💐🌹🌺जय माता दी बहन जी आपने बहुत अच्छा विषय चुना और बहुत अच्छे से समझाया बाबा गोरक्ष नाथ जी कहते है अगर आपको बलि देनी है तो अपने काम क्रोध मद लोभ अहंकार की बलि चढ़ा दो ऐसी बलि से देवता बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाएंगे जिसने अपने मन को मार दिया वो इस संसार को जीत सकता है एक बार भगवान ने एक बार अपने भगतो की परीक्षा लेनी चाही वह एक गांव में साधु का भेष बना कर आए और बोले जो भी इस मंदिर में अपने घर का कूड़ा डालेगा उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी सभी गांव वाले अपना घर का कूड़ा मंदिर में डालने लगे और मंदिर कूड़े के नीचे दब गया केवल एक पति और पत्नी ने ये काम नही किया भगवान उनसे खुस होकर बोले की तुम दोनो ही सच्चे भगत हो जो जति सती कह लाओगे 🌹💐🌺
Bhaiya ji ap kamakhya ma ke darshan karke aao jaldi apko ithas ke janne ki jada jarurat hai Agar apko pata hota to aap aise baat bolne ki ichha kya vichar tak nhi karte
Kamakhya maa ka mandir ek tantric sthal hai aur maa kamakhya ki puja vamachari tantric vidhan se hi hota raha hei Maharishi Vashisth ji ne vedic niyamo se yaha puja ki thi lekin unko siddhi nahi mila to akash vani se unko bataya gaya ki yaha vamachari tantric vidhi se hi maa ki puja ho sakti hai aur tabse yaha tantric vidhi se hi puja hoti hai aur isi karan yaha bali vidhan band nahi hua, adi guru Shankaracharya aur Swami Vivekananda aur bade dharama guruo a yaha padarpan hua lekin bali vidhan ka yaha pe kisi ne virod nahi kiya, pehle kamakhya Kshetra mein sirf Bhairavi maa ke mandir mein hi manab bali ka pratha tha lekin wo band ho gaya aur mujhe aisha lagta hai ki agar vamachari tantric vidhi se yaha puja band hua to sadharan logo ke liye garbagrihe mein darshan band ho jayega kyuki vamachari tantric vidhan se puja hone ke karan hi log suddha ho ya asuddh har koi andar maa ko sparsh kar pate hai agar satwik niyam se unki puja hui to sarbasadharan mandir ko sparsh bhi nahi kar payenge.
परम् सत्य इतिहास यही कहता है , और श्री दुर्गासप्तशती के तांत्रोक्त पूजन अध्याय में भी बलि का वर्णन है , जिन्होंने पढ़ा नही उन्हे क्या कह सकते हैं । बहस करने से क्या फायदा । जय मां
Ye bali tamsik bhoot pret lete hai , ye tantrik jhooth bolte hai, ye to karn pisachini jesi pisacho ko bhi devi ka roop keh dete hai, rakshaso ko devi kehne wale bali to denge he, ek satvik sadhu kabhi bhi bejubaan ki bali nahi deta ye tamsik tantra matra wale hai@@Raag_Jhankaar
कोहरा भतुआ की बलि दी नारियल की बलि दी जाती है मगर देवी जो अपने बच्चो को हर जीव में देखती है o क्यू बलि मागेगी ये तो बलि कोई और लेता है तांत्रिक क्रिया में बलि का प्रयोग होता है मंदिर में नहीं ये ग़लत है 🐦🐦🔱🌹🌹🐍🐍🐢🐢🌹
👉धर्म एक धंधा है, कमाई के चक्कर में न जाने कितना अंधा है। तभी तो कोई चिकुर चिकुर बेच कर रोटी, माल कमाये। और भक्त बीन सोंच चिकुर चिकुर दे आए ❓❓🤔🤔🤔🤔🤔 जय मानवता, जय विज्ञान 🙏🏼🙏💐💐
Thank you so much Madam for explaining animal sacrifice ( the Bali Pratha ) so well by quoting the Vedas,Upanishad & Bhagvad Gita - the core texts of Hinduism.
किसी के पास सटीक ज्वाब नहीं है बलि के बारे सभी अपने मन की बोल रहे है पर मैं तो इतना जानता हूँ क्या चूहे कीड़े मकोड़े भी उतने प्यारे है भगवान को जीतने हम तो हम जीव हत्या का विरोध करते है फिर घर में चूहों को मारने की दवाई क्यों डालते है क्यों साँप को देखते मार देते है क्या वो ग़लत नहीं है या टू जीव हत्या सभी बंद हो वारना क्यों किसी पर उँगलियाँ उठाना अपनी कमी सुधार लो देश अपने आप सुधर जाएगा 🙏🏻
Lekin uah jaanwar aapka ka kya bigar raha he jo ki tum Bali de rahe ho. Raha ghar me chuho, sap ko marna uah aap ka nuksan kar raha he, lekin uska bhi aap ko koi upay karna chahiye, jese chuhe ko pakarkar dur jangle me chor do, etc
@@dineshyadav-cx7sb main Bali use nhi karta but y btaiye ki kya koi presan kre to usko mar de ham makhi machar kide mkode sbko mar rahe h or vese b birds ne kya bigada tha jo unko mar diya
सांप तो किसी को डस् सकता है आपके बीबी। बच्चे नही देखेगा चूहा तो ये नही देखेगा किआपका महगा कपड़ा है कुतरर देगा अनाज की भरी बोरी काट देगा बल्कि निरीह जीव आपका क्या बिगाड़ रखा है जो उसका बली चढ़ा रहे हो
Tum bewakoof ho. Keeda ya makoda ya chuha bhi ishwar ko utna hi Priya hai jitna insaan. Jahan jeene ka haq sabko diya hai wahi insaan ko dimag sochne samajhne ki shakti aur sahi galat ki pehchan bhi di hai. Aur aatm raksha ka adhikaar sabko diya hai. Kisaan fasal ugata hai ,anaaj paida karta hai taki pehle apne parwar ka pet bhar sake aur baki jaroorat poori kar sake baad me uske paida kiye aur beche ann se sabka poshan hota hai , chare se pashu ka aur ann se manav aur kuch pashu ka. Paudho aur ped bhi jeev hain inme bhi praan hai par yadi kisaan inko na ugaye , na poshan de ,na hi Kate to uske pariwar ka pet kaise bhare aur duniya kya khayegi kabhi socha hai. Is liye kisaan ko fasal kaatne ya usko rogo se bachane ke liye keede maarne ka paap nahi hai. Par jo kisan nahi hai unko ped kaatne ka paap hai. Vishaya bada hai. Aur tumne khud ko aghori bhi likha hua hai 😅😂 ek sawal ka jawab de Dena Maan jaunga ki tum aghori ho ? Sawal hai " aghori kapaal kyon rakhte hain?" Jawab na ho to patli gali pakad Lena aur me to jawab de hi dunga wo bhi pramanik reference ke saath. 😅😅😅😅
