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Chunindaa Kahaniya
India
เข้าร่วมเมื่อ 26 พ.ค. 2020
चुनिंदा कहनियां (हिंदी के प्रतिष्ठ लेखकों की चुनिंदा एवं लोकप्रिय कहानियों एवं कविताओं का संग्रह।)
इन्दुमती | indumati | kishorilal goswami | नैतिक कहनियाँ हिन्दी | hindi moral stories | story
किशोरीलाल गोस्वामी (१८६५ - १९३२) हिन्दी के उपन्यासकार, नाटककार एवं संपादक थे। इन्होंने 60 से अधिक उपन्यास लिखे हैं। इनमें तारा, चपला, लवंग लता आदि प्रमुख हैं। उनके उपन्यासों में कल्पनातत्त्व को प्रमुखता दी गयी है। गोस्वामी जी अपनी रचनाओं में भारत के गौरव के प्रति भी सचेत थे।
कहानी- इंदुमति 1900 में और गुलबहार 1902 में सरस्वती में प्रकाशित हुई। इंदुमति को रामचंद्र शुक्ल जी ने प्रथम कहानी मानी है। किशोरीलाल गोस्वामी का जन्म काशी में हुआ था। उनका परिवार वृन्दावन का एक प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित परिवार था जो निम्बार्क सम्प्रदाय[1] का अनुयायी था। किशोरी लाल गोस्वामी के पितामह वृंदावन के सर्वश्रेष्ठ विद्वान् एवं आचार्य थे। किशोरी लाल गोस्वामी के नाना वाराणसी के संस्कृतज्ञ थे। इन्हीं से भारतेन्दु जी ने छन्दशास्त्र सीखा था। किशोरी लाल जी का लालन-पालन और शिक्षण इनके नाना के घर वाराणसी में हुआ। इसी कारण किशोरी लाल गोस्वामी भारतेन्दु[2] जी के सम्पर्क में आए। 1898 ई. में किशोरी लाल गोस्वामी जी ने ‘उपन्यास’ पत्रिका निकाली जिसमें इनके उपन्यास प्रकाशित हुआ करते थे। किशोरी लाल गोस्वामी जी ‘सरस्वती’ के पंचायती सम्पादक मण्डल के सदस्य थे। उनने लगभग 65 उपन्यासों के अतिरिक्त कई कविताएं और विविध विषयों पर अपनी सिद्धहस्त लेखनी चलाई। इंदुमती और गुलबहार कहानियों के लेखक गोस्वामी जी को प्रथम कहानीकार होने का श्रेय प्राप्त है। किशोरी लाल गोस्वामी जी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर 67 वर्ष की उम्र (1932 ई.) में स्वर्गगामी हुए।
कहानी- इंदुमति 1900 में और गुलबहार 1902 में सरस्वती में प्रकाशित हुई। इंदुमति को रामचंद्र शुक्ल जी ने प्रथम कहानी मानी है। किशोरीलाल गोस्वामी का जन्म काशी में हुआ था। उनका परिवार वृन्दावन का एक प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित परिवार था जो निम्बार्क सम्प्रदाय[1] का अनुयायी था। किशोरी लाल गोस्वामी के पितामह वृंदावन के सर्वश्रेष्ठ विद्वान् एवं आचार्य थे। किशोरी लाल गोस्वामी के नाना वाराणसी के संस्कृतज्ञ थे। इन्हीं से भारतेन्दु जी ने छन्दशास्त्र सीखा था। किशोरी लाल जी का लालन-पालन और शिक्षण इनके नाना के घर वाराणसी में हुआ। इसी कारण किशोरी लाल गोस्वामी भारतेन्दु[2] जी के सम्पर्क में आए। 1898 ई. में किशोरी लाल गोस्वामी जी ने ‘उपन्यास’ पत्रिका निकाली जिसमें इनके उपन्यास प्रकाशित हुआ करते थे। किशोरी लाल गोस्वामी जी ‘सरस्वती’ के पंचायती सम्पादक मण्डल के सदस्य थे। उनने लगभग 65 उपन्यासों के अतिरिक्त कई कविताएं और विविध विषयों पर अपनी सिद्धहस्त लेखनी चलाई। इंदुमती और गुलबहार कहानियों के लेखक गोस्वामी जी को प्रथम कहानीकार होने का श्रेय प्राप्त है। किशोरी लाल गोस्वामी जी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर 67 वर्ष की उम्र (1932 ई.) में स्वर्गगामी हुए।
มุมมอง: 1 560
วีดีโอ
पागल हाथी । hindi kahaniya । hindi moral stories । मुंशी प्रेमचंद। munshi Premchand stories .
