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तुरीय
เข้าร่วมเมื่อ 3 มิ.ย. 2024
इस चैनल के माध्यम से ज्ञानमार्ग से संबंधित विषयों को संछिप्त में समझाने का प्रयास किया जाता हैं।
सत्संग में जुड़ने के लिए आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं हर शनिवार रात 9-10 (भारतीय मानक समय)
त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/
या मुझे सीधे सन्देश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiyateet
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सत्संग १७ : ज्ञान दीक्षा कार्यक्रम, इन्द्रियाँ, स्वयं, "नियम " और "नियमित”
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ आप स्वयं के आध्यात्मिक यात्रा और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं।
१ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है।
२) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/ या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiyateet
आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है।
-ज्ञान दीक्षा कार्यक्रम कैसे कर सकते है। क्या कंप्यूटर होना आवश्यक है या मोबाइल फ़ोन से किया जा सकता है।
-अपरोक्ष ज्ञान इंद्रियों के माध्यम से होता है और इंद्रियां झूठ, असत्य ,अनित्य और अपूर्ण हैं । तो -इंद्रियों से जो ज्ञान होगा वह नित्य, सत और पूर्ण कैसे होगा ?
-इंद्रियों का अनुभव स्वयं का अनुभव होता है । तो क्या इंद्रियों को स्वयं संज्ञा दिया जा सकता है?
-क्या स्वयं का अनुभव कभी भी इंद्रियों के द्वारा संभव है? स्वयं अनुभवकर्ता है और इन्द्रियाँ कारण हैं ।
-"नियम " और "नियमित " का क्या अर्थ है? ये दोनों अलग क्यों है? और अनुभवकर्ता पर ये लागू क्यों नहीं होते? पर कोनसे कारण से ये अनुभव पर लागू होता है? क्या अस्थाई चीज नियमित हो सकता है?
-ये जो भी अनुभव होता हैं वो वास्तव मे वैसा नहीं है जैसा अनुभव होता हैं। बस हमें उतना ही अनुभव होता हैं जितनी हमारी इंद्रियों की क्षमताएं है। और पता नहीं कि जितना वो हमें अनुभव करा पा रही हैं उतना भी वास्तविक है या नहीं।
@bodhivarta
@pure_exp
#gyanmarg #nonduality #nondualityexplained #freedon #eternalbliss #satsang #maya #aatmgyan #brahmgyan #happiness #bliss #truth #spiritualjourney #adwait #advaita #brahmgyan #aatmgyan #aatmgyan #gyan #whoami #bliss #turiya #turyateet #timeisillusion #illusion #timelessness #nondoership #pathtoenlightenment
१ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है।
२) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/ या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiyateet
आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है।
-ज्ञान दीक्षा कार्यक्रम कैसे कर सकते है। क्या कंप्यूटर होना आवश्यक है या मोबाइल फ़ोन से किया जा सकता है।
-अपरोक्ष ज्ञान इंद्रियों के माध्यम से होता है और इंद्रियां झूठ, असत्य ,अनित्य और अपूर्ण हैं । तो -इंद्रियों से जो ज्ञान होगा वह नित्य, सत और पूर्ण कैसे होगा ?
-इंद्रियों का अनुभव स्वयं का अनुभव होता है । तो क्या इंद्रियों को स्वयं संज्ञा दिया जा सकता है?
-क्या स्वयं का अनुभव कभी भी इंद्रियों के द्वारा संभव है? स्वयं अनुभवकर्ता है और इन्द्रियाँ कारण हैं ।
-"नियम " और "नियमित " का क्या अर्थ है? ये दोनों अलग क्यों है? और अनुभवकर्ता पर ये लागू क्यों नहीं होते? पर कोनसे कारण से ये अनुभव पर लागू होता है? क्या अस्थाई चीज नियमित हो सकता है?
-ये जो भी अनुभव होता हैं वो वास्तव मे वैसा नहीं है जैसा अनुभव होता हैं। बस हमें उतना ही अनुभव होता हैं जितनी हमारी इंद्रियों की क्षमताएं है। और पता नहीं कि जितना वो हमें अनुभव करा पा रही हैं उतना भी वास्तविक है या नहीं।
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सत्संग १६ : मनुष्य जीवन, मानदंड, मानसिक अनुभव, ज्ञाता, सर्वत्र, विश्वास, अनुपलब्धि, अनंत घटनाएं
มุมมอง 14114 วันที่ผ่านมา
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ आप स्वयं के आध्यात्मिक यात्रा और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। १ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है। २) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/ या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiya...
