आप का बहुत बहुत धन्यवाद तिवारी सर इस बात को सामने लाये है। पिडित परिवार को सही मुआवजा मिलना चाहिए है। भले ही वो पुलिस भिवाग से नहीं थे पर जान तों गवांया है सरकार। और पुलिस विभाग को विचार विमस करना चाहिए। ओर सही मुआवजा देना चाहिए।और संभू भाई ने जो बात कही उस बात से मैं पूर्ण रूप से सहमत हूं उन्होंने ने बिल्कुल सही कहा।
शहीद जवानों की तरह ही इनको भी मुआवजा देना चाहिए कोई भेद भाव नहीं होना चाहिए वो भी एक देशभक्त है जो जवानों की मदद करते है बिना अपनी जान की परवाह किए बिना कही भी लाने ले जाने में
Hamare jawano ki hum kadar karte hai lekin aise kisi driver ko jabardasti karna ya peetna unacceptable hai.Garib aadmi dono taraf se peesta hai....Aapki reporting ko salam hai Tiwari ji....🙏
भैया आपकी पत्रकारिता को नमन करता हु🙏 अब नमन इसलिए करता हु की आप जो है बस्तर के आखरी व्यक्ति तक की खबर दिखाते है 🙏 कभी बस्तर आना हुआ तो आप से मुलाकात कर के मैं आपके आप को तृप्त करूंगा बहुत समय से आप से मिलने की आशा है 🙏 आप का शुभ चिंतक 🙏
Bol toh sakte hai Sahid par uss bechare civilian ko bhi pura Sahid ka darja de kar puri suvidha milna chahiye.sirf Sahid bol ke samman dene ka koi matlab nahi hai...unke parivar ko aarthik suvidha ka jarurat hai 🙏
Areyy bhai ye government driver nahi tha, private gadi par driver tha ye baat samjh lo pehle, police mein bharti hokar driver hota toh jyada salary milti
तिवारी जी और ग्रुप के सदस्य भाई इस बात को ऐसे समझ सकते है। इंसान के जाने का कोई मोल नहीं ये बात उसके परिवार वालो से अधिक कोई नही जानता। सब की तरह मुझे भी यादव परिवार में दुखो का पहाड़ टूट पड़ा इस बात का दुख है। आपके जानकारी के लिए बता दू नक्सल एरिया में काम करने वाले सुरक्षा बलो का बीमा होता है जिसमे गोपनीय सैनिक से लेकर सभी आते है। बीमा राशि के अलावा बाकी पैसा उनके जिंदगी भर की कमाई का हिस्सा होता है जो नियमानुसार साल में सैलेरी से katta hai है जैसे जीपीएफ, जीआईएस आदि । इस बात का दूसरा पहलू ये भी है की राज्य शासन ने नक्सली हिंसा में मारे गए आम नागरिक के लिए एक पुनर्वास योजना 2004 से बनाया है जिसके तहत 5 लाख और मृत परिवार के एक सदस्य को नौकरी का प्रावधान है। वही बात वरिष्ट अधिकारी ने आपको बताया है। मगर आपको बता दू हर जिले में वाहनों को जरूरत पड़ने पर अधिग्रहण किया जाता है । और we लोग स्वयं चाहते है की उनकी गाड़ी किसी विभाग में लग जाए । आप एक बार अधिग्रहण का रेट पता कर ले की किस गाड़ी का कितना चार्ज है। कोई jabardati नही किया जाता। हकीकत ये है की सभी चाहते है की उनकी गाड़ी लग जाए और किस्त निकल जाए। आप haiyar चार्ज गाड़ियों का पता कर ले जब से लगे है सालाना कितना आमदनी हुवा । हर गाड़ी का अलग अलग रेट है ।
अगर उस ड्रायव्हर को पता था की वो पोलिस की गाडी चला रहा है ओर जान को खतरा है, फिर भी वो चला रहा है, इसका मतलब ये होता है की वो भी देश के लिये काम कर रहा है, ओर इसमे अगर उनके साथ उसकी जान जाती है, तो वो भी उनके साथ शहीद कहलाना चाहिए ओर बराबर का मुहावजा मीलना चाहिए...