कूच लोग मां से ज्यादा हूशार समझ ते है मां आदिशक्ति को बोलना चाहते कूच हूशार सनातनी की मां बली नहीं लेना चाहिए परन्तु बली क्यों लेती है मां ऐं समझ लो बली क्यों लेती है मां फिर कभी नहीं बोलोगे गूरू शरणं में जाव तब पता चलेगा 🙏🙏 जय मां श्मशान काली जय मां तारा जय मां कामाख्या
@@जयमांश्मशानकालीजयमांश्मशानकालीजन्म मरण देने वाला bhagwan होता हैं . भगवान शुद्ध सात्विक होते हैं, खुन खराबा, मांस, बेगुनाह ka रक्तपान आदि तो राक्षस की जरूरतें होती है. अंधविश्वासी मुर्ख लोगों ने सनातन धर्म ka मजाक बना दिया है
कई लोग मास मछली खाते हैं बकरा और कई पशु का मास लेकिन देवी देवता बहुत पहले से है देवी देवता को प्रसन्न करने के लिए देवी तो बेल पत्र से भी प्रसन्न हो जाती हैं देवी देवता फूल पत्ती से भी प्रसन्न हो जाते हैं बली ये क्यों देते है ये ही जाने
Bali is different from animal cruelty ..in slaughter houses they kill any animal but in the case of Bali only healthy male animals without any bodily defect after following proper rituals in a single stroke
@@EkVidyartiजन्म मरण देने वाला bhagwan होता हैं . भगवान शुद्ध सात्विक होते हैं, खुन खराबा, मांस, बेगुनाह ka रक्तपान आदि तो राक्षस की जरूरतें होती है. अंधविश्वासी मुर्ख लोगों ने सनातन धर्म ka मजाक बना दिया है
See what I have understood is that the peeth that you are visiting now is one of the most powerful peetha that is yoni peetha, everything that is going there is under mothers will so we can't give any comments on that, if something does not match with our thought process than we should just follow our own path of workship without criticizing
If bali-vidhan was not inherent to our Dharma, why did Adi Shankaracharya, Madhawacharya, and other saints of their stature, didn't stopped it? Even Ramkrishna Paramhans offered bali to Maa Kali. Tantra has originated from the Shiva himself. Let's not muddle with the truth and dharma just because we don't like it. There were many Vaishnava saints who were pure vegetarian but when it comes to devi puja they themselves gave bali. Watch Rajarshi Nandy ji for depth knowledge on Bali Pratha..
Mein kal hi maa kamakhya ke jakr aayi hun....mene yeh sb dekha mein anjaan thi kuch nhi jaanti thi ke yha bali di jati hai...mein bhut jayda royi hun wha bhut toot gyi yeh sb dekhkr.. Mera maana hau ke agr aap iswar ko maa ko kisi ko dil se pyar krte ho unki puja krte ho ....iswar jarror khush hote hai ..aappki bhakti puja se
बलि नारियल फोड़कर भी दे सकते है किसी फल को कटकर भी बलि दी जा सकती है... ये सब लोग राक्षस प्रजाति के लोग है दुनियां में ऐसी कोई मां नही है जो अपने बच्चो को या किसी मां के बच्चो को खाए हमारो धन राधा श्री राधा श्री राधा जीवन धन राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा
Bhaiya ji jha tak Bali ki baat hai jha jaise kriya Kiya ja rha hai vha vaise hi chalega par ithas jo janne ke liye apko kamakhya devi maa ke darshan jarur karke fir uske bad yeh baat bolne ke baare mai vichar kare
Ma'am Adi Guru Sankaracharya and many highly respected Gurus never banned BALI pratha. I am vegetarian and respect and supported Bali pratha of Saktas.
में ब्राह्मण हु इस तरह के भगवान के नाम पर पशु पे अत्याचार गलत है। मुझे एक बात बताओ इनमेसे कितने पशु है। जो की देवी और देवता के वाहन है। तो क्या हम उनकी अवहेलना कर रहे है। काली , कालभेरव, सिर्फ राक्षस की बलि लेती थी।उनका ही खून पिया था। कभी किसी शास्त्र में नही लिखा देवी और देवता ने किसी भी निर्दोष पशु की बलि देना होगा। यज्ञ में भी बलि देते थे।लेकिन देवता प्रदान होने पर उसे जीवित कर देते थे। और कई जगह पर पंपकिन यानी कोरू जिसे कहते है। उसे काट कर बलि की प्रथा निभाई जाती है।
बलि का एक अर्थ है भेंट देना । जैसे किसी के घर जाने पर हम उनके लिए कुछ लेकर जाते है , जैसे मिठाई ,कपड़े वगैरह भेट करते है।पुराण काल मे किसी राजा से मिलने पर उनको भेट दी जाती थी ,वो कुछ भी हो सकता था अनाज ,जानवर वगैरह ,। श्रीकृष्ण से मिलने मित्र सुदामा ने भी चावल की पोटली भगवान को भेंट दी थी। इसका शाब्दिक रूपांतरण बलि हो सकता है अब सवाल है कि दसमहाविद्या जो देवी रूप में है इनको जानवरों की भेंट या बलि कयू दी जाती है। इनका अवतार ही असुरो के वध संहार के लिए हुए है। इनको शक्ति स्वरूपा कहा गया है। असुरो के वध करने के लिए इनको तामसिक वृति तामसिक शक्ति की जरूरत होती रही होगी ।इसलिए मांस मदिरा की भेंट और जीवन की ऊर्जा की जरूरत होती होगी । जिसे सुर और बाकी देवताओं द्वारा उपलब्ध कराया जाता रहा। दोस्तो आज के जीवन चर्या को देखे तो बहुत से लोग मांस का भक्षण करते है। ज्यादातर तामसिक प्रवृत्ति केहोते है । ये मुस्लिम धर्म मे बकरीद के नाम से धड़ल्ले से लागू है । इसके मूलमे भी कही न कही युद्ध की ही पृष्ठभूमि है। हो सकता है कि लोग मेरे बातो से सहमत नही होंगे या किन्ही को ये तर्क अच्छा न लगे तो मुझे माफ़ करना ये मेरी अभिब्यक्ति है।
This is not about that animal ..its about urja that you can offer tu devi ....it should be the animal or a tree with root etc etc ... for example you can't offer meat to a cow also a lion doesn't accept fruit as meal ...that's there nature Maa doesn't force you to worship her in prasnda ugra rupa ....there are another avatars of maa who has somya rupa in nature ...like mata lakhsmi and mata saraswati ...who give you wealth and knowledge ...it depends on you in which avatar you can worship ...different avatars has different siddhis also worship methods are separate.... Dont interfere with tantra without appropriate knowledge.. Love from ASSAM ....