มุมมอง 4375 หลายเดือนก่อน
धनपत राय श्रीवास्तव ( ३१ जुलाई १८८० - ८अक्टूबर १९३६ जो प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं, वो हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे। उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं। उनमें से अधिकांश हिन्दी...
PANCHATANTRA RANGA SIYAR रंगा सियार : पंचतंत्र की कहानी #hindikahanian #kahani #panchatantratales
มุมมอง 13711 หลายเดือนก่อน
नीतिकथाओं में पंचतन्त्र का पहला स्थान माना जाता है। यद्यपि यह पुस्तक अपने मूल रूप में नहीं रह गयी है, फिर भी उपलब्ध अनुवादों के आधार पर इसकी रचना तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व[1] के आस-पास निर्धारित की गई है। इस ग्रंथ के रचयिता पं॰ विष्णु शर्मा हैं, कहीं-कहीं रचयिता का नाम 'बसुभग' आया है।[2]उपलब्ध प्रमाणों के आधार पर कहा जा सकता है कि जब इस ग्रन्थ की रचना पूरी हुई, तब उनकी उम्र लगभग 80 वर्ष थी। पंचतन...
bade ghar ki beti Munshi Premchand #hindi #hindikahanian #stories #kahani #munshipremchand
มุมมอง 585ปีที่แล้ว
प्रारंभिक जीवन संपादन करना प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास स्थित एक गाँव लमही में हुआ था और उनका नाम धनपत राय ("धन का स्वामी") था। उनके पूर्वज एक बड़े कायस्थ परिवार से थे, जिनके पास आठ से नौ बीघे ज़मीन थी। उनके दादा, गुरु सहाय राय, एक पटवारी (ग्राम भूमि रिकॉर्ड-रक्षक) थे, और उनके पिता, अजायब लाल, एक डाकघर क्लर्क थे। उनकी मां करौनी गांव की आनंदी देवी थीं, जो शायद उनके "बड़े घर की ...
ज़री का कफन अमृता प्रीतम AmritaPritam #hindikahanian #hindi #stories #kahani #amrita #storiesinhindi
มุมมอง 312ปีที่แล้ว
अमृता प्रीतम (१९१९-२००५) पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। पंजाब (भारत) के गुजराँवाला जिले में पैदा हुईं अमृता प्रीतम को पंजाबी भाषा की पहली कवयित्री माना जाता है। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग १०० पुस्तकें लिखी हैं जिनमें उनकी चर्चित आत्मकथा 'रसीदी टिकट' भी शामिल है। अमृता प्रीतम उन साहित्यकारों में थीं जिनकी कृतियों का अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। अपने अंतिम दिनों में अमृता प्रीतम को भार...
सुभद्रा कुमारी चौहान kavita mera naya bachpan #stories #hindikahanian #hindi #poetry #storiesinhindi
มุมมอง 55ปีที่แล้ว
उनका जन्म नागपंचमी के दिन इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक गांव में रामनाथसिंह के जमींदार परिवार में हुआ था।[2] बाल्यकाल से ही वे कविताएँ रचने लगी थीं। उनकी रचनाएँ राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण हैं।[3] सुभद्रा कुमारी चौहान, चार बहने और दो भाई थे। उनके पिता ठाकुर रामनाथ सिंह शिक्षा के प्रेमी थे और उन्हीं की देख-रे में उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी हुई। इलाहाबाद के क्रास्थवेट गर्ल्स स्कूल में महादेव...
छोटा जादूगर [ जयशंकर प्रसाद ] #jaishankar #stories #hindikahanian #hindi #kahani #ugcnet #story
มุมมอง 76ปีที่แล้ว
जयशंकर प्रसाद (30 जनवरी 1889- 15 नवंबर 1937), हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे। वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमु स्तंभों में से एक हैं। उन्होंने हिन्दी काव्य में एक तरह से छायावाद की स्थापना की जिसके द्वारा खड़ीबोली के काव्य में न केवल कमनीय माधुर्य की रससिद्ध धारा प्रवाहित हुई, बल्कि जीवन के सूक्ष्म एवं व्यापक आयामों के चित्रण की शक्ति भी संचित हुई और कामायनी ...
