यह आप ग़लत। बोल रहे! हो अरेसा ने कोई नहीं किया DG ने केस किया था अरे वा को चाहिए था DG कै उपर के स रके चसको हटाना चहीए थु दुसरी बात आप बार बार हमारा पैसा अरेसाहै तो मु आपसे पुछना चाहता हू अरेवा में कीसका पैसा वह भी तो हमारा ही पैसा है गलत जानकारी देने से बचना चाहिए केसर सिंह की कहानी भी अप गलत बोल रहे है
अपको पता है केशर सिंह कोन सी यूनिट का है ।आपको पता है तो सही क्या है।तो एक Vedio खुद डालिएगा। सबसे पहले अपनी हिन्दी ठीक कीजिएगा। थु,और मु,? का मतलब क्या होता है। बताएं ,उसके बाद कमेन्ट कीजिएगा।
भाई सहाब पहले आप अपनी हिन्दी ठीक कीजिए। कहीं थु, लिख रहे हो और कहीं मु, इसका मतलब क्या होता है। केशर सिंह कोन सी यूनिट का है। उसका केश क्या था। ए घटना कहा की है बताना। DG सहाब के पांव पकड़े सभी झूठ बोल रहा हूं। सैकड़ों लोग गवाह है।
सहाब सही कहा आपने उस बैठ में मैं भी था। D G सहाब खड़े हो गए थे। जब तक पदपर रहे। पूर्व सैनिकों के किसी भी पत्र का जबाब नहीं दिया।और नहीं कोई फौन उठाता था।
Sir,
Apka video achha motivated hota hain🎉
Vedio को ज्यादा से ज्यादा शेर और सब्सक्राइब करें धन्यवाद।
रमेश साहब जय हिन्द साहब सवाल का उत्तर बहुत अच्छा दिया❤❤
Dusre ka dukh Koi nahin samajhta hai sar Jay are wa
Aap ka
जय हिंद असाम राइफल की जय जय अरेवा दुर्गा माता की जय
100% सही कहा है साहब आपने हम भी उन दोनों मीटिंग के साक्षी हैं
Karma comes back DG Nair
यह आप ग़लत। बोल रहे! हो अरेसा ने कोई नहीं किया DG ने केस किया था अरे वा को चाहिए था DG कै उपर के स रके चसको हटाना चहीए थु दुसरी बात आप बार बार हमारा पैसा अरेसाहै तो मु आपसे पुछना चाहता हू अरेवा में कीसका पैसा वह भी तो हमारा ही पैसा है गलत जानकारी देने से बचना चाहिए केसर सिंह की कहानी भी अप गलत बोल रहे है
अपको पता है केशर सिंह कोन सी यूनिट का है ।आपको पता है तो सही क्या है।तो एक Vedio खुद डालिएगा। सबसे पहले अपनी हिन्दी ठीक कीजिएगा। थु,और मु,? का मतलब क्या होता है। बताएं ,उसके बाद कमेन्ट कीजिएगा।
भाई सहाब पहले आप अपनी हिन्दी ठीक कीजिए। कहीं थु, लिख रहे हो और कहीं मु, इसका मतलब क्या होता है। केशर सिंह कोन सी यूनिट का है। उसका केश क्या था। ए घटना कहा की है बताना। DG सहाब के पांव पकड़े सभी झूठ बोल रहा हूं। सैकड़ों लोग गवाह है।
सहाब सही कहा आपने उस बैठ में मैं भी था। D G सहाब खड़े हो गए थे। जब तक पदपर रहे। पूर्व सैनिकों के किसी भी पत्र का जबाब नहीं दिया।और नहीं कोई फौन उठाता था।
सही बात है सर