@@wanderlust72635 It's written in scriptures... Vedic Dalle.. Just like. It's also proven that Krishna & Radha lies beneath the feet of Maa Chinnamasta
Hm bs kl hi Kamakhya jakr aae h .....sch m bhot hi amanvniya kaam h ye bli ka ...plz maa jldi hi ise roke ...😢 Nirjeev bejubano pr atychar bnd ho ..kon kon chahta h esa
very enlightening madam, agree with your rationale, higher consciousness does not want sacrifice of animals but sacrifice of our selfishness, differences, and ignorance
No balli should be given of any living animal /Bird to seek blessing from Davi/devta because we can not give life to the innocent killed by the pundits. It is illegal and may be stopped.
it's an excellent n exclusive vedeo in very detailed description about ' BALI' concept, whether it is right or not, According to the favour of it, ha s been said that after killing some body of any animal , life energy spread out and they serve it to their Goddess, It's my opinion that life energy by killing anyone , immediately merge in Cosmic energy but not any way can be used outwordly, This vedeo is a good effort on your part Devi Anjana ji, bless you always, looking forward for your next presentation, thanks 🙏👍
@@dropofbrahmandaap galat bata Rahi Hain ma'am. Rigveda mein Indra aur Agni Bali maang rahe hain. Aap un mantro ko chhupa Rahi Hain aur dusre mantron ko bata Rahi Hain. 2500 years back ke brahman beef Eater they as per history. We know your Fake Sadhguru very well. Do not trach here. Go and read Bali and beef eating in Rigveda
Im a Sinhalese Buddhist from Sri lanka. Sri lanka became a Theravada Buddhist nation 2300 years ago. There is no animal sacrifice in our culture . Thanks Lord Buddha 🙏 ❤
Kabhi bhi jaa sakte hain Agar ambubachi mela dekhna hai to 21 june se 24 june ka time hota hai Kabhi kabhin1-2 din aage peeche ho jaata hai Tab maa ka garbh grih band hota hai Waise darshan ke liye Kabhi bhi jaa sakte hain
Kali man divine mother Hai vah Jagat Janani hai Koi maa apne liye hi Apne bacchon Ki Bali lena Pasand Nahin karegi maa to Palan Hari hai. Aapne bahut sunder explation dekar ye vdo bnaya.thank u so much my divine sister.jai maa.aum baba ji
Bali is different from animal cruelty ..in slaughter houses they kill any animal but in the case of Bali only healthy male animals without any bodily defect after following proper rituals in a single stroke
Hindu kbhi ek nhi ho skte hai ...kuki hindu ne khud ko baat rkha hai...aur bali Dene se koi kattrata paida nhi hoti ...ek hona padta hai ...aur nafrat se kbhi kisi ka bhala nhi huya...Hindu ho ya muslim ho...hai to sb insan hi..
वाह तुम्हारा लॉजिक ......aaaaaaa thuuuuuu बलि देना कट्टरता का नही नपुंसकता का प्रतीक है एक बेजुबान निर्दोष मासूम की हत्या करने में कैसी बहादुरी??? और रही बात मुल्लों की इस तरह तुम जैसों की सोच और मुल्लों के कोई फर्क नहीं है
unpadh hindi belt veggie idiots dont you study dharmashaastras? Ramcharitmanas is not shaastra and baps temple is not a siddhi peeth, what do you northies know about Tantra maarg
बहुत निंदनीय कार्य है किसी बेजुबान की बलि देना क्या उससे पूछते हे की तुमको हम काट रहे हे देवी मां के सामने तुम करना चाहोगे ? यही चीज अगर इंसानों के साथ होने लगे तोबक भी नही जायेगा किसी और पर तलवार चलाना आसान हे खुद की गर्दन पर चलाओ तो जाने की बलि दी 😢
You can eat whatever you want, you can even offer it to the devine mother but NEVER try and tell me that the devine mother asked for the blood of innocent animals. She needs our ego and arrogance as bali NOT blood of innocent animals. Stop justifying that she needs it.
Pashubali is considered as one of the most important thing in the santan dharshan and is very much part of it. In the vedic kaal the Ashwamegh yagya that was involved the sacrifice of the horse involved. Madhava, shankara, bhaskara, prabhakara, bhatta most revered vedic Rishi said in their writings that though bali is hinsa, but their is no sin arising form it. Durgacharya said bali is ahinsa as it is rakshana/ abhiyudaya of the animal. Nagesha and kaundabhatta said the sin arising from bali can be suparihsra. Now seeing the texts of Sanatan Dharma, mahadevi herself says in the 12th chapert of devi Mahatyam that who ever worship her with the pashu, yagya, naivedya and other items without knowing the right procedure, will accept it with great delight. In kalika puran their is a chapert name rudhiraadhyaay ( blooded chapert) which involves all the procedure and requisites of bali. Kali sahadtranam has devi's name saying balihoampriya, the one who loves bali and hoam. Kamakhya tantra says devi as chagrabali santushta, the one who is satisfied with goat sacrifice. All this is said by mahadevi and Mahadev her/himself, and if one reject this is clearly thinks him/herself more wise than the Supreme lord.
जय वेदो मे पशु बलि को मना किया गया है तो साफ है की पशु बलि आदि काल से चली आ रही हैं इसीलिए वेद के ऋषि मुनियों के सामने जे कार्य होते होंगे इसीलिए बलि पूजा वेद से वि प्राचीन काल की हे
Agar vedon m koi chiz varjit batayi gyi h to fr wo Adharam ki shreni m aati h. Aur isse y b gyat hota h k duniya m dharm srf do hi h. Ek Dharm dusra Adharm.
Ma'am kya aap khud ko Ramkrishna Paramhans se jyada vivekpoorna samajhti hai ? Ye video aapne sirf apne opinion batane ke liye banayi gayi hai. Opinions are not FACTS.
@@dropofbrahmand No Ma'am, agar aap chahti to Great Saints ko quote kr sakti thi jinhone Mahavidya Path pr siddhi hasil kia hai. Instead aapne deliberately selective weak arguments choose kare Bali ke support me, just to prove your Biased Opinion. This is unacceptable.