एक शहर की मौत [ अमृता प्रीतम ] in hindi #hindikahanian #stories #amrita
มุมมอง 940ปีที่แล้ว
अमृता प्रीतम (१९१९-२००५) पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। पंजाब (भारत) के गुजराँवाला जिले में पैदा हुईं अमृता प्रीतम को पंजाबी भाषा की पहली कवयित्री माना जाता है। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग १०० पुस्तकें लिखी हैं जिनमें उनकी चर्चित आत्मकथा 'रसीदी टिकट' भी शामिल है। अमृता प्रीतम उन साहित्यकारों में थीं जिनकी कृतियों का अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। अपने अंतिम दिनों में अमृता प्रीतम को भार...
DULAIWALI - ( bang mahila ) Rajendrabala ghosh #hindikahanian #hindi #kahani
มุมมอง 48ปีที่แล้ว
राजेन्द्र बाला घोष (1882 -1951) हिंदी-नवजागरण की पहली छापामार लेखिका थीं। उन्होंने अपने आक्रामक लेखन द्वारा पुरुष-सत्तात्मक समाज की चूलें ढीली कर दीं। वे छद्माचार्यों द्वारा आरोपित चारित्रिक लांछनों से न टूटीं और न घबराईं बल्कि नये तेवर के साथ नारी-मुक्ति की लड़ाई जारी रखी। नतीजतन-स्त्री-स्वतंत्रता की बहाली के लिए उनका लेखकीय अभियान फेमिनिस्ट आन्दोलन का प्रथम अध्याय साबित हुआ। वे ' बंग महिला ' ...
part 3 - kahani - Parindey Nirmal Verma #nirmalverma #hindi #storiesinhindi #ugcnet #kahani #stories
มุมมอง 77ปีที่แล้ว
निर्मल वर्मा का जन्म 3 अप्रैल , 1929 को शिमला में हुआ था । उनके पिता ब्रिटिश सरकार के सिविल और सेवा विभाग में एक अधिकारी थे। 1950 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने एक छात्र पत्रिका में अपनी पहली कहानी लिखी थी । उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक की पढ़ाई पूरी की । इसके बाद उन्होंने दिल्ली में अपनी शिक्षा पूरी की और विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए लिखना ...
part 2 - kahani - Parindey Nirmal Verma #nirmalverma #hindi #storiesinhindi #ugcnet #kahani #stories
มุมมอง 53ปีที่แล้ว
निर्मल वर्मा का जन्म 3 अप्रैल , 1929 को शिमला में हुआ था । उनके पिता ब्रिटिश सरकार के सिविल और सेवा विभाग में एक अधिकारी थे। 1950 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने एक छात्र पत्रिका में अपनी पहली कहानी लिखी थी । उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक की पढ़ाई पूरी की । इसके बाद उन्होंने दिल्ली में अपनी शिक्षा पूरी की और विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए लिखना ...
part 1 - kahani - Parindey Nirmal Verma #nirmalverma #hindi #storiesinhindi #ugcnet #kahani #stories
มุมมอง 153ปีที่แล้ว
निर्मल वर्मा का जन्म 3 अप्रैल , 1929 को शिमला में हुआ था । उनके पिता ब्रिटिश सरकार के सिविल और सेवा विभाग में एक अधिकारी थे। 1950 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने एक छात्र पत्रिका में अपनी पहली कहानी लिखी थी । उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक की पढ़ाई पूरी की । इसके बाद उन्होंने दिल्ली में अपनी शिक्षा पूरी की और विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए लिखना ...
kahani - 25.26.27 January by Amrita Pritam #amrita #amritapritam #story #hindi #hindikahanian
มุมมอง 831ปีที่แล้ว
अमृता प्रीतम (१९१९-२००५) पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। पंजाब (भारत) के गुजराँवाला जिले में पैदा हुईं अमृता प्रीतम को पंजाबी भाषा की पहली कवयित्री माना जाता है। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग १०० पुस्तकें लिखी हैं जिनमें उनकी चर्चित आत्मकथा 'रसीदी टिकट' भी शामिल है। अमृता प्रीतम उन साहित्यकारों में थीं जिनकी कृतियों का अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। अपने अंतिम दिनों में अमृता प्रीतम को भार...
