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Jashan-E-Jindagi
เข้าร่วมเมื่อ 7 ม.ค. 2012
यह चैनल ज़िन्दगी को खूबसूरती और प्रीतिकर होकर और उसे उत्सवपूर्ण बनाकर जीने की ओर प्रेरित करता है। ज़िन्दगी के प्रति एक विधायक सकारात्मक रुख अपनाकर उसे आदर व सम्मान से जीने पर बल देता है। व्यक्ति किसी भी स्थिति-परिस्थिति, किसी भी मानसिक व शारीरिक अवस्था में क्यों न घिरा हो, अपनी अन्तःद्रष्टि व सूझ-बूझ से एक खूबसरत रास्ता निकाल सकता है। और बेहतर ज़िन्दगी को बना सकता है। बस व्यक्ति अपनी सोच को बोध, प्रेम और उत्सवपूर्ण बनाये। निश्चित ही ध्यान-योग जैसा जीवन अपनाकर बेहतर तनाव, विषाद व बेचैनी से मुक्त जीवन बना सकता है।
अनुग्रह के क्षण-मौज तेरी साईयाँ
धन्यता से भरे हृदय की भावदशा बड़ी अनूठी है, दिव्य है। सारे शरीर व मन-मस्तिष्क का रोआँ रोआँ हर्षित व पुलकित हो उठता है, साथ ही परिष्कृत हो जाता धूल जाता है, हल्का-फुल्का हो जाता है। ऐसी अनुभूति से भरा हृदय सुगन्धित हो उठता है।
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วีดีโอ
#ज़िन्दगी में #धन्यता व #अनुग्रहीत होने के मायने
มุมมอง 2253 หลายเดือนก่อน
Welcome: 21 July 2024 Osho Gurupoornima Celebration मित्रों गुरुपूर्णिमा आ रही है और हम सब यह जानते हैं कि गुरु का ज़िन्दगी में क्या अर्थ, महत्व और स्थान होता है। किसी के लिए माँ और पिता से लेकर मित्रों, पत्नी, प्रेमिका, शिक्षक, प्रकृति और सद्गुरु तक बहुत सारे लोगों का मार्गदर्शन मिलता है। बस! गुरुपूर्णिमा अनुग्रहीत व धन्यता से भरने व श्रद्धा सुमन अर्पित करने का दिन है। गुरु ज़िन्दगी का मालिक नही...
#लड़खड़ाते #कदम और #ध्यान
มุมมอง 1243 หลายเดือนก่อน
ज़िन्दगी जब शारीरिक, मानसिक रोगों व समस्याओं, मुश्किलों, कष्टों, मानसिक व्यथाओं से गुजरती है, और उसके समाधान का कोई रास्ता, किनारा नजर नहीं आता तब खुद में ही होने या ठहर जाने का एक द्वार बच जाता है, जहाँ से पथ और मंजिल की ओर जाने के लिए एक रोशनी की किरण मिलती है। तो आइये आपका स्वागत है। ओशो पीठ - भीमताल
#बुद्धम #शरणम #गच्छामि
มุมมอง 1085 หลายเดือนก่อน
आदमी मुक्त होकर जीना चाहता है। आदमी आजाद होकर जीना चाहता है। पर उसकी अपनी सीमाएं हैं, अपने अवरोधक हैं, जिनमें वह कैद होकर, बंध कर रह जाता है। बस ये लमहे कुछ ऐसे ही हैं, जिनके लिए भगवान बुद्ध जोर देकर खुद के बदलने पर जोर देते हैं। और एक ही बात पर जोर है अपने दीये खुद बनो। ज़िन्दगी को जीने और उसकी खुशहाली के लिए स्वीकृति व जो जैसा है उसे जीने पर बल देते हैं, शिकायते व समस्यायें खुद व खुद दूर हो जा...
साथ साथ
มุมมอง 655 หลายเดือนก่อน
जब आपका हृदय भाव से भर जाता है, वह भाव चाहे दुः से भर गया हो अथवा खुशी से। दुः से भरा होगा तब आपके दोनों हाथ जुड़ जायेंगे या फिर ऊपर की ओर उठ जायेंगे प्रार्थना में। इस भाव को व्यक्त करने के लिए शब्द भी हो सकते हैं, और मौन भी। ये शब्द आपके अपने उदगार भी हो सकते हैं, और आपकी स्मृति में पड़े हुए भी। ये मांग होगी अभाव की पूर्ति की त फिर दुः कष्ट निवारण की। और दूसरी ओर भी अपने भावों की अभिव्यक्ति होगी...