ॐ जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।🕉️🌹🇮🇳🌙🚩🙏
💐🌹🌺जय माता दी बहन जी आपने बहुत अच्छा विषय चुना और बहुत अच्छे से समझाया बाबा गोरक्ष नाथ जी कहते है अगर आपको बलि देनी है तो अपने काम क्रोध मद लोभ अहंकार की बलि चढ़ा दो ऐसी बलि से देवता बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाएंगे जिसने अपने मन को मार दिया वो इस संसार को जीत सकता है एक बार भगवान ने एक बार अपने भगतो की परीक्षा लेनी चाही वह एक गांव में साधु का भेष बना कर आए और बोले जो भी इस मंदिर में अपने घर का कूड़ा डालेगा उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी सभी गांव वाले अपना घर का कूड़ा मंदिर में डालने लगे और मंदिर कूड़े के नीचे दब गया केवल एक पति और पत्नी ने ये काम नही किया भगवान उनसे खुस होकर बोले की तुम दोनो ही सच्चे भगत हो जो जति सती कह लाओगे 🌹💐🌺
Beautiful
@@dhuninathssatsang ऊं शिव गोरक्ष नाथ नमः 🙏
मेम आपका नंबर मिल सकता हे
Koi hai jo achhe tantrik ko janta ho
Very very nice video..... unique knowledge
So nice of you
ੴਸ਼ੀ੍ ਮਾਤਾ ਕਾਲਕਾ ਜੀ ਦੇ ਚਰਨਾਂ ਵਿੱਚ ਬਖਸ਼ੀ ਮਹਾਂਕਾਲ ਪਿਤਾ ਸਤਿਗੁਰੂ ਜੀ ਇੱਕ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਰਸਦ ਦਾ ਪਰਸਾਦਿ ਨਾ ਚੜੇਗੀ ਬਲੀ ਨਾ ਹੋਵੇਗਾ ਸੰਹਾਰ ਮਾਤਾ ਕਾਲਕਾ ਜੀ ਵਜੇਗਾ ਡੰਕਾ ਹੋਵਣਗੇ ਮੋਰਚੇ ਫਤਿਹ ਸਾਰੇ ਸੰਸਾਰ ਵਿੱਚ ਹੁਣ ਹੋਵੇਗਾ ਦੁਸ਼ਟ ਮਲੇਛ ਤੁਰਕ ਅਸੁਰ ਦਾ ਨਾਸ਼ ਕੁਲਾਂ ਸਮੇਤ ਪੱਟੀਵਣਗੀਆ ਜੜੋਂ ਸੱਚੇ ਦਰਬਾਰ ਵਿੱਚੋਂ ਸਮੁੱਚੇ ਸੰਸਾਰ ਵਿੱਚੋਂ ਬਣੇਗਾ ਵਿਸ਼ਵ ਗੁਰੂ ਹਿੰਦ
बलि नहीं हो ❤ रही बात बलि की तो इन्सान अपने उंगली काट कर खून को बूंद निकल कर देखे फिर समझ आ जायेगा 😂 शोक है तो अपनी खुद को दे 😂😂❤🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏
Yha Gyan Dene se acha hi nonveg khana band kar do. Meat shop nhi band karwa Dena chaiye. Meat shop dekh ke ye khayal nhi ata
Maine to nonveg khana bhi chor diya
Bhaiya ji ap kamakhya ma ke darshan karke aao jaldi apko ithas ke janne ki jada jarurat hai
Agar apko pata hota to aap aise baat bolne ki ichha kya vichar tak nhi karte
@@abhishekprasad9801 Sundar 🎉
@@abhishekprasad9801
Sundar🎉
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणतः क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नमः।।🕉️🇮🇳🌹🌙🚩🙏
Kamakhya maa ka mandir ek tantric sthal hai aur maa kamakhya ki puja vamachari tantric vidhan se hi hota raha hei Maharishi Vashisth ji ne vedic niyamo se yaha puja ki thi lekin unko siddhi nahi mila to akash vani se unko bataya gaya ki yaha vamachari tantric vidhi se hi maa ki puja ho sakti hai aur tabse yaha tantric vidhi se hi puja hoti hai aur isi karan yaha bali vidhan band nahi hua, adi guru Shankaracharya aur Swami Vivekananda aur bade dharama guruo a yaha padarpan hua lekin bali vidhan ka yaha pe kisi ne virod nahi kiya, pehle kamakhya Kshetra mein sirf Bhairavi maa ke mandir mein hi manab bali ka pratha tha lekin wo band ho gaya aur mujhe aisha lagta hai ki agar vamachari tantric vidhi se yaha puja band hua to sadharan logo ke liye garbagrihe mein darshan band ho jayega kyuki vamachari tantric vidhan se puja hone ke karan hi log suddha ho ya asuddh har koi andar maa ko sparsh kar pate hai agar satwik niyam se unki puja hui to sarbasadharan mandir ko sparsh bhi nahi kar payenge.
Manav bali ko kyon band kar diya gaya?
Kya Devi isse rusht nahi hui?
परम् सत्य इतिहास यही कहता है , और श्री दुर्गासप्तशती के तांत्रोक्त पूजन अध्याय में भी बलि का वर्णन है , जिन्होंने पढ़ा नही उन्हे क्या कह सकते हैं । बहस करने से क्या फायदा । जय मां
@@xripz6899Nar Bali apni marzi se di jaati hai. Also Nar bali is not at all same as Pashu Bali. Kuch bhi kat bolo
@@aishwarybajpai537 to fir govt kyon ban kar diya
@@xripz6899 Dobara padho mera comment. Answer hai usme. Hint : " apni marzi "
कोई भी माँ किसी प्राणी की बली नहीं ले सकती हैं 😔😔😭😭😭😭😔❤️❤️❤️❤️❤️❤️इंसान ही अपने स्वार्थ के लिए कई प्राणी की बली देता है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏😭😭❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏😭😭😭😔😔
ye kya logic hai
Bhagwan aise kisi bhojan pe khush nahi ho sakte Hain
Ye bali tamsik bhoot pret lete hai , ye tantrik jhooth bolte hai, ye to karn pisachini jesi pisacho ko bhi devi ka roop keh dete hai, rakshaso ko devi kehne wale bali to denge he, ek satvik sadhu kabhi bhi bejubaan ki bali nahi deta ye tamsik tantra matra wale hai@@Raag_Jhankaar
😂
@@waseynam1888😂
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिम पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षि यमाऽमृतात्।।🕉️🌹🇮🇳🌙🚩🙏
ये अज्ञान अंधविश्वास बलि जैसी घटिया प्रथा बनाकर हम, मां को भी बदनाम करते हैं 😢😢😢
जरा थोड़ा सा ज्ञान बकरा ईद पर भी दे दिया कर, तब तो बड़े खुशी से मुस्लिमों को बकरा, भेस काटने की मुबारकबाद देने जाते हैं
कोहरा भतुआ की बलि दी नारियल की बलि दी जाती है मगर देवी जो अपने बच्चो को हर जीव में देखती है o क्यू बलि मागेगी ये तो बलि कोई और लेता है तांत्रिक क्रिया में बलि का प्रयोग होता है मंदिर में नहीं ये ग़लत है 🐦🐦🔱🌹🌹🐍🐍🐢🐢🌹
Nicely explained....keep it up!!! Jai Mata Kamakhya....
👉धर्म एक धंधा है, कमाई के चक्कर में न जाने कितना अंधा है। तभी तो कोई चिकुर चिकुर बेच कर रोटी, माल कमाये। और भक्त बीन सोंच चिकुर चिकुर दे आए ❓❓🤔🤔🤔🤔🤔
जय मानवता, जय विज्ञान 🙏🏼🙏💐💐
Tera kya dhandha hai jo dharma ko dhandha bata raha khud ki soch sudhar tere liye dharma dhandha hoga aur hamare liye aastha hai
Beta jb pta na ho to bolna nhi cahiye kuch vv
@@maakaladlaaaa 👉🏻पाखंड के पोषक, पाखंड और अंधभक्त होतें हैं या नहीं ❓🤔।
👉🏻और अगर होतें हैं तो दिखतें कैसे हैं ❓❓🤔🤔। 💐💐
Thank you so much Madam for explaining animal sacrifice ( the Bali Pratha ) so well by quoting the Vedas,Upanishad & Bhagvad Gita - the core texts of Hinduism.
vedas does hav sacrificial rites such as ashwameda yanga (which was done by shir raam too) and nara medha yangya
ॐ कालिकाय च विद्महे श्मशान वासिनीये धीमहि तन्नो घोरः प्रचोदयात्।।🕉️🚩🙏
Very beautifully presented !
