milna chahiye
नौकरी दे सरकार और मुआवजा भी जान गरी है कोई मजाक नहीं चल रहा है
आपने बहुत बढ़िया मुद्दा उठाए हैं रानू भैय्या ❤
एक बारबार धनराशि देनी चाहिए
सबको एक सम्मान देना चाहिए
गरीब से लेकर अमीर राजा के दरबार में सबको समान अधिकार है ।
शहीद का दर्ज देना चाहिए
योगी g को एक महीने के लिए cg cm प्रभार देदो सब ठीक हो जायेगा
बचाना है बस्तर BB
सर आपकी रिपोर्टिंग को दिल से शुक्रिया
सहायता दी सरकार
उन्हें भी वही सम्मान मिले जो एक जवान को मिल रहा है
Inke bat ko uthana bahut badi bat hai
Government ko chahiye ki sabke Ghar walo ko same muaavjaa mile ..aur parivar ke kisi ek aadmi ko naukri mile .....
सरकारी नौकरी. मिलना चाहिए इनके परिवार ko
अगर उस ड्रायव्हर को पता था की वो पोलिस की गाडी चला रहा है ओर जान को खतरा है, फिर भी वो चला रहा है, इसका मतलब ये होता है की वो भी देश के लिये काम कर रहा है, ओर इसमे अगर उनके साथ उसकी जान जाती है, तो वो भी उनके साथ शहीद कहलाना चाहिए ओर बराबर का मुहावजा मीलना चाहिए...
ये क्या? छत्तीसगढ़ में एक ड्राइवर की तनख्वाह इतनी कम क्यों है, हमारे इधर राजस्थान में एक ड्राइवर बीस से पच्चीस हजार रुपए लेता है,,
इधर जवान का 20hazar h
Hmare chhattisgarh me jawan ko 12500 salary milti hai bhai our kuch bhtte Mila ke 18 19 hjaar Ho jata hai
Up mai homeguard ki selry 25000 hzar hai cg police itni kam kyo sir
Areyy bhai ye government driver nahi tha, private gadi par driver tha ye baat samjh lo pehle, police mein bharti hokar driver hota toh jyada salary milti
@@Ram.21. bhai chhattisgarh ke police drg walo ki salary 12500 hai yaar
,,, भगत सिंह,,, को
अभी तक. शहीद का दर्जा
नहीं मिला,,,
सर ,आप नेताओ के इंटरव्यू करते हैं ,एक बार इन नेताओं से पूछना बहुत दुःख होता हैं ऐसे सिस्टम को देख but सर आपको दिन से प्रणाम❤
मीडिया,पत्रकार ,न्यूज वालो से निवेदन है सरकार की योजनाओं को बताओ और पिछड़ी इलाको में योजना का लाभ पहुंच पा रहा है या नहीं सरकार खुद हमारी भलाई करना नहीं चाहती आज से 75साल हो गए संविधान में 5वीं, 6वीं अनुसूची अभी तक धरातल पर लागू नहीं कर पाई और जीवन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा है इसलिए हमारे भाइयों को सरकार मजबूर कर देती है इसलिए हथियार उठाना पड़ रहा है ।एक कहावत है ना "जब घी सीधी उंगली से नहीं निकले तो टेढ़ी करना पड़ता है ।जय संविधान जय भारत
समान मुआवजा मिले
ड्राइवर के बच्चों को नौकरी
पक्का मकान
30 लाख रूपए
यह सब मिलना चाहिए
सर जी आप का बोलने का डंग बहुत अच्छा है हमें बहुत अच्छा लगता है but कभी पोलटिक्स मे बिकना नहीं
पुरा मुआवजा देना चाहिए,हुतात्मा ड्रायवर जी को.