मीडिया,पत्रकार ,न्यूज वालो से निवेदन है सरकार की योजनाओं को बताओ और पिछड़ी इलाको में योजना का लाभ पहुंच पा रहा है या नहीं सरकार खुद हमारी भलाई करना नहीं चाहती आज से 75साल हो गए संविधान में 5वीं, 6वीं अनुसूची अभी तक धरातल पर लागू नहीं कर पाई और जीवन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा है इसलिए हमारे भाइयों को सरकार मजबूर कर देती है इसलिए हथियार उठाना पड़ रहा है ।एक कहावत है ना "जब घी सीधी उंगली से नहीं निकले तो टेढ़ी करना पड़ता है ।जय संविधान जय भारत
Mananiy mukhymantri ji agar aap ki Jawan driver hota to unko Kitna maja Milana chahie agar Sahi driver ki mrutyu Hui hai to unko bhi utna darja Milana chahie Jay Hind Jay Bharat
सर आप एक वरिष्ट पत्रकार है आप उस गरीब और शाहिद हुए ड्राइवर को अच्छा और बराबर की मुआजा दिला सकते हो जब सम्पन और सब तरफ से उच्च जो विधायक है छोटे छोटे नेता है उनको जब ये सुविधा मिल सकता है जो 5 वर्ष हीं रहकर पुरा जिंदगी भर वेतन ले रहा है और ओ भी हर महीने तो इस बेचारा का तो जान गया है इसको और पुरा जवानों को जो शाहिद हुआ है सभी को आप बेहतर मुआजा दिला सकते हो आप मिडिया वाले ये भ्रष्ट और दोगला नेताओं को क्यू नहीं समाने लाते
हमारे छतीसगढ कांग्रेस सरकार को एक सौ करोड़ रुपये की मुवजा देना ।चाहिये । और उन्के परिवार को पुलिस विभाग में ना diya जाये । दुसरे विभाग में दिया जयाए। हमारे छतीसगढ के कांग्रेस सरकार up में पचास लाख रुपये मुवजा दे कर आते हैं ।
तिवारी जी मारे गए व्यक्ति के परिवार से जैसा आप कहते है उनसे मुझे भी और सबको सहानुभूति है। मैं इस गुप के साथियों को बताना चाहता हु की आपने जिन अधिकारी से बात किया वो सही बताए है। मगर आपको बता दू पुलिस में गोपनीय सैनिक से लेकर ऊपर तक। सबका बीमा होता है। आपको जो अधिकारी बताया कितना पैसा मिलता है उसमे बीमा के अलावा जवानों के जिंदगी भर की कमाई जैसे जीपीएफ, जीआईएस , our समय समय पर कटने वाले अन्य पैसे होते है। इसलिए राशि ज्यादा होता है। निजी वाहन चालक को कोई jabardati नही करता हकीकत ये है जो भी वाहन लेते है chochte है किसी विभाग में फिट हो जाए । हर गाड़ी का haiyar चार्ज होता है जो उनको लाखो में मिलता है। और हर प्राइवेट गाड़ी और आदमी का भी । आपका भी बीमा होगा गाड़ी और आपका दुर्घटना मृत्यु। पुलिस के समान बीमा राशि मिलेगा अगर we नियमो का पालन कर रहे है।
नक्सली सरेंडर करता है तो उसे मिलेंगे 25 लाख पुलिस विभाग के सरकारी पन्नों में उस ड्राइवर का भी नाम है उसे मिलेंगे 5 लाख ऐसा अन्याय भारत सरकार में ही हो सकता है
सर जी चालक भईया को सलाम जिन्होंने अपने को खोया है वही जान सकते हैं सर जी लोगो का क्या खासकर नेताओं की बातों को पूछो मत ? धन्यवाद रानू सर जी धमतरी से विजय बनपेला थैंक्स सर
सरकार को सभी को योजनाओं का लाभ पहुंचाना जिससे देश का विकास और समृद्ध हो सके देश को विकासशील देशों के श्रेणी में लाना होगा और पिछड़ी इलाको में सरकार को सख्ती से कानून को लागू करना चाहिए ।
जवानों को ले जाने वाला ड्राइवर भी तो किसी के घर का "जवान" था।
ड्राइवर भाई को दिल से नमन ♥️💙
सरकार को चाहिए कि मृतक को भी ड्राइवर को भी उतनी ही धनराशि देना चाहिए जितना जवानों के परिवार वालों को मिले
पुरा नही आधा जवान को 1cr. और ड्राइवर को 50lakh
😭😭😭😭😭😭😭
50 lack thik hai
Vikash bhaiya pranaam 🙏🙏
बिल्कुल सही गाड़ी चालक पुरा हक मिलना चाहिए