Many thanks
मैं , ईश्वर के नाम पर किसी प्रकार की हिंसा की निन्दा करता हूं और मेरा विश्वास है , ईश्वर कभी भी इसे स्वीकार नहीं करते ।
मुस्लिम को गाय के नाम पर मरना वो?
Please Shastra padhiye. Saaf Saaf likha hai ki Bali 'Hinsa' ke antargat nahi aati hai.
@@aishwarybajpai537 बलि वैध है हिन्दू धर्म में.
बिल्कुल सही
Ishwar ko nahin, devta ko bali di jati hai😊
किसी के पास सटीक ज्वाब नहीं है बलि के बारे सभी अपने मन की बोल रहे है पर मैं तो इतना जानता हूँ क्या चूहे कीड़े मकोड़े भी उतने प्यारे है भगवान को जीतने हम तो हम जीव हत्या का विरोध करते है फिर घर में चूहों को मारने की दवाई क्यों डालते है क्यों साँप को देखते मार देते है क्या वो ग़लत नहीं है या टू जीव हत्या सभी बंद हो वारना क्यों किसी पर उँगलियाँ उठाना अपनी कमी सुधार लो देश अपने आप सुधर जाएगा 🙏🏻
Lekin uah jaanwar aapka ka kya bigar raha he jo ki tum Bali de rahe ho. Raha ghar me chuho, sap ko marna uah aap ka nuksan kar raha he, lekin uska bhi aap ko koi upay karna chahiye, jese chuhe ko pakarkar dur jangle me chor do, etc
@@dineshyadav-cx7sb main Bali use nhi karta but y btaiye ki kya koi presan kre to usko mar de ham makhi machar kide mkode sbko mar rahe h or vese b birds ne kya bigada tha jo unko mar diya
योनि से खून निकलने पर ही शुद्ध माना जाता है।
सांप तो किसी को डस् सकता है आपके बीबी। बच्चे नही देखेगा चूहा तो ये नही देखेगा किआपका महगा कपड़ा है कुतरर देगा अनाज की भरी बोरी काट देगा बल्कि निरीह जीव आपका क्या बिगाड़ रखा है जो उसका बली चढ़ा रहे हो
Tum bewakoof ho. Keeda ya makoda ya chuha bhi ishwar ko utna hi Priya hai jitna insaan. Jahan jeene ka haq sabko diya hai wahi insaan ko dimag sochne samajhne ki shakti aur sahi galat ki pehchan bhi di hai. Aur aatm raksha ka adhikaar sabko diya hai. Kisaan fasal ugata hai ,anaaj paida karta hai taki pehle apne parwar ka pet bhar sake aur baki jaroorat poori kar sake baad me uske paida kiye aur beche ann se sabka poshan hota hai , chare se pashu ka aur ann se manav aur kuch pashu ka. Paudho aur ped bhi jeev hain inme bhi praan hai par yadi kisaan inko na ugaye , na poshan de ,na hi Kate to uske pariwar ka pet kaise bhare aur duniya kya khayegi kabhi socha hai. Is liye kisaan ko fasal kaatne ya usko rogo se bachane ke liye keede maarne ka paap nahi hai. Par jo kisan nahi hai unko ped kaatne ka paap hai. Vishaya bada hai.
Aur tumne khud ko aghori bhi likha hua hai 😅😂 ek sawal ka jawab de Dena Maan jaunga ki tum aghori ho ?
Sawal hai " aghori kapaal kyon rakhte hain?"
Jawab na ho to patli gali pakad Lena aur me to jawab de hi dunga wo bhi pramanik reference ke saath. 😅😅😅😅
माँ कामाख्या तो फूल नारियल से अधिक प्रसन्न होती होगी। 🌹👋🙏✍️किसी भी प्रकार की पशु बली नहीं होनी चाहिए। जय माँ कामाख्या 👋
कूच लोग मां से ज्यादा हूशार समझ ते है मां आदिशक्ति को बोलना चाहते कूच हूशार सनातनी की मां बली नहीं लेना चाहिए परन्तु बली क्यों लेती है मां ऐं समझ लो बली क्यों लेती है मां फिर कभी नहीं बोलोगे गूरू शरणं में जाव तब पता चलेगा 🙏🙏 जय मां श्मशान काली जय मां तारा जय मां कामाख्या
Yah Jo ghati ke andar Jo baliya dete Hain Na yah ek number ki harami hai yah bakre kat kat ke hi aap hi kha jaate Hain
nahi pata toh muh mat khol samjh gya
@@जयमांश्मशानकालीजयमांश्मशानकालीजन्म मरण देने वाला bhagwan होता हैं . भगवान शुद्ध सात्विक होते हैं, खुन खराबा, मांस, बेगुनाह ka रक्तपान आदि तो राक्षस की जरूरतें होती है.
अंधविश्वासी मुर्ख लोगों ने सनातन धर्म ka मजाक बना दिया है
kuch bhi
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु माकश्चिद्दुःख भाग्भवेत।।🕉️🇮🇳🌹🌹🌙🙏
Dhanyawad
Very good knowledge
कई लोग मास मछली खाते हैं बकरा और कई पशु का मास लेकिन देवी देवता बहुत पहले से है देवी देवता को प्रसन्न करने के लिए देवी तो बेल पत्र से भी प्रसन्न हो जाती हैं देवी देवता फूल पत्ती से भी प्रसन्न हो जाते हैं बली ये क्यों देते है ये ही जाने
Bali is different from animal cruelty ..in slaughter houses they kill any animal but in the case of Bali only healthy male animals without any bodily defect after following proper rituals in a single stroke
Ok thik hai aap joh chadhate woh chadhao .
Bali toh band nahi hogi
mai.bahut. parsan.hu.ham.ko.jadu.shikhana,hai.aapna.namar
@@EkVidyartikhud ki bali dedo
@@EkVidyartiजन्म मरण देने वाला bhagwan होता हैं . भगवान शुद्ध सात्विक होते हैं, खुन खराबा, मांस, बेगुनाह ka रक्तपान आदि तो राक्षस की जरूरतें होती है.
अंधविश्वासी मुर्ख लोगों ने सनातन धर्म ka मजाक बना दिया है
See what I have understood is that the peeth that you are visiting now is one of the most powerful peetha that is yoni peetha, everything that is going there is under mothers will so we can't give any comments on that, if something does not match with our thought process than we should just follow our own path of workship without criticizing
If bali-vidhan was not inherent to our Dharma, why did Adi Shankaracharya, Madhawacharya, and other saints of their stature, didn't stopped it? Even Ramkrishna Paramhans offered bali to Maa Kali. Tantra has originated from the Shiva himself. Let's not muddle with the truth and dharma just because we don't like it. There were many Vaishnava saints who were pure vegetarian but when it comes to devi puja they themselves gave bali. Watch Rajarshi Nandy ji for depth knowledge on Bali Pratha..
It is same like Sati pratha. Sacrifices of living creatures should be stopped. We are vegetarian because we believe God resides in every creature.
@@wanderlust72635 sab nahi hote vegeterian, i would rather follow the vedic religion than some buddhist influenced philosophical non sense.
Is chhapri youtuber ko utni gyan nahin hain bro
@@wanderlust72635
Tu kya janti hain...
