हाय रे जाति तूँ भी मनु के साथ ही मर जाती तो आज आदमी आदमी के बीच खाई पैदा होने की इतनी नोबत ही नहीं आती।* एक समय की बात है, एक शहर के एक निजी विद्यालय मे एक *शिक्षक* ऐसा था जो सभी विद्यार्थियों को अच्छा लगता था उसका चलना, कहानी सुनाना, पढाना, खेल खेलाना गीत गाना आदि सभी बच्चों को भा गया था।वह शिक्षक विद्यालय मे ही बने एक छोटे से कमरे मे रहता था। एक दिन प्राचार्य ने उससे कहा कि आपका कमरा बहुत छोटा है, आवास मे काफी दिक्कत होती होगी । उसने कहा -है पर चलेगा । दूसरे दिन, प्राचार्य ने उससे कहा कि हमने आपके लिए उचित आवास की व्यवस्था कर दी है। हम विद्यालय के अवकाश के बाद देखने जाएँगे। उसने भी हामी भर दी जब वे दोनों वहाँ पहुँचे तो देखा घर मे एक बुजुर्ग महिला बैठी थी, प्राचार्य जी ने शिक्षक का परिचय करवाने के लिए उसका नाम उन्हें बताया तो वे कहनी लगी- इन्हें मै अच्छी तरह से जानती हू। मेरी दोहिता इनकी शिष्य है और अकसर इनकी तारीफ करती रहती है, इतना ही नही इनकी चर्चा इस गली- मोहल्ले मे होती रहती है मेरा और मेरी दोहिता का सौभाग्य होगा कि ये मेरे घर रहे, मेरा घर भी बहुत बड़ा है, केवल दोहिता के साथ मे ही रहती हू, *गुरुजी आराम से कोई भी कमरे मे रह सकते है, खाने-पीने की भी व्यवस्था हो जाएगी, यहाँ तक की कपड़ों की धुलाई भी नौकर से करवा दूंगी ।* प्राचार्य जी ने पूछा- किराया कितना होगा? महिला ने हंसकर कहा- गुरुजी आप भी गजब कहते है, किराया नहीं लूगी पर रोज एक घंटा, मेरी दोहिता को पढाना पड़ेगा । शिक्षक ने कहा-माँ जी, उसकी चिन्ता मत करो।यह बताओ - कब से रहने आऊँ? महिला ने जवाब दिया- आज से ही । शिक्षक ने कहा-नहीं, कल से आता हूँ यह कहकर जैसे ही वे चलने के लिए तैयार हुए तो पडौसी बुजुर्ग महिला आ गयी।उसने पूरी बात सुनी और पूछा- आप कौनसे गाँव के हो? शिक्षक ने उत्तर दिया तो *उस महिला ने शिक्षक से पूछा कि गुरुजी आपकी जाति क्या है ?* जैसे ही शिक्षक ने अपनी जाति बताई तो दोनों महिलाएँ सकपका गयी उनका चेहरा देखने लायक था कुछ देर खामोश रहने के बाद बुजुर्ग महिला बोली -प्राचार्य जी आपने यह तो नहीं बताया था । प्राचार्य बोले- आपने पूछा भी कब था। थोडी देर फिर खामोशी छा गई।फिर बुजुर्ग महिला बोली- बाहर का कमरा, जिसका दरवाजा गली मे खुलता है, उसे दे दूँगी और *किराया 500 रूपये प्रति माह रहेगा, साथ मे कुछ शर्तें भी है -(1) शौच के लिए जंगल मे जाना होगा! (2) पानी केवल दो बाल्टी मिलेगा! (3) रात को 8 बजे के बाद बल्ब नहीं जलाना चाहिए । (4) मेहमानों को आने की अनुमति नही होगी! (5)..,(6).. ,(7)... आदि।* साथ ही यह कहा-प्राचार्य जी, आपको मना नही कर सकती इसलिए दे रही हूँ। दोनों ने धन्यवाद कहा और चले आए। शिक्षक चलते-चलते यही सोच रहा था कि उसकी शिक्षा, ज्ञान, बाल-प्रेम, सद्व्यवहार, आदर्श व्यक्तित्व, अच्छाइयाँ चाहे आसमान छू ले लेकिन ये सब मनु की बनाई हुई इमारत की एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक ले जा सकते । जो शिक्षक, थोड़े समय पहले एक आदर्श शिक्षक था, जिस पर सब कुछ कुर्बान था और अपने शीश चढ़ाने को तैयार थे, वे जैसे ही पता चलता है कि यह अछूत है, सब कुछ बदल जाता है।