An Invitation - Meditation and Natural Beauty
มุมมอง 2025 หลายเดือนก่อน
प्रकृति के बीच रहना, घूमने को अवसर मिलना, कुछ समय बिताना, सबको अच्छा लगता है। जंगल, पहाड़, झीलें और नदियों की सदा से ही मनुष्य के जीवन में एक महत भूमिका रही है। एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए, मन के सुकून के लिए, ध्यान साधना आदि के लिए। कुछ समय मन बदलने व मन की शांति के लिए हर कोई पसंद करता है। यह ओशो का आश्रम, भीमताल-नैनीताल, हिमालय में ऐसी ही खूबसूरती को अपने आप में समेटे हुए है। यहाँ आने वाले या र...
just Wait, वक्त सब गड्ढे भर देता है
มุมมอง 956 หลายเดือนก่อน
ज़िन्दगी बड़ी मीठी है, बड़ी प्यारी है और बड़ी खूबसूरत भी। जो इसे ऐसे देखता है, महसूस करता है और इस दिशा में एक कदम उठाता है वह आनंदित होता है, धन्यता से भरता है। जिंदगी न तो किसी की एक जैसी होती है और ना ही हर पल एक जैसी। सब कुछ हर पल बदल रहा है। इसलिए स्थितियाँ परिस्थितियाँ हर रोज बदलती हैं। कभी खुशी मिलती है, तो कभी दुःख। कभी अनुकूलता तो कभी प्रतिकूलता। इसमें कोई उदास और निराश होता है, तो कोई ज़िन...
केंद्र पर तुम ही हो
มุมมอง 866 หลายเดือนก่อน
अमृत बिन्दु उपनिषद का एक श्लोक है... मन एव मनुष्याणां कारणं बन्धमोक्षयोः। बन्धाय विषयासक्तं मुक्त्यै निर्विषयं स्मृतम्॥ अर्थात्- मन ही सभी मनुष्यों के बन्धन एवं मोक्ष का प्रमु कारण है। विषयों में आसक्त मन बन्धन का और कामना-संकल्प से रहित मन ही मोक्ष मुक्ति का। यकीनन अपने सु का, अपने दुः का, अपने शुभ का और अपने अशुभ का व्यक्ति खुद जुम्मेदार होता है, कोई दूसरा नहीं। हम खुद ही अपने नरक और स्वर्ग क...
ज़िन्दगी जीने के बुनियादी सूत्र
มุมมอง 1616 หลายเดือนก่อน
ज़िन्दगी मिली है जीने के लिए, और हर कोई इसे जी भर के जीना चाहता है। और ज़िन्दगी को जीने के लिए ठीक ठीक बोध हो, समझ हो, एक स्पस्टता हो तो, जीने के आयाम ही बदल जाते हैं। ज़िन्दगी में एक त्वरा आ जाती है, ताजगी आ जाती है, एक मधुरता और खूबसूरती से भर जाती है। इसलिए बहुत आवश्यक है मंजिल पर पहुँचने के लिए दिशा का ज्ञान। जब एक छोटा सा छेद नाव को डुबो सकता है, तो कोई छोटी सी बात जीवन को खूबसूरती की ओर भी ल...
1 - हर पत्थर में मूर्ति छिपी है...
มุมมอง 2786 หลายเดือนก่อน
तुम्हारे पास अगर आँ व समझ है तो खूबसूरती को दे पाओगे, तुम्हें कला आती है, तो निश्चित ही सौंदर्य को प्रकट कर लोगे। कुछ भी व्यर्थ नहीं है सब ज़िन्दगी से जुड़ा है, बस तुम्हें खुद को खुद के निकट लाना है।
Jai guru ji kripa rahe Mere sheesh ke upar 🙏
गुरूजी आपको कोटि कोटि प्रणाम गुरूजी, एक खूबसूरत दिव्यता से बह जाने का काले बादलों के बीच झलकता हुआ चाँद का शीतल प्रकाश है आप गुरूजी 🙏
Love
श्री गुरुदेव
Pranam swji JAI OSHO
JAI OSHO I am from Janakpur Dham Nepal 🙏🙏
Kya baat hai..itni sundar jagah..sw ji jaldi hi aane ka mauka khojti hu..aap bhi bohot pyare ho.. Prem or pranam
❤,🙏🙏
🙏 गुरूजी,जिंदगी की रास्ते पर खुद ही रोशन करना है! "यह अत्ता दीपो भवा " का बहुत सुन्दर तरीके से समझाया कोटि कोटि प्रणाम गुरूजी 🙏
प्रणाम स्वामीजी ❤
Inspirative Video❤❤❤❤
Jai gurudev 🙏
प्रणाम स्वामीजी ❤
Swami ji sadar pranam.... Your Virendra Sen Bhopal