Ki Krishna aur Radha maa Chinnamasta ke pair ke niche hoti hain
@@tusharsharma8952 upto you. What do you know about vedic religion?
Thank for sharing precious information among us we are very grateful to you to today I came to kamakhya mandir
So nice of you
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।।🕉️🌹🇮🇳🌙🚩🙏
Mein kal hi maa kamakhya ke jakr aayi hun....mene yeh sb dekha mein anjaan thi kuch nhi jaanti thi ke yha bali di jati hai...mein bhut jayda royi hun wha bhut toot gyi yeh sb dekhkr..
Mera maana hau ke agr aap iswar ko maa ko kisi ko dil se pyar krte ho unki puja krte ho ....iswar jarror khush hote hai ..aappki bhakti puja se
Sahi
Tum bahut innocent ho phir
It's hidden information about Bali pratha. Thank you mam for sharing this information ❤❤❤
Beautifully explained.....!!
बलि नारियल फोड़कर भी दे सकते है किसी फल को कटकर भी बलि दी जा सकती है... ये सब लोग राक्षस प्रजाति के लोग है दुनियां में ऐसी कोई मां नही है जो अपने बच्चो को या किसी मां के बच्चो को खाए
हमारो धन राधा श्री राधा श्री राधा जीवन धन राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा
Bhaiya ji jha tak Bali ki baat hai jha jaise kriya Kiya ja rha hai vha vaise hi chalega par ithas jo janne ke liye apko kamakhya devi maa ke darshan jarur karke fir uske bad yeh baat bolne ke baare mai vichar kare
Too good,specially last 10 minutes. Excellent narration and definition. Joy Maa
Ma'am Adi Guru Sankaracharya and many highly respected Gurus never banned BALI pratha. I am vegetarian and respect and supported Bali pratha of Saktas.
Banned ki kya baat hai. Common sense ke liye ban chahiye kya
Hey Bhagwati aapke charono mein mera sar aapki barmbar jai jai kaar ho
Krupaya krke bali pratha band ho janvronki bali kyo di jati hai
में ब्राह्मण हु इस तरह के भगवान के नाम पर पशु पे अत्याचार गलत है। मुझे एक बात बताओ
इनमेसे कितने पशु है। जो की देवी और देवता के वाहन है। तो क्या हम उनकी अवहेलना कर रहे है। काली , कालभेरव, सिर्फ राक्षस की बलि लेती थी।उनका ही खून पिया था। कभी किसी शास्त्र में नही लिखा देवी और देवता ने किसी भी निर्दोष पशु की बलि देना होगा। यज्ञ में भी बलि देते थे।लेकिन देवता प्रदान होने पर उसे जीवित कर देते थे। और कई जगह पर पंपकिन यानी कोरू जिसे कहते है। उसे काट कर बलि की प्रथा निभाई जाती है।
बलि का एक अर्थ है भेंट देना । जैसे किसी के घर जाने पर हम उनके लिए कुछ लेकर जाते है , जैसे मिठाई ,कपड़े वगैरह भेट करते है।पुराण काल मे किसी राजा से मिलने पर उनको भेट दी जाती थी ,वो कुछ भी हो सकता था अनाज ,जानवर वगैरह ,। श्रीकृष्ण से मिलने मित्र सुदामा ने भी चावल की पोटली भगवान को भेंट दी थी। इसका शाब्दिक रूपांतरण बलि हो सकता है अब सवाल है कि दसमहाविद्या जो देवी रूप में है इनको जानवरों की भेंट या बलि कयू दी जाती है। इनका अवतार ही असुरो के वध संहार के लिए हुए है। इनको शक्ति स्वरूपा कहा गया है। असुरो के वध करने के लिए इनको तामसिक वृति तामसिक शक्ति की जरूरत होती रही होगी ।इसलिए मांस मदिरा की भेंट और जीवन की ऊर्जा की जरूरत होती होगी । जिसे सुर और बाकी देवताओं द्वारा उपलब्ध कराया जाता रहा। दोस्तो आज के जीवन चर्या को देखे तो बहुत से लोग मांस का भक्षण करते है। ज्यादातर तामसिक प्रवृत्ति केहोते है । ये मुस्लिम धर्म मे बकरीद के नाम से धड़ल्ले से लागू है । इसके मूलमे भी कही न कही युद्ध की ही पृष्ठभूमि है। हो सकता है कि लोग मेरे बातो से सहमत नही होंगे या किन्ही को ये तर्क अच्छा न लगे तो मुझे माफ़ करना ये मेरी अभिब्यक्ति है।
Devi. Devta. Ko. Agar. Bali. Lena. Hoga. To. O. Khud. Le. Lege. Hame. Bali. Dene. Ki. Jarurt. Nahi. Hy. 🙏
This is not about that animal ..its about urja that you can offer tu devi ....it should be the animal or a tree with root etc etc ... for example you can't offer meat to a cow also a lion doesn't accept fruit as meal ...that's there nature
Maa doesn't force you to worship her in prasnda ugra rupa ....there are another avatars of maa who has somya rupa in nature ...like mata lakhsmi and mata saraswati ...who give you wealth and knowledge ...it depends on you in which avatar you can worship ...different avatars has different siddhis also worship methods are separate....
Dont interfere with tantra without appropriate knowledge..
Love from ASSAM ....
Mata Kali never came and asked to sacrifice an animal
Geeta is against sacrifice of animals.
Mahadev will never forgive those sants and sadhus who is doing this kind of things...Har Har Mahadev 🔱
@@bhaveshkrishnani9208Tantra pratha Mahadev ne hi chalu ki thi stup!d..
Aur Kaal Bhairav ka bhi puja mein Vali Hota hain
@@wanderlust72635
It's written in scriptures... Vedic Dalle..
Just like. It's also proven that Krishna & Radha lies beneath the feet of Maa Chinnamasta
@@wanderlust72635 read kalika puran, durga saptashati it is clearly mentioned. Mata needs blood
Hm bs kl hi Kamakhya jakr aae h .....sch m bhot hi amanvniya kaam h ye bli ka ...plz maa jldi hi ise roke ...😢 Nirjeev bejubano pr atychar bnd ho ..kon kon chahta h esa
very enlightening madam, agree with your rationale, higher consciousness does not want sacrifice of animals but sacrifice of our selfishness, differences, and ignorance
Dharam ke naam par kya kya ho rha h. Idhar bhi udhar bhi
Tu Swami Viveakananda ya phir Adi Shankaracharya se jyada janti hain? 😂
Jai Maa Kamakhya Devi ki jai ho🙏🙏
माता के ही मंदिरों में ही इतनी अबोध जीवों की हत्या क्यों? माता कब इन्हें सद्बुद्धि देगी यदि वहाँ पर है तो?
No balli should be given of any living animal /Bird to seek blessing from Davi/devta because we can not give life to the innocent killed by the pundits. It is illegal and may be stopped.