सत्संग १५ : संस्कार, ब्रह्मज्ञान, द्वैत, तत्व, नाद, शरीर, सत्य, मिथ्या, निर्जीव, अज्ञान
มุมมอง 18721 วันที่ผ่านมา
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ आप स्वयं के आध्यात्मिक यात्रा और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। १ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है। २) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/ या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiya...
सत्संग १४ : मान्यताएं, नाम रूप, स्मृति और समय, श्रवण, मन, आत्मज्ञान, व्यक्तिनिष्ठ, तादात्म्य
มุมมอง 108หลายเดือนก่อน
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ आप स्वयं के आध्यात्मिक यात्रा और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। १ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है। २) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/ या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiya...
प्रश्नों के स्तर
มุมมอง 229หลายเดือนก่อน
कई बार साधक जब मनन करते हैं तो प्रश्नों के स्तर को अनदेखा कर देते हैं और माया, द्वैत और अद्वैत के स्तर को मिला देते हैं। इस कारण से प्रश्नों के उत्तर पाना उनके लिए कठिन हो जाता है। अगर मनन से पहले एक बार यह जांच ले की प्रश्न किस स्तर का है तो साधक के लिए उत्तर तक पहुँचना सुलभ हो जाता है। इस वीडियो यही समझाया गया है की मनन से पहले स्तरों को कैसे देखे। त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीक...
सत्संग १३ : मिथ्या, मान्यता, एकता, मानदंड, विसत्य
มุมมอง 158หลายเดือนก่อน
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सत्संग १२ : मनोशरीर यंत्र, स्वयंसिद्ध, माया, बाधा, एक अनुभवकर्ता, सही मार्ग
มุมมอง 212หลายเดือนก่อน
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ आप स्वयं के आध्यात्मिक यात्रा और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। १ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है। २) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं gyanmarg.guru/3d/ या मुझे सीधे संदेश भेज सकते है टेलीग्राम पर @Turiya...
सत्संग ११ : ज्ञान के स्तर, दुःख, अनुभव का कारण, नैतिक, मनन, त्याग, ज्ञान अर्जन, कृपा
มุมมอง 183หลายเดือนก่อน
सत्संग ११ : ज्ञान के स्तर, दुःख, अनुभव का कारण, नैतिक, मनन, त्याग, ज्ञान अर्जन, कृपा सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ आप स्वयं के आध्यात्मिक यात्रा और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। १ ) सत्संग हर शनिवार रात ९-१० (भारतीय मानक समय) बजे होता है। आप टेलीग्राम एप पर @bodhivarta समूह से जुड़ सकते हैं सत्संग यहीं से संचालित होता है। २) त्रिज्ञान के लिए आप यहाँ अपना नाम यहाँ पंजीकृ...
सत्संग १० : अहम, अनुभवकर्ता का ज्ञान और संबंध, अनुभव एक हैं, चेतना, नैतिकता
มุมมอง 247หลายเดือนก่อน
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ हम आध्यात्मिक विचार व्यक्त कर सकते हैं और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है। १) आत्मज्ञान होने पर अहम् कहाँ स्थापित होता है ? २) अनुभवकर्ता का ज्ञान शरीर के बिना संभव है क्या ? ३) अनुभवकर्ता और अनुभव साथ क्यों दीखते हैं हमेशा क्या यह दोनों एक दूसरे पर आश्रित है ? ४) सारे अनुभव एक हैं यह कैसे प...
सत्संग ९ : अनुभव, मार्ग, लक्ष्य, ब्रह्म, मिथ्या, ज्ञान साधन, दृश्य-दृष्टा विवेक, प्रेम, सरलता
มุมมอง 1882 หลายเดือนก่อน
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ हम आध्यात्मिक विचार व्यक्त कर सकते हैं और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है। १) जगत के अनुभव मानसिक अनुभव कैसे हैं ? २) मैं कैसे जान सकता हूँ की कौन सा मार्ग मेरा है कहाँ मेरी प्रगति होगी ? ३) आध्यात्मिक लक्ष्य क्या होना चाहिए ? ४) ब्रह्म क्या है ? मुझे कैसे पता चलेगा कि मैं ब्रह्म हूँ ? ५) मि...