विकास सर समाज के ऐसे मुद्दे उठाने के लिए आपका बहुत-बहुत 🙏 शुक्रिया... समाज को आप जैसे पत्रकार की ही जरूरत है
इस गरीब परिवार को, जवानों से आधा मुहावजा जरूर मिलना चाहिए, सरकार को चाहिए नियमों में संशोधन करके इनकी मदद करनी चाहिए😮🙏🤲🌹💐
आप का बहुत बहुत धन्यवाद तिवारी सर इस बात को सामने लाये है। पिडित परिवार को सही मुआवजा मिलना चाहिए है। भले ही वो पुलिस भिवाग से नहीं थे पर जान तों गवांया है सरकार। और पुलिस विभाग को विचार विमस करना चाहिए। ओर सही मुआवजा देना चाहिए।और संभू भाई ने जो बात कही उस बात से मैं पूर्ण रूप से सहमत हूं उन्होंने ने बिल्कुल सही कहा।
मेरे समझ मैं जवानों के साथ था इसलिए शहीद माना जाए और मूआबजा मीले अच्छा से और परीवार मेसे एक को सरकारी नौकरी मीले
जय हिन्द जय छत्तीसगढ़ 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
बड़ी ही निराशा होती है कि नक्सलवाद की समस्या देखने के बाद भी सामाजिक न्याय की कमी है।
ha yar sahi
बहुत अच्छी रिपोर्ट भईया पर उनकी मांग पूरा होना चाहिए,
काम जब सरकार के लिए कर रहे थे तो मुआवजा बराबर ही मिलना चाहिए 🙏
Bilkul sahi baat hai
आप कि reporting एक दम स्पष्ट रहती है 🙏 ऐसे ही गंभीर मुद्दे को लेकर आप reporting krte रहिए 🙏 शहीदों को नमन 🙏 जय हिंद
शहीद जवानों की तरह ही इनको भी मुआवजा देना चाहिए कोई भेद भाव नहीं होना चाहिए वो भी एक देशभक्त है जो जवानों की मदद करते है बिना अपनी जान की परवाह किए बिना कही भी लाने ले जाने में
अगर सरकार ही भेद भाव करे तो, force और police से भरोसा ही उठ जायेगा ।
शासन- प्रशासन से शहीद ड्राइवर भाई को भी शहीद जवान भाइयों के समतुल्य मुआवजा मिलनी चाहिए
Hamare jawano ki hum kadar karte hai lekin aise kisi driver ko jabardasti karna ya peetna unacceptable hai.Garib aadmi dono taraf se peesta hai....Aapki reporting ko salam hai Tiwari ji....🙏
भैया आपकी पत्रकारिता को नमन करता हु🙏 अब नमन इसलिए करता हु की आप जो है बस्तर के आखरी व्यक्ति तक की खबर दिखाते है 🙏
कभी बस्तर आना हुआ तो आप से मुलाकात कर के मैं आपके आप को तृप्त करूंगा बहुत समय से आप से मिलने की आशा है 🙏
आप का शुभ चिंतक 🙏
सर documet में शहीद नही माना जाता लेकिन कम से कम आप और हम तो शहीद बोल ही सकते है।
Bol toh sakte hai Sahid par uss bechare civilian ko bhi pura Sahid ka darja de kar puri suvidha milna chahiye.sirf Sahid bol ke samman dene ka koi matlab nahi hai...unke parivar ko aarthik suvidha ka jarurat hai 🙏
Jab tak desh me neta hai tab tak bharat ki janta piche hai. Neta desh ka मलाई khaye aur naukari , jawan kishan .. kamao khao .bas
Sahi baat ❤
Sahid nahi boliye to hindi me veergati bol dijiye
@@rahulkuldeep6501 जी आप सही कह रहे है
इस परिवार को जरूरी मदद करनी चाहिए 🌷🙏
ड्राइवर को भी शहीद का दर्जा देना चाहिए और उतनी ही धन राशि मिलनी चाहिए क्योंकि जरूरत पड़ने पर ड्राइवर भी बंदूक लेकर सामना करता है। फिर भेदभाव क्यो।
इसके परिवार को भी बराबर मुवावजा मिलना चाहिए ।
शासन प्रशासन के बीच में पीस रहे हैं गरीब आदिवासी जनता
Beti ko government job aur muaavja bhi baakiyo ke barabar hi milna chahiye
ड्राइवर को भी बराबर सम्मान देना चाहिए
आप सही बोले सर दुःख 😢 तो कभी खत्म नहीं होगा पर सरकार को उनकी तकलीफ जरूर दूर करना चाहिए बिना किसी भेद- भाव के......