अर्थात *मनु ने इन्सानियत, अच्छाई, बुराई, व्यक्तित्व इन सबसे ऊपर जाति को महत्व दिया ।* वाह रे मनु, क्या दिमाग पाया था तूने,केवल अपनो के फायदे के लिए तूने पूरी इन्सानियत का आस्तित्व ही खतरे मे डाल दिया मानवीय संवेदना का ही कत्ल कर दिया भारतीयों के स्वाभिमान को पैरों तले रौंद दिया। *इसीलिए तो हमें कहना पड़ रहा है कि हाय रे जाति, तूँ भी मनु के साथ ही मर जाती तो आज आदमी आदमी के बीच दूरी पैदा होने की इतनी नोबत ही नहीं आती।* *जाति तोड़ो समाज जोड़ों* पोस्ट पढ़ने के बाद शेयर जरूर करें।
Abhi भैया अब तो अमित शाह ने खुले तौर पर ये बोल दिया है कि वो Sc ST OBC का आरक्षण खत्म कर देंगे 😞😞
Etne abhi bhaiya hai kuch nhi hoga ❤
Tab phir se vo dour duhraya jayega 500 vs 28000👿👿👿👿
Jai. Bhim jai bharat 💙💙💙🇮🇳
जय भीम जय भारत जय संविधान
जय भीम जय भारत जय संविधान भाई जी
Jay Bheem BSP ASP
Jay bhim Jay bharat Jay savidhan ❤❤
Jay. Bhim. Sir ji
Abhishek bhaiyaa ke liye ek like jarur kre
Jay bhim jai bharat
Thank you abhishek bhaiya ji
Jay bhim bhaiya ji 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼💙💙💙💙💙
Jay bhim namo budhay Bhai 💙💙💙💙💙💙💙💙💙
Jio sher ji. Jai bhim.
Bhaiya ji aap ham logo ko भी sikhayiye na aise sabke samne bolna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay bhim Jay Bharat Jay samvidhan
Jay bhim jay savindan
Jay bhim Jay samvidhan bhade bhai
Jai bhim namo buddhay Jai guru ravidas mahraj ji jai sanvidhan
जयभीम नमोंबुधाय
Jai Bheem Bhaiya ji
Jatav sher bhai abhishek jatav zindabad 👑⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁
Jay bhim ❤❤❤❤❤🎉
Good job bro jay bhim
Jay bhim jay savidhan 💙
Great brooo
💙💙💙💙💙💙
Nice Abhishek bhaiya
❤❤❤❤❤
Jay bhim 💙💙💙💙💙💙💙💙 Jay samvidhan Jay bhim 💙👿😈👿👿😈
JAI bhim 💙🙏🙏🙏
Jay bhim 🙏🙏💙🙏🙏💙🙏🙏💙🙏🙏
Jay.bheem💙💙💙💙💙👍👍👍👍👍👍👍
Jay bhim💙💙💙💙💙💙💙💙
Jay bhim namo buddhay 💙💙💙
Jay bheem 💯💯💯💯💯
Abhishek Bhaiya lage raho
Jay Bheem Jay Bharat Jay savidhan 🔥🫵
Laljeet Nigam Jay bheem a s p palti jindabad 🫖🫖🫖🫖🫖 u p Etawah
Jay bhim 💙
Abhishek Bhaiya Namo buddhay
Jay bhim
Jai bhim
Jay bhim bhi ❤❤❤❤ 0:22
Jai bheem bhai
jay bheem पब्लिक
हाय रे जाति तूँ भी मनु के साथ ही मर जाती तो आज आदमी आदमी के बीच खाई पैदा होने की इतनी नोबत ही नहीं आती।*
एक समय की बात है, एक शहर के एक निजी विद्यालय मे एक *शिक्षक* ऐसा था जो सभी विद्यार्थियों को अच्छा लगता था उसका चलना, कहानी सुनाना, पढाना, खेल खेलाना गीत गाना आदि सभी बच्चों को भा गया था।वह शिक्षक विद्यालय मे ही बने एक छोटे से कमरे मे रहता था।
