लुटाना चाहता हूँ में प्यार साँवरे | Kanhiya Mittal Bhajan

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  • เผยแพร่เมื่อ 18 มิ.ย. 2024
  • लुटाना चाहता हूँ में प्यार साँवरे | Kanhiya Mittal Bhajan #kanhiyamittal #shyam #khatushyamjilive
    Bhajan Lyrics -
    खाटू ना आऊँ तो जी घबराता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    ये तेरी किरपा है तू ही बुलाता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है।।
    तर्ज - तुझको ना देखूँ तो।
    चाँद ओर सितारे फूल और नज़ारे,
    लगते नही है अब हमको प्यारे,
    जब से निहारी सूरत तुम्हारी,
    तब से चढ़ी हैं तेरी खुमारी,
    तब से चढ़ी हैं तेरी खुमारी,
    तेरे सिवा ना कोई मुझको भाता है,
    तेरे सिवा ना कोई मुझको भाता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है।।
    कैसी भी मुश्किल कैसी भी उलझन,
    घेरे उदासी बोझ सा हो मन,
    आके यहाँ मैं सब भूल जाता,
    रोता हुआ दिल फिर मुस्कराता,
    रोता हुआ दिल फिर मुस्कराता,
    भक्तो पे इतना तू प्यार लुटाता है,
    भक्तो पे इतना तू प्यार लुटाता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है।।
    जब से मिला है दर ये तुम्हारा,
    तब से बना मैं सबका ही प्यारा,
    आनंद को आनंद मिलता यहाँ है,
    खाटू सी मस्ती बोलो कहाँ है,
    इसीलिए तो ‘सोनू’ दर पे आता है,
    इसीलिए तो ‘सोनू’ दर पे आता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है।।
    खाटू ना आऊँ तो जी घबराता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    ये तेरी किरपा है तू ही बुलाता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है,
    देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है।।
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