एक अजीब सा आकर्षण है जो हम इस रचना को सुन कर अपने आप को रोक नहीं पा रहे हैं बहुत ही उत्कृष्ठ गायकी, सुरों के सागर में हमें भिगो दिया, डूबी दिया, आदरणीया किशोरी जी का गायन सुकून का जो सिलसिला शुरू होता है उसे सिर्फ महसूस ही कर सकते है शब्दों से बयान नहीं कर सकते, साथ ही उनके साथी गायक और तब्लानावाज तथा तानपुरा पूरी प्रस्तुति के स्तर को और भी ऊंचाई पर पहुंचा देता है, अपलोड के लिए अनेक धन्यवाद
आंख न मोरी लागी रे भंवरो पिहरवा मोरे देखे बिन चैन ना लेने देत और लागे फरकन । वो तो काहूंकी ना सुनत ना दोहरावत पीतम के डरसो नित लागे बरसन ॥ * अब कैसे घर आऊं री पिया कल ना परत मोहे । तुम्हरे मिलन को जियरा तरसे अहमदपिया तुम देवो दरस मोहे ॥
"You cannot segregate ” feeling ” in life from “feeling” in art; for their roots go right down to that land which everyone owns but no one knows-i.e. the human mind." Kishori Amonkar.
@@samarmavinkurve1056 I think saathila Devaki Tai asavyaat, somewhat thoda tasach vattay... but not sure, as Ketkar sir said, this recording is priceless..
@@SangeetRasik Thanks much for the date. It is also an excellent recording. I do believe this is Tai in her prime. Any idea if the accompanying singer is Manik Bhide? That was also a great coupling.
एक अजीब सा आकर्षण है जो हम इस रचना को सुन कर अपने आप को रोक नहीं पा रहे हैं
बहुत ही उत्कृष्ठ गायकी, सुरों के सागर में हमें भिगो दिया, डूबी दिया, आदरणीया किशोरी जी का गायन सुकून का जो सिलसिला शुरू होता है उसे सिर्फ महसूस ही कर सकते है शब्दों से बयान नहीं कर सकते, साथ ही उनके साथी गायक और तब्लानावाज तथा तानपुरा पूरी प्रस्तुति के स्तर को और भी ऊंचाई पर पहुंचा देता है,
अपलोड के लिए अनेक धन्यवाद
आंख न मोरी लागी रे भंवरो पिहरवा
मोरे देखे बिन चैन ना लेने देत
और लागे फरकन ।
वो तो काहूंकी ना सुनत ना दोहरावत
पीतम के डरसो नित लागे बरसन ॥
*
अब कैसे घर आऊं री पिया
कल ना परत मोहे ।
तुम्हरे मिलन को जियरा तरसे
अहमदपिया तुम देवो दरस मोहे ॥
Absolute pleasure listening to Tai.. her treatment to Shuddha Nat is so unique & peaceful.. thanks for sharing!!
मस्त recording आहे ना !!
Nothing short of priceless. Some of your uploads are amongst the finest on TH-cam. Many thanks, again.
My pleasure!
Was looking for this particular rendering by Kishoriji. Wonderful
Thankyou very much for this
Bliss !!! 😇
Very beautiful
"You cannot segregate ” feeling ” in life from “feeling” in art; for their roots go right down to that land which everyone owns but no one knows-i.e. the human mind." Kishori Amonkar.
👌👌👌🙏🙏🙏
❤️❤️❤️
If I’m not mistaken this is from Gharana Sammelan 1981. The second performance is Nayaki Kanada
th-cam.com/video/YbCB8q5nh2c/w-d-xo.html
Thanks for this, coud you please share res of the details? Thanks
Sangeet Rasik Sorry don’t have any other details.. Only place: Mumbai
@@samarmavinkurve1056 I think saathila Devaki Tai asavyaat, somewhat thoda tasach vattay... but not sure, as Ketkar sir said, this recording is priceless..
@@SangeetRasik Thanks much for the date. It is also an excellent recording. I do believe this is Tai in her prime. Any idea if the accompanying singer is Manik Bhide? That was also a great coupling.
Raag nat is not performed these days sadly.
It needs a different kind of riyaz, dedication n guts to perform shuddha nat
@@chetanmahajan3036 will you please share its aroh avroh pakad