@@premhand6639only cowards do pashubali. Tell them to do bali of mullas, they will wet themselves
Nice information
it's an excellent n exclusive vedeo in very detailed description about ' BALI' concept, whether it is right or not, According to the favour of it, ha s been said that after killing some body of any animal , life energy spread out and they serve it to their Goddess, It's my opinion that life energy by killing anyone , immediately merge in Cosmic energy but not any way can be used outwordly, This vedeo is a good effort on your part Devi Anjana ji, bless you always, looking forward for your next presentation, thanks 🙏👍
Thanks for watching 🤗
@@dropofbrahmandaap galat bata Rahi Hain ma'am. Rigveda mein Indra aur Agni Bali maang rahe hain. Aap un mantro ko chhupa Rahi Hain aur dusre mantron ko bata Rahi Hain. 2500 years back ke brahman beef Eater they as per history. We know your Fake Sadhguru very well. Do not trach here. Go and read Bali and beef eating in Rigveda
@@mohammadroom7735Sadhguru is not fake you fake loser he is real guru
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी तृतीयं चन्द्रघंटेती कूष्माण्डेती चतुर्थकं पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च सप्तमं कालरात्रेति महागौरेति चाष्ट्मं नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिताः। उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना।।🕉️🇮🇳🌹🌙🥥🍎🪔🚩🔱🔔🙏
Im a Sinhalese Buddhist from Sri lanka. Sri lanka became a Theravada Buddhist nation 2300 years ago. There is no animal sacrifice in our culture . Thanks Lord Buddha 🙏 ❤
Tantra root lies in Buddhism
Stop fooling yourselves
Tum log to pura din nonveg hi khate ho socho kitni bali roj karte ho
Ye sab income he panda ki
Galat ma kali sayam hi urja ka source he to uski urga Kam kese hogi
Sundar episode😊
Respect from Assam
जय श्री माता रानी मां कामख्या देवी माता की ओम् नमः शिवाय
0:57 thumbnail galat kyu lagaya video pahle dekha hua hai mene ,, kamjor dilj jesa kuchh nahi dikhaya video mein ,, 1:59
Jai Mata rani
पता नहीं अभी भी हम कौन सी सदी में जी रहे हैं अरे बंद करो इस प्रथा को ,,माता बली नहीं मांगती।।
अपनी अपने किसी प्रिय की बलि क्यों नहीं देते। इन निरीह जीवों ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है।
Holiday ko chicken or mutton khateho bali se problem gajab he
अपने किसी प्रिय को हि बली चढ़ा दिया जाय तो मा कामाख्या बहुत् जल्दी खुस हो जाएगी जो जीव बोल नही सकता वो तुम्हारा क्या बिगड़ा है जरा ग हरायई से सोचो
Maine band kr diya hai nonveg khana
सदियोंसे चली आरही सनातन की परंपरा को बरकरार रखा है ऐसें पुरातन मंदिरोने 🌹कुछ सिख लेणी होगी आज के पाखण्डीयोने 👌
Jay maa kamakhya
Mujhe bhi kali maa kaa bakre ki bali deni he koi batayega kese hoga
Bali Dena hai to apne aap ka Bali De Mata bahot Prashan hogi
Arey jaanvar ko kyu Bali de rahe ho.... Aapne aap ko hi samarpit kardo moksh milega
kali mandir me jake karna padega kisi acharya se puche wo vidhi karwa denge.
जय मां कामख्या 🙏
मां बलि नहीं लेती हैं। मां केवल भाव की भूखी है।❤❤❤❤❤
@@chandanpatel7161 bali only for virachari/siddhantachari/kaulachari sadhaks..
Ma sirf rakshashoki Bali leti he
@ns4477 kalika puran Rudhira Adhyay me sab kuch details me likha hua hai
Mem kamakya Mandir kb Jaa skte hai
Kabhi bhi jaa sakte hain
Agar ambubachi mela dekhna hai to 21 june se 24 june ka time hota hai
Kabhi kabhin1-2 din aage peeche ho jaata hai
Tab maa ka garbh grih band hota hai
Waise darshan ke liye Kabhi bhi jaa sakte hain
Kali man divine mother Hai vah Jagat Janani hai Koi maa apne liye hi Apne bacchon Ki Bali lena Pasand Nahin karegi maa to Palan Hari hai. Aapne bahut sunder explation dekar ye vdo bnaya.thank u so much my divine sister.jai maa.aum baba ji
Jai mata rani 🙏
Om Babaji 🙏
But there are many who got enlightenment after following the path of vamachar which includes Bali...watch each and every video of Rajarshi Nandi
Bali is different from animal cruelty ..in slaughter houses they kill any animal but in the case of Bali only healthy male animals without any bodily defect after following proper rituals in a single stroke
@@xripz6899it is nonsense and superstitious
@@wanderlust72635 you are too superficial
Jai Mata Di 🙏🏻
SO BEAUTIFUL ...❤️ ❤️
बलि से हिन्दुओं के मन में एक कट्टरता पैदा होती है जो मुल्लों से लड़ने के लियॆ हिन्दुओं के अंदर कट्टरता होना भी बहुत जरूरी है
Hindu kbhi ek nhi ho skte hai ...kuki hindu ne khud ko baat rkha hai...aur bali Dene se koi kattrata paida nhi hoti ...ek hona padta hai ...aur nafrat se kbhi kisi ka bhala nhi huya...Hindu ho ya muslim ho...hai to sb insan hi..
वाह तुम्हारा लॉजिक ......aaaaaaa thuuuuuu बलि देना कट्टरता का नही नपुंसकता का प्रतीक है एक बेजुबान निर्दोष मासूम की हत्या करने में कैसी बहादुरी??? और रही बात मुल्लों की इस तरह तुम जैसों की सोच और मुल्लों के कोई फर्क नहीं है
@@jyoti_vloglifeexactly. Pashu bali kayarta hai unme himmat ho to bangladesh jakar mullo ki bali de ae
@@astrohealingpoint itne bali k pujari hore to kud ko katwa k dekhi pata chal jayega kaam to kud Suro wale kre baat kree katarpan ki
@@jyoti_vloglifeइंसानियत को कुचलने वाले सबसे ज्यादा चुस्लिम ही थे इतिहास गवाह है इस बात का...
बहुत सुंदर जानकारियां आपके द्वारा दी गई है जय मां कामाख्या
जीस जगह पर जानवर की बलि चढ़ाई जाती है वह जगह पर हम जाना भी पसंद नहीं करते तो उस जगह पर मता , देवी देवता कैसे आ सकते हैं।
Muje to lagta tha ke sirf muslim log he bali de te he but ya dekh ke yakin nahi hora he sanatan me be 😮
Wo sab nonvage khane wale h papi sirf pap krta h tbhi to wo nark m jayega
unpadh hindi belt veggie idiots dont you study dharmashaastras? Ramcharitmanas is not shaastra and baps temple is not a siddhi peeth, what do you northies know about Tantra maarg
सबसे बेकार रिवाज है खुद की बलि क्यों नहीं देते
you dont understand the tantra. Watch Rajarshi Nandi podcasts about this.
Tu aaja , tera try karenge - ganwaar kahinka. ....Why u north indians try to poke your nose in North East traditions
चूतिये लोग बकरीद पर तो खुशी मनाते हैं, बधाई देते हैं, लेकिन खुद के धर्म के रिवाज़ पर मुंह बनाते हैं
@@devkumar5315correct
teri narbali denge aaja WB ya Assam me
ऐसी देवी को मेरा दूर से ही नमस्ते।
Adbhut
Jai maa kamakhya
कल मे कामाख्या मंदिर मे था और मेने एक भैंसे की बली देखी !