आपने बहुत बढ़िया मुद्दा उठाए हैं रानू भैय्या ❤
नौकरी दे सरकार और मुआवजा भी जान गरी है कोई मजाक नहीं चल रहा है
योगी g को एक महीने के लिए cg cm प्रभार देदो सब ठीक हो जायेगा
गरीब से लेकर अमीर राजा के दरबार में सबको समान अधिकार है ।
एक बारबार धनराशि देनी चाहिए
सर आपकी रिपोर्टिंग को दिल से शुक्रिया
सबको एक सम्मान देना चाहिए
,,, भगत सिंह,,, को
अभी तक. शहीद का दर्जा
नहीं मिला,,,
ये कांग्रेस की सरकार है सर नहीं देगा इसको भेद भाव अच्छा से आता है
शहीद का दर्ज देना चाहिए
सर जी आप का बोलने का डंग बहुत अच्छा है हमें बहुत अच्छा लगता है but कभी पोलटिक्स मे बिकना नहीं
50 lakh milna chahiye
सहायता दी सरकार
सरकारी नौकरी. मिलना चाहिए इनके परिवार ko
उन्हें भी वही सम्मान मिले जो एक जवान को मिल रहा है
सर ,आप नेताओ के इंटरव्यू करते हैं ,एक बार इन नेताओं से पूछना बहुत दुःख होता हैं ऐसे सिस्टम को देख but सर आपको दिन से प्रणाम❤
पुरा मुआवजा देना चाहिए,हुतात्मा ड्रायवर जी को.
ये क्या? छत्तीसगढ़ में एक ड्राइवर की तनख्वाह इतनी कम क्यों है, हमारे इधर राजस्थान में एक ड्राइवर बीस से पच्चीस हजार रुपए लेता है,,
इधर जवान का 20hazar h
Hmare chhattisgarh me jawan ko 12500 salary milti hai bhai our kuch bhtte Mila ke 18 19 hjaar Ho jata hai
Up mai homeguard ki selry 25000 hzar hai cg police itni kam kyo sir
Areyy bhai ye government driver nahi tha, private gadi par driver tha ye baat samjh lo pehle, police mein bharti hokar driver hota toh jyada salary milti
@@Ram.21. bhai chhattisgarh ke police drg walo ki salary 12500 hai yaar
Government ko chahiye ki sabke Ghar walo ko same muaavjaa mile ..aur parivar ke kisi ek aadmi ko naukri mile .....
सरकार को समझना चाहिए शाहिद का दर्जा मिलना चाहिए और परिवार वालों को नौकरी देना चाहिए
तिवारी जी
तिवारी जी और ग्रुप के सदस्य भाई इस बात को ऐसे समझ सकते है। इंसान के जाने का कोई मोल नहीं ये बात उसके परिवार वालो से अधिक कोई नही जानता। सब की तरह मुझे भी यादव परिवार में दुखो का पहाड़ टूट पड़ा इस बात का दुख है। आपके जानकारी के लिए बता दू नक्सल एरिया में काम करने वाले सुरक्षा बलो का बीमा होता है जिसमे गोपनीय सैनिक से लेकर सभी आते है। बीमा राशि के अलावा बाकी पैसा उनके जिंदगी भर की कमाई का हिस्सा होता है जो नियमानुसार साल में सैलेरी से katta hai है जैसे जीपीएफ, जीआईएस आदि । इस बात का दूसरा पहलू ये भी है की राज्य शासन ने नक्सली हिंसा में मारे गए आम नागरिक के लिए एक पुनर्वास योजना 2004 से बनाया है जिसके तहत 5 लाख और मृत परिवार के एक सदस्य को नौकरी का प्रावधान है। वही बात वरिष्ट अधिकारी ने आपको बताया है। मगर आपको बता दू हर जिले में वाहनों को जरूरत पड़ने पर अधिग्रहण किया जाता है । और we लोग स्वयं चाहते है की उनकी गाड़ी किसी विभाग में लग जाए । आप एक बार अधिग्रहण का रेट पता कर ले की किस गाड़ी का कितना चार्ज है। कोई jabardati नही किया जाता। हकीकत ये है की सभी चाहते है की उनकी गाड़ी लग जाए और किस्त निकल जाए। आप haiyar चार्ज गाड़ियों का पता कर ले जब से लगे है सालाना कितना आमदनी हुवा । हर गाड़ी का अलग अलग रेट है ।