आध्यात्मिक संसाधन भाग ४ : शुरु करें
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Gyanmarg.guru एक आध्यात्मिक वेबसाइट है जो पूरी तरह से अध्यात्म को समर्पित है। इसे आप एक भेंट समझ सकते है जिसे गुरुक्षेत्र ने आपके लिए ही भेजा है, यहाँ सभी सेवाएँ निशुल्क और ऑनलाइन है। इसकी सहायता से आप अध्यात्म की शुरुआत अपने घर के आराम में कर सकते हैं।। सबसे पहले इस वेबसाइट पर जाकर आप इसका अवलोकन कर लें जिससे आपको सभी उपलब्ध सेवाओं का पता चल जाये। इस बहुमूल्य मनुष्य जीवन को व्यर्थ न जाने दे अप...
सत्संग ८ : घटना और अनुभव, अध्यात्म, अवस्था, अकर्ता, अनावश्यक कार्य, उत्तरजीविता, बंधन, कर्म, परीक्षा
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सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ हम आध्यात्मिक विचार व्यक्त कर सकते हैं और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है। १) घटना और अनुभव में क्या अंतर है ? २) क्या चमत्कारी घटनाओं को अध्यात्म कहते हैं ? ३) कौन है जिसकी अवस्था बदलती है ? ४) अकर्ता होना कैसे संभव है ? ५) अनावश्यक कार्य कैसे रोकें ? ६) मेरे पास पर्याप्त धन नहीं है जिससे म...
साधक के विकल्प
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एक साधक अपने जीवन के अनुभवों से आसानी से दे पाता है की सारे अनुभव मिथ्या हैं । क्योंकि सभी अनुभव नश्वर है, हमें जो भी पता चल रहा है वो जैसे रूप, रस, ध्वनि, स्पर्श, गंध वह वास्तविकता में है नहीं। इन्द्रियां एक ही अनुभव की भिन्न जानकारी देती है। कर्मफल भी निश्चित नहीं है यहाँ तक की एक ही इन्द्रियों के कई द्वार हैं। इन सभी विषयों पर मनन करके साधक सत्य के साथ रहने का चयन करता हैं। सत्संग में जुड़ने ...
सत्संग ७ : मन, गुरु, शास्त्र, अनुभव, ब्रह्म, शरीर, जीव के अनुभव, आनंद, विचित्र अनुभव, स्तर, मिथ्या
มุมมอง 2892 หลายเดือนก่อน
सत्संग अवसर है सभी साधकों के लिए जहाँ हम आध्यात्मिक विचार व्यक्त कर सकते हैं और ज्ञानमार्ग से संबंधित प्रश्नों को पूछ सकते हैं। आज के सत्संग में निम्न प्रश्नों पर चर्चा की गयी है। 01) पिछले सत्संग में आपने कहा था मन हमेशा ठग लेता है और इस पर और प्रकाश डालिये। 02) कभी कभी गुरु से मिलना इतना सुलभ नहीं होता है तो कैसे जाने गुरु सही है या नहीं ? 03) मैंने बहुत सारे शास्त्र पढ़े हैं अब क्या करना होगा...
मानसिक अनुभव
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इस वीडियो में अनुभवों के सामान्य दिखने वाले वर्गों पर विश्लेषण किया गया है और यह जानने का प्रयास किया गया है कि अनुभव कहाँ होते हैं। पूरा जीवन एक मनुष्य इसी भ्रम में रहता है कि कुछ अनुभव भौतिक होते हैं और कुछ अभौतिक, परन्तु मनन के पश्चात साधक आसानी से समझ जाता है कि सारे अनुभव केवल मानसिक अनुभव ही हैं। इस सृष्टि में कुछ भी भौतिक नहीं है। आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत या निम्न सेवाओं के लिए आप मुझ...
सत्संग ६ : कर्ता, आत्मज्ञान के बाद, बंधन, प्रारब्ध, मन, समय, नाद, दृश्य और दृष्टा
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सत्संग ४ : अनुभव, अकर्ताभाव, गुरु, अहम, माया, शून्य, पुनर्जन्म, परिवर्तन, चित्त बृत्ति, ऊर्जा
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सत्संग ३ : मानसिक अनुभव, साधन, सत्य, इच्छाएं, शांति, मृत्यु उपरांत ज्ञान, अहम, सुन्दर कर्म, लक्ष्य
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आध्यात्मिक संसाधन भाग २ : गुरु की खोज
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