Bahut khub reporting sahi chij ka
Kam se kam 1 naukri milna chahiye
यादव परिवार को प्रभू दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें
ये कांग्रेस की सरकार है सर नहीं देगा इसको भेद भाव अच्छा से आता है
सरकार को समझना चाहिए शाहिद का दर्जा मिलना चाहिए और परिवार वालों को नौकरी देना चाहिए
तिवारी जी
तिवारी जी और ग्रुप के सदस्य भाई इस बात को ऐसे समझ सकते है। इंसान के जाने का कोई मोल नहीं ये बात उसके परिवार वालो से अधिक कोई नही जानता। सब की तरह मुझे भी यादव परिवार में दुखो का पहाड़ टूट पड़ा इस बात का दुख है। आपके जानकारी के लिए बता दू नक्सल एरिया में काम करने वाले सुरक्षा बलो का बीमा होता है जिसमे गोपनीय सैनिक से लेकर सभी आते है। बीमा राशि के अलावा बाकी पैसा उनके जिंदगी भर की कमाई का हिस्सा होता है जो नियमानुसार साल में सैलेरी से katta hai है जैसे जीपीएफ, जीआईएस आदि । इस बात का दूसरा पहलू ये भी है की राज्य शासन ने नक्सली हिंसा में मारे गए आम नागरिक के लिए एक पुनर्वास योजना 2004 से बनाया है जिसके तहत 5 लाख और मृत परिवार के एक सदस्य को नौकरी का प्रावधान है। वही बात वरिष्ट अधिकारी ने आपको बताया है। मगर आपको बता दू हर जिले में वाहनों को जरूरत पड़ने पर अधिग्रहण किया जाता है । और we लोग स्वयं चाहते है की उनकी गाड़ी किसी विभाग में लग जाए । आप एक बार अधिग्रहण का रेट पता कर ले की किस गाड़ी का कितना चार्ज है। कोई jabardati नही किया जाता। हकीकत ये है की सभी चाहते है की उनकी गाड़ी लग जाए और किस्त निकल जाए। आप haiyar चार्ज गाड़ियों का पता कर ले जब से लगे है सालाना कितना आमदनी हुवा । हर गाड़ी का अलग अलग रेट है ।
Bilkul sabhi ko ak saman muwaoja ho
साहेब, फोर्स को कही भी जाना हैं तो किसी को भी नहीं बताना पडता है ये सिक्रेट रेहता हैं l
हमारे छतीसगढ कांग्रेस सरकार को एक सौ करोड़ रुपये की मुवजा देना ।चाहिये ।
और उन्के परिवार को पुलिस विभाग में ना diya जाये ।
दुसरे विभाग में दिया जयाए।
हमारे छतीसगढ के कांग्रेस सरकार up में पचास लाख रुपये मुवजा दे कर आते हैं ।
Inke pariwaar ko pura sahyog milna chahiye
सरकार को सभी को योजनाओं का लाभ पहुंचाना जिससे देश का विकास और समृद्ध हो सके देश को विकासशील देशों के श्रेणी में लाना होगा और पिछड़ी इलाको में सरकार को सख्ती से कानून को लागू करना चाहिए ।
जवानों के पास बकतर बंद गाड़ी नही खुद का ड्राइवर नही
Great job bikash bhai
घटना में साथ मरें हैं इसलिए मुआवजा बराबर मिलना चाहिए था
नक्सली सरेंडर करता है तो उसे मिलेंगे 25 लाख पुलिस विभाग के सरकारी पन्नों में उस ड्राइवर का भी नाम है उसे मिलेंगे 5 लाख ऐसा अन्याय भारत सरकार में ही हो सकता है
जबरदस्त रिपोर्टिंग करते है आप तिवारी जी
Sarkar ka fasla galat ha 25 lakhs Dana chahiya r pension ma rs 15000 da
कोई बड़ा नक्सली संगठन नेता का इंटरव्यू कीजिए।
और हम आपका एक वीडियो ndtv news पर भी देखा है क्या मामला है सर
सरकार सभीको बराबर मुअवजा देनी चाहिए चाहे फौजी हो ड्राइभर।
ड्रायव्हर जो मरा है तो देश के लिया शहीद नही हुआ क्या ऐ इंडीया का न्याय है क्या.
Mananiy mukhymantri ji agar aap ki Jawan driver hota to unko Kitna maja Milana chahie agar Sahi driver ki mrutyu Hui hai to unko bhi utna darja Milana chahie Jay Hind Jay Bharat
जवानों को मुवाबजा कितना मिलता है?