यादव परिवार को प्रभू दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें
बचाना है बस्तर BB
Bahut khub reporting sahi chij ka
कोई बड़ा नक्सली संगठन नेता का इंटरव्यू कीजिए।
और हम आपका एक वीडियो ndtv news पर भी देखा है क्या मामला है सर
साहेब, फोर्स को कही भी जाना हैं तो किसी को भी नहीं बताना पडता है ये सिक्रेट रेहता हैं l
जबरदस्त रिपोर्टिंग करते है आप तिवारी जी
Inke bat ko uthana bahut badi bat hai
ड्राइवर के बच्चों को नौकरी
पक्का मकान
30 लाख रूपए
यह सब मिलना चाहिए
अगर उस ड्रायव्हर को पता था की वो पोलिस की गाडी चला रहा है ओर जान को खतरा है, फिर भी वो चला रहा है, इसका मतलब ये होता है की वो भी देश के लिये काम कर रहा है, ओर इसमे अगर उनके साथ उसकी जान जाती है, तो वो भी उनके साथ शहीद कहलाना चाहिए ओर बराबर का मुहावजा मीलना चाहिए...
समान मुआवजा मिले
Great job bikash bhai
Kam se kam 1 naukri milna chahiye
मीडिया,पत्रकार ,न्यूज वालो से निवेदन है सरकार की योजनाओं को बताओ और पिछड़ी इलाको में योजना का लाभ पहुंच पा रहा है या नहीं सरकार खुद हमारी भलाई करना नहीं चाहती आज से 75साल हो गए संविधान में 5वीं, 6वीं अनुसूची अभी तक धरातल पर लागू नहीं कर पाई और जीवन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा है इसलिए हमारे भाइयों को सरकार मजबूर कर देती है इसलिए हथियार उठाना पड़ रहा है ।एक कहावत है ना "जब घी सीधी उंगली से नहीं निकले तो टेढ़ी करना पड़ता है ।जय संविधान जय भारत
जवानों के पास बकतर बंद गाड़ी नही खुद का ड्राइवर नही
TIWAARI SIR... SAHED JAWAN KA FAMILY BALO KO... Kitna... Paisa mila.... Uska barem batana
सरकार सभीको बराबर मुअवजा देनी चाहिए चाहे फौजी हो ड्राइभर।
सर मुझे आपका चाहिए क्यूंकि हमारे भी मोहल्ले की समस्या है जो आप ही शासन को हमारी समस्या को दिखा सकते हैं
ड्रायव्हर जो मरा है तो देश के लिया शहीद नही हुआ क्या ऐ इंडीया का न्याय है क्या.
घटना में साथ मरें हैं इसलिए मुआवजा बराबर मिलना चाहिए था
अगर एसा बरताव रहेगा तो नक्षलवाद क्यो नाहि बढेगा.?
धन्यवाद जी जानकारी के लिए और माइक बदलने के लिए ।
Inke pariwaar ko pura sahyog milna chahiye
Sarkar ka fasla galat ha 25 lakhs Dana chahiya r pension ma rs 15000 da
Mananiy mukhymantri ji agar aap ki Jawan driver hota to unko Kitna maja Milana chahie agar Sahi driver ki mrutyu Hui hai to unko bhi utna darja Milana chahie Jay Hind Jay Bharat
शाहिद का दर्जा नही होगा तो फिर पुलिस ड्राइवर लेना था
Bilkul sabhi ko ak saman muwaoja ho
पहली बात तो यह है कि सरकार को पुलिस के लिए पर्याप्त गाड़ियां उपलब्ध कराना चाहिए
सर आप एक वरिष्ट पत्रकार है आप उस गरीब और शाहिद हुए ड्राइवर को अच्छा और बराबर की मुआजा दिला सकते हो जब सम्पन और सब तरफ से उच्च जो विधायक है छोटे छोटे नेता है उनको जब ये सुविधा मिल सकता है जो 5 वर्ष हीं रहकर पुरा जिंदगी भर वेतन ले रहा है और ओ भी हर महीने तो इस बेचारा का तो जान गया है इसको और पुरा जवानों को जो शाहिद हुआ है सभी को आप बेहतर मुआजा दिला सकते हो आप मिडिया वाले ये भ्रष्ट और दोगला नेताओं को क्यू नहीं समाने लाते
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हमारे छतीसगढ कांग्रेस सरकार को एक सौ करोड़ रुपये की मुवजा देना ।चाहिये ।