एक दिन प्राचार्य ने उससे कहा कि आपका कमरा बहुत छोटा है, आवास मे काफी दिक्कत होती होगी । उसने कहा -है पर चलेगा । दूसरे दिन, प्राचार्य ने उससे कहा कि हमने आपके लिए उचित आवास की व्यवस्था कर दी है। हम विद्यालय के अवकाश के बाद देखने जाएँगे। उसने भी हामी भर दी जब वे दोनों वहाँ पहुँचे तो देखा घर मे एक बुजुर्ग महिला बैठी थी, प्राचार्य जी ने शिक्षक का परिचय करवाने के लिए उसका नाम उन्हें बताया तो वे कहनी लगी- इन्हें मै अच्छी तरह से जानती हू। मेरी दोहिता इनकी शिष्य है और अकसर इनकी तारीफ करती रहती है, इतना ही नही इनकी चर्चा इस गली- मोहल्ले मे होती रहती है मेरा और मेरी दोहिता का सौभाग्य होगा कि ये मेरे घर रहे, मेरा घर भी बहुत बड़ा है, केवल दोहिता के साथ मे ही रहती हू, *गुरुजी आराम से कोई भी कमरे मे रह सकते है, खाने-पीने की भी व्यवस्था हो जाएगी, यहाँ तक की कपड़ों की धुलाई भी नौकर से करवा दूंगी ।*
प्राचार्य जी ने पूछा- किराया कितना होगा? महिला ने हंसकर कहा- गुरुजी आप भी गजब कहते है, किराया नहीं लूगी पर रोज एक घंटा, मेरी दोहिता को पढाना पड़ेगा । शिक्षक ने कहा-माँ जी, उसकी चिन्ता मत करो।यह बताओ - कब से रहने आऊँ? महिला ने जवाब दिया- आज से ही । शिक्षक ने कहा-नहीं, कल से आता हूँ यह कहकर जैसे ही वे चलने के लिए तैयार हुए तो पडौसी बुजुर्ग महिला आ गयी।उसने पूरी बात सुनी और पूछा- आप कौनसे गाँव के हो? शिक्षक ने उत्तर दिया तो *उस महिला ने शिक्षक से पूछा कि गुरुजी आपकी जाति क्या है ?* जैसे ही शिक्षक ने अपनी जाति बताई तो दोनों महिलाएँ सकपका गयी उनका चेहरा देखने लायक था कुछ देर खामोश रहने के बाद बुजुर्ग महिला बोली -प्राचार्य जी आपने यह तो नहीं बताया था । प्राचार्य बोले- आपने पूछा भी कब था। थोडी देर फिर खामोशी छा गई।फिर बुजुर्ग महिला बोली- बाहर का कमरा, जिसका दरवाजा गली मे खुलता है, उसे दे दूँगी और *किराया 500 रूपये प्रति माह रहेगा, साथ मे कुछ शर्तें भी है
-(1) शौच के लिए जंगल मे जाना होगा!
(2) पानी केवल दो बाल्टी मिलेगा!
(3) रात को 8 बजे के बाद बल्ब नहीं जलाना चाहिए ।
(4) मेहमानों को आने की अनुमति नही होगी! (5)..,(6).. ,(7)... आदि।* साथ ही यह कहा-प्राचार्य जी, आपको मना नही कर सकती इसलिए दे रही हूँ। दोनों ने धन्यवाद कहा और चले आए। शिक्षक चलते-चलते यही सोच रहा था कि उसकी शिक्षा, ज्ञान, बाल-प्रेम, सद्व्यवहार, आदर्श व्यक्तित्व, अच्छाइयाँ चाहे आसमान छू ले लेकिन ये सब मनु की बनाई हुई इमारत की एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक ले जा सकते । जो शिक्षक, थोड़े समय पहले एक आदर्श शिक्षक था,
जिस पर सब कुछ कुर्बान था और अपने शीश चढ़ाने को तैयार थे, वे जैसे ही पता चलता है कि यह अछूत है, सब कुछ बदल जाता है।अर्थात *मनु ने इन्सानियत, अच्छाई, बुराई, व्यक्तित्व इन सबसे ऊपर जाति को महत्व दिया ।* वाह रे मनु, क्या दिमाग पाया था तूने,केवल अपनो के फायदे के लिए तूने पूरी इन्सानियत का आस्तित्व ही खतरे मे डाल दिया मानवीय संवेदना का ही कत्ल कर दिया भारतीयों के स्वाभिमान को पैरों तले रौंद दिया।
*इसीलिए तो हमें कहना पड़ रहा है कि हाय रे जाति, तूँ भी मनु के साथ ही मर जाती तो आज आदमी आदमी के बीच दूरी पैदा होने की इतनी नोबत ही नहीं आती।*
*जाति तोड़ो समाज जोड़ों*
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Jai bheem
Love you bhi
Jay bhim 💙
Jay bhim
Jai bhim
Jai bheem
Jay bhim 💙💙