Baat to sahi h barabar hona h
शाहिद का दर्जा नही होगा तो फिर पुलिस ड्राइवर लेना था
आज का बताये
Sab saman muwaja milna chahiye
Ye bilkul glat hai Bhupesh Baghel sarkar ko sochna chahiye
अगर एसा बरताव रहेगा तो नक्षलवाद क्यो नाहि बढेगा.?
शइवईलईयन शहीद डाईबर को पुरा पैसा मिलना चाहिऐ
ऊसको सहिद मे लेना चाहिए
Ek karod ki muaja deni chahiye
Bhaiya ji ke pariwar ko jawano ke barabar मुआवजा milni chahiye aur
सर आप एक वरिष्ट पत्रकार है आप उस गरीब और शाहिद हुए ड्राइवर को अच्छा और बराबर की मुआजा दिला सकते हो जब सम्पन और सब तरफ से उच्च जो विधायक है छोटे छोटे नेता है उनको जब ये सुविधा मिल सकता है जो 5 वर्ष हीं रहकर पुरा जिंदगी भर वेतन ले रहा है और ओ भी हर महीने तो इस बेचारा का तो जान गया है इसको और पुरा जवानों को जो शाहिद हुआ है सभी को आप बेहतर मुआजा दिला सकते हो आप मिडिया वाले ये भ्रष्ट और दोगला नेताओं को क्यू नहीं समाने लाते
Javanon ki hisab se muvavbja Milana chahie
ये बहुत गलत है ड्राइवर भाई को भी उतना ही रकम मिलना चाहिए क्योंकि वो भी गरीब था उनका भी जान चली गई
Right sir
40 lack milna chahiye driver ji ko.
th-cam.com/video/WRdRg_itskY/w-d-xo.html दंतेवाड़ा नक्सली हमले के बाद पहली बार नक्सली कमांडर का इंटरव्यू
सर मुझे आपका चाहिए क्यूंकि हमारे भी मोहल्ले की समस्या है जो आप ही शासन को हमारी समस्या को दिखा सकते हैं
पहली बात तो यह है कि सरकार को पुलिस के लिए पर्याप्त गाड़ियां उपलब्ध कराना चाहिए
सर जी डायवर भी जवान ही था
TIWAARI SIR... SAHED JAWAN KA FAMILY BALO KO... Kitna... Paisa mila.... Uska barem batana
बेहतरीन सर जी ❤❤
Nokari do ya na do
Lekin 50 lakh do
सरकार को चाहिए कि उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए जो सामाजिक सोच और देश द्रोह जैसे कृत्य का भी अंत करता जो समय की मांग भी है
कहां गे भूपेश कका दूसरा राज्य में जाके 50 लाख दे के आ थे इहा का हो गे
Barabar ka muavja brabr milna chahiey
Sarkar ka yahi niti admi ko bure raste me jane ke liye majbur karti hai
धन्यवाद जी जानकारी के लिए और माइक बदलने के लिए ।
Iski patni ko job dena chahiye
सर जी चालक भईया को सलाम जिन्होंने अपने को खोया है वही जान सकते हैं सर जी लोगो का क्या खासकर नेताओं की बातों को पूछो मत ?
धन्यवाद रानू सर जी
धमतरी से विजय बनपेला
थैंक्स सर
सरकार की इन्ही दोहरी और दोगली नीतियों के कारण आम जनमानस सुरक्षा बलों का खुल के समर्थन करने के बजाय चुप रहना पसंद करते हैं जिसका खामियाजा हमारे जवानों को भुगतना पड़ता है। सरकार को इस गरीब परिवार को भी उचित मुआवजा देना चाहिए। जिंदगी सबकी कीमती है चाहे जवान हो या कोई गरीब ड्राइवर।
२ जान की कीमत अलग अलग कैसे हो सकती है? जान तो सभी की गई है सभी परिवारों को दुख उतना ही हुआ है। ये भी बराबर के हकदार हैं
5 नै इन को वि 20 लेक देना चाहिए