Story by mohan rakesh GIRGIT KA SAPNA गिरगिट का सपना मोहन राकेश #hindistories #hindikahaniya
มุมมอง 122ปีที่แล้ว
मोहन राकेश जन्म ८ जनवरी, १९२५ अमृतसर मृत्यु ३ दिसंबर, १९७२ दिल्ली व्यवसाय साहित्यकार मोहन राकेश (८ जनवरी १९२५ - ३ दिसम्बर, १९७२) नई कहानी आन्दोलन के सशक्त हस्ताक्षर थे। पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए किया। जीविकोपार्जन के लिये अध्यापन किया। कुछ वर्षो तक 'सारिका' के संपादक भी रहे। 'आषाढ़ का एक दिन','आधे अधूरे' और लहरों के राजहंस के रचनाकार। 'संगीत नाटक अकादमी' से सम्मानित। ३...
Kahani: kabuliwala Ravindranath Tagore story by Rabindranath Tagore #hindikahani #hindistories
มุมมอง 134ปีที่แล้ว
Kahani: kabuliwala Ravindranath Tagore story by Rabindranath Tagore #hindikahani #hindistories
Ek jeevi,Ek ratni,Ek sapna Story by Amrita paritam #AmritaPritam #AmritaPritamstories #amritaPritam
มุมมอง 3862 ปีที่แล้ว
Ek jeevi,Ek ratni,Ek sapna Story by Amrita paritam #AmritaPritam #AmritaPritamstories #amritaPritam
Hindi Kavita : mere bete kedarnath singh #Hindipoetries #poems #kedarnathsingh #audiopoems
มุมมอง 2072 ปีที่แล้ว
Hindi Kavita : mere bete kedarnath singh #Hindipoetries #poems #kedarnathsingh #audiopoems
Ek mulakat amrita pritam poetry #amritapritam #amritapritampoems #poetries #hindipoetries #amrita
มุมมอง 1062 ปีที่แล้ว
Ek mulakat amrita pritam poetry #amritapritam #amritapritampoems #poetries #hindipoetries #amrita
Kavita : इकरारनामा (निदा फ़ाज़ली) Nida Fazli poem ikrarnama #nidafazli #nidafazlipoems #hindipoem
มุมมอง 442 ปีที่แล้ว
Kavita : इकरारनामा (निदा फ़ाज़ली) Nida Fazli poem ikrarnama #nidafazli #nidafazlipoems #hindipoem
भिक्षुक ( सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ) कविता suryakant tripathi nirala poetries Hindi poems
มุมมอง 2172 ปีที่แล้ว
भिक्षुक ( सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ) कविता suryakant tripathi nirala poetries Hindi poems
ओ हरामज़ादे भीष्म साहनी की कहानी O haramzade by bhishm sahani hindi kahani audio book hindi stories
มุมมอง 2232 ปีที่แล้ว
ओ हरामज़ादे भीष्म साहनी की कहानी O haramzade by bhishm sahani hindi kahani audio book hindi stories
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER6 PART3आदि कथा के स्रोत होमर : इलियड और ओडेसी UGC/NET
มุมมอง 583 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER6 PART3आदि कथा के स्रोत होमर : इलियड और ओडेसी UGC/NET
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER6 PART2आदि कथा के स्रोत होमर : इलियड और ओडेसी UGC/NET
มุมมอง 353 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER6 PART2आदि कथा के स्रोत होमर : इलियड और ओडेसी UGC/NET
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER6 PART1आदि कथा के स्रोत होमर : इलियड और ओडेसी UGC/NET
มุมมอง 343 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER6 PART1आदि कथा के स्रोत होमर : इलियड और ओडेसी UGC/NET
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER5 PART2आधुनिक कहानी की रचना संस्कृति UGC/NET#AUDIOBOOK
มุมมอง 293 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER5 PART2आधुनिक कहानी की रचना संस्कृति UGC/NET#AUDIOBOOK
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER5 PART1आधुनिक कहानी की रचना संस्कृति UGC/NET#AUDIOBOOK