रात भेर सो नहीं सका, बहुत हि अमानवीए प्रोसेस था
बहुत निंदनीय कार्य है किसी बेजुबान की बलि देना क्या उससे पूछते हे की तुमको हम काट रहे हे देवी मां के सामने तुम करना चाहोगे ?
यही चीज अगर इंसानों के साथ होने लगे तोबक भी नही जायेगा किसी और पर तलवार चलाना आसान हे
खुद की गर्दन
पर चलाओ तो जाने की बलि दी
😢
Maa Baglamuki ki sadhana karta hu lakin mata aapko parnaam karta hu iski jagha nariyal bali sahi hai ya maa ka havan kare
देखिए मां बलि क्यों चाहेंगी मां निर्दोष जीव को जीवन जीने से क्यों रोकेगी।हम बलि नहीं देखेंगे ।
You can eat whatever you want, you can even offer it to the devine mother but NEVER try and tell me that the devine mother asked for the blood of innocent animals. She needs our ego and arrogance as bali NOT blood of innocent animals. Stop justifying that she needs it.
अपनी खुद की बलि दो तब माता रानी बहुत खुश होगी.. मैं पशु बलि का विरोधी हूं।
Eid ke kurbani par v gyan pela kar tab manenge tujhe
@@rockon5293pahle tu apni Bali to de tabhi Mata Rani khush hogi
@@hemants7570kitne shastra padhe h ?
Hum gaye the yaha October me, but meri himmat nahi hui bali ghar me dekhne ki
पशु बलि गलत है बलि देनी हो तो सात्विक बलि देनी चाहिए
Pashubali is considered as one of the most important thing in the santan dharshan and is very much part of it. In the vedic kaal the Ashwamegh yagya that was involved the sacrifice of the horse involved. Madhava, shankara, bhaskara, prabhakara, bhatta most revered vedic Rishi said in their writings that though bali is hinsa, but their is no sin arising form it. Durgacharya said bali is ahinsa as it is rakshana/ abhiyudaya of the animal. Nagesha and kaundabhatta said the sin arising from bali can be suparihsra.
Now seeing the texts of Sanatan Dharma, mahadevi herself says in the 12th chapert of devi Mahatyam that who ever worship her with the pashu, yagya, naivedya and other items without knowing the right procedure, will accept it with great delight. In kalika puran their is a chapert name rudhiraadhyaay ( blooded chapert) which involves all the procedure and requisites of bali.
Kali sahadtranam has devi's name saying balihoampriya, the one who loves bali and hoam. Kamakhya tantra says devi as chagrabali santushta, the one who is satisfied with goat sacrifice.
All this is said by mahadevi and Mahadev her/himself, and if one reject this is clearly thinks him/herself more wise than the Supreme lord.
Bali to khud ka Sar do ,,nato obala jib ka
@@sudiptaghosh8511wah kya logic hai ..
Shashtra bina Jane gyan ki bhandaar hai aap .
Hamare shashtra ke upar apka opinion hai, aap itne mahaan hai .😂
@@sudiptaghosh8511 Aap murkh hi rhenge.
@@ruchira7444 tab to mulle vhi thik hi karte hai ,,GO mata ko allah ke nam pe kat dete hai
@@aishwarybajpai537 tab to mulle thik hi karte hai,,allah ke nam pe 4 leg wale pashu o ke( Gomata , goat etc ke hatyya kar dete hai)
ॐ अखण्ड मण्डलाकारं व्याप्तंयेन चराचरम। तत्पदं दर्शितम्येन तस्मै श्री गुरुवे नमः।।🕉️🌹🇮🇳🌙🚩🙏
जय वेदो मे पशु बलि को मना किया गया है तो साफ है की पशु बलि आदि काल से चली आ रही हैं इसीलिए वेद के ऋषि मुनियों के सामने जे कार्य होते होंगे इसीलिए बलि पूजा वेद से वि प्राचीन काल की हे
Satya
Right
होनी चाहिए वेदों se bhi पुरानी है तोपुराना se ही तारीफ करते
Agar vedon m koi chiz varjit batayi gyi h to fr wo Adharam ki shreni m aati h. Aur isse y b gyat hota h k duniya m dharm srf do hi h. Ek Dharm dusra Adharm.
@@pakhigupta5360ab sare hi raksas h wahan to tum kya smjhaogi 😂😂😂
Praise the Lord❤❤❤❤
Jay maa kamakhya
Jai mata rani 🙏
bohut accha video banaya apne...ye shashtron me nahi hai..
ye muslmano ki pratha hai..daitya bhog..
aap kis City se hain..
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।।🕉️🇮🇳🌹🌙🚩🙏
जय मां भगवती ❤❤
जय माता दी ❤❤
राधे राधे
Radhe radhe
हर जीव ईश्वर की सन्तान है .हर जीव में ईश्वर का अंश है. फिर उनकी सन्तान को उनके ही सामने हत्या करना कहीं से भी तर्क संगत नहीं है.
बलि देने से देव कदापि खुश नहीं हो सकते है।
यह सनातन में लागू नहीं है।
Bali bhaut hi krur pratha hai maa kabhi jeevo ki hatya nahi chati hai
बलि प्रथा एक राक्षसी प्रथा
जय मां कामख्या ❤❤
बली प्रथा बंद होनी चाहिए इस से अच्छा आप नारियल देना चाहिए
Jay kamakheya mata rani ❤
Jai mata kamakhya
Thankyou जो आपने सच्चाई दिखाई मैं कभी नही आना चाहूंगी
धर्म आधुनिक समाज के लिए एक कलंक है क्योंकि आप जैसे पढ़े-लिखे भी हर धार्मिक कर्मकांड को एक सकारात्मक स्वरूप प्रदान करके उचित ठहराते हैं।
I m totally agree with Sadhguru g jai maa kamakhya Kali g
In the reality Bali concept on the Evils criminals and bad peoples calls danavas not the Animals.
Pashu bali per rok lagana chahuye.
Joi Maa Kamakhya 🙏Bohot sunder gyan diya aapne didi 🙏...3 hafte pehele maa ne hume bhi darshan diye didi..kaash aapke bhi darshan ho paate uss vaqt
Koi baat nahi
Jaldi hi milenger🤗🤗🤗😀
Jay jay mai
Ma'am kya aap khud ko Ramkrishna Paramhans se jyada vivekpoorna samajhti hai ? Ye video aapne sirf apne opinion batane ke liye banayi gayi hai. Opinions are not FACTS.
Bhai ye meri opinion nahi, logo ki opinion hai, main to अज्ञानी hu
Ye sahi hai ya galat, aisa maine nahi kaha
Waha ke logo ne kya kaha, wo bataya
@@dropofbrahmand No Ma'am, agar aap chahti to Great Saints ko quote kr sakti thi jinhone Mahavidya Path pr siddhi hasil kia hai. Instead aapne deliberately selective weak arguments choose kare Bali ke support me, just to prove your Biased Opinion. This is unacceptable.