और उन्के परिवार को पुलिस विभाग में ना diya जाये ।
दुसरे विभाग में दिया जयाए।
हमारे छतीसगढ के कांग्रेस सरकार up में पचास लाख रुपये मुवजा दे कर आते हैं ।
Ye bilkul glat hai Bhupesh Baghel sarkar ko sochna chahiye
Bhaiya ji ke pariwar ko jawano ke barabar मुआवजा milni chahiye aur
ये बहुत गलत है ड्राइवर भाई को भी उतना ही रकम मिलना चाहिए क्योंकि वो भी गरीब था उनका भी जान चली गई
सरकार को चाहिए कि उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए जो सामाजिक सोच और देश द्रोह जैसे कृत्य का भी अंत करता जो समय की मांग भी है
शइवईलईयन शहीद डाईबर को पुरा पैसा मिलना चाहिऐ
कहां गे भूपेश कका दूसरा राज्य में जाके 50 लाख दे के आ थे इहा का हो गे
Baat to sahi h barabar hona h
अगर हो सके तो क्राउड फंडिंग का आग्रह कर सकते है .. क्योंकी आपके चाहने वाले बहुत है
सर जी डायवर भी जवान ही था
तिवारी जी मारे गए व्यक्ति के परिवार से जैसा आप कहते है उनसे मुझे भी और सबको सहानुभूति है। मैं इस गुप के साथियों को बताना चाहता हु की आपने जिन अधिकारी से बात किया वो सही बताए है। मगर आपको बता दू पुलिस में गोपनीय सैनिक से लेकर ऊपर तक। सबका बीमा होता है। आपको जो अधिकारी बताया कितना पैसा मिलता है उसमे बीमा के अलावा जवानों के जिंदगी भर की कमाई जैसे जीपीएफ, जीआईएस , our समय समय पर कटने वाले अन्य पैसे होते है। इसलिए राशि ज्यादा होता है। निजी वाहन चालक को कोई jabardati नही करता हकीकत ये है जो भी वाहन लेते है chochte है किसी विभाग में फिट हो जाए । हर गाड़ी का haiyar चार्ज होता है जो उनको लाखो में मिलता है। और हर प्राइवेट गाड़ी और आदमी का भी । आपका भी बीमा होगा गाड़ी और आपका दुर्घटना मृत्यु। पुलिस के समान बीमा राशि मिलेगा अगर we नियमो का पालन कर रहे है।
नक्सली सरेंडर करता है तो उसे मिलेंगे 25 लाख पुलिस विभाग के सरकारी पन्नों में उस ड्राइवर का भी नाम है उसे मिलेंगे 5 लाख ऐसा अन्याय भारत सरकार में ही हो सकता है
आज का बताये
Bhai inka phone pe no. Ya account no. Apke video main open karo jo log chattisgarh ke log inko send kar deenn
जवानों को मुवाबजा कितना मिलता है?
Sab saman muwaja milna chahiye
Right sir
Next bar kon jayega na
Apkey esi video sey maobadi ko bohat kuch janey ko mileyga
Sarkar ka yahi niti admi ko bure raste me jane ke liye majbur karti hai
40 lack milna chahiye driver ji ko.
Barabar ka muavja brabr milna chahiey
सर जी चालक भईया को सलाम जिन्होंने अपने को खोया है वही जान सकते हैं सर जी लोगो का क्या खासकर नेताओं की बातों को पूछो मत ?
धन्यवाद रानू सर जी
धमतरी से विजय बनपेला
थैंक्स सर
सरकार को सभी को योजनाओं का लाभ पहुंचाना जिससे देश का विकास और समृद्ध हो सके देश को विकासशील देशों के श्रेणी में लाना होगा और पिछड़ी इलाको में सरकार को सख्ती से कानून को लागू करना चाहिए ।
Javanon ki hisab se muvavbja Milana chahie
२ जान की कीमत अलग अलग कैसे हो सकती है? जान तो सभी की गई है सभी परिवारों को दुख उतना ही हुआ है। ये भी बराबर के हकदार हैं
Iski patni ko job dena chahiye
IPL match chhod kr Mai aapka vlog dekhta hu I really appreciate your reporting bhaiyaa