มุมมอง 393 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT1 कथा विचारCHAPTER5 PART1आधुनिक कहानी की रचना संस्कृति UGC/NET#AUDIOBOOK
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 4 PART 3 भारतीय कथा परंपरा UGC/NET #AUDIOBOOK
มุมมอง 323 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 4 PART 3 भारतीय कथा परंपरा UGC/NET #AUDIOBOOK
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 4 PART 2 भारतीय कथा परंपरा UGC/NET #AUDIOBOOK
มุมมอง 273 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 4 PART 2 भारतीय कथा परंपरा UGC/NET #AUDIOBOOK
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 4 PART 1 भारतीय कथा परंपरा UGC/NET #AUDIOBOOK
มุมมอง 513 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 4 PART 1 भारतीय कथा परंपरा UGC/NET #AUDIOBOOK
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 3 ग्रीक पुराण कथाओं की भूमिका UGC/NET
มุมมอง 1483 ปีที่แล้ว
कथा संस्कृति KAMLESHWAR UNIT 1 कथा विचार CHAPTER 3 ग्रीक पुराण कथाओं की भूमिका UGC/NET
बहुत अच्छी लगती हैं आप की आवाज और कहानी भी
aisi kahani kaun likhta hai, mahan lekhika ke kalam ka jaadu ,aurat ka yatharth
Uff kitni imotional kahani ,mere ansu agye.
Very nice ❤❤❤
jay shree ram
Wah no words
🇳🇪🇳🇪🇳🇪🇳🇪🇳🇪🇳🇪🇳🇪
❤❤❤
Mam short questions and answers ki video daliye
Bahut Sundar.
❤❤
Proud of you bitiya
Moja moja
Great performance and beautiful poem, keep u the good work 👌👌👍👍
Yeh Galat Kahani hai waste of time
This was way better then any other channels your voice is soothing ✨💛 loved it ! 🎧💕
dhanyawlvad mam🙏
Too 🐌 slow😢
Apki awaaz mei ne undono ki zindagi ko mehsoos kiya hai bohot ache awaaz hai apki
Nice❤❤❤❤
Monitize nai hoti aesi channel kya? Plz reply
Not yet
Please iske saath explanation bhi add kardo chota sa and meanings bhi start wale words aur language boht mushkil lagti hai
Good 👍
Mast ritu. Mast laga
Thank you dost💐
Adbhut ojbhari kavita ! Barmbar padhne ko jee chahta hai.
Best voice ❤
Well said
Ma'am फूलो का कुर्ता कहानी का सारांश पर नोट्स के साथ वीडियो बनाए n pls ma'am 😢😢😢
Very emotional story 😢😢😢
Good narration 👍
Good morning mam 👍🙏🙏🙏 kahani bahut achhi lagi
👌👌👌👌👍👍
Bahut Sunder recitation ❤
Thank you ☺️
Bahut hi achhi kahani
Amazing
क्लास 9थ में ये कहानी पढ़ा था 2005 में
Jai Shankar prashad ki pehli kahani
Nice❤
Nice 👍
Your voice is so good di ❤️ keep going
Ma'am ur voice the story interesteing 💖
For better experience play on 1.5x 🕊️♥️
Jnrm wala depesh?
@@harinipriya8876 na na ancol wla 👀👀
@@harinipriya8876 who r u
🥺🥺🥺🥺😭
What a story ❤️
Kamleshwar अर्बन नक्सल
इसे एक छोटी सी कहानी समझने की भूल मत करना।इसमें जीवन-पथ को आलोकित करने का प्रकाश पुञ्ज निहित है।इससे प्रेरणा लेकर मनुष्य अपने जीवन का लक्ष्य प्राप्त कर सकता है।
वाह रे मोहन लाल!तेरे पिता कुन्दनलाल ऐसे नृशंस निकले किन्तु तूने सब कुछ जानकर भी उस स्त्री के साथ हुये अन्याय का प्रतिकार नहीं किया।धिक्कार है तुझे! प्रसाद जी के विषय में कुछ कहना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है।आपकी कथा वाचन शैली बहुत अच्छी है,सुष्पष्ट एवं मनोमुग्धकारिणी।धन्यवाद बहन! मंगलकामनायें।
Maam thisari kasam ka video bna dho Pls
What a language❤
Very nice 👌